गुरुवार, 8 नवंबर 2012

एक दिवलो मायड भाषा रे नांव


एक दिवलो मायड भाषा रे नांव

राजस्थानी भाशा दिपोत्सव रविवार शाम गांधी चौक में

राजस्थानी के लिए जलाएंगे एक दीया


बाड़मेर राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता देने की मांग करने वाले राजस्थानी भाषा प्रेमी दीपावली पर एक दीपक अपनी मांग के समर्थन में जलाकर एकजुटता का प्रदर्शन करेंगे। यह निर्णय गुरूवार को अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति तथा समिति के घटकों की आयोजित बैठक में लिया गया .बैठक में प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के नाम भाषा की मान्यता के लिए हजारों पोस्टकार्ड भेजे जाने की कड़ी में यह कार्यक्रम होगा। इस कार्यक्रम का नाम अेक दिवलो मायड़ भासा रै नांव’ दिया गया है। इस कार्यक्रम के तहत प्रदेश भर में अलगअलग तिथियों पर राजस्थानी भाशा समर्थक किसी एक स्थान पर दीये जलाएंगे। बाड़मेर में यह कार्यक्रम ग्यारह अक्टूबर रविवार को गांधी चौक पर होगा। राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति जोघपुर सम्भाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया कि कार्यक्रम की तैयारी कर ली गई है। अभियान से जुड़ा हर व्यक्ति इस दिन एक दीपक जलाकर भाषा की मान्यता के प्रति संकल्पना जताएगा। जिला पाटवी रिडमल सिंह दांता का कहना है कि यह आंदोलन की सकारात्मक रणनीति का हिस्सा है। दीया आस और विश्वास का प्रतीक है। हम इसके माध्यम से एकजुटता का प्रदर्शन करना चाहते हैं। निश्चित रूप से केंद्र सरकार तक हमारा संदेश पहुंचेगा और भाषा की मान्यता का मार्ग प्रशस्त होगा।बैठक में इंद्रा प्रकाश पुरोहित ,डॉ लक्ष्मी नारायण जोशी ,सह संयोजक नरेश देव सारण ,विजय कुमार ,शेर सिंह भुरटिया ,सांग सिंह लुणु ,दीप सिंह रणधा ,पूर सिंह राठोड रमेश गौड़ ,मोटियार परिषद् के पाटवी रघुवीर सिंह तामलोर ,नगर अध्यक्ष रमेश सिंह इन्दा ,भोम सिंह बलाई ,अशोक सारला ,अनिल सुखानी ,प्रकाश जोशी ,अशोक राजपुरोहित ,उर्मिला जैन ,भवेंद्र जाखड , हिन्दू सिंह तामलोर ,आवड सिंह सोढ़ा ,विजय सिंह खारा सहित कई कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित ,थे

जैसलमेर में सार्थक सिद्ध हो रही है मुख्यमंत्री पशुधन निःशुल्क दवा योजना



बोलने लगी है मूक पशुओं की सेहत

जैसलमेर में सार्थक सिद्ध हो रही है

मुख्यमंत्री पशुधन निःशुल्क दवा योजना

- डॉ. दीपक आचार्य

जिला सूचना एवं जन सम्पर्क अधिकारी,

जैसलमेर

आम आदमी से लेकर सामाजिक सरोकारों से जुड़े हर क्षेत्र में अपनी अग्रणी व व्यापक भागीदारी का इतिहास रचने वाली राजस्थान सरकार ने एक कदम और आगे बढ़कर पशुओं की सेहत का ख्याल रखते हुए जो योजना चलायी है उसने प्रदेश भर के लाखों पशुओं की सेहत का पैगाम गुंजाया है।

इससे राज्य भर के पशुपालकों को सुकून मिला है। इस योजना की आशातीत सफलता व उपयोगिता ने मूक पशुओं की सेवा का जो कीर्तिमान स्थापित किया है, उसे सदियाँ याद रखेंगी।

राज का सबसे बड़ा वरदान

प्रदेश में मुख्यमंत्री द्वारा राज्य भर के पशुओं के लिए मुफ्त दवाइयाँ मुहैया कराने की मुख्यमंत्री पशुधन निःशुल्क पशु दवा योजना का सूत्रपात स्वाधीनता दिवस-2012 से किया गया। इसके बाद से ही यह योजना पशुपालकों के लिये राज का सबसे बड़ा वरदान सिद्ध हो रही है। इस योजना ने राजस्थान के मूक पशुओं की सेवा का नया इतिहास कायम किया है और इसका पूरा श्रेय प्रदेश के मुख्यमंत्री को जाता है। इस योजना की बदौलत पशुओं की स्वास्थ्य रक्षा के प्रयासों को बल मिला है।

पशुपालकों ने पाया सम्बल

राजस्थान का पश्चिमी सीमावर्ती मरुस्थलीय जिला जैसलमेर पशुपालन प्रधान रहा है जहाँ लोगों की आजीविका का मुख्य आधार पशुपालन रहा है। इस दृष्टि से जैसलमेर जिले के पशुओं व पशुपालकों के लिए यह योजना किसी अमृत कलश से कम नहीं है। इस योजना की वजह से जिले में पशुपालन, पशु चिकित्सा एवं पशुओं की सेवा के तमाम आयामों को ख़ासा सम्बल प्राप्त हुआ है।

