रविवार, 19 मई 2013

देहरादून: शराबी लड़कियों ने की लड़कों से बदसलूकी, मचाया हंगामा

देहरादून: शराबी लड़कियों ने की लड़कों से बदसलूकी, मचाया हंगामा

 
देहरादून में कुछ छात्राओं ने नशे की हालत में जम कर कोहराम मचाया. पहले अपनी कार से बाइक सवारों को टक्कर मारी फिर सड़क से लेकर थाने तक हंगामा किया. सभी आरोपी लड़कियां सियासी परिवार से वास्ता रखती हैं.

असर नशे का है. शराब का नशा और पिता के पावर का नशा इन लड़कियों के सिर चढ़ कर बोल रहा है. देहरादून के एक पुलिस स्टेशन में अजीबोगरीब वाकया पेश आया जब कुछ लड़कों ने लड़कियों पर बदसलूकी का आरोप लगाया.

जिन लड़कियों की बात हो रही है उनमें से एक मेरठ के पूर्व बीएसपी सांसद की बेटी है, बाकी लड़कियों के पिता देहरादून में ही नेता हैं. आरोप ये है कि इन लड़कियों ने नशे की हालत में गाड़ी चलाते हुए दो मोटरसाइकिल सवारों को टक्कर मार दी. बताया जा रहा है कि टक्कर मारने के बाद इन लड़कियों ने देहरादून की सड़क पर हंगामा बरपाना शुरू कर दिया.

कुछ लोगों के खबर करने पर जब मामला थाने तक पहुंचा तो लड़कियों ने अपने रसूख का दम दिखाते हुए उल्टे लड़कों पर छेड़खानी का आरोप मढ़ दिया. हांलाकि पुलिस की जांच में गलती लड़कियों की ही सामने आई. मेडिकल रिपोर्ट में लड़कियों के नशे की हालत में होने की पुष्टि हो चुकी है. उन्हें केस दर्ज कर थाने से ही जमानत पर रिहा कर दिया गया है.


 

सेहत का दुश्मन है रिटायरमेंट

हर व्यक्ति रिटायर होने के बाद खुद को एक कुर्सी पर बैठ, हाथों में अखबार लेकर आराम से चाय की चुस्की लेते देखना चाहता है, लेकिन रिटायरमेंट इतना भी सुखद नहीं होता।Image Loading

रिटायरमेंट के बाद ज्यादातर लोग चैन की सांस लेने के ख्याल से ही खुश हो जाते हैं और सोचते हैं कि घर पर रहकर वे आराम से स्वास्थ्य लाभ उठाएंगे, लेकिन दुर्भाग्य से उनका शरीर और दिमाग उन्हें इस खुशनुमा पल से मरहूम कर देता है।

ब्रिटेन के इंस्टीट्यूट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर एंव एज इंडीवर ने वर्क लांगर लीव हेल्दियर नाम के शोध में बताया है कि रिटायरमेंट के बाद थोड़े दिनों के लिए लोगों का स्वास्थ्य अच्छा तो हो जाता है, लेकिन बाद में समय के साथ-साथ उनका स्वास्थ्य गिरने लगता है।

सेवानिवृत्त के बाद लगभग 40 प्रतिशत लोग अवसाद ग्रस्त हो जाते हैं और 60 प्रतिशत लोगों के शारीरिक स्वास्थ्य स्तर में गिरावट आती है जिसकी वजह से रिटायर हुए लोग हीन भावनाओं से ग्रसित हो जाते हैं।

रिपोर्ट में सलाह दी गई है कि सरकार को रिटायरमेंट की उम्र में वृद्धि कर देनी चाहिए ताकि लोग ज्यादा उम्र तक काम करें और उनका शारीरिक, मानिसक तथा आर्थिक संतुलन बना रहे।

पाकिस्तानः इमरान ने एमक्यूएम को ठहराया जिम्मेदार

क्रिकेट की दुनिया से राजनीति में आए इमरान खान ने अपनी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता की शहर में हत्या के लिए सीधे मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के प्रमुख को जिम्मेदार बताया है।
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इमरान ने अस्पताल से जारी एक बयान में कहा कि मैं इस हत्या के लिए सीधे अल्ताफ हुसैन को जिम्मेदार ठहराता हूं, क्योंकि उन्होंने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के कार्यकर्ताओं और नेताओं को सार्वजनिक प्रसारकों के जरिये खुलेआम धमकी दी थी।

चुनाव प्रचार के दौरान घायल हुए इमरान का अभी अस्पताल में इलाज चल रहा है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता का यह बयान आने से कुछ घंटे पहले, पार्टी की सिंध इकाई की वरिष्ठ उपाध्यक्ष जारा यूसुफ शाहिद की बीती रात उनके आवास के बाहर गोली मार कर हत्या कर दी गई थी।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि वह दो पहलुओं को ध्यान में रख कर मामले की जांच कर रहे हैं कि क्या यह लक्षित हत्या थी या लूटपाट की कोशिश में लुटेरों ने जारा की जान ली। इमरान ने कहा कि एमक्यूएम नेता अल्ताफ हुसैन 11 मई को हुए चुनावों के बाद से ही उनकी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ धमकी भरे बयान देते रहे हैं।

