शुक्रवार, 23 मई 2014

जैसलमेर लम्बी मूंछों वाले धन्ना राम का निधन


  जैसलमेर  लम्बी मूंछों वाले धन्ना राम का निधन




पटवा हवेली निहारने जाने वाले सैलानियों को वहां पर एक लम्बी मूंछों वाला शख्स हमेशा मिलता था। लेकिन अब वह अपनी मूंछों को दिखाते हुए नजर नहीं आएगा। गुरुवार सुबह धन्ना राम भील का निधन हो गया। वह लम्बे समय से बीमारी से ग्रसित था।
यह शख्स कोई और नहीं करणाराम भील का पुत्र धन्ना राम भील था। जैसलमेर निवासी करणा भील अपनी लम्बी मूंछों के लिए विख्यात था। उनकी साढ़े छह फीट लम्बी मूंछों का रिकार्ड गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में शामिल थी। आज से करीब एक दशक पूर्व करणाराम भील की हत्या हो गई थी। अपने पिता के पदचिह्नों पर चलते हुए धन्ना राम ने भी अपनी मूंछों को बढ़ाया और करीब साढ़े चार फीट लम्बी मूंछें रखी।
शायद ही ऐसा कोई सैलानी होगा जो पटवा हवेली देखने गया और वहां पर मौजूद धन्ना राम के साथ फोटो नहीं खिंचवाया हो। धन्ना राम जिला उद्योग विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर कार्यरत था। इसके साथ साथ वह अपनी मूंछों को दोनों हाथ से पकड़े हुए पटवा हवेली के सामने खड़ा रहता। सैलानी उनके साथ फोटो खिंचवाते। धन्ना राम की पहचान उसकी मूंछें ही थी।

उसे जैसलमेर ही नहीं बल्कि यहां आने वाले सैलानी भी पहचानते थे। धन्ना राम भील का नाम आते ही लोगों के मन में उसका चित्रण उभर जाता। दोनों हाथ से साढ़े चार फीट लम्बी मूंछें पकड़े हुए पटवा हवेली के सामने खड़े हुए।
 

गुरुवार, 22 मई 2014

बिन ब्याहे मां बनी प्रेमिका, डेढ़ साल बाद हुई शादी -



मंडला। सुनने पर ये किसी फिल्म की कहानी की तरह ही लगता है, लेकिन यह हकीकत है। एक युवक ने अपनी प्रेमिका से उस वक्त शादी की जब उसकी बच्ची डेढ़ साल की हो चुकी है। दरअसल, शादी से पहले ही प्रेमिका गर्भवती हो गई, बच्ची के साथ प्रेमिका को स्वीकार करने से प्रेमी के परिजनों ने इंकार कर दिया।

Mother of one and half years old baby now gets marriageगर्भावस्था के दौरान ही युवती के पिता उसके लिए वर तलाशने लगे, अपने प्रेमी के सच्चे प्यार को पाने और उसके बच्चे को जन्म देने के लिए युवती घर से भाग गई और जगह-जगह ठोकरे खाने के बाद आखिरकार उसने ना सिर्फ बच्चे के जन्म दिया, बल्कि परिजनों ने प्रेमी युगलों की शादी भी करा दी।

जानकारी के अनुसार मवई रैयत निवासी 24 वर्षीय चमेली बाई दो साल पहले अपने मामा के पास छिरनाछापा में रहती थी। इसी दौरान छिरनाछापा में ही रहने वाले 22 वर्षीय सरूप सिंह सोयाम से उसके प्रेम संबंध हो गए।

बिना ब्याह रहे साथ

प्रेम संबंध के चलते चमेली गर्भवती हो गई। जब गांव के लोगों को इसकी जानकारी लगी तो गांव में पंचायत बुलाई गई। पंचायत ने फैसला किया कि सरूप सिंह को चमेली को अपने साथ रखना होगा, क्योंकि वह गर्भवती है। इसके बाद वह सरूप और उसके माता-पिता के घर छिरनाछापा में रहने लगी। यह बात सरूप के पिता को नागवार गुजरी। इसके चलते आए दिन चमेली को परिजन प्रताडित करने लगे। करीब डेढ़ माह बाद चमेली के पिता बरतू सिंह सरूप के घर पहुंचे और उसे अपने साथ लेकर मवई रैयत चले गए। उन्होंने दोबारा चमेली को वापस न भेजने का फैसला किया।

शादी के दिन छोड़ा गांव

इसके बाद चमेली के पिता ने उसका विवाह अन्यत्र करने के लिए मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत नाम लिखवाया। इसकी जानकारी चमेली के प्रेमी सरूप को लग गई। सरूप ने चमेली को गांव से भाग जाने की सलाह दी और चमेली ने वैसा ही किया। विवाह के दिन ही चमेली ने गांव छोड़ दिया। इसके कुछ दिन बाद उसने एक बच्ची को जन्म दिया।