जैसलमेर में 51 संस्थाओं में लागू है योजना

जैसलमेर जिले में पशु चिकित्सा से सम्बंधित विभिन्न श्रेणियों के कुल 54 केन्द्र हैं जिनमें 5 प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय, 30 पशु चिकित्सालय, 5 पशु औषधालय एवं 14 पशु उपकेन्द्र हैं। इनमें से 3 उपकेन्द्रों को छोड़कर शेष सभी 51 संस्थाओं में यह योजना सुचारु रूप से संचालित की जा रही है। शेष तीनों उपकेन्द्रों पर पशुधन सहायक के पदस्थापन के बाद यह योजना आरंभ की जाएगी।

प्रदेश के पशुपालन निदेशालय द्वारा पशु चिकित्सालयों पर मुख्य रूप से काम में आने वाली 41 औषधियों व 3 सर्जिकल कन्ज्यूमेबल की उपलब्धता के आदेश प्रसारित किए गए हैं जिनके विरुद्ध 36 प्रकार की औषधियाँ एवं 3 प्रकार के सर्जिकल कन्ज्यूमेबल जिले को प्राप्त हो चुके हैं। इनकी कुल कीमत 20 लाख 60 हजार 933 रुपए है। जिला औषधि भण्डार को अब तक जो भी औषधियाँ प्राप्त हुई हैं, उनको पशु चिकित्सा संस्थानों में वितरित किया जा चुका है।

इस योजना में अक्टूबर माह के दूसरे पखवाड़े तक जिले की विभिन्न पशुपालन व चिकित्सा संस्थाओं तथा शिविरों में एक लाख 48 हजार 623 पशुओं को उपचार के लिए दवाइयाँ उपलब्ध करवायी गई। इससे 10 हजार 449 पशुपालकों को लाभान्वित किया गया।

इसी प्रकार 16 से 31 अक्टूबर तक की अवधि में पशु चिकित्सा संस्थाओं तथा विभिन्न शिविरों में 22 हजार 519 पशुओं को उपचार उपलब्ध करा कर एक हजार 251 पशुपालकों को लाभान्वित किया गया।

योजना से 1.71 लाख पशु लाभान्वित

जिले में मुख्यमंत्री पशुधन निःशुल्क पशु दवा योजना की शुरुआत से लेकर 31 अक्टूबर तक कुल एक लाख 71 हजार 142 पशुओं को उपचार उपलब्ध करवाया गया। इस योजना से अब तक 11 हजार 700 पशुपालकों को लाभान्वित किया जा चुका है।

पशुपालन विकास की दिशा में शुभ संकेत - शुच

जैसलमेर जिला कलक्टर शुचि त्यागी के अनुसार पशुपालन व्यवसाय प्रधान इस सीमावर्ती क्षेत्र के पशुपालकों ने इस योजना से अच्छा सम्बल पाया है। इस योजना की लोकप्रियता की वजह से ग्रामीणजनों को इसकी पूरी जानकारी होने लगी है और यह इस जिले में पशुपालन क्षेत्र के लिए शुभ संकेत है।

पशुओं की चिंता करने वाली पहली सरकार

पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ.एस.पी.सिंह बताते हैं कि इस योजना के बाद पशु चिकित्सा संस्थाओं में बीमार पशुओं के आने व उपचार की संख्या में इजाफा हुआ है।

मरु भूमि के आम पशुपालकों का मानना है कि उनके पशुओं की सेहत की चिंता करने वाली यह पहली सरकार है जिसने पशुपालकों की कई चिंताए दूर कर दी है।

अजहर पर लगा बैन गैर कानूनी

अजहर पर लगा बैन गैर कानूनी

हैदराबादा। आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट ने पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस सांसद मोहम्मद अजहरूद्दीन को बड़ी राहत दी है। कोर्ट ने अजहर पर लगे आजीवन प्रतिबंध को अवैध करार दिया है।

5 दिसंबर 2000 में मैच फिक्सिंग में नाम आने के बाद बीसीसीआई ने अजहर पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था। अजहर ने बीसीसीआई के फैसले को निचली अदालत में चुनौती दी थी लेकिन उसने बीसीसीआई के फैसले को सही ठहरा दिया। इसके बाद अजहर हाईकोर्ट चले गए।

अजहर के वकील ने कहा कि बिना किसी सबूत के बीसीसीआई ने आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था। बीसीसीआई ने 2006 में अजहर पर लगे बैन को हटाने की कोशिश की थी लेकिन आईसीसी ने अड़ंगा लगा दिया। आईसीसी का कहना था कि बैन हटाने का अधिकार सिर्फ उसको है। यह बीसीसीआई के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता।

