शुक्रवार, 16 अगस्त 2013

सेक्सी लुक के कारण नहीं बन पाई नेता

सेक्सी लुक  के कारण नहीं बन पाई  नेता 


तेहरान। ईरान में एक महिला को इसलिए पार्षद नहीं बनने दिया गया क्योंकि वह बहुत खूबसूरत है। उसे यह कहकर अयोग्य करार दिया गया कि हमें कैट वॉक करने वाली मॉडल की जरूरत नहीं है।
ईरान में 27 साल की महिला के साथ अन्याय


हाल ही में काजविन सिटी कौंसिल के लिए चुनाव हुए थे। इसके लिए कुल 163 उम्मीदवार खड़े हुए थे। चुनाव के बाद आए नतीजों में नीना सियाकली मोरादी 14 वें स्थान पर रही थी। मोरादी को कुल दस हजार वोट मिले थे। पहले 13 उम्मीदवारों पार्षद बन गए। जो उम्मीदवार 14 वें स्थान पर रहा उसे फर्स्ट रिजर्व के रूप में लिस्टेड किया गया।



जब मेयर ने सीट छोड़ दी तो आर्किटेक्ट से ग्रेजुएट मोरादी का उस सीट पर दावा बनता था लेकिन उन्हें इस पोस्ट के लिए यह कहकर अयोग्य करार दे दिया गया कि वह बहुत खूबसूरत है। हालांकि आधिकारिक कारण यह बताया गया है कि चुनाव प्रचार के दौरान मोरादी ने जो पोस्टर लगाए थे उसमें उसका चेहरा ढका हुआ नहीं था। हालांकि मोरादी ने बुर्का पहना हुआ था। कंजरवेटिव विरोधियों ने इसकी शिकायत कर दी। इसके बाद मोरादी को अयोग्य ठहराया गया।



एक वरिष्ठ काजविन अधिकारी ने कहा कि हमें कौंसिल में कैट वॉक करने वाली मॉडल की जरूरत नहीं है। मोरादी की उम्मीदवारी का विरोध करने वालों का कहना है कि खूबसूरती और युवाओं के कारण वह चुनाव जीती है। रिव्यू बोर्ड ने उसके इलेक्शन पोस्टरों और अन्य सामग्री का विरोध किया था। मोरादी खुद को अयोग्य करार दिए जाने के फैसले को चुनौती दे सकती है।



मोरादी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि दस हजार लोगों ने मुझे वोट दिया है। उन्होंने इस आधार पर वोट किया था कि मैं सिटी कौंसिल की फर्स्ट अल्टरनेटिव मेंबर बनूंगी। यह चुनौती ईरान के नए राष्ट्रपति के लिए टेस्ट है जिन्होंने महिला अधिकारों के पक्ष में आवाज बुलंद की है। उन्होंने अपनी कैबिनेट में महिला को कानूनी मामलों के लिए बतौर उप राष्ट्रपति नामांकित किया है। महिलाएं काम तो करती है लेकिन उन्हें समान अधिकार हासिल नहीं है।

राजस्थान में भाजपा को मिल सकती है सत्ता

नई दिल्ली। इस साल के अंत में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इंडिया टुडे-सी वोटर के ओपिनियन पोल के मुताबिक इन राज्यों में कांग्रेस को तगड़ा झटका लग सकता है। सर्वे के मुताबिक राजस्थान में भाजपा की सरकार बन सकती है। 200 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 97 सीटें मिल सकती है। भाजपा को 19 सीटों का फायदा होगा। कांग्रेस 17 सीटों के नुकसान के साथ 79 सीट पर सिमट सकती है। बसपा को पांच और अन्य को 19 सीटें मिल सकती है।राजस्थान में भाजपा को मिल सकती है सत्ता


शिवराज लगा सकते हैं हैट्रिक



मध्य प्रदेश में भाजपा तीसरी बार सरकार बना सकती है। हालांकि उसे 21 सीटों का नुकसान होने का अनुमान है। मध्य प्रदेश में विधानसभा की कुल 230 सीटें है। भाजपा को 122 सीटें मिलने का अनुमान है। कांग्रेस को 92 सीटें मिल सकती है। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 71 और भाजपा को 143 सीटें मिली थी। बसपा को 6 और अन्य को 10 सीटें मिल सकती है।



छत्तीसगढ़ में बन सकती है रमन सरकार



इसी तरह छत्तीसगढ़ में भी फिर भाजपा की सरकार बन सकती है। सर्वे के मुताबिक 90 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 45 सीटें मिल सकती है। हालांकि पार्टी को 5 सीटों का नुकसान होता दिख रहा है। कांग्रेस को 42 सीटें मिल सकती है उसे 4 सीटों का फायदा होता दिख रहा है। बसपा को 2 और अन्य को एक सीट मिल सकती है।


दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस को सिर्फ 28 सीटें मिलेगी। पिछले चुनाव में उसे 43 सीटें मिली थी। इस तरह कांग्रेस को 15 सीटों का नुकसान होता दिख रहा है। भाजपा को 28 सीटें मिलने का अनुमान है। उसे पांच सीटों का फायदा होता दिख रहा है। 2008 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 23 सीटें मिली थी।

