शनिवार, 8 मार्च 2014

बाड़मेर अनूठी है कौड़ी कला की हस्तशिल्प विरासत

बाड़मेर अनूठी है कौड़ी कला की हस्तशिल्प विरासत
: चंदन भाटी


बाड़मेर: एक जमाने में मुद्रा के रूप में उपयोग की जाने वाली कौड़ियों को वर्तमान में बहुत उपयोगी नहीं माना जाता। आज ‘कौड़ियों के भाव’ मुहावरे का अर्थ किसी चीज को बहुत सस्ते में खरीदना या बेचना माना जाता हैं। कभी मूल्यवान रहीं ये कौड़ियां धीरे-धीरे घर-परिवारों से लुप्त होती जा रही हैं, लेकिन राजस्थातन के बाड़मेर जिले के हस्तशिल्पियों ने अपनी सृजनात्मक ऊर्जा के बल पर कौड़ियों को साज-सज्जा के एक अद्भुत साधन का रूप प्रदान करने का सफल प्रयास किया है।

बाड़मेर जिला मुख्यालय से 28 किलोमीटर दूर स्थित देरासर गांव की रामदियों की बस्ती की हस्तशिल्पी श्रीमती भाणी, मिश्री खां व उनके साथियों ने कौड़ियों का नया संसार रच डाला है। कौड़ियों को रंग-बिरंगे धागों, झालरों को बारीक कसीदे और गोटों से खूबसूरती से गूंथकर पशुओं के श्रृंगार तथा घरेलू सौन्दर्य को बढ़ाने के लिए इस्ते माल किया जाता रहा है। लेकिन, आधुनिक जरूरतों को देखते हुए हस्तशिल्प को विस्तांर देने और उसके लिए बाजार बनाने का प्रयास हो रहा है।

इस गांव के ज्यादातर हस्तशिल्पी मुसलमान (रामदिया) हैं तथा पशुपालन व विक्रय धंधा करते हैं। 95 घरों वाले इस गांव में पच्चीस घर रामदिया मुसलमानों के हैं, जो गुजरात और महाराष्ट्र के विभिन्न पशु मेलों में शरीक होकर पशु क्रय-विक्रय का धंधा करते हैं। ऐसे ही एक मेले में मिश्री खां अपनी पत्नी भाणी के साथ गुजरात गए, जहां ऊंट और घोड़ों के श्रृंगार को देखकर बेहद प्रभावित हुए। बैलों के श्रृंगार के लिए कौड़ियों की बनी मोर कलिया, गेठिये, घोडी के श्रृंगार के लिए मृणी लगाम, गोडिए, त्रिशाला और ऊंटो के लिए बने पऊछी गोरबन्ध मुहार, मोर आदि कौड़ी कला को देखकर आधुनिक नमूने तैयार करने के विषय में पूछताछ कर यहीं से इस दम्पति ने नई जिन्दगी की शुरूआत की।

भाणी का पुश्तैनी कार्य कांच-कसीदाकारी का तो था ही, साथ ही भाणी ने इसी दौरान कौड़ी काम भी सीख लिया। पशु श्रृंगार की सामग्री के साथ-साथ भाणी ने गुडाल तथा अन्य झोपडों के लिए तोरण-तोरणिएं तथा अपाण के पलों पर कडों कौड़ी, खीलण कांच और भरत का कार्य करने में भी महारत हासिल कर ली। मुसलमान, मेघवाल आदि जातियों की शादियों पर कौड़ियों वाले मोर पर तो आज भी गांव वाले मोहित हैं। भाणी ने परम्परागत कौड़ी कला कार्य इण्डाणी गोरबन्ध के साथ-साथ इसी कला के थैले, पर्स बनाने आरम्भ कर दिए।

हस्तशिल्पी बताते हैं कि कौड़ी कला युक्त इण्डाणियों की मांग शहर में बहुत हैं। शहर वाले परम्परागत इण्डानियों को देखकर मोहित हो जाते हैं। भाणी झालर वाली, बिना झालर वाली और बिना फुन्दी वाली इण्डाणी बनाती हैं। झालर वाली इण्डाणी बीस इंच लम्बी होती हैं, जिसके कारण शिल्पकार को इसे तैयार करने में तीन दिन लग जाते हैं। इस इण्डाणी में आधा किलो कौड़ी और लगभग डेढ़ सौ ग्राम ऊन लग जाता है। बिना झालर व फुन्दे वाली इण्डाणी एक ही दिन में तैयार हो जाती हैं। इसमें 100-125 ग्राम कौड़ी का उपयोग होता हैं। बिना झालर व फुन्दी वाली इण्डानी बनाने में एक दिन का समय लगता हैं।

