सोमवार, 8 जून 2015

जोधपुर अवैध हथियार गिरोह का पर्दाफाश, पांच गिरफ्तार



जोधपुर अवैध हथियार गिरोह का पर्दाफाश, पांच गिरफ्तार


शहर की प्रताप नगर थाना पुलिस ने रविवार को बड़ी सफलता हासिल करते हुए अवैध हथियार के गिरोह का पर्दाफाश किया। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से तीन पिस्टल व 6 कारतूस बरामद किए। गिरोह से पूछताछ जारी है। पुलिस को उम्मीद है कि गिरोह से कई खुलासे हो सकते हैं।

पुलिस कमिश्नर अशोक राठौड़ ने बताया कि कमिश्नरेट में अवैध हथियारों की धरपकड़ में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत प्रताप नगर थानाधिकारी अमित सिहाग, उप निरीक्षक सोमकरण सहित पुलिसकर्मियों की विशेष टीम का गठन किया गया। टीम ने रविवार को मुखबिर की इत्तला पर चीरघर मोड़ एक स्कार्पियो गाड़ी को रुकवाया। उसमें से एक पिस्टल व दो कारतूस बरामद किए।

स्कार्पियो सवार सूथला निवासी सुनील पुत्र नरपतराम विश्नोई व चांदणा भाखर निवासी निसार पुत्र नूर मोहम्मद को गिरफ्तार किया। दोनों ने पूछताछ में ये हथियार मुख्य सप्लायर जूड़ करवड़ निवासी अशोक पुत्र महीराम विश्नोई से लाना बताया।

इस पर पुलिस ने अशोक विश्नोई को भी दो कारतूस सहित गिरफ्तार कर लिया। अशोक ने अपने गांव प्रकाश सोनी पुत्र मोहनलाल जुड़ हाल बालसमंद निवासी चैनाराम पुत्र श्री सुगनाराम दर्जी को भी हथियार बेचना कुबूल किया। पुलिस ने प्रकाश व चैनाराम को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से दो पिस्टल व दो कारतूस बरामद किए।

एक साल से कर रहा था धंधा

मुख्य सप्लायर अशोक विश्नोई पिछले एक साल से यह अवैध धंधा कर रहा था। वह पूर्व में भी एनडीपीएस के मामले में जेल जा चुका है। यह हथियार उसने मध्यप्रदेश से खरीदना बताया। वह जोधपुर व इसके आसपास के इलाकों में बेचता था। वहीं सुनील व नासिर के खिलाफ भी पूर्व में लूट व जानलेवा हमले के मामले दर्ज हैं।

हथियारों का नेटवर्क

अवैध हथियार के इस कारोबार का जोधपुर में नेटवर्क चल रहा है। अशोक विश्नोई ने कितने लोगों को हथियार बेचे और कितने में खरीदे, इस बारे में पूछताछ जारी है। पूरे नेटवर्क का पता लगाने के लिए शास्त्री नगर, सूरसागर थाने की टीम बनाई गई है। गिरोह का पर्दाफाश करने वाली टीम को पुरस्कृत किया जाएगा।

श्रीगंगानगर युवती पर केरोसिन उंडेल लगाई आग

श्रीगंगानगर युवती पर केरोसिन उंडेल लगाई आग 

जिले के गांव सागरवाला में रविवार को भूखण्ड विवाद में एक बीस वर्षीय युवती सोनू उर्फ सोनिया पर केरोसिन उंडेल आग लगाने का मामला सामने आया है।
युवती करीब 70 फीसदी झुलस गई। स्थिति गंभीर देखते हुए उसे बीकानेर रेफर किया गया है। पुलिस ने बताया कि सोनू के पड़ोस में एक भूखण्ड खाली था, इस पर सोनू के परिजनों ने चारदीवारी कर वहां लकडि़यां डाल दी।
इस पर गुस्साए दर्शन सिंह और अन्य लोगों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। इसको लेकर दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पथराव भी किया।
युवती ने मजिस्ट्रेट को दिए बयानों में आरोप लगाया कि विवाद के दौरान उस पर केरोसिन उंडेल आग लगा दी।

राजा भी था इस वेश्या का कर्जदार, बुद्ध के उपदेश से बदली जिंदगी

राजा भी था इस वेश्या का कर्जदार, बुद्ध के उपदेश से बदली जिंदगी



दुनिया के इतिहास में प्रायः उन लोगों का वर्णन अधिक मिलता है जो विजेता रहे हैं। हर कहानी के पीछे एक और ऐसी कहानी होती है जिस पर अक्सर रोशनी नहीं डाली गई।
इतिहास के गुमनाम पृष्ठों में उन लोगों की भी कहानियां हैं जो विजेता तो नहीं रहे लेकिन उनकी कुछ खूबियों की बदौलत जमाना उन्हें भूल नहीं सका।
ऐसा ही एक नाम है आम्रपाली। बौद्धकाल में वह वैशाली की प्रसिद्ध नृत्यांगना थी। वह बेहद खूबसूरत थी। कहते हैं कि जो एक बार उसे देख लेता था, उसकी खूबसूरती पर मोहित हो जाता था। कई प्रसिद्ध शासक भी उसके प्रेमी बताए जाते हैं।