टाटा के इंटरनेट प्लान संग मुफ्त टैबलेट

नई दिल्ली। टाटा डोकोमो ने अपनी इंटरनेट सेवा की ग्राहकों के बीच पहुंच बढ़ाने के मकसद से शुक्रवार को 100 एमबीपीएस स्पीड वाला एक सालाना प्लान लांच किया जिसकी शुरूआत 1099 रूपए प्रति माह से होगी और इसे लेने पर 5000 से 40 हजार रूपए का एक टैबलेट मुफ्त मिलेगा।टाटा के  इंटरनेट प्लान संग मुफ्त टैबलेट
कंपनी ने जारी बयान में कहा कि जो भी उपभोक्ता एक साल के लिए हमारा 100 एमबीपीएस प्लान लेगा उसे 40 हजार रूपए का टैबलेट मुफ्त दिया जाएगा 100 एमबीपीएस प्लान का मासिक शुल्क 6666 रूपए होगा। जो उपभोक्ता सालाना 1099 रूपए या उससे अधिक का प्लान लेते हैं उन्हें 5000 रूपए का टैबलेट मुफ्त दिया जायेगा। बयान में बताया गया कि यह आफर केवल 30 सितम्बर 2013 तक ही जारी रहेगा।

फोन पर दोस्ती,फिर सेक्स और अब ब्लैकमेल

जयपुर। राजधानी के शिप्रापथ थाना क्षेत्र में एक नाबालिग के साथ फोन पर दोस्ती करने फिर उससे नाजायज संबंध बनाने और अब करीब 2 साल बाद ब्लैकमेल करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। स्वतंत्रता दिवस के ठीक एक दिन पूर्व 14 अगस्त को दोस्ती की आड़ में वहशी दरिंदगी का शिकार हुई पीडिता अपने पिता के साथ थाने पहुंची और आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने मामला की जांच शुरू करते हुए आरोपी युवक की तलाश शुरू कर दी है।
फोन पर दोस्ती,फिर सेक्स और अब ब्लैकमेल
जानकारी के अनुसार आरोपी युवक ने पहले तो पीडिता पर दोस्ती का दबाव बनाया और फिर बहला फुसलाकर उसके साथ दुष्कर्म को अंजाम दिया। पीडिता के साथ दुष्कर्म का वीडियों बनाने और उसे सार्वजनिक किए जाने की धमकी के दम पर आरोपी महीनों तक सेक्स करता रहा। आखिर 17 साल की इस लड़की ने अपनी पीड़ा परिजनों को बताई और पुलिस में मामला दर्ज कराया।

पुलिस के अनुसार अग्रवास फार्म क्षेत्र में रहने वाली पीडिता की ओर से मामला दर्ज कराया है कि 2011 में उनके पास में ही रहने वाले एक युवक ने फोन पर डरा-धमकाकर दोस्ती करने का दबाव डाला था। इसके बाद उसने आरोपी से दोस्ती कर ली। दोनों में काफी दिनों तक फोन पर बातचीत होती रही है। एक दिन युवक पीडिता को अपने दोस्त के कमरे पर ले गया और वहां पर उसने दुष्कर्म कर उसका अश्लील विडियो बना लिया। इसके बाद वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी देकर कई दिनों तक दुष्कर्म करता रहा।

गर्भपात के बाद खुला राज

ब्लैकमेलिंग के दौरान सेक्स संबंधों के चलते पीडिता के गर्भ ठहर गया। इसपर आरोपी ने शादी का झांसा देकर गर्भपात भी करवा दिया। लेकिन गर्भपात के बाद वह अपने वादे से मुकर गया और शादी से साफ मना कर दिया। इसपर पीडिता ने आपबीती अपने परिजनों को बताई। बेटी के साथ इस हादसे से परेशान परिजनों ने 14 अगस्त को शिप्रापथ थाने पहुंच कर आरोपी युवक के खिलाफ मामला दर्ज कराया।

नेहरू ने सीआईए को दी थी भारतीय सैन्य अड्डे इस्तेमाल करने की इजाजतः रिपोर्ट



वॉशिंगटन।। भारत ने 1962 के युद्ध की पराजय के बाद चीनी क्षेत्रों को निशाना बनाने के लिए अमेरिका को सीआईए के यू-2 जासूसी विमानों में ईंधन भरने के लिए अपने एक वायुसैनिक अड्डे के इस्तेमाल की इजाजत दी थी। गोपनीय सूची से हटाए गए एक दस्तावेज से यह जानकारी मिली है।
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राष्ट्रीय सुरक्षा अभिलेखागार (एनएसए) ने सीआईए से हासिल और हाल में गोपनीय सूची से हटाए गए दस्तावेजों के आधार पर तैयार एक रिपोर्ट में बताया है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 11 नवंबर 1962 को चीन के साथ लगे सीमावर्ती इलाकों में यू-2 मिशन के विमानों को उड़ान भरने की इजाजत दी थी। ये दस्तावेज सूचना की आजादी अधिनियम के तहत प्राप्त किए गए हैं।

एनएसए ने सीआईए की 400 पन्नों की रिपोर्ट के आधार पर बताया है कि तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी तथा भारतीय राष्ट्रपति एस राधाकृष्णन के बीच 3 जून 1963 को एक बैठक में ओडि़शा में द्वितीय विश्व युद्ध काल के खाली पड़े छारबातिया वायुसैनिक अड्डे के इस्तेमाल पर सहमति बनी थी। लेकिन, इस अड्डे में सुधार के लिए भारत को उम्मीदों के विपरीत काफी समय लगा और इसीलिए मिशन को थाइलैंड के ताखली से संचालित किया गया।रिपोर्ट में 1954 से 1974 के बीच विमानों द्वारा संचालित जासूसी कार्यक्रमों का ब्यौरा दिया गया है जो बताता है कि दस नवंबर 1963 का यू-2 मिशन 11 घंटे 45 मिनट का था और यह यू 2 का सर्वाधिक लंबा मिशन था। इस मिशन के बाद पायलट इतना थक गया था कि परियोजना के प्रबंधकों ने भविष्य में ऐसी उड़ानों को अधिकतम दस घंटों के लिए सीमित कर दिया।


