गुरुवार, 3 अक्टूबर 2013

राहुल गांधी ने माना, 'अध्यादेश को बकवास बताना मेरी गलती थी'



नई दिल्ली ।। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने माना है कि अध्यादेश को बकवास बताना उनकी गलती थी। उन्होंने कहा कि 'मेरी भावनाएं सही थीं, लेकिन मेरे शब्द जरूरत से ज्यादा कड़े थे।'
Rahul Gandhi


उन्होंने यह भी बताया कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उन्हें इस बात का एहसास कराया कि उन्हें उन शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था। राहुल ने कहा, 'मेरी मां ने मुझे बताया कि मेरे शब्द ज्यादा कड़े थे। मैं मानता हूं कि अध्यादेश को बकवास नहीं बताना चाहिए था। मेरी भावनाएं सही थीं, लेकिन शब्द ज्यादा कड़े हो गए थे।'




गौरतलब है कि राहुल गांधी ने पार्टी नेता अजय माकन की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच में जाकर कह दिया था कि जो अध्यादेश सरकार ने राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भेजा है, वह बकवास है और वह मानते हैं कि उसे फाड़कर फेंक देना चाहिए। उनके इस बयान के बाद जैसे देश में राजनीतिक भूचाल आ गया था। कांग्रेस के तमाम नेता राहुल के समर्थन में आ गए और सरकार को यह अध्यादेश वापस लेना पड़ा। अब राहुल ने माना है कि अध्यादेश पर उतना कड़ा बयान देना उनका गलती थी।

लक्ष्मणानंद मर्डर केस में दोषियों को उम्रकैद



भुवनेश्वर। ओडिशा में फुलबनी की एक अदालत ने विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के वरिष्ठ नेता स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती और उनके चार शिष्यों की हत्या के दोषी माओवादी नेता उदय सहित आठ दोषियों को आज आजीवन कारावास की सजा सुनाई। अतिरिक्त न्यायिक मजिस्ट्रेट राजेंद्र कुमार तोष ने इस मामले में 30 सितंबर को सात आरोपियों को दोषी ठहराया था। उदय उर्फ पुराली रामा राव को एक अक्टूबर को दोषी करार दिया गया था।



स्वामी लक्ष्मणानंद और उनके शिष्यों की 23 अगस्त 2008 को जन्माष्टमी की रात कंधमाल जिले में उनके जलेशपाटा आश्रम में हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद कंधमाल और राज्य के अन्य भागों में सांप्रदायिक संघर्ष शुरू हो गए थे जिसमें अनेक लोग मारे गए थे। सैकड़ों घर और चर्च जला दिए गए थे और हजारों लोग बेघर हुए थे। स्वामी लक्ष्मणानंद की हत्या और उसके बाद हुए सांप्रदायिक संघर्ष ने पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया था।



इसके बाद राज्य सरकार ने पुलिस की अपराध शाखा से इस मामले की जांच के आदेश दिए थे और एक जांच आयोग का गठन किया था। अपराध शाखा ने इस मामले में माओवादी नेता सव्यसाची पांडा और उनके कुछ साथियों सहित 14 लोगों के विरुद्ध आरोपपत्र दाखिल किया था लेकिन नौ आरोपी ही गिरफ्तार किए जा सके।



जिन दोषियों को सजा सुनाई गई हैं उनके नाम दुर्योधन सुना मांझी, मुंडा बडमांझी, सनातन बडमांझी, गणनाथ चालानसेठ, बिजय कुमार सनसेठ, भास्कर सनमाझी, बुद्धदेव नायक और माओवादी नेता उदय हैं। अपराध शाखा ने सोमनाथ दंडसेना को भी इस मामले में गिरफ्तार किया था लेकिन अदालत ने साक्ष्यों के अभाव में उसे बरी कर दिया।

बाड़मेर राजनितिक शख्शियत सीमान्त गाँधी अब्दुल हादी



थार चुनावी रणभेरी 2013 । । बाड़मेर राजनितिक शख्शियत सीमान्त गाँधी अब्दुल हादी
राजस्थान के सीमान्त गांधी अब्दुल अल्हाज़ हादी 

ऐसे सादगी भरे और निष्ठावान राजनेता अब कँहा 


बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर राजनीती के केंद्र बिंदु रहे अब्दुल हादी। हादी का अपना प्रभाव था। अपने लोगो के बीच बेहद सहज रहते थे। बाड़मेर की राजनीती दशकों तक उनके इर्द गिर्द घुमती रही। उनके जाने के बाद उनकी जगह को कोई भर नहीं पाया। 


