गुरुवार, 5 दिसंबर 2013

जब महिला ने पति को प्रेमिका के साथ पकड़ा तो खुद ही देखिए फिर क्या हुआ



ग्वालियर. दिल्ली की एक महिला को अपने पति के चरित्र पर शंका हुई तो वह जासूसी करते हुए उसके पीछे ग्वालियर तक आ गई थी। महिला को पति और उसकी प्रेमिका स्टेशन बजरिया में ऑटो से जाते हुए मिल गए। यहां पर वह पति के साथ मिली युवती पर टूट पड़ी थी। पत्नी और प्रेमिका को झगड़ते देख पति भाग निकला था। इसके बाद आधा घंटे तक महिलाएं सड़क पर एक-दूसरे के बाल पकड़कर झगड़ती रहीं। झगड़ा देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई थी। इसके चलते पड़ाव पुल पर आधा घंटे तक ट्रैफिक जाम भी रहा था।






दिल्ली के एक सराफा कारोबारी का कारोबार के सिलसिले में ग्वालियर और मथुरा आना-जाना था। पति का किसी युवती से चक्कर चल रहा है, ऐसी आशंका उसकी पत्नी को थी।






इसके चलते वह पिछले काफी समय से अपने पति की जासूसी कर रही थी। उसका पति घर से मथुरा की कह कर निकला था। इसी बीच उसे पता चला कि वह किसी युवती के साथ ग्वालियर में है।




वह ग्वालियर आकर स्टेशन बजरिया पर ऑटो तलाश कर रही थी, तभी पति और उसकी प्रेमिका ऑटो से जाते हुए दिखाई दिए।

पति को प्रेमिका के साथ देखते ही वह ऑटो में चढ़ गई। पत्नी का गुस्सा देखकर पति भाग निकला, जबकि महिला उसकी प्रेमिका को पकड़कर पिटाई करने लगी थी।


इस बीच किसी ने पड़ाव थाने की पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस दोनों को ऑटो में बैठाकर महिला थाने ले आई। यहां पर टीआई रुचिका चतुर्वेदी ने दोनों महिलाओं की बात सुनी।

महिला ने पुलिस से कहा कि उसने अपने पति को सुधारने के लिए उस पर नजर रखी थी, लेकिन वह पति के खिलाफ कार्रवाई नहीं चाहती। इसके बाद पुलिस ने दोनों महिलाओं को इस हिदायत के साथ जाने दिया कि वे झगड़ा नहीं करेंगी। पत्नी के हाथ लगी प्रेमिका ने पुलिस को बताया था कि वह तलाकशुदा है। उसके बाल उड़ रहे हैं, जिसका इलाज कराने के लिए वह शिंदे की छावनी में एक डॉक्टर के यहां जा रही थी। इसी दौरान महिला ने उसके साथ मारपीट कर दी थी। टीआई महिला थाना रुचिका चतुर्वेदी का कहना था दोनों महिलाएं शिकायत करने के लिए तैयार नहीं थीं, इसलिए उन्हें जाने दिया।

राहुल के कहने पर चुनाव लड़ा, नतीजे पक्ष में नहीं : हेमाराम


राहुल के कहने पर चुनाव लड़ा, नतीजे पक्ष में नहीं : हेमाराम



बाड़मेर  राजस्व मंत्री और गुढ़ामालानी से कांग्रेस प्रत्याशी हेमाराम चौधरी ने बुधवार को कहा कि उन्होंने राहुल गांधी के दबाव में चुनाव लड़ा, लेकिन नतीजे पक्ष में नहीं रहेंगे। मैं इससे आहत हूं और भविष्य में चुनाव नहीं लडऩे का फैसला कर लिया है। उन्होंने कहा कि विकास के बूते पर वोट नहीं मिलते है। वोटर की मानसिकता बदल चुकी है, इसी कारण राजनीति से मुझे नफरत हो रही है। सर्वे में कांग्रेस की स्थिति कमजोर होने संबंधी सवाल पर चौधरी ने कहा कि स्थिति कमजोर है या मजबूत इस बारे में तो मैं क्या कह सकता हूं। ये तो आठ दिसंबर को मतगणना के बाद ही पता चलेगा। चुनाव परिणाम को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में वे बोले- इस बार चुनाव परिणाम पार्टी के पक्ष में नहीं रहेंगे। यह मेरा अंतिम चुनाव था।  

भविष्य में कोई चुनाव नहीं लडूंगा।

गुड़ामालानी में रिकार्ड वोटिंग के बारे में चौधरी ने कहा कि यहां फर्जी वोटिंग हुई है। मैं तो पहले ही चुनाव लडऩे से इनकार कर चुका था, लेकिन राहुल गांधी ने फोन पर कहा कि आपको ही चुनाव लडऩा है।

बाड़मेर कौन कहा क्यूँ जीतेगा एक विश्लेषण

बाड़मेर कौन कहा क्यूँ जीतेगा एक विश्लेषण

बाड़मेर रविवार को एक दिसंबर को सम्पन हुए विधानसभा चुनावो के परिणाम आने हें। सभी प्रत्यासी अपनी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हें। सत्ता बाज़ार और विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओ से बातचीत के आधार पर लगा कि इस बार बाड़मेर कि जनता ने दिल खोल कर भाजपा के पक्ष में मतदान किया हें। हर सीट पर हार जीत के चौंकाने वाले कारन सामने आये हें

बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र। …इस क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्यासी मेवाराम जैन भीतरघात के शिकार हुए लग रहे हें साथ ही उनका गढ़ माने जाने वाली प्रमुख तेरह पंचायतो चुली ,भद्रेश ,विशाला ,मारूड़ी ,लंगेरा ,आती ,जैसे ,जूना ,बालेरा ,सुरा ,डूडा बेरी ,कपूरड़ी ,जालिपा ,हरसाणी फांटा ,आदि में अपनी पिछली बढ़त कायम नहीं रख पाये वाही शहरी क्षेत्र में भी उनकी पकड़ बहुत कमज़ोर साबित हुई ,डॉ प्रियंका चौधरी के पक्ष में राजपूत ,मेघवाल ,रावण राजपूत ,मुस्लिम ,और जाट वोटो के ध्रुवीकरण के कारन वो मजबूत नज़र आती हें ,प्रियंका ने वर्त्तमान विधायक के गढ़ में उनकी बढ़त ख़त्म करने तथा शहरी क्षेत्र में बढ़त कि सम्भावना से भारी हें वाही जाट वोट उनकी जीत का अंतर बढ़ा रहे हें ,भाजपा कि बागी श्रीमती मृदुरेखा के कारन कांग्रेस प्रत्यासी को ज्यादा नुक्सान हुआ हें


चौहटन। ।सॆमवर्ति चौहटन विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के तरुण कागा और कांग्रेस के पदमाराम मेघवाल आमने सामने ,थे इस बार इस सीट पर निर्णायक मत जाट मतदाताओ का भाजपा के जुड़ाव और कुछ मुस्लिम मतों के ध्रुवीकरण के कारन भाजपा मजबूत हें


शिव विधानसभा क्षेत्र। ज़िले कि सर्वाधिक महत्वपूर्ण और प्रतिष्ठा का सवाल बनी शिव विधानसभा सीट पर कांग्रेस के अमिन खान और भाजपा के मानवेन्द्र सिंह के बीच कडा मुकाबला था ,मानवेन्द्र सिंह ने अमिन खान के परंपरागत वोट बेंक मुस्लिम ,अनुसूचित जाती ,जनजाति ,और जाट मतदाताओ में जोरदार सेंध लगाई ,कांग्रेस के परंपरागत मतों के ध्रुवीकरण और भाजपा समर्थक राजपूत और अन्य जातियो के लामबंद होने से मानवेन्द्र सिंह मजबूत हें ,


बायतु। बायतु वधान सभा क्षेत्र से कर्नल सोनाराम चौधरी और भाजपा के कैलाश चौधरी आमने सामने थे। ,कर्नल पिछली बार चौंतीस हज़ार मतों से जीते थे। मगर इस बार वो कांग्रेस के जाट नेताओ के कोप भजन का शिकार हो जाये तो कोई आश्चर्य नहीं ,कर्नल अपनी जीत के प्रति आश्वस्त हें मगर बायतु से आई पोलिंग पार्टियो कि माने तो कर्नल इस सीट को खोते नज़र आ रहे हें , कर्नल को रिफायनरी आंदोलन में सक्रीय रहने के बावजूद बायतु से पचपदरा शिफ्ट होना उनके विपक्ष में जा रहा हें ,कर्नल कि कांग्रेस नेता कार सेवा में जूट थे ,भीतरघात के कारन वो कमज़ोर नज़र आयते हें ,भाजपा के कैलाश चौधात्री के पक्ष में जाट मतदाताओ के साथ अन्य जातियो के खुल कर आने से भी वो मजबूत हें ,इस दशा में बायतु सीट से कोई भी निकल सकता हें ,

पचपदरा। . इस सीट पर कांग्रेस का असंतोष वर्म्मन विधायक मदन प्रजापत को टिकट देने के साथ शुरू हुआ था ,मूल कांग्रेस इनकी उम्मीदवारी के विरोध में अलग हो गयी उन्होंने अब्दुल रहमान को बागी उतर मदन प्रजापत के सरे समीकरण बिगाड़ दिए ,भाजपा के अमराराम चौधरी के प्रति सहानुभूति थी ,उसका बड़ा असर रहा साथ ही नरेंद्र मोदी कि लोकप्रियता बड़ा कारण हें ,पचपदरा सीट पर अमराराम मजबूत नज़र आते हें


सिवाना। । सिवाना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने महंत निर्मलदास को उतरा ,उनकी टिकट के साथ सिवाना कांग्रेस में विरोध शुरू हुआ ,कांग्रेस के परम्परागत वोटर कुलबी और मुस्लिम निर्मलदास के खिलाफ लामबंद हुए ,उनके समाज कि कांग्रेस कि महिला जिला अध्यक्ष विजय लक्ष्मी ने विरोधस्वरूप पार्टी ही छोड़ भाजपा के साथ हो ली ,ंिमलदास को कांग्रेस का पूरा सहयोग नहीं मिला जिससे वो शुरू में ही मुकाबले में विछड़ गए , भाजपा से हमीर सिंह भायल के पक्ष में सभी समाजो सहित राजपूतो का लामबंद होना उन्हें मजबूत बनता हें


