मंगलवार, 24 मई 2016

गुवाहटी।ये हैं असम के नए CM: अभी तक हैं कुंवारे, घर में नहीं है एक भी AC



गुवाहटी।ये हैं असम के नए CM: अभी तक हैं कुंवारे, घर में नहीं है एक भी AC
ये हैं असम के नए CM: अभी तक हैं कुंवारे, घर में नहीं है एक भी AC

असम में कांग्रेस का किला ढहाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता सर्बानंद सोनोवाल ने मंगलवार को राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। सोनोवाल के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, लालकृष्ण आडवाणी समेत पार्टी के कई बड़े नेता शरीक हुए। गौरतलब है कि नार्थ ईस्ट के किसी राज्य में पहली बार बीजेपी की सरकार बनी है।




इन लोगों ने भी ली शपथ

राज्यपाल पी.बी. आचार्य ने सर्बानंद समेत पूरे मंत्री मडल को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। सोनोवाल के साथ 10 मिनिस्टर्स ने भी शपथ ली। इनमें अतुल बोरा, प्रमिला रानी, हेमंत विश्वा, परमिल शुक्ल वैद्य, चंद्रमहोन पटवारी, केशव महंता, रंजीत दत्ता शामिल हैं।




पीएम मोदी रैली को करेंगे संबोधित

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोनोवाल के शपथ ग्रहण समारोह के बाद एक बड़ी रोली को संबोधित करेंगे। शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन असम की राजधानी गुवाहाटी के खानपारा मैदान में आयोजित किया गया है। गौरतलब है कि 126 सदस्यीय असम विधानसभा में बीजेपी ने 60 सीटों पर जीत दर्ज की है। बीजेपी गठबंधन की सहयोगी पार्टी असम गण परिषद और बोडो पीपुल्स फ्रंट ने क्रमश: 14 और 12 सीटों पर जीत हासिल की है।




कौन हैं सर्बानंद सोनोवाल

31 अक्टूबर 1962 को डिब्रूगढ़ जिले के दिंजन में पैदा हुए सर्बानंद सोनोवाल ने गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1992 में की थी। केंद्र सरकार में खेल मंत्रालय संभाल रहे सोनोवाल निजी तौर पर फुटबॉल और बैडमिंटन के खिलाड़ी भी रहे हैं। सोनोवाल को बचपन में फुटबॉल खेलना पसंद था। उनके पास फुटबॉल खरीदने के लिए पैसे नहीं होते थे, तो वे लोकल फ्रुट 'टंगा' से खेलते थे। तीसरी और चौथी क्लास में सर्बानंद स्कूल में सफाई मंत्री चुने गए थे। आम लोगों से जुड़े रहने के लिए सर्बानंद ने अपने घर में एसी नहीं लगाया है। सर्वानंद को हाईस्पीड कार और बाइक का शौकीन बताया जाता है।




2011 में बीजेपी में हुए थे शामिल

सर्बानंद ने डिब्रूगढ़ यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने के बाद अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। सर्बानंद 1992-1999 तक ऑल आसाम स्‍टूडेंट यूनियन के अध्‍यक्ष रहे जिसके बाद उन्‍होंने असम गण परिषद के टिकट पर 2001 में पहली बार विधायक का चुनाव लड़कर जीत हासिल की।तीन साल बाद ही उन्‍होंने लोकसभा चुनाव लड़ा और कांग्रेस के कद्दावर नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री पबन सिंह घाटोवर को हराकर 2004 में लोकसभा पहुंचे। 2011 में एजीपी में आतंरिक खटपट के चलते उन्‍होंने पार्टी छोड़ दी और भाजपा में शामिल हुए। 2014 में फिर से लोकसभा चुनाव जीतकर वो मोदी के मंत्रीमंडल में शामिल हुए।

जयपुर।अगर सरकार उठाती है ऐसा कदम, तो सरेंडर कर देगा DON आंनदपाल!



जयपुर।अगर सरकार उठाती है ऐसा कदम, तो सरेंडर कर देगा DON आंनदपाल!अगर सरकार उठाती है ऐसा कदम, तो सरेंडर कर देगा DON आंनदपाल!


राजस्थान के मोस्ट वांटेड क्रिमिनल और गैंगस्टर आनंदपाल को सरकार अगर सुरक्षा की गारंटी देती है तो वो राजस्थान पुलिस के समक्ष सरेंडर कर सकता है। ये कहना है आंनदपाल और लेडी गैंगस्टर अनुराधा चौधरी के वकील एपी सिंह का। सुप्रीम कोर्ट के वकील एपी सिंह अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ आनंदपाल और अनुराधा चौधरी के मामले में मंगलवार को राज्यपाल से मुलाक़ात करने राजभवन पहुंचे।

मीडिया से बातचीत में एपी सिंह ने कहा कि आनंदपाल को राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। सिंह ने कहा, 'आनंदपाल इतना कुख्यात नहीं है, वो भी मुख्यधारा से जुड़ना चाहता है। वो राजनीति का शिकार हुआ है। सरकार को चाहिए कि उसे सुरक्षा की गारंटी दे, ताकि वो सरेंडर कर सके। '

एपी सिंह ने कहा, 'आनंदपाल दलितों और शोषितों का मसीहा जैसा है। उसके फरार होने की वजह थी उसकी जेल में जान को खतरा। सरकार अगर उसकी सुरक्षा की गारंटी देती है, तो वो सरेंडर कर सकता है।'

