रविवार, 21 अप्रैल 2013
पर्यटक ओपन ट्रेन से निहारेंगे अरावली की खूबसूरती
पर्यटक ओपन ट्रेन से निहारेंगे अरावली की खूबसूरती
पाली पर्यटक अरावली की वादियों के विहंगम नजारों को अब ओपन ट्रेन से निहार पाएंगे। पाली तथा राजसमंद जिले की सीमा में 22 किलोमीटर की दूरी में पहाडिय़ों की खूबसूरती और बारिश के दिनों में कल-कल बहते झरने देखने के लिए पर्यटन व वन विभाग के प्रस्ताव को रेलवे बोर्ड ने मंजूरी दे दी है। योजना के तहत बारिश के मौसम में यानी, जुलाई माह में फुलाद से कामलीघाट के बीच मीटर गेज रेलवे लाइन पर ओपन ट्रेन दौड़ेगी, इसके लिए रेलवे ने भी सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। मारवाड़-मेवाड़ के इस हिस्से में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पाली जिले के फुलाद व राजसमंद जिले के कामलीघाट स्टेशन के बीच मीटर गेज लाइन पर ओपन ट्रेन सफारी का प्रस्ताव पर्यटन विभाग ने दिल्ली भेजा था। दिल्ली में पर्यटन, वन विभाग व रेलवे बोर्ड के अफसरों के बीच बीते दिनों हुई बैठक में ओपन ट्रेन चलाने पर सहमति बन गई। इसके बाद इसी साल जुलाई में ओपन ट्रेन चलाने की कवायद भी शुरू हो गई है।
प्राकृतिक नजारों की खूबसूरती दिखेगी : फुलाद से कामलीघाट के बीच मीटर गेट लाइन देश की आजादी से पहले बिछाई गई थी। वर्तमान में इस ट्रैक पर मारवाड़ जंक्शन से कामलीघाट होते हुए मावली तक दिन में दो ट्रेन संचालित की जा रही है। फुलाद से कामलीघाट तक का इलाका अरावली पहाडिय़ों से घिरा हुआ है, जिसके ऊबड़-खाबड़ रास्ते पर ट्रेन भी मंथर गति से गुजरती है। ट्रेन के डिब्बों में बैठकर पहाडिय़ों के खूबसूरत नजारों का लुत्फ नहीं उठाया जा सकता। ऐसे में ओपन ट्रेन में बैठकर यात्री प्रकृति के इन नजारों को आराम से निहार सकेंगे। इस रेलमार्ग पर स्थित गोरमघाट पर प्रसिद्ध गोरखनाथ महादेव का मंदिर है, जबकि दर्जनों जगहों पर बारिश में झरने बहते हैं। यह क्षेत्र कुंभलगढ़ राष्ट्रीय अभयारण्य का विशेष क्षेत्र है, जहां बारिश और सर्दी के मौसम में वन्य जीव विचरण करते हैं।
भीलबेरी का वैभव भी चमकेगा : फुलाद स्टेशन से सात किलोमीटर की दूरी पर प्रदेश का सबसे ऊंचा वाटर फॉल (झरना) है। पर्यटन मंत्री बीना काक के साथ तत्कालीन कलेक्टर नीरज पवन समेत अन्य अफसरों ने भीलबेरी को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव भेजा था। बारिश के मौसम में इस झरने को देखने प्रति दिन सैकड़ों पर्यटकों की आवाजाही शुरू हुई थी।
तीन विभागों की सहभागिता होगी : ओपन ट्रेन की सफारी योजना में रेल, पर्यटन व वन विभाग की सहभागिता तय की गई है। सफारी में पर्यटन से जुड़ी व्यवस्था पर्यटन विभाग करेगा, जबकि ट्रेन सफारी की जिम्मेदारी रेल मंत्रालय की होगी। पर्यटन क्षेत्र वन विभाग के अधीन होने के कारण इसकी देखरेख वन विभाग करेगा। ऐसा होने से पाली तथा राजसमंद जिले में पर्यटन की नई संभावना का विकास होगा।
चार साल का प्रयास अब हुआ सफल : काक
॥फुलाद से कामलीघाट के वन्य क्षेत्र में ओपन ट्रेन सफारी के लिए पर्यटन विभाग चार साल से प्रयास कर रहा है, जो अब साकार होगा। रेलवे, पर्यटन व वन विभाग की संयुक्त टीमों ने इस मीटर गेज लाइन का सर्वे भी कर लिया है। इस ट्रैक पर रेल यातायात का दबाव कम होने से ओपन ट्रेन सफारी के संचालन में कोई दिक्कत नहीं आएगी। जिले के फुलाद स्टेशन के पास भीलबेरी को देश के पर्यटन मानचित्र पर भी लाने की कवायद को बल मिलेगा। प्रशासनिक स्तर पर इसके प्रस्ताव भेजे गए थे, जिन पर सैद्धांतिक रूप से सहमति बन गई है। उम्मीद है कि जुलाई से इस ट्रैक पर ओपन ट्रेन सफारी का पर्यटक लुत्फ उठा सकेंगे। - बीना काक, पर्यटन मंत्री
चार विवाहिताओं को घर से निकाला
चार विवाहिताओं को घर से निकाला
बीकानेर। दहेज के लिए विवाहिताओं को तंग करने व घर से निकाल देने के आरोप में शुक्रवार को महिला थाना पुलिस ने चार मामले दर्ज किए। पुलिस के अनुसार रथखाना निवासी ज्योत्सना राजपुरोहित ने पति गिरधारी समेत शांति देवी व उम्मेद सिंह पर आरोप लगाया कि तीन लाख रूपए न देने पर उसे घर से निकाल दिया। ये सभी पाली जिले में अणाऊ गांव के हैं।
जयनारायण व्यास कालोनी निवासी मीता बिश्नोई ने पति राजेश, ससुर जगमाल, गोपेश, संतोष, शांति के खिलाफ मामला दर्ज कराया। ये जोधपुर जिले में शास्त्रीनगर के हैं। मालगोदाम रोड निवासी नीलू माली ने पति गोरधन समेत रवि, निशा, दुर्गा,पाना व नाथी के खिलाफ मामला दर्ज कराया। ये नवलगढ के हैं। जयनारायण व्यास कॉलोनी निवासी रूक्मणी ने पति मांगीलाल् ासमेत कोजूराम, गोमती, राधा व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराया। ये देशनोक के हैं।
बीकानेर। दहेज के लिए विवाहिताओं को तंग करने व घर से निकाल देने के आरोप में शुक्रवार को महिला थाना पुलिस ने चार मामले दर्ज किए। पुलिस के अनुसार रथखाना निवासी ज्योत्सना राजपुरोहित ने पति गिरधारी समेत शांति देवी व उम्मेद सिंह पर आरोप लगाया कि तीन लाख रूपए न देने पर उसे घर से निकाल दिया। ये सभी पाली जिले में अणाऊ गांव के हैं।
जयनारायण व्यास कालोनी निवासी मीता बिश्नोई ने पति राजेश, ससुर जगमाल, गोपेश, संतोष, शांति के खिलाफ मामला दर्ज कराया। ये जोधपुर जिले में शास्त्रीनगर के हैं। मालगोदाम रोड निवासी नीलू माली ने पति गोरधन समेत रवि, निशा, दुर्गा,पाना व नाथी के खिलाफ मामला दर्ज कराया। ये नवलगढ के हैं। जयनारायण व्यास कॉलोनी निवासी रूक्मणी ने पति मांगीलाल् ासमेत कोजूराम, गोमती, राधा व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराया। ये देशनोक के हैं।
दरगाह में छोड़ गया बच्ची
दरगाह में छोड़ गया बच्ची
