मंगलवार, 23 अक्टूबर 2012

कुचलने से तीन भाइयों की मौत, एक घायल


कुचलने से तीन भाइयों की मौत, एक घायल



रानीवाड़ा के पास गांग गांव में हुआ हादसा, रात को लौट रहे थे गांव, दो सगे भाइयों समेत एक चचेरे भाई की मौत

रानीवाड़ा शहर के निकट गांग गांव में रविवार रात को एक ट्रक की चपेट में आने से दो सगे भाइयों समेत उनके एक चचेरे भाई की मौत हो गई जबकि एक भाई घायल हो गया। जिसे गुजरात रेफर किया गया है। घटना के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया।

थानाधिकारी राजेंद्र मीणा ने बताया कि रविवार रात करीब दस बसे गांग गांव के पास ढाणी से गांव की ओर जुंजाराम पुत्र जीवाराम और अमराराम, नेथीराम व सालुराम पुत्र मोतीराम रेबारी निवासी गांग पैदल आ रहे थे। इसी दौरान एक ट्रक ने उन्हें टक्कर मार दी। जिससे जुंजाराम,अमराराम व नेथीराम की मौके पर ही मौत हो गई जबकि सालुराम गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। जिस पर पुलिस मौके पर पहुंची। जिसके बाद घायल को रानीवाड़ा लाया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे गुजरात रेफर कर दिया गया। घटना के बाद ट्रक चालक फरार हो गया। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए। इधर, गुजरात में भर्ती घायल की स्थिति भी चिंताजनक बनी हुई है।

ओम बन्ना की एलबम का विमोचन



ओम बन्ना की एलबम का विमोचन



बाड़मेर ओम बन्ना पर निर्मित एलबम ओम बन्ना परचो देवे मारवाड़ में का विमोचन चौहटन के ओम बन्ना मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष हिंदुसिंह राठौड़ ने विमोचन किया। एलबम निर्माता मोतीसिंह मारूड़ी ने बताया कि इस एलबम में कुल 8 भजन हैं जिन्हें प्रसिद्ध लोक गायक जामत खां ने प्रस्तुत किए हैं। इस एलबम के माध्यम से ओम बन्ना की गाथा को ओम बन्ना के सभी भक्तों तक पहुंचाने का प्रयास किया गया है। इस मौके पर गुलाबसिंह, रावताराम,सोहनसिंह, टीलसिंह, हाकमसिंह, जसवंतसिंह, के सहित कई लोग मौजूद थे।

जिले के शैक्षणिक परिवेश में आ रहा है बदलाव : चौधरी

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जिले के शैक्षणिक परिवेश में आ रहा है बदलाव : चौधरी


किसान छात्रावास में हुआ प्रतिभा सम्मान समारोह

बाड़मेर 'लोग बातें बड़ी-बड़ी करते हैं, लेकिन यथार्थ में कुछ नहीं कर पाते। सेठ श्री रामलाल सऊ एवं श्रीमती चौथी देवी शैक्षणिक ट्रस्ट पिछले तेरह वर्ष से जिले की प्रतिभाओं को सम्मानित कर रहा है। इसका बदलाव अब यहां के शैक्षिक परिवेश में नजर आ रहा है।' यह बात सोमवार को राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने स्थानीय किसान छात्रावास में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में व्यक्त किए। कार्यक्रम में ट्रस्ट की ओर से सैकंडरी व हायर सैकंडरी परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन के साथ ही सह शैक्षणिक गतिविधियों में आगे रहने वाले 55 विद्यार्थियों को एक हजार रुपए नकद व स्मृति-चिह्न देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम से पूर्व अतिथियों ने छात्रावास परिसर में स्थापित रामदान चौधरी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। ट्रस्ट सचिव हुकमाराम चौधरी ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम के अध्यक्ष महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय बीकानेर के कुलपति डॉ. गंगाराम जाखड़ ने कहा कि ट्रस्ट न केवल प्रतिभाओं का सम्मान कर रहा है वरन यहां के छात्रावासों में आवश्यक सुविधाओं के विस्तार के लिए भी सदैव अग्रणी रहता है। उन्होंने परिवर्तन के दौर में परंपरा व आदर्शों को नहीं भूलने का आह्वान किया। विशिष्ट अतिथि बलवंतसिंह चौधरी ने ट्रस्ट के कार्यों की सराहना करते हुए बालिकाओं को शिक्षित करने की आवश्यकता जताई।

