शनिवार, 5 जनवरी 2013

11 साल के बच्चे से 40 साल की महिला ने किया दुष्कर्म

कोच्चि।। जब देश महिलाओं के साथ बढ़ते दुष्कर्म से गुस्से में है वैसे में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। केरल में 40 साल की एक महिला 11 साल के स्कूली लड़के का यौन शोषण करती थी। लड़का शर्म से किसी को बता नहीं पा रहा था। यौन शोषण करने वाली महिला लड़के की पड़ोसी है। यह घटना एर्नाकुलम जिले के पारूर इलाके की है। इस घटना से लोग हैरान हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपी महिला को अरेस्ट कर लिया गया है। sexually-abusing
लड़के के साथ महिला ने 11 दिसंबर को दुराचार किया था। उसने पूरा वाकया अपने क्लासमेट को बताया। इसके बाद पीड़ित लड़के के घर वालों को पता चला। घरवालों ने पुलिस स्टेशन जाकर एफआईआर दर्ज कराई। इसके फौरन बाद महिला को अरेस्ट कर लिया गया।

नाबालिग लड़के का बयान पुलिस ने ले लिया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों को बचाने संबंधी कानून के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

अजमेर के एएसपी लोकेश सोनवाल निलंबित



जयपुर। थानों से वसूली करने के मामले में अजमेर एसपी राजेश मीणा के साथ एसीबी में नामजद किए गए एएसपी लोकेश सोनवाल को राज्य सरकार ने निलंबित कर दिया है। शनिवार शाम इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए। इस मामले में एसपी मीणा की गिरफ्तारी के बाद से ही सोनवाल भूमिगत हैं और पिछले तीन दिन से बिना बताए ड्यूटी से नदारद हैं।

गृह विभाग के आदेश के अनुसार एएसपी सोनवाल 3 जनवरी, 13 को दोपहर बाद स्वेच्छा से ड्यूटी से अनुपस्थित है। उनके रिहायशी निवास वैशालीनगर थाना के मार्फत उनको 4 जनवरी को ड्यूटी पर उपस्थित होने के रीकॉल नोटिस दिया गया। रविवार को पुलिस कांस्टेबल भर्ती के लिए सोनवाल अजमेर के लिए नोडल अधिकारी थे। उनके बिना सूचना के अनुपस्थित होने के घोर अनुशासनहीनता माना गया है। इसके चलते उनको निलंबित कर दिया गया है। निलंबन काल के दौरान उनका मुख्यालय डीजीपी कार्यालय में रहेगा।

foto....वसुंधरा ने दिलाई महिलाओं की इज्जत बचाने की शपथ

वसुंधरा ने दिलाई महिलाओं की इज्जत बचाने की शपथवसुंधरा ने दिलाई महिलाओं की इज्जत बचाने की शपथवसुंधरा ने दिलाई महिलाओं की इज्जत बचाने की शपथ

जयपुर. ......मैं भारत का भावी कर्णधार। ईश्वर को साक्षी मानकर शपथ लेता हूं कि मैं नारी के सम्मान और भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिए आगे रहूंगा। मैं जीवनभर महिला उत्पीडऩ के खिलाफ संघर्ष करूंगा और महिलाओं के ऊपर अत्याचार नहीं होने दूंगा.....।
वसुंधरा ने दिलाई महिलाओं की इज्जत बचाने की शपथ
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने महिलाओं पर अत्याचारों को रोकने के लिए महाराजा कॉलेज में छात्रों को शनिवार को यह शपथ दिलाई। वह महाराजा कॉलेज में छात्रसंघ के वार्षिक समारोह में संबोधित कर रही थी।

उन्होंने कहा कि महिलाओं के उत्पीडऩ के मामले में प्रदेश नंबर वन बन गया है। दिल्ली गैंगरेप के मामले में तो सब आगे आ गए, जो ठीक है लेकिन प्रदेश में भी दूधमुंही बच्चियों, रिश्वत के बदले अस्मत और महिलाओं की आबरू पर लगातार हमले हो रहे है। इसे रोकना होगा।वसुंधरा ने कहा कि हमारा राजस्थान विकास की दौड़ में पिछड़ गया है। विकास के मामले में बिहार भी राजस्थान से आगे निकल गया है। शिक्षा के क्षेत्र में बेटियां पिछड़ रही है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में आधार कार्ड के माध्यम से खातों में राशि ट्रांसफर की योजना शुरु हुई है। यह योजना उनके कार्यकाल 2008 के दौरान भी शुरु हुई थी। इसके तहत 50 लाख बीपीएल परिवारों को मजबूत करने के लिए महिलाओं के खातों में 1500-1500 रुपए खाते में डाले गए थे लेकिन चुनाव का नाम लेकर यह योजना रुकवा दी गई थी। गर्व की बात है कि यह योजना राजस्थान से निकली हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चुनाव नजदीक आते ही लुभावने वादे करने में लग गई है, जो काम साढ़े चार साल पहले करने चाहिए थे वो अब करके जनता को लुभाना चाहती है लेकिन जनता अब इस तरह के झांसे में नहीं आएगी।कार्यक्रम में पूर्व मंत्री राजेन्द्र राठौड़, कालीचरण सर्राफ, राजपाल सिंह शेखावत, भाजपा की महिला मोर्चे की प्रदेशाध्यक्ष सुमन शर्मा, कॉलेज प्राचार्य प्रो.पी.आर.शर्मा छात्रसंघ अध्यक्ष पवन यादव सहित कई लोग उपस्थित हुए।


आठवीं तक फेल नहीं करने की योजना विदेशी साजिश.....


पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि राज्य सरकार यह योजना लागू करने जा रही है कि आठवीं तक किसी भी छात्र को फेल नहीं किया जाए। उनका कहना है कि तीसरे कक्षा के एक तिहाई छात्र हिंदी लिखना-पढऩा नहीं जानते। ऐसे में अगर आठवीं तक फेल-पास के नियम नहीं होंगे तो छात्रों का करियर प्रभावित होगा।

वसुंधरा ने कहा कि यह योजना विदेशी साजिश के तहत बनाई गई है। ऐसा करके हमारे छात्रों के स्तर को कमजोर किया जा रहा है। दरअसल विदेशों में भारतीय छात्र मजबूत स्थिति में है और अच्छा जीवन यापन कर रहे हैं। विदेशी लोग भारतीयों को रोकना चाहते है, इसलिए इस तरह की साजिश रचवाकर बच्चों पर थोपी जा रही हैं। इस साजिश को कामयाब नहीं होने देंगे।

3 महीने तक मकान मालिक की बेटी से रेप

3 महीने तक मकान मालिक की बेटी से रेप

जयपुर/बूंदी। मकान के निर्माण के दौरान काम कर रहा एक मजदूर मकान मालिक की नाबालिग बेटी के साथ तीन महीने तक डरा धमका कर दुष्कर्म करता रहा,जिससे परेशान हुई किशोरी ने आत्महत्या करने की कोशिश भी की। किशोरी के होश में आने के बाद घटना सामने आई। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

जानकारी के अनुसार कापरैन थाना इलाका स्थित एक मकान का निर्माण कार्य चल रहा था। मकान में टाइल्स लगाने का काम बारां निवासी मजदूर श्याम मीणा (25) कर रहा था। श्याम निर्माणधीन मकान में ही रह रहा था। यहां आरोपी ने मकान मालिक की 14 साल की बेटी को डरा-धमका कर उसके साथ तीन दिन तक दुष्कर्म किया। आरोपी के डर के चलते पीडिता ने अपने घर में रखी नींद की गोलियां खा लीं। हालत बिगड़ने पर परिजनों ने उसे इलाज के लिए स्थानीय राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया। यहां होश में आने पर पीडिता ने घटनाक्रम की जानकारी अपने परिजनों को दी। परिजनों ने पुलिस को सूचित किया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी युवक को धर दबोच लिया।

जयपुर में 40 साल की महिला से गाड़ी में रेप

जयपुर में 40 साल की महिला से गाड़ी में रेप

जयपुर। राजधानी के करधनी थाना इलाके में एक महिला से चलती गाड़ी में रेप का सनसनीखेज मामला सामने आया है। काम दिलाने के बहाने से सुनसान इलाके में ले जाने और वहां रेप की इस घटना के आरोपी को पुलिस की गिरफ्तार कर मामला दर्ज कर लिया है।

