कोर्ट स्टे से भर्तियों में देरी:गहलोत
जयपुर। राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम (आरएसएलडीसी) के नवीन भवन के शिलान्यास समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को प्रदेश में विभिन्न भर्तियों में देरी के पीछे कानूनी प्रक्रिया को बताया। मुख्यमंत्री ने शिक्षक भर्ती प्रक्रिया का हवाला देते हुए कहा कि कोर्ट में जाने वालों को आसानी से स्टे मिल जाता है और भ्रति प्रक्रिया अटक जाती है। यही वजह है कि सरकार की ओर से विभागों को अपने स्तर पर ही भर्ती करने की छूट दी गई है।
मुख्यमंत्री गहलोत ने आरएसएलडीसी के इस कार्यक्रम में कहा कि सरकार का हमेशा प्रयास रहा है कि युवाओं को शीघ्र और आसानी से रोजगार मुहैया कराया जाए,लेकिन भर्तियों में कानूनी प्रक्रिया के चलते सरकारी प्रयास के बावजूद नौकरियों में देरी हो जाती है।
कार्यक्रम में आरएसएलडीसी एमडी राजेश यादव ने बताया कि राज्य में निगम की ओर से करीब 71 सेंटर्स पर 5 हजार युवाओं को ट्रेनिंग मुहैया कराई जा रही है। और जिला स्तर पर सरकारी योजनाओं और निगम की ओर से दी जा रही ट्रेनिंग के बारे में प्रचार-प्रसार के लिए कलेक्टर स्तर पर अलग से बजट दिया जाता है। जिससे अधिक से अधिक लोग सरकारी योजनाओं का फायदा उठा सकें।
मंगलवार, 27 नवंबर 2012
कॉन्स्टेबल रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार
कॉन्स्टेबल रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार
जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने मंगलवार को श्रीमाधोपुर थाने के हैड कॉन्स्टेबल मखनलाल को 1500 रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। एसीबी महानिरीक्षक उमेश मिश्र ने बताया कि जयनारायण नाम के एक व्यक्ति शिकायत पर कार्रवाई की गई।
जयनारायण ने शिकायत की थी 20 नवम्बर को उसके पड़ोसी से मारपीट का मामला कोर्ट के जरिए थाने में दर्ज हुआ था जिसकी जांच हैड कॉन्स्टेबल माखनलाल कर रहा था।
मामले पर कार्रवाई के लिए माखनलाल ने 4000 रूपए की रिश्वत की मांग की। 200 रूपए पहले ही ले लिए थे। बाद में जयनारायण 1500 रूपए देने के लिए तैयार हुआ। इस पर बात बन गई। इस बीच जयनारयण ने एसीबी में शिकायत कर दी। एसीबी ने जाल बिछाकर माखनलाल को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने मंगलवार को श्रीमाधोपुर थाने के हैड कॉन्स्टेबल मखनलाल को 1500 रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। एसीबी महानिरीक्षक उमेश मिश्र ने बताया कि जयनारायण नाम के एक व्यक्ति शिकायत पर कार्रवाई की गई।
जयनारायण ने शिकायत की थी 20 नवम्बर को उसके पड़ोसी से मारपीट का मामला कोर्ट के जरिए थाने में दर्ज हुआ था जिसकी जांच हैड कॉन्स्टेबल माखनलाल कर रहा था।
मामले पर कार्रवाई के लिए माखनलाल ने 4000 रूपए की रिश्वत की मांग की। 200 रूपए पहले ही ले लिए थे। बाद में जयनारायण 1500 रूपए देने के लिए तैयार हुआ। इस पर बात बन गई। इस बीच जयनारयण ने एसीबी में शिकायत कर दी। एसीबी ने जाल बिछाकर माखनलाल को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
शिवाजी पार्क में ही बनाएंगे ठाकरे का मंदिर, बीच में न आए कोर्ट-सरकार: शिवसेना
नई दिल्ली. मुंबई के शिवाजी पार्क में बाल ठाकरे का स्मारक बनाने पर तुली शिवसेना के सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने ठाकरे का मंदिर बनाए जाने के संकेत देते हुए कहा कि ठाकरे के स्मारक का मामला शिवसैनिकों की श्रद्धा का मामला है। मंगलवार को संजय राउत ने कहा, 'यह लोगों की श्रद्धा का मामला है और श्रद्धा के मामले में कानून और न्यायपालिका को दूर रहना चाहिए। इस मामले में सरकार और कानून बीच में नहीं आ सकते।'
संजय राउत ने यह भी कहा कि ठाकरे का अंतिम संस्कार स्थल मंदिर जैसा है और शिवसैनिकों की श्रद्धा उसके साथ जुड़ी है इसलिए उस स्थल को शिवसैनिक किसी भी परिस्थिति में नहीं छोड़ेंगे। शिवाजी पार्क में ठाकरे के अंतिम संस्कार स्थल की शिवसैनिक बैरीकेडिंग लगाकर पहरा दे रहे हैं। शिवसेना का कहना है कि यदि स्मारक बनाने की इजाजत नहीं मिली तो वो स्थल को समाधि के रूप में बरकरार रखना चाहते हैं। यही नहीं ठाकरे के अंतिम संस्कार स्थल पर शिवसैनिकों ने अखंड ज्योति भी जला रखी है।
बाल ठाकरे का स्मारक बनाए जाने को लेकर महाराष्ट्र में राजनीति भी तेज हो गई है। शिवाजी पार्क में ठाकरे का स्मारक बनाने के लिए कानून तोड़ने के मनोहर जोशी के बयान पर राज्य सरकार ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। मुख्यमंत्री प्रथ्वीराज ने बयान की जांच करवाकर कार्रवाई की बात कही है। जोशी के बयान पर महाराष्ट्र कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष माणिकराव ठाकरे ने भी ऐतराज जताया है।
माणिकराव ने कहा है कि जोशी शिवाजी पार्क पर जोर दे रहें हैं ताकि उनकी मिलकियत वाली कोहिनूर मिल की जमीन का हिस्सा कहीं स्मारक के लिए चला न जाए। नाशिक में जोशी ने कहा था कि ठाकरे का स्मारक शिवाजी पार्क मैदान में ही बनेगा। यदि स्मारक के आड़े कानूनी पेंच आ रहा है तो शिवसैनिकों को कानून हाथ में ले लेना चाहिए। इससे पहले मुख्यमंत्री चव्हाण ने कहा था कि कानूनी अड़चनों के देखते हुए संभव नहीं है कि शिवाजी पार्क में ठाकरे के स्मारक के प्रस्ताव को मंजूरी दी जाए।
