बुधवार, 25 सितंबर 2013

अजमेर ब्लास्ट के आरोपी के आरोप, कांग्रेस के कहने पर लिया RSS का नाम

नयी दिल्ली। 2007 अजमेर दरगाह ब्लास्ट के आरोपी भावेश पटेल ने केन्द्र सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी है। आरोपी के आरोप ने केन्द्र सरकार के बड़े मंत्रियों की भूमिकाओं पर सवाल खड़ा कर दिया है। भावेश के आरोप के साथ ही केन्द्र सरकार अब कठघरे में खड़ी हो गई है। 
अजमेर ब्लास्ट के आरोपी के आरोप, कांग्रेस के कहने पर लिया RSS का नाम

दरअसल अजमेर ब्लास्ट के आरोपी भावेश पाटिल ने एनआईए को एक चिट्ठी लिखी है। अपनी इस चिट्ठी में आरोपी ने केन्द्र सरकार के बड़े मंत्रियों पर आरोप लगाया है। भावेश पटेल ने एनआईए की स्पेशल कोर्ट को एक चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में भावेश पटेल ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे, कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल, गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह और दिग्विजय सिंह ने उस पर अजमेर धमाके के लिए संघ प्रमुख मोहन भागवत और संघ नेता इंद्रेश कुमार का नाम लेने के लिए दबाव डाला था। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक अजमेर ब्लास्ट मामले में इस साल मार्च में गिरफ्तार किए गए पटेल ने कोर्ट को दिए आवेदन में आरोप लगाया है कि मुरादाबाद के आचार्य प्रमोद कृष्णन ने मेरी मुलाकात दिग्विजय सिंह, शिंदे, जायसवाल और आरपीएन सिंह से करवाई थी। ये सभी लोग चाहते थे कि मैं कोर्ट में आरएसएस के नेताओं को फंसाने वाला बयान दूं। भावेश ने कोर्ट को लिकी चिट्ठी में कहा है कि उसने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह से भी मुलाकात की थी। भावेश ने मामले की जांच कर रही एनआईए पर भी सवाल उठाए है। पटेल के इस खुलासे ने जहां कांग्रेस नेताओं की मुसीबतें बढ़ा दी है तो वहीं आरएसएस प्रवक्ता राम माधव ने कांग्रेस हिंदू संगठनों खास तौर पर आरएसएस और इसके नेताओं के खिलाफ साजिश रच रही है। उन्होंने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। आरोप के बाद सामने आकर कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह, आचार्य कृष्णन और आरपीएन सिंह ने पटेल के आरोपों को खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि पटेल से मिलना तो दूर उन्होंने उसका नाम भी पहली बार सुन रहे हैं। अभी तक गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे और कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

 