विशिष्ट अतिथि डॉ. प्रियंका चौधरी ने उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए परिवार, समाज व राष्ट्र के लिए कार्य करने की बात कही। कर्नल सुखराम चौधरी ने ट्रस्ट के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में कार्य को अनुकरणीय बताया।

इस मौके ट्रस्ट के पेमाराम ने जाट चेरिटेबल ट्रस्ट को एक लाख ग्यारह हजार तथा चौहटन बालिका छात्रावास व कल्याणपुरा छात्रावास को इक्यावन हजार रुपए भेंट किए। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं के साथ ही विशिष्ट क्षेत्र में कार्य करने वाले राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी, भारत सोलंकी, जिला प्रमुख मदन कौर, बलवंतसिंह चौधरी, नवलकिशोर गोदारा, तेजसिंह कड़वासरा, डॉ. राजेंद्र बेरा, डॉ. डीके स्वर्णकार, डॉ. रविंद्र शर्मा व डॉ. लक्ष्मीनारायण जोशी सहित 55 जनों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर ट्रस्ट अध्यक्ष मेघसिंह चौधरी, कोषाध्यक्ष प्रेमाराम कड़वासरा, सह सचिव देवाराम चौधरी, पूनमसिंह कड़वासरा, जोरसिंह चौधरी, हरिसिंह व सोनाराम जाट सहित कई जने तथा विद्यार्थी उपस्थित थे।

जोगीदास धाम में भागवत कथा का आयोजन


'भागवत कथा सुनने से सार्थक होगा जीवन'

जोगीदास धाम में भागवत कथा का आयोजन


शिव.श्री माता राणी भटियाणी जन्म स्थली जोगीदास धाम में चल रही भागवत कथा के दूसरे दिन संत कृपाराम महाराज ने कहा कि सब कुछ मेहनत से मिल जाता है। पैसा, प्रतिष्ठा, पद व सम्मान आदि मेहनत से पाया जा सकता है, लेकिन भगवान की कथा का लाभ प्रभु की कृपा से ही मिलता है। भक्तों की मेहनत से कथा का आयोजन किया जा रहा है। माजीसा की कृपा व भगवान की मेहरबानी से सत्संग सभा का लाभ मिल रहा है। सत्संग से हमें शांति की प्राप्ति होती है। सत्संग सुनने से जीवन सार्थक होगा। संत ने कहा कि भागवत से मानव में मानवता का निर्माण होता है। केवल मानव शरीर धारण कर लेने से ही मानव नहीं कहलाएगा, क्योंकि शरीर तो मानव का है ओर लक्षण पंगु जैसे है तो क्या फायदा फिर तो हम प्रभु जैसे ही है। भागवत कथा से जीवन में दया, धर्म की राह पर चलना सीख जाएंगे। जब तक मनुष्य में दया, धर्म, सत्य व प्रेम नहीं है तो मनुष्य होते ही भी पशु समान है। पहले आप का जीवन कैसा था, सुनने के बाद आप के विचारों में आचरण में क्या बदलाव आया। चाहे गांव वाले हो या शहर वाले कथा सुनने के बाद जीवन में परिवर्तन जरूर लाए। संत ने कहा कि सबके कोई न कोई कलह चल रही है। आप के मन को शांति देने के लिए भागवत कथा है। सब दुखी है कोई छोटे तो कोई मोटे दुख से दुखी है। मनुष्य कल्याण का सुगम साधन कथा है। इस मौके पर आस पास के गांवों के बड़ी तादाद में श्रद्धालु मौजूद थे।

टेम्पो पेड़ से टकराया दादा-पोता की मौत

टेम्पो पेड़ से टकराया दादा-पोता की मौत

बाड़मेर धोरीमन्ना। कस्बे के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 15 पर स्थित रणछोड़ फिलिंग स्टेशन के पास एक टेम्पो के खेजड़ी के पेड़ से टकराने से दादा-पोता की मृत्यु हो गई। पुलिस के अनुसार जेठाराम पुत्र केसाराम निवासी रोहिला पूर्व ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि आज दिन में डेढ़ बजे टेम्पो में उसके पिता केसाराम (58), माता व उसका पुत्र ओमप्रकाश (18) धोरीमन्ना से सवार होकर वापस रोहिला गांव जा रहे थे।