अजहर मुरादाबाद से कांग्रेस के सांसद हैं। वे भारत के सफल कप्तानों में शुमार किए जाते हैं। अजहर ने 99 टेस्ट खेले हैं। उन्होंने 6215 रन बनाए हैं। उन्होंने 334 वनडे खेले हैं। इनमें अजहर ने 9,378 रन बनाए हैं। उनका अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर 15 साल का है।

अश्लील क्लीपिंग से 13 साल तक दबाव

अश्लील क्लीपिंग से 13 साल तक दबाव

जयपुर। झोटवाड़ा थाना क्षेत्र में अश्लील क्लीपिंग बनाकर विवाहिता के देह शोषण की बात सामने आई है। इस संबंध में उसने अपने पूर्व परिचित के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।

पुलिस के अनुसार पीडिता ने आरोप लगाया कि पीहर के पड़ोसी युवक महेंद्र भातरा ने कई साल पहले उसके साथ शारीरिक संबंध बना लिए थे। बाद में उसकी शादी हो गई थी, बावजूद इसके आरोपी ने उसका पीछा नहीं छोड़ा और 13 साल तक शारीरिक संबंधों के लिए
दबाव बनाए रखा। वह अब अश्लील क्लीपिंग का डर और पति व बच्चों को जान से मारने की धमकी देकर साथ भागने के लिए दबाव बना रहा है।

पुलिस की आड़ देह व्यापार!

पुलिस की आड़ देह व्यापार!

जयपुर। शहर में पुलिस की शह पर चल रहा जरायम पेशा थम नहीं रहा है। क्राइम ब्रांच की ओर से सोमवार को विद्याधर नगर स्थित हनुमंत प्लाजा में सैलून की आड़ में चल रहे देह व्यापार के धंधे के पर्दाफाश करने के मामले की प्रारंभिक जांच में विद्याधर नगर थानाधिकारी सहित बीट प्रभारी और कांस्टेबल को भी दोषी माना है।

क्राइम ब्रांच ने इससे पहले थाना पुलिस की मिलीभगत से चल रहे करघनी थाना इलाके में भी होटल राज इन में दबिश देकर चकलाघर का पर्दाफाश किया था। मामले की जांच कर रहे क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी रघुवीर सैनी का कहना है कि विद्याधर नगर इलाके में सैलून की आड़ में देह व्यापार के धंधे में थाना पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है। जल्द ही इसकी कमिश्नर को रिपोर्ट सौंप देने की बात भी कही गई है।

थाना पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने बताया कि हनुमंत प्लाजा स्थित सैलून में संदिग्ध गतिविधियों के मामले में स्थानीय व्यापार मंडल और कुछ जागरूक लोगों ने विद्याधर नगर थाने में शिकायत भी की थी, लेकिन थाना पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद लोगों ने कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच में लिखित शिकायत की, जिसके चलते क्राइम ब्रांच ने सोमवार को दबिश देकर देह व्यापार के धंधे का भांडा फोड़ा।

व्यापार मंडल ने पीठ थपथपाई
एडिशनल डीसीपी ने बताया कि कार्रवाई के समय मौके पर व्यापार मंडल के पदाधिकारी भी आ गए थे और उन्होंने कार्रवाई पर कमिश्नरेट को धन्यवाद भी दिया। व्यापार मंडल के पदाधिकारियों का कहना था कि सैलून की आड़ में देह व्यापार के मामले में विद्याधर नगर थाना पुलिस को भी कई मर्तबा शिकायत की गई थी, लेकिन थाना पुलिस की मिलीभगत के चलते सैलून संचालक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।

सैलून की आड़ में देह व्यापार के मामले में अभी क्राइम ब्रांच की रिपोर्ट नहीं मिली है। रिपोर्ट में दोषी पुलिसकर्मियों को नोटिस देकर जवाब-तलब किया जाएगा।
बीएल सोनी,पुलिस कमिश्नर

जयपुर में पति ने पत्नी को जिंदा जलाया!

जयपुर में पति ने पत्नी को जिंदा जलाया!

जयपुर। सांगानेर सदर थाना क्षेत्र में शराब के नशे में धुत पति ने पत्नी को जिंदा जला दिया। झुलसी महिला को तत्काल अस्पताल ले जाया गया। पुलिस के अनुसार महिला ने पर्चा बयान में पति पर नशे में मारपीट कर केरोसीन छिड़क कर आग लगाने का आरोप लगाया था। गुरूवार सुबह पांच बजे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। बुधवार सुबह करीब 11 बजे चोखी-ढाणी के पीछे संतोष कॉलोनी निवासी पूजा पत्नी कमलेश के आग में झुलसने की सूचना मिली।

विवाहिता को अस्पताल में भर्ती कराया गया,जहां पुलिस ने विवाहिता का पर्चा बयान लिया। सांगानेर सदर थाना प्रभारी सुरेश चंद ने बताया कि विवाहिता के पर्चा बयान के आधार पर जांच की जा रही है। गुरूवार सुबह आरोपी पति को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ की है।

