रेखा का अंतिम संस्कार, डॉ सरोज मिर्घा पर मामला दर्ज
नागौर। प्रसूता की मौत के बाद उसके शव के साथ नागौर कलक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठे पीडित पक्ष के लोग शनिवार तड़के चार बजे चिकित्सक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने तथा मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने की बात पर सहमत हो गए। इसके साथ ही 12 घण्टे चला धरना समाप्त हो गया। पीडित पक्ष को प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि राज्य सरकार की ओर से मुआवजे के तौर पर दी जाने वाले अधिकतम सहायता राशि उन्हें दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
करीब साढ़े 11 बजे मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। इसके बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया। उधर मृतक रेखा के पिता गोपीकिशन भाटी ने महिला चिकित्सक डॉ. सरोज मिर्घा के खिलाफ उपचार में लापरवाही बरतने का मामला दर्ज कराया है।
यह था मामला
गांधीवाड़ी निवासी रेखा (22) पुत्री गोपीकिशन भाटी ने 14 अप्रेल को नागौर के राजकीय चिकित्सालय में प्रथम बच्ची को जन्म दिया। इस दौरान उसकी तबीयत खराब हो गई, जिसे जोधपुर रैफर किया गया था। जोधपुर में उपचार के दौरान रेखा की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि नागौर में उपचार के दौरान डॉ. सरोज मिर्घा ने लापरवाही की।
हाइवे जाम पर मामला दर्ज
प्रसूता की मौत के बाद बीकानेर रोड तथा कलक्ट्रेट के सामने हाइवे जाम करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। थानाधिकारी नगाराम चौधरी ने बताया कि शुक्रवार को रास्ता जाम करने वाले अज्ञात 250-300 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
समझाइश आई काम
अतिरिक्त जिला कलक्टर रामनिवास मीना, उपखण्ड अधिकारी पुष्पा पंवार, उप अधीक्षक चन्द्रप्रकाश शर्मा ने शनिवार तड़के 4 बजे तक धरना स्थल पर बैठे लोगों से वार्ता की। समझाइश जारी रखी। एडीएम मीना ने बताया बाद में पीडित पक्ष के लोगों ने भी प्रशासन की ओर से की जा रही समझाइश को माना और पोस्टमार्टम के लिए राजी हो गए।
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