गौरतलब है कि एनए 250 निर्वाचन क्षेत्र से नेशनल असेंबली सीट के लिए आज 43 मतदान केंद्रों पर पुन: मतदान हो रहा है। एमक्यूएम ने मतदान का बहिष्कार किया है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ और अन्य पार्टियों ने 11 मई को मतदान के दौरान धांधली होने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया था जिसके बाद चुनाव आयोग ने यहां पुन: मतदान का आदेश दिया।

इमरान ने ब्रिटिश सरकार को भी जिम्मेदार ठहराते हुए दावा किया कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को मार डालने की खुलेआम धमकी देने के बाद उन्होंने अल्ताफ हुसैन के खिलाफ कार्रवाई के लिए ब्रिटेन को चेताया था। हुसैन 1993 से लंदन में आत्मनिर्वासन में रह रहे हैं।

घटना के बाद एमक्यूएम प्रमुख ने अपने आप ही एक बयान जारी कर हत्या की निंदा की और सरकार से दोषियों को तत्काल गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कानून के अनुसार कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। पुलिस ने बताया कि जारा पर हमले का कारण तत्काल पता नहीं चल पाया है। घटना के बाद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के कार्यकर्ताओं ने तत्काल नेशनल मेडिकल सेंटर को घेर लिया था जहां जारा को इलाज के लिए लाया गया था।

पुलिस की थर्ड डिग्री: प्राइवेट पार्ट में लगाए तेजाब, पेट्रोल के इंजेक्शन


पुलिस की थर्ड डिग्री: प्राइवेट पार्ट में लगाए तेजाब, पेट्रोल के इंजेक्शन


एटा जिले में एक हत्याकांड के मामले में गिरफ्तार युवक की कथित रूप से पुलिस के अत्याचार के बाद मृत्यु के मामले में सम्बन्धित थानाध्यक्ष समेत तीन पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज करके उन्हें निलम्बित कर दिया गया.

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक अवागढ़ क्षेत्र में गत 23 अप्रैल को हुई माणिकचंद्र नामक व्यक्ति की हत्या के मामले में गिरफ्तारी के बाद पुलिस की जुल्म-ज्यादती के कारण कल मौत का शिकार हुए बलवीर नामक व्यक्ति को अमानवीय यातनाएं देने की बात जांच में सामने आने पर थाना प्रभारी शैलेन्द्र, कांस्टेबल निर्मल कुमार तथा होमगार्डस के एक जवान के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके उन्हें निलम्बित कर दिया गया है.

बलवीर के परिजन का आरोप है कि पुलिस ने पूछताछ के लिये उसे गुप्तांग में तेजाब और पेट्रोल के इंजेक्शन लगाये और जलते तवे पर बैठने को मजबूर किया.

सूत्रों के मुताबिक बलवीर के वकील ने अदालत को पुलिस की अमानवीय हरकतों के बारे में बताया था जिसके बाद तीन डाक्टरों के पैनल ने उसकी जांच की थी. पड़ताल में बलवीर के शरीर में संक्रमण की पुष्टि हुई थी. उसकी लखनऊ के पीजीआई में शुक्रवार को इलाज के दौरान मौत हो गयी थी.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय मोहन शर्मा ने मामले की जांच क्षेत्राधिकारी विजय कपिल को सौंपी थी.

इस बीच, पुलिस हिरासत में बलवीर की मौत से नाराज लोगों ने एटा-आगरा मार्ग पर इसौली के पास करीब चार घंटे तक रास्ता जाम किया. बाद में अधिकारियों के समझाने-बुझाने पर ही जाम खुल सका.

शुक्रवार, 17 मई 2013

गोपेन्द्र नाथ भट्ट ने सम्हाला राजस्थान सूचना केन्द्र नई दिल्ली के अतिरिक्त निदेशक का कार्यभार

गोपेन्द्र नाथ भट्ट ने सम्हाला
राजस्थान सूचना केन्द्र नई दिल्ली के अतिरिक्त निदेशक का कार्यभार