आम्रपाली को इतिहास की सबसे सुंदर महिलाओं में शामिल किया जाता है। जीवन की परिस्थितियों के कारण उसे वेश्यावृत्ति को स्वीकार करना पड़ा था।

आम्रपाली के माता-पिता के बारे में इतिहास मौन है। कोई नहीं जानता कि वह किसकी संतान थी। जिन दंपत्ति ने उसका पालन-पोषण किया वह उन्हें आम के पेड़ के नीचे मिली थी। इसलिए उसका नाम आम्रपाली रखा गया।
युवावस्था में अनेक लोग उसे अपनी पत्नी बनाना चाहते थे। इस पर शहर में काफी विवादास्पद स्थिति थी। अगर कोई उसके समक्ष विवाह का प्रस्ताव रखता और दूसरों को इस बारे में मालूम हो जाता तो उस व्यक्ति का जीवन संकट में फंस सकता था।
आम्रपाली के पास इतना धन था कि राजा भी उससे धन उधार लेता था। महाराजा बिंबिसार भी उस पर मोहित थे और माना जाता है कि उन्हें आम्रपाली से एक पुत्र हुआ था।
उस समय महात्मा बुद्ध के उपदेशों की ओर लोगों का काफी रुझान था। बुद्ध क्षमाशील थे। वे जीवन के लिए उपयोगी व्यावहारिक उपदेश देते थे। एक बार जब आम्रपाली ने महात्मा बुद्ध के विचारों से प्रभावित होकर उन्हें नमन किया तो बुद्ध ने भी उन्हें आर्या अंबा कहकर संबोधित किया था।
महात्मा बुद्ध ने आम्रपाली की श्रद्धा, भक्ति और संसार से विरक्ति जानकर उसका आतिथ्य स्वीकार किया था। साथ ही उसके जीवन के कल्याण के लिए उसे संघ में प्रवेश का अधिकार भी दिया।
इस संबंध में लिखा गया है कि एक बार जब महात्मा बुद्ध नगर में आए तो राजपुत्रों ने उनसे भोजन ग्रहण करने की प्रार्थना की लेकिन बुद्ध ने यह प्रार्थना स्वीकार नहीं की। बल्कि उन्होंने आम्रपाली के घर का भोजन ग्रहण किया। बुद्ध के उपदेशों से आम्रपाली ने पापयुक्त जीवन त्याग दिया और उसका भी कल्याण हो गया।

इस मुस्लिम देश में है मां दुर्गा का मंदिर, कुंड से निकलती है अग्नि

इस मुस्लिम देश में है मां दुर्गा का मंदिर, कुंड से निकलती है अग्नि

हिंदू धर्म में अग्नि को बहुत पवित्र माना जाता है। विभिन्न धार्मिक संस्काराें के लिए पवित्र अग्नि प्रज्वलित की जाती है। आपने हिमाचल प्रदेश में स्थित मां ज्वाला देवी के मंदिर के बारे में पढ़ा होगा जहां बहुत प्राचीन काल से ही माता की पवित्र ज्योति स्वतः जल रही है।

मां भगवती का ऐसा ही एक और पवित्र मंदिर है जहां कभी श्रद्धालुओं की भारी तादाद मां को नमन करती थी, लेकिन आज यहां सन्नाटा पसरा है। वास्तव में यह मंदिर भारत में नहीं है। यह हमारी सरदहद से बहुत दूर अजरबैजान में सुराखानी नामक स्थान पर स्थित है।

क्या है मंदिर का नाम

मंदिर को आतिशगाह तथा टेम्पल आॅफ फायर भी कहा जाता है। सर्दियों में यहां काफी ठंड पड़ती है और यह इलाका तेज हवाओं के लिए मशहूर है।

यह मंदिर अग्नि को समर्पित है। इसकी इमारत किसी प्राचीन काल के गढ़ जैसी है। इसकी छत हिंदू मंदिरों जैसी है तथा पास ही मां भगवती का त्रिशूल स्थापित किया गया है। मंदिर के अंदर एक अग्निकुंड है।

इसमें से आग की लपटें निकलती रहती हैं। यहां उस जमाने के कुछ लेख भी दीवारों पर अंकित हैं। इनके लेखन में गुरुमुखी लिपि का इस्तेमाल किया गया है।

मंदिर का इतिहास

माना जाता है कि जब पुराने जमाने में भारत के व्यापारी इस रास्ते से कारोबार के लिए जाते थे तो उन्हाेंने मां ज्वालाजी के प्रति आस्था को अभिव्यक्त करने के लिए इस मंदिर का निर्माण करवाया। जब कोई भारतीय इस रास्ते से गुजरता तो वह मंदिर में आकर मां की शक्ति को नमन जरूर करता।

ऐतिहासिक जानकारी के अनुसार मंदिर के निर्माता का नाम बुद्धदेव है जो कुरुक्षेत्र के निकट मादजा गांव के निवासी थे। मंदिर पर संवत 1783 अंकित है। यहां स्थापित एक और शिलालेख पर मंदिर का द्वार बनाने वालों के नाम - उत्तमचंद और शोभराज लिखे हुए हैं।