अक्सर करता था मारपीट
विवाहिता ने बताया था कि पति कमलेश शराब का आदी है और अक्सर मारपीट करता है। बुधवार सुबह किसी बात पर अनबन होने पर उसने केरोसीन उड़ेल उसे आग लगा दी। गंभीर रूप से झुलसने के बाद विवाहिता को लेकर कमलेश व उसका जीजा अस्पताल पहुंचे। वहीं से पुलिस को मामले की जानकारी दी गई। इलाज के दौरान उसका दम टूट गया। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

अखाड़ा बना कांग्रेस कार्यालय

अखाड़ा बना कांग्रेस कार्यालय

चित्तौड़गढ़। एनएसयूआई सदस्यता अभियान में बुधवार को अंतिम दिन फार्म जमा कराने को लेकर कांग्रेस कार्यालय अखाड़ा बन गया। गुटीय झगड़े में डीआरओ व एलआरओ सहित तीन जने जख्मी हो गए। हमलावरों ने जिला कांग्रेस और शहर युवक कांग्रेस कार्यालय को निशाने पर ले लिया और वहां जमकर तोड़फोड़ की। घायलों में से दो को सांवलियाजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया।


अभियान के डीआरओ चन्द्रकान्त ने बताया कि बुधवार शाम पांच बजे तक सदस्यता आवेदन पत्र लिए जाने थे। विक्रम जाट गुट के बाद दूसरे गुट के नितिन वर्मा आदि पहुंचे। कथित रूप से समय समाप्ति की बात पर इस गुट के समर्थकों ने फार्म फाड़ दिए और कांग्रेस जिलाध्यक्ष शिवदयाल की पिका के साथ इन्हें आग में झोंक दिया। बाद में डीआरओ पर हमला बोल दिया।

एलआरओ को पीटा


सूचना पर लोकसभा युवक कांग्रेस सदस्यता अभियान के एलआरओ राजेश श्योकन्द आदि से कुछ युवक चाबी मांगते हुए जैन धर्मशाला में मारपीट पर उतर गए। इस बीच एक गुट के कुछ युवक शहर युवक कांग्रेस अध्यक्ष आनन्दीराम खटीक के कार्यालय जा धमके और तोड़फोड़ कर सामान सड़क पर फेंक दिया। यहां तलवार के वार से दुर्गेश खटीक जख्मी हो गया। उसे चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। खटीक के भाई भवानीशंकर से भी मारपीट की गई।

कोतवाल बोराजसिंह ने बताया कि भवानीशंकर खटीक ने बुधवार रात मोंटी, दीपक शर्मा, दिग्विजयसिंह व नगेन्द्रसिंह के खिलाफ शहर युवक कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़, तलवार से हमला व जातिगत अपमानित करने की रिपोर्ट दी है। पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है।

क्षत्रिय युवक संघ का बालिका प्रशिक्षण शिविर प्रारंभ

क्षत्रिय युवक संघ का बालिका प्रशिक्षण शिविर प्रारंभ


जैसलमेर श्री जवाहिर राजपूत छात्रावास में बुधवार से क्षत्रिय युवक संघ के चार दिवसीय बालिका शिविर प्रारंभ हुआ। संघ की परंपरानुसार गणेश वंदना, छात्रारोहण एवं मां भगवती के पूजन अर्चन के साथ कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। बाड़मेर जैसलमेर संभाग प्रमुख रामसिंह मांडपुरा ने संघ की पृष्ठभूमि एवं स्थापना की आवश्यकताओं एवं बालिकाओं की समाज व राष्ट्र में भूमिका पर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि संघ की शिक्षा ग्रहण कर हम अपने भविष्य का निर्माण करें। जैसलमेर राजमाता भेजा गया संदेश हमारे लिए ग्रहणीय है। इससे पूर्व राजमाता की तरफ से भिजवाएं गए संदेश का पठन शैलाना महारानी चन्द्रा कुमारी द्वारा पढ़कर सुनाया गया। इस अवसर पर बाईसा यदुनंदनी एवं युवराज चैतन्यराजसिंह सहित लख सिंह भाटी, सुल्तान सिंह, सांवल सिंह, बाबूसिंह, चंदनसिंह, गोपालसिंह, अमरसिंह, हाकम सिंह, तारेन्द्रसिंह, राण सिंह, रतनसिंह, उदयसिंह, सहित सुमेरसिंह, अमरसिंह, चतुरसिंह, मूलसिंह, रघुवीरसिंह सहित अन्य उपस्थित थे।

सोनिया बनी "स्टाइल गुरू"

सोनिया बनी "स्टाइल गुरू"

राय बरेली (उत्तरप्रदेश)। यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी का मानना है कि भारत में फैशन के नाम पर हर चीज में जरूरत से ज्यादा की जाती है। राय बरेली में नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फैशन टेक्नॉलजी (निफ्ट) के समारोह में सोनिया ने कहा,जरूरत से ज्यादा कर देने की कोशिश में कपड़े पहनने वाला ही छिप जाता है,जिससे ड्रेस असुखद हो जाती है और उसकी सुंदरता भी कम हो जाती है।


