शुक्रवार, 27 जून 2014

राजस्थान में विदेशी युवतियां चला रहीं थी सेक्स रैकेट -

खींवसर। खींवसर कस्बे के प्रेमनगर क्षेत्र में देह व्यापार के धन्धे में लिप्त पांच महिलाओं सहित एक जने को पुलिस ने बुधवार रात में गिरफ्तार किया।police expose sex racket in nagaur
सभी आरोपियों को गुरूवार को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया। देह व्यापार के धन्धे में दो बांग्लादेशी महिलाएं भी शामिल थी।

उनके पास पहचान का कोई दस्तावेज नहीं मिला है। एएसपी डॉ. प्यारेलाल शिवरान ने बताया कि बुधवार रात करीब 9.30 बजे खींवसर पुलिस ने एएसी एसटी सेल डीएसपी हीरालाल के नेतृत्व में प्रेमनगर क्षेत्र में शिवदानराम जाट व नेनी नायक के मकान में दबिश दी।

यहां एक पुरूष व पांच महिलाएं देह व्यापार करते मिले। पुलिस के दबिश देते ही वहां आए ग्राहक भाग गए। मामले में सामने आया कि दो बांग्लादेशी एवं दो कोलकाता की युवतियों को नौकरी के बहाने मुम्बई से बुलाया गया था। चार युवतियां कुछ दिन पहले ही प्रेमनगर में रहने आई थीं।

मामले में सामने आया कि मुम्बई में नौकरी की तलाश कर रही युवतियों को एक युवक ने शिवदेवाराम सेे संपर्क करने को कहा। इस पर उन्होंने यहां संपर्क किया तो नौकरी पर रखने की बात कही। इस पर युवतियां यहां आ गई और उन्हें देह व्यापार में धकेल दिया।

नहीं थे पहचान के कोई दस्तावेज
थानाधिकारी भारत रावत ने बताया कि दोनों युवतियों ने खुद का पता बांगलादेश का बताया है। उनके पास पहचान से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं मिला है। कोलकाता की युवतियों से भी पुलिस को कोई पहचान के दस्तावेज नहीं मिले हैं। पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है।

आईबी और सीआईडी को दी जानकारी
दोनों युवतियों द्वारा खुद को बांगलादेश की होना बताने पर पुलिस ने दोनों के संबंध में आईबी को जानकारी दी है। अब आईबी और सी आईडी भी अपने स्तर पर उनकी पहचान के बारे में तस्दीक करेगी। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है और नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों को गिरफ्तार करने के लिए भी दबिश दी जा रही है।

तीन साल से चल रहा था देह व्यापार
नेनी नायक व शिवदानराम जाट पिछले तीन साल से देह व्यापार का धन्धा कर रहे थे। नेनी नायक खींवसर प्रेमनगर की रहने वाली है। शिवदानराम जाट मूल रूप से ग्राम गुडिया का रहने वाला है।

कुछ वर्षो पहले ग्राम गुडिया छोड़कर खींवसर में बस गया तथा जमीन जायदाद खरीदकर पूरे परिवार के साथ खींवसर में ही रहता था। लेकिन तीन साल पहले अपने परिवार को छोड़कर नेनी नायक साथ रहने लगा। परिवार वालों की लाख कोशिश के बाद भी वापस घर नहीं लौटा और नेनी नायक के साथ जोधपुर रहने लगा तथा जोधपुर में भी देह व्यापार का धन्धा शुरू कर दिया।

इस तरह दोनों कभी जोधपुर तो कभी खींवसर में देह व्यापार करने लगे। कुछसमय बाद वे वापस प्रेमनगर में रहने लगे और पिछले दो वर्ष यहां देह व्यापार का धन्धा करने लगे।

पिछले वर्ष किया था गिरफ्तार
पिछले साल भी खींवसर पुलिस ने शिवदानराम जाट व नेनी नायक एवं दो अन्य युवतियों को संदिग्ध अवस्था में गिरफ्तार किया था। न्यायालय में पेश करने पर जमानत पर छोड़ दिए गए। इसके बाद दोनों के हौंसले बुलंद होते गए।

भागने वालों की तलाश
पुलिस इस देह व्यापार के धन्धे में लिप्त युवकों व अन्य लोगों के बारे में आरोपियों से पूछताछ कर रही है। इस मामले में कई युवकों एवं आसपास के क्षेत्र के लोगों के नाम सामने आए हैं।

सरकारी भूमि में मकान बनाया
शिवदानराम जाट व नेनी नायक ने सरकारी मगरा भूमि में अवैध कब्जा कर मकान बना लिया। इनके खिलाफ किसी भी अधिकारी ने क ोई सख्त कार्रवाई नहीं की और न ही इनका अवैध कब्जा हटाया। सरकारी भूमि में मकान बनाकर देह व्यापार का धन्धा चालू कर दिया।

इंजेलिजेंस को दी है जानकारी
देह व्यापार में लिप्त दोनों बांगलादेशी युवतियों के बारे में आईबी और सीआईडी को जानकारी दी है। स्थानीय पुलिस भी अपने स्तर पर इस नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए जांच कर रही है।
डॉ. प्यारेलाल शिवरान, एएसपी, नागौर

शास्त्रों में संतोषी माता को कहीं कोई जिक्र नहीं: स्वरूपानंद सरस्वती



जगद्गुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने अब संतोषी माता को लेकर टिप्पणी की है। साईं बाबा की पर टिप्पणी को पुष्ट करने के लिए मीडिया से बातचीत में कहा गया कि संतोषी माता का चलन भी समझाने पर ही खत्म हुआ था।


