सोमवार, 9 मार्च 2015

आयोग व अधिकरण की स्थाई पीठ जोधपुर में क्यों नहीं- हाईकोर्ट



राजस्थान उच्च न्यायालय ने उपभोक्ता संरक्षण राज्य आयोग व राजस्थान सिविल सेवा अपील अधिकरण की स्थाई पीठ जोधपुर में नहीं होने के कारण राज्य सरकार, खाद्य-आपूर्ति सचिव व आयोग रजिस्ट्रार को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।



यह आदेश वरिष्ठ न्यायाधीश गोपालकृष्ण व्यास व एएस ग्रेवाल की खण्डपीठ ने आयोग व अधिकरण की स्थाई पीठ की मांग पर दायर जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए दिए।




याचिकाकर्ता राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन अध्यक्ष रणजीत जोशी की ओर से अधिवक्ता अनिल भण्डारी व सुनिल भण्डारी ने बताया कि उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 इस उद्देश्य से बनाया गया कि उपभोक्ताओं को तत्काल राहत प्रदान की जा सके। जबकि पीडि़तों को न्याय के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है।




आयोग के अध्यक्ष का पद गत अगस्त माह से तथा न्यायिक सदस्य का भी एक पद रिक्त है।




1250 प्रकरण लंबित

न्यायालय को बताया गया कि राज्य सरकार ने 1 जून 2005 को आदेश जारी कर जोधपुर में राज्य आयोग की चलपीठ गठित की, जिसमें निर्देश दिया गया था कि चलपीठ जोधपुर के अलावा बाड़मेर, जैसलमेर, पाली, सिरोही व जालोर जिलों से संबंधित प्रकरणों की प्रत्येक माह के दूसरे सप्ताह में 5 दिन सुनवाई करेगी। जबकि चलपीठ ने जोधपुर में कभी भी 3 दिन से अधिक सुनवाई नहीं की।




अधिनियम की धारा 13 के तहत प्रकरण का निस्तारण 3 से 5 माह में हो जाना चाहिए। हालत यह है कि वर्ष 2007 से फरवरी 2015 तक जोधपुर में 1250 प्रकरण लंबित हैं।




अधिवक्ताओं ने कहा कि राजस्थान सिविल सेवा अधिकरण की चलपीठ जोधपुर में अनियमित होने से हजारों प्रकरण कई वर्षों से लंबित पड़े हैं।




इस पर खण्डपीठ ने राज्य सरकार को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जवाब मांगा कि जोधपुर में आयोग व अधिकरण की स्थाई पीठ क्यों नहीं घोषित की जाए।

मदरसे में तंत्र क्रिया, दो बच्चियों को जलाया

यूपी के सहारनपुर से सामने आया है एक दिल दहला देने वाला मामला। दो बच्चियों संदिग्ध अवस्था में जल गईं। माना जा रहा है कि तांत्रिक क्रिया के दौरान ऐसा हुआ। तालीम लेने गई दो मासूम बच्चियां संदिग्ध हालात में जल गई। एक की हालत गंभीर होने के कारण उसको हायर सेंटर रेफर किया गया है।
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 बच्ची के परिजनों ने तांत्रिक क्रिया में जान से मारने के प्रयास के आरोप में कारी को नामजद किया है। आरोपी कारी लोगों को गच्चा देकर फरार हो गया। नानौता के मोहल्ला छत्ता एक कारी से मोहल्ले के करीब 15-20 बच्चे तालीम लेते है। इनमें तीन लड़कियां भी हैं। तालीम इमाम देते हैं, लेकिन दो दिन से उनके छुट्टी पर होने के चलते कारी मुर्सलीन हालिया निवासी मोहल्ला गुलाम औलिया गंगोह तालीम दे रहा था। पुलिस में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार शनिवार शाम करीब 7:30 बजे कारी ने सभी बच्चों को वापस घर भेज दिया। केवल दो बच्चियां शिफां (10) पुत्री शमशाद और शिदरा (8) पुत्री बाबर खान रह गई। शिदरा ने सीओ को बताया कि कारी ने दोनों को रोका था। बाद में शिफां से कहा कि वह उसे जान से मार देगा। इसके बाद कारी ने एक बोतल से कुछ पीते हुए काली पन्नी से दूसरी बोतल निकाली। बोतल में भरा द्रव शिफां के ऊपर उढेलकर माचिस की तिल्ली से आग लगा दी। शिफां के साथ आग की चपेट में आई शिदरा ने चीखने की कोशिश की तो कारी ने उसका मुंह दबा दिया। कारी ने शिफा के ऊपर रजाई डाल दी। शिदरा के हाथ झुलस गए। इसी बीच वह वहां से भागने में सफल हो गई। उसने घर जाकर परिजनों को सारी बात बताई। मौके पर पहुंचे लोगों ने शिफां को झुलसी हालत में बाहर निकाला। भीड ने कारी मुर्सलीन की धुनाई कर डाली। इसी दौरान अंधेरे का फायदा उठाकर कारी फरार हो गया। झुलसी बच्ची को देहरादून के महंत इंद्रेश हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत नाजुक बताई गई है। जमशेद ने तहरीर देकर कारी मुर्सलीन को नामजद किया है। तहरीर के अनुसार जमशेद ने बताया कि उसकी भतीजी मस्जिद में पढ़ने जाती है। वहां रहने वाला कारी मुर्सलीन तांत्रिक क्रिया करता है। कारी ने उसकी भतीजी पर तांत्रिक क्रिया कर जान से मारने की नीयत से आग लगा दी। सीओ विनोद त्यागी का कहना है कि मामला संदिग्ध है। पुलिस ने मौके से जले हुए कुछ कपड़े व अन्य छोटा-छोटा सामान बरामद किया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच व आरोपी के गिरफ्त में आने के बाद ही कुछ स्पष्ट हो सकेगा। - 

