क्रिकेट की दुनिया से राजनीति में आए इमरान खान ने अपनी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता की शहर में हत्या के लिए सीधे मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के प्रमुख को जिम्मेदार बताया है।
इमरान ने अस्पताल से जारी एक बयान में कहा कि मैं इस हत्या के लिए सीधे अल्ताफ हुसैन को जिम्मेदार ठहराता हूं, क्योंकि उन्होंने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के कार्यकर्ताओं और नेताओं को सार्वजनिक प्रसारकों के जरिये खुलेआम धमकी दी थी।
चुनाव प्रचार के दौरान घायल हुए इमरान का अभी अस्पताल में इलाज चल रहा है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता का यह बयान आने से कुछ घंटे पहले, पार्टी की सिंध इकाई की वरिष्ठ उपाध्यक्ष जारा यूसुफ शाहिद की बीती रात उनके आवास के बाहर गोली मार कर हत्या कर दी गई थी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि वह दो पहलुओं को ध्यान में रख कर मामले की जांच कर रहे हैं कि क्या यह लक्षित हत्या थी या लूटपाट की कोशिश में लुटेरों ने जारा की जान ली। इमरान ने कहा कि एमक्यूएम नेता अल्ताफ हुसैन 11 मई को हुए चुनावों के बाद से ही उनकी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ धमकी भरे बयान देते रहे हैं।
गौरतलब है कि एनए 250 निर्वाचन क्षेत्र से नेशनल असेंबली सीट के लिए आज 43 मतदान केंद्रों पर पुन: मतदान हो रहा है। एमक्यूएम ने मतदान का बहिष्कार किया है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ और अन्य पार्टियों ने 11 मई को मतदान के दौरान धांधली होने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया था जिसके बाद चुनाव आयोग ने यहां पुन: मतदान का आदेश दिया।
इमरान ने ब्रिटिश सरकार को भी जिम्मेदार ठहराते हुए दावा किया कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को मार डालने की खुलेआम धमकी देने के बाद उन्होंने अल्ताफ हुसैन के खिलाफ कार्रवाई के लिए ब्रिटेन को चेताया था। हुसैन 1993 से लंदन में आत्मनिर्वासन में रह रहे हैं।
घटना के बाद एमक्यूएम प्रमुख ने अपने आप ही एक बयान जारी कर हत्या की निंदा की और सरकार से दोषियों को तत्काल गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कानून के अनुसार कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। पुलिस ने बताया कि जारा पर हमले का कारण तत्काल पता नहीं चल पाया है। घटना के बाद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के कार्यकर्ताओं ने तत्काल नेशनल मेडिकल सेंटर को घेर लिया था जहां जारा को इलाज के लिए लाया गया था।
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