इंडिया गेट पर फिर धारा 144 लागू
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने पांच वर्ष की बच्ची के साथ दुष्कर्म के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को रोकने के लिए शनिवार को इंडिया गेट क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू कर दिया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इंडिया गेट के आसपास अपराध दंड संहिता (सीपीसी) की धारा 144 लागू कर दी गई है, और इस इलाके में लोगों को इकट्ठा होने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
निषेधाज्ञा लागू होते ही इंडिया गेट के आसपास का इलाका खाली करवा लिया गया, और रेहड़ी वालों से भी इलाका छोड़ने के लिए कह दिया गया। आम आदमी पार्टी (एएपी) और कई गैर सरकारी संगठनों ने जनता से इंडिया गेट पर शनिवार को मोमबत्ती जुलूस में शामिल होने का आह्ववान किया था।
गुस्साई दिल्ली,सड़कों पर प्रदर्शनकारी
दिल्ली में पांच साल की एक बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के विरोध में एक बार फिर लोग सड़कों पर उतर आए। पुलिस आयुक्त के इस्तीफे की मांग करते हुए शनिवार को बड़ी संख्या में लोग दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर जमा हो गए।
बैनर हाथों में उठाए प्रदर्शनकारी सरकार और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। लगभग 300 प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली पुलिस आयुक्त नीरज कुमार के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि वह शहर में दुष्कर्म की घटनाओं पर रोक लगाने में विफल रहे हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी), स्टूडेंट फेडरेशन आफ इंडिया (एसएफआई) और आम आदमी पार्टी (एएपी) के कार्यकर्ता सहित अन्य प्रदर्शनकारियों ने पुलिस मुख्यालय परिसर में घुसने की कोशिश की।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्रवेश एवं निकास के रास्ते बंद हैं और पुलिस मुख्यालय में पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है। मुख्यालय में जबरन घुसने की कोशिश कर रहे एक प्रदर्शनकारी को हिरासत में लिया गया है।
पुलिस मुख्यालय के बाहर और अंदर 200 से अधिक महिला एवं पुरूष पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। किसी भी तरह की हिंसक गतिविधि को देखते हुए पानी की टंकी और आंसू गैस का भी इंतजाम किया गया है।
एक अधिकारी ने कहा कि हम उनसे शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने की अपील कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी दोषी के लिए फांसी की सजा की भी मांग कर रहे हैं।
एक युवा प्रदर्शनकारी ने कहा कि 16 दिसम्बर की घटना के बाद लगता है पुलिस ने इससे कुछ नहीं सीखा है। हम हर दिन इस तरह की दो या तीन घटनाओं के बारे में सुनते हैं। यह कब तक जारी रहेगा? आरोपियों को जरूर सजा मिलनी चाहिए और पुलिस पर सतर्क रहने का दबाव बढ़ाना चाहिए।
प्रदर्शनकारी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एआईआईएमएस) के बाहर भी इकट्ठा हुए, जहां पीडित बच्ची का इलाज चल रहा है। पुलिस ने दिल्ली पुलिस मुख्यालय और एम्स के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
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