करधानी थानाधिकारी कैलाश जिंदल के अनुसार गाड़ी में रेप की यह घटना शुक्रवार की है। यहां ढहर का बालाजी इलाके की एक महिला(40) को काम दिलाने के लिए आरोपी कालवाड़ निवासी गोपाल यादव एक टैंपो में बैठाकर लेकर जाता है। सुनसान जगह पर ले जाकर आरोपी ने महिला के साथ दुष्कर्म किया। इसी दौरान महिला ने शोर मचाया,जिसे सुन स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी।

मेडिकल रिपोर्ट बाकी,मामला दर्ज

स्थानीय लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच करते हुए महिला का मेडिकल करवाया और मामला दर्ज करते हुए आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में आरोपी ने जुर्म कबूल कर लिया,हालांकि मेडिकल रिपोर्ट शनिवार शाम तक नहीं मिली है और रेप की पुष्टि रिपोर्ट मिलने के बाद ही हो पाएगी।

पोलियो के खिलाफ अंतिम लड़ाई’’ 20 से 22 जनवरी और 24 से 26 फरवरी को चलेगा अभियान



पोलियो के खिलाफ अंतिम लड़ाई’’

20 से 22 जनवरी और 24 से 26 फरवरी को चलेगा अभियान

बाडमेर। दो भले ही पोलियो मुक्त घोशित हो गया हो, लेकिन अभी भी वायरस की आांका है। इसलिए हमें सावचेत रहते हुए पोलियो अभियान को सफल बनाने की कोाि करनी होगी। यह पोलियो की खिलाफ निर्णायक और अंतिम लड़ाई साबित होगी। जिला स्वास्थ्य भवन में आयोजित एक दिवसीय पोलिया की जिला टास्क फोर्स की बैठक में वक्ताओं ने उक्त अहम विचार रखते हुए अभियान के प्रति गंभीरता जताई। अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में सीएमएचओ डॉ. जितेंद्रसिंह, आरसीएचओ डॉ. एमएल मौर्य, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ. समाधान सहित बीसीएमओ, जिलास्तरीय अधिकारीगण एवं अन्य चिकित्सक मौजूद थे।

जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिनोई ने बताया कि आगामी 20 से 22 जनवरी और 24 से 26 फरवरी को दो चरणों में चलने वाले पोलियो अभियान को लेकर जिला टास्क फोर्स की बैठक हुई। जिसमें अभियान को सफल बनाने के लिए कई मुद्दों पर चर्चा की गई। एडीएम अरूण पुरोहित ने कहा कि पोलियो अभियान राश्ट्रीय कार्यक्रम है, इसलिए राश्ट्र एवं समाज हित को देखते हुए सभी समस्याओं को दरकिनार कर इसे सफल बनाएं। राज्यस्तरीय प्रिक्षक डॉ. समाधान ने विगत वशोर्ं के तथ्यात्मक आंकड़े प्रस्तुत करते हुए उन्होंने बताया कि हमें इस बार पूरी सतर्कता के साथ अभियान सफल बनाना होगा। हाई रिस्क एरियों को चिन्हित करते हुए घरघर जाकर बच्चों को पिलानी होगी, ताकि कोई भी बच्चा दवा से छूट न सके। यदि इस बार अभियान को गंभीरता से नहीं लिया गया तो विगत वशोर्ं में की गई मेहनत जाया चली जाएगी। इस बार विोशतः झुग्गीझोंपड़ियों, निर्माण स्थल, माईग्रेट एरिया और भट्टा आदि पर ध्यान देना होगा, क्योंकि अक्सर इन्हीं स्थलों पर बच्चे दवा से वंचित रह जाते हैं।

पाकिस्तान से खतरा !

हमारे प्रतिद्वंद्धी और पड़ोसी दो पाकिस्तान से पोलियो वायरस आने की पूरीपूरी संभावना रहती है, लिहाजा इसी दो से हमें मुख्य खतरा है। सीमावर्ती क्षेत्र होने की वजह से बाडमेर जिले सहित जोधपुर संभाग में वायरस का खतरा है, क्योंकि यहां अक्सर पड़ोसी दो से लोगों का आनाजाना रहता है। यही वजह है कि मुनाबावघोघरापार पर नियमित पोलियो बूथ स्थापित किया गया है, जहां प्रत्येक भानिवार को थार एक्सप्रेस के यात्रियों को पोलियो दवा पिलाई जाती है।

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पंजीकरण करवाएं, आयुश पद्धति का लाभ उठाएं 

जिले में पहला विल आयुश चिकित्सा िविर 11 को


बाडमेर। आयुश पद्धति पर आधारित जिले में पहली बार लगने जा रहे स्वास्थ्य विभाग के आयुश चिकित्सा, जांच एवं जागरूकता िविर को लेकर विभाग द्वारा पंजीकरण भाुरू किया गया है। वरिश्ठ नागरिकों (बुजुर्गों) एवं महिलाओं के लिए लगने वाले इस िविर के लिए सोमवार से गुरूवार तक पंजीकरण किया जाएगा। पंजीकरण जिला स्वास्थ्य भवन में स्थित कमरा नंबर 22 में जिला आयुश अधिकारी डॉ. अनिल झा दोपहर दो बजे से भाम पांच बजे तक करेंगे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जितेंद्रसिंह ने बताया कि एनआरएचएम के सूचना, िक्षा एवं संचार (आईईसी) अनुभाग, केयर्न इंडिया एवं हेल्पेज इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस िविर का उद्घाटन 11 जनवरी को प्रातः 11 बजे जिला प्रमुख मदनकौर करेंगी। िविर में आने वाले सभी वरिश्ठ नागरिकों एवं महिलाओं की आयुश चिकित्सकों द्वारा विभिन्न जांच कर दवाएं दी जाएंगी। विभाग की ओर से दोनों ही सुविधाएं नि:ाुल्क उपलब्ध करवाई जाएंगी। वहीं उन्हें परामार दिया जाएगा और बीमारियों के प्रति जागरूक भी किया जाएगा। इस दौरान आमजन के लिए आईईसी प्रदार्नी भी लगाई जाएगी, जिसमें सरकार की विभिन्न योजनाओं एवं स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी दी जाएगी।

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खसरा अभियान 28 जनवरी से

नौ माह से दस वशर तक के बच्चों का होगा टीकाकरण, तीन चरणों में चलेगा अभियान

बाडमेर। खसरा अभियान को लेकर जिला स्वास्थ्य भवन में एडीएम अरूण पुरोहित की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स की अहम बैठक हुई। जिसमें आगामी 28 जनवरी से जिले में भाुरू होने जा रहे खसरा अभियान को सफल बनाने के लिए विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में सीएमएचओ डॉ. जितेंद्रसिंह, आरसीएचओ डॉ. एमएल मौर्य, डॉ. समाधान सहित पूरे जिले के सभी बीसीएमओ एवं चिकित्सक मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि अभियान के दौरान तीन चरण चलेंगे, जिसमें पहले चरण में सात दिवस तक स्कूलों में खसरे का टीका लगाया जाएगा। दूसरें चरण में उन स्थानों पर टीकाकरण होगा, जो बच्चें स्कूल में टीकाकरण से वंचित रह जाएंगे। तीसरे चरण में दूरदराज व हाईरिस्क एरिया को चिन्हित कर वहां पर टीकाकरण होगा।

