सोमवार, 7 नवंबर 2016

बाड़मेर। ये पाँच बेटिया जो है बॉल बैटमिंटन के दंगल की सुल्तान

बाड़मेर। ये पाँच बेटिया जो है बॉल बैटमिंटन के दंगल की सुल्तान 


बाड़मेर। आदर्श स्टेडियम में चल रहे बॉल बैटमिंटन के राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में 400 खिलाड़ी सिरमौर बनने के लिए अपना हुनर दिखा रहे है, लेकिन इन सबके बीच 5 खिलाडी सभी से जुदा है । यह 5 वह बेटियां है जो बॉल बैटमिंटन के दंगल की सुल्तान कहि जाती है। अब तक कई मर्तबा राजस्थान का नाम राष्ट्रिय स्तर पर कर चुकी यह खिलाड़ी अगले कोमन्थवेल खेल में अपना दावा करने जा रही है। जयपुर की खुशबू यादव तीन मर्तबा राष्ट्रिय स्तर पर खेल चुकी है। वेस्ट जॉन में राष्ट्रीय प्रतियोगिता में राजस्थान का प्रतिनिधित्व कर चुकी खुशबू अब कोमन्थवेल में अपना दावा करने जा रही है। खुशबू के मुताबित इस खेल के जितने खिलाडी कम है उतने ही कम मैदान है। कई इलाके आज भी ऐसे है जिन्हें इस खेल का नाम तक नहीं पता ऐसे में खुद प्रदर्शन को बरकरार रखने के साथ साथ इस खेल को लोगों की पसन्द बनाना भी बड़ी चुनोती है। अजमेर की यामिनी मालावत 2015 में पटना में अपने खेल का जौहर दिखा चुकी है तो जयपुर की कल्पना यादव 2013 में हैदराबाद,2015 में तेलंगाना में राष्ट्रीय स्तर प्रतियोगिता में खेल चुकी है
Sultan of Cirque ball badminton - News in Hindi
आम तौर पर प्रचलन और लाइम लाइट से दूर बॉल बैटमिंटन का इतिहास भले ही बेहद पुराना है लेकिन आज भी इसके खिलाडिय़ों की तादात बेहद कम है ऐसे में इन बेटियों का अब तक का शानदार प्रदर्शन इस और साफ इशारा करता है की वह वक्त दूर नहीं जब राजस्थान के अलग अलग जिलों से ताल्लुक रखने वाली यह बेटियां देश का नाम सात समंदर पार करती नजर आएगी।
6 अर्जुन एवॉर्ड, फिर भी चर्चा से दूर
बॉल बैटमिंटन का खेल दुनिया की चकाचोंध से कोसो दूर है जबकि खेल की दुनिया के सबसे बड़े पुरस्कार अर्जुन एवॉर्ड से इस खेल के 6 खिलाड़ी नवाजे जा चुके है। भारत में जन्मे इस खेल ने ना केवल विदेशो में अपनी धाक जमाई है साथ ही यह खेल ओलम्पिक संघ की तरफ से रजिस्टर्ड भी है बावजूद इसके आज भी इस खेल के आयोजन के लिए प्रायजको का टोटा रहता है।

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