धोरीमन्ना से एक किलोमीटर दूर चालक बाबूलाल ने तेज गति व लापरवाही पूर्वक टेम्पो चलाकर खेजड़ी के पेड़ से टक्कर मार दी जिससे केशाराम व ओमप्रकाश दोनों को गंभीर चोटे आने पर धोरीमन्ना अस्पताल ले जाया गया। यहां इलाज के दौरान दादा-पोता की मृत्यु हो गई। पुलिस ने टेम्पो जब्त कर चालक बाबूलाल को गिरफ्तार कर लिया है।

एक गंभीर घायल
क्षेत्र के जालबेरी गांव में एक अज्ञात टेम्पो की टक्कर से वृद्ध गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस के अनुसार पेमाराम पुत्र करनाराम निवासी जालबेरी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि उसका भाई बंशीलाल पुत्र करनाराम बस स्टेशन जा रहा था। सफेद रंग का टेम्पो पीछे से टक्कर मारकर चालक लेकर फरार हो गया। बंशीलाल को गंभीर हालत में धोरीमन्ना अस्पताल लाया और यहां से हालत गंभीर होने पर रैफर किया गया।

सोमवार, 22 अक्टूबर 2012

कुत्ते के नाम 14 करोड़ की वसीयत

कुत्ते के नाम 14 करोड़ की वसीयत

रोम। इटली की एक महिला ने अपनी पूरी सम्पत्ति अपने प्यारे कुत्ते के नाम कर दी। इस पूरी सम्पत्ति की कीमत लगभग 20 लाख यूरो (14 करोड़ रूपए) है। 84 वर्षीया महिला अपनी पुत्री और कई नाती-नतनियों के साथ कसार्टा शहर में रहती हैं। उन्होंने अपनी वसीयत में अपने संकर प्रजाति के कुत्ते "किक्को" के नाम लिखा कि उसकी मृत्यु के बाद वह दो मकानों,कई भूखंडों और बैंक खातों का वारिस बनेगा।

वृद्ध महिला के वकील लूसिया एस्पोसिटो के मुताबिक उसने अपने पति की मृत्यु के तुरंत बाद यह फैसला किया। वकील ने महिला के फैसले की घोषणा शनिवार को की। वकील ने कहा कि महिला ने अपने हाथों से वसीयत पर हस्ताक्षर किए।

इटली के कानून के मुताबिक पालतू पशुओं को सम्पत्ति का वारिस बनाने का कोई कानूनी आधार नहीं है। इसलिए जो लोग अपने पालतू पशुओं को सम्पत्ति का वारिस बनाना चाहते हैं उन्हें किसी व्यक्ति या सरकारी निकाय को अपनी वसीयत को लागू करने वाले के तौर पर नियुक्त करना होता है।

नियुक्त व्यक्ति या निकाय को सम्पत्ति का उपयोग कर पालतू पशु का उसके पूरे जीवन भर ध्यान रखना होता है। महिला ने वकील एस्पोसिटो को अपनी वसीयत लागू करने वाले के तौर पर नियुक्त किया है।

महज 13,000 में लैपटॉप क्रोमबुक

महज 13,000 में लैपटॉप क्रोमबुक
लंदन। गूगल और सैमसंग ने संयुक्त रूप से नया लैपटॉप क्रोमबुक बाजार में उतार दिया है। गूगल के अनुसार लैपटॉप की बाजार में क्रोमबुक सबसे सस्ता है। इस लैपटॉप की कीमत 249 डॉलर (13300 रूपए) है।

क्रोम ऑपरेटिंग सिस्टम पर आधारित यह क्रोमबुक वजन में 2.5 पाउंड का है और 0.8 इंच मोटा है। इसकी बैटरी साढ़े 6 घंटे तक तक काम करेगी। क्रोम ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करने वाला क्रोमबुक 2.5 पाउंड (1.1 किलो) वजनी है और महज 0.8 इंच मोटा है। इसकी बैटरी आपका 6.5 घंटे तक साथ देगी। इंटरनेट से कनेक्ट रहने के जरूरत के चलते इसमें डुअल वाई-फाई लगाया गया है।

सरकारी स्कूल में "पोर्न" पर घमासान!

