बाड़मेर।चुनाव परिणाम आने में तीन दिन शेष है, लेकिन इससे पहले ही राजनीतिक हलकों में बाड़मेर जिले से मंत्री पद के दावेदारों को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। भाजपा व कांग्रेस दोनों दलों से मंत्री पद के तीन-तीन दावेदार माने जा रहे हैं।
बाड़मेर जिले की सात विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के टिकट पर मेवाराम जैन, हेमाराम चौधरी, कर्नल सोनाराम, पदमाराम मेघवाल, अमीनखां, मदन प्रजापत, महंत निर्मलदास ने चुनाव लड़ा है।
वहीं भाजपा के टिकट पर डॉ. प्रियंका चौधरी, कैलाश चौधरी, तरूण राय कागा, मानवेन्द्रसिंह, अमराराम चौधरी, लाधूराम विश्नोई, हमीरसिंह भायल ने ताल ठोकी है। चुनाव परिणाम यदि कांग्रेस के पक्ष में रहता है और हेमाराम चौधरी, अमीनखां व कर्नल सोनाराम चौधरी अपने-अपने क्षेत्र से चुनाव जीतने में कामयाब रहते हैं तो वे मंत्री पद के दावेदार हो सकते हैं। हेमाराम चौधरी व अमीनखां गहलोत सरकार में क्रमश: राजस्व मंत्री व अल्पसंख्यक मामलाता एवं वक्फ राज्यमंत्री है। हालांकि कर्नल सोनाराम चौधरी को अशोक गहलोत का धुर विरोधी माना जाता है, लेकिन यह माना जा रहा हैकि राज्य में फिर से कांग्रेस की सरकार बनती हैतो कर्नल सोनाराम चौधरी को मंत्रिमण्डल में जगह मिलेगी।
यदि राज्य में भाजपा की सरकार बनती है तो मंत्रिमण्डल में दावेदारी के लिहाज से आंकड़ा तीन का ही है। मानवेन्द्रसिंह, अमराराम चौधरी व लाधूराम विश्नोई मंत्री पद के दावेदार बताए जा रहे हैं। पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार में अमराराम चौधरी गृह राज्य मंत्री रह चुके हैं। वहीं लाधूराम विश्नोई भी मुख्यमंत्री के मॉनिटरिंग सलाहकार रहे हैं। ऎसी में उनकी दावेदारी स्वाभाविक मानी जा रही है। दिग्गज भाजपा नेता जसवंतसिंह के पुत्र मानवेन्द्रसिंह एक बार सांसद रह चुके हैं। यह माना जा रहा है कि यदि वे विधायक बनने में कामयाब रहे तो मंत्री बन सकते हैं।
बाड़मेर जिले की सात विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के टिकट पर मेवाराम जैन, हेमाराम चौधरी, कर्नल सोनाराम, पदमाराम मेघवाल, अमीनखां, मदन प्रजापत, महंत निर्मलदास ने चुनाव लड़ा है।
वहीं भाजपा के टिकट पर डॉ. प्रियंका चौधरी, कैलाश चौधरी, तरूण राय कागा, मानवेन्द्रसिंह, अमराराम चौधरी, लाधूराम विश्नोई, हमीरसिंह भायल ने ताल ठोकी है। चुनाव परिणाम यदि कांग्रेस के पक्ष में रहता है और हेमाराम चौधरी, अमीनखां व कर्नल सोनाराम चौधरी अपने-अपने क्षेत्र से चुनाव जीतने में कामयाब रहते हैं तो वे मंत्री पद के दावेदार हो सकते हैं। हेमाराम चौधरी व अमीनखां गहलोत सरकार में क्रमश: राजस्व मंत्री व अल्पसंख्यक मामलाता एवं वक्फ राज्यमंत्री है। हालांकि कर्नल सोनाराम चौधरी को अशोक गहलोत का धुर विरोधी माना जाता है, लेकिन यह माना जा रहा हैकि राज्य में फिर से कांग्रेस की सरकार बनती हैतो कर्नल सोनाराम चौधरी को मंत्रिमण्डल में जगह मिलेगी।
यदि राज्य में भाजपा की सरकार बनती है तो मंत्रिमण्डल में दावेदारी के लिहाज से आंकड़ा तीन का ही है। मानवेन्द्रसिंह, अमराराम चौधरी व लाधूराम विश्नोई मंत्री पद के दावेदार बताए जा रहे हैं। पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार में अमराराम चौधरी गृह राज्य मंत्री रह चुके हैं। वहीं लाधूराम विश्नोई भी मुख्यमंत्री के मॉनिटरिंग सलाहकार रहे हैं। ऎसी में उनकी दावेदारी स्वाभाविक मानी जा रही है। दिग्गज भाजपा नेता जसवंतसिंह के पुत्र मानवेन्द्रसिंह एक बार सांसद रह चुके हैं। यह माना जा रहा है कि यदि वे विधायक बनने में कामयाब रहे तो मंत्री बन सकते हैं।
ms ko alpsankhayak mantri bna de sabse badiya rahega.
जवाब देंहटाएंप्रियका चौधरी भि म्नञी बनेगे
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