रविवार, 25 अगस्त 2013

रामदेवरा में कांस्टेबल रिश्वत लेते गिरफ्तार

पोकरण। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की जोधपुर टीम ने रविवार को रामदेवरा मे कार्रवाई करते हुए एक पुलिस कांस्टेबल और उसके सहयोगी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी कांस्टेबल महावीरसिंह भाटी को तीन हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया।रामदेवरा में कांस्टेबल रिश्वत लेते गिरफ्तार
एसीबी चौकी के निरीक्षक लक्ष्मणसिंह चौधरी ने बताया कि रामदेवरा निवासी व्यवसायी भंवरलाल विश्Aोई ने 21 अगस्त मामला दर्ज कराया था। इसमें बताया गया कि उसकी रामदेवरा में बाबा रामदेव मंदिर के पास दुकान है। जिसका काउंटर दुकान से बाहर लगा हुआ है। इस काउंटर को हटाने के लिए पुलिस कांस्टेबल महावीरसिंह भाटी उसे बार-बार परेशान करता। साथ ही काउंटर को दुकान से बाहर रखने की एवज में सात हजार रूपए की रिश्वत देने की मांग करता। उन्होंने बताया कि उसी दिन परिवादी की शिकायत पर एसीबी की टीम ने सत्यापन किया। सत्यापन के दौरान महावीरसिंह ने चार रूपए परिवादी से बतौर रिश्वत लिए तथा तीन हजार रूपए दूसरे दिन देने के लिए कहा। एसीबी की टीम दूसरे दिन 22 अगस्त को भी कार्रवाई के लिए रामदेवरा पहुंची, लेकिन उस दिन कांस्टेबल महावीरसिंह मुख्यालय से बाहर चला गया तथा परिवादी को कहा कि बाकि राशि वो और कभी ले लेंगे।

रविवार को रिश्वत की बकाया राशि की कांस्टेबल ने मांग की। इस पर परिवादी ने एसीबी को सूचित किया। एसीबी की टीम रविवार को रामदेवरा पहुंची। गांव के एक रेस्टोरेंट में राशि लेनदेन की बात हुई। इस पर परिवादी विश्Aोई चार हजार रूपए लेकर वहां पहुंचा। यहां पूर्व में काउंटर पर खड़े कांस्टेबल महावीरसिंह ने चार हजार रूपए परिवादी से ले लिए और यह राशि काउंटर पर खड़े भोजनालय के मालिक भोमसिंह तंवर को सुपुर्द की। इसी दौरान एसीबी की टीम ने कांस्टेबल व भोजनालय के मालिक तंवर को रिश्वत की राशि सहित रंगे हाथों गिरफ्तार किया।

एसीबी की टीम ने पोकरण पहुंचकर कार्रवाई की पूर्ण
रामदेवरा में भीड़ हो जाने के बाद एसीबी की टीम आरोपी कांस्टेबल भाटी व रेस्टोरेंट मालिक तंवर एवं परिवादी भंवरलाल विश्Aोई को लेकर पोकरण पुलिस थाने पहुंची। यहां उन्होंने दो सरकारी गवाहों के समक्ष सभी के बयान लिए तथा कार्रवाई को रिकॉर्ड में लेकर कार्रवाई की।

रामदेवरा में मचा हड़कंप
एसीबी की कार्रवाई की सूचना मिलते ही रेस्टोरेंट के बाहर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। सभी एसीबी की कार्रवाई से हैरान और दंग रह गए। गौरतलब है कि 28 मई को गांव में एसीबी की टीम ने रामदेवरा हल्का पटवारी को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। इसी प्रकार छह जुलाई को एसीबी जैसलमेर की टीम ने भ्रष्टाचार व अनियमितताओं की शिकायत पर ग्राम पंचायत पर छापा मारकर उसका रिकॉर्ड सीज किया था।

सोमवार को विहिप करेगा देशभर में प्रदर्शन



लखनऊ। शासन-प्रशासन की सख्ती के चलते 84 कोसी परिक्रमा निकालने में लगभग नाकाम रही विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने अब सोमवार को देशभर में धरना-प्रदर्शन करने की घोषणा की है। रविवार को पुलिस ने कई बड़े संतों को गिरफ्तार कर लिया, जिसके खिलाफ विहिप ने एक बार फिर सरकार से दो-दो हाथ करने का मन बनाया है।



विहिप ने 25 अगस्त से लेकर 13 सितम्बर तक 84 कोसी परिक्रमा की घोषणा की थी, लेकिन राज्य सरकार ने परिक्रमा पर पाबंदी लगा दी। इस बीच विहिप ने घोषणा की है कि संतों की गिरफ्तारी के विरोध में सोमवार को देशभर में प्रदर्शन किया जाएगा। विहिप के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बताया कि संतों और धर्माचार्यों को जगह-जगह से गिरफ्तार किया जा रहा है। संतों की गिरफ्तारी के विरोध में विहिप सोमवार को पूरे देश में प्रदर्शन करेगी।



विहिप सूत्रों के अनुसार विहिप अक्टूबर में अयोध्या कूच करने की बड़ी घोषणा भी कर सकती है। विहिप के नेता इस बात पर विचार कर रहे हैं कि 18 अक्टूबर को पूरे देश से अयोध्या कूच करने का कार्यक्रम बनाया जाए और इस दौरान राम मंदिर निर्माण का संकल्प लिया जाए।









सूत्रों ने बताया कि विहिप नेताओं के मुताबिक अक्टूबर का महीना हिन्दू धर्म के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण होता है। इसी महीने में दिवाली और दशहरा जैसे महत्वपूर्ण पर्व आते हैं और इसका लाभ विहिप को अयोध्या कूच कार्यक्रम में मिल सकता है।

