जयपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि मुख्यमंत्री, मंत्री, जनप्रतिनिधि, अधिकारी, डाक्टर या कर्मचारी सब जनता के कार्यकर्ता है। राजे सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत बुधवार को सूरतगढ से करणपुर जाते समय श्रीगंगानगर में बींझाबायला ग्राम पंचायत में ग्रामीणों को संबोधित कर रही थीं।
उन्होंने कहा कि 60 साल से मुख्यमंत्री ऑफिस में ही बैठकर काम करते थे, लेकिन पहली बार हमने सरकार आपके द्वार जैसे अभिनव प्रयोग के माध्यम से जनता को बता दिया कि हम जनता के प्रति जवाबदेह हैं। उन्होंने जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और कर्मचारियों को ये भी स्पष्ट कर दिया कि वे सब एक ही टीम के सदस्य है, जिनका मिशन है राजस्थान को बुलंदियों पर ले जाना। यह मिशन सबके सहयोग से ही पूरा होगा, जिसमें जनता को भी सहयोग करना होगा।
राजे ने कहा कि आजादी के बाद 60 सालों में जनता अपनी समस्याओं को लेकर सरकारों को कागज पर कागज पकड़ाती रही, लेकिन लोगों के काम नहीं हुए। ऎसी व्यवस्था को सुधारने के लिए ही हमने बहुत सोच-समझकर ऎसा कार्यक्रम हाथ में लिया है, जिसके तहत मुख्यमंत्री और मंत्री अलग-अलग क्षेत्रों और अलग-अलग रूट पर जनता के बीच पहुंच रहे हैं और हर पंचायत समिति को कवर कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 60 साल में लोगों के लिए पानी की व्यवस्था नहीं है। गांव में डॉक्टर नहीं हैं, आज भी प्रदेश में दस हजार डाक्टरों की कमी है। साठ साल में सरकार अपना काम चालू रखती तो सरकार और जनता के बीच इतना अंतर नहीं होता। उन्होंने कहा कि टीचर्स, डॉक्टर्स, अधिकारी और कर्मचारी सभी मिलकर जनता की परेशानी को दूर करने की कोशिश करेंगे तो राजस्थान बदल जाएगा।
उन्होंने कहा कि 60 साल से मुख्यमंत्री ऑफिस में ही बैठकर काम करते थे, लेकिन पहली बार हमने सरकार आपके द्वार जैसे अभिनव प्रयोग के माध्यम से जनता को बता दिया कि हम जनता के प्रति जवाबदेह हैं। उन्होंने जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और कर्मचारियों को ये भी स्पष्ट कर दिया कि वे सब एक ही टीम के सदस्य है, जिनका मिशन है राजस्थान को बुलंदियों पर ले जाना। यह मिशन सबके सहयोग से ही पूरा होगा, जिसमें जनता को भी सहयोग करना होगा।
राजे ने कहा कि आजादी के बाद 60 सालों में जनता अपनी समस्याओं को लेकर सरकारों को कागज पर कागज पकड़ाती रही, लेकिन लोगों के काम नहीं हुए। ऎसी व्यवस्था को सुधारने के लिए ही हमने बहुत सोच-समझकर ऎसा कार्यक्रम हाथ में लिया है, जिसके तहत मुख्यमंत्री और मंत्री अलग-अलग क्षेत्रों और अलग-अलग रूट पर जनता के बीच पहुंच रहे हैं और हर पंचायत समिति को कवर कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 60 साल में लोगों के लिए पानी की व्यवस्था नहीं है। गांव में डॉक्टर नहीं हैं, आज भी प्रदेश में दस हजार डाक्टरों की कमी है। साठ साल में सरकार अपना काम चालू रखती तो सरकार और जनता के बीच इतना अंतर नहीं होता। उन्होंने कहा कि टीचर्स, डॉक्टर्स, अधिकारी और कर्मचारी सभी मिलकर जनता की परेशानी को दूर करने की कोशिश करेंगे तो राजस्थान बदल जाएगा।
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