नागौर। शहर की सूफी हमीदुद्दीन नागौरी की दरगाह में शुक्रवार सुबह करीब दो साल की बच्ची लावारिस हालत में रोती हुई मिली है। दरगाह कमेटी के पदाधिकारियों ने करीब पांच घंटे तक दरगाह परिसर में बच्ची के मिलने की घोषणा करवाई, लेकिन उसे लेने कोई नहीं आया। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्ची को बाल कल्याण समिति के सुपुर्द कर दिया।
बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष शकुंतला चौधरी ने बताया कि बच्ची की उम्र करीब दो वर्ष लग रही है तथा कुछ नहीं बोल रही है। दरगाह में करीब पांच घंटे तक घोषणा करवाने के बाद सुबह दस बजे पुलिस ने बच्ची को बाल कल्याण समिति को सौंपा। समिति अध्यक्ष चौधरी ने बताया कि नागौर में शिशु गृह नहीं होने के कारण समिति सदस्य हरिराम धौलिया की उपस्थिति में निर्णय लेकर बच्ची को करीब ढाई बजे महिला सुरक्षाकर्मी के साथ जोधपुर स्थित बालिका शिशु गृह भेजा गया। बच्ची के परिजनों की तलाश की जा रही है।
नागौर। शहर की सूफी हमीदुद्दीन नागौरी की दरगाह में शुक्रवार सुबह करीब दो साल की बच्ची लावारिस हालत में रोती हुई मिली है। दरगाह कमेटी के पदाधिकारियों ने करीब पांच घंटे तक दरगाह परिसर में बच्ची के मिलने की घोषणा करवाई, लेकिन उसे लेने कोई नहीं आया। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्ची को बाल कल्याण समिति के सुपुर्द कर दिया।
बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष शकुंतला चौधरी ने बताया कि बच्ची की उम्र करीब दो वर्ष लग रही है तथा कुछ नहीं बोल रही है। दरगाह में करीब पांच घंटे तक घोषणा करवाने के बाद सुबह दस बजे पुलिस ने बच्ची को बाल कल्याण समिति को सौंपा। समिति अध्यक्ष चौधरी ने बताया कि नागौर में शिशु गृह नहीं होने के कारण समिति सदस्य हरिराम धौलिया की उपस्थिति में निर्णय लेकर बच्ची को करीब ढाई बजे महिला सुरक्षाकर्मी के साथ जोधपुर स्थित बालिका शिशु गृह भेजा गया। बच्ची के परिजनों की तलाश की जा रही है।
रेखा का अंतिम संस्कार, डॉ सरोज मिर्घा पर मामला दर्ज
रेखा का अंतिम संस्कार, डॉ सरोज मिर्घा पर मामला दर्ज
नागौर। प्रसूता की मौत के बाद उसके शव के साथ नागौर कलक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठे पीडित पक्ष के लोग शनिवार तड़के चार बजे चिकित्सक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने तथा मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने की बात पर सहमत हो गए। इसके साथ ही 12 घण्टे चला धरना समाप्त हो गया। पीडित पक्ष को प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि राज्य सरकार की ओर से मुआवजे के तौर पर दी जाने वाले अधिकतम सहायता राशि उन्हें दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
करीब साढ़े 11 बजे मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। इसके बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया। उधर मृतक रेखा के पिता गोपीकिशन भाटी ने महिला चिकित्सक डॉ. सरोज मिर्घा के खिलाफ उपचार में लापरवाही बरतने का मामला दर्ज कराया है।
यह था मामला
गांधीवाड़ी निवासी रेखा (22) पुत्री गोपीकिशन भाटी ने 14 अप्रेल को नागौर के राजकीय चिकित्सालय में प्रथम बच्ची को जन्म दिया। इस दौरान उसकी तबीयत खराब हो गई, जिसे जोधपुर रैफर किया गया था। जोधपुर में उपचार के दौरान रेखा की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि नागौर में उपचार के दौरान डॉ. सरोज मिर्घा ने लापरवाही की।
हाइवे जाम पर मामला दर्ज
प्रसूता की मौत के बाद बीकानेर रोड तथा कलक्ट्रेट के सामने हाइवे जाम करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। थानाधिकारी नगाराम चौधरी ने बताया कि शुक्रवार को रास्ता जाम करने वाले अज्ञात 250-300 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
समझाइश आई काम
अतिरिक्त जिला कलक्टर रामनिवास मीना, उपखण्ड अधिकारी पुष्पा पंवार, उप अधीक्षक चन्द्रप्रकाश शर्मा ने शनिवार तड़के 4 बजे तक धरना स्थल पर बैठे लोगों से वार्ता की। समझाइश जारी रखी। एडीएम मीना ने बताया बाद में पीडित पक्ष के लोगों ने भी प्रशासन की ओर से की जा रही समझाइश को माना और पोस्टमार्टम के लिए राजी हो गए।
नागौर। प्रसूता की मौत के बाद उसके शव के साथ नागौर कलक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठे पीडित पक्ष के लोग शनिवार तड़के चार बजे चिकित्सक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने तथा मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने की बात पर सहमत हो गए। इसके साथ ही 12 घण्टे चला धरना समाप्त हो गया। पीडित पक्ष को प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि राज्य सरकार की ओर से मुआवजे के तौर पर दी जाने वाले अधिकतम सहायता राशि उन्हें दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
करीब साढ़े 11 बजे मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। इसके बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया। उधर मृतक रेखा के पिता गोपीकिशन भाटी ने महिला चिकित्सक डॉ. सरोज मिर्घा के खिलाफ उपचार में लापरवाही बरतने का मामला दर्ज कराया है।
यह था मामला
गांधीवाड़ी निवासी रेखा (22) पुत्री गोपीकिशन भाटी ने 14 अप्रेल को नागौर के राजकीय चिकित्सालय में प्रथम बच्ची को जन्म दिया। इस दौरान उसकी तबीयत खराब हो गई, जिसे जोधपुर रैफर किया गया था। जोधपुर में उपचार के दौरान रेखा की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि नागौर में उपचार के दौरान डॉ. सरोज मिर्घा ने लापरवाही की।
हाइवे जाम पर मामला दर्ज
