रविवार, 20 दिसंबर 2015

इस्लामाबाद :OMG ! तीन साल के बच्चे ने किया जमीन पर अवैध कब्जा,F.I.R दर्ज

इस्लामाबाद :OMG ! तीन साल के बच्चे ने किया जमीन पर अवैध कब्जा,F.I.R दर्ज


इस्लामाबाद : पाकिस्तान में आज एक विचित्र मामला सामने आया, जिसमें तीन वर्षीय एक लड़के के खिलाफ जमीन हथियाने और जायदाद हड़पने का मामला दर्ज किया गया है। इस्लामाबाद के शालीमार पुलिस थाने में इस बच्चे के खिलाफ कथित तौर पर सेक्टर एफ-10 में जमीन हथियाने और जायदाद हड़पने का मामला दर्ज किया गया है। खबर के मुताबिक लड़के के परिवार वालों ने उसकी गिरफ्तारी से पहले ही अदालत मेें उसकी जमानत की याचिका दायर कर दी। रिपोर्ट के मुताबिक मामले को सुनने के बाद अदालत ने इस्लामाबाद पुलिस की इस बड़ी भूल पर नाराजगी जाहिर की ।



अदालत ने थाना प्रभारी और मामले की जांच कर रहे अधिकारी को समन जारी कर अदालत के समक्ष पेश होने और अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा है। यह पहला मामला नहीं है जब पाकिस्तान में किसी बच्चे पर अपराधिक मामला दर्ज किया गया हो। पिछले साल लाहौर पुलिस ने भी एक नौ माह के बच्चे पर बलात्कार की कोशिश करने का मामला दर्ज किया था। इस बीच आंतरिक मामलों के मंत्री निसार अली खान ने बिना सही जांच के बच्चे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के मामले में इस्लामाबाद के शालीमार पुलिस थाने के थाना प्रभारी और जांच अधिकारी को निलंबित कर दिया है।



मंत्रालय द्वारा जारी बयान में यह जानकारी दी गई उन्होंने लापरवाही के मामले में पुलिस अधीक्षक के खिलाफ कारण बताआे नोटिस जारी किया है और इस्लामाबाद रेंज के आईजी से पूछा है कि ‘‘ एेसी प्राथमिकी दर्ज क्यूं की गई ’’। खान ने कहा, ‘‘ एक तरफ लोग परेशान हेंै कि उनकी प्राथमिकी दर्ज नहीं की जाती और दूसरी तरफ बिना किसी जांच के पुलिस एेसी प्राथमिकी दर्ज कर रही है।

देहरादून:बड़े सेक्स रेकेट का भंडाफोड़: धन्ना सेठों की रातें रंगीन करने आयीं थीं युवतियां

बड़े सेक्स रेकेट का भंडाफोड़: धन्ना सेठों की रातें रंगीन करने आयीं थीं युवतियां
देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में पुलिस और एसटीएफ ने एक बड़े सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने रैकेट संचालक दंपति के साथ आठ युवतियों और तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। ये सेक्स रैकेट शहर के दो पॉश इलाकों दून विहार और देहरा खास में चल रहा था। पकड़ी गई सभी लड़कियां नए साल के जश्न के मौके पर यहां के धन्ना सेठों की रातें रंगीन करने के लिए नेपाल और बंगाल सहित कई राज्य से मंगवाई गई थीं लेकिन इससे पहले ही ये सब एसटीएफ और पुलिस के हत्थे चढ़ गए।



पुलिस को जानकारी मिली थी कि देहरादून में कई जगह पर नए साल के लिए लड़किया अभी से पहुंचाई जा रही हैं और साथ ही कई कॉलोनी में यह काम धड़ल्ले से चल रहा है। इस बात की जानकारी मिलने के बाद पुलिस और एसटीएफ इस रैकेट का पता लगाने में जुट गई। पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है उनमें 8 लड़कियां अलग-अलग राज्यों से बुलाई गईं थीं जबकि 3 महिलाएं उत्तराखंड की हैं। पुलिस ने 4 युवकों को भी गिरफ्तार किया है जिसमें से तीन युवक लड़कियां पसंद करने आए थे जबकि चौथा रैकेट का संचालक है। इन सभी को नेपाल और बंगाल से सोशल नेटवर्किंग के जरिए ऑनलाइन संपर्क कर बुलाया गया था लेकिन पुलिस की साइबर सेल के ह्यूमन ट्रेकिंग विंग ने इनका धंधा चौपट कर दिया।