हमारे योद्धा अग्नि के समान तेज वाले तेजस्वी हों

हमारे योद्धा अग्नि के समान तेज वाले तेजस्वी हों 

डा.अशोक आर्य 



सेना मैं योधा का , सैनिकका विशेष महत्त्व होता है | जो योधा विजय की कामना तो रखता है किन्तु उसमें वीरता नहीं है , तेज नहीं है , बल नहीं ई , पराक्रम नहीं है , एसा व्यक्ति कभी वीर नहीं हो सकता , पराक्रमी नहीं हो सकता, तेजस्वी नहीं हो सकता | जो वीर नहीं है , बलवान नहीं है, तेजस्वी नहीं है , योधा नहीं है , एसा व्यक्ति किसी भी सेना का भाग नहीं होना चाहिए | यदि किसी सेना में इस प्रकार के भीरु लोग भर जावेंगे,वह सेना कभी शत्रु पर विजय प्राप्त नहीं कर सकती | इस समबन्ध में ऋग्वेद तथा अथर्ववेद के मन्त्र इस प्रकार आदेश दे रहे हैं : त्वया मन्यो सरथमारुजन्तो हर्षमानासो ध्रिषिता मरुत्व: | तिग्मेशव आयुधा संशिशाना अभि प्र यन्तु अग्निरूपा: || ऋग्वेद १०.८४.१, अथर्ववेद ४.३१.१ || किसी भी देश की , किसी भी राष्ट्र की , किसी भी समुदाय की सुरक्षा उसके सैनिकों पर ही निर्भर होती है | सैनिकों का चरित्र जैसा होता है उसके अनुरूप ही उस राष्ट्र का उस देश का परिचय समझा जाता है | यदि देश के सैनिक उदात्त चरित्र हैं तो वह राष्ट्र भी उदात्तता का परिचायक माना जाता है | यदि देश के सैनिक प्रसन्न हैं तो वह देश भी प्रान्नता से भर पूर होगा | अत: जैसे सैनिक होंगे वैसा ही देश होगा , वैसा ही राष्ट्र होगा | इस कारण ही यह मन्त्र सैनिक के गुणों को निर्धारित करते हुए कहता है कि एक देश के सैनिकों में निम्नलिखित गुणों का होना आवश्यक है : - (१) सैनिक सदा प्रसन्नचित हों : - किसी भी देश के , किसी भी राष्ट्र के सैनिक का प्रथम गुण होता है , उसकी प्रसन्नता | सैनिक का सदा प्रसन्न चित होना आवश्यक होता है | प्रसन्नचित व्यक्ति बड़े से बड़े संकट का भी हंसते हुए सामना करता है | कष्ट से प्रसन्नचित व्यक्ति कभी डरता नहीं है | संकट से वह कभी भयभीत नहीं होता | जो व्यक्ति प्रसन्न रहता है, यदि वह योधा है तो वह सेना में अन्य सैनिकों को भी उत्साहित करेगा 2 तथा बड़ी बड़ी परेशानियां जो युद्ध काल में आती हैं , उन सब का सामना वह प्रसन्नता से करेगा | इसलिए प्रत्येक सैनिक की वृति प्रसन्नता की होनी चाहिए | सैनिक सदा प्रसन्नचित होना चाहिए | (२) सैनिक सदा निर्भीक हों : - सैनिक का दूसरा गुण होता है निर्भीकता | भय को कायरता का चिन्ह माना गया है तथा कायर व्यक्ति कभी किसी भी क्षेत्र में विजयी नहीं हो सकता , फिर सेना में तो कायर सैनिक हो तो वह सदा उस सेना कि पराजय का कारण बना रहता है | सेना में ही नहीं प्रत्येक क्षेत्र में यह सब हे होता है | इस लिए ही मन्त्र कहता है कि सैनिक को कभी भी किसी प्रकार से भी भय- भीत नहीं होना चाहिए | वह सदा निर्भय होकर युद्ध में जाना चाहिए | यदि वह निर्भय हगा तो वह खुला कर अपने पराक्रम दिखा सकेगा तथा सेना को विजय दिलाने का कारण बनेगा | यदि उसे युद्ध क्षेत्र में भी अपने परिजनों कि चिंता लगी रहेगी तो वह युद्ध क्षेत्र में होकर भी एकाग्र हो युद्ध नहीं कर पावेगा | अत: सनिक का निर्भय होना युद्ध विजय के लिए आवश्यक है | (३) सैनिक सदा तीक्षण हों : - किसी भी सेना का सैनिक सदा द्रुत गति वाला होना चाहिए , तेज होना चाहिए | ताकि शत्रु के संभलने से पहले ही वह उसके ठिकाने पर पहुंच कर उस पर आक्रमण कर दे | उसे संभलने ही न दे , तो वह शीघ्र ही विजयी होता है | (४) सैनिक सदा शस्त्रधारी हों : - किसी भी देश के सैनिक सदा अत्याधुनिक अस्त्र - शस्त्र से सुसज्जित हों | यदि उनके पास अच्छे शस्त्र ही न होंगे तो वह युद्ध में विजयी कैसे होंगे , शत्रु के अत्याधुनिक शस्त्रों की प्रतिस्पर्धा में क्या जौहर कर दिखा पावेंगे | विजेता होने के लिए सदा शत्रु सेना से उत्तम शस्त्रों का होना आवश्यक है तथा यह शस्त्र सदैव सैनिक के हाथों में होना आवश्यक है | इसलिए सैनिक के पास , योधा के पास उत्तम कोटि के शस्त्र होना आवश्यक होता है | (५) सैनिक अपने शास्त्रों को तीक्षण करने वाले हों : - 3 सैनिक के पास जो भी शस्त्र हों, वह सदा तेज धार वाले होने चाहियें | एक सैनिक के पास शस्त्र तो उत्तम किस्म के हों किन्तु उनकी धार ही कुंद पड़ चुकी हो तो वह शत्रु को सरलता से काट ही नहीं पावेंगे | जो एक ही वार से शत्रु का नाश क़र सके, एसी तलवार सैनिक के हाथों में होनी चाहिए | यदि तलवार की धार कुंद है तो बार बार के वार के पश्चात भी शत्रु सैनिक के बच जाने की संभावना बनी रह सकती है | अत: यदि हमारा सैनिक प्रसन्न व निर्भय है तो भी वह शस्त्र की कुंद धार के कारण विजयी नहीं हो पाता | इसलिये सैनिक के पास शत्रु पर विजय पाने के लिए तीक्षण शस्त्र का होना आवश्यक है | (६) सैनिक अग्नि के सामान तेजस्वी हों : - सेना का प्रत्येक सैनिक अग्नि के सामान तेज का पुंज होना चाहिए | जिस प्रकार आग कि लपटें अध्रष्ट होती हैं , छुप नहीं सकती, उसमें गिरा पदार्थ जलने से बच नहीं सकता , अग्नि सदा आगे ही आगे बढाती है , उस प्रकार ही सैनिक शत्रु कोमारते काटते, उस पर विजयी होते हुए निरंतर आगे ही आगे बढ़ाते चले जाने चाहियें , निरंतर शत्रु सेना पर प्रलयंकर आक्रमण करते रहे | एक क्षण के लिए भी शत्रु को सुख से न बैठने दें | मन्त्र कहता है कि जिस देश के सैनिकों में यह गुण होते हैं , उस देश की सेनायें सदा विजयी होते हुए निरंतर आगे ही आगे बढती चली जाती हैं , कभी पीछे नहीं देखती, विजयी ही होती चली जाती हैं | अत: प्रत्येक राजा को अपनी सफलता के लिए देश का गौरव बढाने के लिए अपने सैनिकों में यह गुण बनाए रखने चाहियें | 

डा. अशोक आर्य १०४ शिप्रा अपार्टमेंट, कौशाम्बी, e mail : ashokarya1944@rediffmail.com गाजियाबाद चलावार्ता ; ०९७१८५२८०६८

मंगलवार, 24 सितंबर 2013

जीजा ने साली को डेढ़ लाख में बेचा

बुलंदशहर।।

बुलंदशहर में एक जीजा ने अपनी साली की ही कीमत लगा दी। खबर के मुताबिक मूल रूप से बिहार के रहने वाले रुस्तम दिल्ली में सिलाई-कढ़ाई का काम करके अपने परिवार की परवरिश कर रहे था। रुस्तम की चार बेटियां हैं जिनमें से बड़ी बेटी ने घर से भागकर बुलंदशहर के एक युवक से शादी की थी। कुछ दिन बाद यह लड़की अपनी 13 साल की छोटी बहन को भी अपनी ससुराल ले आई।