चौहटन के बुरहान का तला निवासी अल्हज अब्दुल हादी का जन्म 5 मई 1926 को हुआ था. उन्होंने एक संघर्ष से भरे जीवन का नेतृत्व किया सात बार विधायक चुने गए थे . वह एक प्रसिद्ध मार्शल जाती शम्मा ( सिंधी ) परिवार से थे . उनका परिवार धार्मिक अनुयायी थे . उनके पिता अलहाज़ मोहम्मद हसन अपने समय के एक महान मौलवी थे . वह सिंधी भाषा के कवि थे . और सिंधी , उर्दू , फारसी और अरबी भाषा के विद्वान थे . अब्दुल हादी 1999 में ' बयाज़ ऐ कोसरी के रूप में सिंधी भाषा में अपने पिता की कविता प्रकाशित कराई . विभाजन से पहले, सिंध और राजस्थान के बहुत करीब थे . सिंध एक समृद्ध क्षेत्र था . शिक्षा के क्षेत्र में रुचि रखने वालों के उन दिनों में ज्ञान का एक बड़ा भंडार था। अब्दुल हादी ने अपने पिता की बहुत सेवा की।

अब्दुल हादी को सिन्धी ,उर्दू ,हिंदी राजस्स्थानी और अंग्रेजी का भुत ज्ञान था। वो सिंधी सूफी संत कविशाह अब्दुल भिटाई की रिसाला और कुरआन के नियमित पाठक थे वे रोज इनका पाठ करते। हादी राज्य के स्वतंत्रता सेनानी जयनारायण व्यास के अनुयायी थे ,राजस्थान के प्रथम मुख्यमंत्री रहे जय नारायण व्यास। उन दिनों जमींदारी प्रथा के खिलाफ चले आन्दोलनो में भी हादी ने निभाई। हादी ने आधुनिक राजस्थान की रचना साकार करने के लिए राजनीती में कदम रखा। बुरहान का तला के वो किशोर अवस्था में सरपंच बने। उन दिनों किसानो पर लगे भूमि कर के खिलाफ भी उन्होंने जंग लड़ी। किसानो को रहत दिलाई।


हादी 1959 में चौहटन पंचायत समिति के प्रधान बने . वे 1972 से 1980 तक केन्द्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष ( Adhyaksh ) रहे। बाड़मेर जिले के लिए दो बार कांग्रेस के जिला अध्यक्ष भी रहे . 11 साल के लिए, 1995-2006 के दौरान वह अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के एक सदस्य रहे। उन्होंने उनीस सौ तिरेपन में सांचोर ,बाड़मेर से विधानसभा का चुनाव लड़ा और जीते ,विधायक बने ,1967 ,1971 ,1975 ,1985 ,1990 ,1999 और 2004 में भी विधायक बने। सात बार विधायक रहे जिसमे दो बार गैर कांग्रेसी दलों से विधायक बने।
अब्दुल हादी एक चरित्र और गुणों से भरपूर व्यक्तित्व के धनि थे ,. वह एक अनुशासित राजनीतिज्ञ थे ,हादी ने सीमा क्षेत्र के लोगों की नि: स्वार्थ , साफ़ दिल , सबसे धर्मनिरपेक्ष के साथ सेवा की। . उन्होंने बारीकी से नेहरू , मौलाना आजाद और रफी अहमद किदवई की तरह आजादी के बाद भारतीय राजनीतिक नेताओं की पहली पीढ़ी के साथ जुड़े थे . बाड़मेर के लोगो में हादी के लिए गहरा सम्मान था.श्रीमती इंदिरा गाँधी के वे हमेशा करीबी रहे ,इंदिरा गाँधी खास तौर से उन्हें बुलाती थी। अहमद पटेल से उनकी काफी नजदीकियां थी। हादी , दिखावा उन्हें बिलकुल पसंद नहीं था , वो हमेशा परम्परागत पायजामा और कुरता पहनते थे। 

अब्दुल हादी में शील , इमानदार ,आतिथ्य परण और धैर्य जैसे महान व्यक्तिगत गुण शुमार थे और उन्होंने एक मितव्ययी जीवन शैली का नेतृत्व किया.भ्रष्टाचार के वे हमेशा खिलाफ रहे ,वो राजनीती में थे तब बाड़मेर में एक उप मजिस्ट्रेट भ्रष्ट था ,किसानो से खुले आम रिश्वत लेता था ,हादी ने उसे कई बार समझाया ,चेयावानी भी दी मगर वो नौकरशाह नहीं मन तो हादी ने भ्रष्टाचार निरोधक विभाग से संपर्क कर खुद एक किसान बन उप मजिस्ट्रेट को रिश्वत देने पहुंचे और उन्हें य्रेप कराया। रिश्वतखोर को सज़ा तक दिलाई। हादी ने चौहटन क्षेत्र में डकैती का जोरदार विरोध किया था जिससे नाराज होकर डकैतों ने हादी को मरने की योजना बना उनके गाँव पहुंचे मगर वो घर पर नहीं थे ,उनका भाई सौ रहा था डकैतों ने उनके भाई की हत्या कर दी। फिर भी वो विचलित नहीं हुए अपना संघर्ष जरी रख। हादी विकास को समर्पित इमानदार नेता थे। लोगो को स्वाभिमान से जीने की सीख देते ,इसीलिए वो व्यक्तिगत लाभ देने के विरोधी रहे उन्होंने क्षेत्र में सड़क, पानी की आपूर्ति, बिजली , अस्पताल, स्कूल , हॉस्टल , समुदाय घर और अन्य सार्वजनिक सुविधाओं जैसे जनोपयोगी सेवाओं के लिए अपने प्रयास किए . समाज के उत्थान के लिए शिक्षा बहुत महत्वपूर्ण है . शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सभी को उसका सबसे अच्छा प्रयास किया . 