उधर, लेडी गैंगस्टर अनुराधा चौधरी के बारे में एपी सिंह ने कहा, 'अनुराधा डिप्रेशन की मरीज़ है, उसे दिल्ली के किसी बड़े अस्पताल में इलाज की सख्त ज़रुरत है, वो भी आनंदपाल की तरह मुख्यधारा में आना चाहती है। अनुराधा आनंदपाल की लीगल एडवाइजर है।'

बाड़मेर.पति ने पत्नी के सिर पर किया कुल्हाड़ी से वार



बाड़मेर.पति ने पत्नी के सिर पर किया कुल्हाड़ी से वार
पति ने पत्नी के सिर पर किया कुल्हाड़ी से वार

मानसिक रूप से बीमार एक व्यक्ति ने कहासुनी होने पर अपनी पत्नी के सिर पर कुल्हाड़ी से वार कर दिया। इससे महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे देर रात जिला अस्पताल लाए, जहां से जोधपुर रेफर कर दिया गया।

जानकारी अनुसार बीजराड़ थानांतर्गत शहीद का तला निवासी नसीबा और उसके पति खेताराम भील में सोमवार शाम को किसी बात पर कहासुनी हो गई। इस दौरान खेताराम ने तैश में आकर नसीबा के सिर पर कुल्हाड़ी से वार कर दिया। इससे उसके सिर पर गंभीर चोट लगी।




परिजन को घटना की जानकारी मिलने पर वे नसीबा को निजी वाहन से सेड़वा अस्पताल ले गए। वहां उसका प्राथमिक उपचार किया गया। इसके बाद उसकी गंभीर हालत को देखते हुए बाड़मेर अस्पताल रेफर कर दिया। परिजन उसे देर रात जिला अस्पताल लेकर आए। चिकित्सकों ने यहां भी सिर पर गंभीर चोट की वजह से आगे जोधपुर रेफर कर दिया।

पैसे नहीं थे, यहीं करा रहे इलाज

नसीबा के साथ आए परिजनों ने बताया कि उसे जोधपुर ले जाने के लिए उनके पास पैसे नहीं है। ऐसे में नसीबा को राजकीय चिकित्सालय में रखा गया। वहीं प्रमुख चिकित्सा अधिकारी से वाहन की व्यवस्था कराने की गुहार की। देर रात 2 बजे तक नसीबा का राजकीय चिकित्सालय में उपचार चल रहा था।

खेताराम एक सप्ताह से बीमार

नसीबा के साथ आए परिजनों ने बताया कि खेताराम की मानसिक हालत पिछले एक सप्ताह से खराब चल रही है। सोमवार शाम को भी छोटी-मोटी बात पर उनसे नसीबा को कुल्हाड़ी मार दी।

सरवाड़।धनसिंह इन एक्शन...पिस्टल निकालकर धमकी, बनाया स्टाफ को मुर्गा



सरवाड़।धनसिंह इन एक्शन...पिस्टल निकालकर धमकी, बनाया स्टाफ को मुर्गा
धनसिंह इन एक्शन...पिस्टल निकालकर धमकी, बनाया स्टाफ को मुर्गा

कुख्यात अपराधी धनसिंह व उसके दो अन्य गुर्गों ने टोल नाके पर कार्यरत टोलकर्मियों को धमकाया और उन्हें मुर्गा बनाकर रखा। यह भी बताया जा रहा है कि टोल नाका प्रभारी को पिस्टल दिखाई और टोल टैक्स वसूलने पर जान से मारने की धमकी दी।

घटना की जानकारी मिलने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रविन्द्र सिंह, पुलिस उप अधीक्षक ओम कुमार राजपुरोहित व थाना प्रभारी प्रभुदयाल मय जाब्ता मौके पर पहुंचे। पुलिस ने धनसिंह के संभावित ठिकानों पर दबिश भी दी, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। टोलकर्मी अंकु र मीणा की रिपोर्ट पर धनसिंह व उसके दो अन्य साथियों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पुलिस में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार धनसिंह अपने दो अन्य साथियों के साथ काले रंग की सफारी गाड़ी से टोल नाके पर आया और मौके पर मौजूद चार-पांच टोलकर्मियों को बारी-बारी से बुलाकर मुर्गा बनाया।

टोलकर्मी अंकुर मीणा को पिस्टल दिखाकर टोल टैक्स नहीं लेने की धमकी दी। इससे टोलकर्मी दहशत में आ गए। घटना के कुछ मिनट बाद ही सराना से गश्त कर लौट रहे सरवाड़ थाना प्रभारी प्रभुदयाल टोल नाके पर पहुंचे तो उन्हें घटना की जानकारी मिली। इस पर उन्होंने तुरंत धनसिंह की गाड़ी का पीछा किया, लेकिन धनसिंह सराना के आगे कच्चे रास्ते पर भाग गया।

घटना की सूचना मिलते ही अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक रविन्द्र सिंह व पुलिस उप अधीक्षक ओम कुमार राजपुरोहित भी टोल नाके पर पहुंच गए और सीसीटीवी कैमरे में घटना के फु टेज देखे। पुलिस ने धनसिंह, जीतू व सफ ारी चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

नाबालिग ने ओवरस्पीड, शराब पीकर गाड़ी चलाई तो परिजन पर केस

नाबालिग ने ओवरस्पीड, शराब पीकर गाड़ी चलाई तो परिजन पर केस
 
जयपुर। अब ओवरलोड, ओवरस्पीड और शराब पीकर गाड़ी चलाने और नाबालिग बच्चों को गाड़ी देने पर परिजन के खिलाफ भी केस हो सकता है। केंद्र सरकार की ओर से सड़क सुरक्षा संबंधी नियम तैयार करने के लिए गठित विभिन्न राज्यों के मंत्रिसमूह ने इस बारे में केंद्र सरकार को सिफारिश भेजी है।

