मंगलवार, 20 मई 2014

आत्महत्या का अनोखा तरीका जिसे जान कर दंग रह जाएंगे आप



नई दिल्‍ली। पीछा करने वाले कुछ लोगों की वजह से एक छात्रा ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। उसने मौत का तरीका भी कुछ अलग तरह का चुना। उसने आत्महत्या के पूरे घटनाक्रम को अपने मोबाइल फोन में रिकार्ड कर लिया।

DU student commits suicide
दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय की 20 वर्षीय छात्रा ने फांसी लगाकर आत्‍महत्‍या कर ली। रिकॉडिंüग में उसने ऎसे पांच लोगों का जिक्र किया है, जो पिछले कुछ महीने से उसका पीछा करके उसे परेशान कर रहे थे।
पुलिस के मुताबिक छात्रा ने पूर्वी दिल्‍ली के कृष्‍णा नगर में म ंगलवार को आत्‍महत्‍या कर ली। अपनी आत्‍महत्‍या को मोबाइल में रिकॉर्ड करते हुए उसने एक वीडियो भी बनाया। वीडियो में छात्रा रोती हुई दिखाई दे रही है। वीडियो में उसने अपने घर के पास ही रहने वाले ऎसे पांच लोगों का नाम भी बताया है जो उसे परेशान कर रहे थे।


पुलिस के अनुसार मृतका दिल्‍ली विवि की छात्रा थी। छात्रा अपने कमरे में तब फांसी के फंदे पर झूलती मिली थी, जब मंगलवार रात उसके पिता काम से लौटे। परिजनों ने पुलिस को सूचना दी थी। छात्रा को पास के अस्‍पताल में ले जाया गया जहां चिकित्‍सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया।

छात्रा के पिता ने कहा कि आस-पड़ोस में रहने वाले कुछ लोग मेरी बेटी का पीछा करते थे। इनमें पास ही रहने वाले दो भाई भी शामिल हैं। छात्रा के पिता ने बताया कि पीछा करने वाले लोगों ने पिछले साल अगस्‍त में उनकी बेटी और पत्‍नी के साथ मारपीट भी की थी। -

किरण बेदी बन सकती हैं दिल्ली की मुख्यमंत्री!



नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी से बर्खास्त विधायक विनोद कुमार बिन्नी ने कांग्रेस,भाजपा व आम आदमी पार्टी से पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी को दिल्ली की मुख्यमंत्री बनाने की मांग की है।

Kiran Bedi may become the next CM of Delhiबिन्नी का कहना है कि दिल्ली में फिर से विधानसभा चुनाव करना जनता के पैसे की बर्बादी होगी। बिन्नी ने कहा,मैंने भाजपा,आम आदमी पार्टी,कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों से साथ आने और किरण बेदी को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की है क्योंकि वे किसी राजनीतिक दल से जुड़ी हुई नहीं है। किरण बेदी ने भी कहा है कि नरेन्द्र मोदी के हाथ मजबूत करने के लिए वह अपनी भूमिका में बदलाव पर विचार करने के लिए तैयार हैं।

किरण बेदी ने कहा कि अगर कोई प्रस्ताव मिलता है वह विचार के लिए तैयार है। बेदी ने कहा कि वह राजनीतिक ऎंगल से नहीं बल्कि देश सेवा के ऎंगल से ऎसे प्रस्ताव पर विचार करेगी। बिन्नी ने कहा कि अगर किरण बेदी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाता है और सरकार चलाने के लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाया जाता है तो मैं भाजपा और आम आदमी पार्टी के गठबंधन का समर्थन करने के लिए तैयार हैं। विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में बिन्नी को आम आदमी पार्टी ने बर्खास्त कर दिया था।

बिन्नी ने कहा कि अगर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का गठबंधन किरण बेदी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए तैयार होता है तब भी वह गठबंधन का समर्थन करने के लिए तैयार हैं। बकौल बिन्नी,मैं नहीं चाहता कि दिल्ली के लोगों को फिर से चुनाव में जाना पड़े क्योंकि यह जनता के पैसे की बर्बादी होगी। लोगों ने पांच साल के लिए जनादेश दिया है। यह सभी राजनीतिक दलों की जिम्मेदारी है कि वे जनादेश का सम्मान करें।

