शनिवार, 13 सितंबर 2014

कृष्ण भगवान ने क्यों नहीं की द्रौपदी से शादी?

कुष्ण भगवान एक राजकुमार के रूप में पैदा हुए थे। उस समय के सबसे शक्तिशाली राजकुमार के साथ भला कौन पिता अपनी पुत्री का ब्याह नहीं रचाना चाहेगा।
why krishna did not marry draupadi


द्रौपदी की बात करें तो उनके लिए तो यह किसी सपने से कम नहीं था कि गोपियों को रिझाने वाला सारे संसार का पालक ग्वाला राजकुमार उनका पति बने।

लेकिन ऎसा हुआ नहीं और कृष्ण ने द्रौपदी को अपनी सखी बना लिया।

इसका कारण खुद कृष्ण हैं क्योंकि वे ऎसा नहीं चाहते थे। हालांकि द्रौपदी के पिता पांचाल नरेश दु्रपद तो खुद कृष्ण को अपना दामाद बनाना चाहते थे लेकिन कृष्ण ने द्रुपद को इसके लिए मना किया।

द्रुपद असल में शक्तिशाली कृष्ण की सहायता से अपने दुश्मन द्रोण को हराना चाहते थे।

कृष्ण ने द्रुपद को बताया है कि उन्होंने अपने शिष्य अर्जुन से द्रौपदी का विवाह निश्चित किया है। शुरू में द्रुपद को यह नागवार गुजरा लेकिन इसे कृष्ण का प्रभाव ही कहिए कि वह इसके लिए तैयार हो गए।

कृष्ण ने द्रौपदी को भी इसके लिए राजी कर लिया। हालांकि कृष्ण ने यह सब पहले ही सोच रखा था कि कौन किससे शादी करेगा लेकिन इसके बावजूद भी सांसारिक तरीके से उन्होंने सबकी भावनाओं का ख्याल रखते हुए अपने काम को अंजाम दिया।

इसलिए हम सभी को भी भगवान की इच्छा पर कोई प्रतिक्रिया न देते हुए उसे सहज भाव से स्वीकार कर लेना चाहिए। - 

शुक्रवार, 12 सितंबर 2014

राजस्थानी को राजभाषा घोषित करने के लिए चलेगा अभियान ,हिंदी दिवस पर होगी शुरुआत


राजस्थानी को राजभाषा घोषित करने के लिए चलेगा अभियान ,हिंदी दिवस पर होगी शुरुआत


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघरश समिति राजस्थान में राजस्थानी भाषा को राजभाषा का दर्ज देने की मांग को लेकर वृहद स्तर पर अभियान शुरू करेगा ,जिसका आगाज़ हिंदी दिवस पर बाड़मेर से होगा।


राना पुरस्कार से सम्मानित और प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया की राजस्थानी भाषा को केंद्र सरकार संवेधानिक मान्यता देने को सिद्धांत सहमत हे ,समिति चाहती हे की संवेधानिक मान्यता मिलने से पूर्व राज्य सरकार राजस्थानी भाषा को राज्य भाषा का दर्जा दे ,उन्होंने कहा की राजस्थान की भावी पीढ़ी के उत्थान और विकास के लिए अब राजस्थानी भाषा को राजभाषा घोषित कर देना चाहिए ,उन्होंने बताया की हिंदी दिवस पर समिति के पदाधिकारी और कार्यकर्ता जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम राजस्थानी भाषा को राजभाषाघोषित करने की मांग को लेकर ज्ञापन देंगे ,

अब महिलाओं को गर्भनिरोधक की जरूरत नहीं, पुरुषों के लिए आ रहा इंजेक्शन



अब वह दिन दूर नहीं जब सेक्स के दौरान गर्भवती होने से बचने के लिए महिलाओं को गर्भनिरोधक दवा न लेनी पड़े. आने वाले तीन साल में पुरुषों के लिए गर्भनिरोधक इंजेक्शन बाजार में आ जाएगा. बंदर ‘बैबून’ पर इस इंजेक्शन का सफल प्रयोग हुआ है. इस इंजेक्शन के क्लीनिकल ट्रायल अगले साल शुरू हो जाएंगे. पुरुषों के लिए पहली बार गर्भनिरोधक के रूप में इंजेक्शन उपलब्ध होगा. लाभ न अर्जित करने वाली संस्था ‘पैरसीम्स फाउंडेशन’ बीते कई वर्षों से पुरुषों के गर्भनिरोधक इंजेक्शन पर कार्य कर रही है.संस्था ने लंबे शोध के बाद इंजेक्शन ‘वसालजैल’ विकसित किया है. यह इंजेक्शन बंदर ‘बैबून’ को लगाए गए और उन्हें मादा ‘बैबून’ के बीच छोड़ दिया गया. इंजेक्शन लगाए जाने के छह माह बाद भी किसी मादा बैबून ने गर्भ धारण नहीं किया. इस साल के आखिर तक संस्था के पास इस नए विकसित इंजेक्शन के बारे में अत्यधिक जानकारी होगी.संस्था के अनुसार अभी तक सभी परिणाम सही आ रहे हैं. उम्मीद है कि आगे भी सही परिणाम आएंगे. ऐसा होने पर अगले साल से इंसानों पर इस गर्भनिरोधक इंजेक्शन का टेस्ट शुरू हो जाएगा.