प्रसूता की मौत के बाद बीकानेर रोड तथा कलक्ट्रेट के सामने हाइवे जाम करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। थानाधिकारी नगाराम चौधरी ने बताया कि शुक्रवार को रास्ता जाम करने वाले अज्ञात 250-300 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
समझाइश आई काम
अतिरिक्त जिला कलक्टर रामनिवास मीना, उपखण्ड अधिकारी पुष्पा पंवार, उप अधीक्षक चन्द्रप्रकाश शर्मा ने शनिवार तड़के 4 बजे तक धरना स्थल पर बैठे लोगों से वार्ता की। समझाइश जारी रखी। एडीएम मीना ने बताया बाद में पीडित पक्ष के लोगों ने भी प्रशासन की ओर से की जा रही समझाइश को माना और पोस्टमार्टम के लिए राजी हो गए।
जहरीली गैस दु:खान्तिका में मृतकों की संख्या बढ़कर तीन
जहरीली गैस दु:खान्तिका में मृतकों की संख्या बढ़कर तीन
बालोतरा। कारखाने में टंाके से निकली जहरीली गैस ने तीन चिराग बुझा दिए। मृतकों में दो सगे भाई थे। तीसरा मृतक युवक भी उनका पड़ौसी था। इस दु:खान्तिका ने पचपदरा निवासी नरपत और धर्माराम हरिजन के परिवार पर वज्रपात सा किया है। दोनों ही परिवार सदमे में है। जवान और कमाऊ बेटों को खोने का गम इस कदर गहरे बैठ गया है कि शोक संतप्त परिवारजनों के आंसू सूखने का नाम नहीं ले रहे हैं। दर्द नश्तर की तरह गहरे तक धंस गया है।
सन्नाटे भरे माहौल को अगर तोड़ती है तो सिर्फ सिसकियंा। जिन लोगों ने अपनों को खोया है, उनके होठों पर एक ही दुआ है कि ऎसा कोई हादसा किसी और के साथ नहीं हो। इन गमजदा परिवारों की ये संवेदनाएं निश्चित तौर पर सराहनीय है,लेकिन प्रशासन की बात करें तो आज भी गफलत बदस्तूर है। कारखानों में टांके और कच्चे गड्डे तेजाबी पानी से तरबतर है। यह बात भी तय है कि कुछ दिन बाद जब ये टांके लबालब हो जाएंगे तो पम्पिंग कर पानी को तो टैंकरों में भरवाकर बाहर भिजवा दिया जाएगा, लेकिन टांके के पैंदे में जमा रसायनिक स्लज को बाहर निकलवाने के लिए उन गरीब मजदूरों को ही अंदर धकेला जाएगा, जो पेट की आग बुझाने के खातिर खतरे को भी गले लगाने से परहेज नहीं रखते।
माना कि उनकी तो यह मजबूरी है लेकिन उद्यमियों और प्रशासन को भी यह व्यवस्था तय करनी पड़ेगी कि जो लोग रसायनिक स्लज से भरे कुओं अथवा गड्डों में सफाई के लिए उतर रहे हैं, उन्हें सुरक्षा के लिहाज से माकूल बंदोबस्त उपलब्ध करवाए जाएं ताकि दुर्घटनाओं से बचा जा सके। औद्योगिक क्षेत्र के किसी कारखाने में गफलत के चलते फिर कोई दु:खांतिका का दोहरान नहीं हों, इसके लिए कारगर प्रयास और निगरानी की जरूरत है।
बालोतरा। कारखाने में टंाके से निकली जहरीली गैस ने तीन चिराग बुझा दिए। मृतकों में दो सगे भाई थे। तीसरा मृतक युवक भी उनका पड़ौसी था। इस दु:खान्तिका ने पचपदरा निवासी नरपत और धर्माराम हरिजन के परिवार पर वज्रपात सा किया है। दोनों ही परिवार सदमे में है। जवान और कमाऊ बेटों को खोने का गम इस कदर गहरे बैठ गया है कि शोक संतप्त परिवारजनों के आंसू सूखने का नाम नहीं ले रहे हैं। दर्द नश्तर की तरह गहरे तक धंस गया है।
सन्नाटे भरे माहौल को अगर तोड़ती है तो सिर्फ सिसकियंा। जिन लोगों ने अपनों को खोया है, उनके होठों पर एक ही दुआ है कि ऎसा कोई हादसा किसी और के साथ नहीं हो। इन गमजदा परिवारों की ये संवेदनाएं निश्चित तौर पर सराहनीय है,लेकिन प्रशासन की बात करें तो आज भी गफलत बदस्तूर है। कारखानों में टांके और कच्चे गड्डे तेजाबी पानी से तरबतर है। यह बात भी तय है कि कुछ दिन बाद जब ये टांके लबालब हो जाएंगे तो पम्पिंग कर पानी को तो टैंकरों में भरवाकर बाहर भिजवा दिया जाएगा, लेकिन टांके के पैंदे में जमा रसायनिक स्लज को बाहर निकलवाने के लिए उन गरीब मजदूरों को ही अंदर धकेला जाएगा, जो पेट की आग बुझाने के खातिर खतरे को भी गले लगाने से परहेज नहीं रखते।
माना कि उनकी तो यह मजबूरी है लेकिन उद्यमियों और प्रशासन को भी यह व्यवस्था तय करनी पड़ेगी कि जो लोग रसायनिक स्लज से भरे कुओं अथवा गड्डों में सफाई के लिए उतर रहे हैं, उन्हें सुरक्षा के लिहाज से माकूल बंदोबस्त उपलब्ध करवाए जाएं ताकि दुर्घटनाओं से बचा जा सके। औद्योगिक क्षेत्र के किसी कारखाने में गफलत के चलते फिर कोई दु:खांतिका का दोहरान नहीं हों, इसके लिए कारगर प्रयास और निगरानी की जरूरत है।
आकाशीय बिजली गिरने से तीन ढाणियां राख
आकाशीय बिजली गिरने से तीन ढाणियां राख
चौहटन। उन्हें नहीं पता था कि वे जिस रात हंसी खुशी ईश आराधना करने जा रहे है, वही रात उन पर कहर बनकर टूटेगी। शुक्रवार रात बिजली गिरने से बीजराड़ के ब्राह्मणों की ढाणी गांव में एक परिवार का सब कुछ स्वाहा कर दिया। शुक्रवार रात करीब साढ़े नौ बजे आकाश से बिजली कड़की और बीजराड़ क्षेत्र के ब्राह्मणों की ढाणी में हनुमानराम पुत्र हंजारीराम के घर की रसोई पर जा गिरी।
रस्सी की जगह पतली तार से बुने झौंपे में करंट इतना तेजी से फैला कि एक ही क्षण वह झौंपा आग से भभक गया। तेज हवा ने इस आग में घी का काम किया कि एक ही परिसर बने छह झौंपे जलकर नष्ट हो गए। वहीं बना पक्का मकान भी टूट गया। दो कमरों व उसके बरामदे पर लगी सभी पटि्टयां टूटकर गिर गई। इन छह झौंपो में देवाराम पुत्र हनुमानराम, जुगल किशोर पुत्र हनुमानराम का भी अलग घर था। तीनों परिवार खुले आकाश के नीचे आ गए।
यह हुआ नुकसान
दो कमरों व बरामदे का मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं छह झौंपे, डेढ़ लाख रूपए नकद, नौ बोरी गवार, तीस बोरी बाजरा, बीस तोला सोना, करीब तीन किलो चांदी, एक मोटरसाइकिल, 200 चारपाइयां व बिस्तर, 45 किलो कांसी के बर्तनों सहित घर का संपूर्ण सामान जलकर राख हो गया।
ये झुलसे