इस मंत्रिसमूह की सिफारिशों पर ही केंद्र की ओर से लाए जा रहे नए सड़क सुरक्षा बिल का मसौदा तैयार होगा। मंत्रिसमूह के अध्यक्ष राजस्थान के परिवहन मंत्री यूनुस खान ने सोमवार को यहां मीडिया से बातचीत में बताया कि भारत में रोजाना करीब 1400 सड़क दुर्घटनाओं में 400 लोग मारे जा रहे हैं और करीब 2000 लोग घायल हो रहे हैं। भारत 2006 से ही सड़क दुर्घटनाओं में पूरे विश्व में प्रथम स्थान पर है।

सड़क दुर्घटनाओं में ज्यादातर मरने वाले 15 से 44 वर्ष के उत्पादक श्रेणी के युवा हैं। संयुक्त राष्ट्र ने वर्तमान दशक को सड़क सुरक्षा दशक घोषित करते हुए सभी देशों को 2020 तक सड़क दुर्घटनाओं में 50 प्रतिशत की कमी का लक्ष्य दिया है। इसी को देखते हुए नए नियम कायदे बनाने और अप्रासंगिक नियमों में बदलाव की जिम्मेदारी विभिन्न राज्यों के परिवहन मंत्रियों के समूह को सौंपी गई है।

मार्च को गठित इस मंत्री समूह की अब तक दो बैठकें दिल्ली और बेंगलुरु में हो चुकी है। इन बैठकों में मंत्रिसमूह के सदस्य एवं अन्य राज्यों की सहमति से की गई सिफारिशों की दो अंतरिम रिपोर्ट केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को सौंपी जा चुकी है। मंत्रिसमूह की तीसरी बैठक हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में 13 जून को प्रस्तावित है। इसके बाद तैयार अंतिम रिपोर्ट के आधार पर इसी वर्ष संसद में मानसून सत्र में सड़क सुरक्षा बिल लाया जा सकता है।





सोमवार, 23 मई 2016

foto पश्चिमी सरहद से चन्दन सिंह भाटी भीषण गर्मी में भी देश सुरक्षा के इरादे अटल ,आर ओ ठीक नहीं कई जगह






पश्चिमी सरहद से चन्दन सिंह भाटी भीषण गर्मी में भी देश सुरक्षा के इरादे अटल ,आर ओ ठीक नहीं कई जगह

पश्चिमी सरहद से चन्दन सिंह भाटी


पश्चिमी राजस्थान में इन दिनों शरीर को सुखा देने वाली गर्मी पड़ रही है। दिन चढ़ने के साथ-साथ तेजी से तापमान बढ़ता जाता है और दोपहर तक 55 डिग्री को छू जाता है। ऐसी भीषण गर्मी में भी सेना के जवान देश की रक्षा के लिए रेगिस्तान में बॉर्डर के किनारे खड़े हैं।कुछ पोस्टो पर आर ओ प्लांट खराब होने के कारण जवानों को पानी की समस्या से रूबरू होना पड़ रहा हैं


रेगिस्तान में गर्मी कहर बरपा रही है। राजस्थान के कई ज़िले जैसे बाड़मेर, जैसलमेर,भयंकर गर्मी की चपेट में है। यहां दिन में तापमान 55 डिग्री तक पहुंच जाता है। ऐसे गर्मी में भी जवान देश की सुरक्षा के लिए पहरा दे रहे हैं। भारत-पाक सीमा पर मुनाबाव ,गडरा ,तामलोर ,अमियनी ,मिठडाऊ ,स्वरूप का तल्ला ,देवा ,केलनोर ,नवा तल ,बाखासर ,बी के डी सहित जैसलमेर तनोट और शाहगढ़ इलाकों में गर्मी से हर रोज़ बीएसएफ के जवान जूझ रहे हैं।दो बोतल पनि के सहारे छ छ घंटे की अपनी ड्यूटी के दौरान गर्मी की परवाह किये बिना सजग रहते ,हैं ,

कई चौकियों पर आर ओ प्लांट खराब पड़े

  सीमा सुरक्षा बल की अधिकांश चौकियों पर मीठे पानी की व्यवस्था के लिए आर ओ प्लांट लगे हैं ,यह प्लांट जवानों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं ,सरहद की कई पोस्टो पर आर ओ प्लांट खराब पड़े हैं ,सौ से डेढ़ सौ मीटर ऊँचे धोरो पर स्थापित सीमा चौकियों पर पानी की अनुपब्लद्ध्ता चिंता का विषय हैं ,कई स्थानों पर आर ओ ठीक कराने वित्तीय स्वीकृति मांग गयी हैं जो नहीं मिलने के कारण जवानों को भीषण गर्मी में पेयजल समस्या का सामना करना पड़ रहा हैं ,इन्हे फ्लोराइड और नाइट्रेट युक्त पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा हैं।


ऐसे करते हैं गर्मी से बचाव
जवान यहां गर्मी से बचने के लिए सिर पर टोपी और कॉटन का कपड़ा बांधकर रखते हैं। ऊंटों पर बैठकर रेगिस्तान में गश्त करते हैं। आंखों पर काला चश्मी लू से बचाता है। पानी की बोतल पर बोरे में लपेट कर रखते हैं, ताकि पानी ठंडा रहे। ड्टूटी पर तैनात होने से पहले ग्लूकोज रूह अफजा और शिकंजी पीकर जाते हैं और साथ भी ले जाते हैं। प्रत्य्रेक जवां पांच लीटर पानी अपने साथ रख रहा हैं ,