परामर्श केंद्र से मिली सीख

बच्ची जब करीब डेढ़ साल की हो गई तो चमेली के पिता परिवार परामर्श केंद्र पहुंचे और टीआई गोदावरी नायक, समाजसेवी पूजा अग्रवाल को जानकारी दी। इसके बाद दोनों के परिजनों को परिवार परामर्श केन्द्र बुलाया गया। परिवार परामर्श केन्द्र में दोनों पक्षों में समझौता कराया गया। यहां मिली सीख पर परिजन ने सहमति जताई और दोनों के विवाह का फैसला किया। परामर्श केंद्र में वरमाला लाई गई और सिंदूर लाया गया। ग्रामीणों और रिश्तेदारों की मौजूदगी में दोनों ने एक दूसरे को माला पहनाई और बरतू ने चमेली को अपनी बहू स्वीकार कर लिया। - 

पाक में 9 साल की बच्ची को माना निकाह योग्य, कौमार्य संबंधी रखी शर्त -



इस्लामाबाद । पाकिस्तान में एक इस्लामिक संगठन ने एक हैरान कर देने वाला फैसला लिया है , पाकिस्तान की काउंसिल ऑफ इस्लामिक आइडिओलॉजी ने नौ साल की बच्ची को भी निकाह के काबिल मान लिया है मगर उसके लिए शर्त रखी है की लड़की में ं कौमार्य के लक्षण दिखने लगे हों।

Organisation in Pak says 9 year old girl fit for marriageहांलाकी काउंसिल को अपने सदस्यों का ही विरोध झेलना पड़ा है । जमात उलेमा ए इस्लाम फजल के मौलाना मोहम्मद खान शीरानी की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। शीरानी ने स्पष्टीकरण दिया, निकाह किसी भी उम्र में किया जा सकता है, लेकिन बीवी को शौहर के साथ कौमार्य हासिल करने केबाद ही रहना चाहिए। बैठक में मौजूदा मुस्लिम लीग कानून 1961 के ज्यादातर उपबंधों को गैर-इस्लामिक भी बताया गया।


निकाह की उम्र तय करने वाले कानून गैर-इस्लामिक हैं। यहां तक कि पुरूष का दूसरे निकाह से पहले अपनी पत्नी से मंजूरी लेना भी गैर-इस्लामिक है। दो दिन की काउंसिल बैठक के बाद मौलाना शीरानी ने काउंसिल के फैसलों को गंभीरता से न लेने के लिए सिंध असेंबली, मीडिया और समाज के कुछ हिस्सों की आलोचना भी की। 31 मार्च को सिंध असेंबली में प्रस्ताव पारित कर सीआईआई को भंग करने की मांग की गई थी। 28 अप्रेल, 2013 को बिल पारित कर बाल विवाह पर रोक लगाई थी।

दुनिया की 10 सर्वाधिक सुन्दर महिलाओं में से एक थी गायत्री देवी -



जयपुर की राजमाता और दुनिया की 10 सबसे सुन्दर महिलाओं में शामिल गायत्री देवी का व्यक्तित्व अपने आप में अनूठा था। वह आज ही के दिन 23 मई 1919 को कूच बिहार के एक हिन्दू परिवार में हुआ था।

23 May is the birthday of Maharani Gayatri Devi of Jaipurएक मराठा राजकुमारी तथा क्षत्रिय पिता की संतान की शिक्षा-दीक्षा लंदन तथा स्विटजरलैंड में हुई। आधुनिक विचारों से युक्त गायत्री देवी की मुलाकात जयपुर के महाराजा जयसिंह से तब हुई जब वह मात्र 12 वर्ष की थी। 1940 में उनका विवाह महाराजा जयसिंह से हो गया।
23 May is the birthday of Maharani Gayatri Devi of Jaipur 
गायत्री देवी अपनी भव्य जीवनशैली के लिए जानी जाती थी। उन्होंने राजनीति में भी प्रवेश किया तथा जयपुर से भाजपा की सांसद चुनी गई। इमरजैन्सी के दौरान उन्हें जेल भेजा गया। वर्ष 2009 में उनकी तबियत खराब होने पर उन्हें लंदन के किंग एडवर्ड अस्पताल में भर्ती कराय गया। लेकिन उनकी बिगड़ती हालत देखते हुए वह जयपुर आ गई। यहां उन्होंने 29 जुलाई 2009 को अपनी अंतिम सांस ली। -

किसानों को "फ्री" में बीज नहीं देगी राजे सरकार!



जयपुर। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के शासन में किसानों को खरीफ की फसल बुआई के दौरान निशुल्क बांटे जाने वाले बीज इस बार नहीं बांटे जाएंगे। भाजपा सरकार ने फिलहाल इस अभियान से हाथ खींच लिया है। इस अभियान पर सरकार का 70 करोड़ रूपए से अधिक खर्च होता था। कृçष्ा विभाग के अफसरों की मानें तो इस बार राज्य सरकार की मंशा खरीफ अभियान-2014 को चलाने की नहीं है। विभाग के अधिकृत सूत्रों का कहना है कि राज्य सरकार अभियान पर होने वाले 70 करोड़ रूपए के मोटे खर्चे से बचना चाह रही है। इस खर्चे में आधा खर्चा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना व कृषि विभाग का बजट सम्मिलित होता है। अब अभियान को पंचायत स्तर पर न चला कर महज तहसील स्तर या जिला स्तर तक ही समेटने की योजना है।