सरकारी स्कूल में "पोर्न" पर घमासान!
जयपुर। "पोर्न" एमएमएस को लेकर जयपुर के एक सरकारी स्कूल की प्रतिष्ठा दाव पर लगी हुई है। कथिततौर पर इस स्कूल की कुछ स्टूडेंट्स का अश्लील वीडियों बनाकर उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा है और स्कूल प्रशासन मामले को दबाने में लगा है। स्कूल से करीब 125 मोबाइल हैंडसेट जब्त किए जा चुके हैं,लेकन मामला अब भी स्कूल और स्कूल स्टूडेंट्स के बीच ही दफन करने की कोशिशें हो रहीं हैं और पुलिस को अभी तक काई सूचना नहीं दी गई है।

सूत्रों के अनुसार जयपुर के चौमूं कस्बे में स्थित इस सरकारी स्कूल में पिछले कुछ दिनों से कथित एमएमएस को लेकर स्टूडेंट्स में दो गुट बने हुए हैं। एक गुट के अनुसार कुछ स्टूडेंट्स ने स्कूल की ही लड़कियों के अश्लील एमएमएस बना रखे हैं और उन्हें ब्लैकमेल कर रहे हैं। इसी वजह से इनमें कई बार घमासान भी हो चुका है। स्कूल में करीब 1500 गल्र्स-बॉयज एकसाथ पढ़ते हैं और यह क्षेत्र का सबसे प्रतिष्ठित स्कूल माना जाता है।

125 मोबाइल जब्त,पुलिस को खबर नहीं

कथित स्कूल स्टूडेंट्स की अश्लील क्लिपंग की आशंका के चलते दो दिन पूर्व स्कूल प्रशासन ने स्कूल से करीब 125 मोबाइल जब्त किए। लेकिन मामला दबाने के लिए सोमवार देर शाम तक पुलिस को कोई खबर तक नहीं दी। स्कूल प्रशासन ने जब्त मोबाइल अभीतक नहीं लौटाए हैं और न ही कथित एमएमएस को लेकर कोई खंडन किया है।

पहले पैरेंट्स को फिर पुलिस को खबर
स्कूल के प्रींसिपल श्यामलाल शर्मा के अनुसार स्टूडेंट्स के बीच एमएमएस को लेकर हुए झगड़े की जांच की जा रही है यदि ऎसा कुछ मिला तो पहले पैरेंट्स और फिर पुलिस को जानकारी दी जाएगी। उधर,चौमूं थानाधिकारी राजेन्द्र सिंह का कहना है कि रविवार को सीएलजी की बैठक में स्कूल के एमएमएस पर सुगबुगाहट तो थी,लेकिन किसी ने अभी तक सीधे तौर पर पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी है।

अब 10वां सिलेण्डर होगा 851 रूपये का

अब 10वां सिलेण्डर होगा 851 रूपये का
 

बाडमेर 22 अक्टूबर।

आम जनता को राहत पहुॅचाने के लिए घरेलू गैस सिलेण्डरों पर अब सबसीडी लगातार 9 सिलेण्डरों तक जारी रहेगी। उपभोक्ता द्वारा एक साल में इन सबसीडी वाले 9 सिलेण्डरों के उपयोग के बाद लिये जाने वाले 10वें सिलेण्डर से आगे के हर सिलेण्डर का उपभोक्ता को 851 रूपये अदा करने होगें। जिला रसद अधिकारी उम्मेदसिंह पूनिया ने बताया कि राज्य सरकार के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले ने केन्द्र सरकार द्वारा 6 सिलेण्डरों पर रियायत देने की बात को आगे ब़ाते हुए 3 अतिरिक्त सिलेण्डरों पर अनुदान प्रदान करने के आदेश जारी किये है। जिसके चलते राज्यभर के 45 लाख उपभोक्ताओं को केन्द्र सरकार द्वारा 6 और उसके बाद राज्य सरकार द्वारा 3 कुल 9 सिलेण्डरों पर अनुदान प्रदान होगा। जिसके चलते उपभोक्ताओं को 1 वर्ष में 9 सिलेण्डर 395 रूपये में प्राप्त होगें। इसके बाद उपभोक्ताओं द्वारा लिये जाने वाले हर सिलेण्डर की कीमत 851 रूपये वसुली जायेगी। सरकार द्वारा चालू उपभोक्ता वर्ष की गणना 29 सितम्बर से लागू कर दी गई है।