झालर वाली इण्डाणी में मूंजवाली रस्सी को गोलकर कपड़े से सिलाई कर दी जाती है और कौड़ी में बंद करके उसे कपड़े पर सील दिया जाता है। कौड़ी कला के कद्रदान आज कम बचे हैं। सरकारी स्तर पर इन हस्तशिल्पियों को सरंक्षण नहीं मिलने के कारण ये फाकाकशी में दिन गुजार रहे हैं। कौड़ी कला के हस्तशिल्पी देश भर में कम ही बचे हैं। मिश्री खान को दाद तो खूब मिलती है, मगर दो जून की रोटी का जुगाड़ करने में कोई मदद नहीं करता।

foto..बरसाने में विश्वप्रसिद्घ लठमार होली का मजा शुरु



मथुरा: बरसाना की विश्वविख्यात लठमार होली का आयोजन इस बार नौ मार्च को किया जाएगा तथा हर वर्ष की तरह होली पूजन की रात फालैन गांव के गोस्वामी समाज का प्रतिनिधि पण्डा दस मीटर ऊँची होली की धधकती लपटों के बीच से होकर निकलेगा.








कहा जाता है कि पिछली कई सदियों से यह नजारा इस गांव में साकार होता रहा है. इस दृश्य को देखकर दर्शक दांतों तले उंगली दबाने को मजबूर हो जाते हैं. अब तो फालैन गांव से तीन किमी की दूरी पर स्थित जटवारी गांव में भी होली के अवसर यह परंपरा निभाई जाने लगी है.



होली का त्यौहार मनाने के पारंपरिक तौर-तरीकों से अलग ब्रज में रंगों का यह अनूठा पर्व पचास दिन तक भिन्न-भिन्न प्रकार से मनाया जाता है. जिसमें कभी कहीं गुलाल के छींटे पड़ते दिखते हैं तो कभी फूलों की होली होती है. और कभी तो होली खेलने का न्यौता देने आए पाण्डे (गोस्वामी समाज के प्रतिनिधि) की आवभगत में उस पर इतने लड्डू बरसाए जाते हैं कि वह कई मन लड्डुओं की मार से अधमरा सा हो जाता है. जबकि राधारानी के भक्तगण पदगायन के साथ उत्साह से उसका स्वागत करने में तल्लीन रहते हैं. इस होली को लड्डू होली कहा जाता है.



बरसाना में होली खेलने पहुंचने वाले नन्दगांव के हुरियारों पर बरसाना की हुरियारिनों (होली खेलने वाली गोस्वामी समाज की वधुएं) की लाठियों की मार पड़ती है तो दूसरे दिन होली खेलने वाले पात्रों का परिवर्तन हो जाता है.






लठमार होली का एक छोटा स्वरूप रंगभरनी एकादशी के अवसर पर श्रीकृष्ण जन्मस्थान के प्रांगण में होने वाले लठामार होली आयोजन व गोकुल की छड़ीमार होली में भी देखने को मिलता है. इसी दिन से वृन्दावन सहित ब्रज के सभी मंदिरों में रंगों की होली शुरू हो जाती है.



जिलाधिकारी विशाल चौहान एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिलेश कुमार मीणा ने बताया कि होली के अवसर पर ब्रज में आने वाले पर्यटकों की सुविधार्थ सुरक्षा, संरक्षा, चिकित्सा, साफ-सफाई, यातायात, पेयजल, बिजली, आदि तमाम व्यवस्थाएं दुरुस्त की जा रही हैं. अन्य कार्य भी अंतिम चरण में हैं.



इससे पूर्व वसंत पंचमी के दिन मंदिरों में होली का डांढ़ा गाड़े जाने के बाद से ही ठाकुरजी पर छींटा मारे जाने के बाद प्रसाद स्वरूप भक्तों पर गुलाल बरसाया जाने लगता है. फाल्गुन पूर्णिमा के दिन जब देश भर में होली जलाने के बाद दूसरे दिन रंग खेलने की तैयारी हो रही होती है ब्रज के गांवों में पण्डे जलती होली में से निकल कर भक्त प्रहलाद की लीला को साक्षात साकार करके दिखा रहे होते हैं.



ब्रज की होली (यानि फाल्गुन पूर्णिमा) के बाद, होली का एक नया दौर शुरू होता है जो अगले दस-पंद्रह दिनों तक चलता है. होली के इन आयोजनों को ्रहुरंगा नाम दिया गया है. बलदेव, जाब-बठैन आदि गांवों के ्रहुरंगा विशेष रूप से दर्शनीय हैं. इनकी अपनी अलग-अलग पहचान व परंपराएं हैं. बलदेव में बलदाऊ व रेवती मैया के समक्ष हुरंगा खेला जाता है.