लड़की के माता-पिता का आरोप है कि उनकी बेटी के पति ने उनकी छोटी बेटी को हापुड़ जिले के पिलखुवा थाना क्षेत्र के खैरपुर गांव में एक युवक को डेढ़ लाख रूपये में बेच दिया। बताया जाता है कि आरोपी के खिलाफ अहार थाना पुलिस ने एसएसपी के आदेश पर एफआईआर दर्ज कर ली है।रूस्तम अपनी पत्नी के साथ मंगलवार को बुलंदशहर के एसएसपी से मिले। उनकी दी गई तहरीर के अनुसार वे वर्तमान में दिल्ली में रहकर सिलाई-कढ़ाई का काम करते हैं। इनके यहां पर अहार थाना क्षेत्र के गांव खदाना के एक युवक का आना जाना था। उससे इनकी बड़ी बेटी ने भाग कर शादी कर ली। कुछ दिन बाद दोनो परिवारों में राजीनामा हो गया। शादी के कुछ दिन बाद बड़ी बेटी अपनी छोटी बहन को अपनी ससुराल ले आई।

आरोप है कि कुछ दिन बाद इसके पति ने अपनी छोटी साली को पिलखुवा के गांव खेरपुर में सोनू नाम के युवक को डेढ़ लाख रूपये में बेच दिया। जब लड़की के परिवार ने इसका विरोध किया तो आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। आरोप है कि बच्ची के जीजा ने अपने बहनोई के साथ मिलकर उसे बेचा है।

पिलखुवा पुलिस ने थाने से हड़काकर भगाया पिलखुवा पुलिस की कारगुजारी बताते हुए पीड़ित रोने लगे। बच्ची की मां ने बताया कि जब उन्होंने पिलखुवा पुलिस से अपनी बच्ची को आरोपी के चंगुल से छुड़ाने की गुहार लगाई तो पुलिस वालों ने उन्हें थाने से भगा दिया। एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि मामला बहुत गंभीर है। पीड़ित की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

भूकंप से हिला पाकिस्तान, 39 लोगों की मौत



इस्लामाबाद।। पाकिस्तान के बलूचिस्तान में आए भूकंप से अब भारी जान-माल के नुकसान की खबरें आ रही हैं। 7.7 तीव्रता के इस भूकंप से बलूचिस्तान के अवारान जिले में 39 लोगों की मौत हो गई है, जबकि इलाके के करीब 30 फीसदी घर तबाह हो गए हैं। मरने वालों की तादाद बढ़ने की आशंका है।

बलूचिस्तान असेंबली के डेप्युटी स्वीकर अब्दुल कदूस ने बताया कि भूकंप से प्रभावित इलाकों से खबरें आने में वक्त लग रहा है। उनके मुताबिक बलूचिस्तान के अवारन जिले से मिली जानकारी के मुताबिक कम से कम 39 लोगों के मारे जाने की आशंका है। बड़े पैमाने पर घरों के गिरने की भी खबर है। गौरतलब है कि 7.7 तीव्रता के इस भूकंप का केंद्र बलूचिस्तान में जमीन से 10 किलोमीटर अंदर था।

बलूचिस्तान में आए तेज भूंकप ने दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत को भी हिला दिया था। भूकंप इतना तगड़ा था कि भारत में भी दो मिनट तक इसके झटके महसूस किए गए। हालांकि भारत के किसी इलाके से जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।पाकिस्तान के मुख्य मौसम विज्ञानी मोहम्मद रियाज ने बताया कि इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.7 थी। उन्होंने बताया कि भूकंप का केंद्र बलूचिस्तान के खुजदार इलाके में जमीन से 10 किलोमीटर अंदर था। वहीं पाकिस्तान के राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान निगरानी केंद्र के डायरेक्टर जाहिद रफी ने बताया कि बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा तथा कुछ दूसरे इलाकों में भूकंप की तीव्रता बहुत ज्यादा थी। रफी ने कहा, जाफराबाद, नोसखी, कालत, विंडर, नसीराबाद, फुंजगुर तथा मस्तुंग भूकंप से प्रभावित हुए हैं। कराची, हैदराबाद, खैरपुर तथा लरकाना में झटके महूसस किए गए।
7.7 तीव्रता का भूकंप काफी तेज माना जाता है। भारत के मुकाबले पाकिस्तान में भूकंप के ज्यादा तेज झटके महसूस किए गए। लोग दहशत में घरों से बाहर निकल आए। कराची के चुंदरीगढ़ रोड इलाके के लोगों में अफरा-तफरी मच गई। शहर में सबसे पहले इसी इलाके में भूकंप का झटका महसूस किया गया। बैंकर समीरा ने कहा, मैं जिस कुर्सी पर बैठी हुई थी, वह हिलने लगी और लोग भूकंप-भूकंप कहकर चीखने लगे। हम तत्काल अपनी इमारत से बाहर आ गए। कराची के क्लिफ्टन, डिफेंस, गुलशन-ए-इकबाल, बहादुराबाद इलाकों के लोग भी अपने घरों एवं दफ्तरों से बाहर निकल गए।

पाकिस्तान के टीवी चैनलों पर लोगों को घर और ऑफिस के बाहर दहशत में खड़े देखा गया। बलूचिस्तान में 2011 में भी 7.22 तीव्रता का तगड़ा भूकंप आया था। तब इतना नुकसान नहीं हुआ था। ईरान में इस साल अप्रैल को 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 35 लोगों की जान चली गई थी।