दो लड़कियों पर ऐसिड फेंका, एक का चेहरा झुलसा

 

पटना।। पटना के मनेर पुलिस स्टेशन के तहत छितनावा मुसहरी गांव में दो लड़कियों पर ऐसिड फेंकने का मामला सामने आया है। इस घटना में एक किशोरी का चेहरा बुरी तरह से झुलस गया है।

पुलिस के मुताबिक छत पर सोई चंचल कुमारी और सोनम कुमारी के ऊपर किसी ने ऐसिड फेंक दिया। इस घटना में एक का चेहरा और दूसरी किशोरी का हाथ बुरी तरह झुलस गया है। यह पता नहीं चल पाया कि ऐसिड किसने फेंका।

दोनों लड़कियों को इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। पुलिस के मुताबिक पहली नजर में यह मामला एक तरफा प्रेम प्रसंग का लग रहा है, जिसमें हताश शख्स ने यह कदम उठाया। शक के आधार पर पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है, जिससे पूछताछ की जा रही है।

जनवरी तक बन जायेगें नये राशनकार्ड


जनवरी तक बन जायेगें नये राशनकार्ड 

. गुजरात की कम्पनी बनायेगी नये राशनकार्ड 

तकरीबन 70 लाख के करीब होगा खर्च 

बाडमेर 22 अक्टूबर।  कई महिनों से नये राशनकार्ड के सपने संजोने वाले बाड़मेर के उपभोक्ताओं को नये साल के पहले महिने में नये राशनकार्ड मिलेगें। इन राशनकार्ड को बनाने का काम अहमदाबाद की गुजरात इन्फोटेक लिमिटेड कम्पनी को मिला है ओर ये कम्पनी सभी उपभोक्ताओं के राशन तकरीबन 70 लाख रूपये में बना कर देगी। जिला रसद अधिकारी उम्मेदसिंह पूनिया ने बताया कि राज्य सरकार के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता विभाग द्वारा शुरू किया गया राशनकार्ड अभियान 2012 अब अपने तीसरे चरण को पूर्ण कर चुका है। अब तक विभाग द्वारा नविन राशनकार्ड निर्माण की प्रक्रिया में नविन आवेदन पत्र भरने का काम और सभी उपभोक्ताओं नविन छायाचित्र एकत्रित करने का काम सम्पन्न हो चुका है। अब राशनकार्ड के निर्माण के लिये गुजराज इन्फोटेक लिमिटेड फर्म का चयन कर लिया गया है और यह फर्म जनवरी 2013 तक सभी को नविन राशन उपलब्ध करा देगी। राशनकार्ड अभियान 2012 के तहत बनने वाले नविन राशनकार्ड की राज्य सरकार को लागत 9.50 रूपये पड़ेगी। यह फर्म जिला स्तर पर एक संविदा सम्पादित कर राशनकार्ड प्रिन्टिग का कार्य आगामी 10 दिवस में प्रारम्भ कर देगी। जिसके लिए जिला स्तर पर कार्यालय स्थापित किया जावेगा। इसलिए यह आवश्यक है कि राशनकार्ड जारी करने वाली सभी ऐजेन्सियों तथा विकास अधिकारियों/प्रवर्तन निरीक्षकों से अपेक्षा है कि वे उनके पास जमा फार्म को योजनावार जॉच कर सूचियों से मिलान कर लेवें ताकि प्रिन्टिग ऐजेन्सी को अधिक समय जाया नहीं करना पड़े। यह भी महत्वपूर्ण है कि इस प्रकार सभी राशनकार्ड पर डिजिटल हस्ताक्षर होंगे। सभी अधिकारियों के डिजिटल हस्ताक्षर तैयार कराने का कार्य भी प्रगति पर है। राशनकार्ड तैयार होने के बाद जिस विधि से फार्मो का वितरण हुआ था उसी तरीके से राशनकार्ड का वितरण होगा। बहुत स्पष्ट है कि कम्प्यूटराइज्ड के लिए 8 लाख राशनकार्डधारियों को अब ओर अधिक इन्तजार नहीं करना पड़ेगा। 