जैसलमेर न्यूज़ बॉक्स ...आज की प्रशासनिक खबरें


जैसलमेर न्यूज़ बॉक्स ...आज की प्रशासनिक खबरें 


भारतीय सीमा में पाकिस्तानी लोकल सिम के उपयोग पर प्रतिबंध
       जैसलमेर, 5 जनवरी/ जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्टे्रट शुचि त्यागी ने दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के अन्तर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए एक आदेश जारी कर जैसलमेर जिले में पाकिस्तान से लगने वाली सीमा में पाकिस्तानी लोकल सिम के उपयोग को प्रतिबंधित कर दिया है।
       आदेश के अनुसार पाकिस्तानी इलाके में लगे मोबाईल टावरों का नेटवर्क भारतीय सीमा के अंदर 3-4 किलोमीटर तक आने के कारण जिसमें पाकिस्तानी लोकल सिम से पाकिस्तानी नेटवर्क के जरिए आसानी से सम्पर्क किया जा सकता है। इस स्थिति में राष्ट्रीय सुरक्षा पर आंशकित खतरे को दृष्टिगत रखते हुए पाकिस्तानी लोकल सिम के उपयोग करने पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया गया है।
       जिला मजिस्टे्रट त्यागी द्वारा जारी किए गए आदेशानुसार सीमावर्ती जैसलमेर जिले में किसी भी क्षेत्र जहॉं से कि पाकिस्तानी लोकल सिम से पाकिस्तानी नेटवर्क जरिए सम्पर्क स्थापित किया जा सकता हैमें कोई भी व्यक्ति पाकिस्तानी लोकल सिम का उपयोग नहीं कर सकेगा और न ही किसी को इसके उपयोग करने की अनुमति दी जाएगी।
       इस आदेश का उल्लंघन करने पर दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति के खिलाफ विधि के प्रावधानों के अनुसार आवश्यक कार्यवाही अमल में लायी जाएगी।यह आदेश आगामी दो माह की अवधि के लिए प्रभावशील रहेगा।
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वैशाली जगाणी और अमीशा पालीवाल
गणतंत्र दिवस समारोह में दिल्ली आमंत्रित
       जैसलमेर, 5 जनवरी/ इम्मानुअल मिशन स्कूलजैसलमेर की दो छात्राओं कुमारी वैशाली जगाणी व कुमारी अमीशा पालीवाल को 26 जनवरी, 2013 को गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में दिल्ली आमंत्रित किया गया है। दोनों छात्राएं दिल्ली में राजपथ पर प्रधानमंत्री के साथ गणतंत्र दिवस परेड की साक्षी रहेंगी। उल्लेखनीय है कि देश भर के 100 वरीयता प्राप्त (मैरिटोरियस) विद्यार्थियों को प्रतिवर्ष प्रधानमंत्री के साथउनके बॉक्स मेंगणतंत्र दिवस की परेड़ देखने हेतु चयनित कर आमंत्रित किया जाता है। दोनों छात्राएं 25 जनवरी से 28जनवरी तक दिल्ली में रहेंगी।
       


मिशन स्कूल के प्रबंधक फादर सैमुएल सर व प्रिंसिपल जी.एस.सैनी सहित समस्त शाला परिवार की ओर से दोनों छात्राओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी गई हैं। मिशन स्कूल के प्रिंसिपल जी.एस.सैनी ने इसे न केवल विद्यालयवरन् इन छात्राओं के परिवार तथा जैसलमर जिले के लिए गौरव का विषय बताया तथा कहा कि इम्मानुअल मिशन स्कूल,जैसलमेरराजस्थान के कुछ गिने-चुने स्कूलों में से एक हैं जिसके विद्यार्थियों को एक साथ यह सम्मान हासिल हुआ हैं। इसे उन्होंने अन्य विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्पद बताया।
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महानरेगा महिला कामगारों के खातों में सीधे जमा होगी राश
       जैसलमेर, 5 जनवरी/ महात्मा गांधी नरेगा योजना में कार्य करने वाली सभी महिला कामगारों जिनके व्यक्तिगत खाते नहीं हैंके नाम से शीघ्र ही अनिवार्य रूप से पृथक से बैंक/डाकघर खाता खुलाया जाना सुनिश्चित कराने के निर्देश महानरेगा से संबंधित सभी अधिकारियों को दिए गए हैं। इनमें कहा गया है कि अब महानरेगा में पन्द्रह जनवरी के बाद महिला मनरेगा श्रमिक की मजदूरी का भुगतान सीधे ही व्यक्तिगत खाते में ही जमा होगाकिसी अन्य खाते में नहीं।
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लाइसेंस एवं पंजीयन कत्र्ताओं के लिए नए निर्देश जारी
       जैसलमेर, 5 जनवरी/ परिवहन आयुक्त एवं अतिरिक्त मुख्य सचिवपरिवहन विभागराजस्थान जयपुर ने आम जन की सुविधा के लिए अब नए निर्देशों पर अमल करना शुरू कर दिया है।
       जिला परिवहन अधिकारी अनिल पंड्या ने बताया कि आमजन की सुविधा के लिए अब ड्राईविंग लाईसेंस एवं वाहन पंजीयन हेतु प्राप्त होने वाले आवेदन पत्रों के साथ आवेदक का पता लिखा हुआ रजिस्टर्ड/स्पीड पोस्ट शुल्क की टिकट लगा हुआ लिफाफा आवेदक से लिया जाएगा ताकि तैयार शुदा ड्राईविंग लाईसेंस/पंजीयन प्रमाण पत्र आवेदक को रजिस्टर्ड/स्पीड पोस्ट द्वारा डाक द्वारा भिजवाये जा सकें।
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शीत लहर के प्रकोप से बचने के लिए आवश्यक उपाय अमल में लाएं
       जैसलमेर, 5 जनवरी/ वर्तमान में सर्दी का मौसम चल रहा है। सर्दी के मौसम में शीतलहर के प्रकोप से प्रभावित होने की संभावना बढ़ रही है। शीतलहर से प्रभावित रोगियों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने हेतु श्री जवाहिर चिकित्सालय जैसलमेर टीम का गठन किया गया है।
       श्री जवाहर चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. डी. डी. खिंची ने बताया कि शीतलहर से प्रभावित रोगियों में जो लक्षण देखे जाते हैं उनमें शरीर का ठण्डा पड़ जाना,शरीर का सुन्न पडनानाडी का धीमा व मन्द पड जानारोंयें खडे हो जाना व श्वसन तेज चलना आदि मुख्य हैं। ऎसे में रोगी द्वारा समय पर उपचार नहीं लेने पर रोगियों की मृत्यु भी हो सकती है।
       उन्होंने बताया कि शीतलहर से बचने के उपायों के अन्तर्गत विभिन्न सावधानियां रखनी चाहिए॥ इनमें व्यक्ति को जहां तक हो सके घर के बाहर कार्य हेतु दिन में निकले,स्वयं को व बच्चों को उनी कपडों से ढंकेफुटपाथ पर रहने वाले भ्रमणशील जातियों जैसे भिखारीगाडिया लुहार आदि रेन बसेरों में धर्मशालाओं/सार्वजनिक भवन में रहं,े खुले स्थान पर न सोएं और रात्रि में बाहर कार्य करना आवश्यक हो तो अपने पास अंगीठीआवश्यक लकडी कुडा करकट जलाकर हाथ तापने की व्यवस्था करें। इसके साथ ही शीतलहर के प्रकोप से बचने के लिए अधिकतर गर्म भोजन का सेवन करें और खाद्य पदार्थो जैसे गुड़तिल चिकनाईचाय व काफी आदि सेवन अवश्य करे।
       शीत लहर से बचने के लिए अधिक श्रम करें और सुबह व्यायाम करने के साथ तेल की मालिश करना अति लाभदायक है। जिस व्यक्ति को शीत लहर का प्रभाव पड़ जाए उसे तत्काल कम्बलरजाई आदि से ढंके। पास में अंगीठीहीटर आदि जलाएंकमरे में ताजा हवा का रास्ता बन्द न करें। गर्म पेय पदार्थो का अधिकाधिक उपयोग करें। गर्म पानी की थैली उपलब्ध हो तो उसका सैंक अवश्य करे। बाद में पास के चिकित्सालय को दिखायें। जहां तक हो सके गर्म पानी से स्नान करना चाहिए। घर पर बैठ कर नहायें। प्रमुख चिकित्सा अधिकारी द्वारा शीत लहर से प्रभावित होने पर शीघ्र ही नजदीकी चिकित्सा संस्थान में उपचार के लिए ले जाने की सलाह दी गई है।

कानिस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा के आयोजन हेतु शांति व्यवस्था के लिए पुलिस का फ्लैग मार्च



जिला मुख्यालय एवं पोकरण में कानिस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा के आयोजन हेतु शांति व्यवस्था के 