जिसमें गांव की वधुएं मंदिर के प्रांगण में छेड़छाड़ करने वाले देवरों को गिराकर उनके कपड़े फाड़ने के बाद उसका पोतना बनाकर उनकी (देवरों) की नंगी पीठ पर बरसाती हैं. जाब-बठैन के हुरंगे दो प्रकार से ब्रज में होने वाले होली के अन्य सभी आयोजनों से अलग होते हैं. क्योंकि अन्य होली परंपराओं से विलग यहां की होली गोस्वामी समाज के बजाए बहुसंख्यक जाट समाज के बीच खेली जाती है.



दूसरी, सभी जगह देवर-भाभी के बीच होने वाली होली की आम परंपराओं से अलग यहां के हुरंगों में वधुएं, जेठों से होली खेलती हैं, वह भी घूंघट की प्रथा का पूरी तरह पालन करते हुए. वे हाथ में लिए दर्पण में अपने जेठ का चेहरा देखती हैं और फिर निशाना लगाकर उनके पैरों पर लाठियां बरसाती हैं. इस प्रकार करीब एक पखवाड़े तक यहां के गांवों में होली के बाद भी हुरंगों के रूप में होली जारी रहती है.कई गांवों में तो चरकुला नृत्य की प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती हैं. इसकी भी एक अलग कहानी है.








कहा जाता है कि जब राधारानी की नानी मुखरा देवी ने अपनी धेवती के जन्म का समाचार सुना तो वे खुशी के बारे रथ का पहिया उठाकर नाचने लगी थीं. इस बार राधाकी नगरी में लठामार होली नौ मार्च को होगी. 11 मार्च को रंगभरनी एकादशी पर वृंदावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में व मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर होली का आयोजन होगा. 16 मार्च पूर्णिमा की रात को फालैन में जलती होली से पंडा निकलेगा. 17 मार्च को धूल के दिन समूचे ब्रज के गांव और शहरों में रंग की होली खेली जाएगी. जिला प्रशासन इन दिनों प्रदेश में चल रहे लोकसभा चुनावों के साथ-साथ होली कार्यक्रमों के भी इंतजाम में लगा हुआ है.



जिलाधिकारी विशाल चौहान एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिलेश कुमार मीणा ने बताया कि होली के अवसर पर ब्रज में आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा, संरक्षा और सुविधा के साथ साथ उनके लिए चिकित्सा, साफ-सफाई, यातायात, पेयजल, बिजली,आदि की तमाम व्यवस्थाएं दुरुस्त की जा रही हैं. जिलाधिकारी ने बताया कि कानून एवं व्यवस्था संबंधी सभी निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन कराया जाएगा. इस मौके पर बरसाना, नंदगांव, फालैन, बलदेव व वृंदावन आदि सभी शहर-कस्बों में ऐसी सभी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है जिनसे किसी भी अन्य व्यक्ति को आपत्ति हो.



वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बरसाना व नन्दगांव आदि होली के विशेष आयोजन वाले स्थलों पर पुलिस का भारी बंदोबस्त किया जा रहा है. बरसाना में लठमार होली के दौरान व्यवस्था बनाए रखने के लिए डीआईजी भी संभवत: वहां मौजूद रहेंगे.

239 यात्रियों के साथ मलेशिया एअरलाइन्स का विमान लापता

कुआलालंपुर। मलेशिया एअरलाइन्स का एक यात्री विमान शनिवार को लापता हो गया। बीजिंग से कुआलालम्पुर आ रहे विमान में 227 यात्री एवं चालक दल के 12 सदस्य सवार थे। एअरलाइन्स ने एक बयान जारी करके बताया कि विमान का सुबह यातायात नियंत्रण कक्ष से संपर्क टूट गया। प्रशासन ने विमान का पता लगाने के तलाशी एवं बचाव दल रवाना कर दिया है। मलेशिया एअरलाइन्स प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रहा है। 239 यात्रियों के साथ मलेशिया एअरलाइन्स का विमान लापता
बोइंग बी 777-200 की विमान संख्या एम एच 370 ने भारतीय समयानुसार शुक्रवार 21.51 बजे कुआलालंपुर से उड़ान भरी थी और इसे चीन की राजधानी बीजिंग में सुबह साढ़े छह बजे पहंुचना था। एअरलाइन्स ने बताया कि उड़ान भरने के कुछ घंटे बाद ही शनिवार तड़के दो बजकर 40 मिनट पर इसका संपर्क टूट गया।