रिपोर्ट में बताया गया है कि वास्तव में यू 2 का सर्वाधिक लंबा मिशन 29 सितंबर 1963 को ताखली से संचालित किया गया मिशन था। एनएसए ने कहा है कि छारबातिया में मई 1964 में पहली तैनाती को नेहरू के निधन के कारण समाप्त कर दिया गया। एनएसए द्वारा सूचना की आजादी के अधिकार के तहत यू 2 मिशनों के बारे में सीआईए के गोपनीय सूची से हटाए गए इतिहास से ली गयी जानकारी के अनुसार, सीआईए के यू 2 विमानों द्वारा भरी गयी ये उड़ानें गोपनीय थीं। सीआईए ने इन्हीं उड़ानों के आधार पर भारत को उसके क्षेत्र में चीनी घुसपैठ के स्वरूप के बारे में बताया था।

रिपोर्ट कहती है, 'छारबातिया 1964 की शुरुआत में भी इस्तेमाल के लायक नहीं था, इसलिए 31 मार्च 1964 को डिटैचमैंट-जी ने ताखली से अन्य मिशन शुरू किया। छारबातिया से पहला मिशन 24 मई 1964 तक संचालित नहीं हो सका था। तीन दिन बाद प्रधानमंत्री नेहरू का निधन हो गया तथा आगे के मिशनों को स्थगित कर दिया गया।

सीमा सुरक्षा बल बाड़मेर सेक्टर मुख्यालय में हुआ कर्इ कार्यक्रमाें का आयोजन



उप महानिरीक्षक ने ध्वजारोहण कर दी स्वतंत्रता की बधार्इ

सीमा सुरक्षा बल बाड़मेर सेक्टर मुख्यालय में हुआ कर्इ कार्यक्रमाें का आयोजन

बाड़मेर। सीमा सुरक्षा बल बाड़मेर सेक्टर मुख्यालय में गुरूवार को स्वतंत्रता दिवस पर उप महानिरीक्षक बी.के.मेहता ने ध्वजारोहण किया। उन्हाेंने जवानाें को स्वतंत्रता दिवस की बधार्इ देते हुए सदैव सतर्क रहने को कहा।

इस दौरान उप महानिरीक्षक मेहता ने स्वतंत्रता दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि लंबे समय के बाद आजादी मिली थी। उन्हाेंने मार्इ अर्थ मार्इ डयूटी कार्यक्रम के तहत जवानाें को पौधारोपण करने एवं लगे हुए पौधाें की सुरक्षा करने की शपथ दिलार्इ। उन्हाेंने कहा कि सीमा सुरक्षा बल वृहद स्तर पर पौधारोपण के लिए अभियान चला रहा है। उन्हाेंने जवानाें से सरहद की हिफाजत के साथ पर्यावरण संरक्षण की जिम्मेदारी निभाने का आहवान किया। ध्वजारोहण के उपरांत उप महानिरीक्षक मेहता ने क्षेत्रीय मुख्यालय एवं 171 वी वाहिनी के अस्पताल का भ्रमण कर उपचाराधीन सीमा सुरक्षा बल के कार्मिको को फल एवंं मिठार्इ का वितरण किया। इस अवसर पर क्षेत्रीय मुुख्यालय बाड़मेर में बड़े खाने का भी आयोजन किया गया। इसमें सीमा सुरक्षा बल के अधिकारीगण,अधीनस्थ अधिकारीगण एवं अन्य कर्मचारी शामिल हुए। उन्हाेंने इस दौरान एक-दूसरे को स्वतंत्रता दिवस की बधार्इ दी। इसी तरह स्वतंत्रता दिवस समारोह के उपलक्ष में बालीबाल मैच का आयोजन किया गया, जिसमें सीमा सुरक्षा बल बाड़मेर और जिला प्रशासनजिला बालीबाल संघ बाड़मेर की टीमो के मध्य गुरूवार शाम 5 बजे स्थानीय डाक बंगले के प्रागण, बाड़मेर में खेला गया। जिसमें सीमा सुरक्षा बल की टीम विजयी रही।

जीवन भर करेंगे पर्यावरण संरक्षण के कार्य: मार्इ अर्थ मार्इ डयूटी अभियान के तहत सीमा सुरक्षा बल के जवानाें ने शपथ ली कि मनुष्य जीवन को सुरक्षित रखने के लिए वे जीवन भर पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य करते रहेंगे। सीमा सुरक्षा बल की ओर से पूरे देश में पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए मार्इ अर्थ मार्इ डयूटी अभियान चलाया जा रहा है।

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बीएसएफ सेक्टर मुख्यालय में हुआ पौधारोपण

-सीमा सुरक्षा बल बाड़मेर सेक्टर मुख्यालय में जवानाें ने मार्इ अर्थ मार्इ डयूटी अभियान के तहत किया पौधारोपण।

बाड़मेर। सीमा सुरक्षा बल बाड़मेर सेक्टर में शुक्रवार को मार्इ अर्थ मार्इ डयूटी अभियान के तहत उप महानिरीक्षक बी.के.मेहता की अगुवार्इ में पौधारोपण किया गया। इस दौरान सीमा सुरक्षा बल के जवानाें ने सेक्टर मुख्यालय में सैकड़ों पौधे लगाए।