मीडिया से बातचीत में शंकराचार्य ने कहा कि एक समय देश में संतोषी माता का भी चलन जमकर था। घर-घर में संतोषी माता हो गई थीं। हर मंदिर और हर पुजारी उनका पूजन करने लगे थे। महिलाओं ने संतोषी माता के नाम से शुक्रवार का व्रत रखना भी शुरू कर दिया था। सिनेमा के जरिये भी संतोषी माता का गुणगान किया जाने लगा। जबकि हमारे शास्त्रों में संतोषी माता का कहीं कोई जिक्र नहीं है। गणेशजी के संतोषी माता नाम की कोई बेटी नहीं हुई। हमने जब इस बारे में लोगों को समझाया, तब बात उनकी समझ में आई और संतोषी माता का चलन बंद हुआ। शंकराचार्य ने कहा कि हमारे देश में अब तक कई ऐसे लोग आ चुके हैं। लेकिन हमारी अविरल धारा हमेशा ऐसी ही बहती रहेगी।

साईं भक्तों के गंगा स्नान का स्वागत
जगदगुरु शंकराचार्य ने सांई भक्तों के 29 जून के सामूहिक गंगा स्नान का स्वागत किया। लेकिन यह भी कहा कि जिसके लिए वे गंगा स्नान कर रहे हैं यदि उसे फिर से दोहराएंगे तो गंगा स्नान का कोई महत्व नहीं रहेगा।
जगद्गुरु शंकराचार्य के साईं बाबा को लेकर दिए बयान ने जहां देशभर में बहस छेड़ दी है। वहीं सांई भक्तों ने विरोध स्वरूप 29 जून को सामूहिक गंगा स्नान का निर्णय लिया है। शंकराचार्य ने सांई भक्तों के इस निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने लिखित रूप से जारी बयान में कहा कि साईं भक्तों का स्नान हाथी स्नान जैसा न हो। हाथी सरोवर में नहाने के बाद बाहर निकलते ही अपनी सूंड से पुन: वहीं मिट्टी डालने लगता है जिसे उसने अभी-अभी स्नान से धोया है। सांई मूर्ति को गंगा स्नान कराने के संबंध में शंकराचार्य ने कहा कि जिस व्यक्ति ने अवसर आने पर यह कहकर गंगा स्नान करने के लिए मना कर दिया कि मुङो गंगा स्नान के झंझट से दूर ही रहने दो। मैं तो एक फकीर हूं। उस व्यक्ति की मूर्ति को गंगास्नान कराने की बात हास्यास्पद है। सांई सच्चरित नामक सांई की प्रमाणिक जीवनी के अध्याय 28 में यह प्रसंग उपलब्ध है।

इंदिरा हृदयेश ने लिया शंकराचार्य का आशीर्वाद
गुरुवार शाम हरिद्वार पहुंची काबिना मंत्री इंदिरा हृदयेश ने जगद्गुरु स्वरूपानंद सरस्वती से आशीर्वाद लिया। इस दौरान इंदिरा ने कहा कि वह पहले भी कई बार शंकराचार्य का आशीर्वाद ले चुकी हैं। हरिद्वार आने की सूचना पर इस बार भी आशीर्वाद लेने आई हूं। वहीं साईं बाबा को लेकर इंदिरा ने गोलमोल जवाब दिया। उन्होंने कहा कि शंकराचार्य काफी विद्धान हैं। उनके किसी कथन पर मेरा टिप्पणी करना उचित नहीं है।

जैनधर्म के अंतिम तीर्थकर महावीर स्वामी



जैनधर्म के अंतिम तीर्र्थकर महावीर स्वामी ने जो सिद्धांत व सूत्र दिए हैं, उनके द्वारा हम अपने व्यक्तित्व को पूर्णत: निखार सकते हैं। -

Lord Mahavira, Jainism's last Tirthkr



महावीर स्वामी का जन्म ईसा से 599 वर्ष पूर्व चैत्र शुक्ल त्रयोदशी को वैशाली गणतंत्र के लिच्छिवी वंश के महाराज सिद्धार्थ और माता त्रिशला देवी के यहां हुआ था। कहा जाता है कि वे इतने आकर्षक व तेजोमय थे कि जो भी उन्हें देखता, उनका हो जाता। उनका आध्यात्मिक व्यक्तित्व तो इतना निर्मल था कि उनके पास जाने वाले को अपनी सभी समस्याओं के समाधान मिल जाते थे। उनकी पवित्र वाणी को आचायरें ने प्राकृत भाषा में लिपिबद्ध किया था, जिन्हें आगम कहा जाता है। इन आगमों में अनेक दार्शनिक सिद्धांतों का प्रतिपादन किया गया है, जिनमें हमें वे सूत्र प्राप्त होते हैं, जिनसे सफल व्यक्तित्व का निर्माण होता है।

महावीर स्वामी ने रत्नत्रय के सिद्धांत को व्यक्ति के मौलिक विकास में सहायक माना है। रत्नत्रय के तीन रत्न हैं- सच्चा विश्वास (सटीक दृष्टि), सही ज्ञान और सही आचरण। अध्यात्म में इन्हें सम्यक दर्शन, सम्यक ज्ञान और सम्यक चारित्र कहा जाता है। स्वामी महावीर ने माना है कि समग्र व्यक्तित्व के लिए तीनों की आवश्यकता है।

रत्नत्रय में पहला है सच्चा विश्वास (सही दृष्टि)। यदि आप अपने लक्ष्य के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण नहीं रखते या फिर खुद पर विश्वास नहीं है, तब लक्ष्य मिल ही नहीं सकता। इसी से लक्ष्य के प्रति आपकी निष्ठा का पता चलता है। स्वामी महावीर के अनुसार, इसके साथ हमें लक्ष्य तक पहुंचाने वाले उपायों का सही ज्ञान होना भी जरूरी है। यह रत्नत्रय का दूसरा रत्न है। सही ज्ञान के अभाव में हम लक्ष्य से भटक सकते हैं। लक्ष्य के बारे में हमारे पास सही तथा प्रामाणिक सूचनाएं भी होनी चाहिए, इसीलिए सम्यक ज्ञान बहुत जरूरी है। सही विश्वास, सही दृष्टि तथा सही ज्ञान एक साथ व्यक्ति में उत्पन्न होते हैं, यह जैन दर्शन की तात्ति्‍‌वक मान्यता है।