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता सचिन सावंत ने भी जोशी के बयान पर आपत्ति जताई है। सावंत के मुताबिक लोकसभा अध्यक्ष रह चुके जोशी को इस तरह का बयान शोभा नहीं देता। मुख्यमंत्री ने सरकार की भूमिका स्पष्ट कर दी है। जोशी कानून हाथ में लेने की भाषा बोल रहे हैं। जोशी का बयान राजनीति से प्रेरित है।
संजय राउत ने यह भी कहा कि ठाकरे का अंतिम संस्कार स्थल मंदिर जैसा है और शिवसैनिकों की श्रद्धा उसके साथ जुड़ी है इसलिए उस स्थल को शिवसैनिक किसी भी परिस्थिति में नहीं छोड़ेंगे। शिवाजी पार्क में ठाकरे के अंतिम संस्कार स्थल की शिवसैनिक बैरीकेडिंग लगाकर पहरा दे रहे हैं। शिवसेना का कहना है कि यदि स्मारक बनाने की इजाजत नहीं मिली तो वो स्थल को समाधि के रूप में बरकरार रखना चाहते हैं। यही नहीं ठाकरे के अंतिम संस्कार स्थल पर शिवसैनिकों ने अखंड ज्योति भी जला रखी है।
बाल ठाकरे का स्मारक बनाए जाने को लेकर महाराष्ट्र में राजनीति भी तेज हो गई है। शिवाजी पार्क में ठाकरे का स्मारक बनाने के लिए कानून तोड़ने के मनोहर जोशी के बयान पर राज्य सरकार ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। मुख्यमंत्री प्रथ्वीराज ने बयान की जांच करवाकर कार्रवाई की बात कही है। जोशी के बयान पर महाराष्ट्र कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष माणिकराव ठाकरे ने भी ऐतराज जताया है।
माणिकराव ने कहा है कि जोशी शिवाजी पार्क पर जोर दे रहें हैं ताकि उनकी मिलकियत वाली कोहिनूर मिल की जमीन का हिस्सा कहीं स्मारक के लिए चला न जाए। नाशिक में जोशी ने कहा था कि ठाकरे का स्मारक शिवाजी पार्क मैदान में ही बनेगा। यदि स्मारक के आड़े कानूनी पेंच आ रहा है तो शिवसैनिकों को कानून हाथ में ले लेना चाहिए। इससे पहले मुख्यमंत्री चव्हाण ने कहा था कि कानूनी अड़चनों के देखते हुए संभव नहीं है कि शिवाजी पार्क में ठाकरे के स्मारक के प्रस्ताव को मंजूरी दी जाए।
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता सचिन सावंत ने भी जोशी के बयान पर आपत्ति जताई है। सावंत के मुताबिक लोकसभा अध्यक्ष रह चुके जोशी को इस तरह का बयान शोभा नहीं देता। मुख्यमंत्री ने सरकार की भूमिका स्पष्ट कर दी है। जोशी कानून हाथ में लेने की भाषा बोल रहे हैं। जोशी का बयान राजनीति से प्रेरित है।
राजस्थानी अपना भाषाई अधिकार लेकर रहेंगे
राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए पोस्टकार्ड अभियान का आगाज़
राजस्थानी अपना भाषाई अधिकार लेकर रहेंगे
बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बस्मेर की ओर से राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूचि में शामिल करने की मांग को लेकर चलाए जा रहे संघर्ष व 'म्हारी जुबान रो खोलो ताळोÓ पोस्टकार्ड अभियान के द्वितीय चरण में मंगलवार को आनंद विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक विद्यालय में पोस्ट कार्ड अभियान का आगाज़ समिति के संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ,महासचिव प्रकाश माली ,विजय कुमार ,राजस्थानी भाषा छात्र परिषद् अध्यक्ष अशोक सारला ,मोतिओयार परिषद् नगर अध्यक्ष रमेश सिंह इन्दा ,दिग्विजय सिंह चुली ,मनोज विश्नोई की उपस्थिति में हुआ विद्यालय के छात्रो ने महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केन्द्रीय गृहमंत्री व स्थानीय सांसद को पत्र लिखकर मांग की है कि करोड़ों राजस्थानियों की मातृभाषा राजस्थानी को संविधान की आठवीं अनुसूचि में जोड़ा जाये। विद्यालय प्रबंधक गंगा राम विश्नोई ने कहा की विश्व की सभी भाषाओं की कद्र करती है तथा चाहती है कि 6 से 14 वर्ष के बच्चों को अपनी मातृभाषा में शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार हो। मगर बड़े दुख की बात है कि राजस्थान के करोड़ों लोगों की मातृभाषा को मान्यता ही नहीं है। इस कारण राजस्थानियों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर भी अंकुश लगा है तथा जुबान पर ताला लगा हुआ है। यहां के बच्चे अपनी मातृभाषा में शिक्षा प्राप्त करने से वंचित हैंं। उन्हों ने कहा कि भारत सरकार को सभी सूबों की मातृभाषा का सम्मान करना चाहिए। भाषा के आधार पर भेदभाव नहीं होना चाहिए। भारत में सूबों का गठन भाषा के आधार पर ही हुआ था और राजस्थान इससे अछूता नहीं है। राजस्थान का गठन यहां की राजस्थानी भाषा के आधार पर हुआ था तो राजस्थानी को मान्यता दे देने में सरकार को क्या अड़चन आ रही है? संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने इस अवसर पर कहा जी देश के लगभग सभी राज्यों की 22 भाषाओं को आठवीं अनुसूचि में शामिल किया गया है और अधिकांश राज्यों के बच्चे अपनी मातृभाषा में प्राथमिक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, मगर राजस्थान के बच्चे कितने अभागे हैं कि वे अपनी मातृभाषा में शिक्षा प्राप्त नहीं कर सकते जबकि 'अनिवार्य एवं नि:शुल्क शिक्षा का अधिकारÓ इस पर बल देता है। सरकार को भी त्वरित कदम उठाकर राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूचि में शामिल कर राजस्थान के बच्चों को भी मातृभाषा में शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार देना चाहिए। इस अवसर पर महा सचिव प्रकाश माली ने कहा की राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए शीतकालीन सत्र में स्थानीय सांसदों को पुरजोर प्रयास करने चाहिए ,उन्होंने कहा की संसद में राजस्थानी और भोजपुरी भाषा को आठवी अनुसूची में शामिल करने के सकारात्मक प्रयास चल रहे हें ,इस अवसर पर विजय कुमार ने कहा की राजस्थानी भाषा को मान्यता इसी शीतकालीन सत्र में नहीं दी गई तो राजस्थानी अपने भाषाई अधिकार के लिए अपनी शक्ति का इस्तेमाल करेंगे .इस अवसर पर रमेश सिंह इन्दा ने कहा की संसद के शीतकालीन सत्र में राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए दबाव बनाया जाएगा ,इस अवसर पर अशोक सारला ने कहा की शीतकालीन सत्र जब तक चलेगा तब तक मान्यता की मांग को लेकर हज़ारो पोस्टकार्ड नियमित रूप से आम जन लिखेंगे ,इस अवसर पर दिग्विजय सिंह चुली ने भी अपनी बात रक्ल्ही ,कार्यक्रम का संचालन मनोज विश्नोई ने किया ,