ECLUSIVE...बाड़मेर लाशो की कीमत लगा मानवीय संवेदनाए ख़त्म की कंपनियों ने

ECLUSIVE...बाड़मेर लाशो की कीमत लगा मानवीय संवेदनाए ख़त्म की कंपनियों ने 




बाड़मेर कभी अपनी लोक संस्कृति और परम्न्पराव के लिए जाना जाने वाला रेगिस्तानी जिला बाड़मेर देशी विदेशियों कंपनियों के फेर में मानवीय संवेदनाए भूल कर शवो की कीमत लगाने के घ्रमित कार्यो को अंजाम दे रहा हें। पैसो के लालच में लोग अपने रिश्तेदारों और पत्रिजानो के शवो की कीमत लगा कर पैसा बटोरने में थोड़ी भी शर्म महसूस नहीं कर रहे। निजी कंपनियों ने जो लालच का बीज बद्स्मेर वासियों के मन में बोया था आज पूरा पेड़ बन कर पुरे समाज को निगल रहा हें। कंपनियों द्वारा लालच रूपी नोटों की थैलिय परोस अपनी गलतियों पर पर्दा डालने के लिए बाड़मेर की जनता का बेजा इस्तेमाल कर रही हें वही जनता भी थोड़े से पैसो के लालच में अपना जमीर बेच रहे हें। कभी आदिवासी क्षेत्रो में मौताणे की परंपरा थी। कभी दुर्घटना या में कोई व्यक्ति दम तोड़ देता तो उसका शव रख उसके मुआवजे की मांग कर लेते। वो आदिवासी थे जिन्हें किसी समझदार श्रेणी में समाज नहीं रखता। मौताणे की घटनाओ पर अक्सर राजनेता हो हल्ला करते ,मगर अब इस परंपरा का चलन बाड़मेर जैसे शांतप्रिय इलाके में धड़ल्ले से हो रहा हें। जहा कंपनी के शेत्र में या ब्बाहर किसी की मौत हो जाये ,तो शव को सड़क पर रख उसकी कीमत वसूलने में जुट जाते हें ,बेसक मुआवजा मृतक के आश्रितों का वाजिब हक़ हें मगर यह हक़ मांगने का तरीका बिलकुल गलत हें। बाड़मेर की जनता को केयर्न और जिंदल कंपनियों ने शवो के सौदे करने तो सिखाये ही साथ ही जिले की क़ानून व्यवस्था को भी चुनौती देना सिखा दिया। बात बात पर राष्ट्रिय राजमार्ग जाम करना ,गाडियों के शीशे तोड़ना। सड़क जाम करना , टायर जलना ,रस्ते जाम करना ,उपद्रव फैलाना सब कुछ सिखा दिया जनता को। पिछले पांच छ सालो में बाड़मेर में कोई एक दर्जन से अधिक मामले हो गए जिसके चलते किसी कंपनी में कार्यरत व्यत्कि की मौत हो गयी ,.शव अस्पताल पहुंचे उससे पहले मुआवजे को लेकर शव सड़को पर रख उसकी कीमत लगाने लग जाते हें। इसमे जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन और जन प्रतिनिधि बराबर के दोषी हे जो ऐसे कानून तोड़ने वाले लोगो को शह देते हें। कंपनियों के अधिकारियो और आन्दोलन करियो के बीच बताकर अपनी भूमिका निभाते हें जहा पुलिस को कानून तोड़ने वालो के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाने की बजे उन्हें शह देकर लाशो के सौदे तय किये जाते हें ,यह तो नहीं थी हमारे थार की थाती। आखिर लोग लाशो के पैसो से पूरी जिंदगी निकल लेंगे ,क्यूँ बाड़मेर के लोग मानवता औरसंवेदनशीलता छोड़ पशु बन गए। क्यूँ थोड़े से लालच के कारण मरे हुए व्यक्ति की आत्मा को शांति प्रदान करने की बजाय कीमत लगाने में जुटे रहते हें।बीस से पेंतीस लाख रुपये कीमत लगते हें शवो के।  जब उच्च न्यायलय ने स्पष्ट आदेश कर रखा हें की हाई जाम करने वालो से सख्ती से निपटा जाए तो फिर पुलिस उन्हें क्यूँ पुचकारती हें ,क्यूँ अनुनय विनय करती हें समझौते के लिए। अगर कंपनी की गलती से किसी की मृत्यु हुई हें तो नियमानुसार उसे मुआवजा देना ही पडेगा ,मगर बाड़मेर के लोगो ने जो रास्ता मुआवजे लेने के लिए चुना हें उससे इंसानियत शर्षर होती हें एक बार नहीं बार बार। अभी भी वक़्त हें। कंपनियों के हाथो में खेलने की बजे कंपनियों की कमजोरियों को उजागर कर उनके खिलाफ कार्यवाही अमल में लाने का प्रयास करना चाहिए। लाशोकी कीमत लगाना थी नहीं।

राजस्थान में बढ़ी महिला वोटरों की संख्‍या



राजस्थान में मतदाता सूची में महिला लिंगानुपात 23 अंक बढ़ गया है. राजस्थान निर्वाचन विभाग की गत 21 जनवरी की प्रकाशित मतदाता सूची में महिला लिंगानुपात 874 था, जो 19 अगस्त तक मात्र सात माह में बढ़कर 897 हो गया है.

इस प्रकार इस अवधि में महिला मतदाताओं की संख्या 8 लाख 74 हजार से अधिक बढ़ी है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी अशोक जैन के अनुसार प्रदेश की जनगणना 2011 के अनुसार महिला लिंगानुपात 926 है. अब राज्य की मतदाता सूची में यह अनुपात 897 हो गया है.

उन्होंने बताया कि मतदाता सूची विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम के बाद 19 अगस्त तक तैयार सूचियों में मतदाताओं की संख्या 4 करोड़ 5 लाख 78 हजार 569 हो गई है. इनमें पुरुष मतदाता 2 करोड़ 13 लाख 95 हजार 836 एवं महिला मतदाता एक करोड़ 91 लाख 82 हजार 733 है, जबकि 21 जनवरी 2013 को अन्तिम रूप से प्रकाशित मतदाता सूची में कुल मतदाता 3 करोड 92 लाख 54 हजार 739 ही थे, जिनमें महिला मतदाता केवल एक करोड 83 लाख 8 हजार 561 ही थीं.

जैन ने बताया कि 21 जनवरी 2013 को अन्तिम रूप से प्रकाशित मतदाता सूची में महिला लिंगानुपात 874 था, जो मार्च में 884, अप्रैल में 888 एवं मई में 890 हो गया. जून के अन्त में यह अनुपात 890.4 था जो विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के बाद बढ़कर 897 हो गया.

अयोध्या परिक्रमा पर अड़ी VHP, अयोध्या छावनी में तब्दील, वेदांती और महंतदास गिरफ्तार


वीएचपी ने यूपी सरकार और कोर्ट की पाबंदी के बावजूद रविवार से उत्तर प्रदेश में 84 कोसी परिक्रमा शुरु करने का ऐलान किया है. इसको लेकर सूबे में माहौल गर्म है. यूपी सरकार ने यात्रा पर रोक लगाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. वीएचपी का कहना है कि यात्रा हर हाल में आज 10 बजे से शुरू होकर रहेगी.