नई दिल्ली, 17 मई, 2013।
राजस्थान सूचना सेवा संवर्ग के वरिष्ठ अधिकारी श्री गोपेन्द्र नाथ भट्ट ने राजस्थान सूचना केन्द्र, नई दिल्ली के अतिरिक्त निदेशक का कार्यभार सम्हाल लिया है। राज्य सरकार ने गुरूवार को सांय आदेश जारी कर श्री भट्ट को संयुक्त निदेशक से पदोन्नत कर अतिरिक्त निदेशक बनाया गया है।
श्री भट्ट ने वर्ष 1980 में सूचना एवं जनसम्पर्क सेवाओं के रूप में बांसवाड़ा जिले के सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं शुरू की थी। इसके उपरांत उन्होंने उदयपुर जिलें में जनसम्पर्क अधिकारी के रूप में कार्य किया। श्री भट्ट जिला जनसम्पर्क अधिकारी, डूंगरपुर, माही बजाज सागर बहुउद्देशीय परियोजना, बांसवाड़ा, पश्चिम क्षेत्रा सांस्कृतिक केन्द्र और जनजाति क्षेत्राीय विकास विभाग, उदयपुर, के साथ ही राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय युवा फिल्म फैस्टिवल और प्रवासी भारतीय दिवस तथा अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला आदि के जनसम्पर्क अधिकारी एवं समन्वयक का अतिरिक्त कार्यभार भी सम्हाल चुके हैं।
श्री भट्ट ने वर्ष 1995 में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में राजस्थान सूचना केन्द्र के सहायक निदेशक के पद पर कार्यभार संम्हाला और तब से लगातार वे इस कार्यालय में सेवारत हैं। श्री भट्ट को अपने सेवाकाल में प्रदेश के कई राज्यपाल और मुख्यमंत्राीगण के साथ सीधे कार्य सेवा एवं प्रेस अटेची के रूप में कार्य करने का अवसर मिला है और वे दिल्ली में राज्यों के सूचना केन्द्रों की संस्था ‘सिप्रा’ के अध्यक्ष रहने के साथ ही पी.आर.एस.आई. की दिल्ली शाखा में कार्यकारिणी के सदस्य भी है।
श्री भट्ट को उनकी विशिष्ठ सेवाओं के लिए कई राज्य एवं राष्ट्रीय स्तरों के पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। जिनमें राज्यस्तरीय ‘‘नंद किशोर पारीक जनसम्पर्क पुरूस्कार’’ ‘‘माणक अलंकरण’’, ‘प्रियदर्शनी अवार्ड’, ‘‘बेस्ट पी.आर.ओ. ऑफ दी इयर अवार्ड’’, ‘उत्कंठा सम्मान पुरूस्कार’, ‘ब्राह्मण शिरोमणि अवार्ड-2010’, ‘परशुराम पुरस्कार- 2010’, ‘नेशनल मीडिया प्राईड अवार्ड’, भंवर सुराणा पत्राकारिता अवार्ड ‘‘कलम का सिपाही पुरस्कार’’ के साथ ही हाल ही में राष्ट्रीय जनसम्पर्क दिवस पर ‘उत्कृष्टता अवार्ड’ आदि शामिल है।