सोनिया ने फैशन के बारे में अपनी पसंद भी बताई। सोनिया ने कहा,उनके मुताबिक फैशन सादगी,कम कीमत और सुंदरता से आता है। हाल के दिनों में मैंने देखा है कि भारतीय फैशन ट्रेंड में कपड़ों को जरूरत से ज्यादा ही सजाया जाता है। कभी-कभी तो एक ही ड्रेस पर जरदोजी,मोती,लहरें और क्रिस्टल सब लगा दिया जाता है। मेरे ख्याल से यह सजावट व अधिकता फैशन नहीं है।


अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को सादगी का संदेश देतेे हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कपड़ों पर जरूरत से ज्यादा चीजें लगा देना है तो आसान लेकिन यह उन्हें फेशनेबल नहीं बनाता। हमारे देश के लिए फैशन कोई नई चीज नहीं है। भारतीयों का सौंदर्यबोध बहुत मजबूत है और हमारी ग्रामीण महिलाओं की साडियों,लहंगों और पुरूषों की पगडियों में देखा जा सकता है।


सोनिया ने कहा,सुंदरता के लिहाज से भारतीय फैशन का कोई मुकाबला नहीं है। यह समृद्ध और विविध है। उन्होंने अपनी सास इंदिरा गांधी को याद करते हुए कहा कि सादी सी साडियां पहनने वालीं इंदिरा गांधी को फैशन की गहरी समझ थी और उनकी सादगी की प्रशंसा दुनियाभर में होती थी।


यूपीए अध्यक्ष ने निफ्ट से पास होने वाले छात्रों को सीख दी कि रंग,कटाव और मिश्रण का सही अनुपात में इस्तेमाल करें ताकि कपड़े आरामदायर हों।

राजस्थान में वाड्रा की 10,000 बीघा जमीन

राजस्थान में वाड्रा की 10,000 बीघा जमीन
बीकानेर। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव किरीट सौमेया ने आरोप लगाया है कि बीकानेर से जैसलमेर तक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ड वाड्रा की 10 हजार बीघा जमीन है। उन्होंने सरकार से जानना चाहा कि वह जनता को बताए कि यह जमीन कब खरीदी और किस कंपनी के नाम है। सौमेया बुधवार को मीडिया से बात कर रहे थे।


उन्होंने बताया कि सांसद अर्जुनराम मेघवाल के सहयोग से पार्टी एक माह में वाड्रा की जमीनों को लेकर ब्लैक पेपर प्रकाशित करेगी। उन्होंने मेघवाल के साथ बीकानेर जिले की श्रीकोलायत तहसील के गांवों में जाकर वाड्रा की कथित कम्पनियों की जमीनों की खरीद फरोख्त की जानकारी ली। उनका आरोप है, वाड्रा ने 35 हजार रूपए बीघा में जमीनें खरीदी तथा 3 लाख 50 हजार रूपए बीघा में बेची।


सौमेया ने सबूत के तौर पर नार्थ इंडिया आईटी पार्क प्रा.लि. का पंजीयन प्रमाण पत्र, 2007 से 2012 के बीच बनी वाड्रा की 12 कंपनियों की 900 बीघा जमीन की सूची दी। उन्होंने आरोप लगाया कि वाड्रा की श्रीकोलायत तहसील में कोटड़ा फांटा, गजनेर, खारी, मोडिया माणकसर, गोलरी, चानी, टेचरी, डेह, चक मुलाजमान, गंगापुरा, चक गुरूजंट सिंह, कोटड़ी, खिदरत और खींचन में जमीन है।

झूठ के पुलिंदे जुटाते हैं किरीट- गहलोत


जयपुर. रोबर्ट वाड्रा के बीकानेर में जमीन खरीदने और भाजपा नेता किरीट सौमेया के बीकानेर दौरे से जुड़े सवाल पर गहलोत ने कहा कि सोमैया को तो भाजपा ने झूंठ के पुलिन्दे एकत्र करने की जिम्मेदारी सौंप रखी है।

गड़करी को क्लीनचिट पर सवाल

नितिन गड़करी को पार्टी की क्लीन चिट पर गहलोत ने जानना चाहा कि आखिर किस आधार पर क्लीन चिट दी गई, यह जनता के सामने आना चाहिए। कम्पनियों के लोगों को बुलाकर उन्हें क्लीन चिट देने के लिए कहा गया।

गुजरात में योगगुरू से घबराई कांग्रेस

गुजरात में योगगुरू से घबराई कांग्रेस

गांधीनगर। गुजरात कांग्रेस ने बाबा रामदेव का नाम लिए बगैर योग शिविरों के जरिए चुनाव प्रचार करके आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में योग गुरू के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज की है। प्रदेश कांग्रेस ने चुनाव आयोग में मंगलवार को शिकायत दर्ज करते हुए कहा है कि कुछ बाबा और साधु राज्य में चुनाव के दौरान योग शिविर और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करके लोगों से एक दल विशेष के पक्ष में मतदान करने का अनुरोध करते हैं।

शिकायत में कहा गया है कि इन शिविरों के जरिए मतदाताओं को भ्रमित करके सीधे तौर पर पार्टी विशेष को वोट देने की अपील की जाती है। पार्टी ने कहा है कि बाबा योग शिविरों के आयोजनों में एक पार्टी विशेष के उम्मीदवारों को वोट देने की मतदाताओं से सीधे अपील कर रहे हैं। यह बाबा पर्दे के पीछे रहकर काम कर रहा है और आचार संहिता का उल्लंघन कर रहा है।