शिवकर लिग्नाईट परियोजना के लिए किसान किसी भी कीमत पर जमीन नहीं देंगे

भूमि अवाप्ति के जरिये बाड़मेर के विकास को रोकने की साज़िश




शिवकर लिग्नाईट परियोजना के लिए किसान किसी भी कीमत पर जमीन नहीं देंगे


बाड़मेर पिछले सात सालो से भूमि अवाप्ति के दंश भोग रहे बाड़मेर जिले के किसानो ने हुंकार भरी की इस बार किसी भी कीमत पर जमीन अवाप्त होने नहीं देंगे ,राज्य सरकार पहले यह बताये की भूमि अवाप्त क्यों की जा रही हें यह पहले किसानो को बताये ,यह बात लीगल मित्र संस्था द्वारा एक निजी होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में सचिव रितेश शर्मा ने कही ,उन्होंने बताया की शिवकर लिग्नाईट परियोजना के नाम पर सरकार भूमि मालिको को बताये बिना भूमि अवाप्ति की प्रक्रिया कर रही हें जो सरकार की पारदर्शिता पर सवालिया निशान हें ,उन्होंने कहा की शिवकर लिग्नाई परियोजना के लिए जो जमीन अवाप्ति प्रस्तावित हें उससे राष्ट्रीय सुरक्षा की अस्मिता जुडी हें ,उन्होंने कहा की उत्तरलाई वायु सेना शिवकर के पास हें ,उत्तरलाई राष्ट्रिय सुरक्षा के लिए अहम् हें ,उन्होंने बताया शिवकर में खनन कार्य प्रस्तावित हें ,इस खनन से उत्तरलाई वायु सेना की सुरक्षा जन्हा खतरे में पद जायेगी वन्ही बाढ़ जैसी परिस्थिति से निपटने के उत्तरलाई को सुरक्षित रखने के लिए पानी का नाला शिवकर में ही बनाया गया जब भूमि अवाप्त होगो तो उत्तरलाई भी नहीं बचेगी ,उन्होंने बताया की किसानो को सरकार पहले यह बताये की जमीन की अवाप्ति किस कारण से हो रही हें और क्यों हो रही हें ,भूमिदारो को यह जानने का पूरा अधिकार हें ,उन्होंने कहा की सरकार किसानो को अँधेरे में रख कर भूमि अवाप्त करना चाहती हें जो इस बार किसान होने नहीं देंगे ,उन्होंने कहा की किसान राष्ट्र के विकास में हर तरह का योगदान देने के लिए तत्पर हें मगर सरकार को भी पारदर्शिता बरत कर किसानो को सही जानकारी देनी चाहिए ,उन्होंने बताया की सरकार किसानो को गुमराह कर रही हें ,भूमि अवाप्ति की कोई आवश्यकता नहीं होने के बावजूद किसानो को बेदखल करने का प्रयास किया जा रहा हें ,उन्होंने बताया की गिरल पवार प्लांट बुरी तरह असफल हें ,इन पवार प्लांट से ना तो जनता को फायदा हो रहा हें न ही सरकार को .इस प्लांट को कोयला कपुरडी जालिपा लिग्नाईट परियोजना से दिया जा कर भूमि अवाप्ति की प्रक्रिया को रोका जा सकता हें ,लिगाल्मित्र संस्था के बाड़मेर प्रभारी अधिकारी विक्रम सिंह राठोड ने बताया की किसानो की और से संस्था ने उच्च न्यायलय में जनहित याचिका दायर कर भूमि अवाप्ति रोकने की मांग राखी हें ,किसान किसी भी कीमत पर जमीन नहीं देंगे इसके लिए आन्दोलन की रूप रेखा तय हो चुकी हें .