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जात के भूमाफियो ने
बाड़मेर नगर परिषद् की करोडो की जमीन पर अवेध निर्माण कराया भूमाफियो ने
सरकार के पास विचाराधीन मामला होने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं
सरकार के पास विचाराधीन मामला होने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं
बाड़मेर बाड़मेर जिला मुख्यालय पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जात के भूमाफियो द्वारा नगर परिषद् की करोडो की जमीन पर अतिक्रमण कर निर्माण करा दिया जबकि इस जमीन में हुए भरष्टाचार की जांच स्वायत शासन विभाग और स्थानीय पुलिस कर रही हें इस प्रकरण में नगर पालिका के चार कार्मिक निलंबित भी हो चुके हें ,यहाँ तक की मुख्यमंत्री कार्यालय से मार्च उनतीस दो हज़ार बारह को इस प्रकरण की जांच जिला कलेक्टर और स्वायत शासन विभाग के सचिव को दी थी इसके बावजूद कोई कार्यवाही नहीं की ,जबकि जिला कलेक्टर बाड़मेर द्वारा इस प्रकरण की जांच तहसीलदार बाड़मेर को दी थी ,तहसीलदार ने पटवारी को जांच सौंप दी मगर कोई कार्यवाही आज तक नहीं हुई ,मुख्यमंत्री के आदेशो की धजिया नगर परिषद् और जिला प्रशासन उड़ा रहे हें ,एल एस जी विभाग के सचिव द्वारा अप्रैल में यह जांच आयुक्त नगर परिषद् बाड़मेर को दी थी जो कचरे की टोकरी की शोभा बढ़ा रही हें ,
चन्दन सिंह भाटी ने इस आशय की शुइकायत मुख्यमंत्री को की थी जिस पर मुख्यमंत्री ने द्वायत सचिव को जांच के आदेश दिए थे .शहर के महावीर नगर में नगरपालिका बाड़मेर का व्यवसायिक भूखंड संख्या 66 है जिसकी कीमत लगभग करोड़ो रूपए है। उध्क्त भूखंड पर तत्कालीन जिला कलेक्टर सुबीर कुमार ने वर्ष 2007 में निरस्तीकरण के आदेश जारी कर नगरपालिका के चार अधिकारियों तथा कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाया था। उक्त प्रकरण में पालिका के चार अधिकारी कर्मचारी निलंबित भी किए गए है। इस व्यवसायिक भूखंड प्रकरण की जांच आज भी राज्य सरकार के पास विचाराधीन है। राज्य सरकार ने इस भूखंड के आवंटन को निरस्त कर भूखंड राशि जमा नही करवाई गई थी। इसके बावजूद इस भूखंड पर भूमाफिया जिन्होने सरकारी जमीनों पर कई अतिक्रमण कर रखे है। और वहां पर अवैध रूप निर्माण कार्य आरंभ करा रखा है। उक्त भूखंड पर रामचंद्र वैष्णव, सावताराम माली, भगाराम माली तथा इनके भूमाफिया सहयोगियों द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर निर्माण कार्य निर्बाध रूप से किया जा रहा है। चूंकि उक्त भूंखड राज्य सरकार का है जिसकी कीमत करोड़ो रूपए है। इस पर नगरपालिका कर्मचारियों तथा अधिकारियों की मिली भगत से भूमाफियों द्वारा अतिक्रमण कर व्यवसायिक काम्पलेक्स का निर्माण करवाया जा चूका हें । स्थानीय जिला प्रशासन की कई बार लिखित सूचना देने के बावजूद कोई कार्यवाही नही की गई।
उक्त व्यवसायिक भूखंड संख्या 66 के पूरे प्रकरण की जांच प्रशासनिक अधिकारी करने से कतार रहे हें जबकि इस मामले के तीन मुकदमे शहर कोतवाली में भी दर्ज हें सरकारी संपति को भूमाफियों के चंगूल से मुक्त करवाकर अवैध निर्माण को ध्वस्त करने की बजाय भूमाफियो को शह दी जा रही हें ,--
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सरकार के पास विचाराधीन मामला होने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं
बाड़मेर नगर परिषद् की करोडो की जमीन पर अवेध निर्माण कराया
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जात के भूमाफियो ने
सरकार के पास विचाराधीन मामला होने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं
बाड़मेर बाड़मेर जिला मुख्यालय पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जात के भूमाफियो द्वारा नगर परिषद् की करोडो की जमीन पर अतिक्रमण कर निर्माण करा दिया जबकि इस जमीन में हुए भरष्टाचार की जांच स्वायत शासन विभाग और स्थानीय पुलिस कर रही हें इस प्रकरण में नगर पालिका के चार कार्मिक निलंबित भी हो चुके हें ,यहाँ तक की मुख्यमंत्री कार्यालय से मार्च उनतीस दो हज़ार बारह को इस प्रकरण की जांच जिला कलेक्टर और स्वायत शासन विभाग के सचिव को दी थी इसके बावजूद कोई कार्यवाही नहीं की ,जबकि जिला कलेक्टर बाड़मेर द्वारा इस प्रकरण की जांच तहसीलदार बाड़मेर को दी थी ,तहसीलदार ने पटवारी को जांच सौंप दी मगर कोई कार्यवाही आज तक नहीं हुई ,मुख्यमंत्री के आदेशो की धजिया नगर परिषद् और जिला प्रशासन उड़ा रहे हें ,एल एस जी विभाग के सचिव द्वारा अप्रैल में यह जांच आयुक्त नगर परिषद् बाड़मेर को दी थी जो कचरे की टोकरी की शोभा बढ़ा रही हें ,