कांग्रेस ने कहा है कि चुनाव आयोग से इस तरह के आयोजनों पर आयोग से कई बार शिकायत की गई है लेकिन आयोग ने उसकी शिकायत पर कोई गौर नहीं किया। योग शिविर तथा धार्मिक आयोजनों के जरिए बाबा लोगों को प्रभावित कर रहे हैं। पार्टी ने आयोग से बाबा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपील की है।

दीपावली पर्व तक मुख्य सड़क पर रहेगा वन-वे



दीपावली पर्व तक मुख्य सड़क पर रहेगा वन-वे


एसपी के निर्देशानुसार किए बदलाव, बीच सड़क पर खड़े वाहन होंगे सीज

बाड़मेर  दीपावली पर्व के चलते मुख्य बाजार सहित अन्य सड़कों पर बढ़ रहे ट्रेफिक दबाव को देखते हुए पुलिस ने यातायात को लेकर नई व्यवस्था बनाई है। इसके तहत अब अहिंसा सर्किल से जवाहर चौक तक किसी भी प्रकार के फोर व्हीलर वाहन नहीं जा सकेंगे, वहीं तिपहिया वाहनों को भी केवल कोतवाली से अहिंसा सर्किल की तरफ जाने की इजाजत दी गई है। एसपी राहुल बारहट ने पुलिस अधिकारियों की बैठक लेकर दीपावली पर्व को लेकर शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार पर चर्चा की। एसपी ने स्टेशन रोड सहित अन्य बाजारों में विशेष यातायात व्यवस्था लागू करने के साथ ही त्योहार तक वन-वे तथा नो-एंट्री की सख्ती से पालना करने के निर्देश दिए। बैठक में एएसपी नरेंद्र मीणा, डिप्टी नाजिम अली सहित ट्रेफिक इंचार्ज, कोतवाल व सदर थाना प्रभारी उपस्थित थे।

सीएलजी बैठक: शाम 6 बजे कोतवाली में सीएलजी सदस्यों व व्यापारियों के साथ डिप्टी नाजिम अली ने बैठक कर दीपावली के अवसर पर व्यवस्थाओं में सहयोग की अपील की। इस दौरान अपराध नियंत्रण पर भी चर्चा की गई। बैठक में किसी भी संदिग्ध मामले में तुरंत पुलिस को सूचित करने के निर्देश दिए गए। इस दौरान कोतवाल देवाराम, सीएलजी सदस्य ममता मंगल, रणवीर भादू, लजपत जांगिड़ व अमृतलाल खत्री सहित अन्य सदस्य व पुलिस कर्मी उपस्थित थे।


व्यापारियों से की समझाइश

नगर परिषद अधिकारियों के साथ हुई बैठक के बाद बाजार में दुकानदारों की ओर से बाहर रखे जाने वाले सामान की जगह को भी निर्धारित किया गया । व्यापारियों से बनीं सहमति के बाद स्टेशन रोड पर ढाई फीट व सदर गांधी चौक से जवाहर चौक तक जाने वाले मार्ग पर डेढ़ फीट आगे तक जगह तय की गई । इसको लेकर बुधवार शाम पुलिस अधिकारियों ने यातायात पुलिस व अन्य जाब्ते के साथ दौरा कर निर्धारित जगह से आगे सामान नहीं रखने की समझाइश की। साथ ही इसकी पालना नहीं करने पर सामान जब्त करने की कार्रवाई करने की हिदायत दी गई।
ऐसे रहेगी व्यवस्था

सदर बाजार स्थित वीर बालाजी हनुमान मंदिर से जवाहर चौक की ओर जाने वाले मार्ग पर केवल टू-व्हीलर ही आ-जा सकेंगे। कोतवाली से अहिंसा सर्किल की ओर जाने वाले मार्ग पर तिपहिया वाहन केवल सवारी को लेकर जा सकेंगे, वापिस नहीं आ सकेंगे। वहीं इस रोड पर दुपहिया वाहनों को आने-जाने की अनुमति होगी। ऐसे में अब अहिंसा सर्किल से जवाहर चौक तक किसी भी प्रकार के फोर-व्हीलर वाहनों के प्रवेश पर पाबंदी रहेगी।

अस्थाई पार्किंग व्यवस्था

पुलिस ने एक पिक अप वाहन की भी व्यवस्था की है। इस वाहन की मदद से सड़क के बीच व बेतरतीब खड़े दुपहिया वाहनों को सीज कर यातायात चौकी पहुंचाया जाएगा। जहां बाद में आवश्यक कार्रवाई के बाद वाहन छुड़वाना होगा। हाई स्कूल मैदान में फोर व्हीलर के लिए अस्थाई पार्किंग व्यवस्था की गई है। ऐसी व्यवस्था बाड़मेर में पहली बार की गई है। दीपावली को लेकर विशेष व्यवस्था के तहत कोतवाली के 70, सदर थाने के 50 व ट्रेफिक पुलिस के 40 जवान बाजार सहित मुख्य मार्गों में तैनात रहेंगे।

