शुक्रवार, 4 अक्टूबर 2013

राजस्थान में विधानसभा चुनाव एक दिसंबर को आठ दिसंबर को मतगणना



बाड़मे र राजस्थान  ें विधानसभा चुनाव एक दिसंबर को एक ही चरण में होंगे। मध्य प्रदेश में एक चरण में चुनाव होंगे, जबकि छत्तीसगढ़ में 11 और 19 नवंबर को दो चरणों में चुनाव होंगे। एमपी में 25 नवंबर को वोटिंग होगी। राजस्थान में एक ही चरण में एक दिसंबर को चुनाव होंगे। दिल्ली और मिजोरम में चार दिसंबर को चुनाव होंगे।
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आठ दिसंबर को सभी राज्यों के चुनावों की मतगणना होगी।





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विधानसभा चुनावों की घोषणा, पहली बार राइट टू रिजेक्ट का ऑप्शन चुनाव नवंबर के आखिर में संभावित



चुनाव आयोग ने शुक्रवार को पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों का ऐलान कर दिया। जिन पांच राज्यों में चुनाव होने जा रहे हैं, वे हैं-राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम। राजस्थान और मध्य प्रदेश में दो चरणों में चुनाव कराए जा सकते हैं।
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मुख्य चुनाव आयुक्त वी एस संपत ने चुनावों की घोषणा करते हुए कहा कि सभी विधानसभा चुनावों का कार्यकाल लगभग एक ही समय समाप्त होने जा रहा है, इसलिए सभी राज्यों में एक साथ चुनावों का ऐलान किया जा रहा है। सभी राज्यों में सम्मिलित रूप से करीब 11 करोड़ मतदाता अपने मताधिकारों का प्रयोग करेंगे।
चुनाव आयुक्त ने कहा कि इन सभी राज्यों में लगभग सभी मतदाताओं को पहचान पत्र जारी कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इन राज्यों में सुरक्षा और चुनाव निगरानी की पुख्ता व्यवस्था की गई है। इस घोषणा के साथ ही पांचों राज्यों में चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है।

इन सभी राज्यों में 630 विधानसभा सीटों के लिए एक लाख तीस हजार पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। पहली बार इन चुनावों के दौरान जागरूकता ऑब्जर्बर तैनात किए जाएंगे।

आयुक्त ने कहा कि इन चुनावों में पहली बार वोटरों की सुविधाओं जैसे, पानी, इलाज आदि का ख्याल रखा जाएगा। शिकायतों के लिए इस अवसर कॉल सेंटर भी मौजूद होंगे, जहां लोग अपनी शिकायत दर्ज करा पाएंगे।
आयुक्त ने कहा कि इन्हीं चुनावों से राइट टू रिजेक्ट लागू होगा। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में इस संबंध में आदेश देते हूए इसे लागू करने का आयोग को आदेश दिया था।



ये चुनाव नवंबर के आखिर में संभावित हैं। जानकारों का मानना है कि इन राज्यों के चुनावी परिणाम केंद्रीय राजनीति की दिशा को तय कर सकते हैं।

कुछ देर में होगी चुनावो की घोषणा तो पावरलेस हो जाएगी सरकार



कुछ देर में होगी चुनावो की घोषणा तो पावरलेस हो जाएगी सरकार


बाड़मेर चुनाव आयोग आज शाम तक पांच राज्यों में चुनाव की तिथियों की घोषणा कर देगी। चुनाव आयोग की घोषणा के साथ राजस्थान में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी ,जिसके चलते सरकार कोई ऐसा नीतिगत फैसला नहीं ले पाएगी जिससे चुनाव प्रभावित हो। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की चुनावी घोषनाओ पर भी विराम लग जाएगा वही सरकार के सभी मंत्रियो से सरकारी सुविधाए वापस ले ली जाएगी ,मंत्रियो की लाल बत्ती की गाडिया मोटर गेराज में जाएगी ,विधायको के सहायक और गन में वापस होंगे , के बाद जन प्रतिनिधि पॉवर लेस हो जायेंगे

तेलंगाना: आंध्रप्रदेश बंद, जगनमोहन करेंगे अनशन...इस्तीफों का दौर जारी



दागियों के अध्यादेश से किसी तरह पीछा छुड़ा पाई केंद्र सरकार तेलंगाना के मसले में फंसती दिख रही है। लोकसभा चुनाव में राजनीतिक गणित दुरुस्त करने के इरादे से केंद्र ने तेलंगाना के गठन को हरी झंडी क्या दी, कांग्रेस सांसदों के इस्तीफा देने का सिलसिला शुरू हो गया।
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सबसे पहले तो प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में करीब सवा घंटे चली कैबिनेट की बैठक में ही तेलंगाना समर्थक और विरोधी मंत्रियों के बीच घमासान हो गया। फिर अलग तेलंगाना को कैबिनेट की मंजूरी के बाद सीमांध्र से आने वाले केंद्रीय पर्यटन मंत्री चिरंजीवी सहित चार कांग्रेसी सांसदों ने इस्तीफा दे दिया। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी सहित कई केंद्रीय मंत्रियों के इस्तीफे की भी आशंकाएं गरम हैं।