गुडा मालानी। । गुडा मालानी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के वरिष्ट नेता हेमाराम चौधरी ने पहले चुनाव लड़ने से मन कर दिया जिससे उनके शीटर में गलत सन्देश गया कि वो हार के दर से चुनाव नहीं लड़ना चाहते ,हेमाराम ने राहुल गांधी के दबाव में चुनाव लड़ने कि हामी तो भर दी मगर अपने परंपरागत मतदाताओ के भाजपा के पक्ष में ध्रुवीकरण को रोकने में सफल नहीं हुए ,भाजपा के लादूराम विश्नोई को जाट मत मिलाने साथ उन्हें कुलबी जाती का भी समर्थन मिला ,सिवाना में कुलबी को टिकट नहीं मिलाना हेमाराम चौधरी के लिए घटक सिद्ध हो सकता हें ,लादूराम को नरेंद्र मोदी और वसुंधरा कि लोकप्रियता अ फायदा मिला




वोट मांगने नहीं आये। ।यह पहली बार हुआ जब कांग्रेस के एक बी स्टार प्रचारक आम सभा के लिए नहीं आया। यहाँ तक कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी अपने प्रत्यासियो के लिए वोट मांगने नहीं औए ,जबकि हर चुनाव में राहुल गांधी या सोनिआ गांधी वोट मांगने आती रही ,मगर इस बार कांग्रेस के लिए कोई वोट मांगने नहीं आया जिसका विपरीत प्रभाव पड़ा


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विवाहिता से सामूहिक दुष्कर्म

मूण्डवा।मूण्डवा थाना क्षेत्र के ग्राम खुड़खुड़ा खुर्द निवासी अनुसूचित जाति की विवाहिता को बीमार पिता से मिलाने के बहाने ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है।


थानाधिकारी हरिनारायण मीणा ने बताया कि पीडिता ने पति के साथ आकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि 2 दिसम्बर की रात्रि माणकपुर निवासी सेनाराम पुत्र कोजाराम मेघवाल ने मोबाइल से सूचना दी कि पीडिता के पिता की तबियत खराब हो गई है। इस पर रात्रि करीब साढ़े 10 बजे पीडिता बिना किसी को बताए पिता से मिलने के लिए घर से रवाना हो गई। इस दौरान आरोपी सेनाराम ने उसे डम्पर पर बिठाया। इसके बाद माणकपुर सरपंच पुत्र राजेन्द्र पुत्र मुन्नाराम जाट भी डम्पर पर आ गया। करीब एक किलोमीटर आगे डम्पर ले जाने के बाद राजेन्द्र ने पीडिता के साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी। उसके बाद दोनों आरोपियोें ने विवाहिता से दुष्कर्म किया।

जैसे तैसे पीडिता घर पहुंची तथा परिजनों को आप-बीती बताई। पीडिता का बुधवार को मेडिकल मुआयना कराया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रतनलाल भार्गव व जांच अधिकारी नागौर एससी, एसटी के पुलिस उप अधीक्षक डा. हरिप्रसाद शर्मा ने मूण्डवा थानाधिकारी के साथ घटनास्थल का मौका मुआयना किया। पीडिता के कपड़े बरामद किए। गुरूवार को न्यायालय में 164 के बयान के लिए आवेदन पेश किया जाएगा।

पुलिस के घर में अफीम तस्कर

नागौर।पुलिस लाइन स्थित एक सिपाही के क्वार्टर से बुधवार सुबह जोधपुर पुलिस के विशेष दल ने भोजासर थाने के वांछित अफीम तस्कर को गिरफ्तार किया है। विशेष दल की ओर से की गई कार्रवाई से हड़कम्प मच गया। सिपाही के क्वार्टर में तस्कर मिलने से पुलिस की ओर से कहे जाने वाले उस जुमले "अपराधियों में खौफ, आमजन में विश्वास" की सच्चाई सामने आ गई है।


जिला पुलिस प्रशासन की नाक के नीचे हो रहे इस कार्य में पुलिस कर्मियों के लिप्त होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। जोधपुर व नागौर थाने की ओर से की गई कार्रवाई की सूचना पुलिस लाइन के अधिकारियों तक को नहीं दी गई। सूत्रों ने बताया कि क्वार्टर में दो दरवाजे हैं, आगे कुछ गतिविधि होने पर पीछे का दरवाजा खोलकर आरोपी बाहर जा सकता है।


कई सवाल अनसुलझे

यातायात पुलिस के सिपाही अरविंद कुमार बिश्नोई (577) के क्वार्टर में आरोपी कितने समय से हैं, घटना के समय अरविंद कहां गया, आरोपी के साथ उसके क्या रिश्ते हैं, मुखबिर से मिली सूचना पर आरोपी तो मिल गया मगर मौके से अफीम कहां गायब हो गई, पुलिस लाइन में कार्यरत पुलिस कर्मियों को इस गोरखधंधे की भनक क्यों नहीं लग पाई, कार्रवाई के दौरान पुलिस लाइन के अधिकारियों को शामिल क्यों नहीं किया गया जैसे अनेक सवाल अभी खड़े हैं। विशेष दल ने सिपाही के संजय कॉलोनी स्थित मकान पर भी दबिश दी मगर वो वहां भी नहीं मिला।

ये हुआ गिरफ्तार


जोधपुर से स्पेशियल टीम प्रभारी सब इंस्पेक्टर निरंजन प्रताप सिंह ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस लाइन स्थित क्वाटर से चित्तौड़गढ़ के अनूपपुरा निवासी शांतिलाल (48) पुत्र भूराजी धाकड़ को गिरफ्तार किया गया।मुखबिर ने बताया कि आरोपी के पास बड़ी मात्रा में अफीम है। लेकिन मौके से अफीम नहीं मिली। आरोपी भोजासर थाने का वांछित अपराधी है। यह लम्बे समय से तस्करी में लिप्त है।


यातायात पुलिस के सिपाही से इसके क्या संबंध थे सहित अन्य बिंदुओं पर तो जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। कार्रवाई में थानाधिकारी नगाराम चौधरी भी शामिल थे।


यातायात पुलिस का सिपाही अधिकतर क्वार्टर बंद रखता था। आसपास के सिपाहियों तक से बात करने में परहेज करता था। इसके आसपास रहने वालों को यह बात खटकी लेकिन उन्होंने कभी गौर नहीं किया।

लीक पीटना शुरू


नागौर पुलिस लाइन किसी धर्मशाला से कम नहीं है। यहां के कई क्वार्टर किराए तक दिए गए हंै। इतना ही नहीं आने-जाने वालों का कोई ब्यौरा तक नहीं रखा जाता है। बुधवार सुबह तस्कर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस लाइन प्रशासन हरकत में आया और करीब एक बजे से आने वालों के नाम पते पूछना और लिखना शुरू किया गया।

रामगढ़ में खुले बाजार

रामगढ़। रामगढ़ में बुधवार सुबह बाजार खुल गए और दिन चढ़ने के साथ ही चहल-पहल बढ़ गई। हालांकि अभी भी शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए पुलिसकर्मिययो का पहरा बना हुआ है। कस्बे के मुख्य बाजार सहित समस्त चौराहों पर पुलिस की ओर से गश्त की जा रही है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामगढ़ में डेरा डाले हुए हैं, वही भारी संख्या मे जाब्ता तैनात किया हुआ है। आरोपियों की तलाश में पुलिस की ओर से दबिश दी जा रही है, लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
घटना के दो दिन बाद बाजार तो खुल गए लेकिन चर्चाओं का दौर जारी है। बुधवार को मुख्य बाजार, बस स्टैण्ड, तनोट सड़क मार्ग पर स्थित सभी दुकानें खुल गई और लोग रोज की तरह खरीददारी करते दिखे। गौरतलब है कि रामगढ़ में दो दिन पूर्व नहरी भूमि विवाद को लेकर एक युवक पर कुछ लोगो की ओर से किए गए हमले के बाद तनाव बढ़ गया था और लोग दहशत मे थे। कस्बे मे बुधवार को आम दिनो की तरह बाजार खुले, लेकिन लोगों मे कुछ भय भी दिखा।

बागी का खर्चा सबसे अधिक

बाड़मेर।बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों ने 30 नवंबर तक का अपने खर्च का निरीक्षण करवाया है। इसमें भाजपा की बागी निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. मृदुरेखा सबसे आगे रही है। मृदुरेखा ने तीसरे निरीक्षण में 8 लाख 52 हजार 927 रूपए खर्च दर्शाया है।


भाजपा की डॉ. प्रियंका चौधरी ने 8 लाख 30 हजार 296 रूपए खर्च बताया है।कांग्रेस के मेवाराम जैन ने 6 लाख 19 हजार 484 रूपए खर्च करने का उल्लेख किया है। इसके अलावा लालचंद ने 2 लाख 43 हजार 493, हुकमीचंद ने 71 हजार 855, बन्नाराम दर्जी ने 23 हजार 275, नानकदास धारीवाल ने 1 लाख 51 हजार 530, मदन मोहन ने 1लाख 9 हजार 20, हरीश चण्डक ने 20 हजार 800, भवानीसिंह ने 14 हजार 850, सफी मोहम्मद ने 10 हजार, शंकरलाल ने 30 हजार 300 व चंद्रप्रकाश ने 2 लाख 7 हजार 216 रूपए खर्च बताया है।
छाया रजिस्टर
में भी दर्ज
प्रत्याशियों ने तीन बार खर्च का निरीक्षण करवा दिया है।अब मतगणना के पंद्रह दिन बाद तक अंतिम खर्च का निरीक्षण करवाएंगे। निर्वाचन आयोग के छाया रजिस्टर से मिलान कर अंतर की संवीक्षा की जाएगी।
शिव. चुनाव आयोग की ओर से विधानसभा चुनाव में सोलह लाख रूपए का खर्च निर्धारित किया गया है, लेकिन निर्दलिय प्रत्याशियों को छोड़कर प्रमुख राजनीतिक दलाें के प्रत्याशियों ने लाखों में आंकड़े पेश किए हैं। विकट भौगोलिक परिस्थितियों वाले इस विधानसभा क्षेत्र में जिले के सर्वाधिक मतदाता होने के साथ विशाल क्षेत्रफल वाले भू-भाग में फैला है। विधानसभा के एक छोर राजबेरा से दूसरे छोर सुन्दरा व चौहटन के भीलो की ढाणी तक जाने के लिए तीन सौ किलोमीटर से अधिक का सफर तय करना पड़ता है। यहां प्रचार के लिए अधिक संसाधन के साथ कड़ी मेहनत कर मतदाताओं के पास पहुंचा जाता है। दूसरी तरफ यहां के प्रत्याशियों द्वारा चुनाव आयोग को पेश किया गया खर्च जिले में सबसे न्यून है। यहां से भाजपा के प्रत्याशी मानवेंन्द्रसिंह ने महज 324722 रूपए व कांग्रेस प्रत्याशी अमीन खां ने 39296 1 रूपए का खर्च पेश किया है।

मंत्री पद के तीन-तीन दावेदार

बाड़मेर।चुनाव परिणाम आने में तीन दिन शेष है, लेकिन इससे पहले ही राजनीतिक हलकों में बाड़मेर जिले से मंत्री पद के दावेदारों को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। भाजपा व कांग्रेस दोनों दलों से मंत्री पद के तीन-तीन दावेदार माने जा रहे हैं।

