बाड़मेर।बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों ने 30 नवंबर तक का अपने खर्च का निरीक्षण करवाया है। इसमें भाजपा की बागी निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. मृदुरेखा सबसे आगे रही है। मृदुरेखा ने तीसरे निरीक्षण में 8 लाख 52 हजार 927 रूपए खर्च दर्शाया है।
भाजपा की डॉ. प्रियंका चौधरी ने 8 लाख 30 हजार 296 रूपए खर्च बताया है।कांग्रेस के मेवाराम जैन ने 6 लाख 19 हजार 484 रूपए खर्च करने का उल्लेख किया है। इसके अलावा लालचंद ने 2 लाख 43 हजार 493, हुकमीचंद ने 71 हजार 855, बन्नाराम दर्जी ने 23 हजार 275, नानकदास धारीवाल ने 1 लाख 51 हजार 530, मदन मोहन ने 1लाख 9 हजार 20, हरीश चण्डक ने 20 हजार 800, भवानीसिंह ने 14 हजार 850, सफी मोहम्मद ने 10 हजार, शंकरलाल ने 30 हजार 300 व चंद्रप्रकाश ने 2 लाख 7 हजार 216 रूपए खर्च बताया है।
छाया रजिस्टर
में भी दर्ज
प्रत्याशियों ने तीन बार खर्च का निरीक्षण करवा दिया है।अब मतगणना के पंद्रह दिन बाद तक अंतिम खर्च का निरीक्षण करवाएंगे। निर्वाचन आयोग के छाया रजिस्टर से मिलान कर अंतर की संवीक्षा की जाएगी।
शिव. चुनाव आयोग की ओर से विधानसभा चुनाव में सोलह लाख रूपए का खर्च निर्धारित किया गया है, लेकिन निर्दलिय प्रत्याशियों को छोड़कर प्रमुख राजनीतिक दलाें के प्रत्याशियों ने लाखों में आंकड़े पेश किए हैं। विकट भौगोलिक परिस्थितियों वाले इस विधानसभा क्षेत्र में जिले के सर्वाधिक मतदाता होने के साथ विशाल क्षेत्रफल वाले भू-भाग में फैला है। विधानसभा के एक छोर राजबेरा से दूसरे छोर सुन्दरा व चौहटन के भीलो की ढाणी तक जाने के लिए तीन सौ किलोमीटर से अधिक का सफर तय करना पड़ता है। यहां प्रचार के लिए अधिक संसाधन के साथ कड़ी मेहनत कर मतदाताओं के पास पहुंचा जाता है। दूसरी तरफ यहां के प्रत्याशियों द्वारा चुनाव आयोग को पेश किया गया खर्च जिले में सबसे न्यून है। यहां से भाजपा के प्रत्याशी मानवेंन्द्रसिंह ने महज 324722 रूपए व कांग्रेस प्रत्याशी अमीन खां ने 39296 1 रूपए का खर्च पेश किया है।
भाजपा की डॉ. प्रियंका चौधरी ने 8 लाख 30 हजार 296 रूपए खर्च बताया है।कांग्रेस के मेवाराम जैन ने 6 लाख 19 हजार 484 रूपए खर्च करने का उल्लेख किया है। इसके अलावा लालचंद ने 2 लाख 43 हजार 493, हुकमीचंद ने 71 हजार 855, बन्नाराम दर्जी ने 23 हजार 275, नानकदास धारीवाल ने 1 लाख 51 हजार 530, मदन मोहन ने 1लाख 9 हजार 20, हरीश चण्डक ने 20 हजार 800, भवानीसिंह ने 14 हजार 850, सफी मोहम्मद ने 10 हजार, शंकरलाल ने 30 हजार 300 व चंद्रप्रकाश ने 2 लाख 7 हजार 216 रूपए खर्च बताया है।
छाया रजिस्टर
में भी दर्ज
प्रत्याशियों ने तीन बार खर्च का निरीक्षण करवा दिया है।अब मतगणना के पंद्रह दिन बाद तक अंतिम खर्च का निरीक्षण करवाएंगे। निर्वाचन आयोग के छाया रजिस्टर से मिलान कर अंतर की संवीक्षा की जाएगी।
शिव. चुनाव आयोग की ओर से विधानसभा चुनाव में सोलह लाख रूपए का खर्च निर्धारित किया गया है, लेकिन निर्दलिय प्रत्याशियों को छोड़कर प्रमुख राजनीतिक दलाें के प्रत्याशियों ने लाखों में आंकड़े पेश किए हैं। विकट भौगोलिक परिस्थितियों वाले इस विधानसभा क्षेत्र में जिले के सर्वाधिक मतदाता होने के साथ विशाल क्षेत्रफल वाले भू-भाग में फैला है। विधानसभा के एक छोर राजबेरा से दूसरे छोर सुन्दरा व चौहटन के भीलो की ढाणी तक जाने के लिए तीन सौ किलोमीटर से अधिक का सफर तय करना पड़ता है। यहां प्रचार के लिए अधिक संसाधन के साथ कड़ी मेहनत कर मतदाताओं के पास पहुंचा जाता है। दूसरी तरफ यहां के प्रत्याशियों द्वारा चुनाव आयोग को पेश किया गया खर्च जिले में सबसे न्यून है। यहां से भाजपा के प्रत्याशी मानवेंन्द्रसिंह ने महज 324722 रूपए व कांग्रेस प्रत्याशी अमीन खां ने 39296 1 रूपए का खर्च पेश किया है।
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