लिए पुलिस का फ्लैग मार्च

परीक्षा के लिए पुलिस अधीक्षक के विशेष निर्देश

जिला मुख्यालय एवं पोकरण में कानिस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा के सफल आयोजन के लिए अभ्यार्थियों की भीडभाड को देखते हुए शहर में शांति व्यवस्था कायम रखने हेतु पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता राहुल के आदेशानुसार रामिंसंह अति0 पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर के निर्देशन में शायरसिंह वृताधिकारी वृत जैसलमेर एवं वीरेन्द्रसिंह निपु थानाधिकारी पुलिस थाना जैसलमेर के नेतृत्व में पुलिस की 02 टीमो का गठन कर शहर के मुख्य मार्गो पर पुलिस द्वारा फ्लैग मार्ग निकाला गया जिसमें पहली टीम शायरसिंह वृताधिकारी के नेतृत्व में पुलिस थाना कोतवाली से ऑफिसर चौराहा, एयरफोर्स चौराहा एवं स्वर्णनगरी चौराहा होती हुई युनियन चौराहे पहॅूची ओर दूसरी टीम वीरेन्द्रसिंह निपु थानाधिकारी पुलिस थाना जैसलमेर के नेतृत्व में पुलिस थाना कोतवाली से गॉधी चौक, गोपा चौक, मुख्य बाजार से होती हुई स्वर्णनगरी चौराहा तथा रेल्वे स्टेशन से यूनियन चौराहे पहॅूची। इसी तरह पोकरण में भी कल्याण मल बंजारा वृताधिकारी वृत पोकरण एवं रमेश शर्मा निपु थानाधिकारी पुलिस थाना पोकरण के नेतृत्व में भी फ्लैग मार्च किया गया।

पुलिस अधिकारियो द्वारा शहर के सभी लोगो से परीक्षा के समय शहर में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने की अपील की तथा अभ्यार्थियो को शांति पूर्वक ग से परीक्षा स्थलो पर जाकर परीक्षा देने के निर्देश दिये। पुलिस द्वारा परीक्षा के दौरान वर्दीधारी पुलिस बल के अलावा सादावस्त्र में भी पुलिस बल शहर के मुख्य स्थानो एवं परीक्षा केन्द्रो के आसपास तैनात किये है। जो संदिग्धों/दलालो एवं अफवाये फेलाने वालो की हर गतिविधि पर गुप्त रूप से नजर रखेगे।

इसके अलावा पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता राहुल ने शहरवासियों से परीक्षा के समय शांति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने एवं पुलिस द्वारा किये गये सुरक्षा इंतजामो में पुलिस का हरसम्भव सहयोग करने की अपील की।

पुलिस अधीक्षक द्वारा परीक्षा के संबंध में निम्नलिखित विशेष निर्देश दिये है :

परीक्षा ठीक सांय 2.00 बजे प्रारम्भ होगी व 4.00 बजे तक चलेगी। इस अभ्यार्थी समय पर परीक्षा केन्द्रो पर पहॅूचे।

परीक्षा में अभ्यार्थियों को परीक्षा प्रारम्भ होने से 20 मिनट पूर्व परीक्षा कक्ष में प्रवेश दिया जावेगा।

इस जिले को यूनिट कोड सं0 23 आवंटित है।

परीक्षा के दौरान अनुचित साधनों का प्रयोग करना व अनुचित सहयोग करना निषेघ है। यदि ऐसा कोई मामला ध्यान में आयेगा तो उसके विरूद्ध कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जावेगी।

परीक्षार्थियों के अतिरिक्त उसके परिजन परीक्षा केन्द्र में प्रवेश नहीं करे न ही परीक्षा केन्द्र पर अनावश्यक भीड करें।

परीक्षार्थी अपने साथ परीक्षा केन्द्रो पर मोबाईल/केलकूलेटर अथवा अन्य अनुचित सामग्री अपने साथ नहीं लावें।

परीक्षार्थी बिना भय निश्चित होकर शांतिपूर्ण परीक्षा देवें, दलालो/अफवाहो पर ध्यान न देवे।

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जिला परिशद की बैठक योजनाओं के बेहतर कि्रयान्वयन में जन प्रतिनिधियों से भागीदारी का आहवान



जिला परिशद की बैठक

योजनाओं के बेहतर कि्रयान्वयन में जन
प्रतिनिधियों से भागीदारी का आहवान 

बाडमेर, 5 जनवरी। जिला परिशद की बैठक भानिवार को जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर की अध्यक्षता में जिला परिशद के सभाकक्ष में आयोजित हुई। बैठक में जन प्रतिनिधियों से योजनाओं के बेहतर कि्रयान्वयन के साथ योजनाओं का अधिकाधिक लाभ दिलाने का आहवान किया गया।

इस अवसर पर जिला प्रमुख श्रीमती कौर ने कहा कि नरेगा के तहत स्वीकृत कार्यो में सामग्री का कम्पोनेंट बाया जाना चाहिए। उन्होने कहा कि नरेगा के तहत खेतों में टांका बनाने के लिए अब तक बीपीएल, लघु सीमान्त किसानों को भामिल किया जा रहा है, ऐसे में एपीएल परिवारों को भी इसका लाभ दिलाने के लिए सदन से प्रस्ताव भिजवाया जाना चाहिए ताकि वशार के पानी का संग्रहण कर अधिकाधिक लोग लाभान्वित हो सकें। बैठक के दौरान महात्मा गांधी राज्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारन्टी योजना वशर 201314 के तहत 51325 कार्यो की 102604.21 लाख की प्रस्तावित वाशिर्क कार्य योजना पर व्यापक चर्चा पचात अनुमोदन किया गया।

श्रीमती कौर ने नरेगा के वाशिर्क प्लान में सार्वजनिक निर्माण विभाग, वन विभाग आदि विभागों द्वारा कम कार्यो के प्रस्ताव दिए जाने को गम्भीरता से लेते हुए इस संबंध में उच्चाधिकारियों को पत्र लिखने के निर्दो दिए। उन्होने अर्थ वर्क का कार्य नरेगा में कराये जाने तथा ग्रामीण क्षेत्रों में पांच साल पचात क्षतिग्रस्त ग्रेवल सडकों की मरम्मत नरेगा के तहत कराये जाने की बात कही।

बैठक में विद्युत, पेयजल, सडक, चिकित्सा सहित जिला परिशद द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की विस्तार पूर्वक समीक्षा की गई। जिला प्रमुख श्रीमती कौर ने समस्याग्रस्त क्षेत्रों में पेयजल की लाईनों का सर्वे करवाकर उन्हें दुरस्त करने के निर्दो दिए। इसी प्रकार उन्होने राजीव गांधी विद्युतिकरण योजना के संबंध में पावर ग्रीड के एम.डी. के साथ बैठक कर समस्याओं का समाधान करने को कहा। उन्होने कहा कि बैठक में उठाये जाने वाले विभिन्न मुद्दों को अधिकारी गम्भीरता से ले तथा उनकी पालना सुनिचत करें।

बैठक में श्रम सलाहकार बोर्ड अध्यक्ष गफूर अहमद, बायतु विधायक कर्नल सोनाराम चौधरी, बाडमेर विधायक मेवाराम जैन, चौहटन विधायक पदमाराम मेघवाल, पचपदरा विधायक मदन प्रजापत, सिवाना विधायक कानसिंह कोटडी ने विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया। इसी प्रकार जिला परिशद सदस्य श्रीराम चौधरी, नारायणराम, मूलाराम बेनिवाल, उदाराम मेघवाल, जसाराम सहित विभिन्न जन प्रतिनिधियों ने क्षेत्रीय समस्याओं से अवगत कराया तथा उनके समाधान की मांग रखी।

बैठक के प्रारम्भ में मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर. गुगरवाल ने नववशर की भाुभकामनाएं देते हुए सभी का स्वागत किया तथा महात्मा गांधी राश्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारन्टी योजना वशर 201314 की प्रस्तावित वाशिर्क कार्य योजना तथा विभिन्न योजनाओं की प्रगति की जानकारी कराई। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित, प्रधान, जिला परिशद सदस्य तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।


मीणा ने की मतदाता सूचियों के 

विोश पुनरीक्षण कार्यक्रम की समीक्षा


बाडमेर, 5 जनवरी। अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ विभाग के प्रमुख शासन सचिव (रोल आब्र्जवर) सियाराम मीणा ने भानिवार को जिला मुख्यालय पर विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की बैठक लेकर अर्हता दिनांक 1 जनवरी, 2013 के सन्दर्भ में मतदाता सूचियों के विोश संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम 2013 की समीक्षा की।

इस अवसर पर मीणा ने मतदाता सूचियों की बारिकी से जांच कर उन्हें अद्यतन करने के निर्दो दिए। उन्होने कहा कि 25 जनवरी को मतदाता दिवस पर 18 वशर पूर्ण कर चुके मतदाताओं के अधिकाधिक मतदाता पहचान पत्र तैयार करवाकर उपलब्ध कराये जाए एवं उन्हें समारोह में सम्मानित किया जाए तथा मतदान के प्रति जागरूक किया जाए। उन्होने मतदाता सूचियों के विोश संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम 2013 के तहत दिए गए निर्दों की पालना सुनिचत करने को कहा। उन्होने कहा कि मतदाता सूचियों की बारिकी से जांच के लिए विोश टीमों का गठन किया जाए तथा 15 जनवरी के बाद भी किसी व्यक्ति का नाम मतदाता सूची में नहीं हो तो वह निरन्तर अद्यतन के दौरान भी अपना नाम जुडवा सकते है। मीणा ने इस दौरान विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से मतदाता सूचियों के संबंध में सुझाव एवं आपतियों की जानकारी ली तथा उन्हें मतदान केन्द्र पर बीएलए की नियुक्ति करने को कहा।

इस दौरान बाडमेर विधायक मेवाराम जैन ने मतदाता सूचियों में नामों की आुद्धियां होने की जानकारी कराई तथा जिला स्तर पर मतदाता सूचियों के मुद्रण की बात कहीं। इसी प्रकार बायतु विधायक कर्नल सोनाराम चौधरी एवं फतेह मोहम्मद ने मतदान केन्द्रों की दूरी तथा कुछ मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की अधिक संख्या होने का जिक्र करते हुए अतिरिक्त मतदान केन्द्र स्वीकृति की बात रखी।

इस दौरान उप जिला निर्वाचन अधिकारी अरूण पुरोहित ने अर्हता दिनांक 1 जनवरी, 2013 के सन्दर्भ में मतदाता सूचियों के विोश पुनरीक्षण कार्यक्रम की विस्तार पूर्वक जानकारी कराई। उन्होने बताया कि 25 जनवरी को मतदाता दिवस मनाने की पूर्ण तैयारी कर ली गई है तथा मतदान केन्द्रों पर बीएलओ द्वारा समारोह आयोजित कर अधिकाधिक मतदाताओं को जागरूक किया जाएगा। इस दौरान विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

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फ्लेगिप योजनाओं के तहत अधिकाधिक

लोगों को लाभान्वित करने के निर्देश 

बाडमेर, 5 जनवरी। अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ विभाग के प्रमुख भासन सचिव सियाराम मीणा ने भानिवार को जिला मुख्यालय पर अधिकारियों की बैठक लेकर राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न फ्लेगिप कार्यक्रमों तथा जन कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा की।

उन्होने अन्न सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री नि:ाुल्क दवा योजना, जननी िु सुरक्षा योजना, बीपीएल जीवन रक्षा कोश, मुख्यमंत्री पाुधन नि:ाुल्क दवा योजना, अफोर्टेबल हाउसिंग पालिसी, मुख्यमंत्री भाहरी बीपीएल एवं ग्रामीण आवास योजना, लोक सेवाओं के प्रदान की गारन्टी अधिनियम, जन सुनवाई का अधिकार अधिनियम सहित विभिन्न योजनाओं की संबंधित अधिकारियों से प्रगति की जानकारी ली। उन्होने राजकीय चिकित्सालयों में नि:ाुल्क उपलब्ध कराई जाने वाली दवाईयों के स्टॉक, चिकित्सकों की उपलब्धता की जानकारी ली। इस दौरान उन्होने ग्रामीण बीपीएल आवास योजना के तहत पूर्ण हो चुके आवासों की समीक्षा की तथा सत्यापन के उपरान्त द्वितीय एवं तृतीय कित जारी करने के निर्दो दिए। उन्होने सुगम पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों की समीक्षा करते हुए उनके भाीध्र निस्तारण के निर्दो दिए। मीणा ने इस दौरान अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए चलाए जा रहे 15 सूत्री कार्यक्रम की प्रगति कीे जानकारी ली तथा अल्प संख्यकों की छात्रवृति तथा विभिन्न ऋण योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए प्रासन गांवों के संग अभियान के दौरान आवेदन पत्र तैयार कराने के निर्दो दिए। उन्होने िक्षा की अलख जगाने तथा िक्षा के प्रति जन जागरूकता लाने को कहा।

निर्मल भारत के लिए समन्वित प्रयास जरूरीः मदनकौर



निर्मल भारत के लिए समन्वित प्रयास जरूरीः मदनकौर

जिला परिषद सभागार में आयोजित हुई निर्मल भारत अभियान की जिला स्तरीय कार्यशाला।
बाड़मेर, 05 जनवरी। निर्मल भारत बनाने के लिए जन प्रतिनिधियों एवं जागरूक लोगों को मिलकर प्रयास करने की जरूरत है। यह अभियान तभी सफल हो पाएगा,जब हर घर में स्वच्छता के प्रति जागरूकता होगी। जिला प्रमुख श्रीमती मदनकौर ने बाड़मेर जिला परिषद सभागार में निर्मल भारत अभियान की एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्याला को संबोधित करते हुए यह बात कही।

जिला प्रमुख श्रीमती मदनकौर ने कहा कि निर्मल ग्राम की अवधारणा उपयोगी है। मौजूदा समय में परिस्थितियों में खासा बदलाव आया है। ग्रामीण विकास योजनाओं में शौचालय की सुविधा को भामिल किया जाने लगा है। ऐसे में लोगों को इसके प्रति जागरूक करने की जरूरत है। ग्राम पंचायतें इसके लिए पर्याप्त तादाद में प्रस्ताव भिजवाए,ताकि भाौचालय निर्माण की स्वीकृतियां जारी की जा सके। जिला प्रमुख ने बाड़मेर जिले के लिए विोषज्ञों के जरिए भाौचालय निर्माण के लिए स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप माडल तैयार करने की जरूरत जताई। उन्होंने निर्मल भारत अभियान की जानकारी देते हुए कहा कि ग्राम पंचायतों को निर्मल पुरस्कार के लिहाज से उत्कृष्ट कार्य करना चाहिए। उन्होंने जन प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की इस अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका बताते हुए अधिकाधिक प्रचारप्रसार करने की जरूरत जताई।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर.गुगरवाल ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप हर घर में भाौचालय निर्माण होना चाहिए। बाड़मेर जिले में आवासीय योजनाओं में 18 हजार मकान स्वीकृत हुए हैं। इनमें पहल करते हुए अनिवार्य रूप से भाौचालय निर्माण कराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत भाौचालय निर्माण के लिए राि उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने ग्राम पंचायतों को इसके लिए तत्काल प्रस्ताव भिजवाने को कहा। गुगरवाल ने कहा कि साफसफाई केवल स्वास्थ्य से जुड़ा मुद्दा ही नहीं है, बल्कि यह जीवन, जीविकोपार्जन और इन सबसे ऊपर मानवीय गरिमा को भी प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए सरकार निर्मल भारत अभियान चला रही है। इसके तहत घरों, स्कूलों आदि में शौचालयों का निर्माण कराया जाता है। खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में अस्वच्छता गंभीर चुनौती बनी हुई है। निर्मल ग्राम से आशय ऐसे गांव से है जहां खुले में शौच पूरी तरह से बंद हो गया हो। उन्होंने कहा कि इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए निर्मल भारत अभियान (एनबीए) शुरू किया गया है। स्वच्छता की दिशा में एनबीए की मां वर्ष 2022 तक भारत में खुले में शौच पर पूरी तरह रोक लगाने की है।