बाड़मेर सेक्टर मुख्यालय में शुक्रवार को सीमा सुरक्षा बल एवं लायंस क्लब मालाणी के सहयोग से पौधारोपण किया गया। इस दौरान उप महानिरीक्षक बी.के.मेहता, सेक्टर मुख्यालय कमाडेंट रोहिताश कुमार, आफिसिंग कमाडिंग 171 वाहिनी मनोज कुमार यादव, द्वितीय कमान अधिकारी एम.के.परमार, डा.जी.एस.नाग, डिप्टी कमाडेंट राजेशसिंह, हंसाराम, डिप्टी कमाडेंट रामकुमार डागर समेत कर्इ अधिकारियाें एवं जवानाें ने पौधारोपण किया। इस अवसर पर लायंस क्लब मालाणी के एडवोकेट किरण मंगल, अशोक कुमार पनपालिया समेत कर्इ लोग उपसिथत थे। इस दौरान उप महानिरीक्षक बी.के.मेहता ने जवानाें की पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका बताते हुए कहा कि रोपे गए पौधाें की सार संभाल की जिम्मेदारी उनकी है। वे नियमित रूप से इन पौधाें की देखभाल के साथ सीमा चौकियाें एवं दूसरे स्थानाें पर पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण एवं मार्इ अर्थ मार्इ डयूटी अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।

श्रीकृष्ण लीलाओं का केंद्र रही हैं ये जगहें



हिन्दू धर्म के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण को विष्णु का अवतार माना जाता है। श्रीकृष्ण एक साधारण मानव न होकर युग पुरुष थे। उनके व्यक्तित्व में भारत को एक प्रतिभासम्पत्र राजनीतिवेत्ता ही नहीं, एक महान कर्मयोगी और दार्शनिक मिला जिसका गीता-ज्ञान समस्त मानव-जाति एवं सभी देश-काल के लिए पथ-प्रदर्शक भी रहा है। कृष्ण की स्तुति लगभग सारे भारत में किसी न किसी रूप में की जाती है फिर भी कुछ ऐसे प्रमुख स्थल हैं जिनकी चर्चा केवल भगवान कृष्ण के संबंध में ही की जाती है।







मथुरा- उत्तर प्रदेश में यमुना नदी के पश्चिम किनारे पर बसा मथुरा शहर एक ऐतिहासिक एवं धार्मिक नगर के रूप में जाना जाता है। यह भगवान कृष्ण की जन्मस्थली और भारत की परम प्राचीन तथा जगद्-विख्यात नगरी है जिसकी व्याख्या शास्त्रों में युगों-युगों से की जा रही है। यह जगह हमेशा से ही पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है। मथुरा में खेली जाने वाली ब्रज होली विश्वविख्यात है। यह दिल्ली से 145 किलोमीटर जबकि आगरा से 58 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। हर साल लाखों श्रद्धालु और पर्यटक इस जगह की यात्रा करते हैं।

वृंदावन- तीर्थस्थल वृंदावन उत्तर प्रदेश के मथुरा जिला के अंतर्गत आता है। मथुरा से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस जगह को भगवान श्रीकृष्ण की क्रीड़ा स्थली के रूप में जाना जाता है। वृंदावन कृष्ण की रासलीला का स्थल है। कृष्ण गोपियों के साथ यहां रास रचाने के लिए आते थे। यहां के कण-कण में कृष्ण और राधा का प्रेम बसा है। हर साल दुनियाभर से लाखों की संख्या में कृष्ण भक्त यहां पहुंचते हैं। यहां सालभर देश-विदेश से आने वाले भक्तों का तांता लगा रहता है।

गोकुल- गोकुल गांव भगवान कृष्ण से संबंधित प्रमुख तीर्थ स्थालों में से एक है। यमुना किनारे बसा यह गांव भगवान कृष्ण की बाल लीला का साक्षी है। भगवान कृष्ण ने बालपन में ज्यादातर लीलाएं यहीं पर रचाई थीं। माना जाता है कि भगवान कृष्ण यहां की गलियों में अपने बाल सखाओं के साथ खेला करते थे तथा गांव से लगे वनों में गौएं चराया करते थे। यह पवित्र स्थान मथुरा से 15 कि.मी. की दूरी पर स्थित है।

द्वारका- हिंदुओं का पवित्र स्थल द्वारका दक्षिण-पश्चिम गुजरात राज्य, पश्चिम-मध्य भारत का प्रसिद्ध नगर है। यह जगह भगवान कृष्ण की पौराणिक राजधानी थी, जिन्होंने मथुरा से पलायन के बाद इसकी स्थापना की थी। इस जगह को चार धामों में एक तथा सात पुरियों में से एक पुरी के रूप में जाना जाता है। यहां भगवान शिव का नागेश्वर ज्योतिर्लिग भी है जो बारह ज्योतिर्लिगों में से एक है। द्वारका वह जगह है जहां द्वारकाधीश भगवान श्रीकृष्ण ने कई साल राज किया। यहीं पर रहकर उन्होंने पांडवों को सहारा दिया तथा दुर्योधन जैसे अधर्मी राजाओं का नाश करवाया।