स्काउट गाइड झंडा दिवस मनाया

स्काउट गाइड झंडा दिवस मनाया

बाड़मेर


बाड़मेर. स्काउट गाइड झंडा दिवस पर झंडा स्टीकर का विमोचन करते कलेक्टर व अन्य।  


राज्य भारत स्काउट व गाइड जिला मुख्यालय के सहयोग से कलेक्ट्रेट में स्काउट गाइड झंडा दिवस मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि कलेक्टर भानू प्रकाश एटूरू ने फ्लैग स्टीकर का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि स्काउट गाइड संगठन एक सेवाभावी एवं बालक-बालिकाओं को देश निर्माण का संस्कार देने वाली विश्वव्यापी संस्थान है। उन्होंने संस्थाओं के सदस्यों से इस संस्था को सहयोग करने की अपील करते हुए कहा कि आर्थिक संबल देने के लिए जिले के स्काउट गाइड के माध्यम से जन सामान्य को झंडा लगाकर आर्थिक सहयोग करें। डीईओ माध्यमिक गोरधन लाल पंजाबी एवं डीईओ प्रारंभिक पृथ्वीराज दवे ने सभी स्काउट, गाइड को सहयोग करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह संस्था सेवाभावी संस्था है जिसके द्वारा बालक-बालिकाओं, युवक युवतियों में स्वावलंबन, चरित्र निर्माण, देश निर्माण के संस्कार देते हैं। सीओ स्काउट मनमोहन स्वर्णकार ने बताया कि राष्ट्रीय मुख्यालय नई दिल्ली की ओर से 7 नवंबर को झंडा बिक्री अभियान चला कर एकत्र धनराशि अंतरराष्ट्रीय स्तर के संगठन तक आरक्षित कोष में जमा की जाएगी। इस आयोजन के तहत जिला प्रशिक्षण आयुक्त मनोहरलाल शर्मा ने तहसीलदार बद्रीनारायण को स्काउट गाइड झंडा स्टीकर लगाकर संगठन के लिए आर्थिक सहयोग प्राप्त किया।संघ अध्यक्ष जेठमल जैन, रोवर मुलिस्टर कड़ेला सहित कई स्काउट गाइड संस्था से जुड़े नागरिक उपस्थित थे।


बुधवार, 7 नवंबर 2012

लोक गायकी संगीत की आत्मा बुन्दू खां लंगा

लोक गायकी संगीत की आत्मा बुन्दू खां लंगा

बाड़मेर बाड़मेर की मरुधरा ने लोक गायिकी के नायब सितारे दुनिया को दिए हें .लोक गीत संगीत के क्षेत्र में बाड़मेर जिले के लंगा और मांगनियार कलाकारों ने विश्व पटल पर अपनी ख़ास पहचान बने हें ,बाड़मेर जिले के बालोतरा उप खंड के नवातला निवासी लंगा बुन्दू खां ने राजस्थानी लोक गायिकी में अपनी खास पहचान बनाई हें ,बुंडू खान की गायिकी का मई खुद दीवाना रहा हूँ ,उनकी एक केस्सित को बीस साल तक सहेज कर रखा था .आखिरकार गम हो गई .बुन्दुखान की गायिकी में वो जादू हें जो श्रोताओ को झुमने पर मजबूर कर देता हें ,क्या कहते हें बुंडू खान
है शास्त्रीय गायकी लोक संगीत का दर्पण। यह शादी समारोह के साथ लोक परंपराओं, तीज त्यौहारों का संवाहक रहा है। यह विशुद्ध हमारी परंपराओं से जुड़ा हुआ है। यह जिगर की आवाज है जो आज के पाश्चात्य और कानफोड़ संगीत में नहीं है। यह कहना है राजस्थानी लोक गायकी के पुरोधा उस्ताद बुन्दू खा लंगा का है।
बुन्दू खां ने बताया कि लोक गायकी उन्हें विरासत में मिली है। उनकी कई पीढिय़ां लोक गायकी की परम्परा को जीवित रखे चली आ रही है। इस कला गायकी के नाम भी खूब दिलाया। लेकिन इस गायकी राजस्थानी लोक कलाकारों को सरकार से प्रोत्साहन न मिलने से सदियों पुरानी गायकी के स्वर कुछ फीके पड़ते जा रहे है। साजो समान और माहौल की कमी ने लोक के आगे रोजी रोटी का संकट खड़ा कर दिया है। उन्होंने बताया कि लोक गायकी में देशी साज प्राण डाल देते है। सारंगी, विशुद्ध रूप से राजस्थानी वाद्य मंत्र है। ढोलक, मोरचंग, अलगोजा, खड़ताल, ढोलक और हरमोनियम सभी देशी वाद्य यंत्रों में स्वरों की जो मिठास व अपना पन है वह इलेक्ट्रॉनिक्स वाद्य यंत्रों में नहीं है।ंराजस्थानी लोक गायकी के सरताज बुंदूखान लंगा और उनके साथियों ने जब मांड गायकी में केसरिया बालम आवो नी पधारो म्हारे देस... गाते हें तो तो श्रोता मंत्रमुग्ध हो जाते हें । बुंदूखान देश-विदेश सहित लंदन के अल्बर्ट हाल में 13 बार प्रस्तुति दे चुके है। बुन्दू खान और उनके साथियों ने ऊंची तान और घुमावदार मुर्कियों के बीच सारंगी और खड़ताल से ऐसा समां बांधा की कि श्रोता लोक गायकी की सरिता में आकंठ डूब गए। करीब घंटे भर चले कार्यक्रम में बुन्दू खान और उनके साथियों ने एक के बाद दीगरे शानदार प्रस्तुतियां दीं। शुरुआत गणेश वंदना से हुई। गणेश वंदना के बोल थे महाराज गजानन आवो रे, मोरी सभा में रंग बरसावों रे...। बाद में बुन्दू खान ने म्हारो हैलो सूनो जी रामा पीर...सुनाया तो माहौल भक्तिमय हो गया था । उन्होंने मशहूर लोकगीत नीबूड़ा-नीबूड़ा लाय दो रे... सुनाया तो लोग रोमांचित हो उठे। गीत में स्वर के इतने उतार-चढ़ाव और खनक थी कि श्रोता मंत्रमुग्ध हो उठे। इस दौरान खड़ताल और सारंगी ने बेजोड़ संगत की, जिससे गीत और रसीला हो गया। लोकगायक बुन्दू खान ने सूफी संगीत से रचे लोकगीत छाप तिलक सब छीनी रे..., लड़ी लुबा-लुबा रे..., दमादम मस्त कलंदर... बिंटी म्हारी सोने ऋ ....रुमाल ....जैसे लोक गीतों पर तो उनकी गायकी सिर्फ और सर सुनने से मतलब रखती हें

