रविवार, 4 अगस्त 2013

6 हजार की रिश्वत लेते एएसआई गिरफ्तार

भीलवाड़ा। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने रविवार को बदनोर थाने के सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) इकबाल हुसैन को छह हजार रूपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। पुलिसकर्मी ने सामलाती जमीन के बंटवारे को लेकर रिश्वत की मांग की थी। 6 हजार की रिश्वत लेते एएसआई गिरफ्तार

ब्यूरो के निरीक्षक बंशीलाल को लोडियाना (अजमेर) निवासी लक्ष्मण भील ने शिकायत की। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि बदनोर थाना क्षेत्र ेके जयसिंहपुरा में उसकी चार बीघा पुश्तैनी जमीन है। जमीन के बंटवारे को लेकर भाइयों में विवाद चल रहा है। इसे लेकर पूर्व में भी झगड़े हुए। इस सम्बंध में लक्ष्मण ने बदनोर थाने में मामला दर्ज कराया।


मामले की जांच एएसआई इकबाल हुसैन के पास थी। निरीक्षक बंशीलाल ने बताया कि लक्ष्मण भील और उसके चचेरे भाइयों में विवाद को लेकर आपसी राजीनामा हो गया। राजीनाम की बात लक्ष्मण ने एएसआई को बताई। लेकिन एएसआई राजीनाम को तैयार नहीं हुआ। उसने कागजी कार्रवाई पूरी करने की एवज में दस हजार रूपए मांगे। दो-दो हजार करके चार हजार पूर्व में ले लिए। राजीनामा हो जाने के बावजूद छह हजार रूपए के लिए परेशान कर रहा था। आखिरकार परिवादी ने एसीबी को शिकायत कर दी।


ब्यूरो ने जाल बिछाकर लक्ष्मण भील को छह हजार रूपए देकर बदनोर थाने भेजा। उस समय एएसआई इकबाल अपने कमरे में था। रिश्वत की राशि लेने के बाद इकबाल ने उसे पेंट की जेब में रख ली। इशारा मिलते ही ब्यूरो ने पुलिसकर्मी को पकड़ लिया और रिश्वत की राशि पेंट की जेब से बरामद कर ली। हाथ धुलाने पर रंग निकल आया। एसीबी ने इकबाल के क्वॉर्टर की तलाशी भी, लेकिन कुछ खास नहीं मिला।

जैसलमेर कुकर्म के मामले पर पर्दा क्यूँ डाला पुलिस ने ,आरोपी राजनितिक सरंक्षण में



जैसलमेर कुकर्म के मामले पर पर्दा क्यूँ डाला पुलिस ने ,आरोपी राजनितिक सरंक्षण में

जैसलमेर जैसलमेर शहर के गाँधी कोलोनी में दो रोज पूर्व के साथ हुए कुकर्म के मामले को जैसलमेर पुलिस द्द्वारा दबा दिया गया .इस मामले में आरोपी पूर्व विधायक के रिश्तेदार बताये जा रहे हें ,सूत्रानुसार जैसलमेर के गाँधी कालोनी में एक बालक के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना दो रोज पूर्व घटित हुई .उक्त मामला शनिवार को सिटी कोतवाली में दर्ज किया ,मामला दर्ज होने के बाद पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई ,सूत्रानुसार आरपओपी पक्ष पीड़ित पक्ष पर समझौते के लिए दबाव बना रहा हें ऽएसे में जैसलमेर पुलिस की भूमिका पर संदेह उत्पन हो रहा हें,आरोपियों को राजनितिक वरदहस्त प्राप्त होने के कारन भी मामले में पुलिस ढील दे रही हें .पिदित पक्ष ने न्याय की गुहार की हें

पुलिस अधीक्षक के राजनितिक तबादले के विरोध में जैसलमेर अभूतपूर्व बंद ,जनता उतारी सडकों पर


जैसलमेर की जनता का सरकार को पैगाम 

पुलिस अधीक्षक के राजनितिक तबादले के विरोध में जैसलमेर अभूतपूर्व बंद ,जनता उतारी सडकों पर 