नए साल में देहरादून, मसूरी और पहाड़ी इलाकों में दिल्ली चंडीगढ़ सहित कई मेट्रो सिटी के लोग नए साल का जश्न मानाने आते है और यही वजह है कि इस दौरान यहां सुल्फे गांजे से लेकर शराब और लड़कियों की डिमांड बढ़ जाती है इसी को लेकर देहरादून पुलिस अभियान चलाए हुए है। पुलिस को अभी भी उम्मीद है कि ऐसे कई और रैकेट देहरादून और उसके आसपास चल रहे हैं जिन तक पुलिस बहुत जल्द पहुंच जाएगी।

PHOTOS: शर्ट उतारकर स्टेज पर लड़की संग नाचने लगे कांग्रेस विधायक!

PHOTOS: शर्ट उतारकर स्टेज पर लड़की संग नाचने लगे कांग्रेस विधायक!

उत्तराखंड: रुड़की आईआईटी में थोम्सो महोत्सव का आयोजन किया गया था लेकिन कांग्रेस विधायक की हरकत देख वहां मौजूद हर शख्स सन्न रह गया। दरअसल महोत्सव के दौरान हाथ में रिवॉलर लेकर डीजे की धुनों पर उत्तराखंड सरकार के दर्जाधारी मंत्री और खानपुर से कांग्रेस विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन मदमस्त होकर लड़की के साथ नाचने लगे।









इतना ही नहीं डांस के दौरान विधायक ने अपनी कमीज भी उतार ली। विधायक प्रणव की हरकत देख आईआईटी के डायरेक्टर प्रदीप्त बैनर्जी और उनकी पत्नी उठ कर चले गए। इसके थोड़ी देर बाद चैंपियन भी बैठ गए और कुछ देर रुकने के बाद आयोजन स्थल से चले गए। विधायक चैंपियन की हरकत पर छात्रों ने सख्त आपत्ति जताई। कांग्रेस विधायक का वीडियो वायरल हो गया।

#बाड़मेर #स्कूल में टीचर पढ़ाता था किताबों की जगह आसाराम चालीसा, हुआ सस्पेंड

#बाड़मेर #स्कूल में टीचर पढ़ाता था किताबों की जगह आसाराम चालीसा, हुआ सस्पेंड
स्कूल में टीचर पढ़ाता था किताबों की जगह आसाराम चालीसा, हुआ सस्पेंड

#बाड़मेर #राजस्थान जोधपुर जेल में दुष्कर्म के मामले में बंद आसाराम के अभी भी कई समर्थक है और ऐसे ही आसाराम के एक समर्थक शिक्षक हैं, जिनके कारनामें सुन हर कोई सोचने पर मजूबर हो जाएगा.

दरअसल, बाड़मेर जिले के सिणधरी ब्लॉक के राजकीय प्राथमिक विद्यालय धोलाडेर गांव में बच्चों को किताबें पढ़ाने की बजाय शिक्षक ने स्कूल में प्रार्थना सभा में बच्चों से आसाराम चालीसा पढ़ाने की ठान ली और बच्चों को आसारामायण का पाठ पढ़ाता था.

प्रार्थना में सरस्वती की जगह आसाराम की तस्वीर रख बच्चों से जबरन उसकी पूजा करवाई जाती थी. ग्रामीणों की शिकायत के बाद जिला प्रभारी सचिव कुंजीलाल मीणा ने शिक्षक को सस्पेंड कर दिया है.

आसाराम का करता गुणगान

स्कूल में टीचर पढ़ाता था किताबों की जगह आसाराम चालीसा, हुआ सस्पेंड

बच्चों को पढ़ाने वाला मघाराम घाट नाम के शिक्षक ने बोर्ड पर आसाराम का गुणगान करते हुए हरिओम सहित आसाराम के बारे में कई बाते भी लिख रखीं है. इसका कारण यह है की इस विद्यालय में पढ़ाने वाला शिक्षक आसाराम का शिष्य है और उसने सरकारी स्कूल को आसाराम आश्रम बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी.

