बुधवार, 12 सितंबर 2012

उदयपुर में पुलिस से मुठभेड़,बदमाश ढेर

उदयपुर में पुलिस से मुठभेड़,बदमाश ढेर

उदयपुर। राजस्थान में उदयपुर जिले के डबोक थाना क्षेत्र में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में बुधवार तड़के एक बदमाश की मौत हो गई जबकि दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार ने बताया कि पुलिस को तीन बदमाशों के क्षेत्र के मावली के समीप सांवरिया होटल में छिपे होने और शराब होने की सूचना पर पुलिस के दबिश देने पर बदमाश होटल के एक कमरे में छिप गए।

सरेंडर करने को कहा तो की फायरिंग

पुलिस ने बदमाशों को समर्पण करने के लिए कहा लेकिन वे नहीं माने। जब पुलिस ने उन्हें पकड़ने का प्रयास किया तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसमें एएसआई लच्छीराम एवं हेड कांस्टेबल महेन्द्र कुमार घायल हो गए। जवाब में पुलिस ने गोली चलाई जो एक बदमाश को लगी जबकि दो अन्य बदमाश भाग गए। घायल पुलिसकर्मी एवं बदमाश अरविंद मीणा को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां अरविंद ने दम तोड़ दिया। अरविंद मीणा सहाडा थाना क्षेत्र का आदतन अपराधी था।

बलात्कारी है सपनों का राजकुमार

बलात्कारी है सपनों का राजकुमार

लंदन। ब्रिटेन की एक जेल में काम करने वाली नर्स के जरिए एक सजायाफ्ता बलात्कारी को प्रेम पत्र लिखने का मामला सामने आया है। वेस्ट यॉर्कशायर के वेकफिल्ड बंदीगृह में काम करने वाली 47 वर्षीय नर्स कैरेन कॉसफोर्ड पर जेल में बंद कैदी ब्रायन मैकब्राइड के साथ यौन संबंध स्थापित करने का आरोप है।

इस मामले की सुनवाई के दौरान अदालत में ये बात सामने आई कि जेल के मेडिकल सेंटर की तलाशी के दौरान चीनी के बोरे में एक खत पाया गया था। बाद में पता चला कि ये खत नर्स कैरेन कॉसफोर्ड ने ब्रायन मैकब्राइड को लिखा था। हालाकि कैरेन कॉसफोर्ड अपने ऊपर लगे आरोप को खारिज करते हुए कहती हैं कि मैकब्राइड ने उनका बलात्कार किया था और उसको छुपाने के लिए उसे रिश्वत दी थी।

ये लिखा प्रेम पत्र में
वकील के अनुसार कैरेन ने अपने प्रेम पत्र में मैकब्राइड को संबोधित करते हुए लिखा था, "आप मेरी दुनिया हैं. आज भी और आगे भी, हर अच्छे-बुरे दिनों में मैं आपके साथ हूं. आशा है कि बुरे दिनों के मुकाबले अच्छे दिन ज्यादा होंगे। आप मुझे सबसे ज्यादा समझते हैं। हम दोनों एक साथ मिलकर एक बेहतर भविष्य बना सकते हैं. हम दोनों ने जो भी बातें की थी वे सारी पूरी होंगी, बस आप थोड़ा समय दें।

खत से ये भी पता चलता है कि कैरेन की नजर में मैकब्राइड सबसे ज्यादा समझदार, धैर्यवान और उदार इंसान थे। कैरेन ने पत्र के अंतिम लाइनों में लिखा था, आप कभी भी ये ना भूलें कि मैं इस रिश्ते के प्रति सौ फीसदी प्रतिबद्ध। हूं, मैं आपको तहे दिल से प्यार करती हूं।

जेल से रिहा हुए असीम, देशद्रोह का केस भी हटेगा



मुंबई। कार्टूनिस्ट असीम त्रिवेदी बॉम्बे हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद बुधवार दोपहर जेल से रिहा हो गए। भ्रष्टाचार के खिलाफ बनाए गए कार्टून में संसद और अशोक स्तंभ को दिखाने पर असीम के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। मामले की सुनवाई में कोर्ट ने मंगलवार को उन्हें जमानत देने का फैसला सुनाया था।
 

ऑर्थर रोड जेल के बाहर असीम त्रिवेदी ने कहा, 'अब भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई और तेज होगी। देश के लोगों को अब यह तय करना होगा कि देशद्रोही कौन है? भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाला या फिर संसद में नोटों गी गड्डियां लेने और ब्लूफिल्म देखने वाले नेता?'


सरकार अब उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा वापस लेने की भी तैयारी कर रही है। मंगलवार को असमी के मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस मोहित शाह और जस्टिस नितिन जामदार की बेंच ने की। अदालत ने पुलिस को गिरफ्तारी का आधार बताने के लिए घंटेभर का वक्त दिया। कोई ठोस आधार नहीं बता पाने की स्थिति में असीम को जमानत दे दी गई। हालांकि इसके लिए पांच हजार के निजी मुचलके की शर्त भी रखी गई।


इंडिया अगेंस्ट करप्शन के मयंक गांधी देर रात असीम से मिलने ऑर्थर रोड जेल गए। बाहर निकलकर उन्होंने कहा कि असीम कोर्ट का सम्मान करते हैं। वे बुधवार को मुचलका जमा कर जेल से बाहर आ गए। इससे पहले असीम ने सभी मामले वापस लेने तक जेल में ही रहने की बात कही थी। असीम की गिरफ्तारी के खिलाफ वकील शंकर मराठे ने जनहित याचिका लगाई थी।