अलगाववादी नेता मसरत आलम की रिहाई पर नरेंद्र मोदी ने दिखाए सख्त तेवर -



जम्मू कश्मीर के अलगाववादी नेता मसरत आलम की रिहाई के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि इस तरह की गतिविधि भारत सरकार को जानकारी दिए बिना हो रही हैं और देश की एकता अखंडता के लिए जो भी जरूरी होगा उनकी सरकार करेगी। मुफ्ती मोहम्मद सईद के नेतृत्व वाली राज्य की पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार के मसरत की रिहाई के फैसले पर लोकसभा में आज विपक्ष द्वारा प्रकट किए गए भारी आक्रोश पर प्रधानमंत्री ने सदन में कहा, सरकार बनने के बाद वहां जो कुछ भी गतिविधियां हो रही हैं, वे न तो भारत सरकार से मशविरा करके हो रही हैं और न भारत सरकार को जानकारी देकर हो रही हैं।

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मोदी ने कहा, सदन में और देश में जो आक्रोश है, उस आक्रोश में मैं भी अपना स्वर मिलाता हूं। यह देश अलगाववाद के मुद्दे पर दलबंदी के आधार पर न पहले कभी सोचता था, न अब सोचता है और न आगे कभी सोचेगा। प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे पर कहा, समय आने पर अवश्य राजनीतिक टिप्पणियां करें, बीजेपी वहां सरकार में हिस्सेदार है, आप उसकी भरपूर आलोचना करें, होनी भी चाहिए लेकिन ऐसा करते समय देश की एकता के संबंध में यह संदेश नहीं जाना चाहिए कि हमारे भिन्न स्वर हैं। ऐसा संदेश न देश में, न दुनिया में और न कश्मीर में जाना चाहिए।




इस मुद्दे पर विपक्ष द्वारा हंगामा किए जाने पर उन्होंने कहा, यह पूछा जा रहा है कि मोदी जी चुप क्यों हैं, ऐसा कोई कारण नहीं है कि हमें इस मुद्दे पर चुप रहना पड़े, हम वो लोग हैं जिन्होंने इन आदर्शों के लिए श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिया है, इसलिए कृपया करके हमें देशभक्ति न सिखाएं।




मसरत की रिहाई के मसले पर राष्ट्रीय हितों से समझौता करने के विपक्ष के आरोपों के जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, सरकार ऐसी किसी भी हरकत को स्वीकार नहीं करती है। देश की एकता अखंडता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। संविधान की मर्यादा में कदम उठाए जाते रहे हैं और आगे भी उठाए जाते रहेंगे। इस मसले पर जम्मू कश्मीर सरकार से स्पष्टीकरण मांगे जाने की बात कहते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कुछ बातों का स्पष्टीकरण मांगा है। गृह मंत्री ने भी इसकी जानकारी दी है। स्पष्टीकरण आने के बाद जरूरी हुआ तो उनके बारे में भी सदन को जानकारी दी जाएगी।




विपक्षी सदस्यों की टोकाटोकी के बीच मोदी ने कहा, यह आक्रोश किसी दल का नहीं देश का है। यह आक्रोश इस बैंच या उस बैंच का नहीं बल्कि पूरे सदन का है। उन्होंने सदन को आश्वस्त किया कि अलगाववादी ताकतों, उनका समर्थन करने वालों और कानून का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ और देश की एकता अखंडता के लिए जो भी आवश्यक कदम होंगे, सरकार उठाएगी।




इससे पूर्व गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मामले में राज्य सरकार के गृह विभाग से मिली रिपोर्ट को सदन के साथ साक्षा करते हुए कहा कि सरकार जन सुरक्षा पर किसी सूरत में समझौता नहीं करेगी। सिंह ने कहा, केंद्र सरकार ने इस पूरे मामले को गंभीरतापूर्वक लिया है। राज्य सरकार से पूरा स्पष्टीकरण मांगा गया है। स्पष्टीकरण मिलने के बाद यदि जरूरत हुई तो कठोर से कठोर परामर्श जारी किया जाएगा।




इससे पहले आज सदन की कार्यवाही शुरू होने पर विपक्ष ने इस मुद्दे पर भारी हंगामा किया और प्रधानमंत्री से स्पष्टीकरण की मांग की। हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही करीब 15 मिनट के लिए स्थगित भी हुई।




गृह मंत्री ने राज्य सरकार से मिली जानकारी के आधार पर बताया कि मसरत ने 2010 में घाटी में हुए उग्र प्रदर्शनों में मुख्य भूमिका निभाई थी। 1995 से लेकर अब तक उस पर 27 मामले दर्ज किए गए जिनमें देशद्रोह, हत्या का प्रयास और साजिश रचने के मामले हैं। उन्होंने बताया कि उसे अदालत से 27 मामलों में जमानत मिल चुकी है। उसे फरवरी 2010 से अब तक आठ बार हिरासत में लिया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के गृह विभाग से मिली रिपोर्ट से केंद्र अभी पूरी तरह संतुष्ट नहीं है तथा इस संबंध में और स्पष्टीकरण मांगे गए हैं।




गृह मंत्री और प्रधानमंत्री के बयानों से असंतोष जाहिर करते हुए कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और वामपंथी सदस्य सदन से वाकआउट कर गए। इससे पूर्व आज सदन की कार्यवाही शुरू होते ही जम्मू कश्मीर की पीडीपी म् भाजपा गठबंधन सरकार द्वारा अलगावादी नेता मसरत आलम की रिहाई के मुद्दे पर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, राकांपा, राजद, जदयू और वामदलों के सदस्यों ने प्रधानमंत्री के बयान की मांग करते हुए भारी हंगामा किया जिसके कारण लोकसभा की बैठक करीब सवा 11 बजे 15 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।