रेल मंत्री ने दिये यात्री किराया बढ़ाने के संकेत



रायबरेली : रेल मंत्री पवन कुमार बंसल ने आज रेल किराये में बढ़ोतरी के संकेत देते हुए कहा कि ऐसा किये बगैर रेलवे को चलाना मुश्किल होगा।
 
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली के लालगंज में स्थित रेल कोच फैक्ट्री में उत्पादित डिब्बों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किए जाने के मौके पर मौजूद बंसल ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘रेल किराया भाड़ा बढ़ाना हमारा लक्ष्य नहीं है। हमारा मकसद यात्रियों को सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा उपलब्ध कराना है। इसके लिए क्या करना चाहिए, इस पर विचार किया जा रहा है। नि:संदेह किसी समय हमें कोई कदम (किराये में वृद्धि) उठाना पड़ेगा, क्योंकि वैसा किये बगैर रेलवे को चलाना मुश्किल होगा।’


उन्होंने कहा, ‘जब भी लोग मुझसे मिलते हैं तो कहते हैं कि सुविधाओं को सुधारिये, भले ही किराया थोड़ा ज्यादा ले लीजिये।’ यह पूछे जाने पर कि क्या रेल किराया अगले साल मार्च से बढ़ सकता है, रेल मंत्री ने कहा कि अभी इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। इस बारे में कोई भी फैसला समुचित विचार-विमर्श के बाद ही लिया जाएगा।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली में रेल कोच फैक्ट्री लगाने के लिए ‘जमीन के बदले’ नौकरी देने के फार्मूले की रेल राज्यमंत्री अधीर रंजन चौधरी द्वारा आलोचना किए जाने के बारे में पूछने पर बंसल ने कहा कि फिलहाल इस तरह की कोई नीति निर्धारित नहीं है। रेल मंत्री ने कहा कि लालगंज में रेल कोच फैक्ट्री के मामले में प्रभावित लोगों को नौकरी इसलिए दी गई क्योंकि हम ऐसा कर सकते थे। जम्मू-कश्मीर में जमीन के बदले जमीन दी जाती है।


गौरतलब है कि रायबरेली स्थित लालगंज में रेल कोच फैक्ट्री की स्थापना के लिए जमीन देने वाले परिवारों के कुल 1400 लोगों को सरकारी नौकरी दी गयी है। बंसल ने कहा कि संसद में अगर भूमि अधिग्रहण विधेयक पेश किया गया और जमीन अधिग्रहण से प्रभावित लोगों को नौकरी देने की नीति निर्धारित की गयी तो रेलवे भी अपनी योजना को उसके अनुसार बदलेगी।


रेलमंत्री के रूप में प्राथमिकता के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उनका खास जोर रेल यात्रियों को सुविधाजनक यात्रा उपलब्ध कराने पर है। बंसल ने कहा कि रेल हादसों में कमी लाने के लिये ओवरब्रिज बनवाए जा रहे हैं, लेकिन जब तक वे बन नहीं जाते तब तक सभी फाटकरहित रेल क्रासिंग पर एक कर्मी तैनात किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कुल 32000 क्रासिंग में से 13500 फाटकरहित हैं।