रविवार, 7 जून 2015

नई दिल्ली।मैगी के बाद 'पास्ता-मैक्रोनी' पर ग्रहण, FSSAI करेगी सैंपलों की जांच



नई दिल्ली।मैगी के बाद 'पास्ता-मैक्रोनी' पर ग्रहण, FSSAI करेगी सैंपलों की जांच


इंस्टेंट फूड के सबसे लोकप्रिय प्रोडेक्ट 'मैगी' पर पूरे देश में प्रतिबंध लगाने के बाद सरकार की नजर दूसरे इंस्टेंट नूडल्स, पास्ता और मैक्रोनी पर है। खाद्य सुरक्षा नियामक भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) विभिन्न ब्रांड के इंस्टेंट नूडल्स के नमूनों का परीक्षण करेगा। इसमें ब्रांडेड पास्ता और मैक्रोनी उत्पादों की भी जांच होगी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) के सीईओ युद्धवीर सिंह मलिक ने शनिवार को कहा कि हम अन्य ब्रांडों के नूडल्स के नमूने एकत्रित कर रहे हैं। हालांकि उन्होंने किसी भी ब्रांड का नाम नहीं लिया है।

READ: नेस्ले के ग्लोबल CEO की सफाई: 100% सेफ है मैगी, नहीं डालते हैं MSG

बिना मंजूरी प्रोडेक्ट बेच रही कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई

मलिक ने बताया है कि प्राधिकरण सोमवार को उन कंपनियों के नाम की घोषणा करेगी, जिन्होंने नूडल्स, पास्ता और मैक्रोनी के कारोबार के लिए एफएसएसएआई से मंजूरी ली है। साथ ही उनके नमूनों को जांच के लिए भी भेजेगी। मलिक ने कहा कि बिना प्राधिकरण की मंजूरी के बेचे जा रहे प्रोडेक्ट की निर्माता कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

पापुलर इंस्टेंट नूडल्स

आइटीसी का सनफीस्ट येप्पी, हिदुस्तान यूनिलीवर का नोर, निसिन फूड्स का टॉप रामेन और नेपाल के चौधरी ग्रुप का वाइ-वाइ नूडल्स के लोकप्रिय ब्रांड हैं।

ब्रांड एबेसडरों पर कार्रवाई का विचार नहीं

प्राधिकरण के सीईओ मलिक ने कहा कि ब्रांड एंबेसडरों के खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाई पर विचार नहीं किया जा रहा है। ब्रांड एंबेसडरों को संभवतः निर्माण सामग्री की जानकारी नहीं होती है लेकिन उन्हें प्रचार करने वाले उत्पाद के प्रित संवेदनशील होना चाहिए।

READ: मैगी के ये 9 वेरिएंट्स सेहत के लिए खतरनाक

नेस्ले के ग्लोबल सीईओ की सफाई

गौरतलब है कि मैगी को लेकर उपजे विवाद पर नेस्ले के ग्लोबल सीईओ पॉल बुल्के ने सफाई पेश करते हुए कहा था कि ग्राहकों का भरोसा हिला है। उन्होंने मैगी को पूरी तरह से सुरक्षित बताया था। मैगी ने देश भर से अपना स्टॉक बीते गुरुवार को वापस लेने का निर्णय किया था।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें