शुक्रवार, 1 नवंबर 2013

पूर्ण सूर्यग्रहण 3 नवंबर को, भारत में नहीं दिखेगा नजारा



इस साल के इकलौते पूर्ण सूर्यग्रहण के दौरान तीन नवंबर को सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा की त्रिमूर्ति की अद्भुत लुकाछिपी भारत में नहीं निहारी जा सकेगी। उज्जैन की प्रतिष्ठित जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डॉ राजेंद्रप्रकाश गुप्त ने बताया कि पूर्ण सूर्यग्रहण का बेहतरीन नजारा दक्षिणी यूरोप, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका और दक्षिणी अमेरिका में देखा जा सकेगा।

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गुप्ता ने बताया कि भारतीय मानक समय (आईएसटी) के मुताबिक पूर्ण सूर्यग्रहण की शुरुआत तीन नवंबर को दोपहर 04:35 बजे होगी और यह रात 07:57 बजे समाप्त हो जाएगा। इस तरह सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा की दिलचस्प भूमिका वाला खगोलीय घटनाक्रम करीब साढ़े तीन घंटे चलेगा।



कोई दो सदी पुरानी वेधशाला के अधीक्षक ने अपनी गणना के हवाले से बताया कि पूर्ण सूर्यग्रहण शाम 06:16 बजे अपने चरम स्तर पर पहुंचेगा। इस वक्त चंद्रमा, सूर्य को पूरी तरह ढक लेगा। इससे पृथ्वी पर पूर्ण सूर्यग्रहण से प्रभावित हिस्सों में अंधकार छा जाएगा। उन्होंने बताया कि तीन नवंबर को लगने वाला पूर्ण सूर्यग्रहण वर्ष का आखिरी ग्रहण होगा। पूर्ण सूर्यग्रहण तब होता है, जब सूर्य और पथ्वी के बीच चंद्रमा इस तरह आ जाता है कि पृथ्वी से देखने पर सूर्य पूरी तरह चंद्रमा की ओट में छिपा प्रतीत होता है

पटेल की मूर्ति पर शरद बाण, "बुतों का कबाड़खाना बन रहा देश"

नई दिल्ली। नीतीश कुमार की राह पर चलते हुए जेडीयू अध्यक्ष ने बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी को आड़े हाथों लिया है। शरद यादव ने कहा कि मोदी बिहार में हेडक्वार्टर भी बना लें, इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। वहीं, सरदार पटेल की स्टेच्यू ऑफ यूनिटी को लेकर चल रही सियासत पर कटाक्ष करते हुए यादव ने कहा कि देश बुतों का कबाड़खाना बन रहा है। पटेल की मूर्ति पर शरद बाण, "बुतों का कबाड़खाना बन रहा देश"
नरेन्द्र मोदी के पटना दौरे पर शरद यादव ने कहा कि "खूब पटना जाएं, वहीं रह जाएं, कोई फर्क नहीं पड़ता..सबका देश है। बेहतर होगा कि पटना को ही हेडक्वार्टर बना लें और देश भर में घूमें। इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला"।

शरद यादव ने कहा, "ये चुनाव कोई इतिहास की पाठशाला नहीं। गांधी जी और बाबा साहेब आंबेडकर की कई प्रतिमाएं लगी हैं। जितनी मूर्तियां लगेगी विचारधारा उतनी ही मरेगी। वे इंसान थे और उनकी विचारधारा मतलब रखती है। मूर्तियों से क्या होने वाला है। मूर्तियां लगवाना इंसान के विचार को मारने का एक जरिया है। मैंने तो कभी ना कोई मूर्ति बनवाई और ना ही कभी किसी प्रतिमा के उद्घाटन में गया। सिर्फ गांधी जी की प्रार्थना सभा में जाता हूं।"

हुंकार रैली में नरेंद्र मोदी को मिले समर्थन के बारे में उन्होंने कहा, "जब इंदिरा गांधी की तूती बोलती थी तब हमने उन्हें लड़कर हराया। राजीव गांधी से लड़ा हूं वो भी चुनाव के मैदान में। मुझे किसी रैली से डर नहीं लगता। अगर कोई मुद्दे की बात करे तो मजा आता है। अगर कोई बहस के लिए चुनौती दे तो इसके लिए भी तैयार हूं"

मोदी को लेकर जेडीयू में बगावत की चिंगारी के सवाल पर उन्होंने कहा, इस सवाल के कोई मायने नहीं है। पार्टी के नेताओं के बयान पर मुझे सफाई नहीं देनी है। देश की आबादी बढ़ गई है, चारों तरफ बेरोजगारी है, करप्शन है, महंगाई है। मुद्दा ये है कि मोदी की तारीफ से इसका कोई वास्ता नहीं। हमारी पार्टी कांग्रेस या बीजेपी नहीं है। जहां किसी को बोलने की आजादी ना हो। सबको अपने विचार रखने का हक है।"

कांग्रेस से बगावत के मूड में हैं दिग्गी!