पाक में पीथौरा पीर,भारत में जेता की जाल

मुसलमान होने के बावजूद कुलदेवी के रूप में पूजते है हिन्दू

पाक में पीथौरा पीर,भारत में जेता की जाल








बाड़मेर मजहब के नाम पर होने वाले बंटवारे के वक्त धार्मिक सद्भावना की किसे परवाह रहती है। यहीं दंश सरहदी गांवों के लोग आज भी भुगत रहे है। भारत-पाक विभाजन के वक्त पीथौरा पीर एवं जेता की जाल धार्मिक स्थल के बीच एक लकीर खींच दी गई। लेकिन मौजूदा परिदृश्य में आ रहे बदलाव से सरहदी लोगों को उम्मीद जगी है कि वे अपने रिश्तदारों से मिलने के साथ इन धार्मिक स्थानों पर आसानी से जा सेंगे।
पा में कूनरी स्थित पीथौरा पीर एवं भारत में जेता की जाल दोनों देशों के बाशिंदों के लिए आस्था का केन्द्र रहे है। विभाजन के दौरान इने अलग होने के बावजूद आस्था में किसी तरह की कमी नहीं आई। अब तक इने मुरीद दर्शनार्थ वीजा के जरिए जाते रहे है। सबसे हटकर यह बात है कि जेता मुसलमान धर्म से ताल्लुकात रखती है। लेकिन हिन्दू उसको कुलदेवी के बतौर पूजा करते है। भारत-पाक सीमा पर स्थित स्वरूपे का तला में जेता की जाल है। इसकी स्थापना 1912 में हुई थी। उस दरिम्यान टिड्डियां अक्सर फसल बर्बाद कर देती थी। ऐसे में तत्कालीन अड़बलियार निवासी शोभजी मेघवाल ने मनौती मांगी थी कि अगर टिड्डियों ने उसे खोत में खराबा नहीं किया तो वे जेता की जाल की स्थापना करेंगे। सुबह उन्होंने पाया कि टिड्डियों ने उनकी फसल को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। जबकि अन्य खेतों में काफी खराबा हुआ। रूगोणियों की डेरी में जाल की स्थापना की गई। इसे आज भी इसी नाम से पुकारा जाता है। भारत-पाक विभाजन के समय वे अड़बलियार में रह गए। रूगोणियों की डेरी भारतीय सीमा में रह गई।
कुलदेवी जेता के बारे में मान्यता है कि वह समेजी जाति की मुसलमान महिला थी। एक बार वह अपने दूध पीते बच्चे को जाल के पेड़ में झुला बांधकर पीलू चुगने गई थी। इस दौरान प्यास लगने से उसे बेटे की मौत हो गई। जेता ने भी पुत्र मोह में अपनी ईहलीला समाप्त कर दी। इसे बाद परचे देने के साथ ही जेता के नाम से मनौतियां मांगने का सिलसिला शुरू हुआ। जब लोगों की मनौती पूरी होने लगी तो उसको कुलदेवी के रूप में पूजा जाने लगा। कुलदेवी जेता की जाल पर हर साल भादवा, माघ, चेत्र की दूज को विशेष रूप से मेला भरता है। इसमें पाकिस्तान से आकर लोग शरीक होते है।
डा.एम.आर.गढ़वीर के मुताबिक जब अन्य विस्थापितों के साथ शाभजी मेघवाल का परिवार भारत पहुंचा तब तक यह खेत इस्माइल समेजा को आबंटित कर दिया गया। शुरूआत में इस्माइल ने ध्यान नहीं दिया। जब उसको नुकसान होने लगा तो बाकायदा उसने भी धार्मिक श्रद्वा जताते हुए दो बीघा जमीन जायरीनों के लिए छोड़ रखी है। जहां सालाना लोग मनौती मांगकर घी का धूप, नारियल एवं बकरे एवं घेटे की बलि चढ़ाते है। जेता को मेघवालों की कुलदेवी के बतौर माना जाता है। पाकिस्तान में इब्राहिम का तला, चारणोर, कितारी, मिठड़िया, तिगुसर, चेलार, कांकईया,संग्रासी का तला, कठा, नगरपारकर एवं खावड़ समेत कई गांवों में कुलदेवी जेता के मुरीद रहते है। उने मुरीदों का कहना है कि अगर बस शुरू होती है तो फिर सद्भावना की मिसाल को बल मिलेगा। उमरकोट निवासी किशनराम ख्याला दो मर्तबा यहां आ चुके है। इसी तरह पाक में अमरकोट से आगे कूनरी के पास पीर पीथौरा की मजार है। जहां पर मुख्य पुजारी परपंरागत मेघवाल समाज से होता है। सरहदी गौहड़ का तला, भुरावा, स्वरूपे का तला, आंगनशाह की ढाणी, गुमाने का तला, मिठड़ाऊ, बीजासर एवं बुहरान का तला के लोग पीर पीथौरा के मुरीद है। उनकी मजार पर जाने का सिलसिला विभाजन से पहले एवं बाद भी जारी है।

जेल में गोरखधंधा, कैदी की मदद लेकर पास हुई महिला जेलर



जम्मू। कोट भलवाल जेल की पूर्व महिला जेलर रजनी सहगल तथा उधमपुर के पूर्व जेलर विनोद कुमार के खिलाफ पक्का डंगा पुलिस ने साजिश रचकर धोखाधड़ी, नकल और अनुचित साधन प्रयोग करने का मामला दर्ज किया है। महिला जेलर ने जेल में बंद एक हत्या आरोपी कैदी की मदद ली। उसे अपनी जगह परीक्षा देने के लिए बिठाया और इस तरह से परीक्षा में पास हुई। अब इसकी शिकायत एक दूसरे कैदी ने कोर्ट में कर दी है। इसके बाद दोनों अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर नंबर 88 में मामला दर्ज हुआ है।

गौरतलब है कि महिला जेलर रहजनी सहगल पाक कैदी सन्नाउल्ला रांजे की मौत के मामले में पहले से ही सस्पेंड हैं। उनके खिलाफ जांच चल रही है। अब उनके खिलाफ एक और मामला दर्ज हो गया है।



जानकारी के अनुसार एक कैदी रवेन्द्र सिंह पुत्र हजारा सिंह निवासी विजयपुर ने कोर्ट में उनके विरुद्ध शिकायत की। उसने बताया कि रजनी सगहल ने वर्ष 2012 में धोखाधड़ी की थी। उन्होंने जेल के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के सेंटर में अपने स्थान पर एक अंडर ट्रायल कैदी से परीक्षा दिलवाई थी। सगहल परास्नातक परीक्षा दे रही थी। लेकिन खुद परीक्षा देने के बजाय उन्होंने जेल में बंद एक पढ़े-लिखे कैदी को परीक्षा देने भेज दिया। इस परीक्षा में जेलर अच्छे अंकों से पास हुई थी।



शिकायत में कैदी ने बताया कि जिला जेल अंबफला में इग्नू का स्पेशल स्ट्डी सेंटर है। यह सेंटर कैदियों की पढ़ाई के लिए स्थापित किया गया है। वर्ष 2012 में महिला जेलर रजनी सहगल ने भी परीक्षा देने का विचार बनाया था। लेकिन 25 जून को हुई परीक्षा में उन्होंने अपने स्थान पर कैदी परमजीत सिंह सलाथिया पुत्र रतन सलाथिया निवासी गुडा सलाथिया से परीक्षा दिलवाई थी। परमजीत जेल में हत्या के मामले में बंद है। शिकायत करने वाले कैदी ने बताया कि इग्नू के इस सेंटर के इंचार्ज अबंफला जिला जेल के जेलर विनोद कुमार थे। महिला जेलर ने उनके साथ मिलीभगत करके ऐसा किया था। जेलर विनोद कुमार इसी साल 31 मार्च को उधमपुर जिला जेल से रिटायर हुए हैं।



शिकायत में उसने बताया कि जब उसे इस बात का पता चला और उसने इसके खिलाफ आवाज उठाई तो उसे भी जेल में तंग करना शुरू कर दिया गया। इसके बाद उसने क्राइम ब्रांच में शिकायत की। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसलिए अब उसने कोर्ट में इस मामले की शिकायत की है। उसने कोर्ट को और कई बातों की जानकारी दी। उसने आरोप लगाया कि महिला जेलर के स्थान पर परीक्षा देने वाले कैदी को उसके बाद बेहतर सुविधाएं दी जाने लगी।

कोर्ट ने इस मामले पर कड़ा रुख अपनाया है। पुलिस को मामला दर्ज करके पूरी रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। इसके बाद ही पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज करके आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।



कई बार जांच में फंसी है महिला जेलर



महिला जेलर रजनी सहगल कई बार जांच के घेरे में फंसी है। एक साल के समय में उन पर यह तीसरी कार्रवाई हुई है। पिछले साल के अंत में उन्होंने विक्रम चौक नाके पर एक ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर के साथ मारपीट की थी। इस मामले में विभागीय जांच शुरू की गई थी। इसके बाद पाक कैदी की मौत मामले में वह फंसी। इस मामले में बड़े स्तर की जांच चल रही है। अब उनके खिलाफ आधिकारिक मामला दर्ज हो गया है।

बता दें कि महिला जेलर कई बार सुर्खियों में रही है। जब वह उधमपुर जिला जेल में तैनात थी तो उन पर कैदियों की मदद करने का आरोप लगा था। इसके बाद कोट भलवाल जेल में कैदियों को चोरी-छिपे सुविधाएं देने में भी उनका नाम कई बार सामने आ चुका है।

जोधपुर सेंट्रल जेल से कैदी फरार

जोधपुर सेंट्रल जेल से कैदी फरार
जयपुर। देश की सबसे सुरक्षित जेलों में से एक मानी जाने वाली जोधपुर सेंट्रल जेल से गुरूवार रात एक कैदी फरार हो गया। शुक्रवार सवेरे इस बारे में जेल प्रशासन को सूचना मिली तो उसकी तलाश शुरूकी गई।

जेल सूत्रों के अनुसार फरार हुए कैदी मंगल उर्फ मंगल्या बावरी को अन्य कैदियों के साथ ही जेल की एक बैरक में रखा था। गुरूवार देर शाम तक वह बैरक में था, लेकिन शुक्रवार सवेरे वह बैरक में नहीं मिला। मंगल नकबजनी के आरोप में सजा काट रहा था। स्थानीय पुलिस को इस बारे में सूचित कर दिया गया है। पुलिस ने शहर के बाहर जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया है।

जयपुर से आईएसआई का जासूस गिरफ्तार

जयपुर से आईएसआई का जासूस गिरफ्तार
जयपुर। जयपुर से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के एक कथित जासूस को गिरफ्तार किया गया है। आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान विद्युत कांति सिन्हा के रूप में हुई है।

वह जयपुर स्थित सेना की आपूर्ति कॉर्प कंपनी टीपीटी का कर्मचारी है। खुफिया सूत्रों का कहना है कि वह आईएसआई तक गोपनीय सूचनाएं व दस्तावेज पहुंचा रहा था। वह यह काम नेपाल स्थित एजेंट के जरिए कर रहा था।

बताया जा रहा है कि सिन्हा दार्जिलिंग के शारदानगर का रहने वाला है। उसे शुक्रवार को स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया,जहां से उसे सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।

जिंदा हैं जगजीत सिंह,कर रहे हैं मजदूरी!

जिंदा हैं जगजीत सिंह,कर रहे हैं मजदूरी!
भोपाल। क्या गजल गायक जगजीत सिंह जिंदा हैं? क्या वे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह और शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे के साथ मनरेगा में मजदूर हैं? मध्यप्रदेश के रेवा जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के कुछ स्मार्ट कार्ड तो यही कहानी कहते हैं।


दरअसल मनरेगा स्कीम के तहत बैंक से पेमेंट लेने के लिए बनाए गए स्मार्ट कार्ड्स पर तस्वीरों में गड़बड़झाला सामने आया है। इन काड्र्स में नाम और बाकी की जानकारी तो मजदूरों की ही है, लेकिन तस्वीरें जानी-मानी हस्तियों की छप गई हैं। यह कार्ड यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने 2009-10 में जारी किए थे और एफआईएनओ नामक कंपनी से बनवाए थे।


इस गड़बड़ी की तहत एक कार्ड कैथा गांव के मंगल सेन के नाम से जारी किया गया है, लेकिन इस पर फोटो छत्तीसगढ़ के सीएम रमन सिंह की लगी हुई है। इसी तरह गांव के राहुल दूबे के कार्ड पर दिवंगत गायक जगजीत सिंह की फोटो लगी हुई है।


इस गलती पर जिला कलेक्टर पर पर्दा डालने में कसर नहीं छोड़ रहे हैं। कलेक्टर नारायण रूपाला का कहना है कि अगर यह कार्ड्स जालसाजी के इरादे से बनाए गए होते तो इन पर जानी मानी हस्तियों की तस्वीरें नहीं लगाई जातीं। रूपाला के मुताबिक मामले की जांच के लिए यूबीआई के असिस्टेंट जनरल मैनेजर को निर्देश दिए गए हैं।

इसके विपरीत यूबीआई के एजीएम एस के सिंह ने सारा दोष कार्ड बनाने वाली कंपनी के सिर मढ़ते हुए कहा कि इस मामले के पीछे कंपनी के किसी कर्मचारी की शरारत है। उन्होंने कहा कि स्मार्ड कार्ड के लाभार्थी का फिंगरप्रिंट रिकॉर्ड भी होता है। इसलिए उन्हें नहीं लगता कि इन कार्ड्स पर कोई पेमेंट किया गया होगा।


सिंह ने कहा कि इन काड्र्स की डीटेल्स बैंक और फीनो के सर्वर पर नहीं है और ना ही यह कार्ड बैंक से लिंक हैं। फिर भी कार्ड्स की पेमेंट डीटेल्स मांगी गई हैं। दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


वहीं फीनो कंपनी के पूर्व कर्मचारी स्वप्न कुमार तिवारी ने कहा कि इसके पीछे भ्रष्टाचार का मामला हो सकता है। आईटी एक्सपर्ट से इसकी जांच करवाई जानी चाहिए। तिवारी ने बताया कि पिछले साल जब उन्होंने यह गड़बड़ी उजागर की तो जून में उन्हें कंपनी से सस्पेंड कर दिया गया।

अब जीमेल अकाउंट से करें मनी ट्रांसफर

अब जीमेल अकाउंट से करें मनी ट्रांसफर
नई दिल्ली। अगर आप का जीमेल अकाउंट है तो आपके लिए एक खुशखबरी है। आप अपने अकाउंट से मनी ट्रांसफर भी कर सकते हैं। सर्च इंजन गूगल ने एक कांफ्रेंस में महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि गूगल वॉलेट के जरिए अब पैसों का ट्रांसफर भी किया जा सकता है।

गूगल वॉलेट अब एक ऎसा ऑप्शन बन गया है जो लोगों को भुगतान करने की सुविधा भी देता है। पहले गूगल वॉलेट को मोबाइल एप्लीकेशन के तौर पर बनाया था। यानि सिर्फ मोबाइल से ही गूगल वॉलेट का इस्तेमाल कर पैसों का ट्रांसफर किया जा सकता था,लेकिन अब गूगल वॉलेट को जीमेल अकाउंट के साथ जोड़ दिया गया है।

यानि अब आप अपने जीमेल अकाउंट से गूगल वॉलेट के जरिए पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। जिन लोगों ने गूगल वॉलेट से अपना बैंक अकाउंट लिंक कर रखा है, वे माउस क्लिक करते ही अपने जीमेल अकाउंट से पैसे ट्रांसफर कर सकते है। इसके लिए जरूरत इस बात की है कि जिसे आप पैसे भेज रहे हैं उसके पास भी जीमेल अकाउंट के साथ गूगल वॉलेट अकाउंट होना चाहिए।

इस प्रक्रिया से मनी ट्रांसफर करने पर आपको किसी तरह की फीस नहीं देनी पड़ेगी। लेकिन जो लोग डेबिट या क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करेंगे उन्हें फीस के तौर पर 2.9 फीसदी की एकमुश्त रकम देनी पड़ेगी। एक बार में आप 10,000 डॉलर और पांच दिन में 50,000 डॉलर का ही भुगतान कर सकते हैं। फिलहाल आप अपने डेस्क्टॉप से ही जीमेल के जरिए मनी ट्रांसफर कर पाएंगे लेकिन मोबाइल पर इसके लिए आपको वॉलेट गूगल. कॉम पर जाना होगा।