 क्षेत्र के छात्रों के लिए बाड़मेर में एक छात्रावास के निर्माण में मदद की. उन्होंने शिक्षा के महत्व पर बल दिया. आर्थिक और नैतिक रूप से गरीब छात्रों की मदद के लिए इस्तेमाल किया .हादी नहा विरोधी थे उन्होंने कभी अफीम ,शराब का प्रचलन अपने चुनावो में नहीं किया ,हादी मृत्यु भोज के खिलाफ थे ,उन्होंने कभी परिवार में औसर मौसर मृत्युभोज नहीं किया। हादी इमानदार और सादगी पसंद थे ,तल्ख़ टिपणी करने से चुकाते नहीं थे ,लोग उन्हें सीमान्त गांधी के रूप में जानते थे ,अब्दुल हादी ने कभी राजनीती में महत्वकांक्षा नहीं राखी ,अंतिम दिनों में श्रीमती सोनिया गाँधी भी अब्दुल हादी के हाल जानती रहती ,साथ ही अशोक गहलोत जैसे राजनीतिग्य उनके अनुयायी रहे। हादी अपने क्षेत्र की समस्याए लेकर उनके साथ ही प्रशसनिक अधिकारियो के पास आ जाते ,बाड़मेर की राजनीती के वे धुरंधर रहे ,उनकी रणनीति को कोई चुनौती देने वाला नहीं था ,किसान नेता गंगाराम चौधरी उनके लंगोटिए थे ,मगर अंतिम दिनों में उनके बीच दुरिया बड़ी। आमने सामने चुनाव लदे ,हादी ने अपने पुराने मित्र से मात भी खाई। बहरहाल राजनीती में हादी मील का पत्थर थे। उनकी स्वच्छ राजनीती एक मिशाल थी। छ नवम्बर दौ हज़ार दस को हादी साब ने अंतिम सांस ली। 



उनके परिवार में उनके बड़े पुत्र अभी राजनीती में हें ,अब्दुल गफूर चौहटन के प्रधान रहे ,जिला उप प्रमुख भी हें ,अभी राज्य सरकार में श्रम कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष हें ,उनकी पुत्र वधु शम्मा खान चौहटन की प्रधान हें ,शिव से विधायकी की प्रमुख दावेदार भी ,उनकी राजनीती विरासत उनके छोटे पुत्र गफूर अहमद संभाल रहे हें।

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सीएम की एस्कोर्ट गाड़ी पलटी, सीओ समेत 4 घायल

पाली। जोधपुर से पाली आ रहे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एस्कोर्ट कर रही एक गाड़ी गुरूवार दोपहर रोहट के निकट पलट गई। हादसे में पुलिस महिला वृत्ताधिकारी (सीओ) समेत चार पुलिसकर्मी घायल हो गए। सभी को पाली के बांगड़ चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, जहां से सीओ की गंभीर हालत देखकर चिकित्सकों ने उसे जोधपुर के लिए रैफर कर दिया। शेष पुलिसकर्मियों का उपचार पाली में जारी है। सीएम की एस्कोर्ट गाड़ी पलटी, सीओ समेत 4 घायल
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री गहलोत के गुरूवार को पाली में कई कार्यक्रम प्रस्तावित हैं। इसके लिए वे जोधपुर से सड़क मार्ग से रवाना हुए। मार्ग में सोजत सिटी की वृत्ताधिकारी निर्मला विश्नोई और तीन पुलिसकर्मियों की टीम ने गहलोत के लिए एस्कोर्टिग की।

पाली के निकटवर्ती कस्बे रोहट में तेज गति से दौड़ रही गाड़ी अचानक संतुलन बिगड़ने से पलट गई। सबकुछ अचानक होने से किसी के समझ में कुछ नहीं आया। इस बीच मुख्यमंत्री का काफिला आगे बढ़ गया। दूसरे लोगों की मदद से निर्मला विश्नोई समेत सभी घायलों को पाली के सरकारी अस्पताल के लिए रवाना किया गया।

सीओ निर्मला के सिर में गंभीर चोट लगी है, जिसके चलते उन्हें तत्काल पाली के अस्पताल से जोधपुर उपचार के लिए भेज दिया गया।

लश्कर ने दी हरिद्वार में बम धमाकों की धमकी

लश्कर ने दी हरिद्वार में बम धमाकों की धमकी

हरिद्वार। आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने हरिद्वार रेल्वे स्टेशन के अधिक्षक को एक खत भेजकर 29 दिसम्बर को रेल्वे स्टेशन और मंदिरों को बम से उड़ाने की धमकी दी है। कथित रूप से लश्कर-ए-तैयबा के एरिया कमांडर करीम अंसारी द्वारा भेजे गये इस पत्र के बारे में हरिद्वार रेल्वे स्टेशन के अधिक्षक गोपाल कृष्ण ने पुलिस को जानकारी दी। पिछले कुछ साल से आतंकवादी संगठन की तरफ से पत्र के जरिये हरिद्वार के रेल्वे स्टेशन और मंदिरों को उड़ाने की धमकी दी जा रही है।
लश्कर ने दी हरिद्वार में बम धमाकों की धमकी
हालांकि पूर्व में आये पत्रों की डाक मोहर पढ़ी नही जा सकी, इसके कारण कभी यह पता नही चल पाया कि वे कहां से भेजे गये। लेकिन इस बार पत्र पर जालंधक कैंट की डाक मोहर पढने में आ रही है जिसके बाद स्थानीय सतर्कता विभाग मामले की पड़ताल में लग गया है और यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि पत्र असली है या किसी ने इस संबंध में मजाक किया है।

स्टेशन अधीक्षक दास ने बताया कि चिट्ठी के बाद स्टेशन परिसर में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ा दी गयी है ।

5 राज्यों में चुनाव की तारीख का ऎलान आज!

नई दिल्ली। चुनाव आयोग गुरूवार को चार राज्यो और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावो की तारीख की घोषणा कर सकता है। दिल्ली के अलावा राजस्थान,मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में विधानसभा चुनाव इसी साल हैं। 5 राज्यों में चुनाव की तारीख का ऎलान आज!
इन चुनावों को अगले साल अप्रेल-मई में होने वाले आम चुनावों से पहले सेमीफाइनल के रूप में देखा जा रहा है। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस वर्ष 2003 से सत्ता से बाहर है। इन दोनों राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का शासन है।

वहीं वर्ष 1998 से दिल्ली में लगातार तीन बार चुनाव जीतकर शीला दीक्षित ने स्वतंत्र भारत में सबसे लंबे समय तक महिला के रूप में मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड बनाया है। उन्हें चौथी बार मुख्यमंत्री बनने से रोकने के लिए भाजपा और आम आदमी पार्टी (आप) ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।

राजस्थान में कांग्रेस और भाजपा में मुख्य मुकाबला है। यहां भाजपा अशोक गहलोत सरकार को चुनाव मे पटखनी देखकर पुन: सत्ता में लौटना चाहती है। मिजोरम में कांग्रेस सत्ता में है।

उद्योगपति संग रंगरलियां मनाते पकड़ी गई एक्ट्रेस

हैदराबाद। साइबर सिटी में पुलिस ने एक हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने छापा मारकर एक उद्योगपति को एक्ट्रेस के साथ रंगरलियां मनाते पकड़ा है। पुलिस ने दोनों को अपनी हिरासत में लिया है। उद्योगपति संग रंगरलियां मनाते पकड़ी गई एक्ट्रेस
जयराज इस्पात लिमिटेड के डायरेक्टर 60 वर्षीय एसके गोयनका और 22 साल की उभरती हुए टीवी एक्ट्रेस को फार्चून टावर में छापा मारकर रंगरैलियां मनाते पकड़ा गया है।

हालांकि इस इस सैक्स रैकेट का मुखिया मदन मौके से भागने में कामयाब हो गया। अभिनेत्री के सैक्स रैकेट में शामिल होने की बात सामने आई है।

उल्लेखनीय है कि दक्षिण में सैक्स रैकेट मामले में पकड़ी जाने वाली यह पहली अभिनेत्री नहीं है। पहले भी कई बार ऎसे मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें कई एक्ट्रेसेस को पुलिस ने इस तरह के गोरखधंधे में लिप्तता के चलते पकड़ा है।

मोदी के गढ़ में राहुल गांधी, खुद को बताया गांधीवादी

लोकसभा चुनाव की तैयारियों के तहत कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम से अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे की शुरुआत की। राहुल करीब डेढ घंटे तक आश्रम में रहे, जहां से महात्मा गांधी ने देश के अहिंसक आंदोलन का नेतृत्व किया था।  Image Loading
राहुल ने आश्रम की आगंतुक पुस्तिका में लिखा, आश्रम में आकर मैं खुद को बहुत सम्मानित महसूस करता हूं। मैं गांधी और उनके विचारों का अनुयायी हूं। शुक्रिया।

राज्य के अपने दौरे के दौरान राहुल अहमदाबाद और राजकोट में पार्टी पदाधिकारियों से विचार विमर्श कर उन्हें दिशा-निर्देश देंगे कि आगामी चुनाव में राज्य में मोदी की अगुवाई वाली भाजपा सरकार का किस तरह सामना किया जाए।

दिल्‍ली में जयराम ने दी मोदी को चुनौती, कानपुर में रैली पर फतवा!

नई दिल्ली. गुजरात के मुख्यमंत्री और एनडीए की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने नया नारा दिया तो केंद्र सरकार ने उन्‍हें चुनौती दे डाली है। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने मोदी को चुनौती देते हुए कहा है, 'गुजरात के सीएम को 22 साल के बाद यह अहसास हुआ है कि शौचालय का महत्‍व मंदिरों से ज्‍यादा है। 22 साल पहले कांशीराम ने कहा था कि अयोध्‍या में महाशौचालय बनाना चाहिए। क्‍या नरेंद्र मोदी कांशीराम के उस बयान से सहमत हैं।'
दिल्‍ली में जयराम ने दी मोदी को चुनौती, कानपुर में रैली पर फतवा!
दूसरी तरफ, यूपी में मोदी की चुनावी रैली को लेकर विवाद हो गया है। मोदी की कानपुर रैली के लिए स्‍थानीय प्रशासन ने फूलबाग मैदान की मंजूरी दे दी है। लेकिन, स्‍थानीय मुफ्ती ने मुसलमानों को उनकी रैली में शामिल नहीं होने की सलाह दी है।

कानपुर के मदरसा अहसान-उल-मदारिस के मुफ्ती हनीफ बरकाती ने एक मुसलमान की ओर से पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, 'जुल्म पर किसी की मदद नहीं करनी चाहिए। कोई भी शख्स जो जालिम हो, शरीयत की रोशनी में उसकी मदद का हुक्म नहीं है। जालिम की मदद उस हालात में ही की जा सकती है, जब जुल्म को रोका जा सके। अच्छे इंसान की पहचान है कि वह जुल्म को रोके।'

मुफ्ती ने हालांकि मोदी का नाम नहीं लिया है। बरकाती का कहना है कि उनसे साधारण तौर पर सवाल किया गया था और बतौर इस्लाम के जानकार उन्होंने इसका जवाब दिया। फतवा जारी करने के सवाल पर मुफ्ती ने कहा कि इसके लिए तहरीर पर सवाल और तहरीर पर ही जवाब होता है। साथ ही मुफ्ती की मुहर भी लगी होती है।

चारा घोटाले में लालू प्रसाद यादव को 5 साल की जेल, 25 लाख रुपये का जुर्माना



चारा घोटाले में आरजेडी अध्यक्ष और देश के पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव को पांच साल की सजा सुनाई गई है. रांची की बिरसा मुंडा जेल में बंद लालू ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये विशेष सीबीआई अदालत का फैसला सुना. फैसला सुनते हुए लालू काफी नाखुश दिखे. उन्होंने सजा पर विरोध जताया.
लालू प्रसाद यादव

इसके साथ ही, रशीद मसूद के बाद लालू की संसद सदस्यता भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक खत्म हो जाएगी. अगर ऊंची अदालत से भी लालू को राहत नहीं मिलती तो आगामी 6 सालों तक वह चुनाव भी नहीं लड़ पाएंगे.

लालू के अलावा घोटाले के दोषी जेडीयू सांसद जगदीश शर्मा और जगन्नाथ मिश्रा को चार साल की सजा सुनाई गई है.बीएन शर्मा और केएम प्रसाद को पांच साल जेल और डेढ़ करोड़ रुपये का जुर्माने की सजा सुनाई गई है.



वकील ने दी थी बतौर रेल मंत्री अच्छे काम की दलील
अदालत में लालू के वकील ने यह दलील देते हुए रहम की अपील की थी कि रेल मंत्री रहते हुए लालू ने अच्छा काम किया और देश के लिए काफी मुनाफा कमाया. वकील ने अदालत से यह भी कहा कि लालू 17 साल से मानसिक तनाव में रहे. उनकी उम्र भी काफी हो गई है और तबीयत भी ठीक नहीं रहती.



कोर्ट के बाहर मीडिया से बात करते हुए लालू के वकील ने कहा, 'अपराधी को जेल में रखने का मकसद उसमें सुधार लाना होता है. लेकिन लालू के साथ अब वैसी कोई बात नहीं हैं. इसलिए उन्हें जेल में रखने का फायदा नहीं है.'

दोषियों को सबक देने वाली हो सजा: CBI वकील
इसी मामले में आरोपी नेता जगन्नाथ मिश्रा के वकील ने भी उनकी उम्र और सेहत का हवाला देते हुए कम सजा मांगी थी.



लेकिन सीबीआई के वकील बीएमपी सिंह ने दोषियों के लिए कड़ी सजा की मांग की. उन्होंने कहा कि ऐसी सजा हो जिससे दोषियों को सबक मिले और समाज में कड़ा संदेश जाए. उन्होंने कोर्ट के सामने दलील दी कि यह सिर्फ भ्रष्टाचार का नहीं, व्यापक षडयंत्र का मामला है.