बच्चों को ज्यादा अंक देने का देता था लालच

बच्चों को शिक्षक मघाराम परीक्षा में ज्यादा अंक देने की बात कह कर उनको आसाराम का पाठ पढ़ने को मजबूर तो करता और साथ में पूरे विद्यालय में आसाराम की तस्वीरें और बच्चों के पास मौजूद कॉपी और किताब पर भी आसाराम के स्टीगर लगवा कर आसाराम का प्रचार करवाता था. कई बार ग्रामीणों और स्कूल के अन्य स्टाप ने शिक्षक को कई बार समझाया भी लेकिन वो नहीं माना और आसाराम का गुणगान जारी रखा. थक हार कर गांव के कुछ ग्रामीणों ने शिक्षक मगाराम घाट के खिलाफ प्रारम्भिक शिक्षा सचिव कुंजीलाल मीणा को शिकायत की तो कुंजीलाल मीणा ने शिक्षक को तत्काल निलम्बित कर दिया

ऑफिस में भी लगाई थी आसाराम की तस्वीरे

स्कूल के प्रधानाध्यापक ने अपने उच्चाधिकारियों को स्कूल में आसाराम का बच्चों को पाठ पढ़ाने की बात से अवगत करवाया था. अब इस स्कूल के प्रधानाध्यापक पोकरराम ने मीडिया के सामने आसाराम के शिष्य व शिक्षक मोटाराम के बारे में बताया कि स्कूल में कई महीनों से बच्चो को पढ़ाने की बजाय शिक्षक मोटाराम आसाराम का पाठ पढ़ाता था. साथ ही ऑफिस में भी आसाराम की तस्वीर लगाई थीं.

कच्छ के रण में मोदी के लिए बने 3 बुलेटप्रूफ टेंट, DGP MEET में आज होगा सम्बोधन

कच्छ के रण में मोदी के लिए बने 3 बुलेटप्रूफ टेंट, DGP MEET में आज  होगा सम्बोधन 


कच्छ (गुजरात)। कच्छ के रण में पाकिस्तान बॉर्डर से महज 100 किमी दूर देशभर के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस की मीटिंग 18 दिसंबर से होगी। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल  । मोदी की सिक्युरिटी के लिए यहां खासतौर पर तीन बुलेटप्रूफ टेंट बनवाए गए हैं।

कब जाएंगे मोदी?

- मोदी यहां 18 दिसंबर को पहुंचें  और 20 दिसंबर तक रहेंगे।

- मोदी के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और गुजरात की सीएम आनंदीबेन पटेल भी कच्छ में रहेंगे।

- एक हफ्ते पहले से ही यहां सुरक्षा बंदोबस्त कड़ा कर दिया गया है।

- चेतक कमांडो और एसपीजी की टीम के अलावा बड़े पुलिस अफसरों की टीम भी तैनात की गई है।

- सात आईपीएस अफसरों की देखरेख में 1000 से ज्यादा पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए हैं।

- रण का कच्छ पाक की सीमा से लगा है। इसलिए पूरी टेंट सिटी हाई प्रोफाइल सिक्युरिटी जोन में बदल दी गई है।



सभी 400 टेंट पुलिस अफसरों के लिए बुक




- ‘कच्छ रणोत्सव’ में टूरिस्टों के लिए 400 टेंट तैयार किए गए हैं, जो फिलहाल डीजीपी और दूसरे पुलिस अफसरों के लिए बुक हैं। अाम लोगों के लिए रणोत्सव 21 दिसंबर से शुरू होगा।

- डीजीपी को एयरफोर्स के हेलिकॉप्टरों में अहमदाबाद से कच्छ तक लाया जाएगा। जबकि उनके फैमिली मेंबर्स कार से पहुंचेंगे।



मोदी का पहला दौरा




- प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी का यह पहला कच्छ दौरा है।

- बता दें मोदी ने ही 2003 में कच्छ में ‘रणोत्सव’ की शुरुआत करवाई थी, जो अब देश-विदेश में फेमस हो चुका है।

- हर साल यहां लाखों की संख्या में विदेशी टूरिस्ट भी पहुंचते हैं।

- पिछले साल करीब पांच लाख टूरिस्ट यहां आए थे।

डीजी कांफ्रेंस के ठीक पहले कच्छ के तटीय इलाके में मिली लावारिस पाक नौका

डीजी कांफ्रेंस के ठीक पहले कच्छ के तटीय इलाके में मिली लावारिस पाक नौका
डीजी कांफ्रेंस के ठीक पहले कच्छ के तटीय इलाके में मिली लावारिस पाक नौका