वीएचपी नेता रामविलास वेदांती और गोपालदास गिरफ्तार

84 कोसी परिक्रमा की वीएचपी की चेतावनी के बाद यूपी सरकार सतर्क है और वीएचपी के कई नेता नजरबंद कर लिए गए हैं. अयोध्या में वीएचपी नेता रामविलास वेदांती को गिरफ्तार कर लिया गया है. वेदांती को राम की पैड़ी इलाके में गिरफ्तार किया गया, जब वो स्नान के लिए सरयू नदी की ओर जाने की तैयारी में थे. उधर रामजन्म भूमि न्यास परिषद के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास को भी सौ समर्थकों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है. राज्य में वीएचपी कार्यकर्ताओं की धरपकड़ जारी है. अब तक पूरे यूपी में 350 से ज्यादा वीएचपी कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की खबर है.

यूपी सरकार ने वीएचपी नेता अशोक सिंघल से अनुरोध किया है कि वो लखनऊ एयरपोर्ट से ही वापस लौट जाएं. यूपी के गृह सचिव आरएम श्रीवास्तव ने कहा कि अगर सिंघल अयोध्या जाने पर जोर देंगे तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा. इस पर वीएचपी नेता अशोक सिंघल ने कहा है कि मुलायम वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं.


यूपी सरकार के मंत्री आजम खान ने कहा कि किसी भी सूरत में यात्रा नहीं होने दी जाएगी. वहीं वीएचपी नेता प्रवीण तोगड़िया ने यात्रा पर रोक लगाने के यूपी सरकार के फैसले की कड़ी आलोचना की है. तोगड़िया ने सवाल उठाया कि संतों को रोकने के लिए लाखों की संख्या में पुलिस के जवानों की क्या जरुरत है. उन्होंने कहा कि यात्रा तय कार्यक्रम के मुताबिक होगी.

कोसी परिक्रमा से पहले अयोध्या को छावनी में तब्दील

कोसी परिक्रमा से पहले अयोध्या को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. इलाके में प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं. सरयू घाट और आसपास के इलाकों में बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों के जवान तैनात हैं. फैजाबाद और अयोध्या समेत गोंडा, अंबेडकरनगर, बाराबंकी, बहराइच, बस्ती जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है. बाराबंकी से फैजाबाद के सभी रास्तों पर पुलिस और दूसरे सुरक्षा बल तैनात हैं.

VHP के परिक्रमा के ऐलान को देखते हुए फैजाबाद में अब तक 75 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. शहर में चप्पे-चप्पे पर जवान तैनात हैं. फैजाबाद के डीएम के मुताबिक, किसी को भी यात्रा में शामिल होने की अनुमतिनहीं दी जाएगी. गिरफ्तार किए जा रहे वीएचपी कार्यकर्ताओं को रखने के लिए शहर में अलग-अलग जगहों पर 10 अस्थायी जेल बनाए गए हैं.

अयोध्य़ा और फैजाबाद शहर में आने-जानेवाली गाड़ियों पर पैनी नजर रखी जा रही है. साथ ही, बाहर से आनेवाले लोगों पर भी पुलिस की निगरानी है. फैजाबाद के डीएम के मुताबिक, शहर में बाजार खुले रहेंगे और पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेवा भी आम दिनों की तरह चलेगी. कोसी यात्रा पर पाबंदी को लेकर आज अयोध्या में सरयू नदी के घाट सूने पड़े हैं. अयोध्या में कड़े पहरे के कारण आम लोग भी सरयू नदी की ओर रुख नहीं कर रहे हैं. शहर में आम दिनों की तरह चहल-पहल नहीं के बराबर है.

कानपुर और इलाहाबाद में भी प्रशासन सतर्क

उत्तर प्रदेश के कानपुर में भी सुरक्षा व्य़वस्था बढ़ा दी गई है. शहर में जगह-जगह बैरिकेटिंग की गई है और आनेजाने वालों परनजर रखी जा रही है. 84 कोसी यात्रा को लेकर इलाहाबाद में भी प्रशासन सतर्क है. यहां शनिवार को वीएचपी के 35 कार्यकर्ता गिरफ्तार किए गए. जिला प्रशासन ने कहा है कि यात्रा में शामिल होने की किसी को इजाजत नहीं दी जाएगी. पूरे शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. प्रशासन के मुताबिक बस अड्डों से लेकर रेलवे स्टेशन तक पर कड़ी नजर रखी जा रही है. कई जगहों पर सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जा रही है.

बस्ती और बहराइच में भी कड़ी सुरक्षा

VHP की परिक्रमा को लेकर यूपी के बस्ती में भी प्रशासन सतर्क है. यहां एक दर्जन से ज्यादा वीएचपी कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया. बस्ती से फैजाबाद की ओर आवाजाही रोक दी गई. शहर में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं. यहां के मखौडा मंदिर के आस-पास कड़ी सुरक्षा है. यूपी के बहराइच में भी भारी संख्या में रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों को तैनात किया गया है. शहर में सभी वाहनों की हो रही चेकिंग हो रही है और दूसरे जिलों से लगती सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है.

इससे पहले कल इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बैंच ने कल वीएचपी की प्रस्तावित चौरासी कोसी यात्रा पर रोक को सही ठहराया. कोर्ट ने यात्रा पर लगी रोक हटाने के लिए दाखिल याचिका खारिज कर दी. याचिकाकर्ता महेश गुप्ता ने पुलिस निगरानी में यात्रा की इजाजत मांगी थी, लेकिन, कोर्ट ने उनकी दलील मंजूर नहीं की. अब कोर्ट के फैसले के बाद भी वीएचपी यात्रा निकालने पर अड़ी हुई है.