Rajasthan government may not provide free seed to farmersखर्च होते हैं 70 करोड़ रूपए
कृषिा विभाग के अनुसार अभियान 26 मई से 20 जून तक चलाया जाना था, जिससे 20 जून तक मानसून आने के साथ ही किसानों के लिए प्रदेश की 9 हजार ग्राम पंचायतों में अभियान के तहत कृषि ज्ञान व आदान शिविर लगाए जा सकें। अभियान के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत को दो हजार रूपए शिविर लगाने के लिए दिए जाते थे। सभी ग्राम पंचायतों में शिविर लगाने का खर्चा ही 1 करोड़ 80 लाख रूपए आता था। वहीं प्रत्येक ग्राम पंचायत में 50 महिलाओं को बाजरा, मक्का, मूंग, तिल के बीज निशुल्क मिनिकिट्स बांटे जाते थे। कृषि निदेशालय के संयुक्त निदेशक केबी श्रीवास्तव ने बताया कि इस बार खरीफ अभियान नहीं चलेगा। अभियान को लेकर क्या निर्णय होता है यह राज्य सरकार तय करेगी।

हो सकता है स्वरूप छोटा
विभाग के अधिकारियों के अनुसार राज्य सरकार का मानना है कि लगातार पांच वष्ाोü से चल रहे इस अभियान को लेकर किसानों में कोई खास रूचि नहींहै। लिहाजा इसे नए स्वरूप में लाया जाए। इस अभियान का स्वरूप छोटा कर तहसील स्तर या जिला स्तर पर शिविर लगाने तक ही सीमित करने की भी योजना है। - 

किरीट भाई आप अपने विवादास्पद बयान को वापस ले और राजस्थान के गौरव नृत्य ‘‘घूमर‘‘ पर गर्व करें।

किरीट भाई आप अपने विवादास्पद बयान को वापस ले और राजस्थान के गौरव नृत्य ‘‘घूमर‘‘ पर गर्व करें।
 

किरीट भाई जी - आपके विवादित बयान ‘‘राजस्थानी महिलाओं को नाचना नही आता, उन्हें गुजरात का गरबा सीखना चाहिए‘‘ । ‘‘राजस्थानी नृत्य घूमर में न सिस्टम होता है न स्टेप‘‘
आपके इस बेबुनियाद तरीके से दिए गये बयान के प्रतिउŸार में हम कहना चाहेगे की आपने राजस्थानी संस्कृति की पारम्परिक विरासत को हद्यघात किया है और यह समस्त राजस्थानीयों का अपमान है। आपको बताना चाहेंगे की घूमर नृत्य लोकप्रियता में विष्व में चैथे स्थान पर है और टाॅप टेन में भारत का एकमात्र नृत्य हैै। घूमर ने राजस्थान के संगीत एवं नृत्य की दुनिया में धाक को बढाते हुए राजस्थान ही नहीं बल्कि पूरे भारत को गौरवान्वित किया है। घूमर नृत्य का दुनिया के श्रेष्ठ लोकनृत्यों की श्रेणी में चयन इसके नजाकत, लय-ताल के उत्कृष्ट प्रस्तुतिकरण के आधार पर ही किया गया है, इसलिए यह कहना कि इसमें न सिस्टम है न स्टेप सर्वथा अनुचित होगा।
किरीट भाई जी आप स्वंय विद्वान है आपको समझना चाहिए कि सबके लिए अपनी संस्कृति, संगीत, साहित्य का महत्व व सम्मान होता है, हमें दुसरों की संस्कृति को भी सीखना-समझना चाहिए किंतु किसी के संगीत व संस्कृति का अपमान या उसके लिए हल्के शब्दों का इस्तेमाल आप जैसे व्यक्तित्व को शोभा नही देता है। गुजरात के गरबा व रास का अपना महत्व है लेकिन उससे किसी दूसरे राज्य के गीत या नृत्यों का महत्व कम नही हो जाता है।
किरीट भाई आप अपने विवादास्पद बयान को वापस ले और राजस्थान के गौरव नृत्य ‘‘घूमर‘‘ पर गर्व करें।
आपके द्वारा दिए गए इस बयान से समस्त राजस्थानी गीत-संगीत प्रेमियों में रोष है व इससे महिलाओं व इस उत्कृष्ट नृत्य ‘‘घूमर‘‘ का अपमान हुआ है अतः श्री किरीट भाई जी से निवेदन है कि ‘‘घूमर‘‘ के इतिहास व इसके राजस्थानी नृत्यों में महत्व को देखते हुए आप संास्कृतिक हित में इस बयान को वापस लेकर एक उत्कृष्ट सांस्कृतिक सौहार्द का वातावरण बनाने का प्रयास करें।   
‘‘घूमर‘‘ नृत्य के बारे में - 
‘‘घूमर‘‘ राजस्थान की एक पारम्परिक नृत्यषैली है जिसमें विभिन्न मांगलिक एवं खुषी के अवसरों पर महिलाएं श्रंृगारिक नृत्य करती है। मुगलकालीन युग में औरतें पुरूषों से पर्दा करती थी अतः यह नृत्य भी मुह ढककर ही तब से अब तब कमोबेष करने की परम्परा चली आ रही है। राजमहलों, सामन्तों, राजपूतों के घरों में विषेष रूप से किया जाने वाला यह नृत्य राजपूतों की महिलाओं की अन्य प्रान्तों में शादियों के साथ अनेक स्थानों पर विभिन्न रूपों में प्रचलित हो गया। विषेषतः गणगौर, विवाह आदि अवसरों पर यह नृत्य महिलाओं द्वारा स्वान्तःसुखाय किया जाता है। अच्छे वस्त्रों एवं गहनों से लक-दक महिलाएं जब स्त्रियोचित नजाकत के साथ इस नृत्य को करती है तो देखने वाले रोमांचित हो जाते हेै। कालान्तर में यह रजवाडों से निकलकर विद्यालयों में सिखाया जाने लगा व अनेक रूपों में प्रचलित हो गया।          
        