94 केन्द्रों पर होगी तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा

बीकानेर | तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती प्रथम व द्वितीय लेवल की लिखित परीक्षा जिले में 94 केन्द्रों पर होगी। केन्द्र चिन्हित कर सूची पंचायतीराज विभाग को भेजी गई है। हालांकि परीक्षा की तिथि फिलहाल घोषित नहीं की गई है लेकिन जिला परिषद स्तर पर प्रारंभिक तैयारी कर ली गई है।

तृतीय श्रेणी परीक्षा के लिए राज्य में पांच लाख 32 हजार 939 आवेदन ऑन लाइन भरे गए हैं। बीकानेर में 31 हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने फार्म भरे हैं, जिन्हें परीक्षा की तिथि का इंतजार है। राज्य में सर्वाधिक 92 हजार 646 फार्म जोधपुर में भरे गए हैं। बाड़मेर दूसरे नंबर पर हैं।वहां 52 हजार 964 फार्म भरे हैं। सबसे कम सिरोही में 2812 फार्म ही भरे गए हैं।

जिले में अभ्यर्थियों की संख्या परीक्षा केन्द्रों की सुविधा से हिसाब से काफी अधिक है। जिला परिषद ने सरकारी स्कूलों के अलावा सरकारी भवनों में भी परीक्षा करवाने का प्रस्ताव रखा है। साथ ही निजी स्कूलों को भी परीक्षा केन्द्र बनाने की स्वीकृति मांगी है। पंचायतीराज विभाग ने पूर्व में पांच और उसके बाद 11 अक्टूबर परीक्षा की तिथि प्रस्तावित की थी लेकिन अब विधानसभा चुनाव की व्यस्तता को देखते हुए परीक्षा में विलंब हो सकता है।

दिल्ली, एनसीआर में भूकंप के झटके



दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में मंगलवार को भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए। भारतीय भूकंप विभाग के अनुसार इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर सात थी और इसका केंद्र पाकिस्तान था।
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भारतीय मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि भारतीय समयानुसार शाम पांच बजे भूकंप का झटका महसूस किया गया। इसका केंद्र पाकिस्तान के बंदरगाह शहर कराची से करीब 120-150 किलोमीटर उत्तर में था।



भूकंप के झटके पूरे दिल्ली और एनसीआर में महसूस किए गए। इसके कारण लोग अपने घरों और कार्यालयों से बाहर निकल गए। बहरहाल अभी तक जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।

खाकी पर कलंक: लड़की से कहा, कपड़े खोल कर दिखाओ कहां हुआ है बलात्‍कार



गोरखपुर। सपा की सरकार ने जब यह ऐलान किया कि उत्‍तर प्रदेश की कमान अखिलेश यादव के हाथ में होगी तो लोगों को लगा सत्‍ता युवा के हाथ में जायेगी तो अराजक्‍ता का खात्‍मा होगा। जैसे-जैसे समय गुजरा तो अब लोगों को एहसास होने लगा है कि युवा के नाम पर सूबे की सत्‍ता एक बच्‍चे के हाथ में चली गई है जो लॉ एंड आर्डर कंट्रोल करने में नाकाम है। 
खाकी पर कलंक: लड़की से कहा, कपड़े खोल कर दिखाओ कहां हुआ है बलात्‍कार

सूबे की हालत तो ऐसी है कि खुद पुलिसवाले अपराधियों की तरह व्‍यवहार कर रहे हैं। बात कुशीनगर जनपद की करें तो यहां के एक थाने में बलात्‍कार की फरियाद लेकर गई पीडि़ता से थानाध्‍यक्ष महोदय ने कहा कि कपड़ा खोलकर दिखाओ, कहां हुआ है बलात्कार। प्राप्‍त जानकारी के अनुसार लड़की ने आरोप लगाया था कि उसके घर में पड़ोस के लड़के ने घुस कर बलात्कार किया। गांव के लोगों ने उस लड़के को पकड़कर पीटा और उसे थाने ले आई। लेकिन पुलिस ने उस लड़के पर कोई कार्रवाई नहीं की। दूसरे दिन थानेदार ने लड़की को थाने में अकेले में बुलाया और कहा कि कपड़ा खोलकर दिखाओ कहां हुआ है बलात्कार। लड़की भागकर अपने मां-बाप के पास आई और पूरे घटना को बताया। कई दिन गुजर जाने के बाद मीडिया को जब इस बात की खबर लगी तो हड़कंप मच गया। मामले को मीडिया में उछलता देख सोमवार को पुलिस अधीक्षक ने लड़की को मेडिकल के लिए भेजा। इसके अलावा थानाध्यक्ष जैसराज यादव जिसने लड़की को कपड़ा उतारने के लिए कहा था, उसके खिलाफ की कार्रवाई शुरू हो गई है। थानाध्यक्ष के खिलाफ आनन फानन में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।




महिला कांस्टेबल भी नहीं सुरक्षित



पाली। दिल्ली गैंगरेप केस के दरिंदों को फांसी की सजा मिलने से महिला सुरक्षा की एक आस जगी थी परन्तु लगता है कि महिलाओं के खिलाफ दिनों-दिन बढ़ते अपराधों ने सब उम्मीद खत्म करने की ठान ली है। इन दिनों स्थानीय क्षेत्र में एक अश्लील वीडियो क्लिप खासी चर्चा में है। चर्चा है कि क्लिप में जिला पुलिस में कार्यरत एक महिला कांस्टेबल को आपत्तिजनक स्थिति में दिखाया गया है। क्लिप तैयार करने वाले आरोपित ने अपनी पहचान छिपाते हुए सीडी तैयार की है, परन्तु वीडियो में महिला कांस्टेबल का चेहरा स्पष्ट नजर दिखाया गया है।
महिला कांस्टेबल भी नहीं सुरक्षित