 

विधायक राजावत ने तहसीलदार को चांटा मारा

कोटा। अजय आहूजा नगर में उडिया बस्ती के परिवारों को शिफ्ट करने की प्रक्रिया को लेकर शनिवार को लोगों ने न्यास के दस्ते पर पथराव किया। वहां पहुंचे विधायक भवानी सिंह राजावत ने नगर विकास न्यास के तहसीलदार गोविंदलाल कारपेंटर के थप्पड़ मार दिया। उसके समर्थकों ने न्यास के कर्मचारियों के साथ भी धक्का-मुक्की की। घटनाक्रम के अनुसार नगर विकास न्यास का दस्ता वहां अवैध रूप से रह रहे परिवारों से मकान खाली करने पहुंचा था। विधायक राजावत ने तहसीलदार को चांटा मारा
इसी बीच लोगों ने विधायक को सूचना दे दी, कुछ देर में भीड़ एकत्र हो गई। यहां एक व्यक्ति ने करोसिन छिड़क आत्मदाह करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस उसे गाड़ी में बिठाकर थाने ले गई। लोगों ने न्यास के दस्ते पर पथराव भी किया। इसके बाद दस्ता लौट आया। इसके बाद तहसीलदार ने भवानीसिंह राजावत और उनके समर्थकों के खिलाफ अनंतपुरा थाने में मारपीट और राजकार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज कराया।

जनता ने मारा चांटा

न्यास के अधिकारी-कर्मचारी वहां रह रहे लोगों से जबरन मकान खाली करवा रहे थे। मैने तहसीलदार के चांटा नहीं मारा। भीड़ में से किसी और ने थप्पड़ मारा। न्यास के कर्मचारी उन्हें घर से बेदखल कर रहे थे।" भवानी सिंह राजावत, विधायक

कायरतापूर्ण हरकत

न्यास ने उडिया बस्ती के लोगों को बसाने के लिए शानदार पुनर्वास योजना बनाई, लेकिन यहां कुछ लोगों ने 15-16 आवासों पर अनाधिकृत कब्जा कर लिया था। राजावत गलत कार्यो में ही साथ देते आए हैं। उन्होंने तहसीलदार के चांटा मारकर घोर कायरतापूर्ण हरकत की है। इसकी जितनी निंदा की जाए, उतनी ही कम हैं। न्यास इसे बर्दाश्त नहीं करेगा।" रविन्द्र त्यागी, अध्यक्ष नगर विकास न्यास

सिपाही का ट्रांसफर नहीं रोका, इसलिए जज खिलाफ : एसपी



एसपी चालके के तीन आरोप

गंगानगर एसपी ने अनूपगढ़ के अपर सेशन जज के खिलाफ जिला जज को लिखा पत्र

सिपाही का ट्रांसफर नहीं रोका, इसलिए जज खिलाफ : एसपी 




श्रीगंगानगर  अनूपगढ़ के अपर सेशन न्यायाधीश एमएस सिसोदिया द्वारा श्रीगंगानगर के एसपी संतोष चालके के खिलाफ पेश इस्तगासे में नया मोड़ आ गया है। एसपी का आरोप है कि न्यायाधीश सिसोदिया ने उन्हें एक कांस्टेबल का तबादला नहीं करने की सिफारिश की थी। उन्होंने इसे मानने से इनकार किया तो वे (न्यायाधीश) उनसे रंजिश रखने लगे। वे न्यायालय की शक्तियों का भी दुरुपयोग कर रहे हैं। एसपी ने यह पत्र इसी आठ अगस्त को जिला सेशन न्यायाधीश को लिखा है। इससे पहले वे जनवरी 2013 में भी न्यायाधीश सिसोदिया की हाईकोर्ट की विजिलेंस सेल के रजिस्ट्रार को शिकायत कर चुके हैं। ये दोनों पत्र 'भास्कर' के पास उपलब्ध हैं।

ये है मामला 

अनूपगढ़ के अपर सेशन न्यायाधीश एमएस सिसोदिया ने घड़साना कैंप के दौरान किसान आंदोलन से जुड़े एक मामले में ट्रायल में पेश नहीं होने पर विधायक पवन दुग्गल, पूर्व विधायक हेतराम बेनीवाल सहित कई जनों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। वारंट तामील के लिए डीजी के जरिए एसपी को भेजा गया था। आरोप है कि एसपी ने इसकी पालना नहीं की। इस पर न्यायाधीश सिसोदिया ने 11 जुलाई 2013 को मुंसिफ मजिस्ट्रेट न्यायालय में एसपी संतोष चालके के खिलाफ न्यायालय की अवहेलना के आरोप में इस्तगासा पेश कर दिया। इसमें मुंसिफ मजिस्ट्रेट ने एसपी को 30 अगस्त को हाजिर होने के आदेश दिए हैं। एसपी ने इस आदेश के खिलाफ सेशन न्यायालय में निगरानी याचिका भी पेश की हुई है।
मैंने मामले की जानकारी पूर्व सेशन न्यायाधीश, मौजूदा सेशन न्यायाधीश व हाईकोर्ट को दी है। न्यायालय में मामला विचाराधीन होने के कारण मीडिया से यह जानकारी मैं शेयर नहीं कर सकता।

-संतोष चालके, एसपी, श्रीगंगानगर।
संतोष चालके 

इस्तगासे में लगाए आरोप गलत व तथ्यों से परे

जज ने अनूपगढ़ विधायक पवन दुग्गल, पूर्व विधायक हेतराम बेनीवाल के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया। इन्हें 21 नवंबर, 12 को पेश करना था। उस दिन जज अवकाश पर थे। पेशी नहीं हो पाई। अगले दिन आरोपियों ने सरेंडर कर दिया। न्यायाधीश ने आदेश में लिखा कि एसपी ने वारंट तामील नहीं कराया।

झूठी शिकायत करते हैं न्यायाधीश

जनवरी 2013 में घड़साना किसान आंदोलन हुआ था, तब अनूपगढ़ डीएसपी व घड़साना एसएचओ को पत्र लिखकर अपर सेशन न्यायाधीश को सुरक्षा के लिए पुलिस वाहन दिया गया था। फिर भी जज ने हाईकोर्ट और डीजी से झूठी शिकायत की कि सुरक्षा नहीं मिली।

तबादला रुकवाने हमारे दफ्तर आए थे जज

26 मई 2012 को मैंने कांस्टेबल फूलचंद का तबादला घड़साना से रावला किया था। तबादला रोकने के लिए एमएस सिसोदिया एसपी कार्यालय आए। फोन भी किए। कहा- कांस्टेबल रोज उन्हें घुमाने लेकर जाता है। मैंने इनकार कर दिया। इसी कारण जज शक्तियों का दुरुपयोग कर रहे हैं।

मामला कोर्ट में है

॥मामला अभी कोर्ट में पेंडिंग है। मुझे और कुछ नहीं कहना।

-एमएस सिसोदिया,

अपर सेशन जज, अनूपगढ़

एसपी का पत्र मिला है

॥एसपी का पत्र मुझे मिला है, जिसे देखा जा रहा है। यह न्यायपालिका से जुड़ा विषय है और कानून की नजर में सब बराबर हैं। इस बारे में और कुछ नहीं कहना।