बाड़मेर जिले की सात विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के टिकट पर मेवाराम जैन, हेमाराम चौधरी, कर्नल सोनाराम, पदमाराम मेघवाल, अमीनखां, मदन प्रजापत, महंत निर्मलदास ने चुनाव लड़ा है।
वहीं भाजपा के टिकट पर डॉ. प्रियंका चौधरी, कैलाश चौधरी, तरूण राय कागा, मानवेन्द्रसिंह, अमराराम चौधरी, लाधूराम विश्नोई, हमीरसिंह भायल ने ताल ठोकी है। चुनाव परिणाम यदि कांग्रेस के पक्ष में रहता है और हेमाराम चौधरी, अमीनखां व कर्नल सोनाराम चौधरी अपने-अपने क्षेत्र से चुनाव जीतने में कामयाब रहते हैं तो वे मंत्री पद के दावेदार हो सकते हैं। हेमाराम चौधरी व अमीनखां गहलोत सरकार में क्रमश: राजस्व मंत्री व अल्पसंख्यक मामलाता एवं वक्फ राज्यमंत्री है। हालांकि कर्नल सोनाराम चौधरी को अशोक गहलोत का धुर विरोधी माना जाता है, लेकिन यह माना जा रहा हैकि राज्य में फिर से कांग्रेस की सरकार बनती हैतो कर्नल सोनाराम चौधरी को मंत्रिमण्डल में जगह मिलेगी।
यदि राज्य में भाजपा की सरकार बनती है तो मंत्रिमण्डल में दावेदारी के लिहाज से आंकड़ा तीन का ही है। मानवेन्द्रसिंह, अमराराम चौधरी व लाधूराम विश्नोई मंत्री पद के दावेदार बताए जा रहे हैं। पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार में अमराराम चौधरी गृह राज्य मंत्री रह चुके हैं। वहीं लाधूराम विश्नोई भी मुख्यमंत्री के मॉनिटरिंग सलाहकार रहे हैं। ऎसी में उनकी दावेदारी स्वाभाविक मानी जा रही है। दिग्गज भाजपा नेता जसवंतसिंह के पुत्र मानवेन्द्रसिंह एक बार सांसद रह चुके हैं। यह माना जा रहा है कि यदि वे विधायक बनने में कामयाब रहे तो मंत्री बन सकते हैं।

नकली बीड़ी बरामद, एक गिरफ्तार



बाड़मेर।शहर कोतवाली पुलिस ने नकली बीड़ी बरामद एक जने को गिरफ्तार किया। शहर कोतवाल कैलाशचन्द्र मीणा ने बताया कि ढाणी बाजार निवासी हरीश पुत्र नेमीचंद की जूना किराडू मार्ग स्थित दुकान से तीस नम्बर बीड़ी के नकली पैकेटबरामद किए गए। चालीस हजार बीड़ी बरामद कर आरोपित को गिरफ्तार किया गया। उसके खिलाफमामला दर्ज किया गया।




बाजरा लेने आए, कत्ल कर चले गए

बाड़मेर।आठ दिन पहले नया खरंटिया गांव में एक महिला की चाकू घोंपकर हत्या के मामले का पुलिस ने बुधवार शाम खुलासा किया। पुलिस ने इस मामले मे तीन जनों को गिरफ्तार किया। आरोपित महिला के घर पर बाजरा खरीदने के लिए आए थे, लेकिन हालात ऎसे बने कि उसकी हत्या कर भाग छूटे।

पुलिस अधीक्षक सवाईसिंह गोदारा ने बताया कि 26 नवम्बर की रात करीब साढ़े आठ बजे अज्ञात हमलावरों ने नया खरंटिया निवासी भीखीदेवी (45) की चाकू घोंपकर हत्या कर दी। जानलेवा हमले में भीखीदेवी का पुत्र अमराराम व रिश्तेदार चिमाराम गंभीर घायल हो गए। मोटरसाइकिल से आए हमलावर मौके पर बाइक छोड़कर फरार हो गए। अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की।


पुलिस उप अधीक्षक ओमप्रकाश गौतम के नेतृत्व में जांच में जुटी पुलिस टीम अज्ञात हमलावरों तक पहुंचने में कामयाब रही। हत्या के आरोप में तालिबखां पुत्र कालू खां निवासी गोलिया जीवराज हाल बालोतरा, मांगेखां पुत्र शकूरखां, नवाबखां पुत्र सुमारखां निवासी माधासर को गिरफ्तार किया गया।

बात करते-करते बदल गई नीयत

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि भीखीदेवी का पुत्र देवाराम बालोतरा में फैक्ट्री में मजदूरी करता है। उसका बालोतरा निवासी तालिबखां से परिचय था। तालिब ने देवाराम को बताया कि उसे बाजरा खरीदना है। देवा ने कहा कि उसके घर पर बाजरा है, वह गांव जाकर उसकी मां से बात कर ले। बाजरा लेने के उद्देश्य से तालब 26 नवम्बर को बालोतरा से नया खंरटिया के लिए बाइक पर रवाना हुआ। बीच रास्ते में उसने माधासर निवासी मांगेखां व नवाबखां को भी साथ लिया।