आकाशीय बिजली गिरने से पसरे करंट से इस परिवार के सात सदस्य झुलस गए। अंबादेवी पत्नी हनुमानराम, कमला पत्नी मोहनलाल, जुगल किशोर , भरत पुत्र देवाराम, गीता पत्नी भेराराम, मीना पुत्री सुरजाराम, विमला पुत्री हनुमानराम करंट से झुलस गए।
पुलिस-एम्बुलेंस पहुंची
सूचना मिलते ही बीजराड़ थानाधिकारी मूलाराम चौधरी एम्बुलेंस लेकर मौके पर पहुंचे। घायलों को तत्काल चौहटन अस्पताल लाया गया। तहसीलदार शंकराराम गर्ग शनिवार दोपहर में मौका मुआयना करने पहुंचे।
नहीं पिघला दिल
सात आठ घायलों को लेकर जब एम्बुलेंस चौहटन पहुंची तो वहां कोई चिकित्सक कॉल पर नहीं आया। घायलों को लेकर एक चिकित्सक के आवास पहुंचे तो वहां उन्होंने पहले एक हजार रूपए मांगे, बाद में इलाज करने की शर्त लगा दी। इस परिवारों के साथ आए एक जने ने पांच सौ रूपए थमाएं तब उनका इलाज शुरू हो सका।
जागरण का होना था आयोजन
रामनवमी के कारण हनुमानाराम के घर पर रात्रि जागरण का आयोजन होना था। बहन बेटियां और मेहमान भी घर पर बुलाए हुए थे। 150 चारपाइयां एवं 150 बिस्तर भी टैंट से किराए पर लाए गए थे।
पीडितों को आर्थिक सहायता
पूर्व विधायक रावलोत ने शनिवार को ब्राह्मणों की ढाणी में पीडित परिवार से मिलकर उन्हें सात्वंना दी। उन्होंने सभी सहयोगियों को प्रेरित कर इन परिवारों को बीस हजार रूपए की आर्थिक सहायता पहुंचाई।
चौहटन। उन्हें नहीं पता था कि वे जिस रात हंसी खुशी ईश आराधना करने जा रहे है, वही रात उन पर कहर बनकर टूटेगी। शुक्रवार रात बिजली गिरने से बीजराड़ के ब्राह्मणों की ढाणी गांव में एक परिवार का सब कुछ स्वाहा कर दिया। शुक्रवार रात करीब साढ़े नौ बजे आकाश से बिजली कड़की और बीजराड़ क्षेत्र के ब्राह्मणों की ढाणी में हनुमानराम पुत्र हंजारीराम के घर की रसोई पर जा गिरी।
रस्सी की जगह पतली तार से बुने झौंपे में करंट इतना तेजी से फैला कि एक ही क्षण वह झौंपा आग से भभक गया। तेज हवा ने इस आग में घी का काम किया कि एक ही परिसर बने छह झौंपे जलकर नष्ट हो गए। वहीं बना पक्का मकान भी टूट गया। दो कमरों व उसके बरामदे पर लगी सभी पटि्टयां टूटकर गिर गई। इन छह झौंपो में देवाराम पुत्र हनुमानराम, जुगल किशोर पुत्र हनुमानराम का भी अलग घर था। तीनों परिवार खुले आकाश के नीचे आ गए।
यह हुआ नुकसान
दो कमरों व बरामदे का मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं छह झौंपे, डेढ़ लाख रूपए नकद, नौ बोरी गवार, तीस बोरी बाजरा, बीस तोला सोना, करीब तीन किलो चांदी, एक मोटरसाइकिल, 200 चारपाइयां व बिस्तर, 45 किलो कांसी के बर्तनों सहित घर का संपूर्ण सामान जलकर राख हो गया।
ये झुलसे
आकाशीय बिजली गिरने से पसरे करंट से इस परिवार के सात सदस्य झुलस गए। अंबादेवी पत्नी हनुमानराम, कमला पत्नी मोहनलाल, जुगल किशोर , भरत पुत्र देवाराम, गीता पत्नी भेराराम, मीना पुत्री सुरजाराम, विमला पुत्री हनुमानराम करंट से झुलस गए।
पुलिस-एम्बुलेंस पहुंची
सूचना मिलते ही बीजराड़ थानाधिकारी मूलाराम चौधरी एम्बुलेंस लेकर मौके पर पहुंचे। घायलों को तत्काल चौहटन अस्पताल लाया गया। तहसीलदार शंकराराम गर्ग शनिवार दोपहर में मौका मुआयना करने पहुंचे।
नहीं पिघला दिल
सात आठ घायलों को लेकर जब एम्बुलेंस चौहटन पहुंची तो वहां कोई चिकित्सक कॉल पर नहीं आया। घायलों को लेकर एक चिकित्सक के आवास पहुंचे तो वहां उन्होंने पहले एक हजार रूपए मांगे, बाद में इलाज करने की शर्त लगा दी। इस परिवारों के साथ आए एक जने ने पांच सौ रूपए थमाएं तब उनका इलाज शुरू हो सका।
जागरण का होना था आयोजन
रामनवमी के कारण हनुमानाराम के घर पर रात्रि जागरण का आयोजन होना था। बहन बेटियां और मेहमान भी घर पर बुलाए हुए थे। 150 चारपाइयां एवं 150 बिस्तर भी टैंट से किराए पर लाए गए थे।
पीडितों को आर्थिक सहायता
पूर्व विधायक रावलोत ने शनिवार को ब्राह्मणों की ढाणी में पीडित परिवार से मिलकर उन्हें सात्वंना दी। उन्होंने सभी सहयोगियों को प्रेरित कर इन परिवारों को बीस हजार रूपए की आर्थिक सहायता पहुंचाई।
महिला पुलिसकर्मी पर जीप चढ़ाने का प्रयास
महिला पुलिसकर्मी पर जीप चढ़ाने का प्रयास
सायला थाने के बाहर ही हुई घटना
सायला उपखंड मुख्यालय पर शनिवार को यातायात व्यवस्था संभाल रही एक महिला पुलिसकर्मी पर वाहन चालक ने गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया। पुलिस थाने में आरोपी के विरुद्ध राजकार्य में बाधा समेत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार महिला पुलिसकर्मी कमला पटेल ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि यातायात प्रभारी गिरवरसिंह के साथ पुलिस थाने के पास यातायात व्यवस्था संभाल रही थी। कस्बे में ग्रेफ की ओर से निर्माण कार्य चलने के कारण भारी वाहनों को राजारामनगर गोलिया बाईपास मार्ग से गुजारा जा रहा था। बागोड़ा रोड की तरफ से सवेरे नौ बजे के करीब एक बोलेरो जीप आई।
जीप के चालक वडौदा जिला जैसलमेर निवासी मगसिंह पुत्र राणसिंह राजपूत को बाईपास से गुजरने का इशारा किया तो वह नाराज हो गया। इस पर आरोपी चालक ने इस पर महिला पुलिसकर्मी पर जीप चढ़ाने का प्रयास किया। साथ ही आरोपी ने उसके साथ गाली गलौज कर राजकार्य में बाधा भी उत्पन्न की। महिला पुलिसकर्मी का आरोप है कि आरोपी चालक ने उसके साथ धक्का-मुक्का भी की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दर्ज करवाया मामला
॥मैं आज सवेरे थाने के बाहर यातायात व्यवस्था संभाल रही थी। उस समय यातायात प्रभारी व एक अन्य पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। इस दौरान एक बोलेरो जीप चालक को बाइपास से गुजरने का कहने पर वह नाराज हो गया तथा आरोपी ने गाली गलौज कर अभद्र व्यवहार किया। साथ ही उस पर बोलेरो जीप चढ़ाने का भी प्रयास किया। मैंने आरोपी के विरुद्ध मामला दर्ज करवाया है। - कमला पटेल, महिला पुलिसकर्मी, सायला
सायला थाने के बाहर ही हुई घटना
सायला उपखंड मुख्यालय पर शनिवार को यातायात व्यवस्था संभाल रही एक महिला पुलिसकर्मी पर वाहन चालक ने गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया। पुलिस थाने में आरोपी के विरुद्ध राजकार्य में बाधा समेत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार महिला पुलिसकर्मी कमला पटेल ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि यातायात प्रभारी गिरवरसिंह के साथ पुलिस थाने के पास यातायात व्यवस्था संभाल रही थी। कस्बे में ग्रेफ की ओर से निर्माण कार्य चलने के कारण भारी वाहनों को राजारामनगर गोलिया बाईपास मार्ग से गुजारा जा रहा था। बागोड़ा रोड की तरफ से सवेरे नौ बजे के करीब एक बोलेरो जीप आई।
जीप के चालक वडौदा जिला जैसलमेर निवासी मगसिंह पुत्र राणसिंह राजपूत को बाईपास से गुजरने का इशारा किया तो वह नाराज हो गया। इस पर आरोपी चालक ने इस पर महिला पुलिसकर्मी पर जीप चढ़ाने का प्रयास किया। साथ ही आरोपी ने उसके साथ गाली गलौज कर राजकार्य में बाधा भी उत्पन्न की। महिला पुलिसकर्मी का आरोप है कि आरोपी चालक ने उसके साथ धक्का-मुक्का भी की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दर्ज करवाया मामला
॥मैं आज सवेरे थाने के बाहर यातायात व्यवस्था संभाल रही थी। उस समय यातायात प्रभारी व एक अन्य पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। इस दौरान एक बोलेरो जीप चालक को बाइपास से गुजरने का कहने पर वह नाराज हो गया तथा आरोपी ने गाली गलौज कर अभद्र व्यवहार किया। साथ ही उस पर बोलेरो जीप चढ़ाने का भी प्रयास किया। मैंने आरोपी के विरुद्ध मामला दर्ज करवाया है। - कमला पटेल, महिला पुलिसकर्मी, सायला
कलश यात्रा के साथ भागवत कथा का आगाज
कलश यात्रा के साथ भागवत कथा का आगाज
श्री पीपाजी क्षत्रिय महिला मंडल की ओर से सरदारपुरा में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ शुरू
. बाड़मेर
'भागवत कथा के श्रवण मात्र से ही मनुष्य के जीवन के सारे कष्ट हरण हो जाते हैं। आधुनिक युग में व्यक्ति परंपराओं से हटकर धर्म-संस्कृति से दूर होता जा रहा है। ऐसे में इस श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ के माध्यम से समाज में नई भागीरथी बहेगी।' ये प्रवचन शनिवार को सरदारपुरा में खेजड़ी की पीछे वाली गली में शुरू हुई श्रीमद् भागवत कथा के पहले दिन संत लक्ष्मणदास महाराज ने दिए। उन्होंने कहा कि प्रभु ने भागवत रूपी ज्ञान से संसार को नई दिशा और दशा प्रदान की थी, उसी रूप में आज घर-घर में भागवत का ज्ञान और सार पहुंचना जरूरी है।
कलश यात्रा में झलका उत्साह
ज्ञान यज्ञ की शुरूआत से पहले श्री पीपाजी महाराज के मंदिर से कलश यात्रा निकाली गई। इसमें बड़ी संख्या में महिलाओं और बालिकाओं ने कलश धारण कर भाग लिया। सबसे आगे भजनों की प्रस्तुतियां देता बैंड दल चल रहा था। उसके बाद महिलाएं और रथ पर सवार संत वृंद थे। कलश यात्रा मंदिर से रवाना होकर राय कॉलोनी रोड, कलेक्टर निवास, विवेकानंद सर्किल, अहिंसा सर्किल, स्टेशन रोड, कोतवाली के पीछे से होते हुए कथा स्थल पहुंची।
श्रद्धालुओं ने की पुष्पवर्षा
कलश यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं ने जगह-जगह पुष्पवर्षा कर संत वृंदों का स्वागत किया। भक्तों ने भागवत को सिर पर धारण कर यात्रा के साथ घुमाया। सरदारपुरा में कथा का आयोजन २६ अप्रैल तक रोजाना दोपहर २ बजे से शाम ५ बजे तक होगा। श्री पीपाजी क्षत्रिय महिला मंडल की ओर से यह आयोजन २५ अप्रैल को श्री पीपानंदाचार्य जयंती के उपलक्ष्य पर करवाया जा रहा है।
संतों ने की शिरकत
श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के पहले दिन निकाली गई कलश यात्रा में हमीरपुरा मठ के नारायणपुरी महाराज, खुशालगिरी महाराज, भाजपा नेत्री डॉ. मृदुरेखा चौधरी, नारायण पंवार, राजेश सोलंकी सहित कई धर्मप्रेमी महिलाएं और पुरुष शामिल हुए।
श्री बजरंग सत्संग समिति की बैठक आयोजित
श्री बजरंग सत्संग समिति की बैठक आयोजित
बाड़मेर. श्री बजरंग सत्संग समिति की बैठक श्रीमाली समाज बगेची में शनिवार को आयोजित हुई। जिसमें शहर की विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से हनुमान जयंती की तैयारियों को लेकर विचार विमर्श किया गया।
इस मौके पर शाम पांच बजे विरात्रा माता मंदिर से हनुमानजी की शोभायात्रा निकाली जाएगी, जो नेशनल हैंडलूम के पीछे स्थित विरात्रा माता मंदिर से रेलवे स्टेशन होते हुए शाम सात बजे वीर बालाजी हनुमान मंदिर सदर बाजार तक जाएगी। वहां आरती के बाद प्रसाद वितरित किया जाएगा। इस मौके पर समिति की ओर से बालाजी को 51 किलो के चूरमे का भोग लगाया जाएगा। शोभायात्रा में सबसे आगे बैंड तथा मंगल कलश लिए महिलाएं होंगी।
उसके बाद समिति के सदस्य पुष्प वर्षा, गुलाब जल एवं चवर ढुलाते हुए वीर बालाजी की सवारी एवं हुनमानजी की झांकी के साथ सफेद वस्त्र में पुरुष एवं लाल एवं पीले वस्त्र पहनी महिलाएं शामिल होंगी।
शोभायात्रा के बाद रात नौ बजे माहेश्वरी भवन सुंदरकांड पाठ का आयोजन माहेश्वरी भवन गली समिति की ओर से किया जाएगा। यह जानकारी समिति सचिव इंद्रप्रकाश पुरोहित ने दी।
नाबालिग के अपहरण का आरोप
नाबालिग के अपहरण का आरोप
