पाकिस्तान में पकडे गए युवक की उम्र को लेकर छिड़ा विवाद
भोपाल पुलिस ने किया खुलासा
मृत घोषित होने के तीन साल बाद घर पहुंचा था जीतेन्द्र,फिर भाग पाकिस्तान में पकड़ा गया
भोपाल पुलिस ने किया खुलासा
मृत घोषित होने के तीन साल बाद घर पहुंचा था जीतेन्द्र,फिर भाग पाकिस्तान में पकड़ा गया
बाड़मेर चार रोज पूर्व बाड़मेर जिले की सरहद पार कर पाकिस्तान के चेत चौक खोखरापार में पकडे गए मध्य प्रदेश के शिवानी जिले के मोमिनपुरा निवासी जीतेन्द्र अर्जुनवार की जिंदगी की रोचक कहानी सामने आई हें। हेदराबाद सेन्ट्रल जेल में बंद जीतेन्द्र अपने घर से २००२ कंही चला गया था जिसकी गुमशुदगीउसकी माता पारवती अर्जुनवार बालघाट पुलिस ठाणे में दर्जकराई । करेब सात साल तक पुलिस उसे तलाशती रहीप मगर जीतेन्द्र नहीं मिला पुलिस की तमाम कोशिशो के बाद जीतेन्द्र नहीं मिला तो उसे मृत घोषित कर पुलिस ने २००९ में उसकी फाइल बंद कर दी। इसी बीच अचानक २०१२ में जीतेन्द्र वापस घर लौटा तो जैसे उसकी माँ को स्वर्ग मिल गया। मृत घोषित बेटे को सामने देख चैन की सांस ली उसकी माता पारवती ने। जीतेन्द्र अपनी माँ ,बड़े भाई ,बहन के साथ घर पर रहने लगा ,उसके छोटे भाई की बीमारी के कारन मौत पहले हो गयी थी ,उसकेपिता इश्वर अर्जुनवार की मौत पहले ही हो चुकी थी ,इसी बीच तीन माह पूर्व जीतेन्द्र की अपनी माँ के साथ किसी बात को लेकर बहस हो गयी। जीतेन्द्र फिर गायब हो गया ,घरवालो ने पता लगाने का प्रयास भी किया कीया मगर सफलता नहीं मिली। शुक्रवार को जब पुलिस ने उनके घर पहुच बताया की जीतेन्द्र पाकिस्तान में पकड़ा गया तो मानो उसकी माँ पर दुखो का पहाड़ टूट पडा हो। उसकी माँ ने बताया की जीतेन्द्र क्या करता हे उसे कभी नहीं बताया। सिवनी के पुलिस अधीक्षक मिथिलेश शुक्ला के अनुसार जीतेन्द्र के शिवानी के निवासी होने की तस्दीक हो गई हें ,उसकी उम्र अब अठाईस साल हें ,पाकिस्तान में उसे पन्द्र साल का बताया गया हें। उसके माता और परिवार को जानकारी दे दी गई हें
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