गुरुवार, 15 अगस्त 2013

टेनिस जगत सन्न, विंबलडन चैंपियन बार्टोली ने अचानक लिया संन्यास



नई दिल्ली। अभी पांच हफ्ते पहले ही फ्रांस की 28 वर्षीय मारियन बार्टोली ने अपने करियर का पहला और टेनिस जगत का सबसे बड़ा खिताब विंबलडन ग्रैंड स्लैम जीतकर दुनिया को हैरत में डाल दिया था लेकिन आज उन्होंने टेनिस जगत को पूरी तरह सन्न ही छोड़ दिया। बार्टोली ने यूएस ओपन से ठीक पहले वॉर्म अप के तौर पर खेले जाने वाले वेस्टर्न एंड सदर्न ओपन के दूसरे दौर में हार मिलते ही अचानक अपने संन्यास की घोषणा कर दी।
Marion Bartoli
बार्टोली इस मैच में कुछ अपनी चोटों को लेकर संघर्ष करती नजर आ रही थीं और मैच हारने के बाद उन्होंने मीडिया के सामने नम आंखों से मुखातिब होते हुए अचानक टेनिस को अलविदा कहने की घोषणा कर दी और सभी का मुंह खुला का खुला छोड़ दिया। बार्टोली ने कहा, 'यह कभी आसान नहीं होता है, हालांकि इसका कभी भी सही समय नहीं आंका जा सकता लेकिन यह मेरे करियर का आखिरी मैच था। मुझे माफ करना। मेरे संन्यास का वक्त आ चुका है, मुझे लगता है समय आ गया है और मुझे टेनिस छोड़ देना चाहिए।' विश्व में सातवीं वरीयता प्राप्त बार्टोली इस टूर्नामेंट के दूसरे दौर में रोमानिया की सिमोना हालेप से 6-3, 4-6, 1-6 से हार गईं जिसके तुरंत बाद उन्होंने यह चौंकाने वाला फैसला ले डाला।

बार्टोली विंबलडन में अपनी खिताबी जीत के दौरान भी शरीर पर तमाम चोटों से संघर्ष करते हुए वहां तक पहुंची थीं और उन्होंने अपने संन्यास का कारण भी इसी को बताया, उनका मानना है कि उनका शरीर अब और खेलने की हालत में नहीं है।

मंत्रीजी फिर बोले गणतंत्र दिवस की शुभकामनाए



मंत्रीजी फिर बोले गणतंत्र दिवस की शुभकामनाए

जालोर जालोर जिले के प्रभारी मंत्री अमीन खान की जुबान आज स्वतंत्रता दिवस पर फिर फिसल गई। इनकी जुबान फिसलने के साथ उनकी अज्ञानता के चर्चे आम हो गए। जालोर जिले के प्रभारी मंत्री अमीन खान गुरूवार को स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित मुख्य कार्यक्रम में राष्ट्रिय ध्वज फहराने के समारोह के मुख्य अतिथि थे। उन्होंने अपने उद्बोधन में जालोर की जनता को गणतंत्र दिवस की शुभ कामनाए दे डाली ,स्वतंत्रता दिवस को गणतंत्र दिवस कहना मंत्रीजी की अज्ञानता ही , मंत्रीजी की वजह से प्रदेश की गहलोत सरकार की फिर हिंदी हो गयी

दाऊद के सहयोगी इकबाल मिर्ची की लंदन में मौत



लंदन। अंडरव‌र्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के निकट सहयोगी इकबाल मेनन उर्फ इकबाल मिर्ची का गुरुवार रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। मिर्ची 1993 में मुंबई में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों और ड्रग्स की तस्करी समेत कई आपराधिक मामलों में भारत में वांछित था। इन धमाकों में 270 लोग मारे गए थे।
 
iqbal mirchi
63 वर्षीय मिर्ची को दाऊद का दाहिना हाथ माना जाता था। वह इंडियन प्रीमियर लीग में मैच फिक्सिंग को लेकर भी जांच के दायरे में था। वह लंदन के पूर्वोत्तर में स्थित एसेक्स के होर्नचर्च शहर में छह बेडरूम वाले आलीशान घर में रहा रहा था। 1994 में सीबीआइ के आग्रह पर उसके खिलाफ इंटरपोल ने रेड कार्नर नोटिस भी जारी किया था। वह दुनिया के शीर्ष 50 ड्रग माफियों में शामिल था। भारत सरकार ने 1994 में मिर्ची को भगोड़ा अपराधी करार दिया था।

संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में मिर्ची को दाऊद की डी कंपनी का खास सदस्य बताया गया था। अमेरिका ने भी एक जून, 2004 को मिर्ची को टाप टेन ड्रग माफियाओं में से एक बताया था।

स्कॉटलैंड यार्ड के अधिकारियों ने अप्रैल, 1995 में मिर्ची के घर पर छापा मारा था और मुंबई में बम धमाकों को लेकर आतंकवाद और मादक पदार्थो की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था। हालांकि यहां के मजिस्ट्रेट ने उसे प्रत्यर्पित करने के भारत के अनुरोध को खारिज कर दिया था। मिर्ची के खिलाफ स्कार्टलैंड यार्ड की जांच 1991 में पूरी हुई और आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहने को लेकर उसके खिलाफ कोई सुबूत नहीं मिला। 2001 में उसे ब्रिटेन मेंअनिश्चित समय तक रहने की इजाजत मिल गई। अक्टूबर, 2011 में मेट्रोपालिटन पुलिस ने उसे एसेक्स निवासी 41 वर्षीय नदीम एम कादिर को जान से मारने की धमकी देने के आरोप में फिर गिरफ्तार किया। सुबूत के अभाव में ब्रिटिश अदालत ने उसके खिलाफ आरोप वापस लिए ले लिए थे। इससे भारत लाकर उसे सजा दिलाने की उम्मीद धुंधली हो गई थी।

मिर्ची ने एक साक्षात्कार में कहा था वह अपने घर [भारत] को बहुत याद करता है और वापस लौटना चाहता है। उसने दावा किया था कि भारत में एक सफल व्यवसायी होने के कारण लगातार सताया जा रहा है।

कौन था मिर्ची

पारिवारिक पृष्ठभूमि

वह मुंबई के कुची मेमन परिवार में पैदा हुआ था। लाल मिर्च पाउडर के पारिवारिक व्यवसाय के चलते इसके नाम के साथ 'मिर्ची' जुड़ा। शुरुआत में नशीली दवाओं की तस्करी से जुड़ा। पिछली सदी के नौवें दशक में इसके बड़े तस्कर होने का मामला तब सामने आया जब इसके द्वारा भेजी गई 80 लाख रुपये से ज्यादा की मैंड्रेक्स टेबलेट की खेप पकड़ी गई।

-1993 के मुंबई बम धमाकों सहित कई जघन्य अपराधों में शामिल इकबाल मिर्ची बम धमाकों के बाद ब्रिटेन भाग गया था।

-शादी : नशीली दवाओं के इस कुख्यात सरगना ने बालीवुड की हसीना हिना कौसर को अपना हमसफर बनाया।

नहीं मिली फैमिली, फिर जाना पड़ा जीबी रोड

। नई दिल्ली
दिल्ली पुलिस जीबी रोड (रेड लाइट इलाका) कोठे से छुड़ाई गई एक लड़की के परिजनों को तलाश करने में नाकाम रही। इसके बाद उस लड़की फिर से जीबी रोड जाना पड़ा। इस बारे में हाई कोर्ट को बताया गया। हाई कोर्ट ने इस मामले में चिंता जताते हुए कहा कि लड़की को नारी निकेतन में ही क्यों नहीं रखा गया और उसके पुनर्वास का इंतजाम क्यों नहीं किया गया। हाई कोर्ट ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। कोर्ट ने दिल्ली सरकार और याचिका दायर करने वाले एनजीओ से कहा है कि वह बताएं कि इस मामले में लड़की के पुनर्वास के लिए आगे क्या कदम उठाए जा सकते हैं। अदालत ने दोनों से जवाब दाखिल करने को कहा है। अगली सुनवाई 11 सितंबर को होगी।
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सुनवाई के दौरान दिल्ली सरकार के स्टैंडिंग काउंसिल पवन शर्मा ने स्टेटस रिपोर्ट पेश करते हुए बताया कि जीबी रोड से 9 मई को 2 लड़कियों को छुड़ाया गया था। इनमें से एक नेपाल की रहने वाली है जबकि दूसरी वेस्ट बंगाल की। दोनों को मैजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया था। इस दौरान वेस्ट बंगाल में रहने वाली लड़की के परिजन आए। वेरिफिकेशन के बाद उस लड़की को उसके पैरंट्स के हवाले कर दिया गया। नेपाल की रहने वाली लड़की की उम्र संबंधी जांच की गई और उसमें वह बालिग निकली। उसने बयान दिया कि उसके पिता की मौत हो चुकी है जबकि उसकी मां ने दूसरी शादी कर ली है। उसका एक भाई है। अगर वह मिलता है तो वह उसके साथ जाना चाहेगी। लड़की ने खुद ही जीबी रोड स्थित कोठे पर जाने की बात कही और वहां रहने चली गई। पुलिस उसके भाई की तलाश कर रही है।

अदालत ने सरकार से कहा है कि वह लड़की के पुनर्वास के लिए कदम उठाए और पुलिस को निर्देश दिया है कि वह उसके भाई की तलाश करने की कोशिश करे और अगली सुनवाई के लिए 11 सितंबर की तारीख तय कर दी है।

सांसद को दवा के बहाने दिया 'जहर'



अजमेर। शहर के निजी आयुर्वेद चिकित्सक ने राज्यसभा सदस्य डॉ. प्रभा ठाकुर को दवा के साथ अत्यघिक मात्रा में सीसा (लैड) दे दिया। इससे उन्हें लैड पॉयजनिंग हो गई। प्रभा को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती रहकर इलाज कराना पड़ा और अमरीका से दवाइयां मंगवानी पड़ी। खास बात यह है कि सांसद की शिकायत के बावजूद पुलिस महकमे ने इसे गंभीरता से नहीं लिया है। निजी चिकित्सक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब केन्द्र सरकार ने आयुर्वेद निर्देशालय को मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।

केन्द्रीय चिकित्सा मंत्री गुलाम नबी आजाद को भेजी शिकायत में प्रभा ने आरोप लगाया कि आयुर्वेद चिकित्सक मनीष्ा दुग्गल ने करीब डेढ़ वष्ाü पहले डायबिटीज, एसीडीटी एवं एलर्जी ठीक करने के लिए उन्हें कुछ दवाएं दी। दवाइयां लेने के बाद शरीर में खून बनना बंद हो गया। वह एम्स में सात दिन भर्ती रही और बोनमेरो टेस्ट कराया। थोड़े दिन बाद फिर पेट में तकलीफ होने के कारण बेल्लारी एवं लीवर इंस्टीट्यूट बसंत कुंज में भर्ती होना पड़ा। यहां हुई जांच में खुलासा हुआ कि उनके खून में 70 प्रतिशत लैड मौजूद है। इसे मेडिकल भाष्ाा में लैड पॉयजनिंग कहते हैं। इसकी वजह से मरीज की मौत हो सकती है या उसकी लीवर व किडनी खराब हो सकती है।

पुलिस पर मिलीभगत का आरोप

प्रभा ने बताया कि अजमेर पुलिस में जब मामला दर्ज कराया गया तो पुलिस ने केवल खानापूर्ति की। आरोपी चिकित्सक की फैक्ट्री में छापा मारा लेकिन वहां से दंतमंजन के ही नमूने लेकर जांच के लिए ड्रग कंट्रोलर को भेजा गया। पूछने पर जवाब मिला कि राजस्थान में लैड परीक्षण की सुविधा ही नहीं है। सांसद का आरोप है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली में लैड परीक्षण कराया जा सकता था लेकिन किसी खास कारणों से ऎसा नहीं किया गया।



