भीलवाड़ा। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने रविवार को बदनोर थाने के सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) इकबाल हुसैन को छह हजार रूपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। पुलिसकर्मी ने सामलाती जमीन के बंटवारे को लेकर रिश्वत की मांग की थी।
ब्यूरो के निरीक्षक बंशीलाल को लोडियाना (अजमेर) निवासी लक्ष्मण भील ने शिकायत की। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि बदनोर थाना क्षेत्र ेके जयसिंहपुरा में उसकी चार बीघा पुश्तैनी जमीन है। जमीन के बंटवारे को लेकर भाइयों में विवाद चल रहा है। इसे लेकर पूर्व में भी झगड़े हुए। इस सम्बंध में लक्ष्मण ने बदनोर थाने में मामला दर्ज कराया।
मामले की जांच एएसआई इकबाल हुसैन के पास थी। निरीक्षक बंशीलाल ने बताया कि लक्ष्मण भील और उसके चचेरे भाइयों में विवाद को लेकर आपसी राजीनामा हो गया। राजीनाम की बात लक्ष्मण ने एएसआई को बताई। लेकिन एएसआई राजीनाम को तैयार नहीं हुआ। उसने कागजी कार्रवाई पूरी करने की एवज में दस हजार रूपए मांगे। दो-दो हजार करके चार हजार पूर्व में ले लिए। राजीनामा हो जाने के बावजूद छह हजार रूपए के लिए परेशान कर रहा था। आखिरकार परिवादी ने एसीबी को शिकायत कर दी।
ब्यूरो ने जाल बिछाकर लक्ष्मण भील को छह हजार रूपए देकर बदनोर थाने भेजा। उस समय एएसआई इकबाल अपने कमरे में था। रिश्वत की राशि लेने के बाद इकबाल ने उसे पेंट की जेब में रख ली। इशारा मिलते ही ब्यूरो ने पुलिसकर्मी को पकड़ लिया और रिश्वत की राशि पेंट की जेब से बरामद कर ली। हाथ धुलाने पर रंग निकल आया। एसीबी ने इकबाल के क्वॉर्टर की तलाशी भी, लेकिन कुछ खास नहीं मिला।
ब्यूरो के निरीक्षक बंशीलाल को लोडियाना (अजमेर) निवासी लक्ष्मण भील ने शिकायत की। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि बदनोर थाना क्षेत्र ेके जयसिंहपुरा में उसकी चार बीघा पुश्तैनी जमीन है। जमीन के बंटवारे को लेकर भाइयों में विवाद चल रहा है। इसे लेकर पूर्व में भी झगड़े हुए। इस सम्बंध में लक्ष्मण ने बदनोर थाने में मामला दर्ज कराया।
मामले की जांच एएसआई इकबाल हुसैन के पास थी। निरीक्षक बंशीलाल ने बताया कि लक्ष्मण भील और उसके चचेरे भाइयों में विवाद को लेकर आपसी राजीनामा हो गया। राजीनाम की बात लक्ष्मण ने एएसआई को बताई। लेकिन एएसआई राजीनाम को तैयार नहीं हुआ। उसने कागजी कार्रवाई पूरी करने की एवज में दस हजार रूपए मांगे। दो-दो हजार करके चार हजार पूर्व में ले लिए। राजीनामा हो जाने के बावजूद छह हजार रूपए के लिए परेशान कर रहा था। आखिरकार परिवादी ने एसीबी को शिकायत कर दी।
ब्यूरो ने जाल बिछाकर लक्ष्मण भील को छह हजार रूपए देकर बदनोर थाने भेजा। उस समय एएसआई इकबाल अपने कमरे में था। रिश्वत की राशि लेने के बाद इकबाल ने उसे पेंट की जेब में रख ली। इशारा मिलते ही ब्यूरो ने पुलिसकर्मी को पकड़ लिया और रिश्वत की राशि पेंट की जेब से बरामद कर ली। हाथ धुलाने पर रंग निकल आया। एसीबी ने इकबाल के क्वॉर्टर की तलाशी भी, लेकिन कुछ खास नहीं मिला।
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