गुरुवार, 22 मई 2014

एसपी ऑफिस के बगल में चल रहा था `सेक्स रैकेट`

इंदौर। रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड एरिया में एसएसपी ऑफिस व दो-तीन थाने होने के बावजूद कुछ लॉज व होटलों में जमकर देह व्यापार चल रहा है।
sex racket busted in Indor 
एसपी ऑफिस से लगी गली में स्थित लक्ष्मी लॉज में दिनभर संदिग्ध महिलाएं व पुरूषों का आना-जाना लगा रहता है। रहवासी जब लॉज में आने वाले महिला-पुरूषों की संदिग्ध गतिविधियों से परेशान हो गए तो उन्होंने मोर्चा खोल दिया।

शिकायत पर  की पड़ताल में लॉज में जिस्मफरोशी का धंधा उजागर हो गया। देह व्यापार के इन अड्डों की कुछ पुलिसवालों को भी खबर है, लेकिन वे कभी कार्रवाई नहीं करते।

लॉज में देह व्यापार
बस-रेलवे स्टैंड क्षेत्र की लक्ष्मी लॉज में जिस्मफरोशी चल रही है। व्यावसायिक व संभ्रात रहवासी इलाके में बेखौफ अंजाम दिए जा रहे इस कारनामे से रहवासियों और पड़ोसी दुकानदार परेशान हो गए तो मामले की शिकायत पत्रिका टीम को की गई।

मामले की हकीकत जानने के लिए लॉज में दिनभर आने वाले ग्राहकों की रिकॉर्डिग करवाई तो पता चला स्टेशन क्षेत्र में इंदौर, उज्ौन, महू समेत आसपास के इलाके की जो महिलाएं जिस्मफरोशी के धंधे से जुड़ी हैं, ग्राहकों के साथ उनका ठिकाना यही लॉज है।

क्षेत्र में दिनभर जो महिलाएं इस काम में सक्रिय होती हैं, वे ग्राहकों को तय सौदे के मुताबिक लॉज में लाती हैं। बदले में लॉज संचालक को प्रति ग्राहक के मान से 200 रूपए लॉज के काउंटर पर मौजूद युवक वसूल लेता है।

चौंकाने वाली बात यह है कि जो ग्राहक लॉज में रूकने के हिसाब से आते हैं, उन्हें या तो किराया ज्यादा बताकर लौटा दिया जाता है या फिर लॉज के अंदर का माहौल देखकर यात्री खुद वहां से रवाना हो जाते हैं।

लंबे समय से लॉज में जारी इस कारनामे से रहवासी परेशान हो गए तो कुछ ने लॉज की अवैध गतिविधियों पर काबू के लिए आसपास सीसीटीवी कैमरे लगे होने या ग्राहकों के कैमरे में रिकॉर्ड होने जैसी सूचनाएं लगाईं हैं।

सिटी बस स्टॉप बने अड्डे

स्टेशन क्षेत्र में स्थित सिटी बस स्टॉप पर कुछ संदिग्ध महिलाएं व पुरूष देखे जा सकते हैं, जो यहां बैठे-बैठे सौदा करते हैं और ग्राहक को क्षेत्र में बनी लॉज या होटल में ले जाते हैं। कुछ रिक्शा वाले भी देह व्यापार में लिप्त महिला व पुरूषों से मिले हुए हैं, जो ग्राहक को सीधे लॉज में पहुंचाकर "व्यवस्था" कर देते हैं। क्षेत्र के पुलिसकर्मियों को इस बारे में पूरी जानकारी होने के बावजूद वे इन पर कार्रवाई करने के बजाय अपना "हिस्सा" लेकर देह व्यापार को खुली छूट दे रहे हैं।

कई महिलाएं कैमरे में कैद

लॉज की सच्चाई जानने के लिए टीम ने सोमवार दोपहर कुछ चुनिंदा महिलाओं के आने-जाने की रिकॉर्डिग करवाई तो पता चला उक्त महिलाएं सरवटे बस स्टैंड, रेलवे स्टैंड, शास्त्री ब्रिज के आसपास और छोटी ग्वालटोली आदि इलाके में इस धंधे में सक्रिय हैं।

ऎसे शुरू हुआ धंधा

जो यात्री लक्ष्मी लॉज में ठहरने के हिसाब से आते थे, उनसे एक दिन का किराया 200 से 300 रूपए ही मिल पाता था। ऎसे में लॉज को किराए पर लेने वाले सत्तू नामक व्यक्ति को इस धंधे से जुड़ी महिलाओं और उनके ग्राहकों के जरिए उपलब्ध संसाधनों से अतिरिक्त कमाई करने की पेशकश मिली। लॉज की तल मंजिल पर मालिक मोतीलाल के परिवार के निवास करने के बावजूद पहली और दूसरी मंजिल के कमरों में जिस्मफरोशी का काम शुरू हो गया।

यूं कैमरे में कैद हुआ पूरा खेल

रिकॉर्डिंग-1
संदिग्ध महिला-पुरूष की इस रिकॉर्डिंग में पीले सूट में एक महिला लॉज से उतरती पाई गई। टैक्सी से आई उक्त महिला अपने एक ग्राहक के साथ पहले लॉज में गई, फिर करीब आधा घंटे बाद स्कॉर्फ बांधते हुए बाहर निकली। इस दौरान जो युवक उसके साथ था, वह पैदल दूसरे रास्ते से चला गया। महिला जिस टैक्सी से आई थी, वह पहले से ही सड़क पर उसका इंतजार कर रही थी।

रिकॉर्डिंग-2
इसके बाद लॉज में जो दूसरी अधेड़ महिला आई, वह टैक्सी चालक के साथ ही लॉज में घुस गई। इस दौरान महिला पहली मंजिल पर होटल के रिसेप्शन पर पहुंची, जहां मौजूद एक कर्मचारी से उसकी रूपए के लेन-देन को लेकर बात हुई। फिर वह ग्राहक की खोज में लॉज से उसी रिक्शा वाले के साथ बाहर निकली और रिक्शा में बैठकर रवाना हो गई।

रिकॉर्डिंग-3
थोड़ी देर बाद गुलाबी साड़ी में एक महिला एसपी ऑफिस की ओर से लॉज के गेट पर पहुंची। इसके बाद उसने लोगों से नजरें बचाते हुए इधर-उधर देखा, और वह जल्दी से लॉज के अंदर घुस गई। इस दौरान उसके साथ एक युवक भी था, जिसे महिला अपने तय सौदे के मुताबिक लाई थी। वह भी महिला के साथ लॉज में चला गया।

रिकॉर्डिंग-4
चौथी बार जो महिला लॉज में अपने ग्राहक के साथ फिर से जाती नजर आई, वह पीली साड़ी वाली वही महिला ही थी, जो करीब दो घंटे पहले अकेली आई थी। इस बार उसके साथ एक छात्र था, जो इंदौर से बाहर का प्रतीत हो रहा था। इस बार रिक्शा मेन रोड पर रूकने के बजाय सीधे लॉज के गेट पर ही रूका, जिसमें से पहले महिला स्कॉर्फ बांधे हुए उतरी। उसके साथ मौजूद युवक भी पीछे से लॉज में चला गया।

रिकॉर्डिंग-5
लॉज की आधे दिन की वीडियो रिकॉर्डिग में वेश्यावृत्ति के धंधे से जुड़ी कई महिलाओं के रिकॉर्ड होने के बाद एक पुलिसकर्मी भी इसमें रिकॉर्ड हुआ है। छोटी ग्वालटोली थाने में पदस्थ बताए गए इस पुलिसकर्मी के साथ कोई महिला तो नहीं आई लेकिन उस पुलिसकर्मी ने पहली मंजिल पर जाकर वहां मौजूद कर्मचारी से बात की, फिर उससे हाथ में कुछ रूपए लेकर लौटा आया। इसके बाद पुलिसकर्मी अपनी मोटरसाइकिल स्टार्ट कर एसपी ऑफिस की तरफ चला गया।

सेठजी ने बोला- दो सौ रूपए घंटे में महिलाओं को कमरा दो

जो महिलाएं अपने ग्राहकों के साथ लॉज पर आती हैं, उनके लिए मालिक के कहने पर 7 और 11 नंबर कमरा खोल देता हूं। सेठजी ने ही दो सौ रूपए घंटे में रूम महिलाओं को देने का बोल रखा है। इस मामले की जानकारी पुलिस को मिलने के बाद उन्हें थाने बुलवाया गया था। थाने में क्या हुआ, पता नहीं लेकिन अब यहां महिलाओं और उनके ग्राहकों को नहीं आने का बोला गया है। महिलाओं के क्या नाम हैं, इसकी जानकारी मुझे नहीं है।
- गजेंद्र सिंह, नौकर

"आपकी बात सही है..."

लक्ष्मी लॉज को लेकर आपके द्वारा दी गई सूचना के बाद तस्दीक में वहां देह व्यापार चलने का पता चला है। तत्काल कार्रवाई की जा रही है। मौके पर जो भी महिलाएं संदिग्ध अवस्था में पाई गईं, उन्हें हिरासत में लेकर इस धंधे से जुड़े लोगों पर धारा-109 के तहत कार्रवाई की जाएगी। लॉज मालिक और लॉज चलाने वाले को भी पूछताछ के लिए बुलवा रहे हैं।
- रामनारायण शर्मा, टीआई छोटी ग्वालटोली

सीधी बात : सतीश वर्मा, होटल मालिक

> लक्ष्मी लॉज आपकी है?
- हां, हमारी ही है। बताइए?

> उसमें वेश्यावृत्ति चल रही है?
- नहीं, ऎसा तो कुछ नहीं हो रहा है हमारे यहां।

> हमारे पास लॉज के पूरे कारनामे की रिकॉर्डिग हैं।
- आप कौन, कहां से बोल रहे हैं, मैं आपसे मिलना चाहता हूं।

> आपसे कल पुलिस ने भी इसी बात को लेकर पूछताछ की है?
- मैं अभी किसी अस्पताल में हूं, थोड़ी देर बाद में बात कर पाऊंगा। -

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