इंदौर। कहा जाता है कि जो समर्थ होता है उसे कोई दोष नहीं दे सकता। तभी तो कांग्रेस का प्रत्याशी घोषित होने से पहले ही जयवर्घन सिंह राघौगढ़ से आज पर्चा दाखिल कर रहे हैं, वो भी बिना फॉर्म बी के। फार्म दाखिल कराने के लिए भी खुद कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह पहुंच रहे हैं। इसके अलावा स्थानीय कांग्रेस भी पूरी तैयारी से जुटी हुई है।
फरमान का इंतजार क्यो

जयवर्घन सिंह, राघौगढ़ सीट से कांग्रेस के पैनल में हैं। दिग्विजय सिंह के बेटे हैं, टिकट मिलना तय है। लेकिन दिग्गी के बेटे हैं सो पार्टी के फरमान का इंतजार क्यों करना। पार्टी प्रत्याशी घोषित होने से पहले ही जयवर्घन सिंह शुक्रवार को राघौगढ़ से पर्चा भरेंगे। उनका यह कदम काफी चौंकाने वाला है। असल में कांग्रेस ने अभी तक प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है।

सियासी हलकों में छिड़ गई चर्चा

जयवर्घन सिंह के इस तरह पर्चा भरने को लेकर सियासी हलकों में तरह-तरह की चर्चाएं छिड़ गई हैं। लोग इसे दिग्विजय सिंह के हालिया तल्ख तेवरों से जोड़कर देख रहे हैं। गौरतलब है कि प्रदेश में हुई राहुल गांधी की सभाओं में दिग्विजय सिंह ने दूसरी या तीसरी पंक्ति में बैठे नजर आए। उन्होंने भाषण से भी दूरी बनाए रखी।

अब जबकि उन्होंने खुद के बेटे का पर्चा दाखिल कराने का फैसला कर लिया है तो यह बात साफ हो चुकी है वह पार्टी के फैसले से असंतुष्ट हैं। दिग्गी के इस कदम से पार्टी में भी गलत संदेश जाने की आशंका है। गौरतलब है कि इस बार टिकट तय करने में राहुल गांधी फॉर्मूला अपनाया जा रहा है

नासमझी! सारे कपड़े उतार दिए दो महिलाओ ने एयरपोर्ट पर

मैन्चेस्टर। एक महिला ने मैन्चेस्टर एयरपोर्ट पर ऎसा बवाल मचाया कि सिक्योरिटी और वहां मौजूद अन्य लोगों की आंखे फटी रह गई। नासमझी! सारे कपड़े उतार दिए दो महिलाओ ने  एयरपोर्ट पर
डेलीमेल के अनुसार के अनुसार मैन्चेस्टर एयरपोर्ट पर सिक्योरिटी चैक पर सुरक्षाकर्मियों ने हेदफिल्ड-हेडे नाम की इस महिला को कपड़ों को हटाने को कहा। बस फिर क्या था इस पचास वर्षीय महिला ने एक-एक कर अपने सारे कपड़े उतारने शुरू कर दिए। इसी महिला के साथी एन चेदविक ने भी ऎसा ही किया।

सिक्योरिटी की आंखे तब फटी की फटी रह गई जब हेदफिल्ड-हेडे ने अपनी ब्रा भी उतार फेंकी और चेदविक भी ऎसा ही करने वाली थी। यह देखकर वहां मौजूद सभी एयरपोर्ट सिक्योरिटी स्टॉफ आया और उन्हें समझाया कि सभी कपड़े उतारने की जरूरत नहीं थी।

सीसीटीवी में कैद इस माजरे को कोर्ट में ले जाया गया। हेदफिल्ड-हेडे को एयरपोर्ट पर व्यवधान उत्पन्न करने का आरोप लगाया गया। हालांकि इस महिला ने कोर्ट को बताया कि उसने सिर्फ सिक्योरिटी के आदेशों का पालन किया। इसने यह भी बताया कि सिक्योरिटी का अंग्रेजी ज्ञान बहुत कम था जिसके चलते यह गलतफहमी पैदा हुई।