-हरफूलसिंह, जिला एवं सेशन न्यायाधीश, श्रीगंगानगर।

मुंबई में पत्रकार से गैंगरेप का चौथा आरोपी गिरफ्तार

मुंबई: मुंबई में फोटो पत्रकार के साथ गुरुवार शाम हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस ने चौथे आरोपी को शनिवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। तीसरा आरोपी भी शनिवार की शाम को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार आरोपियों को आज पुलिस कोर्ट में पेश करेगी। पांचवें आरोपी की तलाश अभी जारी है।मुंबई में पत्रकार से गैंगरेप का चौथा आरोपी गिरफ्तार
इससे पहले अदालत ने दो गिरफ्तार आरोपियों को 30 अगस्त तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि तीसरे फरार आरोपी को शनिवार शाम गिरफ्तार किया गया। हालांकि आरोपी का नाम फिलहाल सार्वजनिक नहीं किया गया है।

इससे पहले दो आरोपियों चांद बाबू सत्तार शेख उर्फ मोहम्मद अब्दुल और उसके साथी विजय जाधव को अदालत में पेश किया गया। पुलिस ने फरार आरोपियों की तलाश के लिए दोनों आरोपियों की पुलिस हिरासत मांगी और अदालत ने उन्हें 30 अगस्त तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया।

घटना की जांच कर रही एनएम जोशी मार्ग पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दूसरे आरोपी को दक्षिण मध्य मुंबई के मदनपुरा इलाके के एक वीडियो पार्लर से शनिवार सुबह गिरफ्तार किया गया। वह घटना के बाद से इस इलाके में छिपा हुआ था।

यह घटना मुंबई के महालक्ष्मी रेलवे स्टेशन के नजदीक बंद पड़ी शक्ति मिल कंपाउंड में उस वक्त हुई थी जब अंग्रेजी पत्रिका में कार्यरत पत्रकार अपने पुरुष सहकर्मी के साथ दफ्तर से मिले काम के सिलसिले में यहां आई थी।

महाराष्ट्र के गृहमंत्री आरआर पाटील ने शुक्रवार को कहा था कि पीड़िता को जल्द न्याय दिलाने के लिए मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक अदालत में कराई जाएगी।

अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए स्थानीय पुलिस और अपराध शाखा के कर्मियों की 20 टीमें गठित की गई हैं।

महिला और उसके सहकर्मी द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर पुलिस ने आरोपियों का स्केच तैयार करा कर सभी पुलिस थाने और आसपास के इलाके में वितरित कर दिया है।

महिला फोटो पत्रकार के साथ दुष्कर्म की यह घटना मध्य मुंबई के महालक्ष्मी रेलवे स्टेशन के पास बंद पड़ी शक्ति मिल्स परिसर में गुरुवार घटी थी।

पुलिस की अपराध शाखा के दस्ते ने शनिवार सुबह मदनपुरा इलाके से मामले के एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार किया। आरोपी एक वीडियो पार्लर में छिपा था।

पुलिस आयुक्त सत्यपाल सिंह ने शनिवार दोपहर संवाददाताओं को बताया, "हमने दूसरे आरोपी को आज सुबह गिरफ्तार किया है। उसने कबूल किया है कि वह अपराध में शामिल था। हम उम्मीद करते हैं कि जल्दी ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लेंगे।"

गिरफ्तार आरोपी शेख के परिवार वालों ने दावा किया है कि उसकी उम्र 16 साल है। सिंह ने कहा कि पांचों आरोपियों के गिरफ्तार हो जाने के बाद पुलिस पूरा विवरण देगी।

इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को केंद्र सरकार से कहा कि वह मुंबई में दो दिन पहले एक फोटो पत्रकार के साथ हुए दुष्कर्म की घटना पर महाराष्ट्र सरकार से एक रिपोर्ट मांगे।

पुलिस को चकमा दे हजारों संत व विहिप कार्यकर्ता पहुंचे अयोध्या!



उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद विश्व हिंदू परिषद (विहिप) अयोध्या में 84 कोसी परिक्रमा करने पर अड़ी है। परिक्रमा को रोकने के लिए शासन व प्रशासन हालांकि पूरे प्रदेश में चौकन्ना है और शुक्रवार देर रात से ही गिरफ्तारी शुरू कर दी है, लेकिन सूत्रों की मानें तो पुलिस को चकमा देकर हजारों संत व विहिप कार्यकर्ता अब तक अयोध्या पहुंच चुके हैं।
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विहिप ने रविवार को अयोध्या में सरयू पूजन के बाद परिक्रमा के लिए बस्ती के मखौड़ा जाने का ऐलान किया है।
राज्य सरकार ने 19 अगस्त को 84 कोसी परिक्रमा पर प्रतिबंध लगाया था। प्रतिबंध लगाने के बाद विहिप के नेताओं ने अपनी रणनीति बदल दी और अपने कार्यकर्ताओं को दो श्रेणी में बांटकर द्वितीय श्रेणी के कार्यकर्ताओं को संतों के साथ अयोध्या भेजना शुरू कर दिया था।
बताया जाता है कि अशोक सिंघल, प्रवीण तोगडिम्या, राम विलास वेदांती जैसे विहिप के बड़े नेता जिन पर शासन व प्रशासन की नजर है, उन लोगों ने अपने को अलग रखा क्योंकि उन्हें मालूम था कि पुलिस या तो उन्हें गिरफ्तार कर लेगी या उन्हें उनके निवास पर ही नजरबंद कर देगी। विहिप के कुछ नेता इसी रणनीति के तहत भूमिगत हो गए हैं।

सूत्रों ने बताया कि विहिप अपनी रणनीति में सफल हो चुकी है। इसीलिए जब शुक्रवार को प्रशासन सख्त हुआ और पूरे प्रदेश में देर रात से जगह-जगह धरपकड़ शुरू की तब तक विहिप अपने हजारों कार्यकर्ताओं और संतों को अयोध्या भेज चुकी थी। विहिप के ये कार्यकर्ता और साधु-संत परिक्रमा मार्ग से जुड़े गांवों में भेष बदलकर गुप्त रूप से शरण लिए हुए हैं। ये सभी अपनी तय रणनीति के तहत रविवार से परिक्रमा का आगाज करेंगे।

उधर, विहिप को रोकने पर आमादा फैजाबाद प्रशासन ने जिले में निगरानी व सुरक्षा सख्त कर दी है। अधिकारियों के दिशा निर्देशन के लिए क्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक (जोनल आईजी) सुभाष चंद्रा भी फैजाबाद में डटे हुए हैं।