30 सितंबर को ही दोषी करार दिए गए थे लालू
17 साल पुराने चारा घोटाले में कुल 950 करोड़ रुपये की हेराफेरी हुई थी. इसमें लालू पर चाईबासा कोषागार से 37 करोड़ 70 लाख रुपये फर्जी ढंग से निकालने का मामला था, जिसमें कोर्ट ने उन्हें 30 सितंबर को ही दोषी ठहरा दिया था. तभी साफ हो गया था कि लालू को कम से कम तीन और ज्यादा से ज्यादा सात साल कैद की सजा सुनाई जा सकती है. दोषी करार दिए जाने के बाद से ही लालू रांची की बिरसा मुंडा जेल में बंद हैं.



दशहरे की छुट्टियों से बढ़ेगी मुश्किल
लालू जाहिर तौर पर फैसले के खिलाफ झारखंड हाई कोर्ट में जाएंगे. लेकिन उनकी मुश्किल यह है कि दशहरे के चलते कोर्ट में 5 अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक छुट्टी है. इसलिए कोर्ट में अपील करने के लिए दशहरे की छुट्टियों से पहले उन्हें सिर्फ एक दिन का ही समय मिलेगा.

सजा सुनाए जाने के बाद भी लालू के वकीलों की ओर से एक दिन के समय के भीतर ही अपील दाखिल किए जाने की संभावना बहुत कम है और अगर अपील दाखिल भी की गई तो उस पर सुनवाई दशहरे की छुट्टियों से पहले संभव नहीं हो पाएगी.


 

भाजपा टिकट वितरण को लेकर आज महत्वपूर्ण बैठक जयपुर में



भाजपा टिकट वितरण को लेकर आज महत्वपूर्ण बैठक जयपुर में


बाड़मेर आगामी विधानसभा चुनावो में भाजपा के सा,म्भावित प्रत्यासियो को लेकर आज भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई की महत्वपूर्ण बैठक आज आहूत की गई हें ,सूत्रानुसार प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे की अध्यक्षता में आयोजित होने वाली इस बैठक में दौ सौ विधानसभा सीटों पर जितने वाले उम्मीदवारों पर चर्चा की जाएगी ,चुनाव समिति के सदस्य जयपुर पहुँच गए हें ,बैठक में एकल पेनल की सीटो को अंतिम रूप दिया जा सकता हें

अभी अभी शहर के निजी अस्पताल में गलत इंजेक्शन से महिला की मौत

अभी अभी शहर के निजी अस्पताल में गलत इंजेक्शन से महिला की मौत 


परिजनों का हंगामा

बाड़मेर बाड़मेर शहर स्थित एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान एक महिला की मौत हो गयी। परिजनों का आरोप हें की अस्पताल में गलत इंजेक्शन लगाने के कारन महिला की मौत हो गयी हें। इसी बात को लेकर परिजनों ने अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया। सूत्रानुसार दर्जी जाति की महिला उपचार के लिए भर्ती हुई थी ,परिजनों का आरोप हें की अप्रशिक्षित स्टाफ द्वारा गलत इंजेक्शन लगाने से मौत हो गयी ,समाज के लोग डी एच टी अस्पताल में एकत्रित हो रहे हें 

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भारतीय सीमा में पाकिस्‍तानी फौज की घुसपैठ और कब्‍जे की बात गलत: सेना



भारतीय सेना ने कहा है कि LoC पर किसी भी भारतीय गांव में पाकिस्‍तानी सेना का कब्‍जा नहीं है. सेना ने पाकिस्‍तानी फौज द्वारा घुसपैठ किए जाने से जुड़ी खबरों को पूरी तरह से गलत बताया है.

पाकिस्‍तानी सैनिकों के भारतीय सीमा में घुसपैठ की खबरें सामने आने के बाद भारतीय सेना ने इस मामले पर प्रेस कॉन्‍फ्रेंस करके मौजूदा स्थिति की जानकारी दी. सेना ने कहा कि वह प्रभावित इलाके में ऑपरेशन चला रही है और हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं.
तो ये रहे घुसपैठिए...
लेफ्टिनेंट जनरल गुरप्रीत सिंह ने कहा कि स्थिति हमारी सेना के नियंत्रण में है. कार्रवाई में किसी भी तरह की जल्‍दबाजी करने का मतलब है हमारी सेना को ज्‍यादा नुकसान होना. यही वजह है कि ठोस निर्णय करके जरूरी कार्रवाई की जा रही है. उन्‍होंने कहा कि आगे चलाए जाने वाले ऑपरेशन के बारे में अभी कुछ खुलासा नहीं किया जाएगा.

लेफ्टिनेंट जनरल गुरप्रीत सिंह ने पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि ऑपरेशन का यह 9वां दिन है. 10-12 घुसपैठिए भारतीय सीमा में घुसने की फिराक में थे. घुसपैठियों की ओर से फायरिंग हुई, जिसमें 5 जवान घायल हुए.