बालोतरा. समदड़ी थानांतर्गत भीलों की ढाणी मांगला में गत पखवाड़े रात्रि के समय एक नाबालिग किशोरी को दो व्यक्ति बहला फुसलाकर शादी की नियत से अपहरण कर ले गए। इस मामले को लेकर किशोरी के भाई ने दो नामजद आरोपियों वगताराम पुत्र रावताराम भील व फूसाराम पुत्र कानाराम भील के खिलाफ समदड़ी थाने में मामला दर्ज कराया है। परिजनों का आरोप है कि मामला दर्ज कर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ा और पूछताछ करने के बाद उसे छोड़ भी दिया। इस संंबंध में शनिवार को किशोरी के परिजन बालोतरा सीओ एएसपी रामेश्वरलाल मेघवाल के समक्ष पेश हुए और आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
किशोरी के भाई ने बताया कि मामले में लिप्त दोनों नामजद आरोपी बदमाश प्रवृति के हैं और उन्होंने उसकी नाबालिग बहन को पिछले पांच-छह दिनों से अपहरण कर नजरबंद कर रखा है। वहीं पुलिस द्वारा पकडऩे के बाद छोड़ा गया आरोपी वगताराम उसे व उसके पूरे परिवार को धमकियां दे रहा है। जबकि दूसरे आरोपी को पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
पुलिस तलाश में जुटी है
॥किशोरी व आरोपी की पुलिस तलाश कर रही है। जल्दी ही दस्तियाब कर कोर्ट में बयान कराए जाएंगे। रामेश्वरलाल मेघवाल, सीओ, बालोतरा
आनन-फानन में उद्घाटन करने से पीछे हट गए पंच-सरपंच
आनन-फानन में उद्घाटन करने से पीछे हट गए पंच-सरपंच
कई सेवा केंद्रों के उद्घाटन, पहले दिन नहीं हुए काम
एक ही दिन में सभी राजीव गांधी सेवा केन्द्रों के उद्घाटन की योजना हुई फेल
अस्सी फीसदी केन्द्रों पर पसरा सन्नाटा, कुछ ही केन्द्रों के उद्घाटन से औपचारिकता की पूरी
बाड़मेर
पूरे प्रदेश में एक ही दिन सभी राजीव गांधी सेवा केन्द्रों के उद्घाटन की सरकार की प्लानिंग अधिकतर पंचायतों में फेल साबित हुई। आनन फानन में तैयारियां को अंजाम देने में सरपंचों व ग्रामसेवकों ने भी रुचि नहीं दिखाई। सेवा केन्द्रों पर जनसुनवाई केन्द्रों के शुभारंभ के साथ श्रमिकों को प्रोत्साहन राशि के चेक वितरित करने की योजना सिरे नहीं चढ़ पाई। महज कुछ ही राजीव गांधी सेवा केन्द्रों का उद्घाटन कर औपचारिकता पूरी की गई। सरकार की मंशा के अनुरूप राजीव गांधी सेवा केन्द्रों के उद्घाटन की रस्म पूरी नहीं हो पाई। इतना ही नहीं कई पंचायतों में तो भवन अधूरे थे तो कुछ पंचायतों के भवनों पर ताले लगे थे। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की याद सलामत रखने के उद्देश्य से राज्य सरकार की ओर से प्रत्येक पंचायत मुख्यालय पर बनाए गए राजीव गांधी सेवा केन्द्रों का शनिवार को एक साथ उद्घाटन किया जाना था। इस संबंध में दो दिन पूर्व ही निर्देश मिल गए थे। इस पर कुछ पंचायतों ने नए भवनों का उद्घाटन तो करवाए मगर अधिकतर पंचायतों में स्थित सेवा केन्द्रों पर पूरे दिन सन्नाटा पसरा था। जिले की आठों पंचायत समितियों की कुल 380 ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर राजीव गांधी सेवा केन्द्रों पर जनसुनवाई केन्द्र के साथ श्रमिकों को प्रोत्साहन राशि के चेक वितरित किए जाने थे। सरपंचों ने रुचि नहीं दिखाई तो प्रशासन ने भी ध्यान नहीं दिया। नतीजतन सरकार की मंशा के अनुरूप कार्य नहीं हो पाया।
नए भवनों का नहीं हुआ उद्घाटन
गुड़ामालानी. क्षेत्र की ग्राम पंचायत गुड़ामालानी व लूणवा में राजीव गांधी सेवा केन्द्र भवनों पर शनिवार को ताले लगे थे। ये नए भवन बनकर तो तैयार हो गए, मगर सरपंचों व ग्रामसेवकों ने उद्घाटन नहीं करवाया। जबकि बारासण में राजीव गांधी सेवा केन्द्र का उद्घाटन रविवार को किया जाएगा। इसके अलावा अन्य पंचायत मुख्यालयों पर बने राजीव गांधी सेवा केन्द्र तालो में कैद थे।
अधूरे भवन का नहीं हो पाया उद्घाटन
रावतसर. ग्राम पंचायत मुख्यालय पर स्थित राजीव गांधी सेवा केन्द्र का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है। जबकि ग्रामीण सुबह ही केन्द्र पर पहुंच गए।लंबे इंतजार के बाद निराश होकर लौटना पड़ा। ग्रामीण प्रहलादराम, भैराराम मेघवाल ने बताया कि केन्द्र के गेट पर ताले लगे थे। जबकि भवन का निर्माण अधूरा है। सरकार की घोषणा के बावजूद पंचायत की ओर से भवन उद्घाटन में रुचि नहीं दिखाई।
बाड़मेर आगोर में भवन का उद्घाटन
बाड़मेर. भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केंद्र बाड़मेर आगोर का लोकार्पण सरपंच कमला देवी ने किया। इसके साथ लोक सुनवाई सहायता केंद्र एवं विशेष पेंशन महाअभियान का भी शुभारंभ किया गया। इस मौके पर मनरेगा योजना के तहत 2012-13 में सौ दिन पूर्ण करने वाली चार महिलाओं को राज्य सरकार की ओर से प्रोत्साहन राशि 21 सौ रुपए के चैक सरपंच ने वितरित किए। इस मौके पर ग्रामसेवक ओमप्रकाश चौधरी ने राजस्थान सुनवाई का अधिकार अधिनियम 2012 के बारे में एवं विशेष पेंशन महाअभियान के संबंध में जानकारी दी गई। समारोह में तनसिंह महेचा, पृथ्वीसिंह महेचा,सहायक ग्राम सेवक बाबूलाल, एडवोकेट नवलकिशोर लीलावत सहित वार्ड पंच एवं ग्रामीण उपस्थित थे।
नहीं खुले राजीव गांधी सेवा केन्द्र
धोरीमन्ना. पंचायत समिति क्षेत्र की अधिकतर ग्राम पंचायतों के राजीव गांधी सेवा केन्द्रों के उद्घाटन तो पूर्व में हो चुके थे। शनिवार को केन्द्रों पर जनसुनवाई केन्द्र का शुभारंभ करने के साथ श्रमिकों को प्रोत्साहन राशि के चेक वितरित करने थे। मगर जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते अधिकतर पंचायतों में राजीव गांधी सेवा केन्द्र बंद रहे। नए भवनों का उद्घाटन की औपचारिकता पूरी की गई। क्षेत्र की ग्राम पंचायत नेहरो की नाडी, बामणोर, बीसारणिया समेत कई पंचायतों में कार्मिक व जनप्रतिनिधि नदारद थे।
यहां राजीव गांधी सेवा केन्द्रों के हुए उद्घाटन
यहां राजीव गांधी सेवा केन्द्रों के हुए उद्घाटन