बिन्नी ने दावा किया कि विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल किरण बेदी को पार्टी की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार बनाना चाहते थे। बिन्नी ने कहा कि भाजपा मुख्यमंत्री पद के लिए किरण बेदी के नाम पर राजी है। बिन्नी ने कहा कि अगर आम आदमी पार्टी,कांग्रेस और भाजपा किसी अन्य को मुख्यमंत्री बनाने पर सहमत होते हैं तो वह समर्थन देंगे लेकिन उन्हें पहले सरकार के लिए कॉमन मिनिमम एंजेंडा बनाना होगा। -

नवजात बच्ची को जलाया, फिर की आत्महत्या


पेराम्बलूर। तमिलनाडु में पेराम्बलूर के निकट सिरूवाचुर गांव में सोमवार को एक महिला ने कथित रूप से अपनी चार महीने की बच्ची पर मिट्टी का तेल डालकर जलाने के बाद आत्महत्या कर ली।
mother killed her child and herself 
पुलिस ने संदेह जताया है कि अपने पति और सास से चल रही घरेलू कलह के कारण महिला ने यह कड़ा कदम उठाया।

पुलिस ने शवों को नजदीकी सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामला दर्जकर जांच शुरू कर दी है।

शवों की पहचान वी.सुगंती(24) और उसकी चार महीने की बेटी साधनाश्री के रूप में कर ली गई है। फिलहाल पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है।

जम्मू में बड़ा सड़क हादसा, 17 युवाओं की मौत

जम्मू। जम्मू में मंगलवार की सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। यात्रियों से भरी एक बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। हादसे में 17 लोगों की मौत हो गई। 27 लोगों को गंभीर चोट आई है। बस में सवार सभी यात्री युवा थे। सभी युवा किसी भर्ती प्रक्रिया में हिस्सा लेने जा रहे थे।
17 people died in road accident in jammu
बस जम्मू से कश्मीर घाटी की ओर जा रही थी। मौके पर पहुंचे एक अधिकारी ने बताया कि हादसा जम्मू से 170 किलोमीटर दूर रामबन जिले में जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर डिगडोल में हुआ, जहां चालक ने बस से नियंत्रण खो दिया।

अधिकारी ने बताया कि इस हादसे में अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 27 घायल हुए हैं। घायलों को हेलीकॉप्टर से जम्मू लाया गया है, जहां अस्पतालों में उनका इलाज चल रहा है।

बस में सवार अधिकतर यात्री युवा थे, जो पुंछ एवं राजौरी जिलों से किसी भर्ती प्रçRया में हिस्सा लेने के लिए कश्मीर घाटी जा रहे थे। बस में सवार कुछ यात्री गुजरात से भी थे।

अधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में तैनात सेना के जवान राहत एवं बचाव कार्यो में प्रशासन की मदद कर रहे हैं। मरने वालों की संख्या अभी बढ़ भी सकती है। -

21 साल से पहले नहीं पी सकेंगे सिगरेट

न्यूयॉर्क। अमेरिकी शहर न्यूयॉर्क में सिगरेट खरीदने के लिए न्यूनतम उम्र 18 से बढ़ाकर 21 वर्ष तय की गई है। यह ताजा पहल शहरवासियों के बीच स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से की गई है।
new york raises minimum age to buy cigarettes to 21 
उल्लेखनीय है कि न्यूयॉर्क सिटी काउंसिल में गत अक्टूबर के दौरान कानूनी उम्र बढ़ाने वाले टोबैको 21 विधेयक को मंजूरी दी गई थी। इसमें तंबाकू, सिगरेट, इलेक्ट्रानिक सिगरेट, सिगार आदि के लिए न्यूनतम 21 वर्ष तय की गई है।

काउंसिल के मेयर ने विधेयक पर गत 19 नवंबर को हस्ताक्षर किए जिसके छह माह बाद यह नया कानून प्रभावी हुआ। हालांकि नए कानून के प्रभाव को पहले से ही साफतौर पर महसूस किया जा सकता है।

ध्रूमपान को सीमित करने के प्रयास के तहत गत 29 अप्रैल से शहर के रेस्त्रां, बार, पार्क और सार्वजनिक समुद्र तटों पर ई-सिगरेट को प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके अलावा कुछ निजी आवासीय इमारतों में भी ध्रूमपान पर रोक लगा दी गई है।

जबकि अमेरिका में सिगरेट पर सबसे ज्यादा टैक्स भी इसी शहर में है। नए कानून के तहत कोई भी व्यक्ति उम्र संबंधी वैध पहचान पत्र दिखाए बगैर कोई भी तंबाकू उत्पाद खरीद नहीं सकता है। दुकानदार पहचान पत्र की सत्यता की परख के बाद ही सिगरेट के पैकेट खरीदार को देंगे। -