भुज। पाकिस्तान के सीमावर्ती कच्छ जिले के धोरडो में कल से होने वाले तीन दिवसीय पुलिस महानिदेशक सम्मेलन (डीजी कांफ्रेंस), जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भी भाग लेने का कार्यक्रम हैं, के ठीक पहले निकटवर्ती सिर क्रीक इलाके में एक लावारिस पाकिस्तानी नौका की बरामदगी के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने इस प्रकरण की पड़ताल तेज कर दी है। पुलिस सूत्रों ने आज बताया कि सिर क्रीक के पडाला के निकट कल रात यह नौका सीमा सुरक्षा बल के गश्त के दौरान बरामद की गई। यह मछुआरों की नौका है, जिसमें मछली पकड़ने के उपकरण भी पाए गए। प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि इस इलाके में मछली पकड़ने आए पाकिस्तानी मछुआरे सुरक्षाबलों की आहट से नौका छोड़कर फरार हो गए।

सूत्रों में बताया कि नौका में पांच से छह मछुआरों के बैठने की जगह है। एहतियात के तौर पर आसपास के इलाकों में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। इस इलाके में पूर्व में भी लावारिस पाक नौकाएं मिलती रही हैं। मुंबई हमले के लिए पाकिस्तानी आतंकियों ने भी गुजरात के समुद्री मार्ग का ही इस्तेमाल किया था।

मोदी तथा गृह मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी की संभावना के कारण उक्त सम्मेलन स्थल, जो कि कच्छ के सफेद रेगिस्तान यानी कच्छ के रन के बीच स्थित है, को अभेद किले में तब्दील कर इसके सुरक्षा के बेहद कड़े प्रबंध किये गए हैं। इस इलाके में बुलेट प्रूफ टेंट लगाए गए हैं तथा पूरे क्षेत्र की नाकेबंदी कर दी गई है। इस क्षेत्र के 50 किमी दूरी तक के इलाके को उड़ान वर्जित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है।

सम्मेलन में देश के सभी राज्यों के पुलिस महानिदेशकों के अलावा विभिन्न बलों के शीर्ष अधिकारी भी शिरकत करेंगे। इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत दोभाल तथा केंद्रीय खुफिया ब्यूरो के शीर्ष अधिकारियों के भी भाग लेने का कार्यक्रम है।

यहां की महिलाएं हैं सबसे ज्यादा ताकतवर, गैर मर्दों संग बना सकती हैं संबंध

यहां की महिलाएं हैं सबसे ज्यादा ताकतवर, गैर मर्दों संग बना सकती हैं संबंध
जापान में अपने वजूद को लेकर संघर्षरत महिलाओं को सुप्रीम कोर्ट की भी खिलाफत सहनी पड़ी। कोर्ट के फैसले के बाद महिलाओं को शादी के बाद पति का सरनेम लगाना होगा। इस फैसले ने दुनिया में महिलाओं की स्थिति के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया है। ऐसे में आज हम आपको एक ऐसी जनजाति के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां महिलाओं को सबसे ज्यादा आजादी है। वहीं, एक ऐसा देश भी है जहां महिलाओं पर सबसे ज्यादा अत्याचार होते हैं।

संबंधों की आजादी






कहां: नाइजर, अफ्रीका

अफ्रीका में नाइजर के सहारा मरुस्थल में रहने वाली एक इस्लामिक जनजाति महिलाओं को दुनिया में सबसे ज्यादा अधिकार देती है। इन्हें शादी के बाद भी गैर मर्दों से संबंध रखने की आजादी होती है। महिलाएं बुर्का भी नहीं पहनती और तलाक होने पर सारी संपत्ति खुद ही रख लेती हैं। कई सौ साल पुरानी इन जनजातियों को तुआरेग के नाम से जाना जाता है। एक आम समाज के उलट यहां महिलाएं ही ज्यादातर चीजें तय करती हैं यानी उन्हीं का दबदबा होता है, वहीं पुरुष घरेलू काम करते हैं। लड़कियां आमतौर पर 20 साल से कम उम्र में शादी नहीं करतीं।




प्रताड़ना की सर्वाधिक शिकार

कहां: डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो

पिछले कई दशकों से यहां घरेलू युद्ध की स्थिति है। बीते कुछ सालों में ही करीब 3 लाख से ज्यादा लोग इससे प्रभावित हुए हैं, इनमें सबसे ज्यादा संख्या औरतों की है। युद्ध में शामिल सशस्त्र लड़ाके और दल महिलाओं को सीधा निशाना बनाते हैं। कांगों में हर दिन करीब 1100 बलात्कार होते हैं। यहां की 57 फीसदी गर्भवती महिलाएं खून की कमी से पीड़ित हैं। इस देश में महिलाएं पति की इजाजत के बिना किसी भी कानूनी दस्तावेज पर नियमत: हस्ताक्षर नहीं कर सकती हैं।