आईजी के साथ मंडलायुक्त संजय प्रसाद व डीआईजी बी.डी. पाल्सन ने शनिवार को अधिग्रहीत परिसर सहित अयोध्या के सरयू तट का निरीक्षण किया, जहां परिक्रमा शुरू करने से पहले विहिप ने पूजन की तैयारी की है। पुलिस ने हिंदू संगठनों के नेताओं की गिरफ्तारी तेज कर दी है। पुलिस ने अब तक 2०4 विहिप कार्यकर्ताओं एवं संतों को गिरफ्तार भी किया है।

इसी बीच शाहजहांपुर में स्वामी चिन्मयानंद ने कहा कि राज्य सरकार चाहे गोली मारे या गिरफ्तारी करे, परिक्रमा किसी भी हाल में नहीं रुकेगी। उन्होंने कहा कि साधु-संत किसी भी हालत में परिक्रमा पूरी करके ही रहेंगे।

चिन्मयानंद ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का बचपना प्रदेश पर भारी पड़ रहा है और मुलायम सिंह यादव एक बार फिर रामजन्मभूमि जैसे हालात पैदा कर रहे हैं।

यहां श्रीकृष्ण ने त्यागे थे प्राण

सोमनाथ तीर्थ क्षेत्र भगवान शिव के साथ ही भगवान श्री कृष्ण के जीवन से भी गहराई से जुड़ा हुआ है। भागवत पुराण में श्रीकृष्ण के देवलोक गमन की कथा आती है। कृष्ण के पांव में जरा नामक व्याध का तीर लगा था। त्रिवेणी के तट पर श्रीकृष्ण के बड़े भाई बलदेव से वार्ता हुई। श्रीकृष्ण ने कहा, ‘भैया अब इस लोक से जाने का वक्त आ गया है।’ इसके बाद श्रीकृष्ण विद्युत बनकर मेघमाला में विलीन हो गए। इस तरह उन्होंने धरती छोड़ बैकुंठ धाम का सफर तय किया। इसके साथ ही बलदेव ने भी अपना असली रूप (शेषनाग का) धारण किया और नदी के मार्ग से पाताल लोक को प्रस्थान कर गए।
सोमनाथ मंदिर से छह किलोमीटर दूर वेरावल मार्ग पर भालुका तीर्थ वही जगह है, जहां वन में विश्राम करते समय कृष्ण को जरा नामक व्याध का तीर लगा था। कहा जाता है त्रेता युग में राम ने बालि को धोखे से तीर मारा था। प्रभु ने कहा था मैं भी तुम्हें मौका दूंगा। द्वापर युग में बालि बहेलिये के रुप में था। यहां श्रीकृष्ण की लेटी हुई विशाल प्रतिमा है। इसके बगल में प्रेम भिक्षु जी महाराज द्वारा स्थापित अखंड रामनाम कीर्तन मंदिर और प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय का संग्रहालय भी है।

समुद्र के किनारे वाणगंगा है, जहां समुद्र की जलधारा के बीच दो शिवलिंग स्वयं प्रकट हो गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि वे 40 सालों से इसी तरह इन शिवलिंगों को देख रहे हैं। त्रिवेणी तट पर तीन नदियों का संगम है। हिरण्या, कपिला और सरस्वती। यहां पर सुंदर घाट बनाए गए हैं। इसका पुनरुद्धार भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के प्रयास से हुआ। इसके पास ही है गोलोकधाम तीर्थ, जिसमें गीता मंदिर समेत कई मंदिर हैं। गीता मंदिर में कृष्ण की आदमकद प्रतिमा है। यहां पीपल वृक्ष के पास श्रीकृष्ण की चरण पादुका बनी है। यहां बलदेव की गुफा भी हैं, जहां से उन्होंने पाताल लोक के लिए प्रस्थान किया था।

इसके बगल में हिंगलाज गुफा भी है। कहा जाता है कि पांडव अज्ञातवास के दौरान कुछ समय यहां भी रहे। गीता मंदिर के बगल में शारदापीठ है। ये शंकराचार्य जी का आश्रम है। सोमानाथ तीर्थ न सिर्फ हिंदू धर्म में, बल्कि जैन मतालंबियों के लिए भी पवित्र तीर्थ स्थल है। सोमनाथ शहर में बड़ी संख्या में मुस्लिम परिवार हैं, जिनकी रोजी रोटी बाबा सोमनाथ के सहारे चलती है।

शनिवार, 24 अगस्त 2013

झारखंड में महिला कांस्टेबल से गैंगरेप

रांची। झारखंड के लातेहार जिले में अंतिम संस्कार के लिए रिश्तेदार का शव ले जा रही एक महिला कांस्टेबल के साथ दुष्कर्म किए जाने की सनसनीखेज घटना सामने आई है।
पुलिस के अनुसार, नक्सलियों ने उक्त महिला के पति की हत्या कर दी थी, जिसके मुआवजे के रूप में विधवा को कांस्टेबल की नौकरी मिली थी। वह रिश्तेदारों के साथ गुरूवार रात शव लेकर रांची से लगभग 150 किलोमीटर दूर गढ़वा जा रही थी।

रास्ते में अपराधियों ने लातेहार जिले के जलदगा पुल (रांची से लगभग 130 किलोमीटर दूर) के पास वाहन रोका और शव के साथ गए रिश्तेदारों को लूट लिया। उसके बाद तीन व्यक्तियों ने महिला कांस्टेबल के साथ उसी वाहन में कथितरूप से दुष्कर्म किया, जिसमें शव रखा था।

महिला कांस्टेबल ने शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज कराई। उसका चिकित्सकीय परीक्षण भी कराया गया है। पुलिस ने अपराधियों की तलाश शुरू कर दी है। झारखंड में पिछले कुछ महीनों में यौन अपराधों में बढ़ोत्तरी हुई है। पिछले महीने दो जगहों पर छह नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म हुआ था।

रेप और हत्या के मामले में दो को फांसी की सजा

छतरपुर (म.प्र)। मध्यप्रदेश के छतरपुर के बिजावर की एक अदालत ने एक विधवा के साथ तीन वर्ष पूर्व हुए बलात्कार और बाद में उसकी हत्या किए जाने के मामले में दो अभियुक्तों को फांसी की सजा सुनाई है। रेप और हत्या के मामले में दो को फांसी की सजा
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश जे.पी.सिंह ने शुक्रवार को गणेश लोधी और रामजी लोधी को रेप करने के आरोप में उम्र कैद और एक हजार रूपए के जुर्माने की सजा सुनाई। इसके अलावा दोनाें आरोपियों को महिला के हत्या करने के आरोप में फांसी की सजा सुनाई गई।

अभियोजन के अनुसार छतरपुर के बक्सवाहा की निवासी महिला का उसके सगे देवर गणेश और एक अन्य रिश्तेदार रामजी द्वारा नवंबर 2010 में बलात्कार किया गया था। बाद में आरोपियों ने उसकी कुल्हाड़ी मार कर हत्या कर दी थी। महिला के बच्चों ने अपराध की जानकारी अपने नाना नाथू लोधी को दी थी जिनकी शिकायत पर पुलिस में मामला दर्ज किया गया था।

देर रात गुपचुप अयोध्या पहुंचेंगे विहिप नेता!