नमक युक्त मिटटी से परेशानी जवानों को

जिले की पाकिस्तान और गुजरात के रण कच्छ समुद्र से लगती सीमा स्थित सीमा सुरक्षा बल की अग्रिम पोस्टो पर तैनात जवां आंधियो के इस दौर में गुजरात पाकिस्तान की और से आने वाली नमक युक्त मिटटी से सर्वाधिक परेशां हैं ,दिन भर तेज गर्म हवाओं के साथ नमक युक्त मिटटी जवानों के शहर को पस्त कर देती हैं ,इसके बावजूद सरहद का सैनिक देश सुरक्षा के प्रति निष्ठावान होकर ड्यूटी कर रहे हैं ,


सहायक उप समादेष्टा जितेन्द्र सिंह बिष्ट ने बताया की गर्मी की अधिकता में जवानों की सेहत का पूरा ख्याल रख जा रहा हैं ,जवानों को समय समय पर निम्बू पानी ,ग्लूकोन डी ,रूहअफजा ,और आर ओ का ठंडा पानी उपलब्ध कराया जा रहा हैं व्ही धुप से बचने के उपकरण भी उपलब्ध कराये गए हैं ,

रविवार, 22 मई 2016

जय भीम सेवादल और ग्रुप फॉर पिपुल्स समदड़ी के सदस्यों नेपक्षियो के लिए लगाये परिंडे

कैप्शन जोड़ें


जय भीम सेवादल और ग्रुप फॉर पिपुल्स समदड़ी के सदस्यों नेपक्षियो के लिए लगाये परिंडे



समदड़ी जय भीम सेवादल और ग्रुप फॉर पिपुल्स समदड़ी के सदस्यों ने मिलकर पक्षियो के लिए समदड़ी में जगह-जगह पर परिंडे लगाये।

सत्य नारायण मन्दिर , रेल्वे स्टेशन रोड और समदड़ी ग्राम पंचायत आदि जगहों पर पानी व अनाज दाने के लिए परिंडे लगाये।




संयोजक सनिल दवे, स्टेशन सरपंच रविंद्रसिंह जाट, जगदीश रावल, रमेश गोस्वामी पप्पू सोनी, नवनीत दवे तथा

दिनेश सुखाड़िया के नेतृत्व में जय भीम सेवा दल के सदस्य जुंजाराम जोगसन, प्रवीण जोगसन, नरपत जोगसन, अरविन्द कृष्णावत, महेंद्र सुखाड़िया, सोहन केपी, राजू जोगसन, मुकेश फुलवारिया, अमृत फुलवारिया इत्यादि सामाजिक कार्यकर्ताओ ने परिंडे लगाने में सहयोग दिया।

अब खाएं बाजरे के बिस्किट, स्वाद के साथ पाएं सेहत का तोहफा

अब खाएं बाजरे के बिस्किट, स्वाद के साथ पाएं सेहत का तोहफा


जोधपुर। केन्द्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान (काजरी) ने शुष्क क्षेत्र की प्रमुख फसल बाजरा के आटे के बिस्किट बनाए हैं। ये बिस्कुट एक महीने तक सुरक्षित रह सकते हैं। जिंक और आयरन युक्त होने की वजह से एनिमिया से ग्रसित गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों के लिए काफी सेहतमंद होता है।

अब खाएं बाजरे के बिस्किट, स्वाद के साथ पाएं सेहत का तोहफा





काजरी के प्रधान वैज्ञान डॉ. प्रभात कुमार मालविया ने बताया कि जल्द ही लोगों के लिए बड़े पैमाने पर बिस्कुट का उत्पादन किया जाएगा। मालविया ने बताया कि शहर में अधिकांश लोग गेहूं और चावल का इस्तेमाल करते हैं। बाजरे की फसल को बढ़ावा देने के लिए इस धान के बिस्कुट तैयार किए गए हैं।







चार तरह के बिस्कुट

बिस्कुट की चार किस्म बनाई गई है। पहली किस्म में 100 फीसदी बाजरा है लेकिन यह नमकीन बिस्कुट है। दूसरी किस्म 100 फीसदी बाजरे के साथ मीठे बिस्कुट है। तीसरी किस्म में 50 फीसदी बाजरा और 50 फीसदी मैदा के बिस्कुट हैं। चौथे प्रकार के बिस्कुट में 50-50 फीसदी बाजरा और गेहूं है।







इनका कहना है

आयरन की अधिकता की वजह से बाजरे को आयरन केप्सूल माना जाता है। इसमें सूक्ष्म पोषक तत्वों की पर्याप्त मात्रा होने के साथ यह चावल और गेहूं से अधिक पौष्टिक है।

डॉ. ओपी यादव, निदेशक, काजरी

बांसवाड़ा.गांगड़तलाई.मौताणे को लेकर बवाल, लाठी-भाटा जंग, एसडीएम की जीप में आग लगाई



बांसवाड़ा.गांगड़तलाई.मौताणे को लेकर बवाल, लाठी-भाटा जंग, एसडीएम की जीप में आग लगाई