जैसलमेर में शराब की एक दुकान पर पथराव,चार पुलिसकर्मी सहित पांच घायल



राजस्थान के जैसलमेर जिले में शराब की एक दुकान पर पथराव करने और लाठी से हमला करने से चार पुलिसकर्मी सहित पांच व्यक्ति घायल हो गये.
जैसलमेर में शराब की एक दुकान पर पथराव,चार पुलिसकर्मी सहित पांच घायल
पुलिस ने बताया कि घटनास्थल पर कल शाम झगड़े की सूचना मिलने के बाद पुलिसकर्मी दुकान पर पहुंचे थे.

पुलिस के अनुसार जैसे ही पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे, लोगों के एक समूह ने उन पर कथित रूप से पत्थरबाजी की और लाठियों से हमला कर दिया. इसमें एक सहायक पुलिस उपनिरीक्षक और तीन अन्य घायल हो गये.

इस घटना में दो अन्य लोग भी मामूली रूप से घायल हो गये.

डीएसपी बंसीलाल स्वामी ने बताया, ‘असकांदा गांव में दुकान का विरोध कर रहे कुछ स्थानीय लोगों और शराब दुकान मालिक के बीच विवाद था. गुरुवार शाम, जब एक पिक-अप वैन से शराब उतारे जा रहे थे, आरोपी आये और शराब लूटने की कोशिश की और दुकान के मालिक और उसके भाईयों की पिटाई की.’

पुलिस ने बताया कि इस सिलसिले में छह लोगों को हिरासत में लिया गया. घायलों का एक स्थानीय अस्पताल में इलाज किया जा रहा है.

शादी से पहले दूल्हा हुआ प्रेगनेंट!



हर रोज दुनिया में लाखों जोड़े शादी करते हैं पर यह एक ऐसी अनोखी शादी है जिसका दुनिया भर में खबर बनना लाजमी है। इस शादी की खास बात यह है कि इसमें दूल्हा 8 महीने का प्रेगनेंट है। चौंक गए न! चलिए आपको इस अनोखी शादी के पीछे का अनूठा किस्सा बताते हैं।दरअसल अजर्ेंटीना में हुई इस खास शादी में दूल्हा एलेक्सिस ताबोरदा जन्म से महिला है और दुल्हन कैरेन ब्रूसलेरियो जन्म से पुरुष पर बाद में इस जोड़े ने अपना सेक्स चेंज करवाया, पर खास बात यह है कि इनमें से किसी ने अपना जेंडर बदलवाने के लिए सेक्स रिअसाइनमेंट सर्जरी नहीं करवाई है। यानी उन्होंने अपनी पहचान केवल बाहरी रूप से बदली है अंदरूनी रूप उन दोनों का जेंडर अभी भी वही है जिस जेंडर में उन्होंने जन्म लिया था।

खैर एलेक्सिस अब खुद को पुरुष कहते हैं और कैरेन खुद को महिला और इनका कानूनी स्टेटस भी अब यही हो चुका है। एलेक्सिस और कैरेन दोनों ही ट्रांससेक्शुअल ऐंड ट्रांसजेंडर राइट्स एक्टिविस्ट हैं। इन दोनों की मुलाकात अजर्ेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में हुई जहां दोनों ट्रांससेक्शुअल ऐंड ट्रांसजेंडर राइट्स के लिए लड़ रहे थे। 2010 में अजर्ेंटीना समान सेक्स वाले जोड़े को शादी की इजाजत देने वाला लैटिन अमेरिका का पहला देश बना।


2 साल बाद एक अन्य कानून के द्वारा ट्रांससेक्शुअल्स के लिए नेशनल आईडी पाने का रास्ता भी खुल गया। नए आईडी के तहत ट्रांससेक्शुअल व्यक्ति अपने लिए वह जेंडर चुन सकता था जिससे वह खुद को पहचाना जाना चाहता है। असल में इस कानून के कारण ही इस ट्रांससेक्शुअल कपल का सिविल मैरिज करने का सपना पूरा हो पाया है।

26 साल के ताबोरदा जो कि कानूनन अब पुरुष हैं, कहते हैं कि, हमारी पहले कैथलिक चर्च में शादी की इच्छा थी और हमने अजर्ेंटीना मूल के पोप फ्रैंसिस को ईमेल भी भेजा था, मगर कोई रेस्पॉन्स नहीं आया है. फिलहाल मैं 33 हफ्तों का प्रेगनेंट हूं, मगर मातृत्व का एहसास बहुत ज्यादा नहीं है। हां, कैरेन जरूर बच्चे की किक और मुझे महसूस हो रहे लक्षणों को महसूस करना चाहती है।

इस अनोखी सिविल मैरिज में दोनों के परिवार वालों ने भी पूरे उत्साह के साथ शिरकत की। ताबोरदा 22 दिसंबर को ऑपरेशन से अपने पेट में पल रही बच्ची को जन्म देंगे। इस जोड़े का कहना है कि वे बच्ची का नाम जेनेसिस एंजेलिना रखेंगे।

गोरखपुर गोरक्षापीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ का निधन



गोरखपुर । गोरक्षनाथ मंदिर के बड़े महंत अवेद्यनाथ गोलोकवासी हो गए। काफी समय से बीमार 97 वर्षीय महंत एक माह से गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। शुक्रवार शाम हालत बिगड़ने पर उन्हें विशेष विमान से गोरखपुर लाया गया, जहां उन्होंने शरीर छोड़ा। हालत बिगड़ने की सूचना पर उनके उंत्तराधिकारी और भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ भी गुड़गांव पहुंच गए थे और वही उन्हें लेकर गोरखपुर आए।

एयर एंबुलेंस की गोरखपुर हवाई अड्डे पर 5.45 बजे उसकी लैंडिंग हुई। यहां पहले से ही गोरक्षनाथ चिकित्सालय की एंबुलेंस चिकित्सकों की टीम के साथ तैयार थी। उन्हें अविलंब एंबुलेंस में शिफ्ट किया गया। उन्हें गोरखपुर लाए जाने की खबर सुनकर बड़ी संख्या में शुभचिंतक हवाई अड्डे पर पहुंचे थे।

गोरक्षनाथ अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष में उन्होंने अंतिम सांस ली। मालूम हो कि गोरखपुर में सेहत बिगड़ने पर 13 जुलाई को महंत अवेद्यनाथ को मेदांता अस्पताल ले जाया गया था। महंत जी अपने पीछे सिद्ध पीठ की दीर्घ परंपरा और देश-विदेश तक फैले भक्तों की बहुत बड़ी संख्या छोड़ गए हैं। उनके निधन का समाचार फैलते ही शोक व्याप्त हो गया और बड़ी संख्या में लोग मंदिर पहुंचने लगे।

बज गया बिगुल! हरियाणा और महाराष्ट्र में 15 अक्टूबर को होंगे विधानसभा चुनाव

हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 15 अक्टूबर को होंगे। चुनाव आयोग ने इसकी घोषणा करते हुए बताया कि वोटों की गिनती 19 अक्टूबर को होगी और उसी दिन चुनावों के नतीजें घोषित किए जाएंगे। चुनाव आयोग ने अभी जम्मू-कश्मीर और झारखंड के लिए चुनावों की तारिख की घोषणा नहीं की है। गौरतलब है कि झारखंड और जम्मू-कश्मीर में भी विधानसभा चुनाव होने हैं। लेकिन जम्मू-कश्मीर में आई भयानक बाढ़ के बाद राज्य में अभी चुनाव ना कराने का फैसला लिया गया है। जम्मू-कश्मीर में चुनाव के सवाल पर चुनाव आयुक्त ने बताया कि जम्मू-कश्मीर और झारखंड में विधानसभा चुनाव की घोषणा बाद में की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि इन दोनों राज्यों में विधानसभा का कार्यकाल जनवरी 2015 में समाप्त होना है। साथ ही कहा कि हम लोग जम्मू-कश्मीर की स्थिति को नजदीक से देख रहे हैं। जम्मू कश्मीर में आई बाढ़ की स्थिति को देखते हुए पहले हालात की समीक्षा की जाएगी उसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।Maharashtra, Haryana Assembly elections on October 15
महाराष्ट्र और हरियाणा में विधासभा चुनावों की घोषणा के साथ दोनों राज्यों में आचार संहिता लागू हो गई है। दोनों राज्यों में नामांकन भरने की आखिरी तारिख 27 सितंबर है और 29 सितंबर को नामांकनों की समिक्षा की जाएगी। इनके अलावा महाराष्ट्र की बीड़ लोकसभा सीट पर उपचुनाव भी 15 अक्टूबर को होंगे।

इसके साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि प्रदेश में कांग्रेस तीसरी बार सत्ता में आएगी। उन्होंने कहा कि हर कोई सरकार के काम से खुश है। इस बार भी हम ही सरकार बनाएंगे।

हरियाणा में 1.615 करोड़ और महाराष्ट्र में 8.259 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। हरियाणा में जहां 90 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होंने हैं वहीं महाराष्ट्र में 288 सीटों के लिए चुनाव होने वाले हैं। हरियाणा में अभी कांग्रेस पार्टी की सरकार है वहीं महाराष्ट्र में एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन सत्ता में है। अभी हरियाणा में कांग्रेस के पास 40 सीटें, इनेलो के पास 31, हजका के पास 6, भाजपा के पास 4 तथा अन्यों के पास 9 सीटें हैं। वहीं महाराष्ट्र में कांग्रेस के पास 82, एनसीपी के पास 62, भाजपा के पास 46, शिवसेना के पास 44 सीटें और अन्यों के पास 54 सीटें हैं।



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बाड़मेर मासूमो ने किया जल बचत का वादा ... - जल चेतना पोस्टर प्रदर्शनी का आयोजन

बाड़मेर मासूमो ने किया जल बचत का वादा ... - जल चेतना पोस्टर प्रदर्शनी का आयोजन

- विधार्थियो को दी जल बचने की सीख

बाड़मेरजल बचाने के लिए आमजनमानस को स्वयं विचार करना होगा. क्योंकि जल है तो कल है. हमें स्वयं इस बात पर गौर करना होगा कि रोजाना बिना सोचे समझे हम कितना पानी उपयोग में लाते हैं. आज गुजरता हर दिन पानी बचाने के संकल्प का दिन. पानी के महत्व को जानने का दिन और पानी के संरक्षण के विषय में समय रहते सचेत होने का अब समय आ गया है । हम वर्षा का पानी अधिक से अधिक बचाने की कोशिश करें. बारिश की एक-एक बूँद कीमती है । इन्हें सहेजना बहुत ही आवश्यक है। यदि अभी पानी नहीं सहेजा गया, तो संभव है पानी केवल हमारी आँखों में ही बच पाएगा। जल,जंगल और जमीन इन तीन तत्वों के बिना प्रकृति अधूरी है। प्रकृति के साथ छेड़छाड़ बंद नहीं की गई तो यह तो मानव के लिए ही नुकसान दायक साबित होगी। प्रकृति और पर्यावरण के संरक्षण के लिए कार्य करना होगा। आज जनसंख्या के बढ़ने के साथ ही समस्याएं भी बढ़ी हैं। हमें जहां एक ओर विकास योजना के माध्यम से हर व्यक्ति की आवश्यकताएं पूरी करनी हैं, वहीं 65 प्रतिशत वन संपदा का भी सही ढंग से दोहन करना होगा। यह कहना है शिक्षाविद अहिवर्द्धनसिंह सेंगर का। उन्होंने यह बात सीसीडीयू के आईईसी अनुभाग द्वारा आयोजित जल चेतना पोस्टर प्रदर्शनी और प्रोमिस फाॅर फ्यूचर शपथ कार्यक्रम में कही।सीसीडीयू के आईईसी कंसल्टेंट अशोकसिंह राजपुरोहित ने बताया की शुक्रवार की रोज गणेश उच्च माध्यमिक विद्यालय में जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग और सीसीडीयू द्वारा जल चेतना पोस्टर प्रदर्शनी और प्रोमिस फाॅर फ्यूचर शपथ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पोस्टर पर अंकित जल चेतना की बातो को विधार्थियो को बताते हुए ने कहा कि पानी के बिना हमारा जीवित रहना असंभव है। हमें इस कुदरत की अनमोल देन को हमेशा के लिए खत्म होने से बचाना है। बिना खाए इन्सान कुछ हफ्ते जिंदा रह सकता है, मगर पानी के बिना कुछ दिन भी जीवित नहीं रह सकता। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधक आनंद चैधरी ने कहा कि अपने पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए हमें सबसे पहले अपनी मुख्य जरूरत ‘जल’ को प्रदूषण से बचाना होगा। धनवंती चैधरी ने कहा कि आज हमारे कई किसान प्रदूषित पानी को सिंचाई के काम में लेते हैं। बच्चों को पर्यावरण सुरक्षा का समुचित ज्ञान समय-समय पर देते रहें। इस मौके पर अरविंद खत्री ने कहा कि वर्तमान में पानी को बचाना सबसे बड़ी आवश्यकता है। इस अवसर पर विद्यालय के जसवंत डूडी, राजेश गुप्ता, डाॅ. हनुमान चैधरी, संतोष चैधरी, पारू चैधरी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

बाड़मेर स्वास्थ्य विभाग हेरा फेरी भाग चार,मलाईदार पोस्टो पर कमाऊपूतो की प्रतिनियुक्तियां


बाड़मेर स्वास्थ्य विभाग हेरा फेरी भाग चार

मलाईदार पोस्टो पर कमाऊपूतो की प्रतिनियुक्तियां ,सरकार के आदेश के बाद भी जमे हे


बाड़मेर जिले के स्वास्थ्य विभाग के कुँए में भरषटाचार की पड़ी भांग के मज़े हर कोई ले रहा हैं ,विभाग के अधिकारी और कार्मिक विभाग में उन सभी पदो पर अपने व्यक्ति प्रतिनियुक्ति पर लगा रखे हैं जिन शाखाओ में सर्वाधिक बजट आता हैं ,अधिकारियो ने मलाईदार पदो पर कमाऊपूतो को प्रतिनियुक्ति पर लगा रखा हैं ताकि उनका अपना हिसा मंथली के रूप में नियमित मिलता रहे ,चूँकि प्रतिनियुक्ति पर लगे अधिकांस कार्मिक अधिकरियों के चहेते कार्मिक लगे हुए हे जिनका पदस्थापन ग्रामीण क्षेत्रो में हैं।


सूत्रानुसार स्वास्थ्य विभाग में अधिकारियो ने अपने चहेते लोगो को पद के विरुद्ध प्रतिनियुक्ति पर लगा रखा हैं ,प्रतिनियुक्ति पर लगे करीब तरह कार्मिको के पास मलाईदार शाखाओ का प्रभारी बनाया हुआ हैं ,जबकि राज्य सरकार ने एक आदेश जारी कर विभाग में समस्त प्रकार की प्रतिनियुक्ति तत्काल समाप्त करने के आदेश जारी किये थे मगर राज्य सरकार के आदेशो को ठेंगा दिखाते हुए अधिकारियो ने एक भी कार्मिक को उसके मूल पदस्थापना स्थल पर नहीं भेजा ,विभागीय सूत्रों ने बताया राज्य सरकार द्वारा समय समय पर प्रतिनियुक्ति की सूचनाऍ मांगी जाती हे जिसमे विभाग द्वारा निल शून्य की रिपोर्ट भेजी जा रही हैं ,


चूँकि विभाग के कार्मिक सरकारी जंवाई होने के साथ ठेकेदारी का फर्ज भी निभा रहे हैं इसी के चलते अधिकारी अपने चहेते कमाऊपूतों को हटाना नहीं चाहते ,अंधेरगर्दी के आलम में स्वास्थ्य की ग्रामीण सेवाए बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं ,कर स्वास्थ्य केन्द्रो पर इन प्रतिनियुक्तियो के कारन ताले लगे हे ,इसके बावजूद प्रतिनियुक्ति ख़त्म नहीं की जा रही। विभाग द्वारा आदेश क्रमांक संस्था /अराज /12 /11977 के तहत प्रतिनियुक्ति पर लगे चौदह कार्मिको की प्रतिनियुक्ति समाप्त करने के आदेश जारी किये थे मगर इनमे से कोई कार्यमुक्त नहीं हुआ ,ये लोग आज भी यथावत प्रतिनियुक्ति पर कार्य कर , तरह आर सी एच ओ और परिवार कल्याण विभाग में भी बड़ी संख्या में प्रतिनियुक्ति कर राखी हैं ,आश्चर्यजनक के की विभाग ने राज्य सरकार को यह लिख भेजा की विभाग में कोई प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत नहीं हैं ,जबकि विभाग में आज भी प्रतिनियुक्ति पर कार्मिक काम कर रहे हैं। सूत्रानुसार प्रतिनियुक्ति पर वर्षो से जमे कार्मिक अपने मूल पद स्थापन स्थान पात्र नहीं जा रहे। ग्रामीण अंचलो के स्वास्थ्य और उप स्वास्थ्य केन्द्रो पर इन कार्मिक की प्रतिनियुक्ति के कारन मूल कार्य बाधित हो रहा हैं ,

बाड़मेर में पत्रकारों की आवासीय कॉलोनी के लिए सोमवार से आवेदन शुरू , सभापति ने किया आवेदन फार्म का विमोचन


बाड़मेर में पत्रकारों की आवासीय कॉलोनी के लिए सोमवार से आवेदन शुरू

सभापति ने किया आवेदन फार्म का विमोचन



बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर के पत्रकारों के लिए नगर परिषद बाड़मेर आवासीय कॉलोनी की सौगात लेकर आई हैं ,सोमवार से पत्रकार कॉलोनी में प्लाट आवंटन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू की जा रही हैं ,


सभापति उषा जैन उप सभापति चैन सिंह भाटी ,पार्षद संतोष चौधरी वरिष्ठ पत्रकार चन्दन सिंह भाटी और पूनम सिंह राठोड ने नगर परिषद में सभापति कक्ष में पत्रकारों की उपस्थिति में किया ,बाड़मेर के पत्रकारों ने नगर परिषद की इस आवासीय योजना का स्वागत किया।


इस अवसर पर सभापति उषा जैन ने कहा की लम्बे समय से पत्रकार आवासीय भूखंडों की मांग कर रहे थे उसी को ध्यान में रख नगर परिषद ने सिद्दार्थ नगर में पत्रकार आवासीय कॉलोनी बनाने का निर्णय लिया ,जिसके तहत पत्रकारों को आय वर्ग के अनुसार आवासीय भूखंड का आवंटन किया जायेगा ,उन्होंने बताया की भूखंड परिषद की नजल डरो पर आवंटी किये जायेंगे उन्होंने पत्रकारों को बधाई देते हुए कहा की पत्रकारों को इसका लाभ मिलेगावरिष्ठ पत्रकार चन्दन सिंह भाटी ने कहा की पत्रकारों के लिए स्वर्णिम दिन हे। चालीस साल बाद नगर परिषद एक बार फिर पत्रकारों को भूखंड सरकारी दर उपलब्ध करवा रही हैं ,उन्हने कहा सभी पत्रकार बंधू अपना निर्धारित आवेदन पात्र यथासमय जमा करावे ,इस अवसर पर समस्त पत्रकार उपस्थित थे

पटना।नाबालिग को गर्भवती बनाने पर सिर्फ 51 हजार का जुर्माना




पटना। देश में पंचायतों के फरमान भी अजीबो गरीब होते है।
villagers killed man hang on tree after pregnant teen age girl
ऎसा ही एक मामला सामने आया जहां एक नाबालिग को गर्भवती बनाने पर पंचायत ने आरोपी पर सिर्फ 51 हजार का जुर्माना लगाया।

हालांकि उसने जब गांव छोड़ने से मना किया तो अपनी जान से हाथ भी धोना पड़ गया।

पंयाचत के फरमान की अनदेखी करने पर गांववालों ने व्यक्ति को पीट पीटकर मार डाला और शव पेड़ से लटका दिया।

घटना बिहार के तरियानी चपानी गांव की है।

जानकारी के अनुसार 31 वर्षीय रघुनाथ राय ने 16 साल की लड़की से शारीरिक संबंध बना लि ए। बाद में लड़की गर्भवती हो गई।

गांवावालों को जब ये बात पता चली तो पंचायत ने रघुनाथ पर 51 हजार रूपए का जुर्माना लगाया और गांव छोड़ने का फरमान सुना दिया।

रघुनाथ को जुर्माना भरना मंजूर था लेकिन गांव छोड़ने से इनकार कर दिया।

पंचायत के आदेश की अनदेखी के चलते गांववालों ने रघुनाथ को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया और शव को पेड़ से लटका दिया।

घटना का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने 13 लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें लड़की की मां भी शामिल है। -  

भारत में नाबालिग रेप पर यूनीसेफ का सनसनीखेज खुलासा

नई दिल्ली। भारत में महिलाओं की हालात काफी दयनीय है यह बात अब जगजाहिर है। लेकिन नाबालिग लड़कियों पर दुनिया की जानी मानी एजेंसी युनीसेफ की एक रिपोर्ट ने चौंकाने वाले आंकड़े प्रस्तुत किए हैं।sensational data in unicef report on minor rape in india
यूनीसेफ की इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत की 10 साल से कम उम्र वाली 50 में से हर एक नाबालिग लड़की के साथ जबरदस्ती सेक्स किया जाता है।

रिपोर्ट यह भी बताती है कि भारतीय लड़कियों की लगभग आधी आबादी बालिग होने से पहले ही सेक्सुअल हिंसा का शिकार हो जाती हैं।

वर्ल्ड चाइल्ड एंड एडोलसेंट वॉयोलेंस पर बेस्ड इस रिपोर्ट में 2005 और 2013 के बीच लिए गए डेमोग्राफिक और हैल्थ आंकड़े प्रस्तुत किए गए हैं।

इसके अलावा रिपोर्ट में बताया गया है कि 10 प्रतिशत लड़कियां 10 से 14 वर्ष की उम्र के बीच जबकि 30 प्रतिशत लड़कियां 15 से 19 वर्ष की आयु के बीच ही सेक्सुअल हिंसा का शिकार हो जाती हैं।

कुल मिलाकर 42 प्रतिशत भारतीय लड़कियां नाबालिग अवस्था में ही सेक्सुअल हिंसा का शिकार हो जाती हैं।

घर में ही छुपा है आस्तीन का सांप
रिपोर्ट में बताया गया है कि 77 प्रतिशत लड़कियां जिनकी उम्र 15 से 19 वर्ष ही है, को उनके पति या किसी नजदीकी ने ही अपनी हवस का शिकार बनाया है।

चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से 6 प्रतिशत मामलों में तो यह नजदीकी कोई रिशतेदार ही होता है जबकि 4 प्रतिशत में यह कोई दोस्त या जानकार होता है।

केवल 3 प्रतिशत मामलों में ही किसी बाहरी पुरूष हमला करता है हालांकि 0.4 प्रतिशत लड़कियों को उनके सौतेले पिता या सगे पिता भी अपनी हवस का शिकार बनाते हैं।

देखने में आया है कि भारत में सेक्सुअल हिंसा के अधिकतर मामले जानकारी में नहीं आते हैं।

रिपोर्ट में भारत की स्थिति अफ्रीका, खाड़ी देश, पूर्वी यूरोप, पाकिस्तान और नेपाल से कहीं बेहतर बताई गई है।

खतरा! पृथ्वी से टकराने वाली हैं सूर्य की प्रचंड ज्वालाएं -

केप कैनेवरल। सूर्य से निकले वाली प्रचंड सौर ज्वालाओं के अगले शुक्रवार को पृथ्वी से टकराने से जीपीएस प्रणाली, रेडियो संचार तथा बिजली पारेषण तंत्र के बुरी तरह प्रभावित होने का खतरा पैदा हो गया है। double solar storms headed to earth
अमेरिका के मौसम विज्ञान केन्द्र ने यह चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि चुंबकीय रूप से आवेशित इन सौर ज्वालाओं (जिन्हें कारोनोल मास इजेंक्शन के नाम से भी जाना जाता है) के बारे में पूर्व चेतावनी काफी पहले ही जारी कर दी जाती है लेकिन इस बार इनके अचानक और सीधे पृथ्वी की दिशा में आने के कारण तत्काल अलर्ट जारी करना पड़ रहा है।

केन्द्र ने कहा है कि इन सौर ज्वालाओं का पहला प्रस्फुटन सूर्य के विचलित चुंबकीय क्षेत्र से सोमवार की रात को हुआ था। अंतरिक्ष की लंबी दूरी तय करते हुए इनके बृहस्पतिवार की रात को पृथ्वी से टकराने की आशंका है।

केन्द्र के निदेशक थामस बर्गर ने कहा कि सोमवार के बाद बुधवार को एक बार फिर से सूर्य की सतह से सौर ज्वालाएंं प्रचंड वेग से निकलती देखी गई हैं। यह भी सीधे पृथ्वी की दिशा की ओर ही आ रही हैं, ऎसे में इनका दुष्प्रभाव संचार तंत्र पर और घातक हो सकता हैै।

हर 11 साल में होती है यह प्रक्रिया
बर्गüर ने बताया कि हालांकि इन सौर ज्वालाओं से पृथ्वी पर बुनियादी ढांचे को किसी तरह का खतरा नहीं है लेकिन फिर भी इन पर कड़ी नजर रखी जा रही है। उन्हाेंने कहा कि सूर्य की सतह से इन ज्वालाओं का निकलना एक सामान्य घटना है। सूर्य की सतह पर प्रति ग्यारह वर्ष में यह प्रक्रिया तकरीबन 100 से 200 बार होती है। इस समय सूर्य इस चक्र के चरम पर है लिहाजा सौर ज्वालाएं प्रचंड वेग से निकल रही हैं। इस बार की अनोखी घटना यह है कि यह बहुत ही कम समय के अंतराल में दो बार निकल रही हैं।

बिजली ग्रिडों पर पड़ सकता काफी असर
मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार इनसे संचार तंत्र के साथ ही बिजली ग्रिडाें पर भी काफी असर पड़ सकता है और यह ठप हो सकते हैं। पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध में स्थित देशों के पावर ग्रिडों को सबसे ज्यादा खतरा है। इससे बडे क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति बंद हो सकती है।

अमेरिकी संघीय आपदा प्रबधंन एजेंसी ने ऎसी किसी भी आपात स्थिति से निबटने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। सौर ज्वालाओं के पृथ्वी से टकराने के खतरे हैं, लेकिन इसका एक खूबसूरत पक्ष यह है कि इससे धु्रवीय क्षेत्रों में सतरंगी रौशनी का अद्भुत नजारा भी दिखाई देगा। - 

घूस लेते दबोचे गए रोडवेज के दो लिपिक

श्रीगंगानगर। राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के श्रीगंगानगर आगार के दो लिपिकों को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की स्थानीय टीम (एसीबी) ने शुक्रवार को मुख्य प्रबंधक कार्यालय से रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। लिपिकों ने बीकानेर डिपो के निलंबित चल रहे एक चालक से चार्जशीट के निस्तारण करने की एवज में 22 हजार रूपए नकद मांगे थे। two roadways clerk arrested for taking bribe in sriganganagar
एसीबी के डीएसपी आनंद स्वामी ने बताया कि परिवादी बीकोनर के निलंबित चल रहे चालक काशीराम जांगिड़ ने पूर्व में ही स्थानीय कार्यालय के बाबूओं की ओर से रूपए मांगे जाने व शुक्रवार रूपए देने की शिकायत यहां करा दी थी। जिस पर संबंधित को रंगो गिरफ्तार करने के लिए टीम भिजवाई गई। टीम ने मौके से ही दो लिपिक ओमप्रकाश व अनिल कुमार को रूपए लेते पकड़ लिया।

मुख्यप्रबंधक श्रीगंगानगर आगार सुखराम कड़वासरा ने बताया कि सुबह ही काशीराम कार्यालय आया था, जिसने चार्जशीट पैंडिंग होने की बात कही थी, जिस पर उसे कार्यालय में बयान दर्ज कराने को कहा गया था। जिसके कुछ ही समय बाद यह कार्रवाई हो गई।

"म्हारे जंचगी तो सिर पर पत्थर मार दियो"

नागौर। छात्रावास में रहना एक चौदह वर्षीय छात्र को इतना नागवार गुजरा कि उसने साथ ही रह रहे आठ वर्षीय मासूम मोहित की हत्या कर दी। खेलने की उम्र में उसने जिद के आगे अपराध कर खुद को बाल अपचारी बना डाला। बाल अपचारी मां-बाप का इकलौता पुत्र है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में अपचारी ने कहा कि "म्हारे जंचगी तो पत्थर मार दियो।"Eight year old child killed by fellow student in Nagaur
मूलत: फागी निवासी आरोपी कक्षा आठ का छात्र है। वह नागौर जिले के परबतसर में छात्रावास में पढ़ता था। गुरूवार सुबह वह कक्षा तीन में पढ़ने वाले साथी छात्र मोहित राज को शौच करने की कहकर छात्रावास के निकट पहाड़ी की तलहटी में ले गया। शौच के बाद किशोर ने वहां रखे एक बड़े पत्थर से मोहित के सिर पर दो-तीन वार किए। इससे उसकी मौत हो गई।

आरोपी वापस छात्रावास आ गया। छात्रावास में काफी देर तक मोहित नजर नहीं आने पर एक अन्य छात्र देवराज ने स्कूल प्रशासन को सूचना दी। पूछताछ करने पर पता चला कि वह आरोपी के साथ था। इसके बाद स्कूल के स्टाफ ने पहाड़ी के चारों तरफ मोहित की तलाश की। तो तलहटी में मोहित का शव मिला।

छात्रावास में नहीं रहना चाहता था
पुलिस ने बताया कि बाल अपचारी छात्रावास में नहीं रहना चाहता था। छात्रावास से बाहर निकलने के लिए उसने हत्या की थी। अपचारी के पिता मार्बल व्यवसायी हैं। आरोपी एक दिन पहले ही गांव से छात्रावास लौटा था। मोहित के पिता श्योदानराम आंध्रप्रदेश में मार्बल का व्यवसाय करते हैं। वे मूलत: नावां के रहने वाले हैं। -