/अयोध्या। अयोध्या में स्थित विवादित श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए विशव हिन्दू परिषद द्वारा आयोजित 84 कोसी परिक्रमा को मद्देनजर शनिवार देर रात तक विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण भाई तोगडिया, विश्व हिन्दू परिषद के महामंत्री चम्पतराय अयोध्या पहुंच सकते हैं। देर रात गुपचुप अयोध्या पहुंचेंगे विहिप नेता!
सूत्रों के मुताबिक 84 कोसी परिक्रमा को प्र्रदेश सरकार द्वारा प्रतिबन्ध लगाए जाने पर जिला प्रशासन ने पूरे अयोध्या में पुलिस बल बढ़ा दिया है। इस बल को अनसुनी करते हुए विहिप के पदाधिकारी गुपचुप ही देर रात्रि तक अयोध्या में पहुंच जाएंगे और रविवार सुबह संत धर्माचार्यो के साथ सरयू सलिल के तट पर पूजन-अर्चन कर 84 कोस परिक्र मा शुरू कर देंगे।

इस बीच जिलाधिकारी विपिन कु मार द्विवेदी ने बताया कि विहिप के पदाधिकारियों पर कड़ी निगरानी रखी गई है। पाबंदी के बावजूद अयोध्या के आसपास 84 कोसी की परिक्रमा करने के विश्व हिंदू परिषद के ऎलान के खिलाफ उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या से सटे छह जिलों की सीमाएं सील कर दी है। विहिप की तैयारियों को देखते हुए अयोध्या और फैजाबाद को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। रास्तों में बैरिकेटस लगाए जा रहे हैं। पीएसी की नौ कंपनियां अध्योध्या पहुंच गई हैं।

यूपी सरकार हर हाल में परिक्रेमा को रोकना चाहती है,उसका कहना है कि वह प्रदेश को गुजरात नहीं बनने देगी। अशोक सिंघल के अलावा प्रवीण तोगडिया, राम विलास वेदांती समेत विहिप के 70 नेताओं के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया गया है। अयोध्या में बड़ी संख्या में साधु-संतों के पहुंचने की आंशका को देखते हुए फैजाबाद में 10, बराबंकी में 12, बहराइच में छह , बस्ती में दो, गोंडा में तीन और अम्बेडकरनगर में पांच अस्थाई कारावास बनाए गए हैं।

प्रदेश भर में गिरफ्तारियां शुरू

विहिप की प्रस्तावित 84 कोसी परिक्रमा के मद्देनजर शनिवार को अयोध्या में 50 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के बी सिंह ने बताया कि इन लोगों को धारा 144 के उल्लंघन के तहत गिरफ्तार किया गया है। अयोध्या क्षेत्र में जनजीवन सामान्य है लेकिन 144 का उल्लंघन करने वालों की तत्काल गिरफ्तारी की जाएगी। इससे पहले आगरा में 66 और फतेहपुर में 17 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

विहिप परिक्रमा पर अडिग

सरकारी पाबंदी और भारी पुलिस बंदोबस्त होने के बावजूद विश्व हिन्दू परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष प्रवीण तोगडिया ने कहा कि 25 अगस्त से प्रस्तावित 84 कोसी परिक्रमा अपने निर्धारित समय से शुरू होगी। तोगडिया ने कहा कि परिक्रमा शुद्ध रूप से धार्मिक आयोजन है लेकिन समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने इस पर पाबंदी लगवाकर इसे राजनीतिक बना दिया। उनका कहना था कि यह संतों की यात्रा है इसे कभी भी निकाला जा सकता है।

तोगडिया ने कहा कि यह सही है कि यह यात्रा विवादित रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए शुरू की जा रही है लेकिन विहिप को इससे कोई मतलब नहीं है कि किस राजनीतिक पार्टी का इससे फायदा है या किसे नुकसान। उन्होंने कहा कि विहिप उसी राजनीतिक दल को समर्थन देगी जो मंदिर निर्माण में सहयोग देगा। उन्होंने कहा कि यह चुनावी रैली नहीं है इसलिए इसमें आम जनमानस नहीं बल्कि संत ही भाग लेंगे। प्रशासन यदि रोक सके तो रोक ले। उन्होंने कहा कि अयोध्या में काफी संख्या में पुलिस बल तैनात होना कोई नई बात नहीं है। यहां तो हमेशा ही पुलिस काफी संख्या में रहती ही है।

यात्रा को लेकर राजनीति गरमाई

विहिप की इस यात्रा को लेकर राजनीति गरमा गई है। चुनाव की आहटों के बीच उत्तर प्रदेश में एक बार फिर धर्मध्वजाएं लहराने लगे हैं। सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कहा कि परिक्रमा के निर्धारित रास्ते को बदला गया है और नई परम्परा की शुरूआत की जा रही है इसीलिए पाबंदी लगाना जरूरी हो गया। पारम्परिक चौरासी परिक्रमा अप्रेल में शुरू होती है। साम्प्रदायिक तनाव फैलाने की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती है।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और स्थानीय सांसद निर्मल खत्री इसे सपा और भाजपा की नूराकुश्ती बताते हैं। खत्री का कहना है कि दोनों दल लोकसभा चुनाव में साम्प्रदायिक आधार पर मतों का धु्रवीकरण कराना चाहते हैं इसलिए राजनीति का यह खतरनाक खेल खेल रहे हैं। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा है कि इस मामले को लेकर दोनों दलों भाजपा और सपा के बीच सांठगांठ है। उन्होंने कहा कि ये पार्टियां दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक हिंसा फैलाना चाहती हैं।