सुनवाई के बाद कोर्ट ने हेदफिल्ड-हेडे को दोषी पाया और जुर्माने सहित 925 पौंड अदा करने का आदेश दिया। जबकि उसकी साथी चेदविक को 515 पौंड अदा करने का आदेश दिया।

अहमदाबाद से गुम होती हैं सर्वाधिक किशोरियां



अहमदाबाद। राज्य में सबसे ज्यादा किशोरियां व बालिकाएं आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले अहमदाबाद शहर से गुम होती हैं। शहर से इस वर्ष अब तक 384 बालिकाएं व किशोरियां लापता हो चुकी हैं, जिसमें से 152 का अभी तक पता नहीं चल पाया है। गुमशुदगी के मामले में अहमदाबाद के बाद सूरत शहर की स्थिति ज्यादा खराब है।
अहमदाबाद से गुम होती हैं सर्वाधिक किशोरियां
राज्य में गुमशुदा लोगों की तलाशी की नोडल एजेंसी सीआईडी क्राइम एण्ड रेलवे के मिसिंग सेल की ओर से जारी की गई लापता लोगों की रिपोर्ट व अहमदाबाद शहर पुलिस आयुक्त कार्यालय से प्राप्त आंकड़ों से ये खुलासा हुआ है। आंकड़े दर्शाते हैं कि अहमदाबाद में स्थिति चिंताजनक स्तर पर पहुंच गई है। इसमें आई वृद्धि भी चौंकाने वाली है।

बालिकाओं-किशोरियों की गुमशुदगी 490 प्रतिशत बढ़ी

अहमदाबाद शहर पुलिस आयुक्त कार्यालय से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार गत वर्ष 2012 की तुलना में इस वर्ष 2013 में सितंबर की स्थिति तक गुमशुदा हुई। बालिकाओं और किशोरियों का आंकड़ा 490 प्रतिशत बढ़ गया है, जबकि बालक और किशोरों के मामले में ये इजाफा 275 प्रतिशत का है। 

जनवरी से लेकर सितम्बर तक शहर में 18 वर्ष तक की आयु की 384 बालिकाएं व किशोरियां गुम हुई थीं। इसमें से 232 का पता लगा लिया गया जबकि 152 अभी भी लापता हैं। जबकि गत वर्ष 2012 में 457 बालिकाएं व किशोरियां गुम हुई थीं, जिसमें से 426 का पता लगा लिया गया था, लेकिन 31 लापता थीं। ये दर्शाता है कि इस वर्ष लापता बालिकाओं व किशोरियों का आंकड़ा काफी हद तक बढ़ गया है। 

यदि 0-18 आयु वर्ग के गुम बालक व किशोरों की बात करें तो 2012 में 280 लापता हुए थे जिसमें से 264 मिल गए लेकिन 16 का ही पता नहीं चल सका था, जबकि इस वर्ष 30 सितंबर-2013 तक 164 बालक व किशोर लापता हुए हैं, जिसमें से 120 को तो खोज लिया गया है, लेकिन 44 अभी भी गुम हैं। ये आंकडे दर्शाते हैं कि गत वर्ष की तुलना में गुमशुदगी की स्थिति अहमदाबाद शहर में चिंताजनक स्तर पर पहुंच गई है।

अहमदाबाद अव्वल, सूरत दूसरे स्थान पर

सीआईडी क्राइम की 6 जुलाई 2013 की स्थिति रिपोर्ट पर नजर डालें तो इस दौरान राज्य में कुल 264 किशोरियां (15-18 वर्ष) गुम हुई थीं, जिसमें से 88 किशोरियां अकेले अहमदाबाद शहर से लापता हुई हैं। जबकि 42 गुमशुदा किशोरियों के साथ सूरत शहर दूसरे स्थान पर है। तीसरा पायदान 18 किशोरियों के साथ राजकोट ग्राम्य का है, जबकि राज्य की राजधानी गांधीनगर 16 लापता किशोरियों के साथ चौथे स्थान पर है। 