बाड़मेर मोकलसर के जूती निर्माण में लगे कुटीर उद्योग को प्रशासनिक संरक्षण की दरकार

तकनीकी होड़ में पिछड़ रहा है हाथ का हुनर
बाड़मेर मोकलसर



आधुनिकता की दौड़ में लोग का जूतियों से मोहभंग होने व चमड़े के दाम बढऩे से जूती उद्योग पर संकट के बादल गहराने लगे हैं। जूतियों के उचित दाम नहीं मिलने से मोकलसर का पुश्तैनी जूती उद्योग दम तोड़ता नजर आ रहा है।
वर्तमान के इस फैशन के दौर में विभिन्न कंपनियों के जूतों का प्रचलन बढऩे से लोगों को चमड़े की जूतियों के प्रति क्रेज कम हो गया है। एक समय था जब मोकलसर की जूती की मांग दूर-दूर तक थी तथा लोगों की पहली पंसद भी। लेकिन अब जूती के शौकीनों की संख्या कम हो गई है। चमड़े के दाम बढऩे एवं जूतियों के उचित दाम नहीं मिलने से जूती बनाने कारीगरों के लिए दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करना भी मुश्किल हो गया है। ऐसे में कई लोगों ने जूती बनाने का काम ही छोड़ दिया है तथा दूसरे कामों की ओर रुख कर लिया है। इस महंगाई के दौर में कई कारीगर शहरों की ओर पलायन कर लिए हैं। गांवों में चमड़े की वस्तु तैयार करने में 50 से 100 रुपए प्रतिदिन मुश्किल से कमा पाते हैं। ऐसे में उनके घर का खर्च व बच्चों का पालन-पोषण भी संभव नहीं है।

तकनीक की मार संरक्षण की दरकार
 

 गांवों में काम करने वाले कारीगरों के साथ महिलाएं भी इस काम में हाथ बढ़ाती हैं। महिलाएं घर में समूह के रूप में कसीदा का कार्य करती हैं। जिसमें वस्तु पर करीब दो दिन लग जाते हैं। ऐसे में गांवों में काम करने वाले कारीगरों के रोजगार पर संकट पैदा होने लगा हैं।



॥वर्तमान समय में चमड़ा महंगा हो गया है। वहीं चमड़े की वस्तुएं बनाने में मेहनत भी अधिक लगती है। ऐसे में मांग की अनुरूप दाम नहीं मिल पाते है। वहीं मशीनों से भी वस्तुओं का क्रय अधिक होने लगा है। ऐसे में परंपरागत रूप से व्यवसाय बंद होने की कगार पर है।
- नाथूराम जीनगर, कारीगर, मोकलसर।

क्षेत्र के मोकलसर, मायला वास, राखी, खंडप, पादरू एवं आसपास के गावों में ही महज आठ से दस परिवार ही चमड़ा व्यवसाय से जुड़ा हुआ है। अकेले मोकलसर कस्बे में 20 परिवार चमड़ा कुटीर उद्योग का कार्य करते थे। लेकिन अधिकांश परिवारों ने चमड़ा कुटीर उद्योग का कार्य छोड़ दिया है। अब इस प्रशासनिक संरक्षण की दरकार है।









जैसलमेर जवाहर कॉलोनी पर लटकी 'ओरण' की तलवार


जैसलमेर जवाहर कॉलोनी पर लटकी 'ओरण' की तलवार

11 जून को संभव
दुबारा प्लान के बाद निकलेगी लॉटरी
सुबह प्रेस कांफ्रेंस में 21 मई को लॉटरी निकालने की हां और शाम तक ना, प्रस्तावित कॉलोनी की कुछ जमीन आ रही है ओरण में
सूरज के साथ चढ़ी आशाएं और शाम को ढली
  जैसलमेर



 
: जैसलमेर. प्रस्तावित जवाहर नगर आवासीय योजना।

नगरपरिषद की प्रस्तावित जवाहर लाल नेहरू आवासीय योजना लोगों के लिए मृग मरीचिका बन गई है। आवंटन प्रक्रिया नजदीक आने के साथ ही किसी न किसी वजह से दूर हो जाती है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि नगरपरिषद के अधिकारियों को प्रस्तावित योजना की पूरी जानकारी तक नहीं है। इसके बावजूद पिछले कई दिनों से लॉटरी प्रक्रिया शुरू करने की कार्रवाई शुरू कर दी। ऐन वक्त पर आई एक शिकायत में खुलासा हुआ कि कॉलोनी की कुछ जमीन ओरण क्षेत्र में है, ऐसे में प्रक्रिया को एक बार फिर रद्द कर दिया गया।