चीन के सरकारी टेलीविजन ने एक माइक्रो ब्लॉगिंग साइट के हवाले से बताया कि विमान में 160 चीन के नागरिक सवार थे। चीन की सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ ने बताया कि विमान जब वियतनाम की वायु सीमा में था तभी राडार से उसका संपर्क टूट गया। टेलीविजन ने बताया कि देश के जलक्षेत्र में किसी विमान के दुर्घटनाग्रस्त होकर गिरने की सूचना फिलहाल नहीं मिली है।

बोइंग ने कहा है कि उसे मलेशिया एअरलाइन्स के विमान के लापता होने की खबर मिली है और वह स्थिति पर नजर रख रहा है। यदि इस विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की पुष्टि हो जाती है तो एक वर्ष से भी कम समय के अंदर बोइंग 777 का दूसरा सबसे बड़ा हादसा होगा। हालांकि, वर्ष 1995 से सेवा में आने के बाद से इसका सुरक्षा रिकॉर्ड बहुत अच्छा रहा है। आसियाना एअरलाइन्स का बोइंग 777 पिछली गर्मी में सैन फ्रांसिस्को में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें तीन यात्रियों की मौत हो गई थी।

पाक टेलीविजन अभिनेत्री सना खान की मौत



हैदराबाद। पाकिस्तान की टेलीविजन अभिनेत्री एवं माडल सना खान की एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है।

 पुलिस सूत्रों ने बताया कि सना अपने अभिनेता पति बाबर खान के साथ कराची से हैदराबाद जा रही थी। इसी दौरान शुक्रवार को उनकी कार जमशोरो के समीप अनियंत्रित होकर पलट गई।

 दुर्घटना में सना की मौके पर ही मौत हो गई जबकि बाबर गंभीररूप से घायल हो गया जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सना और बाबर का हाल ही में निकाह हुआ था। 

शुक्रवार, 7 मार्च 2014

जैसलमेर विवाहिता ने मासूम बेटी के साथ इहलीला समाप्त कि

जैसलमेर विवाहिता ने मासूम बेटी के साथ इहलीला समाप्त कि

जैसलमेर - सरहदी जिले जैसलमेर के नहरी क्षेत्र में एक विवाहित ने अपने मासूम बच्ची के साथ पानी से भरे टांके में कूद अपनी इहलीला समाप्त कर दी।


पुलिस सूत्रानुसार घटना नाचना नहरी क्षेत्र के बिन्जे वाला माइनर की है , जहा एक विवाहित ने अपनी आठ माह मासूम बेटी के साथ टांके में कूदकर इहलीला ख़त्म कर दी। मृतका के पीहर पक्ष ने हत्या का आरोप लगाया, नाचना पुलिस ने मामला दर्ज कर की जाँच शरू।

मथुरा में बनेगा दुनिया का सबसे ऊंचा कृष्ण मंदिर



मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण का 212 मीटर (700 फुट) ऊंचा मंदिर बनेगा, जो दुनिया का सबसे ऊंचा मंदिर होगा. इसकी आधारशिला यहां 16 मार्च को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रखेंगे.
Symbolic photo
मंदिर का नाम वृंदावन चंद्रोदय मंदिर होगा, जिसका परिसर दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग को जोड़ने वाली चटिकरा सड़क से सटे 5.5 एकड़ क्षेत्र में फैला होगा. वृंदावन यमुना एक्सप्रेस वे से भी जुड़ा है. मंदिर 79 मंजिला होगा और यह दिल्ली के कुतुब मीनार से तीन गुना अधिक ऊंचा होगा.

मंदिर में कृष्ण-राधा की प्रतिमा के अतिरिक्त विभिन्न मंजिलों पर चैतन्य महाप्रभु और इस्कॉन आंदोलन के संस्थापक श्री प्रभुपाद की भी प्रतिमा लगी होगी. मंदिर की अवधारणा और डिजाइन इस्कॉन की बेंगलुरू शाखा ने तैयार की है.

एक अधिकारी ने बताया कि शुरुआत में मंदिर की ऊंचाई 300 मीटर रखी गई थी, लेकिन बाद में इसमें संशोधन किया गया. इसके निर्माण पर 400 करोड़ रुपये की लागत आने की संभावना है.

उन्होंने कहा कि मंदिर बन जाने के बाद यहां आने वाले श्रद्धालु सबसे ऊपरी मंजिल से ताजमहल देख पाएंगे. अगले कुछ वर्षों में हजारों शिल्पकारों और कुशल कामगारों को यहां रोजगार मिलेंगे.