मौताणे को लेकर बवाल, लाठी-भाटा जंग, एसडीएम की जीप में आग लगाई
कस्बे में शनिवार को कार की चपेट में आने से बाइक सवार की मौत के बाद मौताणे की मांग को लेकर बवाल हो गया। मृतक के परिजन और अन्य ग्रामीण शव लेकर कार मालिक के मकान पर पहुंच गए और तोडफ़ोड़ के साथ वहीं शव जलाने पर अड़ गए। तब पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने के लिए लाठियां भांजी, लेकिन आक्रोशित लोगों ने भागते-भागते बाजार में पथराव कर दिया। अफसरों को भागकर जान बचानी पड़ी।




भीड़ ने एसडीएम की जीप में तोडफ़ोड़ कर उसमें आग लगाने का प्रयास किया। तीन अन्य सरकारी वाहनों पर पथराव किया। दुर्घटना करने वाली कार को ग्रामीणों ने आग लगाकर जला दिया। इस घटनाक्रम से बाजार धड़ाधड़ बंद हो गए। लाठी-भाटा जंग में पुलिस के चार जवानों के चोटें आई।




पुलिस ने बचा लिया, नहीं तो मेरी गाड़ी पूरी जला डालते




प्रत्यक्षदर्शी एसडीएम लहरीकुमार जैन ने बताया कि हादसे के बाद शाम करीब पांच बजे दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया था। इसी बीच मृतक के साथ आए करीब एक हजार ग्रामीणों में से 200-250 युवाओं ने समझौते का विरोध कर चिल्लाना शुरू कर दिया। पुलिस ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने और पथराव शुरू कर दिया।




इस पर पुलिस को सख्ती करनी पड़ी और आक्रोशित ग्रामीणों को खदेडऩा पड़ा। इसके बाद मैं भी सड़क पर पुलिस अधिकारियों के साथ आ गया। कुछ ग्रामीण दूर खड़ी जीप तक पहुंच गए और उसके टायरों की हवा निकाल दी। इसके बाद तोडफ़ोड़ कर उसमें आग लगाने का प्रयास किया। हालांकि पुलिस ने जीप को बचा लिया। इस घटनाक्रम से कस्बे में अफरा-तफरी मच गई




ऐसे हुआ हादसा




जूनी गांगड़तलाई निवासी कांतिलाल(25) पुत्र कमा शनिवार दोपहर करीब 12 बजे मोटरसाइकिल पर कस्बे से किसी काम के लिए जा रहा था। तभी गांगड़तलाई पंचायत भवन के पास कार से भिडं़त हो गई। हादसे कांतिलाल घायल हो गया। उसे स्थानीय सीएचसी में प्राथमिक इलाज के बाद चिकित्सकों ने गुजरात के झालोद रैफर किया, जहां दोपहर में उसकी मौत हो गई।




देर रात शव बांसवाड़ा एमजी अस्पताल लाए




गांगड़तलाई में हादसे के बाद मचे बवाल के बीच देर रात को पुलिस व प्रशासन मृतक कांतिलाल का शव बांसवाड़ा एमजी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां प्रशासन की ओर से देर रात को शव का पोस्टमार्टम कराया गया।




तीन लाख में हुआ था समझौता




मृतक पक्ष के लोगों ने पहले 10 लाख का मौताणा मांगा। लंबी बातचीत के बाद मौताणा 3 लाख में तय हो गया। लेकिन मृतक पक्ष के कुछ लोग इस पर राजी नहीं थे।




घर के बाहर अंत्येष्टि के लिए ले आए लकडि़यां




कुछ लोग 3 टै्रक्टर-ट्रॉली में लकड़ी भर कर लाए और कार मालिक के मकान में ही शव जलाने पर उतारू हो गए। इसका कार मालिक के पक्ष के लोगों ने विरोध किया तो झगड़ा बढ़ गया। आक्रोशित लोग पुलिस व अधिकारियों की समझाइश से भी नहीं माने और मारपीट शुरू हो गई।




पुलिस ने लाठियां भांजकर हंगामा कर रहे लोगों को तितर-बितर किया तो लोगों ने भागते-भागते दुकानों के साथ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों पर पथराव किया। भीड़ ने एसडीएम की जीप के अलावा तहसीलदार, डीएसपी और एमबीसी की गाडिय़ों को भी नुकसान पहुंचाया।




दुकानों में भी नुकसान की सूचना है। इस बीच पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मोर्चरी में पहुंचाया। पुलिस को हालात काबू करनेे में करीब एक घंटे का वक्त लगा।

फोटो बाड़मेर अब मोर आबू के पाडो में नहीं ,सीमा सुरक्षा बल की चौकियों में बोलते हैं




फोटो बाड़मेर अब मोर आबू के पाडो में नहीं ,सीमा सुरक्षा बल की चौकियों में बोलते हैं

सरहद पर सीमा सुरक्षा बल के सरंक्षण में राष्ट्रिय पक्षी का बढ़ता कुनबा

बल की कई अग्रिम पोस्ट के कई केम्पस में सेकड़ो मोरो सरंक्षण

चंदन सिंह भाटी 

बाड़मेर जैव विविधता थार के रेगिस्तान में खतरे में हैं ,इस मरुस्थलीय क्षेत्र में वन्य जीवो की कई प्रजातियां सरंक्षण के आभाव में विलुप्त हो गयी ,थार के ग्रामीण इलाको में कभी बहुतायत पाये जाने वाले राष्ट्रिय पक्षी मोरो की विलुप्ति पर्यावरण प्रेमियों के लिए चिंता का विषय बनी। फिर भी ना सरकारें गम्भीर हुई न ही वन विभाग ,