इतिहास से जुड़े कुछ प्रमाण बताते हैं कि मंदिर के पुजारी भारतीय होते थे और यहां अनेक लोग मां को नमन करने आते थे। हालांकि इनमें भारतीयों की तादाद ही ज्यादा होती थी लेकिन स्थानीय लोग भी यहां आकर मनौती मांगते थे।




कहते हैं कि 1860 ई. में यहां से पुजारी चले गए थे। तब से फिर कोई पुजारी यहां नहीं आया। कुछ अन्य ऐतिहासिक विवरणों के अनुसार पहले यहां ईरान से भी लोग पूजा करने आते थे और यह कई शताब्दियों पुराना है। यहां तक कि 5वीं शताब्दी में भी इसका जिक्र आता है।

बाद में यह हिंदुओं का एक प्रमुख पूजन स्थल बन गया। मंदिर में मुख्यतः व्यापारी आते थे और वे यहां निर्मित कोठरियों में विश्राम भी करते थे।

कभी थी रौनक, आज पसरा सन्नाटा

अजरबैजान एक मुस्लिम बहुल देश है। कभी यह सोवियत संघ का हिस्सा था। यहां एक म्यूजियम भी बनाया गया है जो बीते दौर की यादाें को सुरक्षित रखता है। इसमें व्यापारियों, धर्मगुरु, कर्मों के फल आदि को बताने वाली आकृतियां बनी हुई हैं।

आज भी कुछ लोग जिज्ञासावश यहां आते हैं और मंदिर से जुड़ी परंपरा और इतिहास को जानने की कोशिश करते हैं। वीरान हो चुका ये मंदिर शायद खामोशी के साथ उस दौर को याद करता है जब यहां दूर-दूर से श्रद्धालु आते थे। तब यहां काफी रौनक होती थी लेकिन आज यहां सन्नाटा पसरा हुआ है।

रविवार, 7 जून 2015

नई दिल्ली एयरटेल ग्राहकों को झटका, इंटरनेट हुआ महंगा

नई दिल्ली एयरटेल ग्राहकों को झटका, इंटरनेट हुआ महंगा

दूरसंचार कंपनी एयरटेल ने अपनी इंटरनेट सेवा को महंगा करने का प्लान बनाया है। इसके चलते एयरटेल नेे प्रीपेड ग्राहकों को मोबाइल इंटरनेट के 2जी और 3जी डेटा पैक की कीमतें बढ़ा दी है।
साथ ही कंपनी ने ऑनलाइन रीचार्ज करने पर शुल्क में रियायत की पेशकश भी अब बंद कर दिया है। अब ऑनलाइन और ऑफलाइन इंटरनेट पैक की कीमत बराबर होगी।
सूत्रों के अनुसार कंपनी ने करीब 10 इंटरनेट पैक की कीमत बढ़ाई है। एयरटेल के एक प्रवक्ता ने कहा कि रियायती पेशकशें खत्म किए जाने के कारण हमारे ऑनलाइन प्रीपेड इंटरनेट पैक में थोड़ा बदलाव हुआ है।
मसलन कंपनी ऑनलाइन रीचार्ज पर 30 दिन की वैधता के साथ 199 रुपए में 2जीबी की 2जी डाटा की सुविधा प्रदान करती थी जिसे अब 28 दिन की वैधता के साथ 1.25 जीबी कर दिया गया है।
वहीं 3जी के मामले में कंपनी अब 28 दिन की वैधता के साथ एक जीबी 3जी डाटा सुविधा 255 रुपए में मुहैया कराएगी। इससे पहले यह 30 दिन की वैधता के साथ 249 रुपए में उपलब्ध था।

जोधपुर बाड़मेर में दिन का तापमान 44.8 व रात का 29.4 डिग्री



जोधपुर  बाड़मेर में दिन का तापमान 44.8 व रात का 29.4 डिग्री
सप्ताह की शुरुआत में बरसाती मौसम से पारा जहां 35 डिग्री सेल्सियस के पास आ गया था, वहीं सप्ताहांत रविवार तक तापमान दस डिग्री तक उछलकर 45 डिग्री के पास पहुंच गया। सूरज दिनभर आग उगलता रहा। गर्मी से राहत के लिए लोगों को दिनभर कूलर-एसी के सहारे रहना पड़ा। मौसम विभाग ने मंगलवार को बादलों की आवाजाही होने से गर्मी से राहत के संकेत दिए हैं।बाड़मेर और जैसलमेर में भी गर्मी ने क्षेत्रवासियों को झकझोर दिया। आसमां से बरसे अंगारों में धोरे जल रहे थे। बाड़मेर में दिन का तापमान 44.8 व रात का 29.4 डिग्री मापा गया वहीं जैसलमेर में यह क्रमश: 44.7 व 28.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया

सूर्यनगरी में रविवार सुबह तापमान 31.8 डिग्री था। भोर के साथ ही सूरज के आंखें तरेरने से लोग गर्मी से हलकान होने लगे। सुबह दस बजे के बाद घर से निकलना मुश्किल हो गया। खुले में काम करने वाले लोग गर्मी के आगे पस्त नजर आए। दोपहर होते होते पारा 44.7 डिग्री पर पहुंच गया। सूर्यास्त के बाद भी गर्मी से राहत नहीं मिल पाई। जिले के ग्रामीण हिस्सों में भी एेसा ही मौसम रहा।

पढ़ाई के तनाव में एक और छात्र ने की खुदकुशी

पढ़ाई के तनाव में एक और छात्र ने की खुदकुशी

कोटा बाहर से आकर कोचिंग करने वाले विद्यार्थी पढ़ाई के तनाव में आए दिन खुदकुशी कर रहे हैं। रविवार को भी जवाहर नगर थाना क्षेत्र में एक छात्र ने फंदे पर लटककर खुदकुशी कर ली।

पुलिस ने बताया कि उत्तरप्रदेश के सहारनपुर निवासी सार्थक यादव (17) पुत्र भूपेन्द्र अपने नाना के यहां तलवंडी स्थित मकान में रह रहा था। वह मेडिकल की तैयारी के लिए एक माह पहले ही यहां आया था। सुबह जब वह कमरे से बाहर नहीं आया तो उसके नाना दिनेश यादव उसे बुलाने गए तो देखा कि वह फंदे पर लटका हुआ है।

उन्होंने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को उतारा और एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। सोमवार को परिजनों के आने पर पोस्टमार्टम कराया जाएगा।

पुलिस ने बताया कि छात्र के कमरे से एक सुसाइडल नोट मिला है। इसमें उसने पढ़ाई के तनाव से खुदकुशी करने की बात लिखी है।

गौरतलब है कि तीन दिन पहले भी महावीर नगर स्थित होस्टल में झारखंड निवासी छात्रा निभा तिवारी ने फंदे पर लटककर खुदकुशी कर ली थी। उसके अगले ही दिन भीमगंजमंडी थाना क्षेत्र स्थित एक होटल में उत्तरप्रदेश के बदायंू निवासी कुलदीप रस्तोगी ने आर्थिक तंगी बताते हुए अपनी पुत्री दीपांशा की गला दबाकर हत्या कर दी और बाद में खुदकुशी कर ली।

सीकर गजब: भगवान शनि देव को बनाया सीकर शहर का कोतवाल...क्योंकि

सीकर गजब: भगवान शनि देव को बनाया सीकर शहर का कोतवाल...क्योंकि

पुलिस प्रशासन से निराश लोग अब भगवान की शरण में हैं। शनिवार को शहर के लोगों ने भगवान शनि देव को ज्ञापन देकर शहर में बढ़ती आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश के लिए प्रार्थना की। सैकड़ों लोग अल सुबह जाटिया बाजार स्थित शनिदेव के मंदिर में पहुंचे और शनिदेव भगवान के नाम का ज्ञापन पुजारी को दिया।
ज्ञापन में शनि देव को शहर कोतवाल की संज्ञा देते हुए बढ़ती चोरी, लूट, नकबजनी, शराब माफिया और अन्य अपराधों पर अंकुश के लिए स्थानीय शासन-प्रशासन में शक्ति व सामथ्र्य की प्रार्थना की। रुघजी चौधरी ने बताया कि सीकर सर्वजन समाज ने ज्ञापन सौंपकर शनिदेव से रक्षा की गुहार लगाई है।

जैसलमेर मंलवार को राजमथाई व सीतोड़ाई तथा 10 जून बुधवार को बाहला में लगेगें लोक अदालत शिविर

8 जून सोमवार को सुल्ताना व भैंसड़ा में 9 जून मंलवार को राजमथाई व सीतोड़ाई
 तथा 10 जून बुधवार को बाहला में लगेगें लोक अदालत शिविर
ग्रामवासी उठाए इन शिविरों का पूरा-पूरा लाभ


      जैसलमेर, 7 जून। राजस्व लोक अदालत ‘‘न्याय आपके द्वार‘‘ कार्यक्रम 2015 अंतर्गत 8 जून सोमवार को जिले केे सुल्ताना व भैंसड़ा ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर शिविर का आयोजन होगा। इसी प्रकार 8 जून सोमवार को सुल्ताना व भैंसड़ा में लगने वाले शिविर में ग्राम पंचायत नेहड़ाई, औला, राजगढ व लूणाकला पंचायतों के प्रकरणों का निस्तारण किया जाएगा।
      जिला कलक्टर विश्वमोहन शर्मा ने बताया कि राजस्व लोक अदालत के संबंध में जारी संशोधित कार्यक्रम के अनुसार मंगलवार 9 जून को राजमथाई तथा सीतोड़ाई ग्राम पंचायत मुख्यालय पर लगने वाले शिविर में बांधेवा, धौलासर तथा सुभाषनगर, कपूरिया तथा रामा पंचायतों के प्रकरणों का भी निस्तारण होगा। इसी प्रकार 10 जून बुधवार को केवल एक ग्रामपंचायत मुख्यालय बाहला में लगने वाले शिविर में ग्राम पंचायत बाहला के ही प्रकरणों का निस्तारण किया जाएगा।
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आगामी मानसून को दृष्टिगत रखते हुए बाढ़ बचाव व सुरक्षा ,
आपदा प्रबंधन को लेकर महत्वूर्ण बैठक 8 जून सोमवार को
      