बाड़मेर जान बचा के भागे अधिकारी और पुलिसकर्मी अतिकर्मि महिलाओं से

जान बचा के भागे अधिकारी और पुलिसकर्मी अतिकर्मि महिलाओं से

बाड़मेर .सरहदी जिले बाड़मेर में मुख्यालय पर स्थित जसदेर तालाब के आगोर में कई सालों से रह रहे जोगी जाती के परिवारों का अतिक्रमण हटाने गए प्रशासनिक और पुलिस अधिकारीयों को अतिकर्मी परिवारों की महिलाओं का जबरदस्त आक्रोस का करना पड़ा .उनका आक्रोश इतना तगड़ा की इन अधिकारीयों और पुलिसकर्मियों को सर पर पैर रख कर बिना अतिक्रमण हटाये भागना पड़ा ,शुक्रवार को बाड़मेर शहर के पास जब पुलिस और प्रशाशन की टीमअतिक्रमण हटाने के लिए गई तो जमकर बवाल हुआ और उसके बाद अंत में पुलिस औरप्रशाशन के अधिकरियो को अपनी सुरक्षा के लिए भागना पड़ा जब प्रशाशन नेअतिक्रमण शरू किया तो लोगो ने अपने झोपड़े को आग के हवाले कर दिया बवालइतना बढ़ा कि दर्जनों ओरतो और पुलिस में जमकर झडप हो हुई उसके बाद तो आग
पर काबू पाने के लिए फायर बिर्गेड को बुलना पड़ा .पिछले कई महीने से जोगी जाति के चालीस पचास परिवारों ने बाड़मेर शहर के पास आगोर में जसदेर तालाब के पास जमीन पर कब्जा कर रखा थाइसको हटाने के लिए आज प्रशाशन और पुलिस बल पर मोके पर पहुच कर अतिक्रमणहटाने की कारवाही शरू कर रहा था इतने में लोगो ओरतो ने अपने ही घरो कोआग के हवाले कर दिया उसके बाद ओरतो ने यह आरोप लगाया कि प्रशाशन ने हमारेघरो को आग के हवाले कर दिया है दर्जनों भर ओरते पुलिस और अधिकारियो के
साथ उलझ गई ओरतो ने पोलिस वालो के साथ जमकर हाथापाई की पुलिसकर्मियों और अतिकर्मी महिलाओ के बीच कई मर्तबा मारपीट भी हुई .अधिकारियो ने बवाल बढ़ता देख पुलिस का अतिरिक्त जाप्ता भी बुलाया उसके बाद भी ओरतो ने जमकर पुलिस से उलझते रहे आखिर मामला बढ़ता देख पुलिसऔर प्रशाशन के अधिकारी अपनी जान बचाकर भाग गए किसी तरह बाड़मेर के तहसील दार ओरतो से पिछा छुडवाकर भागने में सफल हुए जब पुलिसवापिस जाने लगी तो ओरतो ने गाड़ी के आगे आकर हगामा कर दिया।पुलिसकर्मी भी तहसीलदार के भाग जाने के बाद वहा से भाग खड़े हुए --

कार लूट के दो आरोपी गुजरात से गिरफ्तार




कार लूट के दो आरोपी गुजरात से गिरफ्तार




बागरा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जालोर पृथ्वीराज मीना के निर्देशन में थाना प्रभारी मय जाब्ता ने कार लूट की अंतर राज्यीय गैंग का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गुजरात राज्य के अमरेली जिले से गिरफ्तार किया हैं। थाना प्रभारी राजेन्द्रसिंह ने बताया कि पिछले दिनों तीन अज्ञात आरोपियों ने 28 अप्रैल को आकोली-सियाणा के बीच एक बिना नंबरी स्विफ्ट कार के चालक खेताराम पुत्र नगाराम हीरागर निवासी माउंट आबू को पिस्टल दिखा कार लूट कर ले गए। चालक खेताराम की रिपोर्ट पर पुलिस ने लूट का प्रकरण दर्ज कर आरोपियों के फोन कॉल्स की डिटेल्स पर वांछित आरोपियों में से उमेशभाई उर्फ बाबूभाई पुत्र प्रागजी, जाति पटेल, निवासी उगामेढी, पीएस गढडा, जिला भावनगर (गुजरात)तथा अमराराम उर्फ मुकेश पुत्र अचलाराम, जाति मेघवाल, निवासी भागली सिंधलान, पीएस कोतवाली जालोर, जालोर (राज.) को गिरफ्तार कर लूटी गई कार व अवैध हथियार को बरामद किए। गिरफ्तार अभियुक्तों में से उमेशभाई के विरुद्ध पूर्व में हत्या, लूट, डकैती, अपहरण व अवैध हथियारों की खरीद जैसे कई आपराधिक मामले राजस्थान व गुजरात में दर्ज हैं। वारदात में शरीक एक अन्य अभियुक्त सुरेश उर्फ सांवलाराम मेघवाल निवासी डकातरा की तलाश जारी हैं।