सूत्रों के अनुसार सुनने में आ रहा है कि यह सीडी पाली से बाहर किसी पुलिस ट्रेनिंग सेंटर पर तैयार की गई होगी जिसे यहां वितरित किया गया। इस बारे में पाली के पुलिस अधीक्षक विष्णुकांत का कहना है कि अभी तक उनके पास इसकी कोई शिकायत आई नहीं है। यदि ऎसा हुआ है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बाड़मेर के सांग सिंह लुणु के पास हें सुलेमानी शाही तलवार कीमत चार करोड़ डॉलर


बाड़मेर के सांग सिंह लुणु के पास हें सुलेमानी शाही तलवार कीमत चार करोड़ डॉलर 


बाड़मेर भारत के इतिहास में तलवारों बड़ा महत्त्व रहा हें ,तलवार बाज़ी के दुर्लभ गुण था जिसके जरिये बड़े बड़े युद्ध योद्धाओं ने जीते ,तलवार रखना आज शौक और स्टेट्स सिम्बल बन गया हें ,बाड़मेर जिले ले लुणु गाँव में एक ऐतिहासिक तलवार लुणु के जागीरदार ठाकुर सांग सिंह राठोड पुत्र जालम सिंह के घर इतिहास की गवाह बन रही हें ,यह तलवार आम नहीं हें। नीलामी में इसकी कीमत चार करोड़ डोलर लगी जा चुकी हें।


इस तलवार के बारे में सांग सिंह लुणु ने बताया की यह तलवार विशेष हें ,लम्बे समय तक यह शाही तलवार फकिराबाद ,हल हैदराबाद सिंध के दरबार में रही ,इस दरबार में सिंध प्रान्त निवासी सिद्दीक पुत्र दीन मोहम्मद के वंशजो को मुगलों ने भेंट की थी ,इनके परिवार के सदस्य पांधी खान ने जब भारत आया तो लुणु गाँव के जागीरदार को शाही तलवार नज़राने में दी थी। करीब नब्बे सेंटीमीटर लम्बी इस तलवार की मूठ सोने की हें इस तलवार पर सोने की कलम से उर्दू में इशरत अली इब्ने मेरे मोहम्मद फकिराबाद ,हैदराबाद ,लिखा हें उन्होंने बताया की करीब पांच सौ साल पुराणी हें यह तलवार। शमशीर ऐ सुलेमानी मीरपुर तालपुर की इस तलवार से शाही युधों में दुश्मनों के सर कलम किये हुए हें। इसे नाथल तलवार कहते हें। जिस तलवार से दुश्मनों के सर काटे गए हो उसकी विशेषता बढ़ जाती हें ,इस तरह की तलवारे आज कहीं नहीं हें। हैदराबाद सिंध के शाही शस्त्रागार की इस तलवार की चमक देखते बनती हें।

विवाहिता से दहेज के लिए ससुर ने किया रेप

जयपुर। कुछ वर्षो पहले तक दहेज नहीं देने पर विवाहिताओं को शारीरिक यंत्रणाएं दी जाती थी, उन्हें पीडित किया जाता था, परन्तु हाल ही दहेज के लिए विवाहिताओं से ससुराल पक्ष के पुरूषों द्वारा रेप किए जाने की घटनाएं बढ़ रही है। इसी क्रम में राजस्थान की राजधानी जयपुर के महिला थाना पूर्व में एक विवाहिता ने अपने ससुर और चाचेर ससुर पर दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया है। यहां पुलिस ने बिना नंबरी एफआईआर दर्ज कर हिण्डोन सदर थाने भिजवा दी। विवाहिता से दहेज के लिए ससुर ने किया रेप
प्रताप नगर निवासी पीडिता ने 19 सितम्बर को दर्ज रिपोर्ट में पति और सास पर गुप्तांगों में मिर्ची डालने और डंडा घुसाने का आरोप लगाया। उसकी शादी 24 अप्रेल को करौली के झारेड़ा निवासी एक युवक से हुई थी। शादी के बाद से ससुराल वाले उसे दहेज के लिए प्रताडित करते। ससुर ने उससे दुष्कर्म किया। घर में अकेली होने पर चाचेर ससुर भी उससे दुष्कर्म करता था।

वह 16 सितम्बर की रात को भाग निकली। कई किलोमीटर पैदल चलने के बाद महावीरजी पहुंची, वहां से लोगों से पैसे मांगकर जयपुर पहुंची। प्रताड़ना से तबीयत बिगड़ने पर महिला चिकित्सालय में इलाज के लिए पहुंची, लेकिन वहां चिकित्सक ने पुलिस केस बता उसे थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए कहा।