       जैसलमेर, 7 जून। सहायता विभाग के निर्देशानुसार निकट भविष्य में आगामी मानसून के आगमन को दृष्टिगत रखते हुए बाढ़ बचाव और सुरक्षा के संबंध में आवश्यक तैयारियों एवं कार्ययोजना तैयार करने और आपदा प्रबंधन को लेकर 8 जून, सोमवार को प्रातःकाल 11ः00 बजेः कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलक्टर विश्व मोहन शर्मा की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन रखा गया हैं।
       जिला कलक्टर शर्मा ने इस बैठक में आपदा प्रबन्ध योजना-2015 से संबंधित पदाधिकारीगण को निर्देशित किया हैं कि वे चाहे गए कन्टीजेन्शी प्लान एवं वांछित सूचनाओं सहित आवश्यक रुप से नियत समय पर उपस्थित होवें।

जिला कलक्टर शर्मा ने मनरेगा कार्यों का औचक निरीक्षण किया,



जिला कलक्टर शर्मा ने मनरेगा कार्यों का औचक निरीक्षण किया,

श्रमिकों कों टाॅस्क माप कर कार्य देने के दिए निर्देश,भुगतान की ली जानकारी

अनियमिता बर्दास्त नहीं की जाएगी



जैसलमेर , 7 जून । जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा ने रविवार कों पंचायत समिति सम क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों का भ्रमण कर वहां चल रहे महानरेगा कार्यों का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यों पर कार्यरत श्रमिकों से भुगतान की जानकारी ली वहीं छाया-पानी व्यवस्थों कों भी देखा। भ्रमण के दौरान तहसीलदार पीताम्बर राठी,विकास अधिकारी लादूराम विश्नोई भी साथ में थे।

प्रतिदिन टाॅस्क माप कर दें कार्य

जिला कलक्टर शर्मा ने ग्राम पंचायत खुहडी में हरनीया नाडी खुदाई कार्य का आकस्मिक निरीक्षण किया । यहां स्वीकृत 69 श्रमिकों में से वक्त निरीक्षण मौके पर ली गई हाजरी के समय 56 श्रमिक उपस्थित पायें गए एवं बाकी श्रमिको की मस्टरोल में अनुपस्थिति दर्ज थी । जिला कलक्टर शर्मा नें मेट से कार्य पर 5-5 श्रमिको के समूह बनाकर टाॅस्क के अनुरूप कार्य के बारे में जानकारी ली तो उसने बताया कि समूह में कार्य दिया जा रहा हैं। लेकिन मौके पर सही माप देकर श्रमिकों से कार्य नहीं किया गया पाए जाने पर उसे जिला कलक्टर ने गंभीरता से लिया एवं जेटीए व मेट को निर्देश दिए कि वे प्रतिदिन श्रमिकों को टाॅस्क के अनुरुप कार्य कराए ताकि उन्हें पूरी मजदूरी मिलें।

मेट को अनियमितता बरतने पर उसे हटाया

जिला कलक्टर ने इसी प्रकार घोबा में बख्ताराम की नाडी खुदाई कार्य का भी निरीक्षण किया यहां स्वीकृत 63 श्रमिकों में से 48 श्रमिक मौके पर उपस्थित पाए गए एवं बाकी श्रमिकों की मस्टररोल में अनुपस्थिति दर्ज थी। यहां पर महेशाराम द्वारा श्रमिकों को 5-5 के समूह में नाप देकर कार्य नहीं कराया जाना पाया गया तो जिला कलक्टर ने इसे गंभीरता से लिया एवं मौके पर ही विकास अधिकारी को मेट को इस लापरवाही के लिए तत्काल हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने जेटीए से श्रमिकों को प्रतिदिन किए जाने वाले कार्य का माप भी लिरवाया। उन्होंने विकास अधिकारी को निर्देश दिऐ कि वे सभी जेटीए को पाबंद करदें कि वे मनरेगा के प्रत्येक कार्य पर कार्यरत प्रत्येक मेट को श्रमिकों को दिये जाने वाले टाॅस्क के माप के बारे में पूर्ण रुप से पारंगत कर दें एवं यह हिदायत दें कि मेट प्रतिदिन समूहों को नाप करके कार्य देगें। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस प्रकार की गलती पायी गई तो जहां मेट को तो तत्काल हटवाया जाएगा एवं वहीं संबंधित जेटीए के खिलाफ भी कार्यवाही अमल में लायी जाएगी।