मोरो की मरुस्थलीय क्षेत्रो में बहुतायत का अंदाज़ इस बात से लगाया जा सकता हे की राजस्थानी लोक गीतों में मोरो पर कई गीत बने ,हैं मोरिया आछो बोल्यो रे धरती ,मोर बोले रे ओ मलजी आबू रे पाडो में ,जैसे कई गीत मोर की सांस्कृतिक महत्वता को दर्शाते हैं ,




पिछले एक दशक में जिले के ग्रामीण इलाको में मोर विलुप्त हो गए ,कभी गाँवो की रौनक थे मोर। घटते पेड़ों ने मोरो को विलुप्ति के कगार पर ले आये ,मगर अब मोर आबू के पाड़ों में नहीं सीमा सुरक्षा बल के कैम्पसों में बोलते ,हैं आपको यकीन नहीं होगा मगर जिले में सरहद पर सीमा सुरक्षा बल मोरो के सरंक्षक बने , सीमावर्ती अग्रिम पोस्टो पर बल के अधिकारियो और जवानों की दिन चर्या मोरो के साथ शुरू होती , मुनाबाव ,तामलोर ,गडरा ,मिठडाऊ ,देवा ,बी के डी ,केलनोर ,स्वरूपें का टला ,हुर्रो का तला ,जैसी सेकड़ो पोस्ट हे जंहा दो सौ से सौ से अधिक मोरो का सरंक्षण होता ,हैं ,बल के जवान और अधिकारी अपने हाथो से मोरो को चुगा खिलते ,हैं हर केम्पस में मोरो के लिए पानी ,दाना और छाया की अलग से व्यवस्था कर रखी हैं ,




मोर इन जवानों और अधिकारियो के परिवार का हिस्सा हो गए ,हैं मोर जवानों की हर गतिविधि का हिस्सा बनते हैं ,बल के कैम्पसों में प्रतिदिन सुबह शाम मंदिर में होने वाली आरती के समय मंदिर परिसर में पहुँच जाते हैं ,अकेले में पंख फैलाकर नाचने वाल मोर इन कैम्पसों में बल के जवानों की उपस्थिति में निडर होकर नृत्य करते हैं ,जवान विशेष आवाज़ से मोरो को बुलाकर एक जगह एकत्रित कर लेते हैं ,




सीमा सुरक्षा बल राष्ट्रिय पक्षी मोरो का हमदर्द और सरंक्षक बन कर उभर हैं ,सीमा सुरक्षा बल के सरंक्षण का ही कमाल हैं की मोरो का कुनबा इन कैम्पसों में लगातार बढ़ रहा हैं ,




सीमा सुरक्षा बल के सेकड़ो परिसरों में हज़ारो मोरो का सरंक्षण परिवार की तरह हो रहा हैं , राज्य सरकार और केंद्र सरकार को राष्ट्रिय पक्षियों के सुरक्षा और सरंक्षण की विधिवत जिम्मेदारी देनी चाहिए




तामलोर स्थित सीमा सुरक्षा बल की अग्रिम पोस्ट के सहायक उप समादेष्टा भूपेंद्र सिंह भाटी ने बताया की केम्पस में करीब तीन सौ से अधिक मोर हैं ,इन मोरो के लिए दाना ,पानी और छाया की अतिरिक्त व्यवस्था कर रखी हैं ,मोरो का सरंक्षण हमारी दिनचर्या में शामिल हैं ,यहाँ मोरो को पूरी सुरक्षा और सरंक्षण मिल रहा हैं इसीलिए इनकी तादाद भी लगातार बढ़ रही हैं




हुर्रो का तल्ला पोस्ट में कार्यरत जवां विमलेश कुमार ने बताया की मुझे आये छ माह ही हुए हैं ,मगर इस केम्पस में चार सौ से अधिक मोर हैं ,दिन उगते हैं ये मोर मेरे क्वार्टर के आगे आ जाते हैं ,इन्हे अपने हाथ से दाना खिलता हूँ ,सभी मोरो के लिए दाने पानी की व्यवस्था की हुई हैं ,परिवार तो मेरा इलाहबाद हैं मगर ये मोर उनकी कमी को कुछ हद तक पूरा करते हे,

बाड़मेर जिला मुख्यालय पर खंडित की गई बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति को सही करवा दिया

बाड़मेर जिला मुख्यालय पर खंडित की गई बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति को सही करवा दिया

बाड़मेर जिला मुख्यालय पर खंडित की गई बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति को सही करवा दिया गया है। इसको लेकर पुलिस थाने में मामला दर्ज करने के साथ दोषियां को तलाशा जा रहा है। दोषियां के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन डा.भीमराव अंबेडकर की मूर्ति खंडित करने के मामले को बेहद गंभीरता से ले रहा है। इसके दोषियां के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्हांने किसी प्रकार की अफवाहां पर पर ध्यान नहीं देने की अपील की है। उन्हांने व्हाटसअप अथवा अन्य किसी सोशियल मीडिया पर भी किसी तरह के भड़काउ एवं आपतिजनक संदेश पोस्ट नहीं करने की अपील की है

नई दिल्ली।भारत में पुराने आईफोन बेचेंगे, लेकिन यह 'डंपिंग' नहीं : कुक



नई दिल्ली।भारत में पुराने आईफोन बेचेंगे, लेकिन यह 'डंपिंग' नहीं : कुक
भारत में पुराने आईफोन बेचेंगे, लेकिन यह 'डंपिंग' नहीं : कुक