वहीं, वाईएसआर कांग्रेस प्रमुख जगनमोहन रेड्डी ने फैसले के खिलाफ 72 घंटे के बंद का आह्वान किया है। सीमांध्र के वकीलों की संयुक्त कार्रवाई समिति के साथ ही संयुक्त आंध्र समर्थकों ने 48 घंटे का बंद बुलाया है।



सूत्रों के अनुसार, कैबिनेट की बैठक में विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्री जयपाल रेड्डी और ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने नए राज्य के गठन की न सिर्फ जरूरत बताई, बल्कि पक्ष में तमाम तर्क भी रखे। वहीं, मानव संसाधन विकास मंत्री पल्लम राजू और केएस राव के विरोध पर प्रधानमंत्री ने कहा कि फैसला तो हो चुका है। जब राजू पीएम के बीच में बोले तो जयराम ने हस्तक्षेप किया और दोनों के बीच बहस हो गई। सूत्रों के मुताबिक, तेलंगाना विरोधी मंत्रियों ने कहा कि अब उनके सामने इस्तीफे के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।



तेलंगाना का मुद्दा कैबिनेट के सामने आने की खबर से ही सीमांध्र उबल पड़ा। दिल्ली में शाम को प्रधानमंत्री आवास के बाहर भी तेलंगाना विरोधी प्रदर्शन करने पहुंच गए। विरोध के बावजूद कैबिनेट ने जुलाई में लिए कांग्रेस कार्यसमिति के निर्णय पर मुहर लगाने का फैसला किया। साथ ही दोनों राज्यों के बीच संसाधनोंके बंटवारे के लिए मंत्रिमंडलीय समूह बनाने का निर्णय भी लिया।



फैसले के तहत अगले 10 साल तक हैदराबाद दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी होगी। गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने बताया कि इस दौरान सीमांध्र में नई राजधानी बना ली जाएगी। कैबिनेट की हरी झंडी के बाद अब इसे राज्य विधानसभा के पास विचार के लिए भेजा जाएगा, लेकिन विधानसभा में तेलंगाना विरोधियों की बड़ी संख्या के कारण इसका पारित होना मुश्किल है। ऐसे में केंद्र सरकार इंतजार किए बिना शीतकालीन सत्र में नए राज्य के गठन का विधेयक संसद में पेश कर देगी। सरकार की कोशिश इस साल के अंत तक तेलंगाना गठन को अमलीजामा पहनाने की है।



कैबिनेट के फैसले से गुस्साए चिरंजीवी ने अपना इस्तीफा प्रधानमंत्री कार्यालय को फैक्स कर दिया। वहीं, सीमांध्र क्षेत्र से आने वाले कांग्रेस सांसद यू अरुण कुमार ने पार्टी की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया। अनंतपुर से सांसद अनंत वी. रेड्डी ने इस्तीफे की घोषणा कर दी, जबकि सांसद साई प्रताप ने कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेज दिया। माना जा रहा है कि शुक्रवार को तीन और केंद्रीय मंत्री इस्तीफा दे सकते हैं।



इधर, वाईएसआर कांग्रेस अध्यक्ष वाई एस जगनमोहन रेड्डी ने आज कहा कि आंध्रप्रदेश के विभाजन के केंद्र के फैसले के खिलाफ कल से वह अनिश्चितकालीन अनशन करेंगे। जगन ने संवाददाताओं से कहा कि तटीय आंध्र और रायलसीमा के साथ की जा रही नाइंसाफी पर ध्यान दिलाने के लिए वाईएसआर कांग्रेस पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति और अन्य से मिलने दिल्ली जाएगा।

उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी की ओर किया जा रहा आंदोलन समूचे राज्य में चलता रहेगा। उन्होंने आश्चर्य जाहिर किया कि इतना महत्पवपूर्ण मुद्दा आंध्रप्रदेश विधानसभा में लाए बिना राज्य का कैसे विभाजन किया जा सकता है।

कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे राज्यों के बीच विवादों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा आंध्रप्रदेश के विभाजन के बाद पानी का किस तरह बंटवारा होगा।

जय हो। । सेट में होगा राजस्थानी भाषा का पेपर



जय हो। । सेट में होगा राजस्थानी भाषा का पेपर


बाड़मेर राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित होने वाली राज्य पात्रता परिक्ष सेट में इस बार राजस्थानी भाषा का पेपर होगा। आर पी ऐ सी अध्यक्ष हबीब खान गौरण के अनुसार यु जी सी द्वारा इसकी अनुमति दे दी ,हें आगामी परीक्षाओ में राजस्थानी भाषा का प्रश्न पत्र शामिल होगा

आयोग के इस निर्णय का अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति ने स्वागत करते हुए गौरण का आभार जताया। संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया समिति के प्रयासों से यह संभव हो सका ,इससे राजस्थान प्रदेश के युवाओ को सीधा लाभ मिलेगा। भर्तियो में पुरे अवसर मिलेंगे। राजस्थानी भाषा का पेपर शामिल होना गौरवमयी हें

रामदेव ने पीएम को कहा नामर्द




रायपुर।। यूपीए सरकार पर लगातार हमला बोलने वाले योगुरु बाबा रामदेव ने इस बार सारी हदें पार कर दी हैं। बाबा रामदेव ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के लिए बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी की है। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री को नामर्द कहा। बाबा ने पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि मैडम का शहजादा कुछ ज्यादा ही कूद रहा है, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री मर्द होते हुए भी नामर्द जैसा काम कर रहे हैं। बाबा रामदेव यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि करप्शन के मामले में जो लालू के साथ हुआ है, वही हाल यूपीए सरकार के 90 फीसदी मंत्रियों के साथ होगा।
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इसके पहले लंदन के हीथ्रो इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर उनके साथ की गई पूछताछ के लिए भी उन्होंने यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी को जिम्मेदार ठहराया था। गौरतलब है कि जब मीडिया ने उनसे सवाल किया था कि आपसे किस कारण पूछताछ की गई तो उन्होंने जवाब दिया था कि इसकी वजह सोनिया (कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी) से पूछो।

ध्यान रहे कि बाबा रामदेव ने पिछले 28 सितंबर को अमेरिका में पत्रकारों के बातचीत के दौरान कहा था कि नरेंद्र मोदी का जीतना सौ फीसद पक्का है। उन्होंने कहा था, 'मैंने देखा है कि भारत क्रांति और परिवर्तन के लिए तैयार है। चुनाव (लोकसभा) में कांग्रेस को 100 सीटें मिलेंगी, जबकि बीजेपी और उसके सहयोगियों को 250 से 300 सीटें मिलेंगी।' बाबा यहां भी इतना पर ही नहीं मानें, उन्होंने कहा कि चुनाव बाद कांग्रेस का गुरूर टूटने वाला है।

लालू कैदियों को पढ़ाएंगे राजनीति शास्त्र, रोजाना मिलेंगे 25 रुपये



रांची।। रांची के बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में बंद कैदियों को अब राजनीतिशास्त्र का नया टीचर मिल गया है। चारा घोटाला के एक मामले में पांच साल की सजा पाए आरजेडी सुप्रीमो और कैदी नंबर 3312 लालू प्रसाद यादव को जेल में पढ़ाने का काम मिला है। इसके लिए उन्‍हें 25 रुपये रोजाना के हिसाब से मिलेगा।

लालू यादव कैदियों को राजनीति शास्त्र और मैनेजमेंट का ज्ञान देंगे। जेल सूत्रों की मानें तो लालू को उनकी मर्ज़ी से ये काम दिया गया है। जेल प्रशासन का कहना है कि लालू यादव की सेहत और सियासी हैसियत देखते हुए उन्हें कठिन श्रम वाला काम नहीं दिया जा सकता था।

गौरतलब है कि लालू यादव ने पटना के बिहार नैशनल कॉलेज से राजनीतिशास्त्र में डिग्री ली थी। बाद में उन्होंने पटना लॉ कॉलेज से अपनी वकालत की पढ़ाई पूरी की थी। हालांकि, लालू की क्लास कब और कहां लगेगी यह अभी तय नहीं है।गौरतलब हो कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी प्रमुख लालू यादव को सीबीआई की विशेष अदालत ने चारा घोटाले मालमे में गलत तरीके से 37.7 करोड़ रुपये निकालने के मामले में गुरुवार को 5 साल की कैद और 25 लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है। सुप्रीम कोर्ट के हाल के फैसले की वजह से वह संसद की सदस्यता गंवा बैठेंगे। साथ ही अगले 11 साल तक वह चुनाव भी नहीं लड़ सकेंगे।
लालू के साथ कई और राजनीतिज्ञों को कड़ी सजा दी गई है। इसमें बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र, जेडीयू सांसद जगदीश शर्मा, पूर्व बीजेपी विधायक ध्रुव भगत आदि शामिल हैं।