13 साल के बच्चे ने दिया र्इमानदारी का परिचय 30-40 हजार का आर्इ-फोन लोटाया मालिक को

13 साल के बच्चे ने दिया र्इमानदारी का परिचय
30-40 हजार का आर्इ-फोन लोटाया मालिक को

जैसलमेर 15 दिन में पूर्व गुलबार पुत्र रोजखा उम्र 13 साल निवासी गांगा, सस हाल होटल लक्ष्मी विला जैसलमेर को एक मोबार्इल आर्इ-फोन मिला जिसको उसके आपनी होटल के मालिक अमित शर्मा को दिया। अमित शर्मा द्वारा उक्त मोबार्इल फोन पुलिस कोतवाली में पदस्थापित कानि. दिनेश को सुपूर्द कर उसके मालिक के बारे में जानकारी प्राप्त कर वापिस लोटाने की बात कही जिस पर उक्त कानिस्टेबल द्वारा उक्त मोबार्इल को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जमा करवा दिया। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जमा करवाने के बाद पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर विकास शर्मा के आदेशानुसार उक्त मोबार्इल के आर्इ.र्इ.एम.आर्इ. नम्बर की सी.डी.आर. डीसीआरबी में पदस्थापित कानिस्टेबल मुकेश बीरा द्वारा राजस्थान एवं राजस्थान से बाहर अन्य राज्यों से मंगार्इ गर्इ। सी.डी.आर. मंगवाने के बाद उक्त मोबार्इल में माह नम्बर में एक सिम चली हुर्इ पार्इ गर्इ। जिसका ओवनर नेम मंगवाया गया तो तो वह सिम मुम्बर्इ के निवासी रोम्मल इडनानी के नाम से मिली। जिसको फोन करके पुछा गया तो उसने उक्त मोबार्इल अपनी बच्ची जोकि नवम्बर माह में जैसलमेर घुमने आर्इ थी, उसका बताया जिस पर उक्त व्यकित से उक्त मोबार्इल का बिल मंगवाकर उनके परिचित हिम्मतसिंह कविया समाज कल्याण अधिकारी जैसलमेर को सुपूर्द किया गया। इस प्रकार जैसलमेर जिले के सम गाव में गरीब परिवार के मासुम बच्चे गुलबार पुत्र रोजखा उम्र 13 साल निवासी गांगा, सस हाल होटल लक्ष्मी विला जैसलमेर द्वारा अपनी र्इमानदारी का परिचय देते हुए, 30-40 हजार का आर्इ-फोन उनके मालिक को वापिस दिया तथा मारवाड की र्इमानदारी की परम्परा को कायम रखा।

गैर बैंकिग वित्तीय कम्पनियों के रेग्यूलेशन व अनिगमित निकायों के संबंध में पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों का प्रशिक्षण

गैर बैंकिग वित्तीय कम्पनियों के रेग्यूलेशन व अनिगमित निकायों के संबंध में पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों का प्रशिक्षण

जैसलमेर देश में आये दिन गैर बैंकिंग वितीय कम्पनियों द्वारा लोगों के साथ धोखा कर उनके पैसे एठने की घटनाओं को देखते हुए आज दिनांक 07.03.2014 को पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर के सभागार में गैर बैंिकंग पर्यवेक्षण विभाग भारतीय रिजर्व बैंक जयपुर द्वारा गैर बैंकिंग वित्तीय कम्पनियों के रेग्यूलेशन व अनिगमित निकायों के संबंध में पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया। उक्त प्रशिक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर विकास शर्मा के अलावा आर.पी. सिंह ए.जी.एम. आर.बी.आर्इ., आर.के. वासु मैनेजर, आर.बी.आर्इ एवं सागर श्रीवास्तव र्इ.र्इ. आर.बी.आर्इ., रविन्द्र बौथरा थानाधिकारी पुलिस थाना सदर, जेठाराम शहर कोतवाल, सुमेरंिसंह थानाधिकारी सांगड, कैलाश मेघवाल प्रभारी जिले विशेष शाखा, शिवलाल गर्ग कार्यालय सहायक, पुरूषोतम पुरोहित प्रभारी सामान्य शाखा, चैनाराम प्रभारी बल शाखा, सवार्इसिंह पीए, महेश ओझा कनिष्ठ लेखाकार, रणवीरसिंह हवालदार मेजर, पुलिस लार्इन एवं थानों तथा मुख्यालय पर पदस्थापित अधिकारीकर्मचारी उपसिथत रहे। उक्त प्रशिक्षण में आर.बी.आर्इ. अधिकारियों द्वारा गैर बैंकिग वित्तीय कम्पनियों द्वारा आये दिन देश के लोगों के साथ धोखघडी करने की घटनाओं की जानकारी देते हुए तथा उनके विरूद्ध कार्यवाही करने संबंधी कानून की जानकारी दी तथा ऐसी कम्पनियों से सावधान रहने के लिये समझार्इश की गर्इ। अधिकारियों द्वारा बताया किया गया कि कभी भी किसी बैक द्वारा ज्यादा ब्याज देने का लालच दे तो पहले उक्त बैंक के आर.बी.आर्इ. द्वारा रजिस्ट्रेट दस्तावेजों की जानकारी प्राप्त करनी चाहिए बाद में अपने पैसों को इन्वेसमेंट करना चाहिए। इसके साथ-साथ आर.बी.आर्इ. अधिकारियों द्वारा उक्त गैर बैंिकंग वितीय कम्पनियों द्वारा आर.बी.आर्इ. में क्या धाराऐं बनार्इ गर्इ हैं उसके बारे में जानकारी दी। प्रशिक्षण में पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त अधिकारियोंकर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए देश में आये दिन गैर बैंकिग वितीय कम्पनियो संबंधित महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में जानकारी देते हुए उनसे सावधान रहने की जानकारी दी तथा आमजन को इसके बारे में बताने की बात रखी गर्इ।