चन्दन सिंह भाटी ने इस आशय की शुइकायत मुख्यमंत्री को की थी जिस पर मुख्यमंत्री ने द्वायत सचिव को जांच के आदेश दिए थे .शहर के महावीर नगर में नगरपालिका बाड़मेर का व्यवसायिक भूखंड संख्या 66 है जिसकी कीमत लगभग करोड़ो रूपए है। उध्क्त भूखंड पर तत्कालीन जिला कलेक्टर सुबीर कुमार ने वर्ष 2007 में निरस्तीकरण के आदेश जारी कर नगरपालिका के चार अधिकारियों तथा कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाया था। उक्त प्रकरण में पालिका के चार अधिकारी कर्मचारी निलंबित भी किए गए है। इस व्यवसायिक भूखंड प्रकरण की जांच आज भी राज्य सरकार के पास विचाराधीन है। राज्य सरकार ने इस भूखंड के आवंटन को निरस्त कर भूखंड राशि जमा नही करवाई गई थी। इसके बावजूद इस भूखंड पर भूमाफिया जिन्होने सरकारी जमीनों पर कई अतिक्रमण कर रखे है। और वहां पर अवैध रूप निर्माण कार्य आरंभ करा रखा है। उक्त भूखंड पर रामचंद्र वैष्णव, सावताराम माली, भगाराम माली तथा इनके भूमाफिया सहयोगियों द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर निर्माण कार्य निर्बाध रूप से किया जा रहा है। चूंकि उक्त भूंखड राज्य सरकार का है जिसकी कीमत करोड़ो रूपए है। इस पर नगरपालिका कर्मचारियों तथा अधिकारियों की मिली भगत से भूमाफियों द्वारा अतिक्रमण कर व्यवसायिक काम्पलेक्स का निर्माण करवाया जा चूका हें । स्थानीय जिला प्रशासन की कई बार लिखित सूचना देने के बावजूद कोई कार्यवाही नही की गई।
उक्त व्यवसायिक भूखंड संख्या 66 के पूरे प्रकरण की जांच प्रशासनिक अधिकारी करने से कतार रहे हें जबकि इस मामले के तीन मुकदमे शहर कोतवाली में भी दर्ज हें सरकारी संपति को भूमाफियों के चंगूल से मुक्त करवाकर अवैध निर्माण को ध्वस्त करने की बजाय भूमाफियो को शह दी जा रही हें ,--
भाजपा विधायक का नरेगा में अकाउंट!
भाजपा विधायक का नरेगा में अकाउंट!
अहमदाबाद। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी लाख दावें करें कि उनके राज्य में भ्रष्टाचारियों के लिए कोई जगह नहीं है लेकिन उनकी पार्टी के विधायक ही जमकर चांदी काट रहे हैं। गुजरात के डांग जिले में मनरेगा स्कीम में बड़े पैमाने पर भ्रष्टचार हो रहा है।
भाजपा विधायक विजय पटेल पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। आरटीआई कार्यकर्ता बापू महाला का आरोप है कि सरकारी योजना का पैसा लूटने के लिए भाजपा विधायक विजय पटेल ने भी नरेगा में अकाउंट खुलवा रखा है।
महाला का आरोप है कि डांग जिले में कई ऎसे परिवार हैं जिनके सदस्यों के नाम पर नरेगा के अकाउंट खोले गए हैं लेकिन नरेगा की रकम उन तक नहीं पहुंच पाई है। महाला के मुताबिक कई अकाउंट तो ऎसे लोगों के नाम खोले गए हैं जिनकी सालों पहले मौत हो चुकी है।
जब विजय पटेल से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है। चुनाव का मौसम देख कांग्रेस ने भी मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस का आरोप है कि इस घोटाले के पीछे भाजपा नेताओं का हाथ है। कांग्रेस ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।
अहमदाबाद। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी लाख दावें करें कि उनके राज्य में भ्रष्टाचारियों के लिए कोई जगह नहीं है लेकिन उनकी पार्टी के विधायक ही जमकर चांदी काट रहे हैं। गुजरात के डांग जिले में मनरेगा स्कीम में बड़े पैमाने पर भ्रष्टचार हो रहा है।
भाजपा विधायक विजय पटेल पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। आरटीआई कार्यकर्ता बापू महाला का आरोप है कि सरकारी योजना का पैसा लूटने के लिए भाजपा विधायक विजय पटेल ने भी नरेगा में अकाउंट खुलवा रखा है।
महाला का आरोप है कि डांग जिले में कई ऎसे परिवार हैं जिनके सदस्यों के नाम पर नरेगा के अकाउंट खोले गए हैं लेकिन नरेगा की रकम उन तक नहीं पहुंच पाई है। महाला के मुताबिक कई अकाउंट तो ऎसे लोगों के नाम खोले गए हैं जिनकी सालों पहले मौत हो चुकी है।
जब विजय पटेल से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है। चुनाव का मौसम देख कांग्रेस ने भी मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस का आरोप है कि इस घोटाले के पीछे भाजपा नेताओं का हाथ है। कांग्रेस ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।
बिजली लाइन टूटी,3 की मौत
बिजली लाइन टूटी,3 की मौत
जयपुर/भीलवाड़ा। क्षेत्र के सकरगढ़ थाना इलाके के गांव आमलदा में चल रही शादी की तैयारियां पलभर में ही मातम में बदल गई,जब 11 केवी की बिजली की लाइन टूट कर शादी समारोह के टैंट पर गिर गई। हादसे के दौरान आपूर्ति चालू होने से लाइन की चपेट में तीन लोग आ गए। इससे उनकी मौत हो गई टैंट में आग लग गई।
समारोह स्थल के ऊपर से गुजर रही बिजली की 11 केवी की लाइन टूट गई टैंट पर गिर गई। इस लाइन की चपेट में आने से गांव खिजूरी निवासी दो सगे भाई ताराचंद व विरमानंद की मौत हो गई,जबकि स्थानीय निवासी महादेव मीणा की भी मौके पर मौत हो गई।
जयपुर/भीलवाड़ा। क्षेत्र के सकरगढ़ थाना इलाके के गांव आमलदा में चल रही शादी की तैयारियां पलभर में ही मातम में बदल गई,जब 11 केवी की बिजली की लाइन टूट कर शादी समारोह के टैंट पर गिर गई। हादसे के दौरान आपूर्ति चालू होने से लाइन की चपेट में तीन लोग आ गए। इससे उनकी मौत हो गई टैंट में आग लग गई।
समारोह स्थल के ऊपर से गुजर रही बिजली की 11 केवी की लाइन टूट गई टैंट पर गिर गई। इस लाइन की चपेट में आने से गांव खिजूरी निवासी दो सगे भाई ताराचंद व विरमानंद की मौत हो गई,जबकि स्थानीय निवासी महादेव मीणा की भी मौके पर मौत हो गई।