के.सी. मालू अध्यक्ष, वीणा समूह

लालू ने नीतीश से मिलाया हाथ, जदयू सरकार को दिया बिना शर्त समर्थन -



पटना। बिहार की राजनीति में चौंकाने वाले घटनाक्रम के तहत एक दूसरे के धुर विरोधी रहे नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव एक हो गए हैं। लालू यादव ने जीतन कुमार मांझी के नेतृत्व वाली जनता दल यूनाइटेड की सरकार को बिना शर्त समर्थन देने की घोषणा की है।

RJD extends support to the JDU government of Jeetan Ram Manjhi in Biharलालू यादव ने कहा,साम्प्रदायिक शक्तियों को सत्ता और बिहार से दूर रखने के लिए जदयू को बिना शर्त समर्थन देने की घोषणा की है। बिहार के नए मुख्यमंत्री अति पिछड़ी जाति से हैं इसलिए हमें वह मंजूर है। बिहार विधानसभा में जब मांझी विश्वास मत हासिल करेंगे तब लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के विधायक पक्ष में मतदान करेंगे।

उधर भाजपा का कहना है कि नरेन्द्र मोदी की लहर को रोकने के लिए जदयू ने राजद से हाथ मिलाया है। गौरतलब है कि कांग्रेस ने पहले ही जदयू सरकार को समर्थन देने की घोषणा कर दी थी। 243 सदस्यीय विधानसभा में जदयू के 117 विधायक हैं। भाजपा के 88 और राजद के 21 विधायक हैं। भाजपा के दो, राजद के तीन विधायकों के इस्तीफे और एक सीट खाली होने के कारण विधानसभा की प्रभावी स्ट्रेंथ 237 रह गई है।

पिछले हफ्ते नीतीश कुमार ने लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा ले लिया था। जदयू को बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से सिर्फ 2 सीटें मिली थी। 2009 में जदयू को 20 सीटें मिली थी। राष्ट्रीय जनता दल ने जदयू से अच्छा प्रदर्शन करते हुए चार सीटें जीती है। 2009 के लोकसभा चुनाव में राजद को चार सीटें ही मिली थी। लालू यादव को भरोसा था कि मुस्लिम और यादव वोट बैंक के कारण उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करेगी लेकिन उनका एम-वाई समीकरण काम नहीं कर पाया। भाजपा गठबंधन ने बिहार में 31 लोकसभा सीटें जीती। कांग्रेस के खाते में दो और एनसीपी के हाथ में सिर्फ एक सीट आई। 

एसपी ऑफिस के बगल में चल रहा था `सेक्स रैकेट`

इंदौर। रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड एरिया में एसएसपी ऑफिस व दो-तीन थाने होने के बावजूद कुछ लॉज व होटलों में जमकर देह व्यापार चल रहा है।
sex racket busted in Indor 
एसपी ऑफिस से लगी गली में स्थित लक्ष्मी लॉज में दिनभर संदिग्ध महिलाएं व पुरूषों का आना-जाना लगा रहता है। रहवासी जब लॉज में आने वाले महिला-पुरूषों की संदिग्ध गतिविधियों से परेशान हो गए तो उन्होंने मोर्चा खोल दिया।

शिकायत पर  की पड़ताल में लॉज में जिस्मफरोशी का धंधा उजागर हो गया। देह व्यापार के इन अड्डों की कुछ पुलिसवालों को भी खबर है, लेकिन वे कभी कार्रवाई नहीं करते।

लॉज में देह व्यापार
बस-रेलवे स्टैंड क्षेत्र की लक्ष्मी लॉज में जिस्मफरोशी चल रही है। व्यावसायिक व संभ्रात रहवासी इलाके में बेखौफ अंजाम दिए जा रहे इस कारनामे से रहवासियों और पड़ोसी दुकानदार परेशान हो गए तो मामले की शिकायत पत्रिका टीम को की गई।

मामले की हकीकत जानने के लिए लॉज में दिनभर आने वाले ग्राहकों की रिकॉर्डिग करवाई तो पता चला स्टेशन क्षेत्र में इंदौर, उज्ौन, महू समेत आसपास के इलाके की जो महिलाएं जिस्मफरोशी के धंधे से जुड़ी हैं, ग्राहकों के साथ उनका ठिकाना यही लॉज है।