बाड़मेर जैसलमेर भाजपा उम्मीदवारों पर अंतिम निर्णय नहीं



बाड़मेर जैसलमेर भाजपा उम्मीदवारों पर अंतिम निर्णय नहीं


गुडामालानी में लादूराम विश्नोई पर सहमति



बाड़मेर भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती वसुंधराजे की अध्यक्षता में गुरूवार को जयपुर में हुई चुनाव समिति की बैठक में बाड़मेर जैसलमेर के संभावित उम्मीदवारों पर चर्चा की गई ,बाड़मेर की गुडामालानी से लादू राम विश्नोई पर सहमति हो गयी। शिव विधानसभा में पूर्व संसद मानवेन्द्र सिंह की पसंद का उम्मीदवार होगा। बाड़मेर में प्रियंका चौधरी सहित कुछ गैर जाट नामो पर चर्चा हुई। बायतु में दोनों उम्मीदवारों के बीच पनपे असंतोष के कारन तीसरा विकल्प तलाशने की जरुरत बताई। सिवान में कान सिंह ,हमीर सिंह के नामों पर चर्चा हुई। शिव में तरुण राय ,काग पूरा राम मेघवाल पर ,पचपदरा में अमराराम चौधरी के नाम पर चर्चा हुई ,वाही जैसलमेर में छोटू सिंह और रणवीर सिंह। पोकरण में शैतान सिंह के नाम पर चर्चा हुई ,चुनाव समिति की ग्फ्होशाना एक दो दिन में होने के बाद उम्मीदवारों के नाम पर अंतिम मोहर लगेगी

पुलिस को देखकर शराब तस्कर चलती ट्रक से कूदकर भाग रहा था, कार की चपेट में आने से मौत,इधर बीवी ने दिया पुत्र को जन्म

पुलिस को देखकर शराब तस्कर चलती ट्रक से कूदकर भाग रहा था, कार की चपेट में आने से मौत,इधर बीवी ने दिया पुत्र को जन्म


बाड़मेर हरमाड़ा थाना इलाके में बीती रात को आबकारी पुलिस दल की टीम को देखकर अवैध शराब से भरी ट्रक का चालक नीचे कूदकर दिल्ली एक्सप्रेस हाइवे पर भाग रहा था। इस दौरान एक कार की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए एसएमएस हॉस्पिटल ले आई। मृतक की शिनाख्त बाड़मेर निवासी अणदराम (26) पुत्र जगमाल के रूप में हुई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।तस्कर की पत्नी बाड़मेर में पुलिस कांस्टेबल हें। अणदाराम के कल ही पुत्र हुआ हें। मृतक का शव गाँव लाया गया।
पुलिस ने बताया कि बीती रात को दिल्ली की तरफ से एक ट्रक आ रहा था। ट्रक में अवैध शराब के 1050 कार्टून थे। जिनकी कीमत करीब 30 लाख रुपए बताई जा रही है। इस दौरान ट्रक चालक पीछे आ रही आबकारी पुलिस दल की गाड़ी को देखकर पुलिस से बचने के लिए ट्रक से नीचे उतरकर भाग रहा था। इस दौरान एक कार की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। ट्रक में हरियाणा निर्मित अवैध शराब के कार्टून थे। ट्रक चालक की केबिन में मोबाइल मिला। पुलिस ने कॉल डिटेल के आधार पर मृतक द्वारा अंतिम बातचीत से शिनाख्त कर उसके परिजनों को सूचना दी। ट्रक घटनास्थल पर स्टार्ट ही खड़ा था। पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

नवरात्रि शुभ और सुंदर जीवन देती है नवरात्रि




नवरात्रि एक हिंदू पर्व है। नवरात्रि संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ होता है नौ रातें । यह पर्व साल में चार बार आता है।चैत्र,आषाढ,अश्विन,पोषप्रतिपदा से नवमी तक मनाया जाता है। नवरात्रि के नौ रातो में तीन देवियों - महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वतीया सरस्वतीकि तथा दुर्गा के नौ स्वरुपों की पूजा होती है जिन्हेनवदुर्गा कहते हैं ।

नौ देवियाँ है :-
श्री शैलपुत्री
श्री ब्रह्मचारिणी
श्री चंद्रघंटा
श्री कुष्मांडा
श्री स्कंदमाता
श्री कात्यायनी
श्री कालरात्रि
श्री महागौरी
श्री सिद्धिदात्री

