तिरूनेलवेली। तमिलनाडु के सिवालपेरी गांव में एक नृशंस हत्या का मामला सामने आया है, एक 17 वर्षीय किशोरी को उसके भाइयों ने दलित युवक के साथ रिश्ता रखने एवं उसके साथ भाग जाने के कारण घर में फांसी पर टांग दिया।
पुलिस ने दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर लिया है, पहचान एम मुरूगन (24) और एम सोडालैमुत्तू (20) के रूप में हुई है, किशोरी तिरूनेलवेली जिले के सिवालापेरी के एक किसान की बेटी थी। गोमती तूतीकोरिन के समुद्री खाद्य उत्पाद कंपनी में कार्यरत थी और उसी कंपनी में काम करने वाले एक दलित युवक मुरूगन के साथ प्रेम संबंध हो गए। जब किशोरी के परिजनों को इस प्रेम संबंध के बारे में पता चला, तो उन्होंने मुरूगन के साथ रिश्ता खत्म करने को कहा।
पुलिस ने आशंका जताते हुए कहा कि किशोरी को फांसी पर लटकाने से पहले जहर दिया होगा, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पूरे मामले का खुलासा हो सकेगा।
पुलिस के सामने उगला राज
शुक्रवार को लगभग 3 बजे दोनों भाईयों ने गोमती के गले में रस्सी डालकर उसे टांग दिया। वे घटना को आत्महत्या करार देने की कोशिश में थे। लेकिन कुछ गांववासियों ने पुलिस को इस संबंध में सूचना दे दी। पुलिस ने घटनास्थल पहुंचकर पूछताछ की तो पता चला कि किशोरी की मौत आत्महत्या नहीं, हत्या थी। दोनों भाइयों को पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन लाया गया। दोनों ने शुरूआती जांच में हत्या करने की बात कबूल ली।
किशोरी के परिजनों ने बताया कि वह मध्यवर्ती जाति से संबंध रखती है, जबकि मुरूगन दलित है, परिजनों के विरोध के बावजूद किशोरी ने मुरूगन के साथ प्रेम संबंध कायम रखा। इस बीच किशोरी की मां ने उसकी शादी किसी अन्य लड़के से करने की तैयारी शुरू कर दी।
पुलिस ने बताया कि जब किशोरी को उसके परिजनों द्वारा उसकी शादी करने की भनक लगी, तो मुरूगन के साथ घर से भाग जाने का फैसला लिया।
दलित लड़के से ही शादी करवाने की बात कहकर लड़की को घर लाने के बाद परिजनों ने लड़की को प्रताडित करना शुरू कर दिया और थोड़े दिन बाद फांसी के फंदे से लटकाकर भाईयों ने बहिन की हत्या कर दी।
पुलिस ने दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर लिया है, पहचान एम मुरूगन (24) और एम सोडालैमुत्तू (20) के रूप में हुई है, किशोरी तिरूनेलवेली जिले के सिवालापेरी के एक किसान की बेटी थी। गोमती तूतीकोरिन के समुद्री खाद्य उत्पाद कंपनी में कार्यरत थी और उसी कंपनी में काम करने वाले एक दलित युवक मुरूगन के साथ प्रेम संबंध हो गए। जब किशोरी के परिजनों को इस प्रेम संबंध के बारे में पता चला, तो उन्होंने मुरूगन के साथ रिश्ता खत्म करने को कहा।
पुलिस ने आशंका जताते हुए कहा कि किशोरी को फांसी पर लटकाने से पहले जहर दिया होगा, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पूरे मामले का खुलासा हो सकेगा।
पुलिस के सामने उगला राज
शुक्रवार को लगभग 3 बजे दोनों भाईयों ने गोमती के गले में रस्सी डालकर उसे टांग दिया। वे घटना को आत्महत्या करार देने की कोशिश में थे। लेकिन कुछ गांववासियों ने पुलिस को इस संबंध में सूचना दे दी। पुलिस ने घटनास्थल पहुंचकर पूछताछ की तो पता चला कि किशोरी की मौत आत्महत्या नहीं, हत्या थी। दोनों भाइयों को पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन लाया गया। दोनों ने शुरूआती जांच में हत्या करने की बात कबूल ली।
किशोरी के परिजनों ने बताया कि वह मध्यवर्ती जाति से संबंध रखती है, जबकि मुरूगन दलित है, परिजनों के विरोध के बावजूद किशोरी ने मुरूगन के साथ प्रेम संबंध कायम रखा। इस बीच किशोरी की मां ने उसकी शादी किसी अन्य लड़के से करने की तैयारी शुरू कर दी।
पुलिस ने बताया कि जब किशोरी को उसके परिजनों द्वारा उसकी शादी करने की भनक लगी, तो मुरूगन के साथ घर से भाग जाने का फैसला लिया।
दलित लड़के से ही शादी करवाने की बात कहकर लड़की को घर लाने के बाद परिजनों ने लड़की को प्रताडित करना शुरू कर दिया और थोड़े दिन बाद फांसी के फंदे से लटकाकर भाईयों ने बहिन की हत्या कर दी।