यहां सबसे ज्यादा सुरक्षित

कहां: टोक्यो, जापान

विश्व में सुरक्षा को लेकर जब बात की जाती है तो महिलाओं की सुरक्षा के मामले में सबसे पहला नाम आता है जापान के टोक्यो शहर का। यहां महिलाएं खुद को सबसे ज्यादा सुरक्षित महसूस करती हैं। इतना ही नहीं शहर के कई होटलों में महिलाओं को अलग तरह की सुविधाएं मुहैया कराए जाती हैं। जैसे की महिलाओं के रोने के लिए अलग से कमरे तक उपलब्ध कराए जाते

Big News : खौफनाक : पापा ने मम्मी को मारा... फिर रस्सी पर लटका दिया

Big News : खौफनाक : पापा ने मम्मी को मारा... फिर रस्सी पर लटका दिया

सुल्तानपुर (कोटा) पत्नी को पहले बेरहमी से पीटा और फिर छत की बल्ली में रस्सी फंसाकर उस पर लटका दिया। बेरहमी से हत्या करने के बाद पति ने उसे आत्महत्या साबित करने की कोशिश की, लेकिन खौफनाक मंजर के गवाह रहे सात साल के मासूम बच्चे ने अपने पिता की करतूत से पर्दा उठा दिया।

बच्चे ने पुलिस को बताया कि पापा ने पहले मम्मी को मारा फिर रस्सी पर लटका दिया।

सुल्तानपुर के छीपडदा गांव निवासी धनराज की शादी कैथून क्षेत्र के तेजपुरा गांव की पतंब बाई (25) से शादी हुई थी।

दोनों के तीन बच्चे थे, लेकिन बीते कुछ दिनों से पति-पत्नी में अक्सर कर झगड़े होते रहते थे। शुक्रवार की रात दोनों के बीच विवाद ज्यादा बढ़ गया तो पतंग बाई ने करीब नौ बजे अपने पिता राम रतन को फोन करके घर बुलाया।

रात ज्यादा होने के कारण उन्होंने सुबह आने की कह दी, लेकिन रात में करीब डेढ़ बजे धनराज ने उन्हें फोन कर पतंग बाई की बीमारी से मौत होने की सूचना दी। रामरतन को कुछ शक हुआ तो परिजनों और पुलिस को लेकर रात में ही छीपडदा पहुंच गए।

चारपाई पर पड़ी बेटी के जीवित होने की उम्मीद में उसे लेकर सुल्तानपुर अस्पताल पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने पतंबाई को मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस उपाधीक्षक रामस्वरूप मीणा भी अस्पताल पहुंच गए।

चिकित्सकों ने उन्हें गले में रस्सी जैसे निशान होने की जानकारी दी तो उन्होंने साथ में आए परिजनों से पूछताछ शुरू कर दी। रामरतन को पता चला कि उनकी बेटी की बीमारी से नहीं, बल्कि गले में फंदा लगाने से मौत हुई है तो वह भी हक्के-बक्के रह गए।

मासूम ने खोला राज

पतंगबाई की मौत बीमारी से होने की बात कहकर धनराज लगातार पुलिस को गुमराह कर रहा था। पुलिस ने जब उसके सात साल के बेटे को सहमा हुआ देखा तो कुछ शक हुआ। पुलिस कर्मियों ने जब बच्चे से बात की तो वह सिर्फ इतना ही कह सका कि पापा ने मम्मी को मारा और रस्सी पर लटका दिया। मासूम की गवाही ने पतंगबाई की दर्दनाक मौत का राज खोलकर रख दिया। इसके बाद रामरतन ने अपने दामाद के खिलाफ बेटी की हत्या का मामला दर्ज कराया।




नाना को सौंपा मासूम

मां की हत्या के चश्मदीद गवाह सात साल के मासूम को पुलिस ने नाना की सुपुर्दगी में सौंप दिया। पोस्टमार्टम के बाद पतंगबाई का शव भी रामरतन को ही सौंप दिया गया। मायके वालों ने शव को तेजपुरा लाकर अंतिम संस्कार कर दिया। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस धनराज से पूछताछ करने में जुटी है।