महिला सशक्तीकरण एवं मनोबल बढाने तथा स्वंय की सुरक्षा हेतु जुड़ो कराटे का प्रशिक्षण

महिला सशक्तीकरण एवं मनोबल बढाने तथा स्वंय की सुरक्षा हेतु जुड़ो कराटे का प्रशिक्षण


जैसलमेर आज के परिवेश में आये दिन महिलाओं एवं बालिकाओं के साथ होने वाली घटनाओं को देखते हुए राज्य सरकार के आदेशानुसार पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर विकास शर्मा के निर्देशानुसार शुक्रवार को शहर जैसलमेर में सिथत किशनीदेवी मगनीदेवी राजकीय सीनियर उच्च माध्यमिक विधालय जैसलमेर में दिनेश कुमार निरीक्षक पुलिस, थानाधिकारी महिला पुलिस थाना जैसलमेर एवं हसीना महिला हैड कानि. मय सरिता महिला कानि. कमाण्डो व प्रशिक्षक भोमसिंह द्वारा बालिकाओं को स्वंय की सुरक्षा हेतु जुड़ो कराटे प्रदर्शन कर बालिकाओं को एवं बालिका विधालय में एस.पी.सी. में चिनिहत कैडेट बालिकाओं को प्रशिक्षण दिया गया। इसके साथ-साथ महिला हैड कानि. द्वारा बालिकाओं को महिला अपराध व घरेलू हिंसा के बारे में कानूनी जानकारी दी गर्इ।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आगे भी इसी तरह जिले में सिथत बालिका विधालयों में स्वयं की रक्षा करने हेतु प्रशिक्षण दिया जावेगा। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिले में महिलाओं एवं बालिकाओं के विरूद्ध होने वाले अपराधों पर अंकुश लगाने हेतु शहर में सिथत विभिन्न कालेजो एवं विधालयों में शिकायत पेटिया स्थापित की गर्इ हैं। जिसमें महिलाऐं एवं बालिकाऐं गुप्त रूप से परेशान करने वाले मनचलों की शिकायत कर सकती है। पुलिस महिला एवं बालिकाओं के विरूद्ध होने वाले अपराधों को रोकने के लिए हमेशा तत्पर है ।

अंतरराष्ट्रीय राजस्थानी सम्मेलन जुलाई में

जोधपुर।राजस्थान के लोक कलाकार, कवि और हस्तशिल्पी सात समंदर पार अपना फन दिखाएंगे। राजस्थान एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमरीका (राना) की ओर से चौथा अंतरराष्ट्रीय राजस्थानी सम्मेलन 3 से 6 जुलाई तक न्यूयार्क के मैरिएट होटल में आयोजित किया जाएगा।


संस्था के मीडिया चेयरमैन प्रेम भंडारी ने यहां आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस बार इस सम्मेलन की थीम "स्वस्थ व साक्षर राजस्थान" रहेगी। सम्मेलन के लिए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पूर्व नरेश गजसिंह सहित कई हस्तियों व अफसरों को न्योता दिया गया है।
अंतरराष्ट्रीय राजस्थानी सम्मेलन जुलाई में

जिसमें करीब 1800 से 2000 प्रतिभागी के भाग लेंगे। राना अध्यक्ष डॉ. नरेंद्र हड़पावत सम्मेलन के संयोजक, नवीन सी शाह, शशि शाह, रवि लश्करी व अमिनेश गोयनका सह संयोजक बनाए गए हैं।