मुख्यमंत्री की सभा में काले झंडे, पुलिस का लाठीचार्ज

बूंदी। राजस्थान के बूंदी में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मंगलवार को सभा के दौरान भाजपाइयों ने काले झंडे दिखाए और नारेबाजी की। इस पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर भाजपा कार्यकर्ताओं को खदेड़ा। इसके अलावा मुख्यमंत्री की सभा के दौरान "बूंदी का विकास करो" के नारे भी लगे। वहीं मुख्यमंत्री गहलोत ने सभा में दावा किया कि हमारी कथनी और करनी में कोई फर्क नहीं है और जो वादा जनता से किया है उसे पूरा किया है। हमने अपने चुनावी मेनिफेस्टो के 95 फीसदी कामों को पूरा कर दिया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने दो दिवसीय हाड़ौती संभाग के दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को चम्बल जल परियोजना का शिलान्यास करने के बाद बूंदी में लोगों को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने पोलिटेक्निक कॉलेज, खेल संकुल, सिलोर विद्युत सब ग्रिड स्टेशन व मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केन्द्र का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री की सभा में काले झंडे, पुलिस का लाठीचार्ज
सरकार की योजनाएं गिनाई
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने 19 मिनट के भाषण में सरकार की अब तक की योजनाएं और काम गिनाएं। गहलोत ने कहा कि सरकार ने हरेक वर्ग का ध्यान रखा है। सरकार ने जनता से किए वादों को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। सभा को राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्ष ममता शर्मा, खेल राज्य मंत्री मांगीलाल गरासिया, उर्जा मंत्री डॉ.जितेन्द्र सिंह, कोटा बूंदी सांसद इज्यराजसिंह, बीस सूत्रीय कार्यक्रम उपाध्यक्ष राजकुमार माथुर और कृषि उपज मण्डी अध्यक्ष कमलेशचांदना ने भी संबोधित किया।

बूंदी का विकास करो के नारे लगे
मुख्यमंत्री की सभा में काले झंडे, पुलिस का लाठीचार्ज
मुख्यमंत्री अपने तय समय से सवा घंटे देरी से कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। उनके साथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डॉ. चन्द्रभानसिंह और कोटा बूंदी सांसद इज्यराजसिंह भी थे। सभा के दौरान सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इण्डिया के लोग मुख्यमंत्री बूंदी का विकास करो का नारा लगाते रहे। बाद में पुलिस अधीक्षक मुहम्मद आलम तारिक ने सभा स्थल के पास से उन्हें दूर किया। हेलीपेड से सभा स्थल के बीच मुख्यमंत्री का कई स्थानों पर जगह-जगह स्वागत किया गया।
मेनिफेस्टो "चन्द्रभान जी" बनाएंगे
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि अगला चुनावी मेनिफे स्टो प्रदेशाध्यक्ष डॉ. चन्द्रभान बनाएंगे। पहले जो मेनिफेस्टो कांग्रेस ने बनाया था वह हमने 95 फीसदी पूरा किया है। हम जो मेनिफेस्टो बनाते हैं वह पूरा करते हैं और उसे के न्द्र के पास भेजते हैं। हमारी कथनी करनी में अंतर नहीं है।

प्रदेशाध्यक्ष को नहीं मिला बोलने का मौका
सभा के दौरान प्रदेशाध्यक्ष चन्द्रभान, संसदीय सचिव रमेशचंद मीणा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सी.एल. प्रेमी, जिला प्रमुख राकेश बोयत, नगरपरिषद चेयरमैन सदाकत अली आदि को बोलने का मौका नहीं मिला।

पुलिस ने किया लाठीचार्ज
सभा स्थल के बाहर दरवाजे पर अंदर प्रवेश करने को लेकर भाजपा से जुड़े कुछ लोगों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। बाद में पांच जनों को पुलिस कोतवाली थाने ले आई। जहां एकत्र भीड़ ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया। भाजपा के रूपेश शर्मा, रोहित, पवन बैरागी, पुखराज ओसवाल व प्रमोद शर्मा का मेडिकल करवाया गया, जहां उनको भर्ती कर लिया गया। बाद में भाजपा नेता प्रहलाद गुंजल और एडीएम जिला चिकित्सालय पहुंचे।

मधुमय नि;शुल्क जांच योजना जांच योजना का शुभारम्भ


मधुमय नि;शुल्क जांच योजना जांच योजना का शुभारम्भ


जैसलमेर , 24 सितम्बर 2013 । एनसीडी कार्यक्रम के अन्तर्गत मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.एन.आर.नायक के निर्देषन में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र देवीकोट परिसर में एनसीडी पखवाडे का विधिवत शुभारम्भ डा.विरेन्द्र शेखावत वरिष्ठ क्षैत्रीय निदेषक राजस्थान जयपुर द्वारा सांग सिंह, समाज सेवी देवीकोट की तथा डा.राजेन्द्र पालीवाल द्वारा पारसमल जैन के रक्त की स्ट्रीप लेकर ग्लूको मीटर के द्वारा ब्लड शुगर की जाच कर किया गया। इस अवसर पर देवीकोट के गणमान्य नागरिक, समाजसेवी , पै्रस प्रतिनिधि एवं विधालयी छात्र भी उपसिथत थे । कार्यक्रम के प्रति आमजन का विशेष कर विधालयी छात्रो का उत्साह देखा गया । देवीकोट में आयोजित एनसीडी पखवाडे के शुभारम्भ कार्यक्रम के अवसर पर डा.शेखावत ने सर्वप्रथम नोन कम्यूनिकेबल डिजिज (एनसीडी)के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान कर आमजन को वर्तमान में बढ रहे मधुमेह, उच्च रक्त चाप, âदय रोग एवं कैंसर के प्रति सजग होकर रोगो के नियंत्रण में अपनी भागीदारी निभाने की बात कही उन्होने इन रोगों से बचाव हेतु आवश्यक जानकारी दी जिसमें तम्बाकू एवं सिगरेट का सेवन न करने की सलाह दी । उन्होने बताया कि आज दिनांक से आयोजित हो रहे एनसीडी पखवाडे में जिले की सम्पूर्ण चिकित्सा संस्थानों पर वृहद स्तर पर रक्त की स्ट्रीप लेकर ग्लूको मीटर के द्वारा ब्लड शुगर की जाच की जायेगी। अभियान अन्तर्गत इसके अतिरिक्त रक्त चाप, âदय रोग, कैंसर, पक्षाधात तथा अन्य सभी असंक्रामक रूप से संचारित रोगों की स्क्रीनिंग जाच कर चिकित्सक द्वारा आवश्यक परामर्ष एवं उपचार दिया जायेगा। यह जाच किसी भी आयु वर्ग में करार्इ जा सकती है । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नितिष शर्मा सहायक निदेषक ने कहा कि एनसीडी पखवाडे के अन्तर्गत सधन अभियान चलाकर कार्यक्रम के प्रति जागरूकता लाने हेतु धर धर आर्इर्इसी करवाकर अधिक से अधिक लोगों को लाभानिवत करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होने संक्रामक एवं असंक्रामक रोगों के बारे में विस्तार से जानकारी दी । डा.बी.पी.सिंह जिला कार्यक्रम अधिकारी एनसीडी द्वारा बताया गया कि यह कार्यक्रम पूर्व से ही सम्पूर्ण जिले में चलाया जा रहा है। जिसे गति देने के लिए सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो पर पर्याप्त मात्रा में ग्लूको स्ट्रीप , लान्सैट एवं ग्लूको मीटर उपलब्ध करवा दिये गये है। 