शिवकर भूमि अवाप्ति के विरोध में आज शांति मार्च के साथ शुरू होगा धरना


बाड़मेर शिवकर लिग्नाईट परियोजना के लिए अवाप्त की जा रही शिवकर बेल्ट की जमीन के विरोध में क्षेत्र की किसान लीगल मित्र संस्था के बेनर तले मंगलवार प्रातः ग्यारह बजे गांधी चौक से शांति मार्च निकलेगा ,संस्था के विक्रम सिंह तारतार ने बताया की सेकड़ो किसान शांति मार्च में शामिल होकर गांधी चौक से कलेक्ट्रेट पहुंचेंगे तथा वंहा धरने पर बैठेंगे ,किसान भूमि अवाप्ति का विरोध कर रहें हें ,उन्होंने बताया की किसानो का यह धरना उनतीस अक्टूबर तक चलेगा ,

यश चोपड़ा को नम आंखों से दी गई अंतिम विदाई



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मुंबई।। जाने-माने फिल्म प्रड्यूसर और डायरेक्टर यश राज चोपड़ा का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। जुहू के चंदनबाड़ी में उनका अंतिम संस्कार किया गया। शोक में डूबी फिल्म इंडस्ट्री ने उन्हें नम आंखों से विदाई दी। उनकी अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए बॉलिवुड के सभी लोग पहुंचे।

रविवार शाम मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल में उनका निधन हो गया था। सांस में तकलीफ और बेचैनी के चलते 13 अक्टूबर को उन्हें लीलावती अस्पताल में भर्ती किया गया था। फिर खबर आई कि उन्हें डेंगू हो गया। उनके निधन का समाचार सुनते ही फिल्म जगत में शोक की लहर छा गई। लीलावती अस्पताल में सबसे पहुंचने वाले सितारों में दिलीप कुमार और सलमान खान शामिल थे।




रविवार की रात यश चोपड़ा का पार्थिव शरीर उनके जुहू स्थित निवास 'आदित्योदय' पर ले जाया गया। सोमवार सुबह 9 बजे उनका शव अंतिम दर्शन के लिए अंधेरी के वीरा देसाई रोड स्थित यशराज स्टूडियो में रखा गया। बॉलिवुड के दिग्गजों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। यहां से उनके पार्थिव शरीर को जुहू के चंदनबाड़ी शवदाह गृह ले जाया गया, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया। डेंगू की शिकायत के चलते यश चोपड़ा को 13 अक्टूबर को मुम्बई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। वह गहन चिकित्सा कक्ष में भर्ती थे।उनके परिवार में पत्नी पामेला चोपड़ा एवं दो लड़के आदित्य एवं उदय हैं। जैसे ही महान फिल्मकार के निधन की खबर फैली हर तरफ शोक की लहर दौड़ पड़ी।



फिल्म के क्षेत्र में अपने अविस्मरणीय योगदान के लिए भारत सरकार ने उन्हें 2001 में दादा साहब फाल्के एवं 2005 में पद्म भूषण से सम्मानित किया। यशराज को अपने 50 साल के फिल्मी करियर में छह राष्ट्रीय पुरस्कार एवं 11 फिल्म फेयर पुरस्कारों से नवाजा गया था। यशराज चोपड़ा का जन्म 21 सितम्बर 1932 को अविभाजित भारत के लाहौर शहर में हुआ था। यशराज ने अपना फिल्मी करियर अपने बड़े भाई बी.आर. चोपड़ा (बल राज चोपड़ा) के सहायक के तौर पर किया।


यशराज ने बीआर फिल्म्स के तले बनी फिल्म "धूल का फूल" के जरिए निर्देशन के क्षेत्र में सफलतापूर्वक कदम रखा। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। यश ने बीआर फिल्म्स की जबरदस्त सफल फिल्म "वक्त" के अलावा अमिताभ बच्चन अभिनीत "दीवार" का भी निर्देशन किया। इस फिल्म ने अमिताभ को एंग्री यंग मैन के खिताब से नवाजा।


यशराज ने 1973 में यशराज फिल्म्स से खुद का बैनर स्थापित किया और एक से बढ़कर एक फिल्में दी। प्रेम कहानी को पिरोने के जादूगर यशराज ने "दाग", "त्रिशूल", "कभी-कभी", "चांदनी", "डर", "दिल तो पागल है", "मोहब्बतें" एवं "वीर जारा" जैसी फिल्मों का निर्माण एवं निर्देशन किया। यशराज की फिल्में अपने संगीत के जरिए दर्शकों के दिलों में जगह बनाने में कामयाब रहीं।