शक्ति की उपासना का पर्व शारदेय नवरात्र प्रतिपदा से नवमी तक निश्चित नौ तिथि, नौ नक्षत्र, नौ शक्तियों की नवधा भक्ति के साथ सनातन काल से मनाया जा रहा है। सर्वप्रथम श्रीरामचंद्रजी ने इस शारदीय नवरात्रि पूजा का प्रारंभ समुद्र तट पर किया था और उसके बाद दसवें दिन लंका विजय के लिए प्रस्थान किया और विजय प्राप्त की । तब से असत्य, अधर्म पर सत्य, धर्म की जीत का पर्व दशहरा मनाया जाने लगा। आदिशक्ति के हर रूप की नवरात्र के नौ दिनों में क्रमशः अलग-अलग पूजा की जाती है। माँ दुर्गा की नौवीं शक्ति का नाम सिद्धिदात्री है। ये सभी प्रकार की सिद्धियाँ देने वाली हैं। इनका वाहन सिंह है और कमल पुष्प पर ही आसीन होती हैं । नवरात्रि के नौवें दिन इनकी उपासना की जाती है।

नवदुर्गा और दस महाविधाओं में काली ही प्रथम प्रमुख हैं। भगवान शिव की शक्तियों में उग्र और सौम्य, दो रूपों में अनेक रूप धारण करने वाली दस महाविधाएँ अनंत सिद्धियाँ प्रदान करने में समर्थ हैं। दसवें स्थान पर कमला वैष्णवी शक्ति हैं, जो प्राकृतिक संपत्तियों की अधिष्ठात्री देवी लक्ष्मी हैं। देवता, मानव, दानव सभी इनकी कृपा के बिना पंगु हैं, इसलिए आगम-निगम दोनों में इनकी उपासना समान रूप से वर्णित है। सभी देवता, राक्षस, मनुष्य, गंधर्व इनकी कृपा-प्रसाद के लिए लालायित रहते हैं।
प्रमुख कथा


लंका-युद्ध में ब्रह्माजी ने श्रीराम से रावण वध के लिए चंडी देवी का पूजन कर देवी को प्रसन्न करने को कहा और बताए अनुसार चंडी पूजन और हवन हेतु दुर्लभ एक सौ आठ नीलकमल की व्यवस्था की गई। वहीं दूसरी ओर रावण ने भी अमरता के लोभ में विजय कामना से चंडी पाठ प्रारंभ किया। यह बात इंद्र देव ने पवन देव के माध्यम से श्रीराम के पास पहुँचाई और परामर्श दिया कि चंडी पाठ यथासभंव पूर्ण होने दिया जाए। इधर हवन सामग्री में पूजा स्थल से एक नीलकमल रावण की मायावी शक्ति से गायब हो गया और राम का संकल्प टूटता-सा नजर आने लगा। भय इस बात का था कि देवी माँ रुष्ट न हो जाएँ। दुर्लभ नीलकमल की व्यवस्था तत्काल असंभव थी, तब भगवान राम को सहज ही स्मरण हुआ कि मुझे लोग 'कमलनयन नवकंच लोचन' कहते हैं, तो क्यों न संकल्प पूर्ति हेतु एक नेत्र अर्पित कर दिया जाए और प्रभु राम जैसे ही तूणीर से एक बाण निकालकर अपना नेत्र निकालने के लिए तैयार हुए, तब देवी ने प्रकट हो, हाथ पकड़कर कहा- राम मैं प्रसन्न हूँ और विजयश्री का आशीर्वाद दिया। वहीं रावण के चंडी पाठ में यज्ञ कर रहे ब्राह्मणों की सेवा में ब्राह्मण बालक का रूप धर कर हनुमानजी सेवा में जुट गए। निःस्वार्थ सेवा देखकर ब्राह्मणों ने हनुमानजी से वर माँगने को कहा। इस पर हनुमान ने विनम्रतापूर्वक कहा- प्रभु, आप प्रसन्न हैं तो जिस मंत्र से यज्ञ कर रहे हैं, उसका एक अक्षर मेरे कहने से बदल दीजिए। ब्राह्मण इस रहस्य को समझ नहीं सके और तथास्तु कह दिया। मंत्र में जयादेवी... भूर्तिहरिणी में 'ह' के स्थान पर 'क' उच्चारित करें, यही मेरी इच्छा है। भूर्तिहरिणी यानी कि प्राणियों की पीड़ा हरने वाली और 'करिणी' का अर्थ हो गया प्राणियों को पीड़ित करने वाली, जिससे देवी रुष्ट हो गईं और रावण का सर्वनाश करवा दिया। हनुमानजी महाराज ने श्लोक में 'ह' की जगह 'क' करवाकर रावण के यज्ञ की दिशा ही बदल दी।