क्षेत्र में दिनभर जो महिलाएं इस काम में सक्रिय होती हैं, वे ग्राहकों को तय सौदे के मुताबिक लॉज में लाती हैं। बदले में लॉज संचालक को प्रति ग्राहक के मान से 200 रूपए लॉज के काउंटर पर मौजूद युवक वसूल लेता है।

चौंकाने वाली बात यह है कि जो ग्राहक लॉज में रूकने के हिसाब से आते हैं, उन्हें या तो किराया ज्यादा बताकर लौटा दिया जाता है या फिर लॉज के अंदर का माहौल देखकर यात्री खुद वहां से रवाना हो जाते हैं।

लंबे समय से लॉज में जारी इस कारनामे से रहवासी परेशान हो गए तो कुछ ने लॉज की अवैध गतिविधियों पर काबू के लिए आसपास सीसीटीवी कैमरे लगे होने या ग्राहकों के कैमरे में रिकॉर्ड होने जैसी सूचनाएं लगाईं हैं।

सिटी बस स्टॉप बने अड्डे

स्टेशन क्षेत्र में स्थित सिटी बस स्टॉप पर कुछ संदिग्ध महिलाएं व पुरूष देखे जा सकते हैं, जो यहां बैठे-बैठे सौदा करते हैं और ग्राहक को क्षेत्र में बनी लॉज या होटल में ले जाते हैं। कुछ रिक्शा वाले भी देह व्यापार में लिप्त महिला व पुरूषों से मिले हुए हैं, जो ग्राहक को सीधे लॉज में पहुंचाकर "व्यवस्था" कर देते हैं। क्षेत्र के पुलिसकर्मियों को इस बारे में पूरी जानकारी होने के बावजूद वे इन पर कार्रवाई करने के बजाय अपना "हिस्सा" लेकर देह व्यापार को खुली छूट दे रहे हैं।

कई महिलाएं कैमरे में कैद

लॉज की सच्चाई जानने के लिए टीम ने सोमवार दोपहर कुछ चुनिंदा महिलाओं के आने-जाने की रिकॉर्डिग करवाई तो पता चला उक्त महिलाएं सरवटे बस स्टैंड, रेलवे स्टैंड, शास्त्री ब्रिज के आसपास और छोटी ग्वालटोली आदि इलाके में इस धंधे में सक्रिय हैं।

ऎसे शुरू हुआ धंधा

जो यात्री लक्ष्मी लॉज में ठहरने के हिसाब से आते थे, उनसे एक दिन का किराया 200 से 300 रूपए ही मिल पाता था। ऎसे में लॉज को किराए पर लेने वाले सत्तू नामक व्यक्ति को इस धंधे से जुड़ी महिलाओं और उनके ग्राहकों के जरिए उपलब्ध संसाधनों से अतिरिक्त कमाई करने की पेशकश मिली। लॉज की तल मंजिल पर मालिक मोतीलाल के परिवार के निवास करने के बावजूद पहली और दूसरी मंजिल के कमरों में जिस्मफरोशी का काम शुरू हो गया।

यूं कैमरे में कैद हुआ पूरा खेल

रिकॉर्डिंग-1
संदिग्ध महिला-पुरूष की इस रिकॉर्डिंग में पीले सूट में एक महिला लॉज से उतरती पाई गई। टैक्सी से आई उक्त महिला अपने एक ग्राहक के साथ पहले लॉज में गई, फिर करीब आधा घंटे बाद स्कॉर्फ बांधते हुए बाहर निकली। इस दौरान जो युवक उसके साथ था, वह पैदल दूसरे रास्ते से चला गया। महिला जिस टैक्सी से आई थी, वह पहले से ही सड़क पर उसका इंतजार कर रही थी।

रिकॉर्डिंग-2
इसके बाद लॉज में जो दूसरी अधेड़ महिला आई, वह टैक्सी चालक के साथ ही लॉज में घुस गई। इस दौरान महिला पहली मंजिल पर होटल के रिसेप्शन पर पहुंची, जहां मौजूद एक कर्मचारी से उसकी रूपए के लेन-देन को लेकर बात हुई। फिर वह ग्राहक की खोज में लॉज से उसी रिक्शा वाले के साथ बाहर निकली और रिक्शा में बैठकर रवाना हो गई।

रिकॉर्डिंग-3
थोड़ी देर बाद गुलाबी साड़ी में एक महिला एसपी ऑफिस की ओर से लॉज के गेट पर पहुंची। इसके बाद उसने लोगों से नजरें बचाते हुए इधर-उधर देखा, और वह जल्दी से लॉज के अंदर घुस गई। इस दौरान उसके साथ एक युवक भी था, जिसे महिला अपने तय सौदे के मुताबिक लाई थी। वह भी महिला के साथ लॉज में चला गया।

रिकॉर्डिंग-4
चौथी बार जो महिला लॉज में अपने ग्राहक के साथ फिर से जाती नजर आई, वह पीली साड़ी वाली वही महिला ही थी, जो करीब दो घंटे पहले अकेली आई थी। इस बार उसके साथ एक छात्र था, जो इंदौर से बाहर का प्रतीत हो रहा था। इस बार रिक्शा मेन रोड पर रूकने के बजाय सीधे लॉज के गेट पर ही रूका, जिसमें से पहले महिला स्कॉर्फ बांधे हुए उतरी। उसके साथ मौजूद युवक भी पीछे से लॉज में चला गया।