आखिर अड़चन क्या है
 

 नगरपरिषद सभापति अशोक तंवर ने बताया कि कॉलोनी के कुछ हिस्से का पुन: प्लान बनवाया जाएगा। इसके लिए कुछ समय लगेगा। ऐसे में संभवतया 11 जून को लॉटरी निकाल दी जाएगी।

नगरपरिषद की ओर से बताया गया कि किसी की शिकायत मिली है जिस पर सामने आया कि जवाहर लाल नेहरू आवासीय कॉलोनी की कुछ जमीन ओरण क्षेत्र में है। अब ऐसे में दोबारा प्लान बनाया जाएगा और बाद में लॉटरी निकाली जाएगी।

जवाहर लाल नेहरू आवासीय योजना के तहत डेढ़ वर्ष पूर्व आवेदन करवाए थे। शुरूआत में नगरपरिषद की उदासीनता के चलते इसमें काफी देरी हो गई। लोकसभा चुनावों से पहले लॉटरी प्रक्रिया की पूरी तैयारी कर ली गई और जैसे ही तारीख का निर्धारण किया गया आचार संहिता लग गई। इसके बाद चुनावों तक लोगों का इंतजार बढ़ गया। वर्तमान में फिर से प्रक्रिया के शुरू होने की उम्मीद जगी और 21 मई की तारीख भी तय हो गई। लेकिन सोमवार की शाम एकाएक प्रक्रिया को स्थगित करने का निर्णय ले लिया गया। लोगों के लिए यह कॉलोनी मृग मरीचिका बन चुकी है।

रविवार को नगरपरिषद ने कॉलोनी की लॉटरी प्रक्रिया की तारीख 21 मई तय कर दी। उसके बाद सोमवार को नगरपरिषद में प्रेस कांफ्रेंस बुलाई गई जिसमें लॉटरी प्रक्रिया के बारे में बताया गया और पूनम स्टेडियम में 21 मई को सुबह 9 बजे लॉटरी निकालने की बात कही गई। नगरपरिषद ने पूनम स्टेडियम में टैंट लगाने भी शुरू कर दिए थे और सभी तैयारियां पूर्ण कर ली थी। इस बीच शाम होते होते नगरपरिषद की ओर से सभी को सूचना दी गई कि फिलहाल लॉटरी प्रक्रिया स्थगित कर दी गई।

"पेट" के लिए गिरवी रख देते हैं अपने बच्चे

लखनऊ। बुंदेलखंड के मड़ावरा ब्लॉक के सकरा गांव में सहरिया जाति के कई किसानों ने दो वक्त की रोटी के लिए अपने डेढ़ दर्जन बच्चों को राजस्थान के ऊंट व्यापारियों के पास गिरवी रख देने का मामला सामने आया है।
people gave children for money 
मीडिया में आने के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस पर संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से जबाव तलब किया है और जिलाधिकारी को नोटिस जारी कर चार हफ्ते में जबाव मांगा है। आयोग जल्द ही एक टीम मौके पर भेजेगी।

चलाते कई किमी पैदल
इन बच्चों का कहना है कि चिलचिलाती धूप में उन्हें ऊंट और भेड़ों के झुंड को एक से दूसरे इलाके में हांककर ले जाने को कहा जाता है और लापरवाही होने पर उन्हें तरह-तरह की यातनाएं दी जाती हैं।

हाल ही में व्यापारियों को चकमा देकर किसी तरह सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर गांव लौटे ऎसे ही एक बच्चे ब्रजराम ने बताया कि भेड़ो के साथ जंगलों में उन्हें बिना चप्पल चलाया जाता और किसी भेड़ के इधर-उधर चले जाने पर ठेकेदार बेरहमी से उनकी पिटाई करता था।

घास की रोटी खाकर गुजर-बसर
ललितपुर जनपद का मड़ावरा क्षेत्र वर्ष 2003 में सुर्खियों में आया था। बताया जाता है कि यहां के गरीब लोग घास की रोटियां खाकर जीते हैं।

आज 11 साल बाद हालात इतने बदतर हो गए हैं कि यहां के गरीब अपने बच्चों को दो वक्त की रोटी तक नहीं दे पा रहे हैं। 

