पटना। बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का हुंकार रैली में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलना जेडीयू को रास नहीं आ रहा है। जेडीयू का कहना है कि मोदी के इस तरह की यात्रा करने से प्रदेश के लोगों में गलत संदेश जाएगा। परस्पर भाईचारे और सदभाव पर गलत असर पड़ेगा। जेडीयू नेता केसी त्यागी ने तो मोदी को क्रूर शासक तक बता दिया।
उधर, जेडीयू को जवाब देते हुए बीजेपी नेता जयशंकर प्रसाद ने कहा है कि मोदी का यह दौरा किसी राजनीति से प्रेरित नहीं है। वे तो सिर्फ ब्लास्ट में मारे गए लोगों के परिजनों को सांत्वना देने आए हैं। बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने तो मोदी की इस यात्रा को लेकर जेडीयू सरकार पर यह कहकर हमला बोला कि यह सरकार मोदी के प्रोटोकोल का ध्यान नहीं रख रही है, मोदी की सुरक्षा को लेकर लापरवाही बरती गई है।
गोपालगंज नहीं जा सके,फोन पर बात
मौसम खराब होने से मोदी गोपालगंज नहीं जा सके हैं। कोहरा होने के कारण हेलीकॉप्टर नहीं उतर सका। मोदी ने फोन पर ही गोपाल गंज के मुन्ना श्रीवास्तव की पत्नी से फोन पर ही बात की तथा सांतवना दी। गुजरात में रह चुकी मुन्ना की पत्नी ने मोदी से गुजराती भाषा में बात की। मोदी ने उन्हें हिम्मत बंधाते हुए कहा कि मैं जीवनभर तुम्हारा ख्याल रखूंगा। मालूम हो कि मुन्ना के परिजनों से मोदी को मिलकर मुलाकात करनी थी। मोदी गोपालगंज से सुपौल के लिए रवाना हुए लेकिन वहां भी मौसम खराब होने से आगे बढ़ पाना संभव नहीं हो पाया। बेगूसराय जाने का तय कार्यक्रम भी प्रभावित हो सकता है। मोदी का हेलीकाप्टर वापस पटना पहुंचा तथा वहां से कार्यक्रम में बदलाव करते हुए मोदी ने नालंदा की तरफ रूख किया है।
कैमूर में विश्वास के परिजनों से मिले
इससे पहले मोदी करीब 11 बजे हेलीकॉप्टर से कैमूर पहुंचे। वे यहां विश्वास कुमार के परिजनों से मिले तथा उन्हें भी बीजेपी की तरफ से 5 लाख रूपए की सहायता राशि का चेक भेंट किया। विकास की भी हुंकार रैली में हुए ब्लास्ट की चपेट में आने से मौत हो गई थी।
गौरीचक में राजनारायण के परिवार को ढांढस
इससे पहले करीब 10 बजे गौरीचक पहुंचे तथा हुंकार रैली में ब्लास्ट के दौरान मृतक राजनारायण के परिजनों से मुलाकात की तथा उन्हें सांत्वना दी। मोदी ने राजनारायण के परिजनों को हिम्मत बंधाते हुए कहा कि हम आपके साथ हैं। मोदी के साथ रविशंकर प्रसाद, सुशील कुमार मोदी और अश्विन चौबे भी साथ रहे। मोदी ने मृतक को बीजेपी की तरफ से सहायता राशि के रूप में पांच लाख रूपए का चेक प्रदान किया।
सिंह के परिजनों ने मोदी को बताया कि उनके पिता उनका भाषण सुनने के लिए काफी उत्साहित थे और खेत का काम छोड़ कर और नदी को तैरकर गांधी मैदान गए थे। सिंह ने जाने से पूर्व कहा था कि खेती का काम तो बाद में भी हो जाएगा लेकिन भाषण सुनने का मौका उन्हें फिर मिलेगा या नहीं। वह समय पर नहीं पहुंचेंगे तो मोदी का भाषण नहीं सुन पाएंगे।
सिंह के पुत्र ने उसे सरकारी नौकरी देने की मांग करते हुए कहा कि वह बेरोजगार है और उसके पिता ही पूरे परिवार का भरण पोषण करते थे। वहां उपस्थित बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने आश्वासन दिया कि पार्टी की ओर से पूरी मदद दी जाएगी और जो भी संभव है वह किया जाएगा। इसके बाद नरेन्द्र मोदी जब सिंह के घर से बाहर आए तब ग्रामीणों ने मोदी के पक्ष में नारे लगाए। उत्साहित ग्रामीण "देश का प्रधानमंत्री कैसा हो,नरेन्द्र मोदी जैसा हो.." के नारे लगा रहे थे। मोदी ने भी हाथ जोड़कर उनका अभिवादन किया।