रिकॉर्डिंग-5
लॉज की आधे दिन की वीडियो रिकॉर्डिग में वेश्यावृत्ति के धंधे से जुड़ी कई महिलाओं के रिकॉर्ड होने के बाद एक पुलिसकर्मी भी इसमें रिकॉर्ड हुआ है। छोटी ग्वालटोली थाने में पदस्थ बताए गए इस पुलिसकर्मी के साथ कोई महिला तो नहीं आई लेकिन उस पुलिसकर्मी ने पहली मंजिल पर जाकर वहां मौजूद कर्मचारी से बात की, फिर उससे हाथ में कुछ रूपए लेकर लौटा आया। इसके बाद पुलिसकर्मी अपनी मोटरसाइकिल स्टार्ट कर एसपी ऑफिस की तरफ चला गया।

सेठजी ने बोला- दो सौ रूपए घंटे में महिलाओं को कमरा दो

जो महिलाएं अपने ग्राहकों के साथ लॉज पर आती हैं, उनके लिए मालिक के कहने पर 7 और 11 नंबर कमरा खोल देता हूं। सेठजी ने ही दो सौ रूपए घंटे में रूम महिलाओं को देने का बोल रखा है। इस मामले की जानकारी पुलिस को मिलने के बाद उन्हें थाने बुलवाया गया था। थाने में क्या हुआ, पता नहीं लेकिन अब यहां महिलाओं और उनके ग्राहकों को नहीं आने का बोला गया है। महिलाओं के क्या नाम हैं, इसकी जानकारी मुझे नहीं है।
- गजेंद्र सिंह, नौकर

"आपकी बात सही है..."

लक्ष्मी लॉज को लेकर आपके द्वारा दी गई सूचना के बाद तस्दीक में वहां देह व्यापार चलने का पता चला है। तत्काल कार्रवाई की जा रही है। मौके पर जो भी महिलाएं संदिग्ध अवस्था में पाई गईं, उन्हें हिरासत में लेकर इस धंधे से जुड़े लोगों पर धारा-109 के तहत कार्रवाई की जाएगी। लॉज मालिक और लॉज चलाने वाले को भी पूछताछ के लिए बुलवा रहे हैं।
- रामनारायण शर्मा, टीआई छोटी ग्वालटोली

सीधी बात : सतीश वर्मा, होटल मालिक

> लक्ष्मी लॉज आपकी है?
- हां, हमारी ही है। बताइए?

> उसमें वेश्यावृत्ति चल रही है?
- नहीं, ऎसा तो कुछ नहीं हो रहा है हमारे यहां।

> हमारे पास लॉज के पूरे कारनामे की रिकॉर्डिग हैं।
- आप कौन, कहां से बोल रहे हैं, मैं आपसे मिलना चाहता हूं।

> आपसे कल पुलिस ने भी इसी बात को लेकर पूछताछ की है?
- मैं अभी किसी अस्पताल में हूं, थोड़ी देर बाद में बात कर पाऊंगा। -

आयरन लेडी आनंदीबेन बनीं गुजरात की पहली महिला सीएम



गांधीनगर। आयरन लेडी के नाम से लोकप्रिय आनंदीबेन पटेल ने गुरूवार को गुजरात की पहली महिला मुख्यमंत्री के तौर पर पद और गोपनीयता की शपथ ली।

anandiben patel takes oath as gujarat chief minister 
राज्यपाल कमला बेनीवाल ने आनंदीबेन पटेल को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।

आनंदीबेन गुजरात की 15वीं मुख्यमंत्री बनी हैं। उन्होंने 13 साल तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र मोदी की जगह ली है।

उन्होंने कहा कि जिस तरह से मोदी ने गुजरात को विकास मॉडल बनाकर देश के सामने पेश किया उसी तरह से वह राज्य का विकास करती रहेंगी। वह सबको साथ लेकर चलेंगी।

उनके शपथ ग्रहण समारोह में देश के भावी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी समेत पार्टी के सभी विधायक और विपक्षी दल के नेता मौजूद थे।

गौरतलब है कि लोकसभा चुनावों में भाजपा की ऎतिहासिक सफलता के बाद यह तय हो गया था कि मोदी देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। उसके बाद से ही गुजरात के सीएम के तौर पर आनंदीबेन पटेल और अमित शाह के नाम की अटकलें लगाई जा रही थीं। लेकिन उस रेस में आनंदीबेन सबसे आगे थीं।

इसका कारण यह भी है कि वह मोदी की सबसे विश्वसनीय मंत्री रही हैं और वह मोदी सरकार में नगर विकास और राजस्व मंत्रालय का कामकाज संभालती थीं।

बाड़मेर रिफाइनरी की तैयारी को बनी कंपनी पर गाज



जयपुर। राज्य सरकार ने बाड़मेर में लगने वाली रिफाइनरी का कामकाज करने के लिए पूर्ववर्ती सरकार द्वारा गठित एक सरकारी कम्पनी राजस्थान स्टेट रिफाइनरी लिमिटेड को बंद करने की तैयारी कर ली है।

company created for barmer refinery in rajasthan is shutting down now 
इस संबंध में मुख्य सचिव राजीव महर्षि ने प्रमुख वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग निर्देश दिए हैं। चूंकि रिफाइनरी की स्थापना के लिए राज्य सरकार और एचपीसीएल की ज्वॉइंट वेंचर कम्पनी (एचपीसीएल राजस्थान रिफाइनरी लिमिटेड) बन चुकी है, यह कम्पनी अपना काम करती रहेगी।