इस दिनों यश चोपड़ा "जब तक है जान" की शूटिंग में व्यस्त थे। स्वास्थ्य खराब होने के कारण फिल्म की शूटिंग के कुछ हिस्सों की शूटिंग को रोक दिया गया था। उन्होंने इस फिल्म के साथ ही फिल्म निर्माण से संन्यास की घोषणा कर दी थी।

जेल में महिला कैदी हुई गर्भवती, आयोग ने मांगी रिपोर्ट

Pregnant inmate kept chained in hospital 

इंदौर। पिछले 10 माह से झाबुआ और इंदौर जिला जेल में बंद एक महिला कैदी के गर्भवती होने का मामला प्रकाश में आने के बाद मध्य प्रदेश प्रशासन में हड़कंप मच गया है। जेल मुख्यालय ने छुट्टी होने के बावजूद रविवार को ही झाबुआ और इंदौर जेल से रिपोर्ट मांगी। डीजी जेल ने झाबुआ कलेक्टर को भी मामले की जांच सौंप दी है। राज्य महिला आयोग ने मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए दोनों जेल से रिपोर्ट मांगी है।

मप्र के झाबुआ जिले की मेघनगर निवासी 35 वर्षीय महिला कैदी सास की हत्या के आरोप में 18 जनवरी से झाबुआ जेल में बंद है। तब से वह बिलकुल खामोश है। मजिस्ट्रेट के सामने भी बयान नहीं दिया तो उसे इलाज के लिए इंदौर एमवाय अस्पताल भेजा गया। 16 अक्टूबर को जब इंदौर आई तो जांच के दौरान पता चला कि वह गर्भवती है। इस घटना के बाद झाबुआ व इंदौर जिला जेल के साथ-साथ उसे झाबुआ से इंदौर लाने-ले जाने वाले सिपाही सहित सारी व्यवस्था संदेह के घेरे में आ गई है।

महिला ने शनिवार देर रात सिर्फ एक बार अपनी जबान खोली और कहा- 'क्या बोलूं, किस-किस का नाम लूं?' अस्पताल के मनोरोग विभाग के उस कमरे में जिसने भी अब तक उसकी खामोशी महसूस की थी, वे इन चंद लफ्जों से हिल गए। मौजूद स्टाफ ने नाम न छापने के अनुरोध पर बताया वह बोलती तो कुछ नहीं है, लेकिन जेल का नाम सुनते ही वह सिहर उठती है। रिपोर्ट में महिला को डेढ़ माह का गर्भ बताया गया है और इंदौर से झाबुआ डेढ़ माह पहले ही लौटी थी।

सवा 11 किलो चरस पकड़ी

सवा 11 किलो चरस पकड़ी

हिम्मतनगर। साबरकांठा जिले की प्रान्तिज तहसील के कतपुर टोलटेक्स से रविवार को जिला स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने लक्जरी बस से 11 किलो 700 ग्राम चरस के साथचार जनों को गिरफ्तार किया। इस संबंधमें प्रान्तिज पुलिस ने मामला दर्जकर जांच शुरू की है।
मुखबिर से मिली जानकारी के आधार पर एसओजी की टीम रविवार को कतपुर टोलटेक्स पर गश्त में थी।इस दौरान राजस्था के जयपुर से सूरत जा रही महावीर ट्रावेल्स की लक्जरी बस को रोककर तलाशी ली।तलाशी के दौरान बस में यात्रा कर रहे उत्तरप्रदेश की देवडिया तहसील और जिले के शाहवार गांव के शुचितक रामबहाल यादव एवं भरियापुर बीरसेन रामाज्ञा चौहाण से चरस के तीन पेकेट मिले, इसके अलावा महाराष्ट्र के कुकरिया आगार, मुम्बई निवासी अब्दुलरज्जाक इमाइशा शेख और मुम्बईस्थित मुस्लिमनगर, धारावी निवासी मकबूल अहेमद महमदमसुद सिद्दीक्की से एक पेकेट मिला।पुलिस ने चारों जनों से 11 किलो 700 ग्राम चरस जब्त कर जांच शुरू की है।इस चरस की कीमत 11 लाख 70 रूपएआंकी जा रही है।
पुलिस पूछताछ में चारों ने कहा कि चरस की डिलीवरी के लिए जयपुर से सूरत और वहां से मुम्बई जाना था। पुलिस जांच कर रही है।