नागौर।पुलिस लाइन स्थित एक सिपाही के क्वार्टर से बुधवार सुबह जोधपुर पुलिस के विशेष दल ने भोजासर थाने के वांछित अफीम तस्कर को गिरफ्तार किया है। विशेष दल की ओर से की गई कार्रवाई से हड़कम्प मच गया। सिपाही के क्वार्टर में तस्कर मिलने से पुलिस की ओर से कहे जाने वाले उस जुमले "अपराधियों में खौफ, आमजन में विश्वास" की सच्चाई सामने आ गई है।
जिला पुलिस प्रशासन की नाक के नीचे हो रहे इस कार्य में पुलिस कर्मियों के लिप्त होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। जोधपुर व नागौर थाने की ओर से की गई कार्रवाई की सूचना पुलिस लाइन के अधिकारियों तक को नहीं दी गई। सूत्रों ने बताया कि क्वार्टर में दो दरवाजे हैं, आगे कुछ गतिविधि होने पर पीछे का दरवाजा खोलकर आरोपी बाहर जा सकता है।
कई सवाल अनसुलझे
यातायात पुलिस के सिपाही अरविंद कुमार बिश्नोई (577) के क्वार्टर में आरोपी कितने समय से हैं, घटना के समय अरविंद कहां गया, आरोपी के साथ उसके क्या रिश्ते हैं, मुखबिर से मिली सूचना पर आरोपी तो मिल गया मगर मौके से अफीम कहां गायब हो गई, पुलिस लाइन में कार्यरत पुलिस कर्मियों को इस गोरखधंधे की भनक क्यों नहीं लग पाई, कार्रवाई के दौरान पुलिस लाइन के अधिकारियों को शामिल क्यों नहीं किया गया जैसे अनेक सवाल अभी खड़े हैं। विशेष दल ने सिपाही के संजय कॉलोनी स्थित मकान पर भी दबिश दी मगर वो वहां भी नहीं मिला।
ये हुआ गिरफ्तार
जोधपुर से स्पेशियल टीम प्रभारी सब इंस्पेक्टर निरंजन प्रताप सिंह ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस लाइन स्थित क्वाटर से चित्तौड़गढ़ के अनूपपुरा निवासी शांतिलाल (48) पुत्र भूराजी धाकड़ को गिरफ्तार किया गया।मुखबिर ने बताया कि आरोपी के पास बड़ी मात्रा में अफीम है। लेकिन मौके से अफीम नहीं मिली। आरोपी भोजासर थाने का वांछित अपराधी है। यह लम्बे समय से तस्करी में लिप्त है।
यातायात पुलिस के सिपाही से इसके क्या संबंध थे सहित अन्य बिंदुओं पर तो जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। कार्रवाई में थानाधिकारी नगाराम चौधरी भी शामिल थे।
यातायात पुलिस का सिपाही अधिकतर क्वार्टर बंद रखता था। आसपास के सिपाहियों तक से बात करने में परहेज करता था। इसके आसपास रहने वालों को यह बात खटकी लेकिन उन्होंने कभी गौर नहीं किया।
लीक पीटना शुरू
नागौर पुलिस लाइन किसी धर्मशाला से कम नहीं है। यहां के कई क्वार्टर किराए तक दिए गए हंै। इतना ही नहीं आने-जाने वालों का कोई ब्यौरा तक नहीं रखा जाता है। बुधवार सुबह तस्कर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस लाइन प्रशासन हरकत में आया और करीब एक बजे से आने वालों के नाम पते पूछना और लिखना शुरू किया गया।
जिला पुलिस प्रशासन की नाक के नीचे हो रहे इस कार्य में पुलिस कर्मियों के लिप्त होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। जोधपुर व नागौर थाने की ओर से की गई कार्रवाई की सूचना पुलिस लाइन के अधिकारियों तक को नहीं दी गई। सूत्रों ने बताया कि क्वार्टर में दो दरवाजे हैं, आगे कुछ गतिविधि होने पर पीछे का दरवाजा खोलकर आरोपी बाहर जा सकता है।
कई सवाल अनसुलझे
यातायात पुलिस के सिपाही अरविंद कुमार बिश्नोई (577) के क्वार्टर में आरोपी कितने समय से हैं, घटना के समय अरविंद कहां गया, आरोपी के साथ उसके क्या रिश्ते हैं, मुखबिर से मिली सूचना पर आरोपी तो मिल गया मगर मौके से अफीम कहां गायब हो गई, पुलिस लाइन में कार्यरत पुलिस कर्मियों को इस गोरखधंधे की भनक क्यों नहीं लग पाई, कार्रवाई के दौरान पुलिस लाइन के अधिकारियों को शामिल क्यों नहीं किया गया जैसे अनेक सवाल अभी खड़े हैं। विशेष दल ने सिपाही के संजय कॉलोनी स्थित मकान पर भी दबिश दी मगर वो वहां भी नहीं मिला।
ये हुआ गिरफ्तार
जोधपुर से स्पेशियल टीम प्रभारी सब इंस्पेक्टर निरंजन प्रताप सिंह ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस लाइन स्थित क्वाटर से चित्तौड़गढ़ के अनूपपुरा निवासी शांतिलाल (48) पुत्र भूराजी धाकड़ को गिरफ्तार किया गया।मुखबिर ने बताया कि आरोपी के पास बड़ी मात्रा में अफीम है। लेकिन मौके से अफीम नहीं मिली। आरोपी भोजासर थाने का वांछित अपराधी है। यह लम्बे समय से तस्करी में लिप्त है।
यातायात पुलिस के सिपाही से इसके क्या संबंध थे सहित अन्य बिंदुओं पर तो जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। कार्रवाई में थानाधिकारी नगाराम चौधरी भी शामिल थे।
यातायात पुलिस का सिपाही अधिकतर क्वार्टर बंद रखता था। आसपास के सिपाहियों तक से बात करने में परहेज करता था। इसके आसपास रहने वालों को यह बात खटकी लेकिन उन्होंने कभी गौर नहीं किया।
लीक पीटना शुरू
नागौर पुलिस लाइन किसी धर्मशाला से कम नहीं है। यहां के कई क्वार्टर किराए तक दिए गए हंै। इतना ही नहीं आने-जाने वालों का कोई ब्यौरा तक नहीं रखा जाता है। बुधवार सुबह तस्कर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस लाइन प्रशासन हरकत में आया और करीब एक बजे से आने वालों के नाम पते पूछना और लिखना शुरू किया गया।
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