मांग पर श्रमिकों को लगाए रोजगार पर

जिला कलक्टर ने इन दोनों कार्यो पर कार्यरत महिला श्रमिकों से भुगतान के बारे में विस्तार से पूछताछ की तो उन्होंनंे बताया कि उन्हें समय पर भुगतान मिल रहा हैं। उन्होंने रोजगार मिलने के बारे में भी महिलाओं से जानकारी ली एवं उन्हें बताया कि वे फार्म नम्बर 6 भर कर रोजगार सहायक को अवश्य ही उपलब्ध करवा दें ताकि उन्हें मनरेगा कार्यो पर रोजगार उपलब्ध कराया जा सकें। उन्होंने श्रमिकों को कहा कि वे टाॅस्क के अनुरुप उन्हें माप कर दिए गय कार्य को समूह के रुप में प्रतिदिन पूरा करें ताकि उन्हें पूरा भुगतान मिलें। उन्होंने मेट को भी निर्देश दिये कि वे कार्य समाप्ति के पश्चात श्रमिकों द्वारा किए गए कार्य की जानकारी दें एवं यदि काम टाॅस्क के अनुरुप पूरा न हुआ हो तो दूसरे दिवस उसे पूर्ण करवाने की कार्यवाही करें।

जोब कार्ड की जांच की, नक्शा स्थल पर रखें

जिला कलक्टर ने कार्य स्थल पर जोब कार्ड को भी बारीकी से देखा एवं उनमें दर्ज की गयी प्रविष्टियों का भी अवलोकन किया। उन्होंने मेडिकल किट को भी देखा एवं उस किट में उपलब्ध दवाईयों को भी जांचा एवं साथ ही मेट से एएनएम स्वास्थ्य जांच के लिये आ रही हैं या नहीं उसकी जांच ली। उन्होंने मौके पर कार्य के नक्शे की भी जानकारी ली तो नक्शा मौके पर नहीं पाया गया, इस संबंध में उन्होंने जेटीए को निर्देश दिए कि वे नक्शे को मौके पर उपलब्ध करावें।

अनियमितता पर करें कठोर कार्यवाही

जिला कलक्टर ने विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि नरेगा कार्यो में किसी प्रकार की अनियमितता को बर्दाश्त नहीं करें एवं जो भी मेट फर्जी हाजरी भरता हैं तो उसके खिलाफ कार्यवाही करें एवं तत्काल उसे हटा कर ब्लैकलिस्टेड करावें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि भीषण गर्मी को देखते हुए कार्य स्थल पर छाया व पानी की समुचित व्यवस्था हो। उन्होंने श्रमिकों को समय पर भुगतान करने के कडे़ निर्देश दिए। उन्होंने कार्य स्थल पर कार्य से संबंधित बोर्ड भी डिस्पले कराने के निर्देश दिए।

निरीक्षण के दौरान जेटीए कमलेश प्रसाद ,सीताराम ,ग्रामसेवक खुहड़ी दीपाराम भी उपस्थित थे।



जिला कलक्टर शर्मा ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खुहड़ी का आकस्मिक निरीक्षण किया,

देखी स्वास्थ्य व्यवस्थाएं ,सफाई व्यवस्था में सुधार के दिए निर्देश



जैसलमेर , 7 जून। जिला कलक्टर विश्वमोहन शर्मा ने रविवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खुहड़ी का आकस्मिक निरीक्षण किया एवं उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं का बारीकी से जायजा लिया। उन्होंने चिकित्सालय में लेबर रुम ,प्रयोगशाला ,प्रसूति वार्ड कक्ष , सामान्य वार्ड इत्यादि का भी जायजा लिया। उन्होंने लेब तकनिशियन स्वरुपाराम गर्ग से यहां की जाने वाली निःशुल्क जांचों के बारे में जानकारी ली तो उसने बताया कि यहां पर शुगर ,यूरिन ,ब्लड इत्यादि की जांच की जा रही हैं।

जिला कलक्टर ने जीएनएम मंजू यादव से प्रतिदिन चिकित्सालय के ओपीडी के बारे में जानकारी ली साथ ही उन्होंने औषधी भण्डार एवं औषधी वितरण केन्द्र का भी अवलोकन किया एवं वहां उपलब्ध दवाईयों को देखा एवं साथ ही दवाई कब अवधिपार हो रही हैं उस तिथि को भी देखा। उन्होंने निर्देश दिए कि दवा वितरण केन्द्र पर किसी भी सूरत में अवधिपार दवाई को नहीं रखें एवं न ही किसी मरीज को दें, इस बात का विशेष ध्यान रखा जायें। उन्होंने जीएनएम से निःशुल्क दवाईयों के उपलब्धता की जानकारी ली तो उसने बताया कि यहां पर 222 प्रकार की निःशुल्क दवाईयां उपलब्ध हैं एवं मरीजों को समय पर दी जा रही हैं। उन्होंने एएनएम को निर्देश दिए कि वे नरेगा कार्यो पर प्रतिदिन जाकर श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच अवश्य ही करें।