सेना ने कहा कि मंगलवार रात को फिर घुसपैठ की कोशिश हुई. सेना ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली है. खुद पर पूरा भरोसा जताते हुए सेना ने कहा कि क्षेत्रीय एकता और अखंडता से खिलवाड़ बर्दाश्‍त नहीं किया जाएगा. सेना ने माना कि अब घुसपैठ के पुराने तौर-तरीके में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है.

क्‍या है मामला?
गौरतलब है कि मीडिया में ऐसी रिपोर्ट आई कि पाकिस्तानी सेना ने भारत के एक गांव पर कब्जा कर लिया है. इसमें बताया गया कि एलओसी के पास कुपवाड़ा जिले का गांव 'सालन बाटा' पाकिस्तानी सैनिकों के कब्जे में हैं. रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्‍तान के सैनिक यहां 23 सितंबर से ही डेरा जमाए हुए हैं. अब भारतीय सेना ने भी मोर्चा संभाल लिया है. फिलहाल दोनों ओर से गोलीबारी चल रही है.

पालिका बाजार के बाद अब नया बस स्टेण्ड भी हुआ घटिया निमार्ण का शिकार



पालिका बाजार के बाद अब नया बस स्टेण्ड भी हुआ घटिया निमार्ण का शिकार

-पहली बारिश ही नही झेल पाया नया बस स्टेण्ड

-जल्दबाजी में गुणवता की जांच काें भुले अधिकारी

-अगर इस मामले में जांच करार्इ जाये तो खुल सकती है कइ परते


बाड़मेर 01 अक्टुबर। आवर बि्रज के शुभारंभ के बाद ही उसकी कलर्इ खुलने लगी ओर आनन फानन में किये जा रहे बस स्टेण्ड के शुभारंभ किया जा रहा है मगर उसके निमार्ण को लेकर भी शंसय नजर आ रहा है। हिन्दुस्तान बार्डर की टीम ने जब नवनिर्मित बस स्टेण्ड में जाकर उसके निर्माण कार्य को देखा तो पाया कि बिते दिनो हुर्इ बारिश इसके निमार्ण कार्य की पोल खोल के रख दी है। सभी सुविधा युक्त बने गये इस बस स्टेण्ड से पुरे शहर उम्मीदे टिकी है मगर यहा आकर इस बस स्टेण्ड का घटीया निर्माण कार्य देख कर पुरा सपना ही घराशायी हो जाता है। लगता है कि यहा करवाया गया निर्माण कार्य आनन फानन से करवाया है। जिसकी न तो गुणवता की जाच की गयी और नही सरकारी इनिजनियरो ने उचित देखभाल की मात्र काम करवा कर बिल पास करने मे ही अधिकारियो ने ध्यान दिया। बस स्टेण्ड के उपरी मंजिल ने पुरे मामले की पोल ही खोल कर रख दी। शहर में चार दिन पुर्व हुयी बारिश ने ही पुरे मामले की पोल खोल दी, उपरी मंजिल मे छत से, दिवारो से पानी टपक रहा है उपरी मंजिल मे दिवारो मे कर्इ जगह पानी ने सेंध मारी की है तो कर्इ जगह पानी टपक रहा है और कर्इ दिवारो मे छत से पानी उतरा है 


इस तरह घटीया निर्माण की पोल उदघाटन से पहले ही खुल गर्इ। नगर परिषद के अधिकारी आंखे बद कर बिल पास करने व्यस्ते रहे, मगर किसी ने भी मौके पर जाकर निर्माण कार्य की जांच परख नही की अगर की होती तो आज दीवारो से पानी टपकने की नौबत नही आती। इस पुरे मामले मे मिली भगत की बु आ रही है यदि इस मामले की किसी से जांच करवार्इ जाये तो अन्य कर्इ जगह भी घटीया निर्माण की परते खुल़ सकती है। नव निर्मित बस स्टेण्ड पहली बरसात भी झेल नही नही पाया। बार्डर टीम ने जब पुरे मामले की तहकीकात की तो पाया की नगर परिषद द्वारा करवाये गयें निर्माण कार्य पुर्व मे भी घटिया ही नजर आये। पालिका बाजार के प्रथम तल की बनी दुकाने जिनकी अभी तक निलामी भी नही हुर्इ है। दुकानो की दिवारो मे दरारे, पानी टपकना, बीम मे दरारे,आम बात नजर आ रही है। फिर भी वहा पर करोड़ो के बिल पास हो गये । व्यापारीयो ने कर्इ शिकायते भी की मगर परिषद के अधिकारीयो को मौका मुआयना करने की फुरसत तक नही है।