नया खंरटिया पहुंचने के बाद तालिबखां घर के अंदर चला गया और दोनों साथी घर के बाहर बैठ गए। एस पी ने बताया कि देवाराम की मां भीखीदेवी से बाजरा खरीद की बातचीत के दौरान तालिबखां की नीयत बदल गई और उसने भीखी के सोलह वर्षीय पुत्र अमराराम की मौजूदगी में उससे छेड़छाड़ शुरू कर दी।

चाकू से वार कर हत्या


छेड़छाड़ के बाद तालिबखां भीखीदेवी को पकड़कर झोंपे के अंदर ले गया। झोंपे में लगे दरवाजे की कुण्डी बंद करने के दौरान भीखी ने उसके सिर पर लकड़ी मारी। इससे गुस्साए तालिब ने चाकू निकालकर महिला की छाती में घोंप दिया, जिससे उसकी मृत्यु हो गई। तालिब भागकर बाहर निकल गया। यह देखकर अमराराम चिल्लाया, जिस पर घर के बाहर मांगेखां व नवाबखां के पास बैठे अमराराम के रिश्तेदार चिमाराम ने मांगेखां को पकड़ लिया। तालिबखां ने चिमाराम के पीठ पर चाकू से वार कर मांगेखां को छुड़ा दिया। इस बीच यहां पहुंचा अमराराम भी तालिब की चपेट में आ गया। उसने उसके पेट में चाकू घोंप दिया, जिससे उसकी आंतें बाहर आ गई। वारदात के बाद तीनों आरोपित अलग-अलग दिशाओं में फरार हो गए। इनकी मोटरसाइकिल मौके पर ही छूट गई।

बिल बुक से मिला क्लू


पुलिस उप अधीक्षक बाड़मेर ओमप्रकाश गौतम ने बताया कि घटनास्थल से बरामद हुई मोटरसाइकिल से एक बिल बुक मिली, जिस पर इरफान टैक्सटाइल्स बालोतरा लिखा हुआ था। बिल बुक पर एक मोबाइल नम्बर लिखा हुआ था, जो तालिबखां का निकला। इसके जरिए पुलिस मामले का खुलासा करने में कामयाब हो पाई।

हरि तक पहुंचने का द्वार है हरिद्वार









पवित्र धार्मिक स्थलों वाले भारत देश में जब कभी भी श्रद्धालु मोक्ष की तलाश में इधर-उधर भटकते हैं तो उन्हें धर्म की नगरी हरिद्वार याद आती है। 'हरिद्वार' का शाब्दिक अर्थ है, 'हरि तक पहुंचने का द्वार'। उत्तराखंड में पवित्र गंगा नदी के किनारे बसा हरिद्वार भारत के सात सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक है। हरिद्वार के अलावा इसमें अयोध्या, मथुरा, वाराणसी, कांचीपुरम, उज्जैन, द्वारका शामिल हैं। यह जगह सदियों से पर्यटकों और श्रद्धालुओं को आकर्षित करता आ रहा है।


पौराणिक इतिहास


हरिद्वार शिवालिक पहाड़ियों के कोड में बसा हुआ हिन्दू धर्म के अनुयायियों का प्रसिद्ध प्राचीन तीर्थ स्थान है। यहां पहाड़ियों से निकल कर भागीरथी गंगा पहली बार मैदानी क्षेत्र में आती है। हिंदू धर्मग्रंथों में हरिद्वार को कपिल्स्थान, मायापुरी, गंगाद्वार जैसे विभिन्न नामों से पुकारा गया है। हरिद्वार का प्राचीन पौराणिक नाम 'माया' या 'मायापुरी' है, जिसकी सप्त मोक्षदायिनी पुरियों में गणना की जाती थी। ऐसा कहा जाता है कि चीनी यात्री युवानच्वांग ने भारत यात्रा के दौरान इसी शब्द का 'मयूर' नाम से वर्णन किया था। महाभारत में इस स्थान को 'गंगाद्वार' कहा गया है। इस ग्रंथ में इस स्थान का प्रख्यात तीथरें के साथ उल्लेख है।


यह पवित्र स्थल चार धाम का प्रवेश द्वार भी है। गंगा के उत्तरी भाग में बसे हुए 'बदरीनारायण', 'केदारनाथ' नामक भगवान विष्णु और शिव के प्रसिद्ध तीथरें के लिये इसी स्थान से मार्ग जाता है। इसीलिए इसे 'हरिद्वार' तथा 'हरद्वार' दोनों ही नामों से अभीहित किया जाता है।


भारतीय पुराणों में ऐसी मान्यता है कि हरिद्वार में समुद्र मंथन से प्राप्त किया गया अमृत गिरा था। तभी से यहां बारह वर्ष में आयोजित होने वाले कुंभ के मेले का आयोजन किया जाता है। कुंभ मेले के दौरान यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों में भी इस शहर की पवित्र नदी गंगा में डुबकी लगाने और अपने पापों का नाश करने के लिए वर्ष भर श्रद्धालुओं का आना-जाना यहां लगा रहता है।


महत्वपूर्ण दर्शनीय स्थल हर की पौड़ी


भारत के सबसे पवित्र घाटों में से एक हर की पौड़ी को ब्रह्मकुंड ने नाम से भी जाना जाता है। कहा जाता है कि यह घाट विक्रमादित्य ने अपने भाई भतृहरि की याद में बनवाया था। हर रोज संध्या के वक्त यहां महाआरती आयोजित की जाती है जिसे देखकर एक अलग ही अनुभूति होती है।