भण्डारी ने बताया कि सम्मेलन में राजस्थानी लोक कला, साहित्य, संस्कृति व उद्योग आदि पर फोकस किया जाएगा। वहीं हास्य कवि सम्मेलन भी होगा और प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा। अमरीका में काम करने के इच्छुक किसी भी उद्योग से जुड़े उद्योगपति व व्यवसायी वहां अपनी स्टॉल लगा सकते हैं। इसके लिए राना के पदाधिकारियों या वेबसाइट पर संपर्क किया जा सकता है।

प्रमुख रहेगा राजस्थानी की मान्यता का मुद्दा

राजस्थानी भाष्ाा मान्यता संघष्ाü समिति के अंतरराष्ट्रीय संयोजक प्रेम भंडारी ने बताया कि सम्मेलन के दौरान भारत में राजस्थानी भाष्ाा को संवैधानिक मान्यता दिलवाना प्रमुख मु्द्दा होगा। राना इस अभियान में सहयोग कर रही है। अगर मायड़ भाष्ाा को मान्यता नहीं मिली तो न्यूयार्क में धरना दिया जाएगा। इसके अलावा लोकसभा चुनाव के दौरान भी पार्टियों के समक्ष यह मुद्दा उठाया जाएगा।

लोकसभा चुनाव इनके नाम लगभग तय

लोकसभा चुनाव इनके नाम लगभग तय

वर्तमान सांसदों पर संकट
पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा से विजयी रहे जालौर-सिरोही से देवजी पटेल, बीकानेर से अर्जुन राम मेघवाल और चूरू से रामसिंह कस्वा के नामों पर फिलहाल सहमति नहीं बनी है। इसमें देवजी पटेल को क्षेत्र में एक प्रमुख नेता से कड़ी टक्कर मिल रही है। सांसद अर्जुन राम मेघवाल को देवी सिंह भाटी के विरोध का समाना करना पड़ रहा है।

रामसिंह कस्वा को लेकर भी पार्टी में विरोध है, क्योंकि वे विधानसभा चुनाव में अपनी पत्नी कमला कस्वा को चुनाव नहीं जिता पाए थे। कांग्रेस में भी जोधपुर सांसद चंद्रेश कुमारी, सीकर सांसद महादेव सिंह खंडेला, बांसवाड़ा से ताराचंद भगोरा, भरतपुर से रतन सिंह, पाली से बद्री जाखड़ के नाम पर संदेह है।

इनके नाम लगभग तय
भाजपा की सूची में झालावाड़ से दुष्यंत सिंह, झुंझुनूं से वीके सिंह, जोधपुर से राज्यवर्घन सिंह राठौड़, पाली से पुष्प जैन, बाड़मेर से जसवंत सिंह, भीलवाड़ा से वीपी सिंह का नाम लगभग तय माना जा रहा है। कांगे्रस में अजमेर से सचिन पायलट, भीलवाड़ा से सीपी जोशी, उदयपुर से रघुवीर मीणा, चित्तौड़गढ़ से गिरिजा व्यास, जयपुर से महेश जोशी, जयपुर ग्रामीण से लालचंद कटारिया, अलवर से जितेन्द्र सिंह, बाड़मेर से हरीश चौधरी, कोटा सांसद इज्येराज सिंह का नाम शामिल है।

अटारह किलो चरस जब्त, दो गिरफ्तार

जोधपुर।नारकोटिक्स कन्ट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) जोधपुर ने गुरूवार शाम जयपुर के झोटवाड़ा में कालवाड़ रोड स्थित स्थित एक फ्लैट में दबिश देकर अटारह किलो चरस जब्त कर दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। इनसे एक लग्जरी कार भी जब्त की गई है। जब्त मादक मादर्थ की कीमत बाजार में पच्चीस लाख रूपए से अधिक आंकी गई है। गत एक वर्ष में चरस बरामदगी की यह पहली बड़ी कार्रवाई है।
अटारह किलो चरस जब्त, दो गिरफ्तार

एनसीबी की क्षेत्रीय निदेशक नेहा चंपावत के अनुसार ब्यूरो के अधीक्षक हरीश कुमार के नेतृत्व में दी गई दबिश के दौरान दल को नई दिल्ली में ओखला निवासी काफिल अहमद (46) तथा उत्तर प्रदेश में मैनपुरी निवासी कार चालक मुकेश (34) चरस के 3-3 किलो के पैकेट बनाते मिले। फ्लैट से चार पैकेट में से 12 किलो तथा बाहर खड़ी महिन्द्रा एक्सयूवी में से दो पैकेट से छह किलो चरस जब्त किया गया।

एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। प्रारम्भिक जांच में सामने आया कि काफिल गत दो-तीन साल से जम्मू-कश्मीर से जयपुर होते हुए अहमदाबाद तक चरस की आपूर्ति कर चुका है। तस्कर जम्मू-कश्मीर में 95 हजार रूपए प्रति किलो से चरस खरीदते हैं।

और फिर सवा से डेढ़ लाख रूपए प्रति किलो की दर से बेचते हैं। फ्लैट के पलंग में छुपी थी चरस : ब्यूरो के अधीक्षक हरीश कुमार के अनुसार काफिल अहमद ने यह फ्लैट किराए पर ले रखा था और यह खेप अहमदाबाद के दो-तीन व्यक्तियों को सप्लाई करने वाला था। जम्मू-कश्मीर से चरस लाने के बाद काफिल अपने चालक की मदद से तीन-तीन किलो के पैकेट बना रहा था। फ्लैट के पलंग में चरस पैकेट जब्त किए गए।

बाड़मेर आपसी रंजिस के चलते युवक के कान काटे

बाड़मेर आपसी रंजिस के चलते युवक के कान काटे

बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर के गुड़ा थाना क्षेत्र के डडवास गांव में आपसी विवाद के चलते एक पक्ष ने एक युवक पर धारदार हथियारो से हमला कर युवक के कान काट दिए। बुरु तरह घायल हुए इस युवक को राजकीय अस्प्ताल में उपचार के लिए दाखिल कराया हें। पुलिस सूत्रानुसार सांवलाराम पुत्र कानाराम कलबी नि. डेडावास ने पुलिस थाना गुड़ामालानी पर मुकदमा दर्ज कराया कि मुलजिमान कंवराराम पुत्र देरामाराम नि. डेडावास वगेरा 5 द्वारा मुस्तगीस के भार्इ को रोककर धारदार हथियार से मारपीट कर कान काटना व मोटर सार्इकल की तोड़फोड कर रूपये ले जाना वगेरा पर मुकदमा नम्बर 4414 धारा 147, 148, 323, 379, 427, 326, 307149 भदसं में दर्ज किया जाकर अनुसंधान किया जा रहा है।

बाड़मेर अवैध शराब सहित एक गिरफतार

बाड़मेर अवैध शराब सहित एक गिरफतार

बाड़मेर तेजमालसिंह स.उ.नि. पुलिस थाना सदर मय पुलिस पार्टी द्वारा मुखबीर की र्इत्तला पर जोगियो की दडी में मुलजिम पुरूषोतम पुत्र मांगीलाल जैन निवासी जुना किराडु मार्ग बाड़मेर को दस्तयाब कर उसके कब्जा से अवैध व बिना लार्इसेन्स की 36 पव्वे अंग्रेजी शराब बरामद कर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना सदर पर प्रकरण संख्या 5214 धारा 1454, 1954 आबकारी अधिनियम में दर्ज करने में सफलता प्राप्त की गर्इ।

चौधरी रामदान जयन्ती एवं वार्षिकोत्सव समारोह 15 मार्च को

चौधरी रामदान जयन्ती एवं वार्षिकोत्सव समारोह 15 मार्च को


बाड़मेर : मालाणी मेें किसान चेतना एवं समाज सुधार की अलख जगाने वाले किसान केसरी स्व. रामदान चौधरी की 131वीं जयन्ती समारोह किसान छात्रावास बाड़मेर के प्रांगण में 15 मार्च को दोपहर 1 बजे रखा गया हैं। छात्रावास अध्यक्ष बलवंतसिंह चौधरी ने बताया कि जयन्ती समारोह के मुख्य अतिथि सी आर चौधरी पूर्व अध्यक्ष राजस्थान लोक सेवा आयोग एवं अध्यक्षता बीआर ग्वाला सेवानिवृत पुलिस महानिरीक्षक तथा विशिष्ट अतिथि मांगीलाल चौधरी सेवानिवृत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक होंगे। छात्रावास अधीक्षक धर्माराम चौधरी ने बताया कि इस छात्रावास का 80 वां वार्षिकोत्सव समारोह भी इसी के साथ रखा गया हैंं। इस अवसर पर जिले में जाट समाज में कक्षा दसवीं, बारहवीं एवं स्नातक में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले बालक-बालिकाओं को सम्मानित किया जाएगा। जाट समाज के वे छात्र-छात्राएं जो अपने आपकों उक्त पुरस्कारों के लिए पात्र समझते हैं। वे अपना प्रार्थना पत्र सादे कागज पर मय अंकतालिका की सत्यापित प्रति के साथ दिनांक 12.03.2014 तक किसान छात्रावास में जमा करवा दें ताकि उक्त सम्मान के लिए योग्य प्रतिभाओं का चयन किया जा सकेंं।