............ *राजस्थानी भाषा संकल्प पखवाडा.............
51 विद्यालयों में गूंजी राजस्थानी भाषा...
सिवाना!स्वतंत्रता दिवस समारोह पर कस्बे सहित क्षेत्र के लगभग इक्यावन सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों में मोट्यार परिषद के तत्वाधान में राजस्थानी भाषा में उद्बोधन हुए। छात्रों ने राजस्थानी भाषा में अपने विचार प्रकट करते हुए राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवी अनुसूची में शामिल करते हुए मान्यता देने और राजस्थान की राजभाषा घोषित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि राजस्थानी देश की प्राचीनतम भाषाओ में से एक है और इस भाषा में लिखा गया साहित्य भी अत्यंत समृध्द है ।अमेरिका की सरकार इस भाषा का महत्व समझती है यही कारण है कि वहा पर राजस्थानी भाषा के व्यक्तव्य भी संग्रहालय में रिकोर्ड करके रखे गए है किन्तु भारत कि सरकार आज भी इस भाषा के प्रति उदासीन है यही कारण राजस्थानी के भाषा प्रेमियों में रोष है।उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि हमारी मातृ भाषा राजस्थानी का पाठ्यक्रम शुरू किया जाए तथा लोगो को इसके बारे में जानकारी दी जाए।समारोहों में पहुंचे ग्रामीणों ने भी कहा कि सरकार से निरंतर राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता देने की मांग की जा रही है मगर सरकार फिर भी इस और कोई ध्यान नही दे रही है।ये कोई अच्छी बात नही है। सरकार को उनकी मांगो पर अमल करना चाहिए और राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवी अनुसूची में शामिल करना चाहिए।सन्गठन के ब्लॉक अध्यक्ष जितेन्द्र जांगिड ने सम्बन्धित विद्यालयों के संस्था प्रधानो का आभार जताया। गौरतलब रहे कि क्षेत्र में 11 से 25 अगस्त तक मोट्यार परिषद द्वारा राजस्थानी भाषा संकल्प पखवाडा मनाया जा रहा है।जिसको सफल बनाने के लिए सुधीर शर्मा,विष्णु वैष्णव,पुखराज दहीया,विकास सोनी,श्रवन सुथार, कलाराम ,थानाराम,अमित जोशी,मीठालाल,ओमप्रकाश सहित समस्त पदाधिकारी और कई कार्यकर्ता जोर शोर से जुटे हुए है।।
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