शुक्रवार रात डेढ़ बजे छीपड़दा गांव के लोग मृत अवस्था में पतंग बाई को अस्पताल लाए थे। शनिवार सुबह पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया है। रिपोर्ट आने पर ही हत्या का कारण पता चल सकेगा।

डॉ. श्याम मालव, चिकित्साधिकारी, सुल्तानपुर

पतंगबाई के गले पर फंदे के निशान थे और बच्चे ने भी उसे रस्सी पर लटकाने का बयान दिया है। प्रथमदृष्टया यही लगता है कि धनराज ने अपनी पत्नी की हत्या की है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।

कृष्णपाल सिंह, थाना प्रभारी सुल्तानपुर

नई दिल्ली।निर्भया गैंगरेप: दुष्कर्मी की रिहाई पर अभी रोक नहीं, सोमवार को SC करेगा सुनवाई

नई दिल्ली।निर्भया गैंगरेप: दुष्कर्मी की रिहाई पर अभी रोक नहीं, सोमवार को SC करेगा सुनवाई
देश को तीन साल पहले हिलाकर रख देने वाले निर्भया गैंगरेप के नाबालिग दुष्कर्मी की रविवार को निर्धारित रिहाई रुकवाने के लिए दिल्ली महिला आयोग ने शनिवार आधी रात बाद सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। 
आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल रात में विशेष अनुमति याचिका लेकर सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर के आवास पर पहुंची। रात 2:05 बजे तय हुआ कि मामले की सुनवाई सोमवार को तीसरे नंबर पर होगी। वेकेशन बेंच के न्यायाधीश एके गोयल ने कहा कि इस मामले में फौरन सुनवाई की जरूरत महसूस नहीं होती।
रिहाई पर जस्टिस गोयल ने कुछ नहीं कहा। इससे माना जा रहा है कि दोषी रविवार शाम तक रिहा हो जाएगा। इस बीच मालीवाल ने दिल्ली पुलिस से अपील की कि नाबालिग दुष्कर्मी को रिहा न किया जाए। 
हालांकि निर्भया की मां आशा देवी ने सवाल पूछा कि आयोग ने यह कदम पहले क्यों नहीं उठाया। शुक्रवार को दिन में हाईकोर्ट ने रिहाई पर रोक से इनकार किया था तो आयोग ने शनिवार को पूरे दिन क्या किया।  
नौटंकी करार दी 
दोषी के वकील एमएल शर्मा ने कहा, यह नौटंकी है। रात के वक्त गरीब को परेशान करने के लिए दिखावा किया जा रहा है। बच्चे को पहले ही सजा मिल चुकी है।
विरोध कर रहे निर्भया के माता-पिता हिरासत में
सुधार गृह के बाहर रिहाई का विरोध जता रहे निर्भया के माता-पिता को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। हालांकि फिर छोड़ दिया गया। निर्भया के परिजनों के साथ ही 40 छात्रों को भी हिरासत में लिया गया था।
1 दिन पहले 'छुपाया'
इधर, दिल्ली पुलिस ने नाबालिग को सुरक्षा कारणों का हवाला देते  शनिवार को छुपाकर राजधानी से बाहर भेज दिया। पुलिस ने एनजीओ की निगरानी में नाबालिग को किशोर सुधार गृह से निकाल व अज्ञात जगह भेजा। सूत्रों ने बताया, अब 20 साल के हो चुके दुष्कर्मी के जीवन को खतरा है।  
गांव में नहीं जगह
दुष्कर्मी उत्तरप्रदेश के बदायूं का रहने वाला है। इस बीच, गांव वालों ने नाबालिग दुष्कर्मी को गांव में घुसने से रोकने की तैयारी कर ली है। कुछ ग्रामीणों ने कहा कि नाबालिग दोषी को गांव में नहीं घुसने देंगे। सूत्रों की मानें तो पुलिस ने नाबालिग को पैतृक गांव बदायूं के आसपास रखा गया है। 
दिल्ली सरकार की पुनर्वास योजना 
दिल्ली सरकार ने इस किशोर अपराधी के लिए पुनर्वास योजना बनाई है। सरकार ने कहा, युवक को एकमुश्त 10 हजार रुपए और एक सिलाई मशीन दी जाएगी। ताकि कपड़े सिलाई की दुकान खोल सके

यहां त्यागे थे जटायु ने प्राण, 2016 में फिर देंगे दर्शन!

यहां त्यागे थे जटायु ने प्राण, 2016 में फिर देंगे दर्शन!


कोल्लम। रामायण असत्य पर सत्य की महाविजय का ग्रंथ है। यह आवश्यक नहीं कि हर वह प्राणी जो सत्य के पक्ष में खड़ा होता है, उसके जीवन में ही सत्य की विजय हो जाए। कुछ ऐसा ही जटायु के साथ हुआ था।

उसने मां सीता की रक्षा के लिए रावण से युद्ध किया और घायल होने के बाद अपने प्राण त्यागे थे। जटायु के बलिदान को लोग आज भी याद करते हैं और उसका नाम आदर से लिया जाता है।

उसकी स्मृति में बनाया गया जटायु नेचर पार्क शीघ्र ही लोगों के लिए खोला जाएगा। जनवरी 2016 में केरल के कोल्लम जिले के चदयामंगलम गांव में जटायु नेचर पार्क लोगों के लिए खुलेगा जिसमें रामायण के जटायु की कहानी मूर्त रूप लेगी।

माना जाता है कि यही वो स्थान है जहां जटायु ने रावण से युद्ध किया और उन्होंने प्राण त्यागे। इस स्थान पर उनका विशाल स्कल्पचर बनाया जा रहा है। पर्वत पर इसकी लंबाई 200 फीट, चौड़ाई 150 फीट और ऊंचाई 70 फीटा होगी।

इसके निर्माण में सात साल का समय लगा और करीब 100 करोड़ रुपए लागत आई। इसका निर्माण केरल सरकार करवा रही है। कोल्लम से जटायु नेचर पार्क की दूरी करीब 28 किमी है।

उल्लेखनीय है कि जटायु ने ही श्रीराम को बताया था कि रावण ने सीता का हरण कर लिया। इसके पश्चात जटायु ने प्राण त्याग दिए तथा श्रीराम व लक्ष्मण ने उसका अंतिम संस्कार किया।

सड़क पर एक किलोमीटर तक बिखरे व्यक्ति के शव के लौथड़े

सड़क पर एक किलोमीटर तक बिखरे व्यक्ति के शव के लौथड़े


जयपुर। खातीपुरा पुलिया के नीचे सो रहे एक व्यक्ति को देर रात कार चालक ने रौंद दिया। इतना ही नहीं रौंदने के बाद कार चालक ने कार की रफ्तार नहीं रोकी और उसे करीब एक किमी तक घसीटता ले गया।

रविवार को सुबह करीब सात बजे थाना पश्चिम और झोटवाड़ा थाना पुलिस को तारानगर प्रथम में सड़क पर शव पड़ा होने की सूचना मिली, जिसके बाद पुलिसकर्मी मौके पर पहु्ंचे। पुलिस ने शव को अस्पताल में रखवाया है। मृतक की उम्र करीब 40 से 45 साल के बीच है।

जांच अधिकारी हेड कांस्टेबल माधोसिंह ने बताया कि मृतक झोटवाड़ा पुलिया के नीचे सोता है। देर रात किसी वाहन ने उसे कुचल दिया। व्यक्ति का शव वाहन में फंस गया और वह उसे घसीटता हुआ करीब एक किलोमीटर तक ले गया।

एक किलोमीटर घिसटने के बाद शव कार के नीचे से निकल गया। घसीटने से मृतक का शव बुरी तरह से बिखर गया। सड़क पर करीब एक किलोमीटर तक खून ही खून बिखर गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर वाहन चालक की तलाश शुरू कर दी है।

आम्रपाली एक्सप्रेस के 7 डिब्बे पटरी से उतरे

आम्रपाली एक्सप्रेस के 7 डिब्बे पटरी से उतरे

नई दिल्ली। बिहार के कटिहार से अमृतसर (पंजाब) जा रही आम्रपाली एक्सप्रेस की सात बोगियां रविवार की रात करीब एक बजकर 20 मिनट पर पटरी से उतर गई। यह हादसा कटिहार के पसराहा स्टेशन पर हुआ।

जिस जगह हादसा हुआ है वो सिंगल ट्रैक है। इसकी वजह से कटिहार-बरौनी रूट ठप हो गया है। हालाकि हादसे में किसी को चोट नहीं आई हैं। एसी की दो बोगियां और स्लीपर की 5 बोगियां पटर सी उतरी हैं। जिस वक्त यह हादसा हुआ उस वक्त ट्रेन 10-15 किमी की रफ्तार से चल रही थी।

