श्रीगंगानगर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बुधवार को श्रीगंगानगर के दौरे में कहा कि राज का काज करने वालों को तनख्वाह मिलती है काम तो करना ही पड़ेगा। उन्होंने कार्मिकों को चेताया कि चाहे कलक्टर हो या पटवारी मुझे यह नहीं सुनना कि मेरे बच्चों को पढ़ाना है, वहां नहीं जा सकता। मुख्यमंत्री, मंत्री सहित सभी जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों -कर्मचारियों को तनख्वाह मिलती है, उन्हें आमजन की अपेक्षाओं पर खरा उतरना चाहिए।
..तो पता होती है नौकरी की कंडीशन
"सरकार आपके द्वार" कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री ने सूरतगढ़ से श्रीकरणपुर जाते हुए बींझबायला गांव में ग्रामीणों की समस्याएं सुनने के बाद कहा कि जब कोई आरएएस बनता है तो उसे नौकरी की कंडीशन पता होती है। उसे काम करना होगा बदले में जनता की कमाई से तनख्वाह मिलेगी। डॉक्टर-शिक्षक मोटी तनख्वाह लेते हैं, वह जनता की वजह से ही मिलती है। स्कूल में जाएं, बच्चों को पढ़ाएं। डॉक्टर जिसे दवा की जरूरत है, उसे दवा दें। अधिकारी लोगों का काम करें।
सब जनता की वजह से
राजे ने कहा कि मुख्यमंत्री व मंत्री को जनता की वजह से ही सब मिला है। इसे संभाल कर रखना चाहिए। जनता के बीच जाकर पूछना चाहिए कि उन्हें किस चीज की जरूरत हैं। यह सब हो गया तो समझो राजस्थान बदल जाएगा। सीएम ने शुद्ध पेयजल नहीं मिलने पर कहा कि यह बड़ी परेशानी है। दौरे के अंतिम दिन केबिनेट की बैठक में यह मुद्दा रखेंगे। धरना-प्रदर्शन से कुछ नहीं होगा।
सीएम आज संगरिया में
मुख्यमंत्री राजे गुरूवार को हनुमानगढ़ जिले के दौरे पर रहेंगी। वे दोपहर 12 बजे संगरिया में जनसुनवाई करेंगी। विशेषाधिकारी गजानंद शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री सुबह दस बजे श्रीगंगानगर हिन्दुमलकोट के लिए रवाना होंगी और बाद में लालगढ़ व सादुलशहर होते हुए संगरिया पहुंचेंगी। वहां स्वामी केशवानंद महाविद्यालय में जनसुनवाई का कार्यक्रम है। इसके बाद वे रतनपुरा, नगराना, मानकसर व नवां होते हुए हनुमानगढ़ आएंगी।
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