सोमवार, 19 मई 2014

बेरोजगारों को एक और झटका, सचिवालय और विधानसभा में भर्तियां रद्द

जयपुर। 7538 क्लर्को की भर्ती रद्द करने एक दिन बाद राजस्थान सरकार ने सचिवालय में 275 पदों पर होने वाली क्लर्कोकी भर्ती भी रद्द कर दी। इस भर्ती के लिए भी परीक्षा हो चुकी है। इसके अलावा विधानसभा में 36 पदों के लिए निकाली भर्ती भी रद्द कर दी गई। हालांकि साढ़े सात हजार क्लर्को की भर्ती के मामले में अब सरकार पुनर्विचार की बात कह रही है।
Another jolt to unemployed in Rajasthan, recruitment to275 clerk`s post cancelledकार्मिक विभाग ने राजस्थान लोक सेवा आयोग(आरपीएससी) को हाल में इस भर्ती की अभ्यर्थना वापस लेने के लिए पत्र लिखा है। हालांकि फिलहाल आयोग ने विभाग को एक पत्र भेजकर तर्क दिया है कि चूंकि भर्ती के लिए परीक्षाएं व अन्य औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं। इसलिए परिणाम जारी करने की इजाजत दी जाए।

उधर आयोग ने फिलहाल प्रशासनिक सुधार विभाग संयुक्त सचिव सत्यप्रकाश बसवाला की ओर से 7538 पदों की अभ्यर्थना वापस लेने के संबंध में भेजे गए पत्र का जवाब नहीं दिया है। राज्य सरकार जरूर अपने स्तर पर 7538 और 275 पदों पर क्रमश: मंत्रालयिक काडर और सचिवालय काडर की भर्ती की अभ्यर्थना वापस ले चुकी है।

विधानसभा में भी भर्ती रद्द
विधानसभा में भी पिछली सरकार के समय निकाली गई बाबुओं की भर्ती निरस्त कर दी गई है। विधानसभा में 36 पदों पर भर्ती के लिए अक्टूबर, 2013 में भर्ती निकाली गई थी, लेकिन शुरू से ही इस भर्ती पर विवाद का साया रहा है। अब यह भर्ती नए सिरे से जारी की जाएगी।

तत्कालीन विधानसभाध्यक्ष दीपेन्द्र सिंह शेखावत के समय बाबुओं और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती निकाली गई थी। इसके तहत विधानसभा में 36 कनिष्ठ लिपिक के पदों पर भर्ती होनी थी। नई विधानसभा बनने के साथ ही चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती को तो हरी झंडी मिल गई, बाबुओं की फाइल को बंद कर दिया गया। इसके बाद से आज तक इसकी फाइल को नहीं खोला गया। और हाल ही में इस भर्ती को निरस्त कर दिया गया। इसके पीछे तर्क दिया गया है कि इस भर्ती में कम्प्यूटर की पात्रता की शर्त नहीं जोड़ी गई। - 

श्रीधरन बोले, मोदी मंत्रिमंडल से मेरा क्या वास्ता



कोच्चि। "मेट्रोमैन" के नाम से मशहूर ई.श्रीधरन ने सोमवार को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल होने की खबर को खारिज कर दिया। श्रीधरन दिल्ली मेट्रो रेल के जरिए राष्ट्रीय राजधानी में यात्रा में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए जाने जाते हैं।

e sridharan says, none has contacted me to join  modi cabinet 

भारतीय इंजीनियरिंग सेवा के पूर्व अधिकारी श्रीधरन (82) ने कहा कि क्या आपने पतंग उड़ाने के बारे में सुना है? यही अब हो रहा है। न मैंने भाजपा से संपर्क किया है, न ही वे मेरे पास मंत्रीपद का प्रस्ताव लेकर आए हैं। मीडिया में ऎसी अटकलें है कि उन्हें रेलवे में कनिष्ठ मंत्री बनाया जा सकता है।

श्रीधरन को कोंकण रेलवे के निर्माण का श्रेय जाता है, जिसके बाद उन्होंने दिल्ली मेट्रो निर्माण की शुरूआत की। वह अभी कोच्चि मेट्रो के निर्माण के प्रभारी है, जिसकी पहली रेल 31 दिसंबर, 2015 से शुरू होगी।

प्रियंका गांधी को जुर्माना लगाकार छोड़ा,चिदंबरम के बेटे को हो सकती है जेल



नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी ने मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेट अफेयर्स के समक्ष स्वीकार किया है कि उन्होंनेे तीन "डायरेक्टर आईडेंटिफिकेशन नम्बर्स (डीआईएन)"रखकर गैर इरादतन और अनजाने में गलतियां की है।