इस रिपोर्ट में लापता बालिकाओं के मामले में भी अहमदाबाद पहले पायदान पर है। राज्य में छह जुलाई 2013 तक इस वर्ष कुल 68 बालिकाएं गुम हुई हैं, जिसमें 22 के साथ अहमदाबाद पहले स्थान पर है जबकि सूरत से 17 और राजकोट ग्राम्य से पांच बालिकाएं लापता हैं। इसी दौरान 70 बालक लापता हुए, जिसमें 18 सूरत शहर से और 15 अहमदाबाद शहर से गुम हुए हैं।

ये कहते हैं अधिकारी

सीआईडी क्राइम (महिला सेल व क्राइम) के पुलिस महानिरीक्षक अनिल प्रथम बताते हैं कि 18 वर्ष से कम आयु के बालक-बालिकाओं, किशोर-किशोरियों की गुमशुदगी के मामले में पुलिस काफी गंभीर है। सतर्क भी हुई है। अब तो तत्काल प्राथमिकी भी दर्ज करके तलाशी शुरू की जाती है, उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी मॉनीटरिंग करते हंै। अहमदाबाद व सूरत दोनों ही बड़े शहर हैं। इनकी जनसंख्या अधिक है। जहां तक बेतहाशा वृद्धि का सवाल है तो इसके कारणों का पता नहीं चला है, लेकिन गिरोहों की सक्रियता की बात अब तक ध्यान में नहीं आई है। हम देखेंगे कि क्या कारण हैं। 

गुमशुदगी के कारण

सीआईडी क्राइम के विश्लेषण में गुमशुदगी के कारणों में ज्यादातर प्रेम प्रकरण, नाराज होकर, रास्ता भूलने, फटकार से क्षुब्ध होकर घर से चले जाने, बिना बताए चले जाने के कारण सामने आए हैं।

कुल गुमशुदा हुए लोग
वर्ष 2010-901, 2011-1078 , 2012-16 20, 2013-2136 (6 जुलाई-13 तक)

गर्लफ्रेंड की मदद से करा लड़की का रेप

सतना। मध्यप्रदेश के सतना शहर के कोलगवां थना क्षेत्र के बसाई में एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म के मामले मे पुलिस ने आरोपी और उसकी महिला मित्र को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार 21 अक्टूबर को आरोपी महिला प्रेमिया कोल एक आदिवासी कन्या को घुमाने के बहाने अपने साथ ले गई और धोखे से एक सूने मकान में बंद कर दिया।

पीडिता किशोरी ने पुलिस से शिकायत करते हुए बताया कि उक्त महिला ने उसे जिस मकान में बंद किया वहां पहले से ही एक व्यक्ति जफर खान मौजूद था जिसने उसके साथ बलात्कार किया। खान कथित रूप से आरोपी महिला का मित्र है।

पुलिस ने महिला व उसके मित्र तो गुरूवार को गिरफ्तार कर लिया तथा मामले की जांच जारी है।

पति की आत्मा के फेर में गंवाए 20 लाख




नई दिल्ली। वह अपने पति की आत्मा से छुटकारा पाना चाहती थी, आत्मा से छुटकारा तो मिला नहीं लेकिन 20 लाख रूपए जरूर गंवा बैठी। ये दास्तां है उस महिला की जो अंधविश्वास के नाम पर ठगी गई। हालांकि दिल्ली पुलिस ने आत्मा से छुटकारा दिलाने के नाम पर इस महिला से 20 लाख रूपए की ठगी करने वाले तीन लोगों को अरेस्ट कर लिया।
पुलिस ने इस मामले की जो कहानी बताई उसके अनुसार एक महिला मुमताज बेगम ने 19 अक्टूबर को शिकायत दर्ज कराई थी कि करीब 24 वर्षीय एक लड़की कुछ दिन पूर्व उससे मिली थी और उसने कहा था कि तुम्हारे पति की आत्मा घर में ही चक्कर काट रही है और यह आत्मा तुम्हारी की लड़कियों और इकलौते भाई की जान भी ले सकती है।

लड़की ने कहा था कि इस आत्मा से छुटकारा उसके अब्बा असलम परवेज उर्फ सूफी उर्फ बिलाल दिला सकते हैं। पुलिस ने बताया कि इसके बाद परवेज ने मुमताज के घर जाकर उसे इस समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए पांच लाख रूपए की मांग की और मामले को किसी को नहीं बताने की हिदायत भी दी। महिला ने किसी तरह इंतजाम कर परवेज को पांच लाख रूपए दे दिए। इसके बाद परवेज ने फिर पांच लाख रूपए महिला से मांगे जिसे महिला ने दोबारा परवेज को दे दिए।