...ताकि किसी की जान न जाए

सांसद ने पत्र में चिंता जताई है कि उन्हें उचित इलाज मिल गया इसलिए जान बच गई लेकिन आम लोगों का क्या होगा जिन्हें ऎसे ही चिकित्सकों के पास उपचार करवाना पड़ता है।



इनका कहना है

केंद्र सरकार ने मामले में रिपोर्ट मांगी है। मामला पहली बार मेरे सामने आया है। गंभीरता को देखते हुए शीघ्र ही जांच कमेटी का गठन करेंगे।

-आशुतोष्ा गुप्ता, निदेशक आयुर्वेद विभाग

कठिन हालातों में संकल्पबद्ध होकर किया काम'



जयपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वतंत्रता दिवस पर गुरूवार को एसएमएस स्टेडियम में आयोजित राज्यस्तरीय समारोह में झंडारोहण किया। उन्होंने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी। इस मौके पर अपनी सरकार के 5 साल के विकास कार्यो को गिनाते हुए कहा कि प्रदेश की कठिन भौगोलिक, राजनैतिक एवं सामाजिक हालातों के बीच प्रदेश के लोगों के सपने पूरे करने के लिए हमारी सरकार ने संकल्पबद्ध होकर काम किया।
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समारोह में ध्वजारोहण के बाद अपने संबोधन गहलोत ने हमने एक विकसित और नया राजस्थान बनाने के सार्थक प्रयास किए हैं। आज देश और दुनिया में आ रहे परिवर्तन एवं नई सोच के साथ विकास की दिशा तय हो रही है। इसमें समग्र विकास का लाभ सभी लोगों तक पहुंचाने के लिए समावेशी विकास युवाओं के उज्ज्वल भविष्य, प्राकृतिक संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल और आमजन को पूरी जिम्मेदारी के साथ लोक सेवाएं उपलव्ध कराना शामिल हैं।


इस अवसर पर सभी ज्ञात अज्ञात स्वाधीनता सेनानियों और अमरशहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए गहलोत ने कहा कि केन्द्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार द्वारा शुरू की गई दुनिया की सबसे बडी ग्रामीण रोजगार योजना के तहत गांव गांव में रोजगार मुहैया कराया गया। इससे देश में पिछले 10 वर्षो में गरीबी में तेजी से कमी आयी है एवं लोगों में खर्च करने की क्षमता बढी है।


वहीं राज्यपाल मार्गेट आल्वा ने राज भवन में झण्डारोहण किया। राज्यपाल ने सम्मान गारद का निरीक्षण किया और सलामी ली। इस अवसर पर राज्यपाल आल्वा ने राज भवन परिसर स्थित राजकीय विद्यालय के विद्यार्थियों और राजभवन के अघिकारी व कर्मचारियों को मिठाई वितरीत की। इस मौके पर राज्यपाल आल्वा के पति निरंजन आल्वा भी मौजूद थे।

उधर, मुख्य सचिव श्री सी.के. मैथ्यू ने मुख्य सचिव निवास पर स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इसके बाद आर.ए.सी. गारद की सलामी ली और उपस्थित लोगों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देकर मिठाई बांटी।


महंगी आजादी को रखें बरकरार
विधानसभा प्रांगण में ध्वजारोहण करने के बाद राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष दीपेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि राष्ट्रीय पर्व मनाने का कोई औचित्य होना चाहिए। वह केवल मात्र औपचारिकता न बने इसके लिए यह जरूरी है कि हम इस बात का संकल्प लें कि जिस महंगी आजादी को हमने लाखों बलिदान देकर पाया है उसको मजबूती के साथ बरकरार रखें तभी राष्ट्रीय पर्व मनाने की सार्थकता होगी। उन्होंने स्वाधीनता दिवस के अवसर पर सभी को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज हमारे देश के सामने अनेक चुनौतियां खडी हैं। हम इस बात के लिए प्रतिबद्ध हों कि संविधान पर हमला करने वाली शक्तियों के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करेंगे।

कश्मीरियों से अलग बर्ताव क्यों: उमर



श्रीनगर।। जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आजादी की 67वीं सालगिरह पर कहा कि हमें बताया जाए कि आखिर कश्मीरियों के साथ अलग तरीके से क्यों पेश आया जाता है। किश्तवाड़ की सांप्रदायिक हिंसा पर लगातार आलोचना झेलने से दुखी उमर ने कहा कि हमारे साथ ऐसा बर्ताव किया जाता है कि जैसे कि हम भारत की मुख्यधारा का हिस्सा ही न हों।

उमर ने बख्शी स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस के अपने संबोधन में कहा, 'मुझसे अक्सर पूछा जाता है कि जम्मू-कश्मीर के लोग शेष देश की जनता से अलग क्यों महसूस करते हैं। हम अलग महसूस नहीं करते, बल्कि हमारे प्रति अलग तरह का रवैया अपनाकर हमसे ऐसा कराया जाता है। आज मैं इस बारे में स्पष्टीकरण दूंगा।'

