पश्चिमी सरहद से चन्दन सिंह भाटी भीषण गर्मी में भी देश सुरक्षा के इरादे अटल ,आर ओ ठीक नहीं कई जगह
पश्चिमी सरहद से चन्दन सिंह भाटी
पश्चिमी राजस्थान में इन दिनों शरीर को सुखा देने वाली गर्मी पड़ रही है। दिन चढ़ने के साथ-साथ तेजी से तापमान बढ़ता जाता है और दोपहर तक 55 डिग्री को छू जाता है। ऐसी भीषण गर्मी में भी सेना के जवान देश की रक्षा के लिए रेगिस्तान में बॉर्डर के किनारे खड़े हैं।कुछ पोस्टो पर आर ओ प्लांट खराब होने के कारण जवानों को पानी की समस्या से रूबरू होना पड़ रहा हैं
रेगिस्तान में गर्मी कहर बरपा रही है। राजस्थान के कई ज़िले जैसे बाड़मेर, जैसलमेर,भयंकर गर्मी की चपेट में है। यहां दिन में तापमान 55 डिग्री तक पहुंच जाता है। ऐसे गर्मी में भी जवान देश की सुरक्षा के लिए पहरा दे रहे हैं। भारत-पाक सीमा पर मुनाबाव ,गडरा ,तामलोर ,अमियनी ,मिठडाऊ ,स्वरूप का तल्ला ,देवा ,केलनोर ,नवा तल ,बाखासर ,बी के डी सहित जैसलमेर तनोट और शाहगढ़ इलाकों में गर्मी से हर रोज़ बीएसएफ के जवान जूझ रहे हैं।दो बोतल पनि के सहारे छ छ घंटे की अपनी ड्यूटी के दौरान गर्मी की परवाह किये बिना सजग रहते ,हैं ,
कई चौकियों पर आर ओ प्लांट खराब पड़े
सीमा सुरक्षा बल की अधिकांश चौकियों पर मीठे पानी की व्यवस्था के लिए आर ओ प्लांट लगे हैं ,यह प्लांट जवानों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं ,सरहद की कई पोस्टो पर आर ओ प्लांट खराब पड़े हैं ,सौ से डेढ़ सौ मीटर ऊँचे धोरो पर स्थापित सीमा चौकियों पर पानी की अनुपब्लद्ध्ता चिंता का विषय हैं ,कई स्थानों पर आर ओ ठीक कराने वित्तीय स्वीकृति मांग गयी हैं जो नहीं मिलने के कारण जवानों को भीषण गर्मी में पेयजल समस्या का सामना करना पड़ रहा हैं ,इन्हे फ्लोराइड और नाइट्रेट युक्त पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा हैं।
ऐसे करते हैं गर्मी से बचाव
जवान यहां गर्मी से बचने के लिए सिर पर टोपी और कॉटन का कपड़ा बांधकर रखते हैं। ऊंटों पर बैठकर रेगिस्तान में गश्त करते हैं। आंखों पर काला चश्मी लू से बचाता है। पानी की बोतल पर बोरे में लपेट कर रखते हैं, ताकि पानी ठंडा रहे। ड्टूटी पर तैनात होने से पहले ग्लूकोज रूह अफजा और शिकंजी पीकर जाते हैं और साथ भी ले जाते हैं। प्रत्य्रेक जवां पांच लीटर पानी अपने साथ रख रहा हैं ,
नमक युक्त मिटटी से परेशानी जवानों को
जिले की पाकिस्तान और गुजरात के रण कच्छ समुद्र से लगती सीमा स्थित सीमा सुरक्षा बल की अग्रिम पोस्टो पर तैनात जवां आंधियो के इस दौर में गुजरात पाकिस्तान की और से आने वाली नमक युक्त मिटटी से सर्वाधिक परेशां हैं ,दिन भर तेज गर्म हवाओं के साथ नमक युक्त मिटटी जवानों के शहर को पस्त कर देती हैं ,इसके बावजूद सरहद का सैनिक देश सुरक्षा के प्रति निष्ठावान होकर ड्यूटी कर रहे हैं ,
सहायक उप समादेष्टा जितेन्द्र सिंह बिष्ट ने बताया की गर्मी की अधिकता में जवानों की सेहत का पूरा ख्याल रख जा रहा हैं ,जवानों को समय समय पर निम्बू पानी ,ग्लूकोन डी ,रूहअफजा ,और आर ओ का ठंडा पानी उपलब्ध कराया जा रहा हैं व्ही धुप से बचने के उपकरण भी उपलब्ध कराये गए हैं ,
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