विश्वास, निष्ठा, दृष्टि तथा सही ज्ञान के बाद भी जब तक हम सही आचरण को नहीं अपनाते, तब तक व्यक्तित्व अपूर्ण है। यदि लक्ष्य पर हमें विश्वास है औररास्ते का ज्ञान भी है, किंतु यदि रास्ते पर हम चलें ही नहीं, तो मंजिल तक नहीं पहुंच सकते। पथ पर सही तरीके से चलना ही सही आचरण है।

यदि कोई यह माने कि सच्चा विश्वास मात्र सफलता दिला देगा या मात्र ज्ञान हमें सफल कर देगा या फिर विश्वास और ज्ञान से रहित मात्र आचरण हमें सफल बना देगा, तो महावीर के अनुसार यह भ्रम है। ऐसी मान्यता एकांतवाद है, जो हमें लक्ष्य से कभी नहीं मिलने देती। रत्नत्रय की पूर्णता ही व्यक्तित्व का निर्माण करती है। इसीलिए भगवान महावीर ने रत्नत्रय को आधार बनाकर विचारों में अनेकांत (विवेकपूर्वक सभी पहलुओं को समझना), वाणी में स्यादवाद (सभी पहलुओं को परखकर व्यक्त करना), आचार में अहिंसा और जीवन में अपरिग्रह के चार सूत्र भी दिए।

यदि हम किसी भी वस्तु, घटना या परिस्थिति के एक ही पहलू को देखते हैं और अन्य पक्षों को देख ही नहीं पाते, तो यह हमारे व्यक्तित्व की कमजोरी है। अनेकांत के माध्यम से व्यक्ति के बहुआयामी दृष्टिकोण का विकास होता है। व्यक्ति जब यह समझने, देखने और सोचने लगता है कि एक ही वस्तु की अनेक दृष्टियों से ही सही व्याख्या की जा सकती है और किसी एक दृष्टि से देखने पर वस्तु का पूरा स्वरूप व्याख्यायित नहीं किया जा सकता, तब उसके चिंतन का विकास होता है। इसलिए महावीर कहते हैं कि चिंतन में अनेकांत दृष्टि रखो। वहीं, स्यादवाद हमारी वाणी को नियंत्रित करता है। वह कहता है कि वाक्यविन्यास ऐसा हो, जिसमें वस्तु, घटना या परिस्थिति का कोई भी पक्ष छूट न जाए। अपनी जीभ को मर्यादा और संयम में रखेंगे तो कभी किसी के कटाक्ष का सामना नहीं करना पड़ेगा। हमारी बोली हमारे व्यक्तित्व का महत्वपूर्ण भाग है, इसके द्वारा ही हम प्रभावी अभिव्यक्ति कर पाते हैं।

भगवान महावीर की मूल शिक्षा अहिंसा का सीधा अर्थ है कि व्यावहारिक जीवन में हम किसी को कष्ट न पहुंचाएं। हमारे आचार में अहिंसा हो, तभी वह संपूर्ण व्यक्तित्व बन सकता है। इसी तरह स्वामी महावीर ने अपरिग्रह का सूत्र दिया, जिसका अर्थ है त्याग। उन्होंने कहा कि उतना रखो, जितनी आवश्यकता है। परिग्रह (भौतिक चीजें इकट्ठा करना) तनाव और आसक्ति को जन्म देता है। आज अपराध, हत्याएं, भ्रष्टाचार, दहेज आदि परिग्रह की ही देन हैं।

महावीर का कहना है कि हमारा व्यक्तित्व मात्र शारीरिक सौंदर्य से ही निर्मित नहीं होता, उसमें हमारा चिंतन, वाणी और व्यवहार बहुत जरूरी है। यदि आज के युवा भगवान महावीर के इन सिद्धांतों को समझेंगे तो वे प्रभावशाली व्यक्तित्व का निर्माण कर सकते हैं।

प्रेमिका के सामने पत्नी का ऑफर, 30 लाख दो मेरा पति ले लो



कोलकाता: महानगर में एक अजीबोगरीब घटना सामने आयी, जब एक पत्नी ने 30 लाख रुपये देने पर पति को हमेशा के लिए छोड़ देने का ऑफर दे दिया. यह ऑफर उसने पति की प्रेमिका को दिया, जो उसके पति से शादी की मांग करते हुए उसके घर पहुंची थी. प्रेमिका का कहना था कि महिला के पति ने उसके साथ दुष्कर्म किया है, इसीलिए उसे उससे शादी करनी होगी. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, शादी की मांग कर रही पति की प्रेमिका को उसकी पत्नी ने कहा : ठीक है तुम मेरे पति के साथ जो करना है कर सकती हो. लेकिन उसके पहले तुम्हें मेरी शर्त माननी होगी. हमारे तीन बच्चे हैं, जिनके पालन पोषण के लिए 30 लाख रुपये दे दो और मेरे पति को ले लो.