अन्य कथाएं
श्रीनगर के निकट खीर भवानी मंदिर


इस पर्व से जुड़ी एक अन्य कथा अनुसार देवी दुर्गा ने एक भैंस रूपी असुर अर्थात महिषासुर का वध किया था। पौराणिक कथाओं के अनुसार महिषासुर के एकाग्र ध्यान से बाध्य होकर देवताओं ने उसे अजय होने का वरदान दे दिया। उसको वरदान देने के बाद देवताओं को चिंता हुई कि वह अब अपनी शक्ति का गलत प्रयोग करेगा। और प्रत्याशित प्रतिफल स्वरूप महिषासुर ने नरक का विस्तार स्वर्ग के द्वार तक कर दिया और उसके इस कृत्य को देख देवता विस्मय की स्थिति में आ गए। महिषासुर ने सूर्य, इन्द्र, अग्नि, वायु, चन्द्रमा, यम, वरुण और अन्य देवताओं के सभी अधिकार छीन लिए हैं और स्वयं स्वर्गलोक का मालिक बन बैठा। देवताओं को महिषासुर के प्रकोप से पृथ्वी पर विचरण करना पड़ रहा है तब महिषासुर के इस दुस्साहस से क्रोधित होकर देवताओं ने देवी दुर्गा की रचना की। ऐसा माना जाता है कि देवी दुर्गा के निर्माण में सारे देवताओं का एक समान बल लगाया गया था। महिषासुर का नाश करने के लिए सभी देवताओं ने अपने अपने अस्त्र देवी दुर्गा को दिए थे और कहा जाता है कि इन देवताओं के सम्मिलित प्रयास से देवी दुर्गा और बलवान हो गईं थी। इन नौ दिन देवी-महिषासुर संग्राम हुआ और अन्ततः महिषासुर-वध कर महिषासुर मर्दिनी कहलायीं।



पूजन विधि
देवी की आरती
निर्माणाधीन मूर्तियां


चौमासे में जो कार्य स्थगित किए गए होते हैं, उनके आरंभ के लिए साधन इसी दिन से जुटाए जाते हैं। क्षत्रियों का यह बहुत बड़ा पर्व है। इस दिन ब्राह्मण सरस्वती-पूजन तथा क्षत्रिय शस्त्र-पूजन आरंभ करते हैं। विजयादशमी या दशहरा एक राष्ट्रीय पर्व है। अर्थात आश्विन शुक्ल दशमी को सायंकाल तारा उदय होने के समय 'विजयकाल' रहता है।  यह सभी कार्यों को सिद्ध करता है। आश्विन शुक्ल दशमी पूर्वविद्धा निषिद्ध, परविद्धा शुद्ध और श्रवण नक्षत्रयुक्त सूर्योदयव्यापिनी सर्वश्रेष्ठ होती है। अपराह्न काल, श्रवण नक्षत्र तथा दशमी का प्रारंभ विजय यात्रा का मुहूर्त माना गया है। दुर्गा-विसर्जन, अपराजिता पूजन, विजय-प्रयाग, शमी पूजन तथा नवरात्र-पारण इस पर्व के महान कर्म हैं। इस दिन संध्या के समय नीलकंठ पक्षी का दर्शन शुभ माना जाता है। क्षत्रिय/राजपूतों इस दिन प्रातः स्नानादि नित्य कर्म से निवृत्त होकर संकल्प मंत्र लेते हैं। इसके पश्चात देवताओं, गुरुजन, अस्त्र-शस्त्र, अश्व आदि के यथाविधि पूजन की परंपरा है।

गुरुवार, 3 अक्टूबर 2013

तेलंगाना को कैबिनेट की मंजूरी, नाराज चिरंजीवी का इस्तीफा



नई दिल्ली।केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गुरुवार को पृथक तेलंगाना राज्य के गठन को मंजूरी दे दी। यह नया प्रदेश आंध्र प्रदेश को विभाजित कर गठित किया जाएगा। तेलंगाना के गठन को हरी झंडी मिलते ही सरकार के अंदर ही इसका विरोध भी शुरू हो गया है। केंद्रीय पर्यटन मंत्री चिरंजीवी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मानव संसाधन विकास मंत्री पल्लम राजू ने भी इस्तीफे की पेशकश की लेकिन पीएम ने उन्हें अपने पद पर बने रहने को कहा है। वहीं सीमांध्र से कांग्रेस के तीन सांसद अरुण कुमार, अनंत रेड्डी और सब्बम हरी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।

केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक दो घंटे तक चली। शिंदे ने कहा कि मंत्रिमंडल ने आंध्र प्रदेश का विभाजन कर पृथक तेलंगाना राज्य के गठन को मंजूरी दे दी है।



उन्होंने कहा कि मंत्रियों का एक समूह भारतीय संघ में 29वें राज्य के गठन के संबंध में तौर-तरीकों पर अध्ययन करेगा। उन्होंने कहा कि हैदराबाद शहर अगले 10 वर्षों तक दोनों प्रदेशों आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की राजधानी बना रहेगा। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस कार्य समिति ने 30 जुलाई को आंध्रप्रदेश को विभाजित कर पृथक तेलंगाना राज्य गठित करने का निर्णय लिया था।



इस निर्णय के विरोध में सीमांध्र (रायलसीमा और तटवर्ती आंध्र प्रदेश) में तीखा विरोध शुरू हो गया। सीमांध्र में सरकारी कर्मचारी 13 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे और केंद्र सरकार से आंध्र प्रदेश को विभाजित करने वाला निर्णय वापस लेने की मांग कर रहे थे। विभाजन के लिए बनाए गए मंत्रियों के समूह की अध्यक्षता वित्त मंत्री पी चिदंबरम करेंगे।

जयपुर में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, 7 अरेस्ट

जयपुर में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, 7 अरेस्ट

जयपुर। करधनी थाना क्षेत्र मे पुलिस ने बुधवार को मुखबिर की सूचना पर पीटा एक्ट की कार्रवाई करते हुए वेश्यावृत्ति के अड्डे का भंडाफोड किया है।

पुलिस ने दबिश देकर 7 लोगों को गिरफ्तार कर नकदी, मोबाइल और कार जब्त की है।

जानकारी के अनुसार पुलिस को करधनी इलाके के ए-70 ग्रीन वाटिका नांगल जैसा बोहरा में वेश्यावृत्ति की सूचना मिली थी।

इसके बाद पुलिस ने दबिश दी तो दो लोगों को अलग-अलग कमरे में लड़कियों के साथ रंगरैलियां मना रहे थे। पुलिस पूछताछ में रूपयों के लिए जिस्म फरोशी करने की बात सामने आने के बाद पुलिस ने मकान मालिक कल्पना उर्फ सपना बृजवाड़ी, नांगल जैसा बोहरा निवासी प्रदीप सिंह (27), दादी का फाटक निवासी नंदकिशोर (27) कूच बिहार (पश्चिम बंगाल) निवासी उलाल हक (20) व किशाना शर्मा (20) पिंकी बर्मन (21) व ममता उर्फ पाम्पी (23) को पीटा एक्ट में गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने बताया कि बंगाल रहने वाले दो युवक बंगाल से लड़कियां लाकर जयपुर में बेच देते थे। बाद में यहां ग्राहक तलाश कर उन लड़कियों से वेश्यावृति कराया जाता था। पुलिस ने इनसे पांच हजार रूपए,आठ मोबाइल व एक कार जब्त की है।

पाली में ट्रिपल मर्डर से सनसनी

पाली में ट्रिपल मर्डर से सनसनी
पाली। जैतारण थाना क्षेत्र के लितरिया गांव में बुधवार रात अज्ञात हमलावर एक दंपत्ती और उनके मासूम दोहिते की हत्या कर फरार हो गए। इस ट्रिपल मर्डर की गुरूवार सुबह जानकारी मिलते ही गांव और आस-पास में दहशत फैल गई। जानकारी होने के आठ घंटे बाद भी पुलिस मौके से शव नहीं उठा पाई।

थाने और वृत्त के लगभग सभी बड़े अधिकारियों की पाली में मुख्यमंत्री यात्रा में ड्यूटी होने के कारण न तो डॉग स्क्वायड मौके पर पहुंच पाया और न ही अन्य साक्ष्य एकत्रित किए जा सके हैं। सीएम का पाली जिला मुख्यालय पर कार्यक्रम पूरा होने के बाद अधिकारी जैतारण के लिए रवाना हुए हैं।

अलसुबह गांव निवासी 55 वर्षीय बाबूलाल कुम्हार और उनकी पत्नी शांतिदेवी का शव पड़ा देखकर पड़ोसियों में सनसनी फैल गई। ग्रामीण एकत्रित हुए तो उन्हें 12 वर्षीय मासूम का शव भी पड़ा मिला।

ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी है। हालांकि निम्बोल चौकी और जैतारण थाने से जाप्ता मौके पर पहुंचा, लेकिन अभी तक साक्ष्य एकत्र नहीं किए जा सके हैं। थाना प्रभारी अमृत सोनी ने बताया कि वे लितरिया के लिए रवाना हुए हैं, वहां पहुंचकर ही कुछ बता पाएंगे। ऎसे में हत्या किसने की और इसके कारण क्या रहे इसका राज फिलहाल राज ही बना हुआ है।