इसलिए पुरानी कम्पनी (राजस्थान स्टेट रिफाइनरी लिमिटेड) को अब बंद करने की तैयारी है। हाल ही इस कम्पनी राजस्थान स्टेट रिफायनरी लिमिटेड को लेकर महर्षि स्तर पर एक शीर्ष बैठक भी हुई है, जिसमें कुछ विभागों के आला अफसरों को बुलाया गया था। ज्यादातर अधिकारी इसे बंद करने के पक्ष में हैं।

यूं बनी थी यह कम्पनी
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने वित्तीय वर्ष 2011-12 में इसे बनाया था। इसके लिए वित्त व खान-पेट्रोलियम विभागों के स्तर पर विभिन्न वित्तीय-प्रशासनिक प्रावधान किए गए थे और इसे केबिनेट से मंजूर भी करवाया गया था। चेयरमैन प्रमुख खान-पेट्रोल सचिव को बनाया हुआ है।

यह कम्पनी पूरे प्रदेश में पेट्रोल, डीजल, गैस आदि की खोज व रिफायनरी की स्थापना में आ रही विभिन्न अड़चनों को दूर करने के लिए बनाई गई थी। इसके बाद वर्ष 2013 में जब रिफाइनरी लगाने के लिए केन्द्र सरकार की कम्पनी एचपीसीएल का नाम तय हो गया तो राज्य सरकार का संयुक्त उपक्रम सामने आया। जो अभी कार्यरत है और आगे भी रहेगा।

इस कमेटी का कोई औचित्य या जरूरत है नहीं। फिर भी भंग करने के बारे में अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। मुकेश शर्मा, प्रमुख शासन सचिव-खान व पेट्रोलियम

पहली अश्वेत सुपर मॉडल है नाओमी कैम्पबेल



नाओमी कैम्पबेल दुनिया की पहली अश्वेत सुपर मॉडल मानी जाती है। वह एक सुपर मॉडल होने के साथ-साथ एक अभिनेत्री, गायिका तथा बिजनेसवूमेन भी है। नाओमी कै म्पबेल का जन्म आज ही के दिन 22 मई 1970 को एक अफ्रीकन परिवार में लंदन में हुआ था।

Naomi Campbell, first black to become super modelनाओमी की मां एक डांसर थी तथा वह बचपन से ही नाओमी को मॉडल बनाना चाहती थी। नाओमी कैम्पबेल ने अपनी पहली सार्वजनिक प्रस्तुति मात्र सात वर्ष की आयु में एक म्यूजिक वीडियो में दी। 1980 के बाद उन्होंने मॉडलिंग शुरू कर दी। वह 1987 में अन्तरराष्ट्रीय मैग्जीन वॉग के कवर पेज पर छपने वाली पहली अश्वेत मॉडल बनी। इसके बाद उन्होंने वापस मुड़कर नहीं देखा।

1990 के दशक के दौरान उन्हें पांच अन्य मॉडल टर्लिगटन, इवेंजलिस्टा, क्रॉफोर्ड, क्लाउडिया शिफर तथा केट मॉस के साथ मिलाकर सुपर एलिट मॉडल क्लब में शामिल किया गया। उन्होंने अपने न्यूड पोज दिए थे जिनके लिए उनकी काफी सराहना की गई। 

मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होगी जयललिता! -



नई दिल्ली। नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे को निमंत्रण भेजा गया है। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे.जयललिता ने इसका विरोध किया है।

Jayalalithaa may skip Modi`s oath taking eventकहा जा रहा है कि जयललिता मोदी के शपथ ग्रहण में शायद ही शामिल होंगी। भाजपा के सहयोगी एमडीएमके ने भी राजपक्षे को शपथ ग्रहण समारोह में बुलाने का विरोध किया है। एमडीएमके के संस्थापक वाइको का कहना है कि राजपक्षे की मौजूदगी से तमिल लोगों की भावनाओं को चोट पहुंचेगी।

वाइको ने कहा कि लिट्टे के खिलाफ कार्रवाई में कोलंबो का समर्थन करने के कारण तमिलनाडु की जनता ने कांग्रेस को बाहर का दरवाजा दिखा दिया। लिट्टे के खिलाफ कार्रवाई के दौरान हजारों तमिल मारे गए हैं। वाइको ने मोदी और भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह से कहा है कि राजपक्षे को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाए।

राजपक्षे को शपथ ग्रहण समारोह में बुलाने से दुनिया भर के तमिलों की भावनाएं आहत होगी। मोदी ने सार्क देशो के प्रमुखों को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्योता दिया है। सार्क देशों में अफगानिस्तान,पाकिस्तान,नेपाल भूटान,मालदीव, श्रीलंका आते हैं। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई ने शपथ ग्रहण समारोह में आने की पुष्टि की है। श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे,बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यमीन भी समारोह में शामिल हो सकते हैं। - 

