नागौर। छात्रावास में रहना एक चौदह वर्षीय छात्र को इतना नागवार गुजरा कि उसने साथ ही रह रहे आठ वर्षीय मासूम मोहित की हत्या कर दी। खेलने की उम्र में उसने जिद के आगे अपराध कर खुद को बाल अपचारी बना डाला। बाल अपचारी मां-बाप का इकलौता पुत्र है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में अपचारी ने कहा कि "म्हारे जंचगी तो पत्थर मार दियो।"
मूलत: फागी निवासी आरोपी कक्षा आठ का छात्र है। वह नागौर जिले के परबतसर में छात्रावास में पढ़ता था। गुरूवार सुबह वह कक्षा तीन में पढ़ने वाले साथी छात्र मोहित राज को शौच करने की कहकर छात्रावास के निकट पहाड़ी की तलहटी में ले गया। शौच के बाद किशोर ने वहां रखे एक बड़े पत्थर से मोहित के सिर पर दो-तीन वार किए। इससे उसकी मौत हो गई।
आरोपी वापस छात्रावास आ गया। छात्रावास में काफी देर तक मोहित नजर नहीं आने पर एक अन्य छात्र देवराज ने स्कूल प्रशासन को सूचना दी। पूछताछ करने पर पता चला कि वह आरोपी के साथ था। इसके बाद स्कूल के स्टाफ ने पहाड़ी के चारों तरफ मोहित की तलाश की। तो तलहटी में मोहित का शव मिला।
छात्रावास में नहीं रहना चाहता था
पुलिस ने बताया कि बाल अपचारी छात्रावास में नहीं रहना चाहता था। छात्रावास से बाहर निकलने के लिए उसने हत्या की थी। अपचारी के पिता मार्बल व्यवसायी हैं। आरोपी एक दिन पहले ही गांव से छात्रावास लौटा था। मोहित के पिता श्योदानराम आंध्रप्रदेश में मार्बल का व्यवसाय करते हैं। वे मूलत: नावां के रहने वाले हैं। -
मूलत: फागी निवासी आरोपी कक्षा आठ का छात्र है। वह नागौर जिले के परबतसर में छात्रावास में पढ़ता था। गुरूवार सुबह वह कक्षा तीन में पढ़ने वाले साथी छात्र मोहित राज को शौच करने की कहकर छात्रावास के निकट पहाड़ी की तलहटी में ले गया। शौच के बाद किशोर ने वहां रखे एक बड़े पत्थर से मोहित के सिर पर दो-तीन वार किए। इससे उसकी मौत हो गई।
आरोपी वापस छात्रावास आ गया। छात्रावास में काफी देर तक मोहित नजर नहीं आने पर एक अन्य छात्र देवराज ने स्कूल प्रशासन को सूचना दी। पूछताछ करने पर पता चला कि वह आरोपी के साथ था। इसके बाद स्कूल के स्टाफ ने पहाड़ी के चारों तरफ मोहित की तलाश की। तो तलहटी में मोहित का शव मिला।
छात्रावास में नहीं रहना चाहता था
पुलिस ने बताया कि बाल अपचारी छात्रावास में नहीं रहना चाहता था। छात्रावास से बाहर निकलने के लिए उसने हत्या की थी। अपचारी के पिता मार्बल व्यवसायी हैं। आरोपी एक दिन पहले ही गांव से छात्रावास लौटा था। मोहित के पिता श्योदानराम आंध्रप्रदेश में मार्बल का व्यवसाय करते हैं। वे मूलत: नावां के रहने वाले हैं। -
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