जैसलमेर पोकरण विधायक साले मोहम्मद के पिता मुस्लिम धर्म गुरु और जैसलमेर के पुराने हिस्ट्रीशीटर की हिस्ट्रीशीट वापस खोलने पर राजनितिक का शिकार हुए जैसलमेर पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार चौधरी का तबादला होने के बाद जैसलमेर की जनता पुलिस अधीक्षक के तबादले के विरोध में सड़को पर उतर आई ,जनता के आह्वान पर जैसलमेर आज पूरी तरह बंद रखा गया ,लोगो ने खुले मन से पुलिस अधीक्षक के तबादले का विरोध करते हुए राज्य सरकार को साफ़ चेतावनी दी हे की राजनितिक दबाव में किया पुलिस अधीक्षक का तबादला तत्काल निरस्त किया जाये नहीं तो गंभीर परिणाम भुगतने को सरकार तैयार रहे .पुलिस अधीक्षक के तबादले के विरोध में जैसलमेर अभूतपूर्व बंद रहा यहाँ तक की चाय की थडिया तक नहीं खुली आम जन सरकार के निर्णय के विरोध में सड़को पर उतर आया .उल्लेख्निय हें पोकरण विधायक साले मोहम्मद को इमानदार और दबंग पुलिस अधीक्षक पंकज चौधरी फूटी आँख नहीं सुहा रहे थे .लम्बे समय से उन्होंने मुख्यमंत्री पर पुलिस अधीक्षक के तबादले को लेकर दबाव बना रखा था .

जैसलमेर के एसपी को भारी पड़ा कांग्रेसी विधायक से पंगा लेना

जैसलमेर। ईमानदार अफसर नेताओं को फूटी आंख नहीं सुहाते। जब अफसर नेताओं या उनके गुर्गो के खिलाफ कार्रवाई करते हैं तो उन्हें ट्रांसफर या निलंबन के जरिए प्रताडित करने की कोशिश की जाती है। आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल को जहां रेत माफिया के खिलाफ कार्रवाई की सजा मिली वहीं राजस्थान के जैसलमेर जिले के एसपी को कांग्रेस के एक दबंग विधायक से पंगा लेना भारी पड़ गया।
जैसलमेर के एसपी को भारी पड़ा कांग्रेसी विधायक से पंगा लेना
हिस्ट्री शीट खोलने पर किया तबादला
पोखरण से कांग्रेसी विधायक साले मोहम्मद के पिता गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट खोलने पर जैसलमेर के एसपी पंकज चौधरी का तबादला कर दिया गया। चौधरी ने टूरिज्म इंडस्ट्री से जुड़े दलालों और स्थानीय शराब माफिया के खिलाफ अभियान चलाया था। संगठित अपराधों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर चौधरी की साले मोहम्मद से कहासुनी भी हुई थी। स्थानीय लोग चौधरी के निलंबन का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने ट्रांसफर के विरोध में जैसलमेर बंद बुलाया है। लोगों का कहना है कि चौधरी ने जिले में बढ़ते अपराध पर लगाम लगाई थी। 

अवैध रूप से बंद कर दिया था मामला
आरोप है कि साले मोहम्मद के पिता गाजी फकीर भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर होने वाली तस्करी और असामाजिक गतिविधियों में कथित रूप से लिप्त है। 31 जुलाई 1965 को पहली बार गाजी फकीर की हिस्ट्री शीट खोली गई थी। 1984 में पुलिस की फाइल गायब हो गई थी। इसके बाद 1990 में फिर हिस्ट्रीशीट खोली गई लेकिन मई 2011 में एएसपी रैंक के एक अधिकारी ने अवैध रूप से केस बंद कर दिया। चौधरी ने गाजी फकीर की हिस्ट्री शीट खोलने की बात की पुष्टि की है। बकौल चौधरी जिले में समाज कंटकों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई को लेकर विधायक को कुछ दिक्कत थी। 

हाल ही में हुआ था बड़ा प्रशासनिक फेरबदल
विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान सरकार ने हाल ही में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए आईएएस और आईपीएस के तबादले किए थे। चौधरी का तबादला कर उन्हें अजमेर के किशनगढ़ में पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में पदस्थापित किया गया। चौधरी जैसलमेर में सिर्फ पांच महीने से एसपी रह पाए। कहा जा रहा है कि पोखरण के विधायक साले मोहम्मद के दबाव के कारण चौधरी को फील्ड पोस्टिंग से हटा दिया गया। विधायक के भाई अब्दुल्ला फकीर ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। अब्दुल्ला फकीर जैसलमेर के जिला प्रमुख निर्वाचित हुए थे। 

गाजी फकीर के बेटे ने आरोप खारिज किए 
अब्दुल्ला ने कहा कि मेरे पिता 80 साल के हैं। वह ठीक से सुन और देख भी नहीं सकते। उनके खिलाफ कोर्ई चार्जशीट नहीं है। पिछले तीन दशकों में उनके खिलाफ कोई आरोप नहीं लगा है। हाल ही में हेस्ट्री शीट को दोबारा खोल दिया गया। इससे पता चलता है कि चुनावी साल में उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश रची जा रही है। हम अधिकारी का तबादला करवाने के लिए दबाव बनाने की बजाय पुलिस की कार्रवाई को हाई कोर्ट में चुनौती देंगे।

गैंगरेप पीडिता ने ली दिल्ली में शरण

जयपुर। राजस्थान के एक विधायक के निजी सचिव सहित अन्य की हवस का शिकार पीडिता ने दिल्ली में महिला आयोग की राष्ट्रीय अध्यक्ष ममता शर्मा से इंसाफ की गुहार लगाई है। पीडिता प्रदेश के पाली जिले की है और फिलहाल परिवार सहित दिल्ली के लव कमांडो शेल्टर में शरण ले रखी है। Gang rape victim of pali took asylum in Delhi
महिला आयोग की ओर से पाली जिले में हुए इस सामूहिक दुष्कर्म कांड को लेकर महिला आयोग ने राजस्थान पुलिस को कड़े निर्देश देते पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखा है जिसमें आरोपियों को जल्द पकड़ने की बात कही है।

आयोग की अध्यक्ष ममता शर्मा के इस पत्र में गैंगरेप के आरोपियों का उल्लेख भी किया गया है। उल्लेखनीय है कि भाजपा विधायक पुष्पेंद्र सिंह राणावत का निजी सचिव मोहन मुख्य आरोपी है। उसके खिलाफ बकायदा नाना पुलिस थाने में रिपोर्ट भी दर्ज की गई है। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

पीडित परिवार को जान से मारने की धमकी

पाली के लुंडरा गांव की पीडिता के साथ मई में सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद आरोपियों की तरफ से पीडिता और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी जाने लगी। इसके बाद यह परिवार यहां दिल्ली में अपनी जान बचाने के लिए अब शैल्टर में रह रहा है। पीडिता ने महिला आयोग को लिखे पत्र में बताया है कि मुख्य आरोपी को बचाने के लिए पुलिस प्रशासन अदालती कागजात में काट-छांट कर उन पर समझौता करने के लिए उस पर लगातार दबाव बना रहा है। उनके परिवार को धमकियां दी जा रही हैं। पीडिता ने लव कमाण्डो के दिल्ली स्थित शैल्टर में शरण ली है।

पंचायती का शिकार बना पूर्व मुंशी



रायपुर मारवाड़। गुजरात पुलिस मे हैडकांस्टेबल रहने के बाद पिछले दिनों सेवानिवृत्त होकर लौटे व्यक्ति को जातीय पंचों ने पांच घंटे धूप मे खड़ा रखने के बाद समाज से बहिष्कृत करते हुए हुक्का-पानी बंद करने का फरमान सुनाया। पुलिस ने 14 पंचों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर जांच प्रारंभ की है।


पुलिस के अनुसार धूलकोट निवासी रामजीवन पुत्र गिरधारीलाल दमामी ने रिपोर्ट मे बताया कि 27 जून को वह अपने साले के ससुर मोहनलाल दमामी के देहांत पर शवयात्रा मे शरीक होने लिलाम्बा गंाव आया था। वहां शव यात्रा से लौटने के बाद मोहनलाल के घर पर मुंह झूठा कराने की रस्म अदायगी के समय वह समाज के अन्य लोगों के साथ खाना खाने बैठा। तभी वहां मौजूद पंचों ने उसकी थाली को ठोकर मारकर उसे अपशब्द कहते हुए धूप में खड़ा कर दिया। जातीय पंचों ने उससे दस हजार रूपए की मांग की। पुलिस ने लिलाम्बा निवासी रामचन्द्र पुत्र रूपचंद दमामी वगैरा 14 पंचों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज किया है।

संगीत ने बदला गोवंश का व्यवहार

संगीत ने बदला गोवंश का व्यवहार
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जैसलमेर। संगीत का जादू इंसान तो क्या मूक पशुओ के आचरण भी बदल सकता है। जब संगीत के स्वर माहौल मे गूंजते है तो चारो ओर सुकून और शांति का आलम नजर आता है।

धार्मिक व संगीतमय माहौल मे कुछ ऎसा ही अहसास जैसलमेर से आठ किलोमीटर दूर मूलसागर गांव में तुलसी गोवर्द्धन निघि संस्थान की ओर से संचालित तुलसी गौशाला में देखने को मिल रहा है। यहां गो-वंश का व्यवहार इन दिनों बदला सा नजर आ रहा है। गौशाला प्रबंध समिति की ओर से किए गए इस नवाचार ने यहां के गो-वंश का व्यवहार बदला हुआ नजर आ रहा है।

ऎसे हुआ नवाचार
संस्थान की ओर से संचालित तुलसी गोशाला प्रबंधन समिति ने गो-वंश को शांत करने के लिए गो-शाला में म्युजिक सिस्टम लगाकर यह नवाचार किया। म्युजिक सिस्टम से निकल रही धार्मिक व भक्ति गीतो की धुन व गीतो के बोल हर किसी को मंत्रमुग्ध कर रहे हैं।

गो-पालकों में उत्साह
गो-सेवा व भक्ति से सराबोर भजनों की सरिता बहने से गो-वंश के साथ गोपालक भी उत्साहित है। गोपालक मेहताबसिंह व छगनलाल ने बताया कि गो-शाला में बने भक्तिमय माहौल के बीच उन्हें गो-सेवा करने में सुकून मिलता है।

धार्मिक व वैज्ञानिकता का अनूठा मिश्रण
गौशाला में म्युजिक सिस्टम लगाने का उद्देश्य धार्मिकता और वैज्ञानिकता का मिश्रण करना था। वैज्ञानिक धारणा है कि संगीत की धुन से इंसान के साथ जानवारों के व्यवहार में भी बदलाव होता है। इसी को ध्यान मे रखते हुए गो सेवा केन्द्र मे यह नवीन प्रयोग किया जा रहा है।

इन्होने कहा
किसी पशु के आस-पास जब धीमे संगीत की धुन बजती है, तो इसका असर उसके व्यवहार पर भी देखने को मिलता है। अमरीका में एक वैज्ञानिक ने इस पर शोध किया था, जो सफल भी रहा।
- डॉ. पीके माथुर, उपनिदेशक बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय जैसलमेर

नवीन प्रयोग
गो-शाला में नवाचार की चाहत में म्युजिक सिस्टम लगाने का प्रयोग किया था। इस प्रयोग से गो-वंश के व्यवहार में अनूठा बदलाव देखने को मिला है। -मानव व्यास, अध्यक्ष तुलसी गौशाला, मूलसागर जैसलमेर

कृष्ण के बाल सखा सुदामा जी का मंदिर

कृष्ण के बाल सखा सुदामा जी का मंदिर
पोरबंदर शहर में एमजी रोड पर स्थित है कृष्ण के बाल सखा सुदामा जी का मंदिर। द्वारका में कृष्ण विराजते हैं तो उनके मित्र सुदामा विराजते हैं पोरबंदर में, इसलिए पोरबंदर को सुदामापुरी भी कहा जाता है। किसी जमाने में यहां जंगल हुआ करता था। यहीं पर संदीपनी ऋषि का आश्रम भी था। सुदामा मंदिर, बापू के घर कीर्ति मंदिर से कुछ दूरी पर ही है। सुदामा यानी महाभारत काल के एक प्रेरक व्यक्तित्व, जो अपनी गरीबी में जीते हैं, लेकिन अपने बाल सखा राजा कृष्ण से कोई मदद नहीं लेना चाहते। बाद में पत्नी की सलाह पर वे कृष्ण की मदद लेने जाते हैं। कृष्ण और सुदामा की दोस्ती की कहानी पूरे देश में सुनाई जाती है। हैरानी की बात है कि कृष्ण के मंदिर तो देश भर में बने हैं, लेकिन सुदामा जी का एकमात्र मंदिर पोरबंदर में ही है।

सुदामा मंदिर में सुदामा जी की प्रतिमा के अलावा उनकी पत्नी सुशीला की प्रतिमा भी लगी है। मंदिर बहुत भव्य नहीं है, लेकिन इसका अपना महत्व है। सुदामा में खास तौर पर निम्न मध्यमवर्गीय और गरीब लोगों की काफी आस्था है। सुदामा समाज के अंतिम लोगों के बीच प्रिय हैं, जैसे कि बापू। मंदिर परिसर में एक सुदामा कुंड भी है, जो किसी पुरानी बावड़ी जैसा है। मंदिर के बगल में 84 का चक्कर है। यह 84 लाख योनियों के बीच आत्मा के भटकाव का प्रतीक है। इसमें घुसने के बाद आप निकलने की कोशिश करेंगे, लेकिन निकल नहीं पाएंगे। वैसे कोई-कोई निकल भी जाता है। सुदामा मंदिर परिसर में बच्चों के लिए झूले, पार्क आदि बनाए गए हैं।
सुदामा मंदिर में महिलाओं की मंडलियां रोज कीर्तन करने आती हैं। ये अलग—अलग कई मंडलियां हैं। ये महिलाएं मंदिर में आने के बाद देवी-देवताओं की तस्वीरें सजाती हैं। उसके बाद बैठक लगा कर पूरी आस्था से देर तक ईश्वर की वंदना में लीन हो जाती हैं।

शनिवार, 3 अगस्त 2013

बाड़मेर की जनता का सलाम राहुल बारहट को

 विदाई एक होनहार और दबंग पुलिस अधिकारी राहुल बारहट की 


बाड़मेर की जनता का सलाम राहुल बारहट को



बाड़मेर प्रशासनिक व्यवस्थाओ में अधिकारी आते जाते रहते हें ज़िले में दो बड़े पद हें जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक . बाड़मेर जिले में आये प्रशासनिक अधिकारीयों में बेहतरीन जिला कलेक्टरों की फेहरिस्त लम्बी हें तो पुलिस अधीक्षक के पद पर भी कई प्रतिभाशाली अधिकारी आये य़हा में नामो का जिक्र करना नहीं चाहूँगा क्यूंकि नाम गिनने से फिर विवाद हो जायेगा ख़ैर मैं बात कर रहा हूँ एक आकर्षक व्यक्तित्व के धनि पुलिस अधिकारी राहुल मनाहर्दान बारहट का ज़िले को लम्बे समय बाद एक उर्जावान और आशावादी सकारात्मक विचारधारा का पुलिस अधीक्षक मिला था जिसमे काबिलियत कूट कूट कर भरी थी लगभग डेढ़ साल के कार्यकाल में उन्होंने अपनी कबिलिउअत की गहरी छाप बाड़मेर की जनता के दिलो में छोड़ी हें ,बेहद सरल सवभाव ,किन्तु कर्त्व्यप्रयानाता में इतनी ही चपलता ंएत्रो सीटियो की तर्ज पर बाड़मेर जिले में अपराधो की तादाद क्ले साथ किस्मे भी बढी ,छोटे से छोटे अपराध से लेकर उच्च स्तरीय अपराध से निपटने की गज़ब की क्षमता हें राहुल बारहट में . उनके जिले में पद पर रहते कोई विवाद ,पुलिस के खिलाफ धरना ,प्रदर्शन नहीं के बराबर हुआ ख़सियत यह रही की उन्हें विश्वसनीय साथी अधिकारी के रूप में पुलिस उप अधीक्षक नाजिम अली मिले ंआशिम साब ने अपनी काबिलियत और दबंगता का डंका जिले भर में बजा बाड़मेर पुलिस का नाम गौरवानित किया . इनके काम करने का उच्च कोटि की पुलिस टीम की याद दिला देती हें ंअशिम की मेहनत और लगन और निडरता के कारन अपराधियों में बाड़मेर पुलिस का खौफ रहा ज़न्त के लिए इन अधिकारियो के दरवाजे हमेशा खुले रहे जिससे जनता को राहत मिली .स्थनन्त्रन सतत प्रक्रिया हें . राहुल बारहट को बाड़मेर की जनता ने जो प्यार और विशवास दिया शायद इसे वो खुद भी भूल ना पाए . बाड़मेर के बेहतरीन कार्यकाल को बाड़मेर की जनता का सलाम .वे जन्हा भी रहेंगे जनता के हितों की रक्षा को प्राथमिकता देंगे उन्हें जिंदगी में कई अवसर मिलेंगे बाड़मेर की जनता के सेवा के लिए ,यह भी तय हें उनमे पुलिस की उच्च पद तक जाने की क्षमता हें .सलम सलाम ,सलाम …।


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नागौर बिजली गिरने से दो की मौत

नागौर जिले के पीलवा क्षेत्र में शनिवार शाम बिजली गिरने से दो किसानों की मौत हो गई। जबकि इस हादसे में झुलसे दो लोगों का इलाज यहां के अस्पताल में किया जा रहा है।


प्राप्त जानकारी के अनुसार संभाग के कालेटड़ा व पीलवा पंचायत क्षेत्र में करीब पौन घंटे तेज बारिश हा रही थी। शाम 4 बजे कालेटड़ा पंचायत स्थित सिमारों की ढाणी निवासी रामचंद्र पुत्र भंवरलाल व रामचन्द्र पुत्र मगनाराम (40) खेत पर काम कर रहे थे। इस दौरान बिजली गिरने से दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।

इनके साथ खेत पर काम कर रहे श्रवणलाल व लच्छाराम इस हादसे में झुलस गए, जिन्हें अजमेर के जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में भर्ती कराया है।

वेश्याओं को संरक्षण: चीनी न्यायाधीशों के खिलाफ जांच

बीजिंग : शंघाई की एक अदालत के पांच वरिष्ठ न्यायाधीशों के कथित वेश्याओं से अंतरंग होने संबन्धी एक वीडियो के चीनी माइक्रोब्लॉग नेटवर्क पर दिखाई पड़ने के बाद इन न्यायाधीशों की भूमिका की जांच की जा रही है।

शंघाई के हायर पीपुल्स कोर्ट ने चीनी सोशल साइट, सिना बाईबो पर 10 मिनट के एक वीडियो की जांच शुरू कर दी। वीडियो में इन पांच न्यायाधीशों को शंघाई के पुडोंग न्यू एरिया में गत 9 जून को एक रिसोर्ट में कई युवतियों के साथ अंतरंग होते दिखाया गया है।

सरकारी समाचारपत्र ग्लोबल टाइम्स की खबर के अनुसार होटल के निगरानी कैमरे ने कम कपड़े पहने हुई पांच युवतियों को देर रात न्यायाधीशों के कमरे में जाते और लगभग आधे घंटे बाद उन्हें अपने अंतर्वस्त्रों में पैसे छिपाकर निकलते देखा गया।

एक अज्ञात व्हिसल ब्लोअर ने इन पांच में से दो की पहचान चेन जिमिंग और झाओ मिंघुआ के रूप में की है। दोनों क्रमश: शीर्ष नागरिक मुकदमा अदालत के मुख्य एवं उप मुख्य न्यायाधीश है।

व्हिसल ब्लोअर ने साथ ही आरोप लगाया कि झाओ और उनके परिवार के पास शंघाई में लाखों युआन की कम से कम चार संपत्तियां हैं।

उसने कहा, ‘मैं और मेरा परिवार मेरी जिदंगी तबाह करने वाले भ्रष्ट न्यायाधीशों को सजा दिलवाना चाहता है।’ हालांकि उसने अपनी नाराजगी की वजह का खुलासा नहीं किया।

उसने कहा कि उसे धमकी भरे फोन मिले हैं लेकिन वह पुलिस की जांच के लिए नए सबूत देने के लिए दृढ़ है।

भाजपा में पीएम-पद की बहस में अब कूदे जसवंत सिंह



लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी के तौर पर नरेन्द्र मोदी का नाम घोषित करने से असहमति रखने वालों की जमात में शामिल होते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह ने कहा कि भारत में राष्ट्रपति प्रणाली वाला लोकतंत्र नहीं है, इसलिए इस पद के लिए किसी नाम का ऐलान नहीं होना चाहिए।
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अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में विदेश मंत्री रह चुके सिंह ने कहा कि पार्टी की ओर से चुनाव से पहले प्रधानमंत्री पद के लिए किसी के नाम का ऐलान करना नयी घटना है, जबकि नाम तो इस बात पर उभरेगा कि चुनाव के बाद मतदाता क्या संख्या देते हैं।

उन्होंने सीएनएन—आईबीएन से बातचीत में कहा कि मेरा व्यक्तिगत रूप से विचार है कि नाम घोषित करने का यह पूरा कोलाहल एक नयी घटना है। आप नहीं जानते कि देश आपको क्या संख्या देने जा रहा है।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमण सिंह ने गुरुवार को कहा था कि भाजपा के लिए अभी प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करना जल्दबाजी होगी और इस संबंध में उचित समय पर निर्णय किया जाएगा।

जसवंत ने कहा कि हमारे यहां राष्ट्रपति प्रणाली नहीं है और संसदीय व्यवस्था इस बात पर निर्भर करती है कि किसके पास कितनी संख्या आती है।

जसवंत सिंह का यह बयान पार्टी प्रमुख राजनाथ सिंह की इस टिप्पणी के दूसरे दिन आया है जिसमें मोदी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की हमारी पसंद स्पष्ट है और अब कांग्रेस की बारी है।

आरपीएससी की विज्ञप्ति में राजस्थानी के पद क्यों नहीं?

आरपीएससी की विज्ञप्ति में राजस्थानी के पद क्यों नहीं?
अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति ने जताई नाराजगी

सोमवार को प्रदेशभर से भेजे जाएंगे मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन


जयपुर/उदयपुर. अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति ने राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा जारी व्याख्याता भर्ती परीक्षा की विज्ञप्ति में राजस्थानी विषय का एक भी पद नहीं रखे जाने पर नाराजगी व्यक्त की है। समिति के प्रदेश महामंत्री डॉ. राजेन्द्र बारहठ के अनुसार इस मुद्दे को लेकर समिति के अग्रिम संगठन राजस्थानी मोट्यार परिषद, मायड़भाषा राजस्थानी छात्र मोर्चा, राजस्थानी चिंतन परिषद व राजस्थानी महिला परिषद के कार्यकर्ता सोमवार को प्रदेशभर से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन प्रेषित करेंगे। बारहठ ने आक्रोश व्यक्त किया कि आरपीएससी की विज्ञप्ति में राजस्थानी व्याख्याता के लिए पद नहीं होने से उन हजारों योग्यताधारी युवाओं की मंशाओं पर पानी फिर गया है जो इस विषय के व्याख्याता बनने के सपने संजोए हुए थे। उन्होंने जानकारी दी कि प्रदेश में राजस्थानी व्याख्याता के 50 से अधिक पद रिक्त हैं तथा इन पदों हेतु राज्य सरकार ने स्कूलों को बजट भी आवंटित कर रखा है। बारहठ ने कहा कि आरटेट व सेकंड ग्रेड भर्ती में भी पड़ोसी प्रांतों की भाषाओं को महत्त्व मिलता है, मगर प्रदेश की प्रमुख भाषा राजस्थानी के लिए कोई स्थान नहीं है। ऐसे में प्रदेश की भाषा और साहित्य का अध्ययन करने वाले युवाओं को निराश होना पड़ता है। वहीं स्कूलों में इस विषय के व्याख्याता के पद रिक्त होने से शिक्षण बाधित होता है। उन्होंने कहा कि आरपीएससी ने आरएएस परीक्षा में तो राजस्थानी को कुछ महत्त्व दिया है, मगर स्कूलों में इसके व्याख्याता के पदों को भरने की ओर ध्यान नहीं दिए जाने से प्रदेश के भावी प्रतिभागियों का भाषा-ज्ञान सुदृढ़ नहीं होगा और वे अपने ही प्रांत में पिछड़ जाएंगे।

पाक में मूसलधार बारिश, बाढ़ से 19 मृत

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में भारी बारिश की वजह से अचानक आई बाढ़ में कम से कम 19 लोग मारे गए और 42 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने हालात के और बिगड़ने की चेतावनी दी है।

'दि एक्सप्रेस ट्रिब्यून' में शनिवार को आई एक खबर के अनुसार खबर पख्तूनख्वा, गिलगिट-बलटिस्तान, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) और कबाइली क्षेत्र के हिस्से मूसलधार बारिश से सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं। शुक्रवार को हुई अलग-अलग घटनाओं में कम से कम 13 लोगों के मारे जाने एवं 34 के घायल होने की खबर है।