लैला के चुंबन पर मचा बवाल



पेरिस। ईरानी अदाकारा लैला हातमी का कान फिल्म महोत्सव चुंबन देना ईरान में बवाल का सबब बन गया है।

Leila Hatami in hot water over kissईरान के सांस्कृतिक मामलों के उप मंत्री हुसैन नोश आबादी ने कहा है कि लैला हातमी का इस तरह चुंबन देना मुस्लिम महिला की पवित्रता का अपमान है।
Leila Hatami in hot water over kiss 
गौरतलब है कि कान फिल्म महोत्सव में ईरानी अदाकारा को ज्यूरी के तौर बुलाया गया था, जहॉ फेस्टिवल के अध्यक्ष गाईल्ज जैकेब ने उनके गाल पर चुंबन दिया था।

चुंबन से उपजे विवाद पर जैकेब ने कहा कि चुंबन को पश्चिम में आम शिष्टाचार के तौर पर लिया जाता है, लेकिन ईरानी मीडिया इसे महिला का अपमान बता रहा है।

मामले पर जैकब ने ट्वीट कर कहा है कि मैंने हातमी के गाल पर चुंबन लिया, लेकिन उस वक्त हातमी के साथ ईरानी सिनेमा के अन्य प्रतिनिधि भी मौजूद थे।

लेकिन ईरान में लैला का इस तरह चुंबन देना इस्लामी परंपराओं के खिलाफ बताया जा रहा है। कई सरकारी अधिकारी भी लैला के इस काम निंदा करने में पीछे नहीं हैं।

हातमी ईरानी की एक जानीमानी अदाकारा हैं, उन्होनें करीब 30 ईरानी फिल्मों में अभिनय किया है जिसमें "ए सैपरेशन" और "द लास्ट स्टैप" जैसी मशहूर फिल्में शामिल हैं। 

नाबालिग को भगाने तथा उसके साथ दुष्कर्म के आरोपी को दस साल के कठोर कारावास की सजा



आहोर थाना क्षेत्र का मामला, जिला एवं सेशन न्यायाधीश ने सुनाया फैसला
 

जालोर  नाबालिग को भगाने तथा उसके साथ दुष्कर्म के आरोपी को जिला एवं सेशन न्यायाधीश सुश्री प्रभा शर्मा ने बुधवार को दस साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही आरोपी को ५ हजार रुपए के अर्थदंड से भी दंडित किया है। अभियोजन पक्ष के अनुसार एक व्यक्ति ने 30 जून 2011 को आहोर पुलिस थाने में रिपोर्ट पेशकर बताया था कि उसकी नाबालिग लड़की को आगेवा जिला पाली निवासी प्रदीप पुत्र शंकरलाल राव बहला फुसलाकर भगा कर ले गया है। पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद आरोपी प्रदीप तथा उसके कब्जे से लड़की को दस्तयाब किया। पुलिस ने बाद में लड़की के बयानों तथा मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर आरोपी के विरुद्ध 363, 366 एवं 376 धाराओं में न्यायालय में चालान पेश किया। सेशन न्यायालय में सुनवाई के दौरान अभियोजन की ओर से कुल 15 गवाहों के बयान हुए। न्यायाधीश प्रभा शर्मा ने लोक अभियोजक अमिताभसिंह के तर्कों पर सहमति जताते हुए तथा पत्रावली के अवलोकन के बाद आरोपी को दोषी माना। न्यायाधीश ने आरोपी प्रदीप को धारा 363 में 3 साल की सजा व एक हजार के अर्थदंड, धारा 366 में 5 साल की सजा व दो हजार के अर्थदंड एवं धारा 376 में 10 साल की सजा व पांच हजार रुपए के अर्थदंड की सजा सुनाई। आरोपी को अर्थदंड की अदायगी नहीं करने पर क्रमश: 2 माह, 3 माह एवं 4 माह के अतिरिक्त साधारण कारावास की सजा भुगतनी होगी। अभियोजन की ओर से पैरवी लोक अभियोजक अमिताभसिंह ने की।

बुधवार, 21 मई 2014

विवाहिता ने खुद को लगाई आग-

विवाहिता ने खुद को लगाई आग-
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बाड़मेर रामसर थानान्त्रगत बुकड़ गाँव की रहने वाली बच्ची देवी/हरीश कुमार 22 जाती-मेघवाल ने आज सुबह 8:30 बजे अपने ही घर में  कमरे में बंद होकर केरोसिन छिड़कने के बाद खुद को आग के हवाले कर दिया।
कमरे से धुंआ उठता देख आस पास के लोगो ने दरवाजा तोड़कर जलती हुई महिला को बाहर निकाला। उसके घर पर सास-ससुर खेत में कम कर रहे ठेबोर पति जोधपुर काम पर गया हुआ था। इसकी शादी 2 माह पहले ही हुई थी।
घटना की सूचना मिलते ही गागरिया से 108 के emt रमेश मापुरी और pilot करीम खान ने घायल को बाड़मेर के राजकीय अस्पताल लाया मगर उसका शरीर 80% से ज्यादा जला होने के कारण जोधपुररेफ़र किया गया।