कुछ दिनों बाद परवेज ने मुमताज से कहा कि आत्मा को पकड़ लिया गया है लेकिन अभी आत्मा को और भेंट देनी पडेगी जिसके लिए करीब 10 लाख रूपए की जरूरत है। पुलिस ने बताया कि महिला इस बात से इतना भयभीत हो गई कि उसने मकान के कागजात तथा बहनों के आभूषण भी परवेज को सौंप दिए लेकिन कुछ दिनों बाद उसने पूरी घटना अपने भाई-बहनों को बता दी जिसके बाद मामला सामने आया।

पुलिस ने इस मामले में परवेज उसकी बेटी और एक प्रापर्टी डीलर को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से आभूषण नकदी और मकान के कागज बरामद कर लिए है। उन्होंने बताया कि ये लोग दिल्ली के अलावा राजस्थान में भी लोगों के साथ धोखाधड़ी करते थे।

नक्षत्रों की गति के कारण खुशियां लाएगा धनतेरस

पहली नवम्बर को पर्व नक्षत्रों की गतियों के कारण धनतेरस पर्व लोगों के लिए फलदायी होगा। धनतेरस पर हस्त नक्षत्र के कारण कन्या, वृष, मकर राशि के लोगों को खासतौर से लाभ मिलेगा। शुक्रवार को लाभ की चौघड़िया सबके लिए सम्पन्नता लाएगी।

कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन धनवंतरी का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन धनतेरस मनाया जाता है। समुद्र मंथन में धनवंतरी जब प्रकट हुए थे, तो उनके हाथों में अमृत से भरा कलश था। अमृत कलश संग प्रकट होने के कारण ही इस दिन बर्तन खरीदने की परम्परा है। इस दिन बर्तन और आभूषण आदि खरीदने से सम्पन्नता तो आती ही है, साथ ही व्यक्ति को धन की प्राप्ति होती है। देवताओं के वैद्य धनवंतरी प्रभु की जयंती पर लक्ष्मी के समक्ष दीये में चांदी का सिक्का रखा जाता है। साथ ही नया बर्तन रखकर पूजन किया जाता है।

पं. राधेश्याम शास्त्री के अनुसार दीपावली पर्व की शुरुआत धनतेरस से होगी। एक नवम्बर को शाम 6:04 से 8 बजे तक पूजा का श्रेष्ठ मुहूर्त है। स्थिर लग्न वृष है। वृष लग्न का स्वामी शुक्र धनु राशि में स्थित होकर धनदाता गुरु को देख रहा है। गुरु भी शुक्र को देख रहा है। ऐसी स्थिति धनधान्य और सम्पन्नता आएगी। इस दिन प्रदोष व्रत संग धन्वन्तरि जयंती भी मनायी जाएगी।

गुरुवार, 31 अक्टूबर 2013

राहुल गांधी के आईएसआई कनेक्शनः आजम

लखनऊ।। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और नगर विकास मंत्री मो. आजम खां ने नरेद्र मोदी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोला। मुजफ्फरनगर दंगों को लेकर दिए गए कांग्रेस उपाध्यक्ष के बयान पर आजम ने राहुल गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पटना के विस्फोट के बाद यह साबित हो गया है कि उनका आईएसआई से राब्ता है। पटना विस्फोट में उनका योगदान है।

Rahul Gandhi in Gorakhpur

आजमगढ़ में आईटीआई मैदान पर समाजवादी पार्टी की देश बचाओ, देश बनाओ रैली में उन्होंने राहुल के मुजफ्फरनगर दंगों को लेकर वहां के युवकों के आईएसआई से कनेक्शन बताने पर उन्हें सीधे निशाने पर लिया। आजम ने कहा कि मुजफ्फरनगर दंगे में जो नौजवान बर्बाद हो गए, उन्होंने उनका आईएसआई से राब्ता (कनेक्शन) बता दिया। मैं सवाल पूछता हूं राहुल गांधी से, वह न तो मंत्री थे और न अफसर थे, इंटेलीजेंस का दरोगा आपके पास गया कैसे? किस हैसियत से उनके पास गया? उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अपनी इस गलत बयानी के लिए माफी मांगें।