एपल भारतीय बाजार में प्री-ओवन्ड (सेकंड हैंड) के नाम पर आईफोन का एक नया बाजार तलाश रही है। वह बाजार जिसमें एपल की ब्रांड वैल्यू तो होगी साथ ही आईफोन कम कीमत पर भी उपलब्ध होगा। कंपनी इस बाजार के आड़े आ रही भारत सरकार को यह समझाने में जुटी है कि प्री-ओवन्ड और रीफर्बिश (नवीनीकृत) आईफोन में अंतर है। प्री-ओवन्ड आईफोन का बेचा जाना डंपिंग नहीं है। एपल के सीईओ टिम कुक ने शनिवार को अपने इस विजन को साफ किया। गौरतलब है कि भारत सरकार एपल की इस योजना को पहले खारिज कर चुकी है।







दरअसल, कंपनी का मकसद किफायती वर्ग वाले भारतीय ग्राहकों से जुडऩा है। भारत दौरे पर आए एपल सीईओ ने एक अंग्रेजी समाचार पत्र को दिए इंटरव्यू में इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा, 'कंपनी सेरटिफाइड सैकंड हैंड आईफोन भारतीय बाजार में उतारना चाहती है लेकिन इसका अर्थ डंपिंग से बिल्कुल नहीं है। प्रोडक्ट की गुणवत्ता खराब नहीं होगी और न ही वे उनका नवीकरण कर बाजार उतारेंगे। इसके लिए कंपनी सरकार के साथ काम कर रही है।' हालांकि उन्होंने माना डंपिंग और नवीकरण संबंधी कुछ गलतफहमियां अभी भी हैं।







पीएम को उपहार में दिया 'नरेन्द्र मोदी' एप

टिम कुक ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। उन्होंने प्रधानमंत्री को 'नरेंद्र मोदी मोबाइल ऐप' का लेटेस्ट वर्जन तोहफे में दिया। इसमें कार्यकर्ताओं के लिए भी नेटवर्क उपलब्ध है। सोशल मीडिया पर लिखे संदेश में पीएम ने कहा, 'मेरा अनुरोध है कि आप 'माइ नेटवर्क' फीचर को एक बार जरूर देखें। यह आपको सामाजिक मंचों पर अपना योगदान देने में सशक्त करेगा। इसके जरिए आइडिया शेयर कर सकते हैं। रोजमर्रा के कार्यों के लिए भी इसका उपयोग कर सकते हैं।' सूत्रों के मुताबिक, टिम ने सेकंड हैंड सेट भारतीय बाजार में उतारने की योजना पर चर्चा की है।







सस्ते आईफोन बना सकते हैं, लेकिन बनाएंगे नहीं

कुक ने साफ किया कि उनका उद्देश्य भारतीय बाजार में सस्ती कीमत पर आईफोन बेचना कतई नहीं है। हम कम कीमत का प्रोडक्ट भी बना सकते हैं, लेकिन हमारा उद्देश्य बेहतर प्रोडक्ट का निर्माण करना है। सस्ती कीमत वाले ब्रांड में शामिल होना नहीं। हम चाहते हैं कि भारत में एपल डिवाइस को चाहने वालों की इच्छा को सेकंड हैंड आईफोन से पूरा किया जाए।




ऐसे समझें टिम की योजना

कुक ने कहा, कुछ गलतफहमियां हैं कि प्रोडक्ट का नवीनीकरण कर बाजार में उतारा जाएगा, ऐसा नहीं है। हम अमरीका, जापान और दुनिया के कुछ दूसरे देशों में ऐसा कर रहे हैं। हम ऑपरेशनल जिम्मेदारी और ट्रेनिंग देश में लाएंगे, जो ज्यादा महत्वपूर्ण है। सीधे तौर पर सिर्फ सैकंड हैंड आईफोन बाजार में उतारे जाएंगे। आईफोन को नया बनाने की कोशिश नहीं की जाएगी। कुछ सामान्य जरूरी बदलाव ही किए जाएंगे।







इसे डंपिंग भी न समझें

कुक ने यह भी समझाने की कोशिश की कि सेंकंड हैंड आईफोन को भारतीय बाजार में उतारना डंपिंग नहीं है। उन्होंने ऑटोमोबाइल बाजार का उदाहरण देते हुए कहा, लेक्सस, बीएमडब्लूयू जैसी कंपनियों की सेरटिफाइड सेकंड हैंड मार्किट है, इसका अर्थ कारों का डंपिंग होना नहीं है। यदि आप एक स्मार्टफोन खरीदते हो तो आप बिल्कुल यही चाहोगे कि इन कार कंपनियों जैसी ही सुविधा मिले। इस मायने में हम ज्यादा बेहतर हैं, ऑटोमोबाइल की तुलना में हमारा वॉरंटी पीरियड अधिक लंबा होगा।

बाड़मेर.कार-ट्रेलर की भिड़ंत, पिता-पुत्र की मौत



बाड़मेर.कार-ट्रेलर की भिड़ंत, पिता-पुत्र की मौत
कार-ट्रेलर की भिड़ंत, पिता-पुत्र की मौत

निकटवर्ती धांधलावास ग्राम में शनिवार को एक कार व ट्रेलर की भिडं़त में एक ही परिवार के 2 सदस्यों की मौके पर ही मौत हो गई तथा 3 गंभीर घायल हो गए। सूचना पर नगर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंच शवों को कब्जे में लिया तथा घायलों को 108 एंबुलेंस से गुड़ामालानी अस्पताल पहुंचाया।

पुलिस के अनुसार गुजरात निवासी एक ही परिवार के 5 जने कार लेकर रामदेवरा दर्शन के लिए गए थे। शनिवार को लौटते वक्त धांधलावास मोड़ पर उनकी कार सामने से आ रहे ट्रेलर से टकरा गई।