डकैती की योजना बनाते दो गिरफ्तार हथियार बरामद


डकैती की योजना बनाते दो गिरफ्तार हथियार बरामद 
आरोपियों के कब्जे से लोडेड तीन देशी पिस्टल बरामद की, चार आरोपी भाग छूटे, पूछताछ में आरोपियों ने बुधवार को ट्रक चालक से लूट की वारदात कबूली 

सांचौर



नगर में इंद्रा कॉलोनी स्थित एक सुनसान कमरे में बैठे युवकों की ओर से पेट्रोल पंप को लूटने की योजना बनाते हुए पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार नगर के इंदिरा कॉलोनी स्थित एक सुनसान मकान में मुखबिर से सूचना मिली कि मकान में दो युवक डकैती की योजना बना रहे हैं।

इस पर एसपी दीपक कुमार के निर्देशन में थानाधिकारी अनराजसिंह राजपुरोहित के नेतृत्व में गठित टीम ने इंद्रा कॉलोनी स्थित मकान को चारों ओर से घेर लिया। थानाधिकारी ने बताया कि घेराव करने के बाद कमरे में मौजूद 25 से 30 वर्ष की आयु के 6 युवक हथियार के साथ पेट्रोल पंप को लूटने की बात कर रहे थे। जिसको लेकर पुलिस ने आरोपियों को ललकारा जिसपर उस कमरे से 5-6 युवक बाहर आए और सामने पुलिस बल को देख भागने लगे। पुलिस ने उनका पीछा करते हुए सुरेश पुत्र बाबूलाल विश्नोई निवासी बीढाणी व अशोक पुत्र हरिराम विश्नोई बीढाणी को दबोच लिया।

तथा अन्य चार युवक कमलेश पुत्र शंकरमहादेव निवासी बस स्टैंड सांचौर, मनोज पुत्र लक्ष्मणराम जाति विश्नोई निवासी मालवाड़ा, सुरेश पुत्र जयकिशन विश्नोई निवासी दूठवा, चुन्नीलाल पुत्र राजूराम विश्नोई निवासी पूर भागने में सफल हो गए। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से तीन देशी लोडेड पिस्टल एवं धारदार हथियार बरामद किया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ डकैती की योजना बनाने एवं अवैध हथियार अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ के दौरान गत रात्रि 15 मई को को सरहद कारोला में ट्रक चालक के साथ डकैती करना कबूला है। पुलिस आरोपियों से सख्ती से पूछताछ कर रही है। पुलिस टीम में एसआई भीमाराम विश्नोई, कांस्टेबल अर्जुनराम, मोहनलाल, विक्रम, सोहनलाल, ओमप्रकाश, हीरालाल शामिल थे।

ब्रिटेन में भारतीय महि‍ला को बनाया 'सेक्‍स गुलाम', कपड़े उतारकर करवाया डांस, कि‍या बलात्‍कार

लंदन. दो महि‍लाओं ने मानवता को शर्मसार करने वाला काम कि‍या है। इन दोनों ने एक भारतीय महि‍ला को गुलाम बनाकर घर में बंद रखा और उससे लगातार 16-16 घंटे तक काम कराया। इतना ही नहीं, इन महि‍लाओं का एक दोस्‍त, जो पेशेवर कसाई है, उसने भारतीय महि‍ला के साथ बलात्‍कार भी कि‍या। एनकार्ता बालापोवी नाम के इस 54 वर्षीय कसाई ने बलात्‍कार से पहले 39 साल की इस महि‍ला को नग्‍न होकर डांस करने व उत्‍तेजक क्रि‍याएं करने पर भी मजबूर कि‍या। इसके अलावा इस भारतीय महि‍ला से घर के सारे काम कराए जाते थे। जब महि‍ला वि‍रोध करती थी तो उसका पासपोर्ट जला देने की धमकी दी जाती थी। इन तीनों आरोपि‍यों को अदालत ने सजा सुनाई है।
ब्रिटेन में भारतीय महि‍ला को बनाया 'सेक्‍स गुलाम', कपड़े उतारकर करवाया डांस, कि‍या बलात्‍कार
भारतीय मूल की इस महि‍ला को शशि ओबराय ने अक्‍टूबर 2007 में काम पर रखा। घर में उससे सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक जबरदस्‍ती काम कराया जाता था। काम के दौरान ही उसे आयरन से जलाया जाता और सुई चुभोने, चाकू मारने की धमकी दी जाती। इतना ही नहीं, जब कभी उससे जरा सी भी रोटी जल जाती, उसके सि‍र में पि‍न चुभोई जाती। पीड़ि‍त महि‍ला के वकील कैरोलीन हॉगे ने कोर्ट में कहा कि यह महि‍ला समाज की सबसे कमजोर सदस्‍यों में से है। वह इन महि‍लाओं का नि‍शाना इसलि‍ए बनी क्‍योंकि वह अपने मानवाधि‍कारों के बारे में नहीं जानती थी।