बगैर नाम लिए मौलाना कल्बे सादिक पर हमला
आजम ने बगैर नाम लिए मौलाना कल्बे सादिक के उस बयान की भी निंदा की, जिसमें उन्होंने मोदी के बदलने के बाद वोट देने पर बात की थी। आजम ने कहा कि कुछ लोग इतने बेजमीर हो गए जो मोदी को माफी देने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कातिल से तो समझौता हो सकता है पर इंसानियत के कातिल से समझौता नहीं हो सकता। एक बेटी से बलात्कार करने वालों से तो समझौता हो सकता है पर पूरे समाज से बलात्कार करने वाले से समझौता नहीं हो सकता है।

आईएसआई वाले बयान पर राहुल गांधी को चुनाव आयोग का नोटिस

नई दिल्ली ।। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का आईएसआई पर दिया गया बयान पार्टी के गले की हड्डी बनता जा रहा है। चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को नोटिस भेजकर उनसे इस बारे में सफाई मांगी है।Rahul Gandhi in Gorakhpur
गौरतलब है कि अपनी चुनावी रैलियों में राहुल गांधी ने मुजफ्फरनगर दंगों को मुद्दा बनाया था। मध्यप्रदेश की रैलियों में उन्होंने कहा था कि आईबी के किसी अधिकारी ने उन्हें बताया था कि मुजप्फरनगर दंगों से पीड़ित परिवारों के कुछ युवकों से आईएसआई के लोगों ने संपर्क किया है।

राहुल के इस बयान को गैर जिम्मेदाराना बताते हुए बीजेपी ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की थी। बीजेपी की मांग थी कि आयोग कांग्रेस की मान्यता रद्द करे।
आयोग ने उस मामले में बीजेपी की शिकायत पर कोई कार्रवाई करने से पहले राहुल का पक्ष जान लेना ठीक समझा। सूत्रों के मुताबिक इसीलिए राहुल को नोटिस भेजकर चुनाव आयोग ने कहा है कि वह अपने इस बयान पर अपना पक्ष आयोग के सामने स्पष्ट करें।

चाचा ने भतीजी को बनाया हवस का शिकार

जयपुर। एक कलियुगी चाचा ने पहले अपनी पांच वर्षीय भतीजी का अपहरण किया और इसके बाद उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। करणी विहार में गुरूवार को हुई इस अप्रत्याशी खबर ने जहां पुलिस के होश उड़ा दिए, वहीं आम आदमी इस घटना की समाचार सुनकर सकते में आ गया।
इस घटना का सबसे दुखद पहलू यह है कि हैवान चाचा ने पांच वर्षीय मासूम को अपनी हवस का शिकार बनाने के लिए बेरहमी से पिटा और जगह-जगह से नौंच लिया। पुलिस अब इस बात की तहकीकात कर रही है कि आरोपी के साथ इस घटना में कोई और शामिल था या नहीं। पुलिस आरोपी को अपनी गिरफ्त में ले लिया है।

पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार 28 वष्ाीüय अभियुक्त गिरधारीपुरा क्षेत्र में रहता है। बच्ची के पिता की तीन माह पहले कैंसर से मौत हो गई थी। कांहा विहार में उसकी मां अपने तीन बच्चों के साथ रहकर उनका पालन पोष्ाण कर रही थी। डीसीपी डॉ. रवि ने बताया कि सुबह 9.30 बजे बच्ची अपने घर के बाहर अन्य बच्चों के साथ खेल रही थी, तभी उसका अपहरण हो गया। करीब एक घंटे बाद पुलिस को सूचना मिलीं। आरोपी भी बच्ची की तलाश में पुलिस के साथ जुट गया। शाम करीब 5 बजे मुहाना थाना पुलिस को बच्ची संस्कृत विश्वविद्यालय के पास बेसुध पड़ी मिली। अस्पताल में इलाज के दौरान बच्ची ने बताया कि चाचा ने उसको पिटा और नाखुनों से खरौंचा।

दुष्कर्म की शिकार बालिका की दस वष्ाीüय बड़ी बहन ने बताया कि वह भी छोटी बहन के साथ खेल रही थी। उनके साथ पड़ोस की दो लड़कियां और थीं। तभी नजदीक गाय का चारा लेकर बैठा व्यक्ति टॉफी देने के बहाने उसकी छोटी बहन को ले गया। उसके बाद वह नहीं आया। पुलिस तस्दीक कर रही है कि बच्ची को वहां से ले जाने वाला व्यक्ति कौन था।