यहा भी यही हाल -नया बस स्टेण्ड की हालत पालिका बाजार जैसे ही नजर आ रहे है यहा पर गुणवता की तरफ कोर्इ ध्यान नही दिया गया। घटिया निर्माण कार्य कर जनता को लोकार्पण होने वाला यह भवन आने वाले समय मे जनता के लिये ही परेशानी का कारण बन जायेगा। शायद अधिकारीयो का मौन मिली भगत की और इशारा कर रहा है। अधिकारी जानकर भी अनजान बने हुये है। इस निर्माण कार्य की किसी अन्य अधिकारी से जांच करवार्इ जाये तो दुध का दुध पानी का पानी नजर आयेगा। बस स्टेण्ड की उपरी मजिल पर बने कमरो के हालात यह है कि अधिकाश कमरो की दिवारो से पानी ने छत ओर दिवारो में उतर आया है। दिवारो की छतो से पानी टपक रहा है। जब की दिवारो पर रंग राेंगन करवाकर इस तरह सेट किया था। घटिया निर्माण की भनक किसी को न लगे मगर दो चार दिन पुर्व हुर्इ इस बारिश ने नये बस स्टेण्ड के घटीया निर्माण की पुरी पोल खोल दी।

आवर बि्रज की सड़क भी उधडी-आचार सहिंता के कारण आनन फानन में किये जा रहे उदघाटनो के चन्द दिनो बाद ही घटिया निमार्ण कार्यो की पोल खुल रही है। आवर बि्रज में जहां सड़के उधड रही है वही रात्री में लार्इटो का न जलना भी इस ओर इशारा कर रहा है।






झरने में नहाते समय तीन नर्सिंग स्टूडेंट्स की डूबने से मौत


झरने में नहाते समय तीन नर्सिंग स्टूडेंट्स की डूबने से मौत 

गांंधी जयंती की नर्सिंग कॉलेज में छुट्टी होने से झरने में गए थे नहाने, आबूरोड, मगरीवाडा व मंडार निवासी तीनों स्टूडेंट्स के बीच थी गहरी दोस्ती 

आबूरोड शहर के ऋषिकेश मंदिर के पास बहने वाले झरने में नहाने गए तीन नर्सिंग स्टूडेंट्स की डूबने से मौत हो गई। आबूरोड, मगरीवाड़ा व मंडार निवासी ये तीनों स्टूडेंट्स गहरे दोस्त थे और बुधवार को गांधी जयंती पर नर्सिंग कॉलेज में अवकाश होने से झरने पर नहाने गए थे। तीनों छात्रों में से किसी को भी तैरना नहीं आता था। झरने की गहराई में चले जाने से वापस नहीं लौट पाए। सदर कोतवाल वीरेंद्रसिंह ने बताया कि विनोद पुत्र छगनलाल गर्ग निवासी हाउसिंग बोर्ड आबूरोड, कमलेश पुत्र वासुदेव गर्ग निवासी मगरीवाडा एवं विक्रम पुत्र मांगीलाल मेघवाल निवासी मंडार तीनों युवक यहां एक नर्सिंग कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे। तीनों ही दोस्त कॉलेज की छुट्टी होने के कारण बिना बताए घर से निकले एवं ऋषिकेश मंदिर के पास बह रहे झरने में नहाने चले गए। तैरना नहीं आने के कारण डूबने से तीनों की मौत हो गई। 

तीनों शव पानी से निकाल कर उनके कपड़ों की तलाशी लेने पर एक युवक के पर्स से पहचान के कुछ दस्तावेज मिले, जिसके आधार पर पुलिस ने उनके परिजनों को सूचना दी। परिजनों के मौके पर पहुंचने के बाद तीनों शव मोर्चरी में रखवाए। 

छात्रों की मौत से मंडार व मगरीवाडा गांवों में शोक

मंडार. कस्बे के मेघवाल वास निवासी मगनलाल मेघवाल का पुत्र विक्रम आबूरोड में नर्सिंग की पढ़ाई करने गया था, लेकिन बुधवार को झरने में डूबने से मौत का समाचार मिलते ही उसके परिवार में मातम छा गया। उसके पिता ने दिनरात कड़ी मेहनत करके मगनलाल को नर्सिंग की पढ़ाई के लिए आबूरोड भेजा था। उसकी मौत की खबर सुनकर सदमे से पिता बेसुध हो गया। इधर, पूरे गांव में भी शोक व्याप्त हो गया और मगनलाल के घर पर लोगों की भीड़ लग गई। हर कोई उसके परिवार को सांत्वना देता नजर आया। मगनलाल की पत्नी बुधवार को ग्राम पंचायत द्वारा करवाए जा रहे सड़क निर्माण के कार्य में मजदूरी पर थी, लेकिन जैसे ही इस घटना की सूचना मिली तो वह भी बेसुध हो गई। उसे लोगों ने बेहोशी की हालत में घर पहुंचाया। इसी हादसे में मौत का शिकार हुए मगरीवाडा निवासी कमलेश गर्ग के पिता वासुदेव गर्ग दानुपरा राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल में अध्यापक है। अपने पुत्र को बेहतरीन पढ़ाई के लिए उन्होंने उसे आबूरोड भेजा था। इस घटना की सूचना के बाद कमलेश के परिजनों का भी रो-रोकर बुरा हाल था।