19 साल बाद पता चला कि बीवी पुरूष थी
19 साल बाद पता चला कि बीवी पुरूष थी
लंदन। बेल्जियम के एक व्यक्ति को शादी के 19 साल बाद पता चला कि उसकी पत्नी जन्म के वक्त पुरूष थी। बाद में उसने अपना लिंग बदला लिया। इस व्यक्ति ने अब अपनी शादी को निरस्त करने की मांग की है। सदमे के कारण इस व्यक्ति का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है और वह अपना इलाज करा रहा है।
समाचार पत्र द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक बेल्जियम के जेन ने 1993 में इंडोनिशिया की मोनिका से शादी की। बेल्जियम के इमीग्रेशन अधिकारियों ने शादी पर आपत्ति जताई थी। जेन का कहना है कि वह कानूनी दिक्कतों के बावजूद मोनिका को बेल्जियम लेकर आया। बेल्जियम के कोर्ट को मोनिका के जन्म और उसके पहचान पत्र के दस्तावेजों पर संदेह था। हालांकि बाद में कोर्ट ने उसे स्वीकार कर लिया। मैंने सोचा था कि अन्य महिलाओं की तरह वह भी आकर्षक महिला है। उसमें पुरूषों जैसे कोई लक्षण नहीं थे।
लेकिन हाल ही में उसे पता चला कि उसकी 48 वर्षीय पत्नी पुरूष थी।
जेन और मोनिका ने शादी के बाद तय किया था कि वे बच्चे पैदा नहीं करेंगे क्योंकि पहली शादी से जेन के दो बच्चे हैं। मासिक धर्म का बहाना बनाकर उसने जेन को मूर्ख बनाया। सेक्स के दौरान भी जेन को मोनिका के पुरूष होने का पता नहीं चला। शादी के कई साल तक दोनों की जिंदगी सामान्य चलती रही। मोनिका जेन के बच्चों का बड़ी बहन के रूप में ध्यान रखती थी।
दोनों की जिंदगी में उस वक्त तनाव उत्पन्न हुआ जब मोनिका को फुल टाइम जॉब मिल गई। जॉब मिलने के बाद उसके बच्चों ने मोनिका को कई बार नाइट क्लब में देखा। मोनिका ने भड़कीले कपड़े पहनने शुरू कर दिए। इस दौरान उसका पेट साफ नजर आता था। इससे जेन के बच्चों को शक हुआ।
जेन को मोनिका के कम्प्यूटर पर कई अन्य पुरूषों के कामुक मैसेज मिले। इस पर दोनों में झगड़ा शुरू हो गया। बात इतनी बिगड़ गई कि पुलिस को बुलाना पड़ा। इस बीच जेन को उसके मित्र ने बताया कि तुम्हारी पत्नी ने लिंग चेंज करवाया है। इस पर जेन को विश्वास नहीं हुआ। जेन के बेटे ने भी ऎसी अफवाहें सुनी थी।
लंदन। बेल्जियम के एक व्यक्ति को शादी के 19 साल बाद पता चला कि उसकी पत्नी जन्म के वक्त पुरूष थी। बाद में उसने अपना लिंग बदला लिया। इस व्यक्ति ने अब अपनी शादी को निरस्त करने की मांग की है। सदमे के कारण इस व्यक्ति का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है और वह अपना इलाज करा रहा है।
समाचार पत्र द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक बेल्जियम के जेन ने 1993 में इंडोनिशिया की मोनिका से शादी की। बेल्जियम के इमीग्रेशन अधिकारियों ने शादी पर आपत्ति जताई थी। जेन का कहना है कि वह कानूनी दिक्कतों के बावजूद मोनिका को बेल्जियम लेकर आया। बेल्जियम के कोर्ट को मोनिका के जन्म और उसके पहचान पत्र के दस्तावेजों पर संदेह था। हालांकि बाद में कोर्ट ने उसे स्वीकार कर लिया। मैंने सोचा था कि अन्य महिलाओं की तरह वह भी आकर्षक महिला है। उसमें पुरूषों जैसे कोई लक्षण नहीं थे।
लेकिन हाल ही में उसे पता चला कि उसकी 48 वर्षीय पत्नी पुरूष थी।
जेन और मोनिका ने शादी के बाद तय किया था कि वे बच्चे पैदा नहीं करेंगे क्योंकि पहली शादी से जेन के दो बच्चे हैं। मासिक धर्म का बहाना बनाकर उसने जेन को मूर्ख बनाया। सेक्स के दौरान भी जेन को मोनिका के पुरूष होने का पता नहीं चला। शादी के कई साल तक दोनों की जिंदगी सामान्य चलती रही। मोनिका जेन के बच्चों का बड़ी बहन के रूप में ध्यान रखती थी।
दोनों की जिंदगी में उस वक्त तनाव उत्पन्न हुआ जब मोनिका को फुल टाइम जॉब मिल गई। जॉब मिलने के बाद उसके बच्चों ने मोनिका को कई बार नाइट क्लब में देखा। मोनिका ने भड़कीले कपड़े पहनने शुरू कर दिए। इस दौरान उसका पेट साफ नजर आता था। इससे जेन के बच्चों को शक हुआ।
जेन को मोनिका के कम्प्यूटर पर कई अन्य पुरूषों के कामुक मैसेज मिले। इस पर दोनों में झगड़ा शुरू हो गया। बात इतनी बिगड़ गई कि पुलिस को बुलाना पड़ा। इस बीच जेन को उसके मित्र ने बताया कि तुम्हारी पत्नी ने लिंग चेंज करवाया है। इस पर जेन को विश्वास नहीं हुआ। जेन के बेटे ने भी ऎसी अफवाहें सुनी थी।
शम्मा खान का सम्मान आज
शम्मा खान का सम्मान आज
चोहटन प्रधान को मिलेगा 8 लाख का सम्मान
बाड़मेर , मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंगलवार को पंचायती राज संस्थान में आयोजित समारोह में केंद्र की पंचायत सशक्तिकरण एवं प्रोत्साहन योजना तथा राज्य सरकार को प्राप्त राशि से 3 जिला परिषदों को 5 पंचायत समितियों और 15 ग्राम पंचायतों को पुरस्कृत करेंगे। गहलोत 32 ग्राम पंचायतों को भी निर्मल ग्राम पुरस्कार, प्रशस्ति पत्र एवं ट्रॉफी देंगे। समारोह की अध्यक्षता ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री महेन्द्र जीत सिंह मालवीया करेंगे। इस समारोह में बाड़मेर के चोहटन प्रधान शम्मा खान का नाम भी शामिल है . चोहटन प्रधान को इलाके में किये गए बेहतरीन कार्यो के लिए लगातार दूसरी बार राज्य स्तर का पुरुस्कार मिल रहा है . एक तरफ जहा चोहटन प्रधान को इस पुरुस्कार मिलने की खबर से इलाके में खुसी का माहोल है व्ही दूसरी तरफ शम्मा खान ने इस पुरुस्कार को आम आदमी की मेहनत का परिणाम बताया है .