मौसम ने नहीं दिया साथ
मालूम हो कि शुक्रवार देर रात बिहार की राजधानी पटना पहुंच गए थे। वे 27 अक्टूबर को हुंकार रैली से पहले हुए ब्लास्ट में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात कर रहे हैं। कोहरे के कारण मोदी का हेलीकॉप्टर तय समय पर गौरीचक के लिए उड़ान नहीं भर पाया था पर बाद में मौसम साफ होते ही वे गौरीचक पहुंचे।
मोदी के इस बार बिहार आने की खास बात यह है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अनबन के बावजूद उन्हें बिहार सरकार के अतिथि हैं। चूंकि मोदी भी एक राज्य के सीएम हैं इसलिए उन्हें परिपाटी के तहत राजकीय अतिथि का दर्जा दिया गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मोदी पटना, नालंदा, सुपौल, गोपालगंज, कैमूर और बेगूसराय जिले में जाएंगे। इस दौरान इन जिलों में सुरक्षा के व्यापक प्रबंधक किए गए है। इसके तहत त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था रहेगी जिसमें गुजरात पुलिस, केन्द्रीय पुलिस बल और बिहार पुलिस के अधिकारियों और जवानों की भी समुचित तैनाती होगी। मोदी मृतकों के परिजनों से मिलेंगे तथा उन्हें बीजेपी की तरफ से पांच-पांच लाख रूपए की आर्थिक सहायता का चेक भेंट करेंगे।
इस बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि मोदी बिहार दौरे के क्रम में पार्टी की हुंकार रैली के दौरान 27 अक्टूबर को पटना में बम धमाके में मारे गए सभी छह लोगों के परिजनों से मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा कि इस दौरान मोदी पटना के गौरीचक स्थित करमजी, नालंदा के अहियापुर मुशहरी, सुपौल के सिमराही, गोपालगंज के बड़ी धनेष, कैमूर के निसिजा और बेगूसराय जिले के बरियारपुर गांव जाकर धमाके में मारे गए उनके परिजनों को सांत्वना देंगे।
मिनट टू मिनट सुरक्षा चक्र
पटना में 27 अक्टूबर को हुंकार रैली के दौरान हुए सीरीयल ब्लास्ट के बाद यह बात सामने आई थी कि प्रतिबंधित संगठन इंडियन मुजाहदीन से जुड़े आतंकी मोदी की जान लेना चाहते है। इसके बाद से गृहमंत्रालय ने मोदी की सुरक्षा बढ़ाए जाने तथा एसएसएल लेवल की सुविधा मुहैया कराए जाने के निर्देश दिए।
मोदी को अब लगभग वैसी ही सुरक्षा मिलेगी जैसी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की प्रमुख सोनिया गांधी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को दी जाती है। लेकिन सूत्रों ने स्पष्ट किया कि गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी को स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप की सुरक्षा नहीं मुहैया कराई जा रही है। नई व्यवस्था के मुताबिक मोदी जिस भी राज्य में जाएंगे वहां की पुलिस उनकी मिनट दर मिनट सुरक्षा की विस्तृत रणनीति तैयार करेगी।
पुलिस के दो जवान की मृत्यु, छह घायल
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के पटना दौरे की सुरक्षा व्यवस्था के लिए गुजरात से जा रही बम निरोधक दस्ते की जीप को उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में सिरसागंज क्षेत्र के तहत राजमार्ग नम्बर-2 पर ट्रक ने पीछे से टक्कर मार दी।
इस हादसे में दो पुलिसकर्मी आत्माराम एवं गैराज सिंह की मौके पर ही मौत हो गई जबकि छह घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। ट्रक में आलू भरा था। चालक ट्रक छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ट्रक को कब्जे में ले लिया है।