आसन के समक्ष सदस्यों की नारेबाजी के बीच संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा, यह बेहद गंभीर मामला है। और पूरे देश से संबद्ध है। यह किसी एक पार्टी से जुड़ा मामला नहीं है। इस मुद्दे पर कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे, दीपेन्द्र सिंह हुड्डा और तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय ने कार्य स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया था। खड़गे ने कहा कि एक राष्ट्रविरोधी आतंकवादी को जेल से रिहा करना बेहद गंभीर मामला है। देश यह जानना चाहता है कि क्या मसरत की रिहाई पर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के बीच कोई अंदरूनी चर्चा हुई है।



पाकिस्तान ने परमाणु क्षमता संपन्न बैलेस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया

इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने सोमवार को परमाणु एवं दूसरे पारंपरिक हथियार ले जाने में सक्षम बैलेस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया जो 2,750 किलोमीटर की दूरी तक निशाना साधने में सक्षम है। इस तरह भारत के अधिकांश शहर इसकी मार के दायरे में आते हैं।

पाकिस्तानी सेना ने कहा कि जमीन से जमीन पर मार करने में सक्षम ‘शाहीन-3’ के परीक्षण का मकसद अधिकतम दूरी तक हथियार प्रणाली के कई डिजाइन एवं तकनीकी आयाम की अभिपुष्टि करना था।

उसने कहा, ‘अरब सागर में इसके प्रभाव बिंदु के साथ मिसाइल के सफल परीक्षण के मौके पर रणनीतिक योजना प्रभाग के कई अधिकारी, रणनीतिक बल, वैज्ञानिक और रणनीतिक संगठनों के इंजीनियर उपस्थित थे।’ रणनीतिक योजना प्रभाग के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल जुबैर महमूद हयात ने इस परीक्षण को पाकिस्तान की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम करार दिया।

प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने मिसाइल के सफल परीक्षण की सराहना की और इससे जुड़ी टीम को इस उपलब्धि को लेकर मुबारकबाद दी। पिछले महीने पाकिस्तान ने एक और मिसाइल का परीक्षण किया था जिसकी मारक क्षमता 350 किलोमीटर थी।

राजस्थान बजट: जानें क्या हुआ सस्ता, क्या हुआ महंगा



मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने विधानसभा में प्रदेश का बजट पेश किया। सीएम राजे ने प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर, पानी, सड़क पर विशेष ध्यान दिया है। वसुंधरा राजे ने बजट में कई जरूरी सामान सस्ते किए है तो कुछ महंगे हुए है। राजे ने इलेक्ट्रिक सामान सस्ते किए है। वहीं मोबाइल को महंगा किया है।



सस्ता:

टिन प्लेट, कॉफी, हैंडपंप के पुर्जे

फोटोग्राफिक फिल्म, एसी पे्रशर पाइप

बताशा, मिश्री, मखाना, आइसक्रीम

पूजा हवन सामग्री

जूट रस्सी, कलोन्जी, काली जीरी

मोतियाबिंद का लेंस

मार्बल क्रेजी, मार्बल पाउडर, मार्बल चिप्स

कोटा स्टोन पर की 5 की जगह वैट 2 फीसदी

सीएफएल बल्ब, सीएफएल ट्यूबलाइट, लेड बल्ब

हवाई यात्रा

तीन सितारा होटल से नीचे में खाना सस्ता

ट्रांसफार्मर, टूथ ब्रश, रेडियो, लाइफ जैकेट

स्टाम्प ड्यूटी पर पेनल्टी

करगिल युद्ध और अन्य ऑपरेशन्स में शहीद हुए सैनिकों की विधवाओं को आवंटित मकान में स्टाम्प ड्यूटी व पंजीयन शुल्क माफ

महिलाओं के ड्राइविंग लाइसेंस फीस में 50 फीसदी छूट




महंगा:

मोबाइल फोन

थ्री स्टार होटल में खाना

सोना-चांदी

एलईडी लाइट

जेम्स स्टोन और सर्राफा डीलर के लिए कंपोजिशन की राशि दर 0.25 से बढ़ाकर 0.75 प्रतिशत किया गया

मैरिज र्गाडन पर लग्जरी टैक्स

हनुमानगढ़ हनुमानगढ़ में जीप की टक्कर से 4 की मौत

हनुमानगढ़ हनुमानगढ़ में जीप की टक्कर से 4 की मौत

हनुमानगढ़
जिले के रावतसर थाना क्षेत्र में सोमवार को एक जीप की टक्कर से एक महिला एक बालक सहित चार लोगों की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हो गए।

पुलिस ने बताया कि रावतसर नोहर मार्ग पर बालडका गांव में बस अड्डे पर सुबह करीब पौने दस बजे सड़क किनारे कुछ लोग बस के इंतजार में खड़े थे कि रावतसर से नोहर की ओर तेजी से जा रही जीप ने उन्हें कुचलते हुए निकल गई।


इससे पप्पू उर्फ राधाकृष्ण (40) की मौके पर ही मौत हो गई जबिक उसका पिता हनुमानदास (85) एक महिला कलावती (40) और हिमांशु एक वर्ष ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया।


सूत्रों ने बताया कि इस घटना में कमला (40) जयदेव वाल्मिकी, रीटा छह और मोहित (18) घायल हो गए जिन्हें रावतसर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।


सूत्रों के मुताबिक सूरतगढ निवासी राधाकृष्ण अपने पिता हनुमानदास को बस अड्डे पर छोड़ने आया था। घटना के तुरंत बाद जीप चालक वाहन सहित फरार हो गया।


मृतकों और घायलों में ज्यादातर बालडका और केहरवाला गांव के है। उधर, इस हादसे के बाद क्षेत्र में तनाव हो गया और आक्रोशित ग्रामीण हिमांशु के शव के साथ रावतसर नोहर मार्ग पर धरने पर बैठ गए




वे इस मार्ग पर गति अवरोधक और डिवाइडर लगाने की मांग कर रहे है। क्षेत्र में तनाव बढता देख रावतसर के पुलिस अधीक्षक सत्यपाल सोलंकी पुलिस बल सहित मौके पर पहुंच गए और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण बताई जा रही है।

रिफाइनरी को लेकर राजे पर बरसे गहलोत



जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि वसुंधरा सरकार ने अपने पहले बजट में रिफाइनरी और मेट्रो को लेकर जो कुछ कहा है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है।




मुख्यमंत्री कांग्रेस सरकार के वित्तीय प्रबंधन को लेकर भी प्रदेशवासियों को गुमराह कर रही हैं, जबकि पिछली सरकार के वित्तीय प्रबंधन की प्रधानमंत्री तक ने प्रशंसा की थी।




गहलोत ने कहा कि मेट्रो के खिलाफ बोलना क्या एनडीए सरकार की नीति के खिलाफ नहीं है? केन्द्रीय बजट में सरकार ने देश में बुलेट ट्रेन चलाने और लखनऊ एवं अहमदाबाद में मेट्रो टे्रन चलाने की घोषणा की है।




सबसे बड़ी करीब 40 हजार करोड़ रूपए की रिफाइनरी परियोजना को रि-नेगोशिएट करने का कहकर ठण्डे बस्ते में डाल दिया गया है। बजट में महंगाई को कम करने के लिए कोई कदम या राहत नहीं दी गई है।

बजट सत्र में गूंजा फर्जी पट्टे और टीचरों की कमी का मामला



विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन प्रश्नकाल की कार्यवाही हरिसिंह रावत के सवाल से शुरू हुई। प्रश्नकाल के दौरान विधायक हरिसिंह रावत ने देवगढ़ और भीम में राजकीय महाविद्यालय को जमीन ओर उच्च संकाय वर्ग में टीचरों की कमी का प्रश्न किया।



इसके जवाब में मंत्री कालीचरण सराफ ने कहा कि देवगढ़ और भीम में सरकारी कॉलेज के परिसर के लिए भूमि के लिए स्वायत्त शासन विभाग को लिखा गया है। सराफ ने बताया कि खाली पडे शिक्षकों के पदों पर अगले सत्र तक भर्ती की जाएगी।




मोहनलाल गुप्ता ने जयपुर जिले में जमीन धोखाधड़ी और फर्जी पट्टे का मामला उठाया। गुप्ता ने कहा कि प्रदेश की राजधानी में सहकारी समितियों का गोरख धंधा चल रहा है। जमीनों के फर्जी पट्टे, बेक डेट में भी पट्टे जारी हो रहे है।




जिसके जवाब में मंत्री अजय सिंह ने जवाब दिया कि सहकारी समितियों के खिलाफ 6 माह के भीतर कार्रवाई की जाएगी। गुप्ता ने गोरखधंधे का नाम लिया तो विधायक घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि गुरू गोरक्षनाथ के नाम से गोरख पड़ा, इसलिए गोरख को धंधा ना बनाया जाए।

पति या रिश्तेदारों के दखल पर जाएगी कुर्सी

पंचायत राज संस्थाओं में नवनिर्वाचित महिला जनप्रतिनिधियों के स्थान पर उनके निकट संबंधी-रिश्तेदारों तथा अन्य लोगों का कार्यालय के कामकाज दखल अब नहीं चलेगा। ऎसे हालात सामने आने पर संबंधित निर्वाचित जनप्रतिनिधि को हटाने व निलंबन की कार्रवाई होगी।

ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के शासन सचिव ने जिला कलक्टर एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को पत्र भेजकर पंचायत राज संस्थाओं में परिजनों की दखल की स्थिति उत्पन्न नहीं होने देने को कहा है। ऎसा पाए जाने पर संबंधित निर्वाचित प्रतिनिधि एवं सहयोग करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के विरूद्ध कार्रवाई प्रारंभ कर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं।


यह है कानूनी प्रावधान
पंचायत राज संस्था के निर्वाचित सदस्य-पदाधिकारी स्वयं कार्य संचालित नहीं कर यदि अपने रिश्तेदार-संबंधी से कार्य संपादित करवाते हंै तो यह कर्तव्य निर्वहन में असमर्थता एवं दुराचरण की श्रेणी में आता है।


किसी भी पंचायत राज संस्था में ऎसा पाए जाने पर संबंधित सदस्य, अध्यक्ष, पदाधिकारी के विरूद्ध राजस्थान पंचायती राज अधिनियम 1994 की धारा 38 के अंतर्गत हटाने व निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। इस व्यवहार में सहयोग करने वाले अधिकारी व कर्मचारियों के विरूद्ध भी सीसीए नियमों में कार्रवाई होगी।

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पेश किया बजट ,राजस्थान बजट 2015-16 केमुख्य बिंदु:-



मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पेश किया बजट ,राजस्थान बजट 2015-16 केमुख्य बिंदु:-
1. कृषकों को 6 घंटे बिजली देने के लिए राज्य