जिला कलक्टर ने चिकित्सालयों के शोचालयों को देखा एवं निर्देश दिए कि इनकी नियमित रुप से सफाई की जाएं। उन्होंने चिकित्सालय के सभी वार्डो की सफाई सुचारु रुप से करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि वार्ड में बैड पर साफ-सुथरी चदरे लगाई जाएं । उन्होंने चिकित्सालय में कराएं जा रहे सुरक्षित प्रसव की भी जानकारी ली। उन्हांेने वैक्सीन कक्ष का भी अवलोकन किया एवं डीफ्रीज में रखे वैक्सीन को भी देखा। उन्होंने बच्चों व गर्भवती महिलाओं के किये जा रहे टीकाकरण की भी जानकारी ली।

जिला कलक्टर को यहां आए मरीजो ने चिकित्सक लगाने का आग्रह किया। इस संबंध में उन्होंने विश्वास दिलाया कि चिकित्सक उपलब्ध होते ही खुहड़ी में प्राथमिकता से व्यवस्था की जाएगी। लैब तकनिशियन ने मीठे पानी का टैंकर टांके में डलवाने का आग्रह किया तो जिला कलक्टर ने तहसीलदार पीताम्बर राठी को निर्देश दिये कि वे कल ही पीने के मीठे पानी का टैंकर डलवा दें।

जिला कलक्टर ने स्वास्थ्यकर्मियों को निर्देश दिये कि वे चिकित्सालय परिसर की चार दीवारी के अंदर टी गार्ड लगाकर वृक्षारोपण करावें। उन्होंने कणैर ,बोगनवेलिया ,नीम आदि के पौधे बरसात के समय लगाने के निर्देश दिए।

31 साल की तेलुगू अभिनेत्री आरती अग्रवाल की हार्टअटैक से मौत

31 साल की तेलुगू अभिनेत्री आरती अग्रवाल की हार्टअटैक से मौत

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तेलुगू अभिनेत्री आरती अग्रवाल का एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 31 साल की थीं। उनकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई।




आरती के प्रबंधक ने बताया, "आरती मोटापे की समस्या से पीड़ित थीं और उन्हें फेफड़े की बीमारी थी। उनका इलाज चल रहा था, लेकिन अचानक दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया।"




आरती ने 2001 में तेलुगू फिल्म 'नुव्वु नाकु नचव' से अभिनय में कदम रखा था और यह फिल्म सुपरहिट रही थी।




उन्होंने 'नुव्वु लेका नेनु लेनु', 'इंद्रा' और 'वसंतम' फिल्मों में काम किया था। 2005 में सह कलाकार तरुण के साथ प्रेम संबंधों में दरार आने के बाद उन्होंने आत्महत्या की कोशिश भी की थी।




आरती ने लगभग 25 फिल्मों में काम किया था। उनकी आखिरी फिल्म 'रनम2' शुक्रवार को सिनेमाघरों में उतरी है।

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foto....तो क्या हकीकत में ऐसे दिखते हैं शाहरुख!








वैसे तो बॉलीवुड स्टार्स अपने किरदार में जान फूंकने के लिए अलग-अलग तरह की हेयरस्टाइल्स अपनाते रहते हैं। चाहे वो बॉलीवुड के किंग शाहरुख खान ही हो। फिर चाहे वो फिल्में हो या फिर विज्ञापन।




इन तस्वीरों को देख आप तो क्या शाहरुख खान भी खुद को नहीं पहचान पाएंगे। दरहसल यह तस्वीरें कई दिनों से वायरल हो रही हैं। तस्वीर लेने वाले ने दावा किया है कि यह शाहरुख की सरजरी के दौरान ब्रीच कैंडी अस्पताल में ली गई थीं।




इन तस्वीरों में शाहरुख कभी घुंघराले बालों में दिखे, तो कभी सफेद बालों में। कभी उन्हें लंबे बालों में देखा, तो कभी छोटे बालों में। पिनइन्ट्रस्ट पर आप उनकी और भी तस्वीरें देख सकते हैं।

नई दिल्ली।मैगी के बाद 'पास्ता-मैक्रोनी' पर ग्रहण, FSSAI करेगी सैंपलों की जांच



नई दिल्ली।मैगी के बाद 'पास्ता-मैक्रोनी' पर ग्रहण, FSSAI करेगी सैंपलों की जांच


इंस्टेंट फूड के सबसे लोकप्रिय प्रोडेक्ट 'मैगी' पर पूरे देश में प्रतिबंध लगाने के बाद सरकार की नजर दूसरे इंस्टेंट नूडल्स, पास्ता और मैक्रोनी पर है। खाद्य सुरक्षा नियामक भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) विभिन्न ब्रांड के इंस्टेंट नूडल्स के नमूनों का परीक्षण करेगा। इसमें ब्रांडेड पास्ता और मैक्रोनी उत्पादों की भी जांच होगी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) के सीईओ युद्धवीर सिंह मलिक ने शनिवार को कहा कि हम अन्य ब्रांडों के नूडल्स के नमूने एकत्रित कर रहे हैं। हालांकि उन्होंने किसी भी ब्रांड का नाम नहीं लिया है।

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बिना मंजूरी प्रोडेक्ट बेच रही कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई

मलिक ने बताया है कि प्राधिकरण सोमवार को उन कंपनियों के नाम की घोषणा करेगी, जिन्होंने नूडल्स, पास्ता और मैक्रोनी के कारोबार के लिए एफएसएसएआई से मंजूरी ली है। साथ ही उनके नमूनों को जांच के लिए भी भेजेगी। मलिक ने कहा कि बिना प्राधिकरण की मंजूरी के बेचे जा रहे प्रोडेक्ट की निर्माता कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

पापुलर इंस्टेंट नूडल्स

आइटीसी का सनफीस्ट येप्पी, हिदुस्तान यूनिलीवर का नोर, निसिन फूड्स का टॉप रामेन और नेपाल के चौधरी ग्रुप का वाइ-वाइ नूडल्स के लोकप्रिय ब्रांड हैं।

ब्रांड एबेसडरों पर कार्रवाई का विचार नहीं

प्राधिकरण के सीईओ मलिक ने कहा कि ब्रांड एंबेसडरों के खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाई पर विचार नहीं किया जा रहा है। ब्रांड एंबेसडरों को संभवतः निर्माण सामग्री की जानकारी नहीं होती है लेकिन उन्हें प्रचार करने वाले उत्पाद के प्रित संवेदनशील होना चाहिए।

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नेस्ले के ग्लोबल सीईओ की सफाई

गौरतलब है कि मैगी को लेकर उपजे विवाद पर नेस्ले के ग्लोबल सीईओ पॉल बुल्के ने सफाई पेश करते हुए कहा था कि ग्राहकों का भरोसा हिला है। उन्होंने मैगी को पूरी तरह से सुरक्षित बताया था। मैगी ने देश भर से अपना स्टॉक बीते गुरुवार को वापस लेने का निर्णय किया था।

बिना बात किए निकली कलक्टर, गश खाकर गिरी महिला

बिना बात किए निकली कलक्टर, गश खाकर गिरी महिला


बीकानेर पिछले छह दिन से कलक्ट्रेट पर धरना दे रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने शनिवार को कलक्टर पूनम से बातचीत का प्रयास किया, लेकिन कलक्टर ऑफिस से निकल कर अपने घर चली गई।

कलक्टर की कार निकलने के बाद एक-दो कार्यकर्ता गश खाकर गिर पड़ी।

उन्हें 108 एम्बुलेंस में अस्पताल ले जाया गया। दरअसल, अखिल राजस्थान महिला एवं बाल विकास संयुक्त कर्मचारी संघ के तत्वावधान में कोलायत क्षेत्र की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कलक्ट्रेट में धरने पर बैठी है।

jउनकी मांग है कि कोलायत क्षेत्र के आंगनवाड़ी केन्द्र राज्य सरकार संचालित करे। शनिवार दोपहर जब जिला कलक्टर ऑफिस से निकलकर कार के पास पहुंची तो आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने उन्हें घेर लिया।

कलक्टर ने कार्यकर्ताओं से कोई बातचीत नहीं की, बल्कि वह अपनी कार में बैठकर रवाना हो गई।

महिला कार्यकर्ताओं का आरोप है कि वे कलक्टर से बातचीत करने गई, लेकिन उन्होंने नारी शक्ति की बात अनसुनी कर दी। कार्यकर्ताओं ने इसे नारी शक्ति का अपमान बताया है।

नारी शक्ति की मांग जायज

छह दिन से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता धरने पर बैठी है। गर्मी का मौसम है। दूर दराज से आई हुई महिलाओं की कोई सुनवाई नहीं हो रही। इनकी मांग है कि आंगनवाड़ी का संचालन राज्य सरकार करे। मैंनें धरना स्थल पर जाकर बात की थी। फिर संबंधित विभाग की मंत्री को भी अवगत कराया है। इनकी मांग जायज है।

भंवरसिंह भाटी, विधायक, कोलायत

मिलना चाहती थीं तो बताना चाहिए

आज अवकाश था। ऑफिस तो किसी काम से आई थी और वापस निकल रही थी। मेरे से किसी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने न तो मिलने के लिए कहा और न ही किसी ने बात की। मुझे तो बाद में बताया गया कि एक-दो कार्यकर्ता गश खाकर गिर गई। यदि वे मिलना चाहती थीं तो मुझे बता देना चाहिए था।

पूनम, कलक्टर, बीकानेर

माणक चौक थाने के संस्पेड कांस्टेबल ने लगाई फांसी

  माणक चौक थाने के संस्पेड कांस्टेबल ने लगाई फांसी


जयपुर आमेर थाना इलाके में एक कांस्टेबल ने अपने कमरें से डिश एन्टिना के तार से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।
पुलिस के अनुसार सांवला जी का मंदिर आमेर निवासी भानूप्रताप सिंह 35 ने अपने कमरें में डिश की केबल से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी सुबह देर तक नहीं उठने पर जब उसके परिजन कमरें में पहुंचे तब लगी। इस पर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंच कर पुलिस ने शव को उतार कर अस्पताल में रखवाया।
थानाधिकारी धमेंद्र कुमार ने बताया कि भानू प्रतापसिंह माणक चौक थाने में तैनात था और वह कुछ समय से सस्पेंड चल रहा था। वह नशे का आदि था। आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है।