मिलिए शिव विधानसभा से कांग्रेस कि सम्भावित उम्मीदवार शम्मा खान से

मिलिए शिव विधानसभा से कांग्रेस कि सम्भावित उम्मीदवार शम्मा खान से 


बाड़मेर आगामी विधानसभा चुनावो में पुरे देश कि निगाहें बाड़मेर जिले कि सरहदी शिव विधानसभा क्षेत्र पर होगी जहा भाजपा पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह के पूर्व सांसद पुत्र मानवेन्द्र सिंह कि प्रबल दावेदारी हें। शिव में अमिन खान को प्रबल दावेदार माना जा रहा हें मगर नै परिश्थितियों में कांग्रेस युवा और नए चहरे को मैदान में उतरने का मानस बना रही हें। शिव में चौहटन प्रधान और दिग्गज मुस्लिम नेता अब्दुल हादी कि पुत्र वधु शम्मा खान को आज़माने के मूड में दिखती हें। शम्मा खान उच्च शिक्षा प्राप्त अल्पसंख्यक वर्ग कि महिला हें युवा वर्ग में काफी लोकप्रिय भी हें। अमिन खान के मुकाबले कांग्रेस शम्मा खान में जीत कि सम्भावना तलाश रही हें। चौहटन कि प्रधान रहते हुए शम्मा खान ने विकास कार्यो को प्राथमिकता दी वही राष्ट्रिय स्तर पर कई बार सम्मेलनो में राजस्थान का प्रतिनिधित्व किया। शम्मा खान के पक्ष में शिक्षित ,महिला ,अल्पसंख्यक ,नया चेहरा ,और आकर्षक व्यक्तित्व जाता हें। बाड़मेर के जाट नेता शम्मा खान के पक्ष में हें यह सबसे प्लस पॉइंट हें शम्मा के लिए 

पेट्रोल 1.15 रूपए सस्ता, डीजल 50 पैसे महंगा

नई दिल्ली। तेल कंपनियों ने दीपावली की पूर्व संध्या पर पेट्रोल की कीमत में 1.15 रूपए की कमी की है लेकिन डीजल की कीमत पचास पैसे प्रति लीटर बढ़ा दी है। नई कीमतें आज आधी रात से लागू होंगी।
पेट्रोल 1.15 रूपए सस्ता, डीजल 50 पैसे महंगा
पेट्रोल की कीमत में पिछले एक माह में दूसरी बार कमी की गई है। इससे पहले 30 सितंबर को पेट्रोल की कीमत में 3.05 रूपए की कमी की गई थी। पिछले पांच वर्ष में पहली बार पेट्रोल के दाम में यह सर्वाधिक कटौती थी। दिल्ली में पेट्रोल की कीमतों में कर मिलाकर कुल 1.38 पैसे प्रतिलीटर की कमी आएगी। राजधानी में पेट्रोल 72 रूपए 40 पैसे से घटकर 71 रूपए 02 पैसे रह जाएगा।

टिकट दावेदारो के बगावती तेवर बने टिकटों में देरी का कारण



टिकट दावेदारो के बगावती तेवर बने टिकटों में देरी का कारण 


बाड़मेर राजस्थान में आगामी एक दिसंबर को हो रहे विधानसभा चुनाव के लिए सत्तारूढ दल कांग्रेस और प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गुटबाजी के चलते अपने उम्मीदवार तय नहीं कर पाई हैं।बाड़मेर भाजपा के उम्मीदवारो कि सूचि तैयार हे मगर बगावत के डर से यह सूचि दीपावली के बाद आने कि सम्भावना हें। बाड़मेर विधानसभा में पिछला चुनाव लड़ कर हारी मृदुरेखाचौधरी ,शिव से हारे डॉ जालम सिंह ,बायतु से हारे कैलाश चौधरी ,सिवाना से हमीर सिंह भायल ,पचपदरा से प्रभा सिंघवी ,महेश चौहान जैसलमेर से सांग सिंह भाटी को अभी भी टिकट मिलाने का भरोसा हें। टिकट नहीं मिलाने पर क्या रुख अपनाएंगे ये नेता पार्टी टोह ले रही हें। कांग्रेस में गुटबाज़ी उफान पर हें बाड़मेर से हेमाराम चौधरी के टिकट मांगने से जिले कि सभी सीटो पर समीकरण गड़बड़ा गए हें। पचपदरा में विधायक मदन प्रजापत का जोरदार विरोध हो रहा हें। तो चौहटन में नए दावेदार मानाराम गढवीर ,सिवाना से भंवर लाल देवासी ,गुड़ा से सोहन भाम्भू कि उम्मीदवारी के चर्चे सुर्खियो में आये जो गुटबाज़ी के संकेत हें। सिवाना में गत चुनावो में तीसरे स्थान पर रहे बालाराम टिकट कि जोरदार पैरवी कर रहे हें तो महेंद्र टाइगर भी पूरी कोशिश में हें। बायतु में कर्नल सोनाराम का रास्ता साफ़ हें शिव विधानसभा में अमिन खान के साथ एक बार पुनः चौहटन प्रधान शम्मा खान कि जीत कि संभावनाए तलाशी जा रही हें। शिव में कांग्रेस में किसी को टिकट मिले बगावत तय हें।