जो बोगियां पटरी से उतरी है उनमें S5, S6, S7, S8, S9 और A1, A2 हैं। जिस वक्त हादसा हुआ उस वक्त ट्रेन 10-15 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही थी।

हादसे के बाद कई महत्वपूर्ण ट्रेनों का मार्ग बदल दिया गया है और आवागमन करीब 3 घंटे बाधित रहा। मौके पर पहुंचे रेलवे क्रेन दस्‍ते ने पटरी से उतरे डिब्‍बों को किनारे कर यातायात को चालू करवाया।

बाड़मेर महिलावास में ट्रॉफी को लेकर 22 को होगा ड्रॉ तैयारिया जोरो पर

बाड़मेर महिलावास में ट्रॉफी को लेकर 22 को होगा ड्रॉ तैयारिया जोरो पर


मोकलसर/सुनील दवे

आगामी शीतकालीन अवकाश में 24 दिसम्बर से शुरू होने वाली क्रिकेट प्रतियोगिता को लेकर तैयारिया जोरो के साथ शुरू हो गयी हे।आयोजन समिति ने बताया की ट्रॉफी को लेकर महिलावास चौराया सहित प्रमुख स्थानों पर होर्डिंग्स एंव बेनर एंव कस्बे के मुख्य स्थानों पर प्रवेश द्वार लगने शुरू हो गए हे।वही कस्तूरबा आवासीय छात्रावास के पास खेल मैदान के चारो तरफ शामियाना लगना शुरू हो गया हे।आयोजन समिति ने बताया की मैदान में दो वीआईपी एंव दो अन्य पवेलियन बनेंगे। क्रिकेट प्रतियोगिता को लेकर 35 टीमो का रजिस्ट्रेसन हो गया हे।जिसका 22 दिसम्बर को पंजीकृत टीमो का ड्रॉ शाम को पांच बजे खेल मैदान में आयोजित होगा।भाग लेने की इच्छुक टीमे आज शाम तक महिलावास चौराया स्थित हरिओम ट्रेवल्स एजेंसी में अपनी टीम का पंजीकरण करवा सकते हे।

विजेता टीम को 51 हजार एंव उपविजेता टीम को 21 हजार का नकद इनाम दिया जाएंगा

बाड़मेर दुष्कर्म के बाद दलित युवती ने टांके में कूद की आत्महत्या



बाड़मेर दुष्कर्म के बाद दलित युवती ने टांके में कूद की आत्महत्या
बायतु

घर के पास बने टाँके में कूद दी जान

परिजनों ने गांव के एक व्यक्ति पर लगाया आरोप

युवती के साथ दुष्कर्म करने का लगा रहे है आरोप

दुष्कर्म के बाद दलित युवती ने टांके में कूद की आत्महत्या

परिजन आरोपी के खिलाफ कर रहे है कार्रवाही की मांग

पुलिस नहीं कर रही है मामला दर्ज

चक सन्तरा गांव की है घटना

शनिवार, 19 दिसंबर 2015

हैदराबाद।अभिनेता रंगनाथ ने फांसी लगाकर की आत्महत्या



हैदराबाद।अभिनेता रंगनाथ ने फांसी लगाकर की आत्महत्या


वरिष्ठ तेलुगु अभिनेता रंगनाथ ने शनिवार शाम हैदराबाद के गांधीनगर स्थित अपने आवास पर कथित रूप से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

मुशीराबाद पुलिस ने बताया कि 66 वर्षीय अभिनेता के आत्महत्या करने की वजह का पता नहीं चला है। उनका असली नाम तिरुमाला सुंदर रंगनाथ था। रंगनाथ ने कम से कम 300 फिल्मों में अभिनय किया था।

रंगनाथ का जन्म 1949 में तत्कालीन मद्रास राज्य में हुआ था। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत रेलवे में एक टिकट कलेक्टर के रूप की। वर्ष 1969 में उन्होंने तेलुगू फिल्म बुधिमंतुडू से अभिनय के क्षेत्र में कदम रखा।

उन्होंने तीन दशक लंबे अपने फिल्मी करियर के दौरान 200 से अधिक फिल्मों में काम किया। रंगनाथ यद्यपि एक बहुत लोकप्रिय चरित्र अभिनेता थे, लेकिन उन्होंने लगभग 50 फिल्मों में मुख्य भूमिकाएं की। उनमें जामिंदारुगारी अमायी, पंथुलाम्मा, इंतिंती रामायणम, और अमेरिका अमायी शामिल हैं।