चुनाव से पहले जयपुर में शिक्षा मंत्री की पिटाई

चुनाव से पहले जयपुर में शिक्षा मंत्री की पिटाई

जयपुर। राजस्थान के शिक्षा मंत्री बृजकिशोर शर्मा गुरूवार को जनता के आक्रोश का शिकार हो गए। राजधानी जयपुर के भट्टा बस्ती इलाके में एक स्कूल में 5 कमरों के लोकार्पण कार्यक्रम में पहुंचे मंत्री को उन्हीं की पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए,जिसके बाद बात बिगड़ गई। पुलिस की मौजूदगी में विरोध प्रदर्शन पहले धक्का-मुक्की और फिर मारपीट में तब्दील हो गया। प्रदर्शनकारी युवकों ने 66 साल के शिक्षा मंत्री की उम्र का भी लिहाज नहीं किया और चेहरे पर मुक्का तक जड़ दिया। हालांकि,बाद में स्थिति को संभालते हुए पुलिस ने मंत्री को तुरत-फुरत में वहां से निकाल लिया।



जानकारी के अनुसार शिक्षा मंत्री बृज किशोर शर्मा को गुरूवार को शास्त्री नगर स्थित भट्टा बस्ती में एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। वहां उन्हें अपनी ही पार्टी(कांग्रेस) के कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा। मंत्री जब बस्ती के गवर्नमेंट स्कूल के कार्यक्रम में पहुंचे तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने काले झण्डे दिखाएं तथा रास्ता रोकने का प्रयास किया। इसी दौरान उनके साथ बदसलूकी हुई।



मंत्री पर काम नहीं कराने का आरोप



प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना था कि शिक्षा मंत्री ने उनके काम नहीं कराए। शिक्षा मंत्री भी एक बारगी कार्यकर्ताओं से उलझ गए लेकिन बाद में पुलिस की मौजूदगी में मामला शांत हो पाया।



इस लिए पहुंचे थे मंत्री शर्मा


शिक्षा मंत्री को स्कूल में 12 लाख रूपए की लागत से टंकी तथा 13 लाख रूपए की लागत से पार्क निर्माण के अलावा सर्वशिक्षा अभियान के तहत बने 5 कमरों का लोकार्पण करना था। इन कार्यक्रमों में उनके साथ जयपुर की महापौर ज्योति खण्डेलवाल भी मौजूद थी।

भोजपुरी गायक मनोज तिवारी बीजेपी में शामिल हुए

नई दिल्ली।। भोजपुरी फिल्मों और 'बिग बॉस' से नाम कमाने वाले भोजपुरी गायक और ऐक्टर मनोज तिवारी बीजेपी में शामिल हो गए हैं। कुछ दिन पहले तिवारी दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से मिले थे, तब उनके कांग्रेस में शामिल होने के चर्चे थे। तमाम कयासों पर विराम लगाते हुए आखिरकार उन्होंने गुरुवार को बीजेपी का दामन थाम लिया।

मनोज तिवारी गुरुवार को दिल्ली विधानसभा चुनावों के प्रभारी और बीजेपी की पूर्व अध्यक्ष नीतिन गडकरी और दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष विजय गोयल की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए। तिवारी ने कहा कि वह बीजेपी में शामिल होकर बड़ा सम्मानित महसूस कर रहे हैं। बीजेपी दिल्ली की कांग्रेस की करप्ट सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए तैयार है।

माना जा रहा है कि मनोज तिवारी 2014 के लोकसभा चुनाव में वेस्ट दिल्ली संसदीय सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। गौरतलब है कि वेस्ट दिल्ली संसदीय क्षेत्र में पूरब के लोगों की संख्या काफी है और भोजपुरी ऐक्टर होने के नाते मनोज उनके बीच काफी पॉप्युलर भी हैं।मनोज तिवारी के दिल्ली के राजनीतिक में आने की चर्चाएं कई दिनों से थीं। वह इसके लिए जमीन पिछले दो सालों से तैयार कर रहे थे। वह बाबा रामदेव और अन्ना हजारे के साथ भी काफी ऐक्टिव नजर आए थे। हजारे के अनशन को समर्थन देने वह रामलीला मैदान भी पहुंचे थे। मनोज तिवारी दिवाली और छठ के त्योहारी सीजन में वेस्ट दिल्ली में कई म्यूजिकल प्रोग्रामों में भी दिखे थे।