भाजपा की शुक्रवार को होने वाली केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक स्थगित हो गई है जबकि कांग्रेस की छानबीन समिति की शुक्रवार दिल्ली में होने वाली बैठक में उम्मीदवार चयन को लेकर फिर मशक्कत होगी।

सूत्रों ने बताया कि दोनों ही प्रमुख दल पूरे दो सौ सीटों पर अपने उम्मीदवार तय नहीं कर पाए तथा मौजूदा विधायकों को लेकर भी एक राय नहीं बन पा रही है। भाजपा में हालांकि मौजूदा विधायकों को लेकर ज्यादा मतभेद नहीं है और पार्टी दस-बारह को छोड़कर सभी को फिर मौका देने की फिराक में है।

पिछली बार विधायकों के ज्यादा टिकट काटने से पार्टी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा था जिससे सबक लेकर वह इस गलती को नहीं दोहराना चाहती है। टिकट की दावेदारी को लेकर गुटबाजी बनी हुई है तथा पार्टी आलाकमान को टिकट तय करने में काफी जोर आजमाइश करनी पड़ रही है।

कांग्रेस में सत्ता विरोधी लहर को कम करने के लिए मंत्री एवं विधायकों की छंटनी का मानस बन रहा है। विधायकों को इसका पता चलने पर उन्होंने भी दबाव बनाना शुरू कर दिया है। विधायकों के टिकट कटने की खबर से कई दावेदार बन गए है और उनका विधायकों से टकराव भी शुरू हो गया है।

  टिकट पर अंतिम फैसला नहीं होने से उम्मीदवार भरोसे में है और ज्यादातर सीटों पर शांति बनी हुई है लेकिन उम्मीदवारों की सूची आते ही जूतमपैजार शुरू हो सकती है। पार्टी आलाकमान भी इसे देखकर ही सूची जारी करने में देरी कर रहा है।

इधर भाजपा के 79 विधायकों में दस बारह को छोड़कर सभी को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी की जा रही है। पिछली बार कम मतों से हारे उम्मीदवारों को भी मौका देने पर सहमति बन चुकी है।

संभावित उम्मीदवारों को लेकर कार्यकर्ता भी नजर गड़ाए हुए हैं और एक सीट पर एक से ज्यादा की दावेदारी के कारण गुटबाजी बनी हुई है। टिकट वितरण के बाद इसमें और तेजी आ सकती है लिहाजा नामों की घोषणा में जल्दबाजी नहीं दिखाई जा रही है।

टिकट तय करने के बाद की प्रतिक्रिया का भी दोनों ही दल अध्ययन कर रहे है इसलिए एक दूसरे के संभावित प्रत्याशियों की टोह ली जा रही है। दोनों ही दल पहली सूची जारी करने में जल्दबाजी नहीं कर रहे हैं और दीपावली से पहलेे कोर्ई सूची जारी भी हुर्ई तो उनमें उन्हीं उम्मीदवारों के नाम होंगे जिन पर दो राय नहीं है।


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रेगिस्तान में प्यासे मर गए 87 लोग

निआमी। अल्जीरिया की सीमा से कुछ किलोमीटर की दूरी पर प्यास के कारण 87 विस्थापितों की मौत हो गई जिनके शव नाइजर उत्तरी रेगिस्तान में मिले।
एक सुरक्षा सूत्र ने बताया कि सात व्यक्ति, 32 महिला और 48 बच्चों के शव बरामद किए गए हैं।

इससे पहले महिलाओं और लड़कियों के पांच शव मिले थे।

सूत्रों ने बताया कि सितंबर के अंत में इन लोगों ने अल्जीरिया का रूख किया था, लेकिन मंजिल पर पहुंचने में असफल होने के बाद अक्टूबर के शुरू में इन सबकी मौत हो गई।