Govt lets off priyanka gandhi who admits `mistake` over DINSजबकि मंत्रालय ने प्रियंका गांधी की अवैधता को माफ करते हुए सिर्फ जुर्माना लगाने का फैसला किया। एक समाचार पत्र की रिपोर्ट के मुताबिक मंत्रालय ने पाया है कि निवर्तमान वित्त मंत्री पी.चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम ने छह डायरेक्टर आईडेंटिफिकेशन नम्बर्स रखकर प्रथम दृष्ट्या कंपनीज एक्ट के प्रावधानों का उल्लंघन किया है।

भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने अवैध रूप से डायरेक्टर आईडेंटिफिकेशन नम्बर्स रखने को लेकर प्रियंका गांधी औक कार्ति चिदंबरम याचिका दाखिल की थी। कंपनीज एक्ट के तहत एक से ज्यादा डायरेक्टर आईडेंटिफिकेशन नम्बर रखना दण्डनीय अपराध है। इसमें 6 महीने की जेल और पचार हजार रूपए के जुर्माने की सजा हो सकती है।

डिन यूनिक नंबर होते हैं जो रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज जारी करती है। डिन उन लोगों को जारी किए जाते हैं जो कंपनियों में निदेशक बन जाते हैं। कई डिन के लिए प्रियंका गांधी ने आवेदन दिए थे। मामला की जांच चल रही थी। प्रियंका गांधी ने एक पत्र के जरिए कई डिन के लिए आवेदन की बात स्वीकार की है। प्रियंका वाड्रा ने कहा कि यह अनजाने में गलतियों के कारण हुआ,जो गैर इरादतन थी।

16 मई को सुब्रमण्यम स्वामी को लिखे पत्र में मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेट अफेयर्स के सचिव नावेद मसूद ने बताया कि कंपनीज एक्ट 1956 की धारा 621 ए के तहत असावधानी पूर्वक हुई गलती धारा 266 सी के तहत प्रशम्य है। हालांकि चिदंबरम के बेटे की मुश्किलें बढ़ सकती है। नावेद मसूद का कहना है कि कार्ति की ओर से कई डिन के लिए सौंपे गए आवेदन के मामले में प्रथम दृष्ट्या कंपनीज एक्ट के प्रावधानों के उल्लंघन का मामला बनता है। मंत्रालय के क्षेत्रीय निदेशक को कार्ति चिदंबरम से सफाई मा ंगने को कहा गया है। क्षेत्रीय निदेशक ने कार्ति चिदंबरम को 15 दिन में जवाब देने को कहा है।

इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए स्वामी ने कहा कि बड़ी संख्या में नेताओं के पास डिन हैं। उन्होंने कंपनी लॉ के तहत अपराध किया है। मैंने उन लोगों की सूची बनाई है। उन सभी के खिलाफ आपराधिक केस करूंगा। मेरी अगली शिकायत रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ होगी। उन्होंने तीन साल से बैलेंस शीट फाइन नहीं की है। ऎसा कर उन्होंने कंपनी लॉ का उल्लंघन किया है। 

जीतन राम मांझी होंगे बिहार के नए मुख्यमंत्री



पटना। बिहार के एससी-एसटी कल्याण मंत्री जीतन राम मांझी का नाम राज्य के अगले मुख्यमंत्री के रूप में तय किया गया है। मांझी का नाम नीतीश कुमार ने तय किया है। सोमवार को हुई जदयू विधायकों की बैठक में नीतीश कुमार ने दोबारा बिहार के मुख्यमंत्री का पद संभालने से इंकार कर दिया था और नए नेता का फैसला नीतीश कुमार पर छोड़ दिया गया था। जदयू दोबारा सरकार बनाने का दावा पेश करेगी।

Decision on Nitish Kumar quitting as Bihar CM final: Sharad Yadavविधायक दल की बैठक के बाद अंदाजा लगाया जा रहा था कि राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह बिहार के नए मुख्यमंत्री हो सकते हैं। सिंह को नीतीश कुमार का करीबी माना जाता है। वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि पार्टी 2015 का विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगी।