जानकारी के मुताबित पंचायती राज सचिव एवं आयुक्त श्रीमती अपर्णा अरोरा ने बताया कि पंचायत सशक्तिकरण एवं प्रोत्साहन योजना के तहत जिला परिषद चूरू की जिला प्रमुख कौशल्या पूनिया को 10 लाख रुपए की राशि, ट्रॉफी व प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। पंचायत समिति सुजानगढ़ (चूरू) की प्रधान नानी देवी गोदारा और पंचायत समिति चोहटन, बाड़मेर की प्रधान शमा खान को 8-8 लाख रूपए, ट्रॉफी व प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा। ग्राम पंचायत लोढ़सर पंचायत समिति सुजानगढ़ की सरपंच संतोष देवी, ग्राम पंचायत सोलाना पंचायत समिति चिड़ावा की सरपंच सुमित्रा देवी, ग्राम पंचायत धनारी, पंचायत समिति पिण्डवाड़ा के सरपंच महेन्द्र रावल , ग्राम पंचायत चैनपुरा पंचायत समिति पिपराली की सरपंच भवरी देवी और ग्राम पंचायत गणेशवर की सरपंच श्रीमती सरोज देवी को 5-5 लाख रूपए की राशि, ट्रॉफी व प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा। वही राज्य सरकार को प्राप्त राशि से जिला परिषद जोधपुर की जिला प्रमुख दुर्गा देवी बलाई और जिला परिषद करौली के जिला प्रमुख सीताराम जांगिड़ को 10-10 लाख रुपए ट्रॉफी व प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जाएगा। पंचायत समिति ओसियां, जोधपुर के प्रधान नारायण राय, पंचायत समिति सिकराय, दौसा की प्रधान किशन प्यारी मीणा और पंचायत समिति माण्डलगढ़, भीलवाड़ा के प्रधान गोपाल मालवीय को 8-8 लाख रुपए दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति द्वारा निर्मल ग्राम पुरस्कार से सम्मानित राज्य की 32 ग्राम पंचायतों को 50 हजार से 4 लाख रुपए पुरस्कार, प्रशंस्ति पत्र एवं ट्रॉफी प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा।
विदेशी महिला की हरकत पर हुआ शक, एक्स-रे ने खोला खतरनाक सच!
नई दिल्ली। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से मादक पदार्थो की तस्करी का प्रयास कर रही एक विदेशी महिला को कस्टम ने गिरफ्तार किया है।
मार्गेट नामक यह महिला मूल रूप से नाइजीरिया की रहने वाली है। वह 24 नवंबर की देर रात इथोपियन एयरलाइंस की फ्लाइट ईटी-688 से टर्मिनल थ्री पहुंची थी।
कस्टम अधिकारियों ने इसके कब्जे से 1360 ग्राम कोकीन बरामद किया है। इसे कॉस्मैटिक लोशन की बोतलों में छिपाया गया था। कस्टम अधिकारियों के अनुसार मार्गेट के कब्जे से बरामद कोकीन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब सात करोड़ है। कस्टम कमिश्नर नीता बुतालिया के अनुसार टर्मिनल थ्री के ग्रीन चैनल पर तैनात कस्टम प्रिवेंटिव के अधिकारियों को महिला की गतिविधियों पर शक हुआ। जिसके आधार पर मार्गेट के सामान की जांच के लिए ग्रीन चैनल पर रोक लिया गया।
मार्गेट नामक यह महिला मूल रूप से नाइजीरिया की रहने वाली है। वह 24 नवंबर की देर रात इथोपियन एयरलाइंस की फ्लाइट ईटी-688 से टर्मिनल थ्री पहुंची थी।
कस्टम अधिकारियों ने इसके कब्जे से 1360 ग्राम कोकीन बरामद किया है। इसे कॉस्मैटिक लोशन की बोतलों में छिपाया गया था। कस्टम अधिकारियों के अनुसार मार्गेट के कब्जे से बरामद कोकीन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब सात करोड़ है। कस्टम कमिश्नर नीता बुतालिया के अनुसार टर्मिनल थ्री के ग्रीन चैनल पर तैनात कस्टम प्रिवेंटिव के अधिकारियों को महिला की गतिविधियों पर शक हुआ। जिसके आधार पर मार्गेट के सामान की जांच के लिए ग्रीन चैनल पर रोक लिया गया।
रेल्वे देगी चोरी गए पर्स के एवज में साठ हजार!