इस दौरान संदर्भ व्यक्ति रमो धारू ने कहा कि विश्व में खुले में शौच करने वाले लोगों में 60 फीसदी भारतीय हैं। इस सबसे पूरे विश्व में भारत की गंदी तस्वीर उभरती है। उन्होंने कहा कि गंदे शौचालयों के कारण स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान होता है। भारत में हर साल 5 साल से छोटे 45 लाख बच्चे मौत के मुंह में समा जाते हैं और इसका प्रमुख कारण है गंदगी के कारण फैलने वाला हैजा तथा अन्य संक्रामक रोग। कुपोषण, जिसे माननीय प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय शर्म कहा था, का सीधा संबंध साफसफाई की खराब व्यवस्था और गंदे वातावरण से है। खुले में मल त्याग महिलाओं का अपमान है और उनके स्वाभिमान पर खुली चोट है। 2011 की जनगणना के अनुसार, केवल 32.7 फीसदी घरों में ही शौचालयों की सुविधा उपलब्ध है। अगर हमें इस दिशा में सफलता हासिल करनी है तो अधिक तेजी से अधिक काम करना होगा। इस दौरान संदर्भ व्यक्ति मदनलाल जीनगर ने स्वच्छता के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि खुले में शौच नहीं जाना चाहिए, क्योकिं इससे अनेक बीमारियां जैसे हैजा, पेचिस, पोलियों, टाइफाईड जैसी घातक बीमारियां फैलती हैं। खाने से पहले हाथों को साबुन से धोने जैसी छोटीछोटी बातों को ध्यान में रखकर व्यक्ति स्वस्थ रह सकता है।

चौहटन प्रधान समा बानो ने कहा कि निर्मल भारत अभियान की सफलता के लिए बहुत सी परम्पराओं और कुरीतियों को तोड़ना होगा। विभिन्न समुदायों की भागीदारी ब़ानी होगी। उन्होंने कहा कि स्वस्थ जीवन जीने के लिए स्वच्छता का विशेष महत्व है। स्वच्छता अपनाने से व्यक्ति रोग मुक्त रहता है और एक स्वस्थ राष्ट्र निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान देता है। प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में स्वच्छता अपनाने के साथ अन्य लोगों को भी इसके लिए पे्ररित करना चाहिए। जिला स्तरीय कार्यशाला में शिव प्रधान गंगासिंह, बालोतरा प्रधान जमनादेवी, सिवाना प्रधान मालाराम भील, सहायक अभियंता अशोक गोयल,रामलाल हुडा, समेत कई अधिकारी एवं जन प्रतिनिधि उपस्थित थे। इस कार्यशाला में स्वच्छता पर आधारित फिल्म भी दिखाई गई।




महात्मा गांधी नरेगा में 7 करोड़ के कार्य स्वीकृत

बायतू, सिणधरी एवं धोरीमन्ना पंचायत समिति की विभिन्न ग्राम पंचायतों में टांका, ग्रेवल सड़क एवं नाडी खुदाई के कार्य स्वीकृत किए गए हैं।

बाड़मेर, 05 जनवरी। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत बायतू, धोरीमन्ना एवं सिणधरी पंचायत समिति में 7 करोड़ के विकास कार्य स्वीकृत किए गए हैं। संबंधित ग्राम पंचायतों को तत्काल कार्य प्रारंभ करवाकर ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराने के निर्दो दिए गए हैं।

अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर.गुगरवाल ने बताया कि सिणधरी पंचायत समिति की विभिन्न ग्राम पंचायतों में 2 करोड़ 74 लाख 32 हजार के कार्य स्वीकृत किए गए हैं। उनके अनुसार एड सिणधरी ग्राम पंचायत में टांका निर्माण के 37 कार्य, कानड़ी नाडी एवं इन्दू नाडा खुदाई कार्य के लिए 72.81 लाख के कार्य स्वीकृत किए गए हैं। सरली ग्राम पंचायत में टांका निर्माण के 30 कार्य एवं ग्रेवल सड़क सताणी नेहरो की ाणी से जाणियो की ाणी तक 3 किमी के लिए 72.46 लाख, लोलावा ग्राम पंचायत में टांका निर्माण के 14 कार्य कुल लागत 20.30 लाख तथा नोसर ग्राम पंचायत में टांका निर्माण के 63 कार्य लागत 91.35 लाख, गोलिया जेतमाल में टांका निर्माण के 12 कार्य लागत 17.40 लाख की स्वीकृति जारी की गई हैं। गुगरवाल ने बताया कि धोरीमन्ना पंचायत समिति की सोनड़ी ग्राम पंचायत में ग्रेवल सड़क के तीन कार्य, मिटटी का कच्चा बंधा तथा टांका निर्माण के 23 कार्यों के लिए 69.98 लाख तथा पीपराली ग्राम पंचायत में बंधा निर्माण कार्य सियोलो का डेर द्वितीय 11.17 लाख, नाडी विस्तार पीपराली खरड़ 11.90 लाख,बंधा निर्माण भाखरो के खेत के पास गुंदेलिया धोरा 11.17 लाख तथा नगर ग्राम पंचायत में खंरजा सड़क आम चौहटा वाया स्वामियो का वास मेगा हाइवे नया नगर के लिए 22.38 लाख की स्वीकृति जारी की गई है।

गुगरवाल ने बताया कि बायतू पंचायत समिति की हीरा की ाणी ग्राम पंचायत में टांका निर्माण के 77 कार्य, राउप्रावि मुकनाराम की ाणी, राप्रावि जोगदयाल का स्थान एवं राउप्रावि हदोणियो की ाणी खेल मैदान समतलीकरण के लिए कुल 118.31 लाख की स्वीकृति जारी की गई है। इसी तरह सिगोड़िया ग्राम पंचायत में टांका निर्माण के 42 कार्य लागत 61.32 लाख, भाहर ग्राम पंचायत में टांका निर्माण के 37 कार्य कुल लागत 54.02 लाख, बायतू भीमजी ग्राम पंचायत में टांका निर्माण के दो कार्य, गे्रवल सड़क बनिया धोरा सड़क से सुथारो की ाणी 14.83 लाख, ग्रेवल सड़क धारासर का तला से मेघवालों की बस्ती 38.94 लाख, गे्रवल सड़क निर्माण माचरो की ाणी 23.31 लाख कुल 80 लाख तथा छीतर का पार ग्राम पंचायत में गे्रवल सड़क छीतर रोड़ से मेगोणी जाखड़ो की ाणी के लिए 8.02 लाख की स्वीकृति जारी की गई है।

दुष्कर्म के आरोपी को जेल भेजा

दुष्कर्म के आरोपी को जेल भेजा
सेन्दड़ा (पाली)। थाना क्षेत्र के धौलिया गांव में एक नाबालिग किशोरी के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में रिमांड पर चल रहे आरोपी को पुन: न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। इधर, पुलिस अधीक्षक ने अजमेर में उपचाररत किशोरी का इलाज करने वाले चिकित्सक से दूरभाष कर पीडिता की तबीयत की जानकारी ली।

थाना प्रभारी खलील अहमद ने बताया कि दुष्कर्म का आरोपी धौलिया निवासी सुखदेवसिंह से रिमांड अवधि के दौरान मेडिकल, घटनास्थल की तस्दीक तथा पूछताछ की गई। जिसमें उसने जुर्म करना स्वीकार किया। गौरतलब है कि दुष्कर्म के बाद आहत किशोरी ने स्वयं पर केरोसिन छिड़ककर खुद को आग लगा ली थी। इससे वह गंभीर रूप से झुलस गई। चिकित्सक पीडिता की हालत स्थिर बता रहे हैं।

इनका कहना है...
मैंने पीडिता का इलाज कर रहे चिकित्सक से बात की है। उनके अनुसार वह पानी और चाय ले रही है। इधर, आरोपी की रिमांड अवधि पूरी हो गई है। मैंने जांच प्रभारी को शीघ्र जांच पूरी कर अग्रिम कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
के.बी. वंदना, पुलिस अधीक्षक, पाली

एसपी ने किया निरीक्षण

एसपी ने किया निरीक्षण

जैसलमेर। पुलिस अधीक्षक ममता राहुल ने शुक्रवार को परीक्षा केन्द्रों का जायजा लिया। पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामसिंह मीणा तथा सीओ शायरसिंह ने समस्त परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया।

जैसलमेर जिले में जिला मुख्यालय व पोकरण में रविवार को आयोजित होने वाली पुलिस कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा के लिए जैसलमेर मे 39 पोकरण में 17 परीक्षा केन्द्र विभिन्न शिक्षण संस्थाऔं में स्थापित किए हैं।

