पालिका बाजार के बाद अब नया बस स्टेण्ड भी हुआ घटिया निमार्ण का शिकार
-पहली बारिश ही नही झेल पाया नया बस स्टेण्ड
-जल्दबाजी में गुणवता की जांच काें भुले अधिकारी
-अगर इस मामले में जांच करार्इ जाये तो खुल सकती है कइ परते
बाड़मेर 01 अक्टुबर। आवर बि्रज के शुभारंभ के बाद ही उसकी कलर्इ खुलने लगी ओर आनन फानन में किये जा रहे बस स्टेण्ड के शुभारंभ किया जा रहा है मगर उसके निमार्ण को लेकर भी शंसय नजर आ रहा है। हिन्दुस्तान बार्डर की टीम ने जब नवनिर्मित बस स्टेण्ड में जाकर उसके निर्माण कार्य को देखा तो पाया कि बिते दिनो हुर्इ बारिश इसके निमार्ण कार्य की पोल खोल के रख दी है। सभी सुविधा युक्त बने गये इस बस स्टेण्ड से पुरे शहर उम्मीदे टिकी है मगर यहा आकर इस बस स्टेण्ड का घटीया निर्माण कार्य देख कर पुरा सपना ही घराशायी हो जाता है। लगता है कि यहा करवाया गया निर्माण कार्य आनन फानन से करवाया है। जिसकी न तो गुणवता की जाच की गयी और नही सरकारी इनिजनियरो ने उचित देखभाल की मात्र काम करवा कर बिल पास करने मे ही अधिकारियो ने ध्यान दिया। बस स्टेण्ड के उपरी मंजिल ने पुरे मामले की पोल ही खोल कर रख दी। शहर में चार दिन पुर्व हुयी बारिश ने ही पुरे मामले की पोल खोल दी, उपरी मंजिल मे छत से, दिवारो से पानी टपक रहा है उपरी मंजिल मे दिवारो मे कर्इ जगह पानी ने सेंध मारी की है तो कर्इ जगह पानी टपक रहा है और कर्इ दिवारो मे छत से पानी उतरा है
इस तरह घटीया निर्माण की पोल उदघाटन से पहले ही खुल गर्इ। नगर परिषद के अधिकारी आंखे बद कर बिल पास करने व्यस्ते रहे, मगर किसी ने भी मौके पर जाकर निर्माण कार्य की जांच परख नही की अगर की होती तो आज दीवारो से पानी टपकने की नौबत नही आती। इस पुरे मामले मे मिली भगत की बु आ रही है यदि इस मामले की किसी से जांच करवार्इ जाये तो अन्य कर्इ जगह भी घटीया निर्माण की परते खुल़ सकती है। नव निर्मित बस स्टेण्ड पहली बरसात भी झेल नही नही पाया। बार्डर टीम ने जब पुरे मामले की तहकीकात की तो पाया की नगर परिषद द्वारा करवाये गयें निर्माण कार्य पुर्व मे भी घटिया ही नजर आये। पालिका बाजार के प्रथम तल की बनी दुकाने जिनकी अभी तक निलामी भी नही हुर्इ है। दुकानो की दिवारो मे दरारे, पानी टपकना, बीम मे दरारे,आम बात नजर आ रही है। फिर भी वहा पर करोड़ो के बिल पास हो गये । व्यापारीयो ने कर्इ शिकायते भी की मगर परिषद के अधिकारीयो को मौका मुआयना करने की फुरसत तक नही है।
यहा भी यही हाल -नया बस स्टेण्ड की हालत पालिका बाजार जैसे ही नजर आ रहे है यहा पर गुणवता की तरफ कोर्इ ध्यान नही दिया गया। घटिया निर्माण कार्य कर जनता को लोकार्पण होने वाला यह भवन आने वाले समय मे जनता के लिये ही परेशानी का कारण बन जायेगा। शायद अधिकारीयो का मौन मिली भगत की और इशारा कर रहा है। अधिकारी जानकर भी अनजान बने हुये है। इस निर्माण कार्य की किसी अन्य अधिकारी से जांच करवार्इ जाये तो दुध का दुध पानी का पानी नजर आयेगा। बस स्टेण्ड की उपरी मजिल पर बने कमरो के हालात यह है कि अधिकाश कमरो की दिवारो से पानी ने छत ओर दिवारो में उतर आया है। दिवारो की छतो से पानी टपक रहा है। जब की दिवारो पर रंग राेंगन करवाकर इस तरह सेट किया था। घटिया निर्माण की भनक किसी को न लगे मगर दो चार दिन पुर्व हुर्इ इस बारिश ने नये बस स्टेण्ड के घटीया निर्माण की पुरी पोल खोल दी।
आवर बि्रज की सड़क भी उधडी-आचार सहिंता के कारण आनन फानन में किये जा रहे उदघाटनो के चन्द दिनो बाद ही घटिया निमार्ण कार्यो की पोल खुल रही है। आवर बि्रज में जहां सड़के उधड रही है वही रात्री में लार्इटो का न जलना भी इस ओर इशारा कर रहा है।
यहा भी यही हाल -नया बस स्टेण्ड की हालत पालिका बाजार जैसे ही नजर आ रहे है यहा पर गुणवता की तरफ कोर्इ ध्यान नही दिया गया। घटिया निर्माण कार्य कर जनता को लोकार्पण होने वाला यह भवन आने वाले समय मे जनता के लिये ही परेशानी का कारण बन जायेगा। शायद अधिकारीयो का मौन मिली भगत की और इशारा कर रहा है। अधिकारी जानकर भी अनजान बने हुये है। इस निर्माण कार्य की किसी अन्य अधिकारी से जांच करवार्इ जाये तो दुध का दुध पानी का पानी नजर आयेगा। बस स्टेण्ड की उपरी मजिल पर बने कमरो के हालात यह है कि अधिकाश कमरो की दिवारो से पानी ने छत ओर दिवारो में उतर आया है। दिवारो की छतो से पानी टपक रहा है। जब की दिवारो पर रंग राेंगन करवाकर इस तरह सेट किया था। घटिया निर्माण की भनक किसी को न लगे मगर दो चार दिन पुर्व हुर्इ इस बारिश ने नये बस स्टेण्ड के घटीया निर्माण की पुरी पोल खोल दी।
आवर बि्रज की सड़क भी उधडी-आचार सहिंता के कारण आनन फानन में किये जा रहे उदघाटनो के चन्द दिनो बाद ही घटिया निमार्ण कार्यो की पोल खुल रही है। आवर बि्रज में जहां सड़के उधड रही है वही रात्री में लार्इटो का न जलना भी इस ओर इशारा कर रहा है।
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