डा.सिंह ने भी आमजन को कार्यक्रम के सफल कि्रयान्वयन में सहयोग देने की बात कही । अन्त में डा.पालीवाल चिकित्सा अधिकारी प्रभारी देवीकोट ने कार्यक्रम के सफल कि्रयान्वयन में स्थानीय चिकित्सालय के डा.मनोज यादव सहित समस्त पैरा मेडिकल कार्मिको के सहयोग की सराहना करते हुए उपसिथत अधिकारियो, प्रैस प्रतिनिधियों , समाज सेवियो एवं आमजन का आभार प्रदर्षित किया ।

रिफायनरी में चार साल, नौकरी लगाने का धंधा शुरू

रिफायनरी में चार साल, नौकरी लगाने का धंधा शुरूबाड़मेर जिले के पचपदरा में रिफाइनरी के शिलान्यास को दो दिन ही हुए है और बेरोजगार युवकों को इसमें नौकरी देने के नाम पर पैसे कमाने का धंधा शुरू हो गया है। बेराजगार युवकों से कहा जा रहा है कि 55 हजार रूपये में उन्हें रिफायनरी में नौकरी मिल जाएगी।
गौरतलब है कि अभी तक रिफाइनरी के निर्माण सहित अन्य काम शुरू नहीं हुए हैं और इसे अस्तित्व में आने में करीब चार साल का समय लगने का अनुमान है, लेकिन पूरे क्षेत्र में अभी से रिफाइनरी में नौकरी के नाम पर बेरोजगारों से प्रशिक्षण के नाम पर वसूली का काम शुरू हो गया है।

जोधपुर से लेकर पचपदरा और उसके पास बड़ी संख्या में होर्डिग्स लगे हैं, जिनमें रिफाइनरी में जॉब के नाम पर युवाओं को प्रशिक्षण में प्रवेश के लिए बुलाया जा रहा है। गौरतलब है कि रिफाइनरी में करीब बीस हजार लोगों को सीधा और एक लाख से ज्यादा लोगों को परोक्ष रूप से रोजगार मिलने की संभावना है। विभिन्न प्रशिक्षण संस्थान इसी का फायदा उठाने में जुट गए हैं।

होर्डिग्स से अटा क्षेत्र
क्षेत्र में लगे होर्डिग्स पर आईआईटी प्रशिक्षण के तहत फीटर, मैकेनिकल सहित अन्य प्रशिक्षण के बाद रिफाइनरी में नौकरी का आश्वासन दिया गया है। युवाओं से पचास से पचपन हजार रूपए फीस वसूली जा रही है।

संस्थान का दावा नौकरी पक्की
एक संस्थान को जब फोन किया तो, फोन गणपत सैनी नामक व्यक्ति ने उठाया। सैनी ने खुद को संस्थान संचालक बताया और कहा कि दसवीं पास होने पर 55 हजार रूपए फीस देकर प्रवेश ले सकते हैं। इसके बाद नौकरी जरूर मिलेगी। जब ओपन बोर्ड से संगीत, चित्रकला और गृहविज्ञान में चालीस फीसदी अंक आने की बात कही, तब भी नौकरी मिलने का आश्वासन दिया।

कंपनी खुद देगी प्रशिक्षण
एचपीसीएल के एचआर हैड इलेंगो के मुताबिक, रिफाइनरी में नियुक्ति के लिए राज्य सरकार की ओर से तय प्रक्रिया को अपनाया जाएगा। इसमें पूरी पारदर्शिता के साथ ही नियुक्ति होगी। इनके प्रशिक्षण सहित अन्य चीजों पर कंपनी ध्यान देगी। इसके लिए स्थानीय युवाओं को महत्व दिया जाएगा लेकिन अभी रिफाइनरी के शुरू होने में चार साल का समय है, ऎसे में इसके लिए पूरा समय है।

ऎसी बात हमारे सामने नहीं आई है लेकिन फिर भी इस विष्ाय में पता करवाते हैं और यदि ऎसा है तो मामले में कार्रवाई करवाएंगे। शत-प्रतिशत नौकरी का दावा कोई नहीं कर सकता।
- भानू प्रकाश एटरू
जिला कलक्टर बाड़मेर

अरे ऐसा आशिक फिर कहां मिलेगा



प्रेमिका हमेशा अपने प्रेमी से प्यार का इजहार कुछ हटकर और अलग अंदाज में चाहती है, जिसके चलते प्रेमी भी अपने प्यार को साबित करने के लिए नई-नई जुगत लगाते रहते हैं।
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कुछ ऐसा ही हटकर करने के चलते अमेरिका में जॉर्जिया निवासी युवक ने अपने दिल की बात प्रेमिका को बताने के लिए एक म्यूजियम में प्लेनेटेरियम शो को ही बुक कर लिया और शो के अंत में अपने दिल की बात को जोड़कर प्यार का इजहार किया।



