चित्तौड़गढ़। पारसोली इलाके में एक युवक ने रिश्तों को शर्मसार कर डाला। उसने तेरह साल की अपनी ही भतीजी को हवस का शिकार बनाकर गर्भवती बना डाला। वह गर्भ से है। वह परिजनों के साथ शुक्रवार शाम पुलिस के पास पहुंची। अब आरोपी के रिश्तेदार व साथी पीडिता के परिवार को धमका रहे हैं।
महेसरा गांव की तेरह वर्षीय बालिका को बकरियां चराने जंगल गई थीं। वहां रिश्ते में उसके चाचा ने उसके अकेलेपन का फायदा उठा कर उसके साथ ज्यादती की और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। इससे पीडिता सहम गई। लगातार यौन शोष्ाण से वह गर्भवती हो गई।
उसका पेट जब बाहर आने लगा तो दादा-दादी का दिमाग ठनका। जब बालिका से पूछताछ की तो उसने अपने ही चाचा की करतूत को उजागर किया। उसे चार-पांच माह का गर्भ है। यह मामला चार बार समाज में भी गया लेकिन हर बार आरोपी नकारता रहा।
इस पर थके हारे दादा दादी पीडिता के साथ शुक्रवार को चित्तौड़गढ़ आए तथा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में न्याय की गुहार लगाई है।
अपने भी हो गए पराए
बालिका के भविष्य को लेकर दादा-दादी चिंतित है। समाज की चार बार बैठकें करवाई जिस पर बड़ी राशि व्यय हो गई। अब वे उसके भविष्य एवं उपचार को लेकर असमंजस में है। पीडिता की व्यथा सुनाते वृद्ध दादी सुबक पड़ी। उसकी आंखों से आंसू छलक पड़े। उसे मलाल इस बात का था कि देवर के पुत्र की करतूत सामने आने के बाद नाते रिश्तेदार भी दूर हो गए। समाज की बैठक में पीडिता पर किसी और का नाम लेने का दबाव डाला गया लेकिन पीडिता टस से मस नहीं हुई।
खतरे में दो जानें
तेरह साल की आयु में गर्भवती होने से पीडिता के साथ होने वाले बच्चे का जीवन भी संकट में आ गया है। कम उम्र में प्रसव को खतरनाक माना गया है। गर्भपात के लिए प्रशासनिक अनुमति आवश्यक है। बालिका के परिजनों का आरोप है कि आरोपी का एक मित्र पारसोली थाने में भोजन बनाता है। वह भी धमकियां दे रहा है।
इसके लिए अलग नियम है तथा चिकित्सकों का बोर्ड बैठता है। बालिका को देखा नहीं है। उम्र कम होना खतरनाक है।डॉ. प्रतिभा सनाढ्य
ज्यूनियर स्पेशलिस्ट, महिला एवं बाल चिकित्सालय चित्तौड़गढ़
कम उम्र के कारण पीडिता व बच्चे का जीवन संकट में है। वह गर्भपात भी नहीं करवा सकती क्योंकि इसके लिए प्रशासनिक अनुमति जरूरी है। पीडिता कम उम्र के कारण बच्चे को जन्म भी नहीं दे सकती।निलेश भटनागर, पीडिता का अधिवक्ता
बालिका पेश हुई थी। इसकी दादी उम्र नहीं बता पा रही थी। प्रकरण दर्ज करने के आदेश जारी कर दिए है।आशाराम चौधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चित्तौड़गढ़
चुनावों की तैयारी बैठक में जयपुर आया हूं। इस तरह का मामला है तो मुकदमा दर्ज कर र्कारवाई की जाएगी।राघवेन्द्र सुहास पुलिस अधीक्षक चित्तौड़गढ़
महेसरा गांव की तेरह वर्षीय बालिका को बकरियां चराने जंगल गई थीं। वहां रिश्ते में उसके चाचा ने उसके अकेलेपन का फायदा उठा कर उसके साथ ज्यादती की और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। इससे पीडिता सहम गई। लगातार यौन शोष्ाण से वह गर्भवती हो गई।
उसका पेट जब बाहर आने लगा तो दादा-दादी का दिमाग ठनका। जब बालिका से पूछताछ की तो उसने अपने ही चाचा की करतूत को उजागर किया। उसे चार-पांच माह का गर्भ है। यह मामला चार बार समाज में भी गया लेकिन हर बार आरोपी नकारता रहा।
इस पर थके हारे दादा दादी पीडिता के साथ शुक्रवार को चित्तौड़गढ़ आए तथा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में न्याय की गुहार लगाई है।
अपने भी हो गए पराए
बालिका के भविष्य को लेकर दादा-दादी चिंतित है। समाज की चार बार बैठकें करवाई जिस पर बड़ी राशि व्यय हो गई। अब वे उसके भविष्य एवं उपचार को लेकर असमंजस में है। पीडिता की व्यथा सुनाते वृद्ध दादी सुबक पड़ी। उसकी आंखों से आंसू छलक पड़े। उसे मलाल इस बात का था कि देवर के पुत्र की करतूत सामने आने के बाद नाते रिश्तेदार भी दूर हो गए। समाज की बैठक में पीडिता पर किसी और का नाम लेने का दबाव डाला गया लेकिन पीडिता टस से मस नहीं हुई।
खतरे में दो जानें
तेरह साल की आयु में गर्भवती होने से पीडिता के साथ होने वाले बच्चे का जीवन भी संकट में आ गया है। कम उम्र में प्रसव को खतरनाक माना गया है। गर्भपात के लिए प्रशासनिक अनुमति आवश्यक है। बालिका के परिजनों का आरोप है कि आरोपी का एक मित्र पारसोली थाने में भोजन बनाता है। वह भी धमकियां दे रहा है।
इसके लिए अलग नियम है तथा चिकित्सकों का बोर्ड बैठता है। बालिका को देखा नहीं है। उम्र कम होना खतरनाक है।डॉ. प्रतिभा सनाढ्य
ज्यूनियर स्पेशलिस्ट, महिला एवं बाल चिकित्सालय चित्तौड़गढ़
कम उम्र के कारण पीडिता व बच्चे का जीवन संकट में है। वह गर्भपात भी नहीं करवा सकती क्योंकि इसके लिए प्रशासनिक अनुमति जरूरी है। पीडिता कम उम्र के कारण बच्चे को जन्म भी नहीं दे सकती।निलेश भटनागर, पीडिता का अधिवक्ता
बालिका पेश हुई थी। इसकी दादी उम्र नहीं बता पा रही थी। प्रकरण दर्ज करने के आदेश जारी कर दिए है।आशाराम चौधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चित्तौड़गढ़
चुनावों की तैयारी बैठक में जयपुर आया हूं। इस तरह का मामला है तो मुकदमा दर्ज कर र्कारवाई की जाएगी।राघवेन्द्र सुहास पुलिस अधीक्षक चित्तौड़गढ़
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें