रविवार, 4 अगस्त 2013

पंचायती का शिकार बना पूर्व मुंशी



रायपुर मारवाड़। गुजरात पुलिस मे हैडकांस्टेबल रहने के बाद पिछले दिनों सेवानिवृत्त होकर लौटे व्यक्ति को जातीय पंचों ने पांच घंटे धूप मे खड़ा रखने के बाद समाज से बहिष्कृत करते हुए हुक्का-पानी बंद करने का फरमान सुनाया। पुलिस ने 14 पंचों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर जांच प्रारंभ की है।


पुलिस के अनुसार धूलकोट निवासी रामजीवन पुत्र गिरधारीलाल दमामी ने रिपोर्ट मे बताया कि 27 जून को वह अपने साले के ससुर मोहनलाल दमामी के देहांत पर शवयात्रा मे शरीक होने लिलाम्बा गंाव आया था। वहां शव यात्रा से लौटने के बाद मोहनलाल के घर पर मुंह झूठा कराने की रस्म अदायगी के समय वह समाज के अन्य लोगों के साथ खाना खाने बैठा। तभी वहां मौजूद पंचों ने उसकी थाली को ठोकर मारकर उसे अपशब्द कहते हुए धूप में खड़ा कर दिया। जातीय पंचों ने उससे दस हजार रूपए की मांग की। पुलिस ने लिलाम्बा निवासी रामचन्द्र पुत्र रूपचंद दमामी वगैरा 14 पंचों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज किया है।

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