परिक्रमा करने वाले होंगे अरेस्ट

राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अरूण कुमार ने सुरक्षा इंतजामों का जायजा लेते हुए कहा कि सरकार के निर्णय का अक्षरश: पालन किया जाएगा। परिक्रमा के लिए जाने वालों की गिरफ्तारी होगी। कानून व्यवस्था खराब करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं। स्थानीय पुलिस की मदद के लिए 13 कंपनी पीएसी और 10 कंपनी रैपिड एकशन फोर्स तैनात की जा रही है। इसके अलावा दो पुलिस अधीक्षक, 16 अपर पुलिस अधीक्षक, 32 पुलिस उपाधीक्षक, 80 निरीक्षक, 250 उपनिरीक्षक और 600 सिपाही के साथ ही महिला सुरक्षाकर्मी तथा होमगार्ड के जवान तैनात किए जा रहे है।

पहले भी हो चुकी है परिक्रमा

माना जाता है कि भगवान राम का साम्राज्य अयोध्या के इर्द-गिर्द 84 कोस में फैला था। इसीलिए श्रद्धालु हर साल चैत्र पूर्णिमा से वैशाख पूर्णिमा के बीच 84 कोस की यात्रा करते हैं। इस साल भी 25 अप्रेल से 20 मई के बीच ये यात्रा हुई।

बाड़मेर केयर्न के खोदे गढ़ों में डूबकर एक युवती सहित तीन की मौत

बाड़मेर केयर्न के खोदे गढ़ों में डूबकर एक युवती सहित तीन की मौत ,

गुस्साए ग्रामीणों ने एन एच पंद्रह किया जाम 

बाड़मेर सरहदी बाड़मेर जिले के सदर थाना क्षेत्र के भाडखा गाँव में केयर्न एनेर्जी की भाग्यम आयल फिल्ड क्षेत्र में खोदे गए गढ़ों में बरसती पानी के भराव के चलते शनिवार शाम एक युवती सहित तीन जनों की डूबने से मौत हो गयी। तीन जनों की मौत के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने नेशनल हाई वे पंद्रह बाड़मेर  भादाखा गाँव के समीप जाम कर दी। करीब चार घंटे से जाम अभी तक जरी हें जिसके कारन इस मार्ग पर वाहनों की लम्बी कतारें खादी हो गयी। भादाखा गाँव के समीप केयर्न एनेर्जी की भाग्यम आयल फिल्ड क्षेत्र में पूर्व में गढ़े खोदे गए थे जिसमे पिछले दिनों आई बारिश के कारन यह गाढे पानी से भर गयुए थे। शाम चार बजे स्वरुप खान उम्र चौदह साल राह चलते अनजाने से इस गढ़े में गिर गया जिसे बचने के चक्कर में युवती अमीना उम्र सत्रह साल और अरबाज उम्र सुलह साल भी डूब गए। गाँव में केयर्न की लापरवाही के चलते तीन मौतों से पूरा गाँव सदमे में आ गया। ग्रामीण सड़को पर निकल आये ,नेशनल हाई वे पन्द्र को भादाखा के पास जाम कर दिया। करीब चार घंटे से जाम चल रहा हें। जाम के साथ लोग हुड़दंग भी मच रहे हें। ओउलिस को सूचना मिलाने पर सदर पुलिस माय जाब्ते मौके पर पहुंची। आन्दोलन पर उतारू ग्रामीणों से बातचीत के प्रयास किये जा रहे हें ,जाम के कारन वहां चालको ने अपने रूट निम्बला गाँव के पास से बदल दिए। 

मृत घोषित होने के तीन साल बाद घर पहुंचा था जीतेन्द्र,फिर भाग पाकिस्तान में पकड़ा गया

पाकिस्तान में पकडे गए युवक की उम्र को लेकर छिड़ा विवाद 

भोपाल पुलिस ने किया खुलासा 
मृत घोषित होने के तीन साल बाद घर पहुंचा था जीतेन्द्र,फिर भाग पाकिस्तान में पकड़ा गया  


बाड़मेर चार रोज पूर्व बाड़मेर जिले की सरहद पार कर पाकिस्तान के चेत चौक खोखरापार में पकडे गए मध्य प्रदेश के शिवानी जिले के मोमिनपुरा निवासी जीतेन्द्र अर्जुनवार की जिंदगी की रोचक कहानी सामने आई हें। हेदराबाद सेन्ट्रल जेल में बंद जीतेन्द्र अपने घर से २००२ कंही चला गया था जिसकी गुमशुदगीउसकी माता पारवती अर्जुनवार बालघाट पुलिस ठाणे में दर्जकराई । करेब सात साल तक पुलिस उसे तलाशती रहीप मगर जीतेन्द्र नहीं मिला पुलिस की तमाम कोशिशो के बाद जीतेन्द्र नहीं मिला तो उसे मृत घोषित कर पुलिस ने २००९ में उसकी फाइल बंद कर दी। इसी बीच अचानक २०१२ में जीतेन्द्र वापस घर लौटा तो जैसे उसकी माँ को स्वर्ग मिल गया। मृत घोषित बेटे को सामने देख चैन की सांस ली उसकी माता पारवती ने। जीतेन्द्र अपनी माँ ,बड़े भाई ,बहन के साथ घर पर रहने लगा ,उसके छोटे भाई की बीमारी के कारन मौत पहले हो गयी थी ,उसकेपिता इश्वर अर्जुनवार की मौत पहले ही हो चुकी थी ,इसी बीच तीन माह पूर्व जीतेन्द्र की अपनी माँ के साथ किसी बात को लेकर बहस हो गयी। जीतेन्द्र फिर गायब हो गया ,घरवालो ने पता लगाने का प्रयास भी किया कीया मगर सफलता नहीं मिली। शुक्रवार को जब पुलिस ने उनके घर पहुच बताया की जीतेन्द्र पाकिस्तान में पकड़ा गया तो मानो उसकी माँ पर दुखो का पहाड़ टूट पडा हो। उसकी माँ ने बताया की जीतेन्द्र क्या करता हे उसे कभी नहीं बताया। सिवनी के पुलिस अधीक्षक मिथिलेश शुक्ला के अनुसार जीतेन्द्र के शिवानी के निवासी होने की तस्दीक हो गई हें ,उसकी उम्र अब अठाईस साल हें ,पाकिस्तान में उसे पन्द्र साल का बताया गया हें। उसके माता और परिवार को जानकारी दे दी गई हें

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