नीतीश कुमार हो सकते हैं जदयू अध्यक्ष

समाचार चैनलों के मुताबिक जदयू नेताओं और विधायकों ने पार्टी अध्यक्ष शरद यादव के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया है। समाचार चैनलों ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि शरद यादव को अध्यक्ष पद से हटाकर नीतीश कुमार को पार्टी प्रमुख बनाया जा सकता है।

शरद यादव ने स्पष्ट किया है कि नीतीश कुमार दोबार बिहार के मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे का फैसला कठिन लेकिन अंतिम है। फैसला राष्ट्र हित में लिया गया है। यह पार्टी और नीतीश कुमार के हित में भी है। जो विरोध कर रहे हैं हमने उन्हें इस बारे में बता दिया है। यह कठिन लेकिन अंतिम फैसला है। हमरा गोल दिल्ली है।

कई विधायकों ने नीतीश कुमार के खिलाफ खोला मोर्चा

गौरतलब है कि जदयू के कई विधायकों ने नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। रवीन्द्र राय और अनिरूद्ध यादव जैसे विधायकों की मांग है कि विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार की जगह नया नेता चुना जाए। कहा जा रहा है कि ये विधायक शरद यादव के खेमे से जुड़े हुए हैं। दोपहर दो बजे विधायक दल की बैठक होगी। इसमें नया नेता चुना जाएगा। रविवार को विधायक दल की बैठक में जदयू विधायकों ने नीतीश कुमार से इस्तीफे पर पुर्नविचार करने की अपील की। नीतीश कुमार ने कहा था कि वह सोमवार को अपना फैसला सुनाएंगे।


लालू को झटका,तीन विधायकों ने दिया इस्तीफा

राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को रविवार को तगड़ा झटका लगा। राजद के तीन विधायकों ने नीतीश कुमार के समर्थन में विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। सम्राट चौधरी,रामलखन राम रमन और जावेद इकबाल ने विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी को अपने इस्तीफे सौंप दिए। तीनों के इस्तीफे के बाद 243 सदस्यीय विधानसभा में राजद के 21 विधायक रह गए हैं।

सम्राट चौधरी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जब नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री जैसा बड़ा पद छोड़ दिया तो क्या हम विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने जैसा छोटा त्याग भी नहीं कर सकते। हम नीतीश कुमार के हाथ मजबूत करने के लिए जदयू में शामिल होंगे। चौधरी,रमन और इकबाल उन 13 राजद विधायकों में शामिल हैं जिन्होंने विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष उन्हें अलग ग्रुप के रूप में मान्यता प्रदान करने का प्रस्ताव रखा था।

हालांकि बाद में 13 में से 9 विधायक राजद में लौट आए थे। सम्राट चौधरी जदयू के वरिष्ठ नेता शकुनी चौधरी के पुत्र हैं। शकुनी चौधरी पहले ही लालू की पार्टी से नाता तोड़ चुके थे। चौधरी ने कहा कि फरवरी में राजद छोड़ने के बाद वे नीतीश कुमार के साथ काम कर रहे हैं। सम्राट चौधरी परबट्टा से विधायक हैं। रमन राजनगर(एससी के लिए सुरक्षित सीट)और जावेद इकबाल बांका से विधायक हैं।

लालू ने कहा,जदयू से गठबंधन का सवाल ही नहीं
राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू यादव ने जदयू से हाथ मिलाने से इनकार किया है। लालू ने कहा,जदयू से गठबंधन का सवाल ही नहीं है। हम जदयू से हाथ नहीं मिलाएंगे। जदयू से गठबंधन की कोई संभावना नहीं है। ये खबरें निराधार है कि शरद यादव ने मुझसे तीन चार बार बात की है। हम हालात पर नजर रखे हुए हैं। जदयू में जो कुछ हो रहा है वह उनका आंतरिक मामला है। वहीं लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी ने कहा है कि सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को एकजुट होना चाहिए।

लालू से हाथ मिलाने के संकेत
शरद यादव ने शनिवार को लालू यादव से हाथ मिलाने के साफ संकेत दिए थे। राजद से अलग होकर नया गुट बनाने वाले 12 विधायकों को फिर से पार्टी विधायक दल का अंग मान लिया गया था। बिहार विधानसभा सचिवालय ने शनिवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी थी। बिहार विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी के इस फैसले को जदयू और राजद के बीच संभावित तालमेल के रूप में देखा जा रहा है। बिहार में राजद के 21 विधायक हैं।