हादसे में रामभाई पुत्र केसाजी सुथार निवासी मियाल बनास कांठा (गुजरात) व उनके 12 वर्षीय बेटे की मौत हो गई। रामभाई की पत्नी व दो बेटे गंभीर घायल हो गए। उन्हें 108 एंबुलेंस से गुड़ामालानी लाया गया। गंभीर घायल तीनों को गुजरात रेफर कर दिया। परिजन नहीं पहुंचने के कारण दोनों शवों को गुड़ामालानी अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया।

अनुराग ठाकुर बने BCCI के अध्यक्ष

अनुराग ठाकुर बने BCCI के अध्यक्ष

अनुराग ठाकुर बने BCCI के अध्यक्ष
मुंबई। भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर सर्वसम्मति से बीसीसीआई अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं। ठाकुर ने शनिवार को अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन भरा था। भारतीय जनता पार्टी के सांसद ठाकुर को पूर्वी क्षेत्र की सभी छह पूर्ण सदस्यीय इकाइयों का समर्थन प्राप्त था जिसमें बंगाल, असम, झारखंड, त्रिपुरा और नेशनल क्रिकेट क्लब शामिल हैं।
बीसीसीआई की ओर से जारी बयान में बताया कि अध्यक्ष पद के लिए केवल अनुराग ठाकुर का नामांकन प्राप्त हुआ था। उन्हें 2014-17 के शेष सत्र के लिए विशेष आम बैठक (एसजीएम) में सर्वसम्मति से बोर्ड का अध्यक्ष घोषित किया गया। वे शंशाक मनोहर की जगह लेंगे जिन्होंने आईसीसी के स्वतंत्र चेयरमैन के पद के लिए बीसीसीआई अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।

ठाकुर सर्वसम्मति से बोर्ड अध्यक्ष चुन लिएगए हैं तो सचिव पद का चयन उनके अधीन होगा। सूत्रों की मानें तो महाराष्ट्र क्रिकेट संघ प्रमुख और व्यवसायी अजय शिर्के इस पद के लिए प्रबल दावेदार समझे जा रहे हैं।







हालांकि शिर्के ने साफ किया कि वह बोर्ड के किसी भी पद की कतार में नहीं है। शिर्के ने कहा मैं किसी भी पद के लिए खुद को कतार में नहीं मान रहा हूं और न ही मैंने कोई पद हासिल करने का कोई लक्ष्य तय किया है।

नई दिल्ली।प्लाट आवंटन केस: CBI ने एक्स CM हुड्डा और उनके परिवार पर कसा शिकंजा, 16 ठिकानों पर रेड



नई दिल्ली।प्लाट आवंटन केस: CBI ने एक्स CM हुड्डा और उनके परिवार पर कसा शिकंजा, 16 ठिकानों पर रेड

प्लाट आवंटन केस: CBI ने एक्स CM हुड्डा और उनके परिवार पर कसा शिकंजा, 16 ठिकानों पर रेड हरियाणा के पंचकुला में 14 औद्योगिक प्लॉटों के आवंटन में कथित अनियमितता मामले की जांच के सिलसिले में शनिवार को दिल्ली और चंडीगढ़ सहित 16 ठिकानों पर छापे मारे गए, जबकि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, उनके परिजन एवं पारिवारिक मित्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।




हरियाणा सरकार की सिफारिश और तत्पश्चात केंद्र सरकार की अधिसूचना के उपरांत मामले की जांच का जिम्मा संभाल रहे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने इस मामले में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुडा) के 13 तत्कालीन अधिकारियों और इतने ही लाभान्वितों के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज किया है।




सीबीआई सूत्रों ने बताया कि जिन 13 लाभान्वितों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किये गए हैं, उनमें हुड्डा के दिवगंत भतीजे राजेन्द्र हुड्डा की पत्नी रेणु हुड्डा, तत्कालीन वरिष्ठ अतिरिक्त महाधिवक्ता नरेन्द्र हुड्डा की पत्नी नन्दिता हुड्डा, पूर्व मुख्यमंत्री के निकटतम सहयोगी संजीव भारद्वाज के पुत्र सिद्धार्थ भारद्वाज, कांग्रेस के पूर्व विधायक रमेश गुप्ता के पुत्र अमन गुप्ता शामिल हैं। जांच एजेंसी ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति ले. जनरल (सेवानिवृत्त) डी डी एस एस संधू के पुत्र कंवरप्रीत सिंह संधू तथा श्री हुड्डा के तत्कालीन सचिव राम ङ्क्षसह के पुत्र प्रदीप कुमार एवं तत्कालीन विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) बी. आर. बेरी की पुत्रवधु मोना बेरी को भी मुकदमे में शामिल किया है।




सूत्रों के अनुसार हुडा के जिन 13 तत्कालीन अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है उनमें 2012-13 के दौरान प्राधिकरण के तत्कालीन अध्यक्ष (हुड्डा), तत्कालीन मुख्य प्रशासक डी. पी. एस. नागल और पूर्व नियंत्रक एस सी कंसल और तत्कालीन उपाधीक्षक बी. बी. तनेजा शामिल हैं। इन सभी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और भ्रष्टाचार निरोधक कानून की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच एजेंसी इस सिलसिले में दिल्ली, चंडीगढ़, फरीदाबाद, गुडग़ांव, करनाल, कुरुक्षेत्र और रोहतक सहित 16 ठिकानों पर छापे मार रही है।