एलन गिलबर्ट (23) ने अपनी प्रेमिका क्रिस्टल सैंड्रसन से प्यार का इजहार करने के लिए आर्ट एवं साइंस म्यूजियम में एक आधे घंटे का 4 बजे वाला शो बुक किया और प्रेमिका को आने को कहा। प्रेमिका ने ऑफिस जाने की वजह से मना कर दिया, लेकिन गिलबर्ट के जोर देने पर वह आने के लिए राजी हो गई।



गिलबर्ट के अनुसार आधे घंटे के शो के अंत में जैसे ही क्रिस्टल के लिए गिलबर्ट के प्यार का इजहार करने वाली लाईनें पर्दे पर दिखाई दीं, तभी गिलबर्ट ने एक चमकती हुई चीज पर अंगूठी रखकर क्रिस्टल की तरह बढ़ा दी। यह सब देख क्रिस्टल पहले तो पूरी तरह हैरान हुई, लेकिन गिलबर्ट के इस आशिकाना अंदाज से वह इतनी प्रभावित हुई कि उसने गिलबर्ट के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया।



गिलबर्ट ने बताया कि वह दोनों अक्सर जब रात को मिलते थे तो खुले आसमान में तारों को निहारते हुए आपस में बात करते थे। इसी वजह से उसे अपने प्यार का इजहार करने के लिए प्लेनेटेरियम शो बुक करने का आडिया आया।



क्रिस्टल ने बताया कि पर्दे पर अपना नाम देख कर वह हैरान रह गई थी और उसके मुंह से बस ओह माय गुडनेस ही निकला।

जानिए ब्रिटिश शासनकाल से ही क्यूं प्रसिद्ध रहा है पचपदरा

जानिए ब्रिटिश शासनकाल से ही क्यूं प्रसिद्ध रहा है पचपदरा









बाड़मेर,  

राजस्थान में सरहदी जिले बाड़मेर का पचपदरा क्षेत्र रिफाइनरी की आधारशिला रखने से ही सुर्खियों में नहीं आया है, बल्कि नमक की गुणवत्ता के कारण ब्रिटिश शासनकाल में भी यह प्रसिद्ध रहा और अंग्रेजों का बनाया सॉल्ट हाऊस यहां आज भी मौजूद है।

अपनी गुणवत्ता के कारण वर्तमान में भी पचपदरा का नमक एशिया एवं यूरोप के कई देशों को निर्यात किया जाता है। ब्रिटिश काल में तो यहां से पूरा नमक निर्यात किया जाता था तथा सॉल्ट हाऊस से नमक क्षेत्र पर पूरा नियंत्रण रखा जाता था। इस हाऊस में अंग्रेज अधिकारियों के ठहरने के लिए सभी सुविधायुक्त बंगले बनाए हुए है तथा एक बड़ा सभागार भी है। वर्तमान में नमक घर राजस्थान पर्यटन विभाग के अधीन है तथा विभाग के चौकीदार ही इसकी देखरेख करते हैं।

इस नमक उत्पादन क्षेत्र में राज्य की करीब 41 हजार बीघा बंजर भूमि है, जिसमें से करीब दो हजार बीघा में ही नमक का उत्पादन होता है। इसके अलावा 12 हजार बीघा भूमि हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कोरपोरेशन को रिफाइनरी एवं अन्य सुविधाएं विकसित करने के लिए दी गई है। रिफाइनरी को दी गई जमीन में नमक उत्पादन के दस ब्लॉक आते है, जिनमें अब नमक उत्पादन नहीं हो पाएगा।

पचपदरा क्षेत्र में नमक बनाने के 180 भूखंड थे, जिसमें से 70 में पहले से ही नमक उत्पादन बंद है तथा दस भूखंड रिफाइनरी क्षेत्र में आने से भविष्य में नमक का उत्पादन नहीं हो पाएगा, लेकिन 10 भूखंडो में उच्च गुणवत्ता वाला नमक उत्पादन होता रहेगा।
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यहां नमक उत्पादन पूर्ण रुप से वर्षा पर निर्भर है और अच्छी बरसात होने पर खडीनों, तलाईयों में जल एकत्रित हो जाता है और इसी जल से नमक बनता है। यहां नमक बनाने में भी अजीब विधि काम में ली जाती है। संग्रहित जल में मोयली झाडी कांटेदार डालते है और इससे रसायन क्रिया से करीब दो माह में नमक तैयार हो जाता है। इस नमक में आयोडीन की भरपूर मात्रा होने के कारण उच्च गुणवत्ता वाला माना जाता है।

नमक उत्पादन कारोबार में एक ही जाति खारवाल एवं खारोल के लोग लगे हुए हैं। किवंदती है कि इस जाति के लोगों को सामरा माता ने नमक बनाने में सिद्धहस्त होने का वरदान दिया था। इस क्षेत्र में लगभग 500 साल पुराना सामरा माता का मंदिर बना हुआ है, जिसकी पूजा अर्चना खारवाल करते आए है।



बताया जाता है कि देवी से इन लोगों ने बहुमूल्य वस्तु एवं धातु की मांग इसलिए नहीं की कि कीमती वस्तु को तो राजा छीन लेगा और इन लोगों ने नमक की मांग की, जिससे अपनी आजीविका चला सके। इसी जाति के लोगों का आज तक इस नमक उत्पादन क्षेत्र पर एकाधिकार है। करीब दस साल पहले इसी जाति के लोगों को राज्य सरकार ने खानों के पट्टे भी जारी कर दिए थे।