शिव. उपखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत कोटड़ा, हाथीसिंह का गांव, भियाड़ में राजीव गांधी सेवा केन्द्रों के शनिवार को उद्घाटन किए गए। ग्राम पंचायत कोटड़ा में नव निर्मित केन्द्र का कोटड़ा महाधीश केदारगिरी के सानिध्य में प्रधान गंगासिंह राठौड़ व सरपंच ईश्वरसिंह कोटड़ा की मौजूदगी में विधिवत रूप से उद्घाटन किया गया। इस मौके पर सरपंच ईश्वरसिंह ने कहा कि सेवा केन्द्र जनता के लिए वरदान साबित होंगे। जहां पर जनसुनवाई के साथ पानी, बिजली के बिल जमा करने की सुविधा मुहैया हो पाएगी। इस मौके पर जगमालसिंह राठौड़, रूघसिंह राठौड़, ग्राम सेवक फतेहसिंह चौहान, रोजगार सहायक चेलाराम समेत कई ग्रामीण मौजूद थे।
शनिवार, 20 अप्रैल 2013
इंडिया गेट पर फिर धारा 144 लागू
इंडिया गेट पर फिर धारा 144 लागू
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने पांच वर्ष की बच्ची के साथ दुष्कर्म के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को रोकने के लिए शनिवार को इंडिया गेट क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू कर दिया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इंडिया गेट के आसपास अपराध दंड संहिता (सीपीसी) की धारा 144 लागू कर दी गई है, और इस इलाके में लोगों को इकट्ठा होने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
निषेधाज्ञा लागू होते ही इंडिया गेट के आसपास का इलाका खाली करवा लिया गया, और रेहड़ी वालों से भी इलाका छोड़ने के लिए कह दिया गया। आम आदमी पार्टी (एएपी) और कई गैर सरकारी संगठनों ने जनता से इंडिया गेट पर शनिवार को मोमबत्ती जुलूस में शामिल होने का आह्ववान किया था।
गुस्साई दिल्ली,सड़कों पर प्रदर्शनकारी
दिल्ली में पांच साल की एक बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के विरोध में एक बार फिर लोग सड़कों पर उतर आए। पुलिस आयुक्त के इस्तीफे की मांग करते हुए शनिवार को बड़ी संख्या में लोग दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर जमा हो गए।
बैनर हाथों में उठाए प्रदर्शनकारी सरकार और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। लगभग 300 प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली पुलिस आयुक्त नीरज कुमार के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि वह शहर में दुष्कर्म की घटनाओं पर रोक लगाने में विफल रहे हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी), स्टूडेंट फेडरेशन आफ इंडिया (एसएफआई) और आम आदमी पार्टी (एएपी) के कार्यकर्ता सहित अन्य प्रदर्शनकारियों ने पुलिस मुख्यालय परिसर में घुसने की कोशिश की।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्रवेश एवं निकास के रास्ते बंद हैं और पुलिस मुख्यालय में पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है। मुख्यालय में जबरन घुसने की कोशिश कर रहे एक प्रदर्शनकारी को हिरासत में लिया गया है।
पुलिस मुख्यालय के बाहर और अंदर 200 से अधिक महिला एवं पुरूष पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। किसी भी तरह की हिंसक गतिविधि को देखते हुए पानी की टंकी और आंसू गैस का भी इंतजाम किया गया है।
एक अधिकारी ने कहा कि हम उनसे शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने की अपील कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी दोषी के लिए फांसी की सजा की भी मांग कर रहे हैं।
एक युवा प्रदर्शनकारी ने कहा कि 16 दिसम्बर की घटना के बाद लगता है पुलिस ने इससे कुछ नहीं सीखा है। हम हर दिन इस तरह की दो या तीन घटनाओं के बारे में सुनते हैं। यह कब तक जारी रहेगा? आरोपियों को जरूर सजा मिलनी चाहिए और पुलिस पर सतर्क रहने का दबाव बढ़ाना चाहिए।
प्रदर्शनकारी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एआईआईएमएस) के बाहर भी इकट्ठा हुए, जहां पीडित बच्ची का इलाज चल रहा है। पुलिस ने दिल्ली पुलिस मुख्यालय और एम्स के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने पांच वर्ष की बच्ची के साथ दुष्कर्म के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को रोकने के लिए शनिवार को इंडिया गेट क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू कर दिया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इंडिया गेट के आसपास अपराध दंड संहिता (सीपीसी) की धारा 144 लागू कर दी गई है, और इस इलाके में लोगों को इकट्ठा होने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
निषेधाज्ञा लागू होते ही इंडिया गेट के आसपास का इलाका खाली करवा लिया गया, और रेहड़ी वालों से भी इलाका छोड़ने के लिए कह दिया गया। आम आदमी पार्टी (एएपी) और कई गैर सरकारी संगठनों ने जनता से इंडिया गेट पर शनिवार को मोमबत्ती जुलूस में शामिल होने का आह्ववान किया था।
गुस्साई दिल्ली,सड़कों पर प्रदर्शनकारी
दिल्ली में पांच साल की एक बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के विरोध में एक बार फिर लोग सड़कों पर उतर आए। पुलिस आयुक्त के इस्तीफे की मांग करते हुए शनिवार को बड़ी संख्या में लोग दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर जमा हो गए।
बैनर हाथों में उठाए प्रदर्शनकारी सरकार और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। लगभग 300 प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली पुलिस आयुक्त नीरज कुमार के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि वह शहर में दुष्कर्म की घटनाओं पर रोक लगाने में विफल रहे हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी), स्टूडेंट फेडरेशन आफ इंडिया (एसएफआई) और आम आदमी पार्टी (एएपी) के कार्यकर्ता सहित अन्य प्रदर्शनकारियों ने पुलिस मुख्यालय परिसर में घुसने की कोशिश की।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्रवेश एवं निकास के रास्ते बंद हैं और पुलिस मुख्यालय में पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है। मुख्यालय में जबरन घुसने की कोशिश कर रहे एक प्रदर्शनकारी को हिरासत में लिया गया है।
पुलिस मुख्यालय के बाहर और अंदर 200 से अधिक महिला एवं पुरूष पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। किसी भी तरह की हिंसक गतिविधि को देखते हुए पानी की टंकी और आंसू गैस का भी इंतजाम किया गया है।
एक अधिकारी ने कहा कि हम उनसे शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने की अपील कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी दोषी के लिए फांसी की सजा की भी मांग कर रहे हैं।
एक युवा प्रदर्शनकारी ने कहा कि 16 दिसम्बर की घटना के बाद लगता है पुलिस ने इससे कुछ नहीं सीखा है। हम हर दिन इस तरह की दो या तीन घटनाओं के बारे में सुनते हैं। यह कब तक जारी रहेगा? आरोपियों को जरूर सजा मिलनी चाहिए और पुलिस पर सतर्क रहने का दबाव बढ़ाना चाहिए।
प्रदर्शनकारी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एआईआईएमएस) के बाहर भी इकट्ठा हुए, जहां पीडित बच्ची का इलाज चल रहा है। पुलिस ने दिल्ली पुलिस मुख्यालय और एम्स के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
"गहलोत" पर लगाए धोखाधड़ी के आरोप
"गहलोत" पर लगाए धोखाधड़ी के आरोप
उदयपुर। भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं विधायक किरण माहेश्वरी ने शनिवार को कहा कि मेवाड़ वागड़ अंचल पिछले 4 सालों से उपेक्षा और भेदभाव का दंश झेल रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनकी सरकार नें मेवाड़ वागड़ के साथ धोखा किया है। सरकार ने प्रोद्योगिकी संस्थान और पारपत्र कार्यालय मेवाड़ से छिन लिए हैं।
माहेश्वीर ने मुख्यमंत्री की मेवाड़ यात्रा को घावों पर नमक छिड़कने जैसा बताते हुए कहा कि अंचल में रेल,सड़क और संरचना विकास की उपेक्षा की जा रही है। नया औद्योगिक निवेश नहीं के बराबर है। उच्च न्यायालय की खण्डपीठ की न्यायोचित मांग पर सरकार अड़ंगा लगा रही है। साबरमती बेसिन का पानी बीसलपुर ले जाने का षडयंत्र किया जा रहा है। जब जब केन्द्र से लेकर गाँवों तक कांग्रेस की कड़ी से कड़ी मिली है जनता को भारी कष्ट हुआ है। कांग्रेस का एक ही संदेश है,वे जनता को झूंठे वादों से भ्रमित कर सत्ता सुख भोगते हैं। कांग्रेस की जनविरोधी नीतियों के कारण ही जन साधारण महंगाई और भ्रष्टाचार से त्रस्त है।
राजस्थान विकास की दौड़ में 16वें स्थान पर लुढ़क गया हैं। मुख्यमंत्री बताए कि ऎसा क्यों हु्आ? क्यों राज्य में 10 लाख रोजगार कम हो गए हैं? राज्य में नया निवेश क्यों नहीं हो रहा हैं? बेकारी से त्रस्त युवा वर्ग क्यों पलायन करने को विवश है? उदयपुर में पारपत्र सेवा केन्द्र क्यों नहीं खोला गया? उच्च न्यायालय की खण्डपीठ की स्थापना के लिए वे क्या करेंगे?
किरण नें कहा कि मुख्यमंत्री के सरकारी प्रचार अभियान को यात्रा कहना ही गलत है। केवल कुछ चयनित स्थानों पर सभाएं करने को यात्रा नहीं कहा जा सकता है। राजस्थान में परिवर्तन की आंधी चल पड़ी है। जनता ने समझ लिया है कि विकास और कल्याण के लिए भाजपा ही एकमात्र विकल्प है। वसुन्धरा का नेतृत्व जनता की पहली पसंद है। मुख्यमंत्री के प्रचार अभियान में जनता की नगण्य भागीदारी के संकेत स्पष्ट हैं कि राज्य से कांग्रेस की विदाई सुनिश्चित है।
उदयपुर। भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं विधायक किरण माहेश्वरी ने शनिवार को कहा कि मेवाड़ वागड़ अंचल पिछले 4 सालों से उपेक्षा और भेदभाव का दंश झेल रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनकी सरकार नें मेवाड़ वागड़ के साथ धोखा किया है। सरकार ने प्रोद्योगिकी संस्थान और पारपत्र कार्यालय मेवाड़ से छिन लिए हैं।
माहेश्वीर ने मुख्यमंत्री की मेवाड़ यात्रा को घावों पर नमक छिड़कने जैसा बताते हुए कहा कि अंचल में रेल,सड़क और संरचना विकास की उपेक्षा की जा रही है। नया औद्योगिक निवेश नहीं के बराबर है। उच्च न्यायालय की खण्डपीठ की न्यायोचित मांग पर सरकार अड़ंगा लगा रही है। साबरमती बेसिन का पानी बीसलपुर ले जाने का षडयंत्र किया जा रहा है। जब जब केन्द्र से लेकर गाँवों तक कांग्रेस की कड़ी से कड़ी मिली है जनता को भारी कष्ट हुआ है। कांग्रेस का एक ही संदेश है,वे जनता को झूंठे वादों से भ्रमित कर सत्ता सुख भोगते हैं। कांग्रेस की जनविरोधी नीतियों के कारण ही जन साधारण महंगाई और भ्रष्टाचार से त्रस्त है।
राजस्थान विकास की दौड़ में 16वें स्थान पर लुढ़क गया हैं। मुख्यमंत्री बताए कि ऎसा क्यों हु्आ? क्यों राज्य में 10 लाख रोजगार कम हो गए हैं? राज्य में नया निवेश क्यों नहीं हो रहा हैं? बेकारी से त्रस्त युवा वर्ग क्यों पलायन करने को विवश है? उदयपुर में पारपत्र सेवा केन्द्र क्यों नहीं खोला गया? उच्च न्यायालय की खण्डपीठ की स्थापना के लिए वे क्या करेंगे?
किरण नें कहा कि मुख्यमंत्री के सरकारी प्रचार अभियान को यात्रा कहना ही गलत है। केवल कुछ चयनित स्थानों पर सभाएं करने को यात्रा नहीं कहा जा सकता है। राजस्थान में परिवर्तन की आंधी चल पड़ी है। जनता ने समझ लिया है कि विकास और कल्याण के लिए भाजपा ही एकमात्र विकल्प है। वसुन्धरा का नेतृत्व जनता की पहली पसंद है। मुख्यमंत्री के प्रचार अभियान में जनता की नगण्य भागीदारी के संकेत स्पष्ट हैं कि राज्य से कांग्रेस की विदाई सुनिश्चित है।
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