हर की पौड़ी के पीछे के बलवा पर्वत की चोटी पर मनसा देवी का मंदिर बना है। हरिद्वार जाने वाले श्रद्धालु इस मंदिर के दर्शन करना नहीं भूलते। मंदिर तक जाने के लिए पैदल रास्ता है।


चंडी देवी मंदिर


गंगा नदी के दूसरी ओर नील पर्वत पर चंडी देवी मंदिर बना हुआ है। कहा जाता है कि आदिशंकराचार्य ने आठवीं शताब्दी में चंडी देवी की मूल प्रतिमा यहां स्थापित करवाई थी। बाद में इस मंदिर को कश्मीर के राजा सुचेत सिंह द्वारा 1929 ई. में बनवाया गया था। चंडीघाट से 3 किलोमीटर की ट्रैकिंग के बाद यहां पहुंचा जा सकता है।


माया देवी मंदिर


माया देवी मंदिर को भारत के प्रमुख शक्तिपीठों में एक माना गया है। कहा जाता है कि शिव की पत्‍‌नी सती का हृदय और नाभि यहीं गिरा था। यह मंदिर हरिद्वार से कुछ ही दूरी पर स्थित है।


सप्तऋषि आश्रम


सप्तऋषि आश्रम की खूबसूरती की अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि इसके सामने गंगा नदी सात धाराओं में बहती है इसलिए इस स्थान को सप्त सागर भी कहा जाता है। इसके पीछे की मान्यता यह है कि जब गंगा नदी बहती हुई आ रही थी तो यहां सात ऋषि गहन तपस्या में लीन थे। गंगा ने उनकी तपस्या में विघ्न नहीं डाला और स्वयं को सात हिस्सों में विभाजित कर अपना मार्ग बदल लिया।


भारत माता मंदिर


भारत माता मंदिर सप्त सरोवर हरिद्वार में आश्रम के पास में स्थित अपनी ही तरह का एक पवित्र स्थान है। यह मंदिर भारत माता को समर्पित है। वर्ष 1983 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने इस मंदिर का उद्घाटन किया था। इस मंदिर में आठ मंजिलें हैं एवं यह 180 फुट की उंचाई पर स्थित है।


अन्य स्थल दक्ष महादेव मंदिर, गुरुकुल कांगडी विश्वविद्यालय, चीला वन्य जीव अभ्यारण्य आदि हैं। हरिद्वार के मंदिरों में घूमने के बाद यदि आप कुछ खरीददारी करना चाहें तो बड़ा बाजार और मोती बाजार प्रमुख है। यहां से आप कई धार्मिक अनुष्ठान से संबधित चीजें ले सकते हैं। यहां से पूजा के बर्तन, पीतल और कांसे के बर्तन, कांच की चूड़ियां, कृत्रिम आभूषण आदि खरीदे जा सकते हैं।


कैसे पहुंचें वायुमार्ग से यहां पहुंचने के लिए देहरादून में स्थित जौली ग्रांन्ट एयरपोर्ट नजदीकी एयरपोर्ट है। एयरपोर्ट से हरिद्वार की दूरी लगभग 45 किमी. है। वहां पहुंचने के लिए बस या टैक्सी की सेवा ली जा सकती हैं।


हरिद्वार रेलवे स्टेशन भारत के अधिकांश हिस्से से जुड़ा हुआ है। हरिद्वार के लिए दिल्ली से देहरादून जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस एक उपयुक्त ट्रेन है।


हरिद्वार आप सड़क मार्ग से भी पहुंच सकते हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग 45 हरिद्वार से होकर जाता है। यहां जाने के लिए राज्य परिवहन निगम की बसें अपनी सेवाएं मुहैया कराती हैं।

बुधवार, 4 दिसंबर 2013

62 करोड़ की ब्रा पहनकर करेंगी कैट वॉक

नई दिल्ली। इस बार लॉन्जरी ब्रांड विक्टोरिया सीक्रेट के शो में इस बार कुछ ऎसा हो रहा है कि सब देख हैरान हो जाएंगे क्योंकि कैंडिस स्वानपोल नाम की मॉडल रैंप 10 मिलियन यूएस डॉलर यानि कि करीब 62 करोड़ रूपये की ब्रा पहन कैट वॉक करेगी तो सब देखते ही रह जाएंगे।
जी हां! 62 करोड़ की ब्रा। इस ब्रा को स्विट्जरलैंड के मशहूर जूलरी डिजाइनर मोवाड ने डिजाइन किया है। ब्रा में 4200 से अधिक कीमती रत्न जड़े हुए हैं। इन पत्थरों में रूबी, हीरे और नीलम शामिल हैं। इसके अलावा एक 52 कैरेट का मोती की शेप का रूबी भी होगा। इसमें कुल 18 कैरेट सोना होगा।

आपको बता दें कि इस साल दिसंबर में होने वाला यह वार्षिक शो फैशन की दुनिया में काफी पॉपुलर है। दुनिया भर में इसे करोड़ों लोग देखते हैं। इस शो में आकर लॉन्जरी मॉडलिंग करना बहुत बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। कैंडिस स्वानपोल को पहली बार विक्टोरिया सीक्रेट की फंतासी ब्रा पहनने का सम्मान प्राप्त होगा। साउथ अफ्रीका की 23 वर्षीय मॉडल इस ब्रा को लेकर बेहद उत्साहित हैं।

मीका का दिल अब सनी पर आ गया!