सरकार करेंगी खर्चा वहन।

2. विद्युत वितरण नियमनों के लिए 3 हजार करोड़

रुपए दिए गए हैं।

3. कृषि बिजली कनेक्शन नहीं होगा महंगा।

4. 75 हजार नए कृषि कनेक्शन दिए जाएंगे।

5. कुटीर उद्योग को बढ़ावा देने के लिए लगाए

जाएंगे नए बिजली फीडर।

6. 33 केवी के 400 सब स्टेशनों का होगा निर्माण।

7. नदियों का पानी बांधों में लाने के लिए

भी बनाई जाएगी योजना।

8. जयपुर को एक और मिला मेडिकल कॉलेज।

9. 20 हजार चिकित्सकों सहित फार्मासिस्ट

की जाएंगी भर्ती।

10. 50 हजार परिवारों को दो सीएफल दिए जाएंगे

फ्री।

11.250 से ज्यादा की आबादी वाले

गांवों को सड़कों से जोड़ा जाएगा।

12. 6 हजार किलोमीटर सड़कों का सुदृढ़ीकरण।

13. 546 गांवों को सड़कों से जोड़ने का लक्ष्य।

14. विश्वबैंक की मदद से गावों को जोड़ा जाएगा।

15. आने वाले समय में इसकी कुल 650 करोड़।

16.10,337 गांवों को सड़कों से जोड़ने का कार्य

प्रगति पर ।

17. 31,150 किमी सिंगल लेन सड़कों का कार्य

प्रगति पर ।

18. श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ में चिन्हित

सड़कों का सुदृढ़ीकरण।

19. बेणेश्वर धाम जाने वाली विशेष सड़क निर्माण

नीति निर्माण बनाई जाएगी।

20. मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना में

दवाइयों की संख्या में इजाफा ।

21. दवाइयों की संख्या की 400 से बढ़ाकर 600

की ।

22. मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना लागू करने के

बाद ओपीडी में बढ़े 46 फीसदी मरीज।

23. सरकारी अस्पतालों में जांचे फ्री होगी ।

24. 86 अस्पतालों में ईसीजी, सोनोग्राफी, एक्स-रे

की जांच फ्री होगी

25. 1 जुलाई 2014 से सभी पीएससी,

सिटी डिस्पेंसरी में आवश्यकें जांचे फ्री होगी।

26. 15 जिलों में मेडिकल कॉलेज की योजना ।

27. निशुल्क दवा योजना में दो हजार

पदों की स्वीकृति।

28. 200 जननी एक्सप्रेस गाड़ियां और चलाई

जाएंगी।

29. प्रदेश में अंतरजातीय विवाह वाले दंपति को अब

पांच लाख प्रोत्साहन दिएं जाएंगे।

30. खासतौर ऊंची जाति और निचली जातियों के

बीच विवाह।

31. इससे पहले यह प्रोत्साहन राशि पचास हजार रूपए

थी।

32. बीपीएल महिलाओं को साड़ी और

पुरूषों को कंबल बांटे जाने की घोषणा।

33. पिछड़ा वर्ग के छात्रों की स्टडी के लिए 150

करोड़ रूपए उत्तर मैट्रिक

छात्रवृत्ति की घोषणा की है।

34. सिंचाई परियोजना में आगामी वर्ष में 43 हजार

सिंचित क्षेत्र का प्रावधान, वर्तमान में

किया गया 16692 सिंचित क्षेत्र हुआ है

लाभान्वित।

35. निशुल्क दवा योजना में 200 दवाओं

की संख्या बढ़ेगी।

36. अब तक 7 करोड़ 63 लाख मरीज लाभान्वित।

37. हृदय, कैंसर व किडनी का इलाज मुफ्त होगा।

38. चिकित्सकों, नर्सिंग कर्मियों के 20 हजार पद

सृजित होंगे।

39. 108 एंबुलेंस की संख्या बढ़ेगी। 200

जननी एक्सप्रेस भी बढ़ेगी।

40. जयपुर में एक और मेडिकल कॉलेज बनेगा।

41. 1301 चिकित्सा अधिकारी, 258 दंत

चिकित्सक की भर्ती चल रही है।

42. 8 हजार पद स्वीकृत किए गए है।

43. 1 करोड़ का अस्पताल लगाने पर

जहां चिकित्सा सुविधाएं कम है 50 प्रतिशत सरकार

देगी।

44. बीपीएल परिवारों को अब 1 रुपए किलो गेहूं

उपलब्ध करवाए जाएंगे।

45. एपीएल परिवारों को 5रुपए किलो आटा दिए

जाएंगे।

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46. पेंशन योजना का होगा सरलीकरण।