उन्होंने कहा कि जब भी उनसे यह सवाल पूछा जाता है तो वह निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाते लेकिन किश्तवाड़ की सांप्रदायिक हिंसा को जिस तरह से शेष देश के सामने पेश किया गया, उससे जवाब मिल गया।उमर ने सांप्रदायिक तनाव को गंभीर रूप न लेने-देने के लिए कश्मीरी जनता की प्रशंसा करते हुए कहा, 'मैं राज्य की जनता को उन शक्तियों को हराने के लिए सलाम करता हूं जो राज्य में तनाव बढ़ाना और शांति- सद्भावना को खत्म करना चाहते थे।'
उन्होंने यह साफ कर दिया कि किश्तवाड़ की जिस सांप्रदायिक हिंसा ने 3 लोगों की जान ले ली, उसकी तो कड़ी निंदा ही की जानी चाहिए। उन्होंने दुख जताया कि यह घटना उनके कार्यकाल में हुई। लेकिन, उन्होंने अपने भाषण में इस बात पर दबाव डालते हुए कहा कि मेरे कार्यकाल में रहते पिछले 4 साल में यह पहली सांप्रदायिक घटना है।

उन्होंने कहा, 'क्या यह भारत में हुई पहली घटना है? मैं यह नहीं कहना चाहता है कि अन्य राज्यों में ऐसी घटना होने पर किश्तवाड़ की घटना को जस्टिफाई किया जा सकता है।'

उमर ने पिछले साल और इस साल मार्च तक देश में सांप्रदायिक दंगों में मौत के मामलों पर केंद्रीय गृह मंत्रालय के आंकड़ों का हवाला दिया जिसमें उत्तर प्रदेश में 34 लोग मारे गए और महाराष्ट्र में 2012 में 13 लोग दंगों का शिकार हुए हैं।

उन्होंने बीजेपी नेता अरुण जेटली और सुषमा स्वराज का जिक्र करते हुए कहा, 'क्या इन घटनाओं पर संसद में चर्चा हुई? इन स्थानों पर नेताओं के जाने की बात तो छोड़ दें लेकिन क्या उन्होंने ट्विटर पर भी इसका जिक्र किया।' उमर ने कहा, 'हमने न्यायिक आयोग की घोषणा की है और उसके निष्कर्षों को सार्वजनिक किया जाएगा।'

उन्होंने कहा, 'भगवान के लिए, मुझे बताएं क्या किसी ने संसद में इस मुद्दे को उठाया? क्या कोई भी बड़ा नेता वहां लोगों के साथ एकजुटता दर्शाने के लिए पहुंचा? कितने समाचार पत्रों में इस घटना पर खबरें बनीं?... आप देश के बाकी हिस्से के साथ कश्मीर को इंटीग्रेट (एकीकृत) करने के लिए भारतीय संविधान का अनुच्छेद 370 निकाल देना चाहते हैं लेकिन व्यवहार आप हम लोगों के साथ अलग तरह का करते हैं।

उमर ने दो टूक कहा कि संविधान की धाराएं बदल देने से एकता नहीं आएगी। यह तभी होगा जब आप अपना रवैया बदलेंगे। उन्होंने पाकिस्तानी सैनिकों की तरफ से किए जा रहे युद्ध विराम उल्लंघन के बारे में कहा कि जब तक यह जारी रहेगा दोनों देशों के बीच शांतिपूर्ण बातचीत प्रभावित रहेगी।

51 विद्यालयों में गूंजी राजस्थानी भाषा...

............ *राजस्थानी भाषा संकल्प पखवाडा............. 

51 विद्यालयों में गूंजी राजस्थानी भाषा...


सिवाना!स्वतंत्रता दिवस समारोह पर कस्बे सहित क्षेत्र के लगभग इक्यावन सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों में मोट्यार परिषद के तत्वाधान में राजस्थानी भाषा में उद्बोधन हुए। छात्रों ने राजस्थानी भाषा में अपने विचार प्रकट करते हुए राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवी अनुसूची में शामिल करते हुए मान्यता देने और राजस्थान की राजभाषा घोषित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि राजस्थानी देश की प्राचीनतम भाषाओ में से एक है और इस भाषा में लिखा गया साहित्य भी अत्यंत समृध्द है ।अमेरिका की सरकार इस भाषा का महत्व समझती है यही कारण है कि वहा पर राजस्थानी भाषा के व्यक्तव्य भी संग्रहालय में रिकोर्ड करके रखे गए है किन्तु भारत कि सरकार आज भी इस भाषा के प्रति उदासीन है यही कारण राजस्थानी के भाषा प्रेमियों में रोष है।उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि हमारी मातृ भाषा राजस्थानी का पाठ्यक्रम शुरू किया जाए तथा लोगो को इसके बारे में जानकारी दी जाए।समारोहों में पहुंचे ग्रामीणों ने भी कहा कि सरकार से निरंतर राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता देने की मांग की जा रही है मगर सरकार फिर भी इस और कोई ध्यान नही दे रही है।ये कोई अच्छी बात नही है। सरकार को उनकी मांगो पर अमल करना चाहिए और राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवी अनुसूची में शामिल करना चाहिए।सन्गठन के ब्लॉक अध्यक्ष जितेन्द्र जांगिड ने सम्बन्धित विद्यालयों के संस्था प्रधानो का आभार जताया। गौरतलब रहे कि क्षेत्र में 11 से 25 अगस्त तक मोट्यार परिषद द्वारा राजस्थानी भाषा संकल्प पखवाडा मनाया जा रहा है।जिसको सफल बनाने के लिए सुधीर शर्मा,विष्णु वैष्णव,पुखराज दहीया,विकास सोनी,श्रवन सुथार, कलाराम ,थानाराम,अमित जोशी,मीठालाल,ओमप्रकाश सहित समस्त पदाधिकारी और कई कार्यकर्ता जोर शोर से जुटे हुए है।।