परीक्षा मे 24 हजार 349 परीक्षार्थी भाग लेंगे। परीक्षा को शांतिपूर्ण व व्यवस्थित ढंग से संपन्न करने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामसिंह मीणा, पुलिस उप अधीक्षक शायरसिंह व कल्याणमल बंजारा के नेतृत्व में परीक्षा के समय शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए इंतजाम किए हंै। पुलिस की ओर से जिला मुख्यालय पर समस्त परीक्षा केन्द्रों का नक्शा बनाया गया है, जिसमें परीक्षा केन्द्र का स्थान और उक्त परीक्षा केन्द्र पर परीक्षार्थियो के रोल नम्बर को अंकित किया है। उक्त नक्शे को जिला मुख्यालय के रेलवे स्टेशन, निजी बस स्टैण्ड, रोडवेज बस स्टैण्ड और सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा किया है। इसके अलावा कंट्रोल रूम -02992-252100 व 02992-252233 से अभ्यर्थी आवश्यक जानकारी ले सकेंगे।

यूपी में पड़ोसनों ने युवती को बेचा

यूपी में पड़ोसनों ने युवती को बेचा
दादरी। उत्तर प्रदेश में पड़ोसनों की ओर से एक युवती को बेचने की घटना ने सामाजिक रिश्तों को तार-तार कर दिया है। यहां दादरी कोतवाली इलाके की इस घटना में युवती को उसकी पड़ोसनों ने अगवा किया और फिर अलीगढ़ में किसी युवक बेच दिया। हालांकि,युवती किसी तरह वहां से भाग निकलने में कामयाब रही और पुलिस को आपबीती बताई। पुलिस अब मामले की जांच में जुटी हुई है।

युवती के अनुसार मां की बीमारी का बहाना बनाकर उसके मोहल्ले की दो महिलाओं व एक युवक ने उसका अपहरण कर लिया। इसके बाद उसे अलीगढ़ में एक युवक को सौंप दिया। यहां उसे 80 हजार रूपये लेकर किसी और को सौंप दिया गया। दो महीने बाद किसी तरह पीडिता ने पिता से फोन पर संपर्क किया। पीडिता के पिता ने पुलिस की मदद से महिला को रिहा कराया। हालांकि पुलिस ने अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है।

जानकारी के अनुसार,पीडिता गत अक्टूबर में यहां अपने मायके आई हुई थी। 31 अक्टूबर को पीडिता की मां इलाज कराने अस्पताल गई थी। आरोप है कि पड़ोसी सुनीता,रामवती और राकेश ने महिला को घर आकर बताया कि मां को अस्पताल में भर्ती कर लिया गया है।

पीडिता करीब 50 हजार रूपये लेकर अस्पताल निकली। रास्ते में तीनों आरोपियों ने उसका अपहरण कर लिया और उसे अलीगढ़ के धीरज नाम के युवक को सौंप दिया। धीरज ने 6 दिन बाद उसे अलीगढ़ में ही पुष्पेंद्र नाम के युवक को 80 हजार रूपये में बेच दिया। 31 दिसंबर को किसी तरह निकलकर पीडिता ने पिता को फोन कर जानकारी दी। दादरी पुलिस की टीम ने महिला को रिहा कराया और पुष्पेंद्र को पकड़ लिया।

मुंबई की हाउसवाइफ ने जीते 5 करोड़

मुंबई की हाउसवाइफ ने जीते 5 करोड़

मुंबई। मशहूर गेम शो "कौन बनेगा करोड़पति" में मुंबई की एक हाउसवाइफ ताजा सीजन में पांच करोड़ रूपए जीतने में सफल रही हैं। सूत्रों के अनुसार सुरमीत कौर साहनी (37) ने पांच करोड़ रूपए के सवाल का सही जवाब दिया और इस गेम शो के इतिहास में इतनी बड़ी रकम जीतने वाली दूसरी प्रतिभागी बन गई।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले बिहार के सुशील कुमार "कौन बनेगा करोड़पति" में पांच करोड़ रूपए जीतने वाले पहले प्रतिभागी बने थे। वे कम्प्यूटर ट्यूटर और ऑपरेटर थे,जिनकी मासिक तनख्वाह महज छह हजार रूपए थी। इस मशहूर गेम शो के होस्ट अमिताभ बच्चन हैं।

छात्रा के दोस्त ने बताया : हम सड़क पर तड़प रहे थे और पुलिस आपस में उलझी थी कि ये किस थाने का केस है


छात्रा के दोस्त ने बताया : हम सड़क पर तड़प रहे थे और पुलिस आपस में उलझी थी कि ये किस थाने का केस है

दिल्ली दुष्कर्म केस के एकमात्र चश्मदीद ने घटना से लेकर पुलिस थाने और अस्पताल तक की खौफनाक कहानी सुनाई


नई दिल्ली . दिल्ली दुष्कर्म पीडि़त छात्रा का दोस्त पहली बार सामने आया। शुक्रवार को इस एकमात्र चश्मदीद ने समाचार चैनल जी न्यूका के जरिये सिलसिलेवार बताया कि १६ दिसंबर की रात क्या हुआ था। उसी की जुबानी इस कहानी में हमने यह ध्यान रखा है कि पीडि़ता की पहचान जाहिर न हो और पीडि़त पक्ष और अदालत में चल रहे मुकदमे पर कोई नकारात्मक असर न पड़े। हम इसे गंभीरत के साथ इसलिए छाप रहे हैं क्योंकि देश के लिए यह जानना जरूरी है कि किन लोगों की लापरवाही के चलते पीडि़ता को समय पर मदद नहीं मिली।

'बस में सवार छह लोगों ने हमें बेरहमी से मारा। बस के शीशों पर काली फिल्म चढ़ी थी और पर्दे लगे थे। लाइटें भी बंद थीं। हम एक-दूसरे को बचाने की कोशिश कर रहे थे। शोर भी मचाया। मेरे दोस्त ने पुलिस को फोन करने का प्रयास भी किया। लेकिन गुंडों ने उनका मोबाइल छीन लिया। मेरे सिर पर रॉड मारी गई। फिर मैं बेहोश हो गया।

होश आया तो देखा-वे बस को यहां से वहां दौड़ा रहे हैं। कोई दो-ढाई घंटे तक ऐसा चलता रहा। उसके बाद महिपालपुर फ्लाईओवर के नीचे हम दोनों को फेंक दिया। वे मेरी दोस्त को कुचलना भी चाहते थे, लेकिन किसी तरह मैंने उन्हें खींचकर बस के नीचे आने से बचाया। हमारे पास कपड़े नहीं थे। शरीर से खून बह रहा था। हम इंतजार करते रहे कि कोई तो मदद करेगा। कई गाडिय़ां पास से गुजरीं, मैंने हाथ हिलाकर रुकने को कहा... ऑटो, कार वाले स्पीड स्लो करते लेकिन रुका कोई नहीं। मैं चिल्लाता रहा कि कोई कपड़े तो दे दो, लेकिन किसी ने कपड़े नहीं दिए। 20-25 मिनट तक हम मदद के लिए लोगों को पुकारते रहे। १५-२० लोग वहां खड़े थे। कोई कह रहा था कि लूट का मामला होगा। डेढ़-दो घंटे हम वहीं पड़े रहे। वे चाहते तो पीसीआर, एम्बुलेंस का इंतजार करने के बजाय हमें अस्पताल ले जा सकते थे। फिर किसी ने फोन किया। तीन पीसीआर वैन आई। लेकिन पुलिस वाले आपस में ही उलझे रहे। कोई आधा घंटे तक वे बहस करते रहे कि ये किस थाने का केस है? इसके बाद उन्होंने हमें सफदरगंज अस्पताल पहुंचाया। महिपालपुर से पास के अस्पताल नहीं ले गए। पहले एम्स ले जाने वाले थे। इसमें ढाई घंटे लग गए। वहां भी किसी ने मदद नहीं की। किसी ने कंबल तक नहीं दिया। सफाईवाले से मदद मांगी। कहा पर्दा ही दे दो। ठंड लग रही है। लेकिन किसी ने नहीं दिया।