47. कन्या महाविद्यालय

को मिलेगी प्राथमिकता।

48.जिला मुख्यालयों पर बनेंगे योग व प्राकृतिक

चिकित्सालय

49. अल्पसंख्यक बाहुल क्षेत्रों में 20 छात्रावास

खुलेंगे।

50. वक्फ बोर्ड को 10 करोड़ रुपए

की सहायता मिलेगी।

51. मदरसा आधुनिकीकरण योजना में 25 करोड़ रुपए

का प्रावधान।

52. 1500 मदरसा पैराटीचर व 1500

शिक्षकों की होगी भर्ती।

53. राजस्थान में लागू होगी वृद्धाश्रम योजना।

54. देवनारायण योजना के लिए 300 करोड़ रुपए

का प्रावधान।

55. अस्पतालों के लेबर रूम का होगा कायापलट।

जयपुर में 5 करोड़ मिलेंगे।

56. स्कूल और कॉलेजों में शुरू किए जाएंगे गल्र्स के

लिए सेल्फ डिफेंस कोर्स।

57. जोधपुर में साइंस सिटी की जाएगी स्थापना।

58. राज्य के एक वैज्ञानिक को 5 लाख

का प्रोत्साहन पुरस्कार दिया जाएगा।

59. मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के अंतर्गत छोटे

कामकारों को दिया जाएगा प्रशिक्षण।

60. अजमेर विकास प्राधिकरण का गठन।

61. जोधपुर में 111 करोड़ रुपए की लागत से बनाए

जाएंगे फ्लाइओवर।

63. उदयपुर को नगर परिषद से नगर निगम

बनाया जाएगा।

64. पाली, सीकर और बाड़मेर में नगर विकास न्यास

बनेंगे।

65. कैलाश मानसरोवर यात्रियों को सहायत

राशि 20 हजार से बढ़ाकर 1 लाख किया जाएगा।

66. लाइब्रेरी के लिए अनुदान की घोषणा ।

67. 6-10वीं तक के छात्रों की छात्रवृत्ति में

बढ़ोत्तरी ।

68. राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय में 1 करोड़ 75

लाख की लागत से स्पोर्ट्स ग्राउंड का निर्माण ।

69. सीकर के एक संस्कृत विद्यालय को वुमन

महिला महाविद्यालय बनाए जाने की घोषणा ।

70. संस्कृत स्कूलों और कॉलेजों को क्रमोन्नत क्रम में

पीपीपी मोड पर लिया जाएगा।

71. बीकानेर में तकनीकी विश्वविद्यालय

की स्थापना ।

72. विश्वविद्यालय के लिए 100 करोड़

की घोषणा ।

73. तहसील मुख्यालयों पर निजी सहभागिता से

कॉलेज खोले जाएंगे।

74. 15 सरकारी कॉलेज खोले जाएंगे।

75. 10 स्नातक कॉलेज, स्नात्तकोत्तर में प्रमोट

किएं जाएंगे।

76. 1.5 लाख की आय वाले छात्रों को उच्च

शिक्षा छात्रवृत्ति योजना ।

77. छात्रों को अब 10 लाख तक एजुकेशन लोन ।

78. 5 प्रतिशत ब्याज सरकार की तरफ से

दिया जाएगा।

79. जयपुर-फतेहपुर में स्पोर्ट्स कॉलेज

की होगी स्थापना।

80. झुंझनूं में खेल विश्वविद्यालय की स्थापना ।

81. जयपुर में तीन करोड़ की लागत से स्पोर्ट्स

कॉलेज की होगी स्थापना

82. इसके साथ स्काउट आवासीय विद्यालय

खोला जाएगा।

83. 25 नई आईटीआई और 10 महिला आईटीआई

की होगी स्थापना ।

84. 1 हजार प्राथमिक विद्यालय होंगे क्रमोन्नत।

85. स्कूलों में लिपिक की पोस्टें होगी सृजित ।

86. 20 हजार थर्ड ग्रेड टीचर के नए पद सृजित ।

87. 10 हजार सेकेंड ग्रेड टीचर के पद सृजित होंगे ।

88. 5 हजार शारीरिक शिक्षकों के पद ।

89. 1 हजार नए व्याख्यातों के पद सृजित होंगे।

90.वरिष्ठ नगरिकों के लिए तीर्थ यात्रा के लिए

विशेष योजना घोषणा।

91. रेलवे से अनुबंध कर तीर्थ यात्रा करवाई जाएगी।

92. हर साल 25 हजार लोगों को निशुल्क

यात्रा कराई जाएगी।

93. पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी।

94.इंडिया इंटरनेशनल सेंटर की तर्ज पर राजस्थान

इंटरनेशनल सेंटर की स्थापना।

95. तंबाकू, पान और मसाले पर कर 50 से बढ़ाकर 65

प्रतिशत किया गया है।

96. एससी एसटी लैंड ट्रिब्यूनल के गठन की घोषणा।

97. घुमंतु परिवारों के उत्थान के लिए विशेष

योजना।

98. फल और सब्जी के कर में राहत।

99. राजस्थान के साहित्यकारों के लिए लिटरेचर

फेस्टिवल की घोषणा।

100. किशनगढ़ में हवाई अड्डे के निर्माण की घोषणा

केयर्न को राजस्थान ब्लॉक से गैस के कमर्शियल प्रॉडक्शन की मंजूरी

केयर्न को राजस्थान ब्लॉक से गैस के कमर्शियल प्रॉडक्शन की मंजूरी



केयर्न इंडिया को राजस्थान ब्लॉक से गैस के कमर्शियल प्रॉडक्शन के लिए रेगुलेटर की मंजूरी मिल गई है। इसके साथ ही कंपनी साल 2020 में ब्लॉक के एक्सपायर होने के बाद इसके लंबे एक्सटेंशन के लिए सक्षम होगी। प्रॉडक्शन शेयरिंग कॉन्ट्रैक्ट (पीएससी) के तहत तेल के प्रॉडक्शन की सूरत में ब्लॉक के पांच साल के एक्सटेंशन पर विचार मुमकिन है, जबकि नेचुरल गैस के प्रॉडक्शन की सूरत में यह मियाद 10 साल तक की होती है। पहले इस नॉर्म का इस्तेमाल लंदन की मेटल्स एंड माइनिंग कंपनी वेदांता रिसोर्सेज की सब्सिडियरी के अनुरोध को खारिज करने के लिए किया गया। इस कंपनी ने बाड़मेर ब्लॉक को ऑपरेट करने से जुड़ा एग्रीमेंट खत्म होने के बाद कॉन्ट्रैक्ट को 10 साल तक बढ़ाने की मांग की थी।

बाड़मेर के ऑयल ब्लॉक में देश के लोकल ऑयल प्रॉडक्शन की एक चौथाई हिस्सेदारी है। मामले से वाकिफ लोगों ने बताया कि हालांकि, रागेश्वरी फील्ड के आरजे-ओएन-901 में गैस डिस्कवरी से सरकार को इसे गैस ब्लॉक मानकर 10 साल का एक्सटेंशन देने में सहूलियत होगी।