मुंबई। मीका सिंह अपनी किसी न किसी हरकत की वजह से हमेशा ही चर्चा में रहते हैं। इस बार उनका दिल पोर्न स्टार सनी लिओनी पर आ गया है जो इन दिनों बॉलिवुड फिल्मों में काम रही हैं।
अब मीका का दिल उन पर इस कद्र आया है कि उन्होंने एक पूरा गाना ही उन पर लिख दिया है। मजे की बात तो यह है कि गाने के बोल भी उन्होंने काफी हॉट रखे हैं। अब मीका क्या चाहते हैं, यह तो खुद वह ही जान सकते हैं।

उन्होंने सनी को अपना हनी कहते हुए लिखा है,"हे सनी आई एम योर हनी, जस्ट बी विद मी , टेक ऑल माय मनी, आई नो हॉट स्टार, आई एम रॉक स्टार, कर ले तू प्यार...।" मीका का यह रैप सॉन्ग पूरी तरह सनी को डेडिकेटेड है। सनी के प्यार में वो और क्या क्या करते हैं ये देखने वाली बात होगी।

मीका ने इससे पहले दो गाने गाए हैं, जो सनी पर पिक्चराइज हुए हैं। फिल्म "शूट आउट एट वडाला" का गाना लैला तेरी ले लेगी... भी मीका ने ही गाया था जो काफी हिट भी हुआ है। वहीं, सनी की आने वाली फिल्म "जैकपॉट" का गाना फुल झोल... भी मीका ने ही गाया है।

लगता है इन दोनों गानों में सनी को देखकर मीका का दिल सीन पर आ गया है। अभी तो मीका ने एक गाना ही लिखा है, अब सनी के प्यार में पड़कर वह और क्या क्या करते हैं, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।

केटी पेरी बनी UNICEF की नई सदभावना दूत

संयुक्त राष्ट्र : पॉप गायिका केटी पेरी को यूनीसेफ का नया सदभावना दूत नियुक्त किया गया है और अब वह सुपरस्टार अमिताभ बच्चन तथा इंग्लैंड के फुटबालर डेविड बेकहम जैसी हस्तियों की सूची में शामिल हो गई हैं। यूनीसेफ के कार्यकारी निदेशक एंथनी लेक ने अपने मुख्यालय में कल यहां आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में कहा कि केटी पेरी बच्चों के मामले मंल पहले से ही चैंपियन हैं और हम यूनीसेफ की ओर से उनकी ‘दहाड़’ सुनने के लिए उत्सुक हैं।केटी पेरी बनी UNICEF की नई सदभावना दूत
यूनीसेफ की नई सदभावना दूत केटी इस सम्मान से काफी उत्साहित हैं और उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि युवाओं में हमारी मदद से अपनी जिंदगियां बदलने की शक्ति है। उन्होंने कहा कि मैं सदभावना दूत के तौर पर यूनीसेफ में शामिल होकर सम्मानित महसूस कर रही हूं और बच्चों तथा किशोरों की मदद के लिए हरसंभव प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।

मेरे जीते जी भारत से नहीं जीत सकता पाकः मनमोहन



नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की कश्मीर को लेकर चौथे युद्ध छिड़ने की धमकी का करारा जवाब देते हुए आज कहा कि पाकिस्तान भारत से कभी कोई जंग नहीं जीत सकता। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने धमकी दी थी कि कश्मीर को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच कभी भी चौथा युद्ध छिड़ सकता है। उनकी धमकी की ओर ध्यान दिलाए जाने पर डॉ. सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के लिए ऐसा कोई युद्ध जीतना मेरे जीवनकाल में तो संभव नहीं है।



डॉ. सिंह ने यह बात नौसेना दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में कही। इस अवसर पर राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी समेत देश का शीर्ष राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व मौजूद था। प्रधानमंत्री का यह करारा जवाब नवाज शरीफ के उस बयान की रोशनी में है, जो उन्होंने पाक अधिकृत कश्मीर की एसेंबली में दिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि भारत के कारण ही उन्हें हथियारों की होड़ में शामिल होना पड़ रहा है। नहीं तो वे अपना ध्यान सामाजिक क्षेत्र की तरक्की की ओर लगाते।



भारत और पाकिस्तान के बीच प्रधानमंत्री के स्तर पर वाक्युद्ध अचानक सामने आया है। इससे पहले दोनो देशों के प्रधानमंत्रियों की सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान सद्भावपूर्ण माहौल में बातचीत हुई थी। दूसरी ओर, पाक के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कश्मीर मसले को लेकर भारत के साथ संभावित युद्ध के बारे में मीडिया में आए अपने कथित बयान का खंडन किया है।



पाक प्रधानमंत्री कार्यालय ने जारी बयान में कहा कि प्रधानमंत्री ने कभी भी भारत के साथ चौथे युद्ध की संभावना के संबध में बयान नहीं दिया है, लेकिन मीडिया में कल दिन भर यह खबर सुर्खियों में रही। पाक दैनिक द डॉन ने दरअसल मंगलवार को पहली बार इस संबंध में रिपोर्ट प्रकाशित की थी जिसमें बताया गया था कि कश्मीर मसले के तत्काल हल के लिए प्रतिबद्ध शरीफ ने भारत के साथ चौथे युद्ध की चेतावनी दी है।



प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस रिपोर्ट को पूरी तरह गलत और दुर्भावना से प्रकाशित किया गया बताया है। बयान के अनुसार शरीफ ने अपने बयान में कहा था कि वह भारत के कब्जे से कश्मीर को आजाद कराना चाहते हैं और इच्छा रखते हैं कि उनकी जिंदगी में ही यह सपना साकार हो जाए।