कांग्रेस ने शरद यादव को दिया समर्थन का आश्वासन

जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने रविवार को कांग्रेस नेतृत्व से मुलाकात की। कांग्रेस ने शरद यादव को आश्वासन दिया है कि वह बिहार में नई सरकार बनाने के लिए जदयू का समर्थन करेगी। कांग्रेस महासचिव शकील अहमद ने कहा है कि पार्टी जदयू सरकार को बाहर से समर्थन दे रही थी। समर्थन वापस लेने का कोई सवाल ही नहीं है। हमने साम्प्रदायिक ताकतों को सत्ता से दूर रखने के लिए नीतीश कुमार की सरकार को समर्थन दिया था। मुझे व्यक्तिगत रूप से समर्थन वापस लेने का कोई कारण नजर नहीं आता।

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में पार्टी के बुरे प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए नीतीश कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। -

कैसे आएंगे अच्छे दिन जब मोदी के साथ हैं 98 अपराधी?

नई दिल्ली। अबकी बार मोदी सरकार। भाजपा का यह स्लोगन लोगों के दिल में बैठ गया और बंपर वोटों से मोदी के सिर जीत का सेहरा बांध दिया।
Every third newly elected MP has criminal background 
लेकिन आपको पता है आपने जिन सांसदों को जीताकर संसद भेजा है उनमें से 34 फीसदी आपराधिक छवि के हैं। नेशनल इलेक्शन वाच के एक अध्ययन में यह बात सामने आई है।

लोकसभा का चुनाव जीतने वाले 543 सांसदों में से 186 दागी हैं। इससे पहले 2009 के लोकसभा चुनावों में 30 फीसदी क्रिमिनल रिकॉर्ड के राजनेता चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे।

इन सांसदों पर हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसे मामले दर्ज है। अगर पार्टी के हिसाब से बात करें तो लोकसभा के चुने गए भाजपा के 282 सांसदों में से 98 पर आपराधिक मामले दर्ज है।

कांग्रेस के 44 सांसदों में से 8 क्रिम्रिनल बैकगाउंड के हैं। एआईडीएमके के 37 में से 6 और शिवसेना के 18 में से 6 सांसद दागी हैं। तृणमूल कांग्रेस की बात करें तो पार्टी के 34 सांसदों में सात आपराधिक पृष्टभूमि के हैं। 

बाड़मेर राजपूत युवा संघठन की बैठक मंगल को ,आगामी रणनीति पर होगा चिंतन::



बाड़मेर राजपूत युवा संघठन की बैठक मंगल को ,आगामी रणनीति पर होगा चिंतन::


बाड़मेर राजपूत युवा संगठन की मासिक बैठक रानी रूपादे संस्थान में मंगलवार शाम 5 बजे आयोजित होगी। इसमें संगठन के सभी पदाधिकारी कार्यकर्ता और आम राजपूत की भागीदारी रहेगी।
बैठक में संगठन के अब तक के कार्यो की समीक्षा की जाएगी और भविष्य में किस प्रकार संगठन को और मजबूत किया जा सके इस पर भी चिंतन होगा।
लोकसभा चुनावो में भी समाज ने जो एकजुटता दिखाई और सत्य व स्वाभिमान की लड़ाई लड़ी उसके लिए संगठन आभारी हैं और आगामी चुनावो में भी समाज की क्या सोच रहेगी इस पर भी चिंतन होगा।
इसके अतिरिक्त आगामी 31 मई को आने वाली महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर संगठन द्वारा स्वाभिमान यात्रा निकाली जाएगी व बड़े स्तर पर सम्मलेन का आयोजन किया जायेगा इस सम्बन्ध में भी चर्चा होगी और अलग अलग जिम्मेदारिया सौपी जाएगी।

मुजफ्फरनगर में चार बदमाशों की पीट-पीटकर हत्या





मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर के फुंगाना क्षेत्र में कार सवार बदमाशों ने एक अधिवक्ता की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद में गुस्साए ग्रामीणों ने चारों बदमाशों को पीट-पीट कर मार डाला।

 
पुलिस के अनुसार क्षेत्र के खोडीगनी निवासी अधिवक्ता संजीव मलिक की हत्या उस समय हुई जब वह सुबह की सैर करने गांव के बाहर निकले थे।

उन्होंने बताया कि गोली की आवाज सुनकर वहां मौजूद ग्रामीणों ने हत्यारों को घेर लिया और पीट-पीट कर मार डाला। सूचना मिलने पर जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरीनारायण सिंह पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे। गुस्साए लोगों को अधिकारियों ने शांत कराया। घटना के कारणों की पड़ताल की जा रही है।