केयर्न इंडिया ने पिछले हफ्ते बुधवार को बताया था कि कंपनी को रागेश्वरी डीप गैस प्रोजेक्ट के लिए मैनेजमेंट कमेटी की मंजूरी मिली है। मैनेजिंग कमेटी में अपस्ट्रीम रेगुलेटर डीजीएच (डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ हाइड्रोकार्बन्स) और ऑपरेटर के प्रतिनिधि शामिल रहते हैं, लिहाजा ऑयल या गैस की नई डिस्कवरी में कमर्शियल प्रॉडक्शन शुरू करने के लिए यह मंजूरी बेहद अहम है। हालांकि, केयर्न ने मंजूरी के बारे में और ज्यादा जानकारी नहीं दी थी, लेकिन जनवरी में कंपनी के बयान में कहा गया था कि रागेश्वरी डीप गैस फील्ड डिवेलपमेंट प्लान में 10 करोड़ स्टैंडर्ड क्यूबिक फीट रोजाना पर काम के लिए बातचीत अंतिम चरण में है। रागेश्वरी फील्ड में 1-3 लाख करोड़ क्यूबिक फीट (टीसीएफ) गैस होने का अनुमान है। फिलहाल, राजस्थान ब्लॉक से केयर्न 10 एमएमएससीएफडी गैस का प्रॉडक्श करती है।

अपने हाथों पर कृष्ण ने क्यों किया था कर्ण का अंतिम संस्कार?



महाभारत में कर्ण ऐसे पात्र के रूप में जाने जाते हैं जो बहुत शूरवीर, दानवीर और वादे के पक्के थे, लेकिन उनका संपूर्ण जीवन विभिन्न परिस्थितियों की उलझन में फंसा रहा। दुर्योधन को सबसे ज्यादा किसी पर भरोसा था तो वह कर्ण थे।



उन्हीं के भरोसे वह महाभारत में विजय के सपने देखा करता था। अगर कर्ण पांडवों के पक्ष में होते और उनके जीवन में कुछ घटनाएं अलग तरह से घटित होतीं तो संभवतः महाभारत का युद्ध न होता या पांडवों की विजय बहुत जल्दी हो जाती। इस लेखमाला में जानिए कर्ण के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातें।




1- कर्ण कुंती के बेटे थे और उनका जन्म सूर्य के वरदान से हुआ था। लोक मर्यादा का ध्यान रखते हुए कुंती ने कर्ण का त्याग कर दिया था। कर्ण का पालन एक रथ चालक ने किया, इसलिए उन्हें सूतपुत्र भी कहा गया। जो लोग कर्ण को पसंद नहीं करते थे, वे इसी नाम से उनका उपहास उड़ाते थे। जीवन भर कर्ण को वह सम्मान नहीं मिल सका, जिसके वे वास्तविक हकदार थे।




2- कर्ण के पालक पिता ने उनका विवाह रुषाली नामक कन्या से किया था। रुषाली भी एक रथ चालक की बेटी थी। उसके बाद भी कर्ण ने एक विवाह किया था। उनकी दूसरी पत्नी का नाम सुप्रिया था। दोनों शादियों से कर्ण को नौ बेटे हुए थे। उनके सभी बेटे महाभारत युद्ध में शामिल हुए और उनमें से आठ मारे गए थे। सिर्फ वृशकेतु नामक पुत्र युद्ध में जिंदा रहा।




3- कर्ण वध के बाद जब पांडवों को यह मालूम हुआ कि वे उनके बड़े भाई थे तो उन्हें बहुत दुख हुआ। उन्होंने बाद में वृशकेतु का पूरा ख्याल रखा और इंद्रप्रस्थ की गद्दी भी सौंपी थी। वृशकेतु स्वयं भी बहुत अच्छा योद्धा था। उसने अर्जुन के नेतृत्व में कई युद्ध लड़े और विजयी हुआ।




4- कहा जाता है कि स्वयंवर से पूर्व द्रोपदी भी कर्ण से विवाह करना चाहती थी। वह कर्ण की सुंदरता, वीरता और दानशीलता से प्रभावित थी, लेकिन कृष्ण चाहते थे कि वह अर्जुन के गले में ही वरमाला डाले। आखिरकार यही हुआ। कर्ण ने जब धनुष उठा लिया और वे मछली की आंख पर निशाना लगाने जा रहे थे तो द्रोपदी ने उन्हें सूतपुत्र होने के कारण विवाह के लिए खारिज कर दिया।




5- अंतिम समय में कर्ण के पास जब भगवान कृष्ण गए तो उन्होंने कृष्ण से वरदान मांगा कि उनका अंतिम संस्कार ऐसी जगह पर हो जहां कभी पाप न हुआ हो। पूरी धरती पर ऐसी कोई जगह नहीं थी। तब श्रीकृष्ण ने उनकी अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए अपने हाथों पर ही अंतिम संस्कार कर दिया।

रविवार, 8 मार्च 2015

राजे के पिटारे से निकलेंगी लोक-लुभावन घोषणाएं



जयपुर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे आगामी वित्तीय वर्ष का प्रदेश का बजट सोमवार प्रात:11 बजे विधानसभा में पेश करेंगी। राजे ने रविवार को मुख्यमंत्री निवास पर स्थित कार्यालय में ही वित्त विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर बजट को अंतिम रूप दिया।



प्रदेश की माली हालत सुधारने और निवेश को बढ़ावा देने के बजट में उपाय किए जाने की उम्मीद है।




चौदहवें वित्त आयोग की सिफारिशों की के मुताबिक केन्द्र की हिस्सेदारी बंद होने के कारण अब तक केन्द्र की सहायता से चलने वाली योजनाओं के लिए धन का वितरण भी राजे के लिए चुनौती होगा।