पत्नी के इस ऑफर से प्रेमिका तिलमिला गयी और हंगामा करने लगी. दोनों महिलाएं आपस में जोर-जोर से झगड़ने लगी. ऐसे में रात के समय शोर-शराबा सुन कर पूरा मोहल्ला मनोज के घर पर जुट गया. मनोज का घर वाटगंज इलाके में है, जहां मंगलवार रात यह हंगामा हो रहा था. इलाके में हंगामा की खबर पा कर वाटगंज थाने के अतिरिक्त प्रभारी मौके पर पहुंच गये. पुलिस को देख कर पीड़िता ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की शिकायत करने लगी. ऐसे में पुलिस अधिकारी ने पीड़िता को हेस्टिंग्स थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी, जिसके बाद प्रेमिका सीधे थाने पहुंची और सामूहिक दुष्कर्म की शिकायत दर्ज करा दी. शिकायत पर कार्रवाई करते हुए हेस्टिंग्स थाने की पुलिस ने पीड़िता के प्रेमी मनोज नाथ (28) को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी को अदालत ने नौ जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है.

टैक्सी से ले जाकर गैंगरेप का आरोप
पुलिस ने बताया कि मंगलवार रात 22 वर्षीया एक युवती हेस्टिंग्स थाने में पहुंची और उसके साथ गैंगरेप होने की शिकायत दर्ज करायी. शिकायत में पीड़िता ने बताया कि वह वाटगंज इलाके के लस्कर लाइन मसजिद के पास रहती है. 22 जून को एक टैक्सी में चार लोगों ने उसका अपहरण कर लिया. फिर उसे बाबूघाट इलाके में ले जाकर झाड़ियों में उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया. इसके बाद उसे फिर से उसके घर के पास लाकर छोड़ दिया. चार युवकों में उसने मनोज नाथ के नाम का उल्लेख किया, जिसके बाद पुलिस ने मनोज को गिरफ्तार कर लिया.

सीसीटीवी कैमरे में दिखा कुछ और ही
जांच करने पर हेस्टिंग्स थाने के अधिकारियों ने सड़क पर लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद ली, जहां पीड़िता को आरोपी के साथ झाड़ियों के पीछे जाते देखा गया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक फुटेज को देखने के बाद पीड़िता से फिर से पूछताछ की गयी, जहां उसने सहमति से शारीरिक संबंध बनाने का खुलासा किया. पीड़िता ने बताया कि शादी का आश्वासन देने पर उसने मनोज के साथ शारीरिक संबंध बनाया. इसके बाद से मनोज पहले से शादीशुदा होने की बात कह कर उससे शादी नहीं कर रहा था.

अदालत करेगी मामले पर फैसला
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) पल्लव कांति घोष ने बताया कि पूरे मामले को अदालत के सामने रखा जायेगा, जिसके बाद अदालत के निर्देश पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी.

गुरुवार, 26 जून 2014

नेशनल हेराल्ड मामले में कोर्ट ने सोनिया और राहुल गांधी को भेजा समन -



नई दिल्ली। दिल्ली की एक अदालत ने नेशनल हेराल्ड के फंड में हुए कथित गबन के मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को समन भेजा है।
Sonia, Rahul Gandhi Summoned to Delhi Court Next Month
कोर्ट ने दोनों को 7 अगस्त को कोर्ट में पेश होने के लिए कहा है। सोनिया गांधी को बतौर आरोपी समन भेजा गया है। सोनिया और राहुल गांधी के अलावा मोतीलाल वोरा,ऑस्कर फर्नाडिस और सैम पित्रोदा को भी समन भेजा गया है। नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र था जो चार साल पहले बंद हो गया था। मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट गोमती मनोचा ने समन जारी करते हुए कहा कि मुझे सभी आरोपियों के खिलाफ प्रथम दृष्टया सूबत मिले हैं।

नेशलन हेराल्ड की स्थापना देश के पहले प्रधानमंत्री पण्डित जवाहर लाल नेहरू ने 1938 में की थी। 2008 में समाचार पत्र बंद हो गया था। यंग इंडियन नामक निजी कंपनी ने नेशनल हेराल्ड की संपत्ति का अधिग्रहण कर लिया। भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी इस मामले को कोर्ट में लेकर चले गए। सोनिया गांधी और राहुल गांधी यंग इंडियन कंपनी में निदेशक हैं।

दोनों के कंपनी में 76 फीसदी शेयर हैं। अन्य शेयर कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नाडिस के हैं। स्वामी ने कहा कि यह विश्वासघात का गंभीर मामला है। अगर सोनिया गांधी दोषी पाई गई तो उन्हें सात साल की जेल हो सकती है। उन्हें ट्रायल का सामना करना होगा। उन्हें बतौर आरोपी समन भेजा गया है। उनके खिलाफ प्रथम दृष्ट्या सबूत हैं।


क्या है नेशनल हेराल्ड मामला

सुब्रमण्डयम स्वामी का आरोप है कि एसोसिएट जर्नल्स लिमिटेड का अधिग्रहण करने के लिए कांग्रेस के नेताओं ने यंग इंडियन कंपनी को बिना ब्याज के ऋण दिया। नेशनल हेराल्ड का मालिकाना हक एसोसिएट जर्नल्स लिमिटेड के पास था। स्वामी का आरोप है कि यंग इंडियन ने एसोसिएट जर्नल्स की 500 करोड़ रूपए की संपत्ति हड़पने की अनुमति दी। इसके लिए ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के 90 करोड़ रूपए के फंड का इस्तेमाल किया गया।

स्वामी ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर फर्जी कंपनी चलाने और सरकारी सुविधाओं का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया। स्वामी ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी। स्वामी का आरोप है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने सरकारी फर्म को निजी कंपनी में तब्दील करवा दिया और 1,600 करोड़ रूपए की प्रोपर्टी हड़प ली।

स्वामी के मुताबिक एसोसिएट जर्नल्स लिमिटेड के पास नेशनल हेराल्ड और कौमी आवाज समाचार पत्र का मालिकाना हक है। इस कंपनी की उत्तर प्रदेश और दिल्ली में बेशकीमती प्रोपर्टी है। स्वामी का कहना है कि यंग इंडियन की डील फर्जी थी। इसमें कई कानूनों का उल्लंघन हुआ है। दिल्ली में हेराल्ड हाउस की हड़पने के लिए कथित फर्जीवाड़ा किया गया। हेराल्ड हाउस दिल्ली के हब में स्थित है और उसकी कीमत 1,600 करोड़ रूपए है।

 

अच्छे दिन किधर गए, मोदी के खिलाफ कोर्ट में याचिका दाखिल



मुंबई। नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को सत्ता में आए एक महीना हो गया है। लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी ने जनता से कहा था कि अच्छे दिन आने वाले हैं लेकिन रेल किराए में बढ़ोतरी और बढ़ती महंगाई के कारण लोगों का कहना है कि अच्छे दिन की बजाय बुरे दिन आए गए।
Petition filed against Narendra Modi
मुंबई के एक एनजीओ ने मोदी और भाजपा के खिलाफ बोम्बे हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की है। इसमें वादों को तोड़ने का आरोप लगाया गया है। याचिका ऑल इंडिया करप्शन एंड सिटीजंस वेलफेयर कोर कमेटी और इसके संस्थापक ने दाखिल की है। वकील एमवी होलमागी का आरोप है कि रेल किराए में बढ़ोतरी और अन्य उपयोगी वस्तुओं के दाम में बढ़ोतरी कर नई सरकार ने आपराधिक विश्वासघात किया है।

न्यायाधीश अभय ओका और न्यायाधीश ए.चंदूरकर की पीठ ने वकील से कहा कि रेलवे की टिकटों के दामों में बढ़ोतरी को लेकर दाखिल जनहित याचिका को पहले ही खारिज किया जा चुका है। कोर्ट ने यह भी उल्लेखन किया कि उसके प्रशासनिक दफ्तर ने याचिका में आपत्तियों को चिन्हित किया है,जिन्हें हटाया जाना चाहिए। याचिता में हाईकोर्ट से अनुरोध किया गया है कि वह सरकारी रिकॉर्ड मंगवाएं और वादे नहीं निभाने के कारण सरकार से इस्तीफा मांगे।

होलमागी ने कहा कि मौजूदा सरकार को इस देश की जनता से बड़ा जनादेश मिला। यह जनादेश इस वादे पर मिला था कि अच्छे दिन आ रहे हैं। लेकिन सरकार ने एक महीने में ही रेलवे की टिकटों के दामों में इजाफा कर दिया। साथ ही उपभोग की वस्तुएं भी महंगी कर दी। यूपीए सरकार के शासनकाल के दौरान बढ़ी महंगाई का विपक्ष ने विरोध किया था। लेकिन सरकार ने अपना वादा नहीं निभाया,इसलिए आम आदमी को उनके वोट पर पुर्नविचार का अवसर मिलना चाहिए। याचिका में प्रधानमंत्री,कैबिनेट और भाजपा को पक्षकार बनाया गया है।

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भाजपा के एक सांसद की छीन सकती है संसद सदस्यता



जयपुर। बांसवाड़ा से भाजपा सांसद मानशंकर निनामा पर चुनाव आयोग कार्रवाई कर सकता है। चुनाव आयोग तय सीमा से 5 लाख रूपए ज्यादा खर्च करने पर निनामा के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है। इसके तहत निनामा सांसद पद के लिए अयोग्य ठहराए जा सके हैं।
BJP MP Manshankar Ninama may lose his post due to election expenditure
दो केन्द्रीय पर्यवेक्षकों जनार्दन एस व मुनेश कुमार ने अपनी रिपोर्ट में निनामा को लोकप्रतिनिधित्व कानून 1951 की धारा 10 ए के तहत अयोग्य ठहराए जाने व भादसं 171 (1) के तहत चुनाव खर्चो का ब्यौरा नहीं रखने पर कार्रवाई की मांग की है। रिपोर्ट के अनुसार निनामा ने बांसवाड़ा में 12 अप्रैल को नरेन्द्र मोदी की सभा करवाई, लेकिन पूरा हिसाब नहीं दिया।

वहीं सांसद निनामा ने कहाकि,"खर्च पार्टी ने किया है। इससे मेरा कोई लेना-देना नहीं है और न ही मैंने कोई हिसाब लगाया है कि कहां कितना खर्च हुआ।" गौरतलब है कि पार्टी के स्टार प्रचारक का खर्चा पार्टी फंड में जुड़ता है। लेकिन स्टार प्रचारक द्वारा प्रत्याशी का नाम लेकर उसके समर्थन में वोट देने की अपील करने पर खर्चा प्रत्याशी के खाते में जोड़ा जाता है।

 

"तनख्वाह मिलती है कलक्टर हो या पटवारी काम तो करना ही होगा" --



श्रीगंगानगर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बुधवार को श्रीगंगानगर के दौरे में कहा कि राज का काज करने वालों को तनख्वाह मिलती है काम तो करना ही पड़ेगा। उन्होंने कार्मिकों को चेताया कि चाहे कलक्टर हो या पटवारी मुझे यह नहीं सुनना कि मेरे बच्चों को पढ़ाना है, वहां नहीं जा सकता। मुख्यमंत्री, मंत्री सहित सभी जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों -कर्मचारियों को तनख्वाह मिलती है, उन्हें आमजन की अपेक्षाओं पर खरा उतरना चाहिए।
Rajasthan CM Raje advices Govt employees to work

..तो पता होती है नौकरी की कंडीशन

"सरकार आपके द्वार" कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री ने सूरतगढ़ से श्रीकरणपुर जाते हुए बींझबायला गांव में ग्रामीणों की समस्याएं सुनने के बाद कहा कि जब कोई आरएएस बनता है तो उसे नौकरी की कंडीशन पता होती है। उसे काम करना होगा बदले में जनता की कमाई से तनख्वाह मिलेगी। डॉक्टर-शिक्षक मोटी तनख्वाह लेते हैं, वह जनता की वजह से ही मिलती है। स्कूल में जाएं, बच्चों को पढ़ाएं। डॉक्टर जिसे दवा की जरूरत है, उसे दवा दें। अधिकारी लोगों का काम करें।


सब जनता की वजह से

राजे ने कहा कि मुख्यमंत्री व मंत्री को जनता की वजह से ही सब मिला है। इसे संभाल कर रखना चाहिए। जनता के बीच जाकर पूछना चाहिए कि उन्हें किस चीज की जरूरत हैं। यह सब हो गया तो समझो राजस्थान बदल जाएगा। सीएम ने शुद्ध पेयजल नहीं मिलने पर कहा कि यह बड़ी परेशानी है। दौरे के अंतिम दिन केबिनेट की बैठक में यह मुद्दा रखेंगे। धरना-प्रदर्शन से कुछ नहीं होगा।


सीएम आज संगरिया में

मुख्यमंत्री राजे गुरूवार को हनुमानगढ़ जिले के दौरे पर रहेंगी। वे दोपहर 12 बजे संगरिया में जनसुनवाई करेंगी। विशेषाधिकारी गजानंद शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री सुबह दस बजे श्रीगंगानगर हिन्दुमलकोट के लिए रवाना होंगी और बाद में लालगढ़ व सादुलशहर होते हुए संगरिया पहुंचेंगी। वहां स्वामी केशवानंद महाविद्यालय में जनसुनवाई का कार्यक्रम है। इसके बाद वे रतनपुरा, नगराना, मानकसर व नवां होते हुए हनुमानगढ़ आएंगी।

 

जिससे लव मैरिज की, उसी से परेशान होकर दी जान



जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर जिले में एक युवक ने अपनी पत्नी से परेशान फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक ने लव मैरिज की थी। युवक के पिता की रिपोर्ट पर प्रेम विवाह करने वाली युवती के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।
Man commit suicide in Jodhpur
बोरानाडा थाना पुलिस ने बताया कि मूलत: चौहाबो में सेक्टर 17 ई हाल आशापूर्णा सिटी तृतीय फेस निवासी कुणाल गर्ग मंगलवार देर शाम फंदे पर लटका मिला था। उसके पिता राकेश गर्ग की शिकायत पर कुणाल से प्रेम विवाह करने वाली युवती के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

युवती पिछले तीन-चार दिन से गायब बताई जा रही है। मौके से मिले सुसाइड नोट में मृतक ने अपनी पत्नी पर परेशान होकर आत्महत्या करने का आरोप लगाया था। पुलिस का कहना है कि युवक जनवरी से युवती के साथ परिवार से अलग रह रहा था।

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शाहरुख खान के ड्राइवर ने किया पूर्व अभिनेत्री संगीता बिजलानी की नौकरानी से रेप



बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के ड्राइवर पर रेप का आरोप लगा है. बीएमडब्ल्यू चलाने वाले इस ड्राइवर पर पूर्व अभिनेत्री संगीता बिजलानी की नौकरानी ने रेप का आरोप लगाया है. पीड़ित की शिकायत पर बांद्रा पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
अभिनेता शाहरुख खान

बच्चों को स्कूल ले जाने और ले आने वाले इस आरोपी ड्राइवर का नाम राजेंद्र गौतम उर्फ पिंटू मिश्रा है और वह साकीनाका का रहने वाला है. आरोपी राजेंद्र ने पीड़ित लड़की को किंग खान या किसी दूसरी बड़ी हस्ती के यहां काम दिलाने का झांसा देकर अपनी हवस का शिकार बनाया. आरोपी पीड़ित को नालासोपारा के एक होटल लेकर गया और उसके साथ रेप किया.

बांद्रा पुलिस ने पीड़ित लड़की की शिकायत पर आरोपी को गिरफ्तार किया. गुरुवार को उसे बांद्रा कोर्ट में पेश किया जाएगा.

पीड़ित पूर्व अभिनेत्री संगीता बिजलानी के यहां नौकर का काम करती है. जिसकी उम्र 17 साल है और उसकी मां नहीं है. राजेंद्र को उसके एक दोस्त से पीड़ित लड़की का नंबर मिला था. मूलतः लातूर की रहने वाली पीड़ित पांच महीने पहले ही मुंबई पहुंची थी.


 

मोदी के खास शाह होंगे BJP के नए अध्यक्ष!



नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खासमखास अमित शाह को भारतीय जनता पार्टी की कमान दी जा सकती है। सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक बीजेपी अध्यक्ष के तौर पर उनका नाम लगभग तय है। खबर ये भी है कि पार्टी बजट सत्र से पहले उनके नाम का ऐलान कर सकती है।

अमित शाह के अलावा जेपी नड्डा और ओपी माथुर भी बीजेपी अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल थे। लेकिन बाजी अमित शाह के हाथ ही लगी। बताया जा रहा है कि नड्डा ने खुद महासचिव पद पर बने रहने की इच्छा जाहिर की थी।



वहीं ओपी माथुर के नाम पर सहमति नहीं बन पाई और मौका अमित शाह को मिलता दिख रहा है। यूपी प्रभारी के तौर पर अमित शाह ने लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में बीजेपी को शानदार जीत दिलाई थी। बीजेपी को राज्य में 80 में से 71 सीटें मिली हैं। इस जबरदस्त कामयाबी का अमित शाह को इनाम भी मिलता दिख रहा है।

"सीएम, मंत्री और अफसर सब जनता के सेवक"

जयपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि मुख्यमंत्री, मंत्री, जनप्रतिनिधि, अधिकारी, डाक्टर या कर्मचारी सब जनता के कार्यकर्ता है। राजे सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत बुधवार को सूरतगढ से करणपुर जाते समय श्रीगंगानगर में बींझाबायला ग्राम पंचायत में ग्रामीणों को संबोधित कर रही थीं। cm, ministers, public representatives, officers all are workers of the janata, says vasundhara raje

उन्होंने कहा कि 60 साल से मुख्यमंत्री ऑफिस में ही बैठकर काम करते थे, लेकिन पहली बार हमने सरकार आपके द्वार जैसे अभिनव प्रयोग के माध्यम से जनता को बता दिया कि हम जनता के प्रति जवाबदेह हैं। उन्होंने जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और कर्मचारियों को ये भी स्पष्ट कर दिया कि वे सब एक ही टीम के सदस्य है, जिनका मिशन है राजस्थान को बुलंदियों पर ले जाना। यह मिशन सबके सहयोग से ही पूरा होगा, जिसमें जनता को भी सहयोग करना होगा।

राजे ने कहा कि आजादी के बाद 60 सालों में जनता अपनी समस्याओं को लेकर सरकारों को कागज पर कागज पकड़ाती रही, लेकिन लोगों के काम नहीं हुए। ऎसी व्यवस्था को सुधारने के लिए ही हमने बहुत सोच-समझकर ऎसा कार्यक्रम हाथ में लिया है, जिसके तहत मुख्यमंत्री और मंत्री अलग-अलग क्षेत्रों और अलग-अलग रूट पर जनता के बीच पहुंच रहे हैं और हर पंचायत समिति को कवर कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि 60 साल में लोगों के लिए पानी की व्यवस्था नहीं है। गांव में डॉक्टर नहीं हैं, आज भी प्रदेश में दस हजार डाक्टरों की कमी है। साठ साल में सरकार अपना काम चालू रखती तो सरकार और जनता के बीच इतना अंतर नहीं होता। उन्होंने कहा कि टीचर्स, डॉक्टर्स, अधिकारी और कर्मचारी सभी मिलकर जनता की परेशानी को दूर करने की कोशिश करेंगे तो राजस्थान बदल जाएगा।

पत्नी को साथ नहीं भेजने से खफा युवक टावर पर चढ़कर कूदा,

चूरू. पत्नी को साथ नहीं भेजे जाने से खफा युवक बुधवार दोपहर मोबाइल टावर पर चढ़ गया। पत्नी, ससुराल पक्ष व अन्य लोगों ने नीचे उतरने के लिए काफी समझाइश की। पुलिस की भी उसने नहीं सुनी और आधे घंटे बाद आखिरकार वह टावर से गेनाणी (गंदे पानी का हौद) में कूद गया। गेनाणी की दीवार से टकराने के कारण घायल हो गया। अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई।
पत्नी को साथ नहीं भेजने से खफा युवक टावर पर चढ़कर कूदा, देखिए तस्वीरें
पुलिस के अनुसार कोतवाली में बुधवार दोपहर 2.30 बजे फोन आया कि चांदनी चौक स्थित गेनाणी के पास टावर पर युवक चढ़ा हुआ है। पुलिस तुरंत ही पहुंची। उसे नीचे उतारने के लिए समझाइश की। कालू पुत्र मोहनलाल ने बताया कि उसका जीजा राजेश पुत्र बुधराम रेगर लाडनूं का था। मंगलवार रात वह ससुराल चूरू आया था। जीजा ने शराब पी रखी थी। सुबह फिर वह शराब पीकर आया और पत्नी को साथ भेजने के लिए झगडऩे लगा। ऐसी हालत में बहन को उसके साथ भेजने से मना कर दिया गया। तब राजेश नशे में टावर पर चढ़ गया। हमारी व पुलिस की समझाइश के बाद भी वह नहीं उतरा और गेनाणी में कूद पड़ा। कूदते समय वह पहले दीवार पर गिरा और फिर गंदे पानी में। उसे सरकारी डीबी अस्पताल में लाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

एएसपी राजकुमार चौधरी ने अस्पताल चौकी पहुंचकर घटना की जानकारी ली। पुलिस ने युवक के परिजनों को सूचना भेजी। शाम तक लाडनूं से परिजन नहीं पहुंचे थे और पुलिस
कार्रवाई जारी थी।

डेढ़ महीने पहले हुई थी शादी

राजेश की शादी करीब डेढ़ महीने पहले चांदनी चौक चूरू में शादी हुई थी। उसके ससुराल पक्ष के लोगों ने बताया कि शादी के बाद से ही वह पत्नी से मारपीट करता। बुधवार को भी वह शराब के नशे में पत्नी को साथ ले जाने की जिद करने लगा।

पत्नी ने की गुहार, लोगों की लगी भीड़

युवक करीब आधा घंटे तक टावर पर चढ़ा रहा। इस दौरान पत्नी ने भी उससे नीचे उतरने की अपील की। टावर पर युवक के चढऩे की सूचना मिलने पर मोहल्ले के लोगों की भी मौके पर भीड़ लग गई।

बाड़मेर :सिवाना. पुलिस गिरफ्त में नाबालिग बच्ची के अपहरण के आरोपी।

बाड़मेर :सिवाना. पुलिस गिरफ्त में नाबालिग बच्ची के अपहरण के आरोपी। 
  

नाबालिग बच्ची का अभी तक कोई सुराग नहीं, तलाश जारी


सिवाना. क्षेत्र के मिठोड़ा गांव में गत 19 जून को दिन दहाड़े बदमाशों ने हवाई फायरिंग कर एक घर से नाबालिग का अपहरण कर ले जाने वाले मामले में पुलिस ने पांच अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया है।
घटना के बाद से थानाधिकारी सुमेरसिंह राठौड़ के नेतृत्व में गठित पुलिस दल के सदस्य रतिराम, पदमपुरी, जामीन खां, रामप्रसाद व गोविंदराम ने लगातार अलग-अलग ठिकानों के तहत अहमदाबाद, सांचोर, मालवाड़ा, सुरेंद्र नगर, भीनमाल में खोजबीन कर अपहरणकर्ता अरविंद पुत्र धनाराम दर्जी निवासी मालवाड़ा, कैलाशपुरी पुत्र नरेशपुरी स्वामी निवासी नांदिया (बागौड़ा), दिनेश पुत्र छगनलाल दर्जी मालवाड़ा (चितलाना), मोहनराम पुत्र खंगाराम विश्नोई निवासी बावरला व पूनमाराम पुत्र चौथाराम विश्नोई निवासी बिच्छावाड़ी (सिरोही) को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने प्रथम पूछताछ में बताया कि उन्होंने अपहरण की साजिश मालवाड़ा व अहमदाबाद में घटना के मुख्य आरोपी गोपाराम दर्जी निवासी सांचोर सहित कुल आठ जनों ने मिलकर रची। साजिश रचने के बाद 19 जून को दिन में लगभग 3 बजे मिठौड़ा गांव के एक घर में घुसकर 12 वर्षीय नाबालिग का अपहरण कर ले गए। बालिका के परिजनों की ओर से रोकने की कोशिश करने पर आरोपियों ने हवाई फायर करते हुए स्कॉर्पियो में सवार होकर फरार हो गए। घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों का मुख्य आरोपी पांड्या गैंग सांचोर का सदस्य है तथा शराब तस्करी सहित अनेक मामले उसके खिलाफ दर्ज हैं। हालांकि पुलिस को अभी तक नाबालिग का सुराग नहीं लगा है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के लिए गुरुवार को न्यायालय में पेश कर रिमांड मांगा जाएगा।

महात्मा बुद्ध को माना गया भगवान विष्णु का तेइसवां अवतार


बिहार में हिन्दुओं के गया तीर्थ में श्राद्ध कर्म पूर्ण करने के बाद भगवान विष्णु के दर्शन करने से मनुष्य पितृ, माता और गुरु के ऋण से मुक्त हो जाता है। गया के समीप ही बौध धर्म को समर्पित बौध गया प्रमुख तीर्थ माना गया है। गया से 1 किमी की दूरी पर स्थित बौद्ध गया, बौद्ध धर्म के अनुयायियों का प्रमुख तीर्थ स्थल है। भगवान बुद्ध ने इसी स्थान पर ईसा पूर्व 531 में फाल्गु नदी के तट पर पवित्र बोधिवृक्ष की छाया में बैठ कर तपश्चर्या के द्वारा ज्ञान के प्रकाश का प्रथम साक्षात्कार किया था तत्पश्चात वह भगवान बुद्ध कहलाने लगे।



ज्ञान प्राप्ति के पश्चात वे सात सप्ताह तक उरुवेला के समीप ही मनन करते रहे। काशी अथवा वाराणसी से लगभग 10 किलोमीटर दूर स्थित सारनाथ प्रसिद्ध बौद्ध तीर्थ है। सारनाथ वाराणसी से इतना करीब है की इसे वाराणसी से अलग नहीं कहा जा सकता। पहले यहां घना वन था और मृग-विहार किया करते थे। उस समय इसका नाम ‘ऋषिपत्तन मृगदाय’ था। ज्ञान प्राप्त करने के बाद गौतम बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश अपने पांच शिष्यों को दिया था। सम्राट अशोक के समय में यहां बहुत से निर्माण-कार्य हुए।


मान्यता है की सम्राट अशोक की पुत्री संघमित्रा ने बोध गया स्थित पवित्र बोधि वृक्ष की एक शाखा श्री लंका के अनुरधपूरा में लगाईं थी, उसी पेड़ की एक शाखा को यहां सारनाथ में लगाया गया है। गौतम बुद्ध तथा उनके शिष्यों की प्रतिमाएं म्यांमार के बौद्ध श्रद्धालुओं की सहायता से यहां लगाईं गई हैं। इसी परिसर में भगवान बुद्ध के अट्ठाईस रूपों की प्रतिमाएं भी स्थित हैं।

जिस परम पवित्र स्थान पर भगवान बुद्ध ने वैशाख महीने में पूर्णिमा के दिन ज्ञान प्राप्त किया था उस स्थान को बौध गया तथा वह शुभ दिन बुद्ध पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार महात्मा बुद्ध को भगवान विष्णु का तेइसवां अवतार माना गया है। बुद्ध पूर्णिमा का पर्व बुद्ध के आदर्शों व धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।

बौध गया का सबसे प्रमुख मन्दिर महा बोधि मन्दिर है। आम जनमानस का भरोसा है कि महाबोधि मन्दिर में स्थापित बुद्ध की मूर्ति का संबध साक्षात भगवान बुद्ध से है। भगवान बुद्ध बौध भिक्षु के स्वप्न में आए और उस से कहा कि इस प्रतिमा का निर्माण स्वयं उन्होने हीे किया है। भगवान बुद्ध की इस प्रतिमा को बौध धर्म में अत्यधिक मान-सम्मान प्राप्त है तथा नालन्दा और विक्रमशिला के बौध मन्दिरों में भी इसी का प्रतिरुप स्थापित है। सन् 2002 में यूनेस्को ने इस मन्दिर एवं क्षेत्र को विश्व विरासत स्थल घोषित किया है।