गुरुवार, 8 नवंबर 2012

सोनिया बनी "स्टाइल गुरू"

सोनिया बनी "स्टाइल गुरू"

राय बरेली (उत्तरप्रदेश)। यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी का मानना है कि भारत में फैशन के नाम पर हर चीज में जरूरत से ज्यादा की जाती है। राय बरेली में नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फैशन टेक्नॉलजी (निफ्ट) के समारोह में सोनिया ने कहा,जरूरत से ज्यादा कर देने की कोशिश में कपड़े पहनने वाला ही छिप जाता है,जिससे ड्रेस असुखद हो जाती है और उसकी सुंदरता भी कम हो जाती है।


सोनिया ने फैशन के बारे में अपनी पसंद भी बताई। सोनिया ने कहा,उनके मुताबिक फैशन सादगी,कम कीमत और सुंदरता से आता है। हाल के दिनों में मैंने देखा है कि भारतीय फैशन ट्रेंड में कपड़ों को जरूरत से ज्यादा ही सजाया जाता है। कभी-कभी तो एक ही ड्रेस पर जरदोजी,मोती,लहरें और क्रिस्टल सब लगा दिया जाता है। मेरे ख्याल से यह सजावट व अधिकता फैशन नहीं है।


अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को सादगी का संदेश देतेे हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कपड़ों पर जरूरत से ज्यादा चीजें लगा देना है तो आसान लेकिन यह उन्हें फेशनेबल नहीं बनाता। हमारे देश के लिए फैशन कोई नई चीज नहीं है। भारतीयों का सौंदर्यबोध बहुत मजबूत है और हमारी ग्रामीण महिलाओं की साडियों,लहंगों और पुरूषों की पगडियों में देखा जा सकता है।


सोनिया ने कहा,सुंदरता के लिहाज से भारतीय फैशन का कोई मुकाबला नहीं है। यह समृद्ध और विविध है। उन्होंने अपनी सास इंदिरा गांधी को याद करते हुए कहा कि सादी सी साडियां पहनने वालीं इंदिरा गांधी को फैशन की गहरी समझ थी और उनकी सादगी की प्रशंसा दुनियाभर में होती थी।


यूपीए अध्यक्ष ने निफ्ट से पास होने वाले छात्रों को सीख दी कि रंग,कटाव और मिश्रण का सही अनुपात में इस्तेमाल करें ताकि कपड़े आरामदायर हों।

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