सूत्रों के मुताबिक अपनी सरकार के दूसरे बजट में राजे सरकार निचले तबके को राहत देने वाली घोषणाएं कर सकती हैं। राजे अपने पिटारे से चिकित्सा सेवाओं को और सुलभ बनाने के लिए राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के कई बड़े शहरों को सैटेलाइट हॉस्पिटल की सौगात दे सकती हैं।




वहीं ऐसा संभावना भी जा रही है कि राजे विलासिता पूर्ण और हाई प्रोफाइल जिंदगी जीने वाले उच्च आय वर्ग को झटका देते हुए इन चीजों को महंगा कर सकती है।




अर्थ शास्त्रियों की माने तो इस बार राजे सरकार के बजट पिटारे से उद्योग जगत के लिए बड़ी राहत बाहर सकती है। और प्रदेश में कई औद्योगिक ईकाईयों के निर्माण की घोषणा संभव है।




वहीं मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपने बजट भाषण में निवेशकों के लिए भी कई राहत भरी घोषणाएं कर सकता हैं।




वैसे भी मुख्यमंत्री कई बार अप्रवासी राजस्थानियों से मुलाकात कर उन्हें राजस्थान में निवेश का निमंत्रण दे चुकी हैं। हाल ही में कई बड़े विश्वविख्यात राजस्थानी उद्योगपतियों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात भी की है।




वहीं विश्लेषकों का मानना है कि वसुंधरा सरकार राज्य में लघु उद्योगों को बढ़ावा देने जैसी घोषणाएं कर सकती हैं। इसमें लघु उद्योग के




लिए कम ब्याज दर पर लॉन देने और कई मामलों में छूट देने जैसी घोषणाएं भी हो सकती है। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ओर से पेश किए जाने वाले बजट से सबसे ज्यादा उम्मीद युवा बेरोजगारों को है।




युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए मुख्यमंत्री तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के अलावा अन्य कई विभागों में भर्तियों की घोषणा कर सकती है।







वहीं भूमि अधिग्रहण बिल को लेकर मोदी सरकार से खफा किसानों के लिए भी मुख्यमंत्री अपने बजट में लोक लुभावन घोषणा कर सकती है। इसके अलावा ओलावृष्टि से नष्ट हुई फसलों का मुआवजा देने जैसी घोषणाएं कर सकती है।

पाकिस्तानी पीर ताज मोहम्मद के बाड़मेर दौरे की रिपोर्ट मांगी गृह मंत्री ने


पाकिस्तानी पीर ताज मोहम्मद के बाड़मेर दौरे की रिपोर्ट मांगी गृह मंत्री ने



राजस्थान सरकार के गृह मंत्री गुलाब चन्द कटारिया ने पाकिस्तान से आये मुस्लिम पीर ताज मोहम्मद के सरहदी इलाको में धर्म सभाए करने और नाज़रनेवके नाम पैसा वसूली को गंभीर मामला मानते हुए रिपोर्ट मांगी हैं ।कटारिया ने कहा की एक शादी में भाग लेने आये पाकिस्तान के धार्मिक नेता का सरहदी इलाके में दौरा ठीक नही था। होम मिनिस्टर कटारिया ने पाकिस्तान से आये पिरफकिर जो जयपुर में शादी में आया था और वो बाड़मेर में धर्म सभा भी कर् चूका अब वो वहाँ पर धर्म के नाम पर चन्दा ( रूपये ) कलेक्ट कर रहा है जो सही नही है। होम मिनिस्टर ने बाड़मेर पुलिस अधिकारियो को नजर रखने के दिए आदेश। बाइट हुई उदयपुर में। गृह मंत्री गुलाब चन्द कटारिया

गाजियाबाद में कार में विस्फोट, 4 बच्चे जिंदा जले



गाजियाबाद ! गाजियाबाद में रविवार अपराह्न् एक कार में रखे पटाखे में विस्फोट हो जाने से उसमें बैठे चार बच्चों की झुलसकर मौत हो गई, जबकि एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया। यह घटना साहिबाबाद में फारुखनगर इलाके में घटी। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने कहा कि पटाखों को किसी शादी समारोह के लिए एक कार में रखा गया था। इसी दौरान कार में विस्फोट हो गया।

कार मालिक मोहम्मद रिजवान की अनुमति से उसके परिवार के और पड़ोसियों के पांच बच्चे कार में संगीत सुनने गए थे।

जैसे ही एक बच्चे ने म्युजिक सिस्टम चालू किया, वहां विस्फोट हो गया, जिसमें चार बच्चों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और एक अन्य बुरी तरह झुलस गया।

मृत बच्चों की पहचान रिजवान की बेटी अक्शा (छह), और बेटे फरहान (आठ), फुरकान की बेटी सारिका (तीन), और मोहम्मद साजिद के बेटे फरहान (आठ) के रूप में हुई है।

दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल पांचवें बच्चे क्रिष (सात) को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां चिकित्सकों ने उसकी हालत नाजुक बताई है। क्रिस प्रवीण का पुत्र है।

बच्चे का इलाज कर रहे चिकित्सक आर.के. भारद्वाज ने कहा कि उसकी हालत गंभीर है लेकिन हम बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।

पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि म्यूजिक सिस्टम में शार्ट सर्किट की वजह से आग लगी होगी।

गाजियाबाद के पुलिस अधीक्षक अजय पाल ने कहा कि रिजवान के खिलाफ साहिबाबाद पुलिस थाने में एक आपराधिक मामला दर्ज किया गया है और उससे कहा गया है कि वह पटाखों से संबंधित सभी आवश्यक दस्तावेज पेश करे।

बच्चों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं।

पुलिस ने कहा कि फारुखनगर इलाके में पटाखे की जांच के आदेश दिए हैं। यहां कुटीर उद्योग के रूप में पटाखे बनाए जाते हैं।