समाचार पत्र ने बताया कि पंजाब में 6 लोग मारे गए। देश के उत्तरी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर संपत्तियों को नुकसान पहुंचा और कई इलाकों में घरों में पानी भरने से लोगों को अपने घर छोड़ने पड़े।

जलस्तर के लगातार बढ़ते जाने की वजह से और ज्यादा लोगों के विस्थापित होने की आशंका है। शुक्रवार को वरसाक बांध में लगभग 50,000 क्यूसेक पानी आ गया जिससे इसका जलस्तर बढ़ गया। अधिकारियों ने शनिवार को नौशेरा में बाढ़ का पानी पहुंचने की आशंका जताई है।

प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) के अनुसार नौशेरा, स्वात, पेशावर और कोहिस्तान समेत खबर पख्तूनख्वा के सात जिले बाढ़ की दृष्टि से संवेदनशील हैं।

पीडीएमए के महानिदेशक अतिफुर रहमान ने कहा कि इन इलाकों में टेंट, पानी और भोजन आपूर्ति भेज दी गई है लेकिन हालात चिंताजनक हैं। इस समय चित्राल जिला सबसे बुरी तरह प्रभावित दिख रहा है।

गुरुवार की सुबह से अब तक बाढ़ ने 5 जानें लील ली हैं। बाढ़ का पानी दर्जनों घरों को बहाकर ले गया और कैलाश घाटी से ऊपरी चित्राल को जोड़ने वाले दो पुल क्षतिग्रस्त हो गए।

जटिया समाज के नवयुवक मण्डल की बैठक सम्पन्न



जटिया समाज के नवयुवक मण्डल की बैठक सम्पन्न

विभिन्न मुददो को लेकर हुआ विचार-विमर्श


 बी एन टी न्यूज़  बाड़मेर।

जटिया समाज नवयुवक मण्डल की आम बैठक स्थानीय बाबा रामदेव मंदिर बंदा चौक मे कार्यकारिणी अध्यक्ष चंदन जाटोल की अध्यक्षता व कुभाराम सिघाडि़या के मुख्य आतिथ्य में आयोजित हुर्इ। बैठक में युवाओं ने समाज में बालिका शिक्षा, छात्रो का सम्मान समारोह, रक्तदान, खेलकूद तथा नशा मुकित व सामाजिक एवं राजनैतिक चेतना को बढावा देने के लिए अपने-अपने विचार रखें। वहीं युवा कार्यकारिणी को तन-मन-धन से समर्थन देने का आहवान किया। बैठक में अन्य समाजो की तरह जटिया समाज नवयुवक मण्डल का बड़े स्तर पर गठन कर समाज में नर्इ चेतना व जागृति लाने के ऊपर मंथन किया गया।

इस दौरान अध्यापक मांगीलाल सिघाडि़या ने बालिका शिक्षा पर जोर देने की बात कही। वहीं बैठक के सभापति कुम्भाराम सिघाडि़या ने युवा कार्यकारिणी को पूर्ण समर्थन देने की बात कही। इस दौरान अखिल भारतीय रैंगर महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेश जाटोल, पार्षद रमेश मोसलपुरिया, जगदीश मोसलपुरिया, जय गोसार्इ, हीरालाल खोरवाल, श्रवण वडेरा, गोपाल वडेरा ने भी अपने विचार रखते हुए युवा संगठन को मजबूत बनाने का आहवान किया।

वहीं कार्यकारी कोषाध्यक्ष भंवरलाल खोरवाल ने युवा कार्यकारिणी के उद्धेश्यो पर प्रकाश डाला। इस दौरान फरसाराम सिघाडि़या, बाबूलाल वडेरा, घनश्याम गोसार्इ, घनश्याम खन्ना, मांगीलाल सिघाडि़या, मोतीलाल सुवासिया, श्रवण गोसार्इ, श्रवण वडेरा, श्रवण मुण्डोतिया, दिनेश खन्न, लेखराज खोरवाल, ताराचंद वडेरा, भागीरथ सुवासिया, भीमराज सुवासिया, खीयाराम खोरवाल, पदमाराम सिघाडि़या, नवल गोसार्इ, पुर्ण तंवर, नवल गोसार्इ सहित कर्इ युवा उपसिथत थें। इस दौरान कार्यक्रम का संचालन हीरालाल खोरवाल ने किया।