मेरे हाथ-पैर से खून बह रहा था। मैं हाथ भी नहीं उठा पा रहा था। पैर में फ्रैक्चर था। लेकिन घटना की रात से अगले तीन-चार दिन थाने में ही रहा। मैंने भी पहले सोचा कि मामले को छिपाया जाए। मैंने सबसे कहा, एक्सीडेंट हुआ है। घटना वाली रात को ही मैं पुलिस थाने आ गया था। वहां से मैंने दोस्तों को फोन लगाकर एक्सीडेंट की ही जानकारी दी। यह केस बहुत बड़ा हो गया था। इस वजह से शिकायत दर्ज हो पाई। एसडीएम के सामने बयान होना था। सभी ने कहा कि मैं मौजूद रहूंगा तो दोस्त कान्फिडेंट रहेगी। मैं हॉस्पिटल पहुंचा। वह वेंटिलेटर पर थी। ऑक्सीजन मास्क लगा था। बोलने के लिए मास्क हटाना पड़ता था। फिर भी उन्होंने बयान दर्ज कराया। तीन-चार पन्ने के स्टेटमेंट पर सिग्नेचर भी किए। उस दौरान बहुत सी ऐसी बातें भी सामने आईं जो मुझे भी पता नहीं थी। इतनी क्रूरता तो जानवर भी नहीं कर सकता। वह भी शिकार को गला दबाकर मार डालता है। यहां तो जिंदा इंसान के साथ ऐसा किया कि मैं घटना के बारे में कह भी नहीं सकता। अगले दिन पता चला कि एसडीएम ने पुलिस पर दबाव डालने का बयान दिया है। जबकि वह सही स्टेटमेंट था। मेरी दोस्त की कोशिश बेकार गई। मेडिसिन देने का समय हो गया था, लेकिन वह डॉक्टरों के टोकने के बावजूद बयान देती रही थीं। मेरी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। मैं सो भी नहीं पा रहा था। जिनके साथ आप रहते हैं, आपकी दोस्त हैं, तो उसकी तस्वीर आपके सामने आती है। आप अपने आपको ब्लेम करते हो। आप गए ही क्यों? वही बस क्यों ली? ये क्यों नहीं किया? दो हफ्ते तक तो मैं बात भी नहीं कर पा रहा था। कोई कुछ पूछता भी था तो इरिटेशन होता था।

लोग पूछते हैं कि आपने जान बचाने की सोची क्या? मैंने जवाब दिया-नहीं। ऐसा तो जानवर भी नहीं सोचता होगा। आपका दोस्त मुश्किल हालात में है तो उसे छोड़कर भागने की सचा ही नहीं जा सकता। ऐसा करता तो आज मैं पागल हो जाता। मैं जी भी नहीं पाता। होश रहने तक कोशिश की। कम से कम मुझे इस बात का खेद नहीं है कि मैंने कोशिश नहीं की, लेकिन सोचता हूं कि काश मैं बचा पाता।

मुझे सरकार की ओर से किसी ने संपर्क नहीं किया है। हिदायत मिलती थी कि आप लोगों से संपर्क न करें। आप कुछ बोलते हैं तो केस बिगड़ सकता है। यदि मेरी दोस्त को शुरू से अच्छे हॉस्पिटल में ट्रीटमेंट मिलता तो तस्वीर कुछ और बनती। शायद वो हमारे बीच होती। मुझे लगा कि प्रेशर के मुताबिक फैसले लिए गए। प्रोटेस्ट को ध्यान में रखकर सिंगापुर भेजा। प्रदर्शन को देखते हुए फैसले लिए गए।



आम आदमी को कानून या फिर प्रोसीजर से कोई मतलब नहीं होता। उसे रिजल्ट से मतलब होता है। कानून बना रहे हो तो फॉलो करा रहे हो या नहीं। पुलिस या कोर्ट ही उन्हें फॉलो कराते हैं। कानून बन जाते हैं लेकिन उन्हें फॉलो कोई नहीं कराता। क्या गारंटी है कि उनको फॉलो करे। पुलिस में जज्बा पैदा करे। सब कुछ ऐसा चल रहा था कि पीछे लात मारो तो ही चलेगा। पुलिस आपस में ही उलझी रही। एक महिला थी। कह रही थी कि घर पर आटा-पानी खत्म है। दो दिन से घर नहीं गई। घरवालों की शक्ल नहीं देखी। वह मेरा केस देख रही थी, इसलिए मुझे सुना रही थी। एक पुलिसवाला अपनी ड्यूटी कर रहा हूं। वह क्यों चाहता है कि उसकी सराहना की जाए। आपने सभी को पकड़ लिया तो अपनी पीठ क्यों थपथपा रहे हो। यह आपका काम है। ड्यूटी है।

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मेरे घरवाले नहीं होते। मेरे पिता और अन्य लोग, वकील मेरी मदद नहीं करते तो मेरी हेल्प देर से होती या नहीं भी होती। पुलिस आदमी को देखकर एक्शन करती है। आम आदमी है तो वह शायद आपसे मिले ही नहीं। फलां अफसर नहीं है। कल आना। दूसरे दिन जाने पर हो सकता है कि वे कहे कि दो दिन बार आएं।



मैं मानता हूं कि पुलिस एक आदमी नहीं बल्कि सिस्टम है। उसका सबसे बड़ा रखवाला भी है। वह सिस्टम में है। सिस्टम यदि काम नहीं कर रहा तो उसे भी नैतिक आधार पर महसूस होना चाहिए। हट जाना चाहिए। खाकी वर्दी में ठीक से काम नहीं कर पा रहा है तो दूसरे के पास वर्दी होनी चाहिए। वे कुछ दिनों के लिए पेट्रोलिंग बढ़ाएंगे। आप उनके पास जाएंगे तो रोना रोते हैं। फोर्स कम है। वीआईपी ड्यूटी में लगे हैं।

बिना परमिट के बस इतने दिनों तक कैसे चलती रही? इतनी चीजें होने के बाद भी वह कोई कार्रवाई नहीं करते। उन्हें खुद ही नैतिक जिम्मेदारी महसूस होनी चाहिए। उन्हें लगना चाहिए कि मेरे रहते यह हुआ है। मैंने अच्छे से काम नहीं किया है। उन्हें खुद ही महसूस करना चाहिए।

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किसी की हेल्प करने की स्थिति में हैं तो इनकार मत कीजिए। उस दिन एक व्यक्ति भी मेरी मदद करता तो तस्वीर कुछ और होती। बदलाव व्यक्तिगत स्तर पर होगा। सिस्टम बनाने वाले और उसे चलाने वालों में जरा भी अंदर कुछ बचा हो तो उन्हें कुछ करना चाहिए। बहुत हो चुका। अब बस। हम प्रोटेस्ट करते रहेंगे। वे बहाने ढूंढते रहेंगे कि कैसे प्रोटेस्ट खत्म हो। कोई मर गया, तो उसका आरोप लगाएंगे। मेट्रो बंद कर देंगे। इसकी जरूरत नहीं है। हमारा विश्वास जीतने की जरूरत है। ताकि प्रदर्शन करने की जरूरत ही न पड़े।

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समिति में जस्टिस जेएस वर्मा, जस्टिस लीला सेठ, गोपाल सुब्रमण्यम हैं। मैं तीनों से रिक्वेस्ट करूंगा कि हमारे पास काफी कानून है। लेकिन आम पब्लिक को एफआईआर से जुड़ी समस्याओं और डर का सामना करना पड़ता है। पुलिस वाला एफआईआर करेगा या नहीं करेगा। यदि करता भी है तो कानूनी पचड़े में आम आदमी फंसना नहीं चाहता। एक घटना को लेकर फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने की कोशिश की जा रही है। क्यों न कुछ ऐसा किया जाए जो फास्ट ट्रैक या नॉर्मल ट्रैक बनाने की जरूरत ही न पड़े।

इस केस की बात करें तो शायद मुझसे बेहतर कोई हो ही नहीं सकता। मैंने इस पल को जीया है। मैंने फेस किया है। मैंने जो देखा है, वह दूसरा कोई महसूस नहीं कर सकता। मैंने जो जीया है, वह मैं ही बता सकता हूं। मेरे सामने जो गुजरी है, वह मैं ही बता सकता हूं।