नई दिल्ली रेल्वे की वातानुकूलित श्रेणी में एक यात्री के चोरी गए पर्स के संबंध में उपभोक्ता फोरम द्वारा महत्वपूर्ण फैसला देकर नजीर पेश की है। एक उपभोक्ता मंच ने यहां भारतीय रेलवे को एक महिला यात्री का पर्स चोरी होने पर 60,000 रुपये का मुआवजा देने का निर्देश दिया है। 2009 में आंध्र प्रदेश राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन से सिकदंराबाद से दिल्ली की यात्रा के दौरान इस महिला का पर्स चोरी हो गया था। पर्स में नकद रुपये और कीमती चीजें थीं।
नई दिल्ली जिला उपभोक्ता विवाद निवारण मंच ने 2004 में राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण मंच द्वारा बनाए गए कानून का हवाला देते हुए रेलवे को महिला को हुए नुकसान की भरपाई करने का आदेश दिया। न्यायिक खंडपीठ के प्रमुख सी. के. चतुर्वेदी ने कहा कि सबूतों से पता चलता है कि शिकायतकर्ता महिला राजधानी एक्सप्रेस के एक आरक्षित कंपार्टमेंट में सफर कर रही थीं और ट्रेन में एक कोच अटेंडेंट भी था।
इस तरह की परिस्थिति में यात्री के सामान का गायब होना रेल प्रशासन की लापरवाही को दिखाता है। चतुर्वेदी ने रेलवे को महिला के नकद पैसों और गहनों की चोरी के लिए 40,000 रुपये नकद और प्रताड़ना के लिए 20,000 रुपये का मुआवजा देने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इस लिहाज से एक कानून बनाया हुआ है कि आरक्षित कंपार्टमेंट में चोरी होने पर रेल प्रशासन इसका जिम्मेदार होगा। इसे देखते हुए हम रेलवे को अपने कामकाज में लापरवाही का दोषी पाते हैं।
14 अगस्त, 2009 को राजधानी ट्रेन में यात्रा कर रही दिल्ली की रहने वाली अर्चना राज का पर्स चोरी होे गया था। पर्स में 10,000 रुपये नकद, 25,000 रुपये की सोने की एक चेन और दूसरी कीमती चीजें थीं। महिला ने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
नई दिल्ली जिला उपभोक्ता विवाद निवारण मंच ने 2004 में राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण मंच द्वारा बनाए गए कानून का हवाला देते हुए रेलवे को महिला को हुए नुकसान की भरपाई करने का आदेश दिया। न्यायिक खंडपीठ के प्रमुख सी. के. चतुर्वेदी ने कहा कि सबूतों से पता चलता है कि शिकायतकर्ता महिला राजधानी एक्सप्रेस के एक आरक्षित कंपार्टमेंट में सफर कर रही थीं और ट्रेन में एक कोच अटेंडेंट भी था।
इस तरह की परिस्थिति में यात्री के सामान का गायब होना रेल प्रशासन की लापरवाही को दिखाता है। चतुर्वेदी ने रेलवे को महिला के नकद पैसों और गहनों की चोरी के लिए 40,000 रुपये नकद और प्रताड़ना के लिए 20,000 रुपये का मुआवजा देने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इस लिहाज से एक कानून बनाया हुआ है कि आरक्षित कंपार्टमेंट में चोरी होने पर रेल प्रशासन इसका जिम्मेदार होगा। इसे देखते हुए हम रेलवे को अपने कामकाज में लापरवाही का दोषी पाते हैं।
14 अगस्त, 2009 को राजधानी ट्रेन में यात्रा कर रही दिल्ली की रहने वाली अर्चना राज का पर्स चोरी होे गया था। पर्स में 10,000 रुपये नकद, 25,000 रुपये की सोने की एक चेन और दूसरी कीमती चीजें थीं। महिला ने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
पाली युवक की पत्थरों से पीट-पीट कर हत्या
युवक की पत्थरों से पीट-पीट कर हत्या पाली सुमेरपुर क्षेत्र के बिसलपुर गांव में एक परिवार के चार सदस्यों ने मिलकर एक युवक की पत्थरों से पीट-पीटकर हत्या कर दी। घटना के बाद आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने आरोपियों को पकडऩे के लिए दो टीमें गठित की हैं। दोनों टीमों ने सोमवार देर शाम तक आरोपियों के कई ठिकानों पर दबिश दी,मगर उनके बारे में सुराग नहीं मिल पाया है। पुलिस का कहना है कि आरेापियों ने युवक की हत्या का अंजाम किन कारणों से दिया,इस बारे में भी पता लगाया जा रहा है। सुमेरपुर सीआई पुष्पेंद्र वर्मा ने बताया कि रविवार देर रात को नाणा थाना क्षेत्र के सांभरवाड़ा गांव निवासी भीमाराम (32)पुत्र भूराराम गरासिया बिसलपुर गांव के गुरुओं के बेरे पर काश्त करने का काम करता है। रात में वह अपना घरेलू सामान लेकर वापस बेरे की तरफ लौट रहा था,इस दौरान पहले से ही वहां पर घात लगाकर बैठे काला गरासिया, उसका पुत्र अनिया व उसकी दो पुत्रियां अमीया व चंपा ने भीमाराम पर पत्थरों से वार करने शुरू किए, जिससे वह गंभीर रूप से घायल होकर वही गिर गया। इसके बाद मौके पर ही उसकी मृत्यु हो गई। इसकी जानकारी उसके गांव के ही गोमा, भूरा, रेशमा को मिलने पर उन्होंने मृतक के बड़े भाई सिंघाराम गरासिया को दी। वहीं मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस दल मौके पर पहुंचा तथा शव का पंचनामा कर उसका पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने इस मामले में सिंघाराम की रिपोर्ट पर हत्या के आरोप में उक्त चारों आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस सभी की तलाश कर रही है। हत्या के कारण का फिलहाल कोई ठोस जानकारी पुलिस के पास नहीं आई है। आरोपियों की तलाश के लिए दो टीमें भी गठित की गई है। |
राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए संघर्ष जारी रहेगा: भंडारी
राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए संघर्ष जारी रहेगा: भंडारी
राना के प्रवक्ता प्रेम भंडारी का बिलाड़ा आगमन पर हुआ स्वागत
बिलाड़ात्न राजस्थान एसोसिएशन ऑफ नार्थ अमेरिका राना के प्रवक्ता प्रेम भंडारी का सोमवार को बिलाड़ा पंचायत समिति सभागार में राजस्थान पंचायतीराज कर्मचारी संघ व राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति की ओर से स्वागत किया गया। इस अवसर पर भंडारी ने कहा कि मायड़ भाषा राजस्थानी की मान्यता के लिए संघर्ष जारी रहेगा।
मायड़ भाषा की पहचान व मिठास आदमी कभी भूल नहीं सकता है। उनके परिवार ने अमेरिका की नागरिकता ग्रहण कर ली, लेकिन वो जीवनपर्यन्त राजस्थानी ही बनकर रहना चाहेंगे। भंडारी ने बताया कि राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए राजस्थान के कई हिस्सों में गए हैं। लोगों का अच्छा समर्थन व सहयोग मिल रहा है।
युवाओं को राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए आगे आना होगा। राजस्थानी को मान्यता मिल जाती है तो हमें प्रशासनिक सेवाओं में फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी सहित कई नेताओं से उन्होंने बातचीत की है। इस अवसर पर विधायक अर्जुनलाल गर्ग व कर्मचारी नेता रविंद्र बोहरा ने कहा कि राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए हर आंदोलन में वो पूरी तरह से सहयोग करेंगे।
इस अवसर पर नगरपालिका उपाध्यक्ष नरपत मेघवाल, एसीईएम महेंद्र प्रताप सिंह, बीईईओ सोहन सिंह राठौड़, बीडीओ चिदंबरा परमार सहित कई लोग उपस्थित थे।
गांव व ढाणी तक चलेगा आंदोलन
प्रेम भंडारी ने कहा कि अगर इस बार संसद के शीतकालीन सत्र में राजस्थानी भाषा को मान्यता नहीं दी जाती है तो पूरे राजस्थान के गांवों व ढाणी तक में मान्यता के लिए आंदोलन चलाया जाएगा। हर हाल में राजस्थानी को मान्यता दिलाई जाएगी।
मंच पर बैठे राना के मीडिया चेयरमैन प्रेम भंडारी व अन्य।
मारवाड़ की बेटी को दुबई में मिला मसाला अवॉर्ड
मारवाड़ की बेटी को दुबई में मिला मसाला अवॉर्ड
जोधपुर। जोधपुर की बेटी श्रुति पुत्री प्रकाश जयश्री छंगाणी ने रविवार को दुबई में बेस्ट टीवी प्रजेंटर के रूप में प्रसिद्ध मसाला अवार्ड प्राप्त कर जोधपुर व फलोदी का मान देशभर में बढ़ाया है। करीब एक वर्ष पूर्व दुबई में आरजे (रेडियो जॉकी) से टीवी प्रजेंटर का कार्य शुरू करने वाली श्रुति ने इस वर्ष का मसाला अवॉर्ड प्राप्त किया है।
श्रुति के अतिरिक्त सत्रह लोग इस दौड़ में शामिल थे। बेस्ट टीवी प्रंजेटर को अवॉर्ड के लिए अच्छे प्रदर्शन के अलावा ऑडियन्स के वोटों की दरकार थी। दुबई मे बेस्ट टीवी प्रजेंटर का अवॉर्ड जीतने वाली श्रुति राजस्थान की पहली महिला बन गई है।
जोधपुर। जोधपुर की बेटी श्रुति पुत्री प्रकाश जयश्री छंगाणी ने रविवार को दुबई में बेस्ट टीवी प्रजेंटर के रूप में प्रसिद्ध मसाला अवार्ड प्राप्त कर जोधपुर व फलोदी का मान देशभर में बढ़ाया है। करीब एक वर्ष पूर्व दुबई में आरजे (रेडियो जॉकी) से टीवी प्रजेंटर का कार्य शुरू करने वाली श्रुति ने इस वर्ष का मसाला अवॉर्ड प्राप्त किया है।
श्रुति के अतिरिक्त सत्रह लोग इस दौड़ में शामिल थे। बेस्ट टीवी प्रंजेटर को अवॉर्ड के लिए अच्छे प्रदर्शन के अलावा ऑडियन्स के वोटों की दरकार थी। दुबई मे बेस्ट टीवी प्रजेंटर का अवॉर्ड जीतने वाली श्रुति राजस्थान की पहली महिला बन गई है।
चौबीस लाख की अवैध अंग्रेजी शराब बरामद
चौबीस लाख की अवैध अंग्रेजी शराब बरामद
बाड़मेर जिले के गुड़ामालानी क्षेत्र में मेगा हाइवे पर पीपराली गांव में मुखबीर की सूचना पर गुड़ामालानी पुलिस ने नाकाबंदी कर चण्डीगढ़ निर्मित अवैध अंग्रेजी शराब से भरे ट्रक को जब्त कर 870 कार्टन शराब बरामद कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। बरामद अवैध शराब की कीमत चौबीस लाख रूपए आंकी जा रही है।
पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट के अवैध शराब रोकथाम को चलाए जा रहे अभियान व निर्देशानुसार पुलिस को मालाराम नामक व्यक्ति के ट्रक से लम्बे समय से अवैध शरब की तस्करी व परिवहन करने की सूचना मिल रही थी। रविवार रात्रि शराब से भरा ट्रक गुजरात ले जाने की सूचना मिलने पर गुड़ामालानी पुलिस उप अधीक्षक अर्जुनसिंह व सीआई गौरव अमरावत के निर्देशन में गठित टीम एएसआई रावताराम मय पुलिस दल द्वारा रविवार रात्रि मेगा हाइवे पर पीपराली गांव में ट्रकों की तलाशी ली गई।
नाकाबंदी के दौरान रात्रि ग्यारह बजे बालोतरा की ओर से आ रहे एक ट्रक को रोक तलाशी लेने पर तिरपाल के नीचे छिपाकर ले जाईी जा रही चण्डीगढ़ निर्मित विभिन्न ब्रांडों की अवैध अंग्रेजी शराब के 870 कार्टन बरामद कर शराब परिवहन के आरोपी चालक मालाराम पुत्र जीयाराम निवासी भाडखा (बाड़मेर) व खलासी करतारराम पुत्र कानाराम निवासी डिडवाडा (अजमेर) को गिरफ्तार किया। बरामद अवैध शराब से भरा ट्रक गुजरात में सप्लाई होना था। पुलिस ने ट्रक जब्त कर मामला दर्ज कर आरोपियों से पूछताछ शुरू की।
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