इस्लामाबाद। पाकिस्तान में भारी बारिश की वजह से अचानक आई बाढ़ में कम से कम 19 लोग मारे गए और 42 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने हालात के और बिगड़ने की चेतावनी दी है।
'दि एक्सप्रेस ट्रिब्यून' में शनिवार को आई एक खबर के अनुसार खबर पख्तूनख्वा, गिलगिट-बलटिस्तान, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) और कबाइली क्षेत्र के हिस्से मूसलधार बारिश से सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं। शुक्रवार को हुई अलग-अलग घटनाओं में कम से कम 13 लोगों के मारे जाने एवं 34 के घायल होने की खबर है।
समाचार पत्र ने बताया कि पंजाब में 6 लोग मारे गए। देश के उत्तरी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर संपत्तियों को नुकसान पहुंचा और कई इलाकों में घरों में पानी भरने से लोगों को अपने घर छोड़ने पड़े।
जलस्तर के लगातार बढ़ते जाने की वजह से और ज्यादा लोगों के विस्थापित होने की आशंका है। शुक्रवार को वरसाक बांध में लगभग 50,000 क्यूसेक पानी आ गया जिससे इसका जलस्तर बढ़ गया। अधिकारियों ने शनिवार को नौशेरा में बाढ़ का पानी पहुंचने की आशंका जताई है।
प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) के अनुसार नौशेरा, स्वात, पेशावर और कोहिस्तान समेत खबर पख्तूनख्वा के सात जिले बाढ़ की दृष्टि से संवेदनशील हैं।
पीडीएमए के महानिदेशक अतिफुर रहमान ने कहा कि इन इलाकों में टेंट, पानी और भोजन आपूर्ति भेज दी गई है लेकिन हालात चिंताजनक हैं। इस समय चित्राल जिला सबसे बुरी तरह प्रभावित दिख रहा है।
गुरुवार की सुबह से अब तक बाढ़ ने 5 जानें लील ली हैं। बाढ़ का पानी दर्जनों घरों को बहाकर ले गया और कैलाश घाटी से ऊपरी चित्राल को जोड़ने वाले दो पुल क्षतिग्रस्त हो गए।
'दि एक्सप्रेस ट्रिब्यून' में शनिवार को आई एक खबर के अनुसार खबर पख्तूनख्वा, गिलगिट-बलटिस्तान, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) और कबाइली क्षेत्र के हिस्से मूसलधार बारिश से सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं। शुक्रवार को हुई अलग-अलग घटनाओं में कम से कम 13 लोगों के मारे जाने एवं 34 के घायल होने की खबर है।
समाचार पत्र ने बताया कि पंजाब में 6 लोग मारे गए। देश के उत्तरी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर संपत्तियों को नुकसान पहुंचा और कई इलाकों में घरों में पानी भरने से लोगों को अपने घर छोड़ने पड़े।
जलस्तर के लगातार बढ़ते जाने की वजह से और ज्यादा लोगों के विस्थापित होने की आशंका है। शुक्रवार को वरसाक बांध में लगभग 50,000 क्यूसेक पानी आ गया जिससे इसका जलस्तर बढ़ गया। अधिकारियों ने शनिवार को नौशेरा में बाढ़ का पानी पहुंचने की आशंका जताई है।
प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) के अनुसार नौशेरा, स्वात, पेशावर और कोहिस्तान समेत खबर पख्तूनख्वा के सात जिले बाढ़ की दृष्टि से संवेदनशील हैं।
पीडीएमए के महानिदेशक अतिफुर रहमान ने कहा कि इन इलाकों में टेंट, पानी और भोजन आपूर्ति भेज दी गई है लेकिन हालात चिंताजनक हैं। इस समय चित्राल जिला सबसे बुरी तरह प्रभावित दिख रहा है।
गुरुवार की सुबह से अब तक बाढ़ ने 5 जानें लील ली हैं। बाढ़ का पानी दर्जनों घरों को बहाकर ले गया और कैलाश घाटी से ऊपरी चित्राल को जोड़ने वाले दो पुल क्षतिग्रस्त हो गए।
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