महाराष्ट्र सरकार असीम के खिलाफ देशद्रोह का आरोप वापस ले सकती है। इसके लिए सरकार ने कानूनी सलाह मांगी है। राज्य के गृहमंत्री आरआर पाटिल ने उम्मीद जताई कि बुधवार तक इस पर औपचारिक फैसला हो जाएगा। हालांकि उनके खिलाफ राष्ट्रीय प्रतीक के अपमान का केस चलता रहेगा।


केजरीवाल मिलने पहुंचे


इससे पहले मुंबई की ऑर्थर रोड जेल में बंद असीम से मिलने अरविंद केजरीवाल पहुंचे। बाद में उन्होंने कहा कि यदि असीम के खिलाफ देशद्रोह का आरोप नहीं हटा तो शनिवार से वे जेल के बाहर धरने पर बैठेंगे।


राज ठाकरे का समर्थन


मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने भी असीम का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि असीम ने संसद को टॉयलेट दिखाकर कोई गलती नहीं की है। अशोक स्तंभ के शेर के स्थान पर सियार का चित्र बनाना भी गलत नहीं है। इस व्यंग्य चित्र का मतलब है कि संसद में बैठे भ्रष्ट और आपराधिक पृष्ठभूमि के सांसद कार्यपालिका की कमर तोड़ रहे हैं। राज ने असीम के खिलाफ सभी मामले वापस लेने की मांग की।

साफ पानी को लेकर शिलांग से जैसलमेर तक 'रिक्शा रन'



शिलांग। ग्रामीण भारत के लोगों को पीने का स्वच्छ पानी मुहैया कराने के लिए चैरिटी की रकम एकत्र करने के उद्देश्य से मेघालय में शिलांग से राजस्थान के जैसलमेर के बीच 3,500 किलोमीटर तक रविवार को 'टक-टक' रेस शुरू किया गया है। इसमें 20 देशों की 67 टीम हिस्सा ले रही हैं, जिसमें महिलाओं की 30 टीम भी है। इस कार्यक्रम को 'रिक्शा रन' नाम दिया गया है। इससे जो भी रकम एकत्र होगी वह ब्रिटेन के गैर-सरकारी संगठन 'फ्रैंक वाटर' को दी जाएगी, जो भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे लोगों को पीने का स्वच्छ पानी मुहैया कराने के लिए काम करती है।



'टक-टक' टीम 22 सितम्बर को जैसलमेर पहुंचने वाली है। रेस के प्रबंधक मैथ्यू डिकेन्स ने कहा कि रिक्शा रन सम्भवत: अब तक का सबसे अधिक उत्साहजनक कार्यक्रम है।



यह वार्षिक कार्यक्रम ब्रिटेन के संगठन 'द एडवेंचरिस्ट्स' की ओर से आयोजित किया जाता है। 'रिक्शा रन' के प्रतिभागियों को आखिर में पुरस्कार नहीं मिलने वाला है, लेकिन वे बहुत सारी शाबाशी के साथ घर लौटेंगे।

पर्यटन व्यवसाय दलालों ने जैसलमेर का पर्यटन उद्योग ख़त्म किया

पर्यटन व्यवसाय दलालों ने जैसलमेर का पर्यटन उद्योग ख़त्म किया 



जैसलमेर पश्चिमी राजस्थान की पर्यटन नगरी जैसलमेर में पर्यटक  की घटती संख्या ने पर्यटन व्यवसाय से जुड़े कारोबारियों को चिंता में दाल दिया हें ,जयपुर और दिल्ली में बेठे पर्यटन से जुड़े सम्बंधित टूर ट्रेवल्स कंपनियों द्वारा दलाली और कमीशन की राशि अत्यधिक बाधा देने से टूर  पकेजे महंगे हो गए जिसके कारण भी विदेशी जैसलमेर आना पसंद नहीं कर रहे ,दलालों के कारण  राजस्थान में मरुस्थली इलाकों में पर्यटन पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। विदेशी   के टूर जैसलमेर में मुह्मांगा कमीशन नहीं मिलाने के कारन इस व्यवसाय से जुड़े एजेंट ग्रुप जैसलमेर भेजने में कोई रूचि नहीं  दिखा रहे ,

थार पर्यटन के लिए प्रसिद्ध जैसलमेर जिले में इस वर्ष देसी और विदेशी पर्यटकों की संख्या में खासी कमी आने की आशंका है। हालांकि कहा जा रहा है कि पर्यटकों की संख्या घटने का प्रमुख कारण यहां बहुतायत में लगाई गई पवन ऊर्जा मिलें है।
जैसलमेर में वर्ष 2011 में कुल 2 लाख 98 हजार 891 देसी पर्यटक और 1 लाख 25 हजार 958 विदेशी पर्यटक आए थे जबकि वर्ष 2012 में जनवरी से जुलाई तक केवल 56 हजार 958 देसी और 35 हजार 823 विदेशी पर्यटक आए। जैसलमेर के पर्यटन क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि इस वर्ष घरेलू पर्यटकों की संख्या में 60 फीसदी और विदेशी पर्यटकों की संख्या में 40 फीसदी की कमी आ सकती है।
जैसलमेर की सत्यम ट््यूर्स एंड ट्रैवल्स के डायरेक्टर शैतान सिंह देवड़ा  का कहना है कि जैसलमेर में पिछले पांच सालों में पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही थी और पर्यटन यहां के लोगों के लिए प्रमुख व्यवसाय बन गया था, लेकिन इस वर्ष पर्यटकों की संख्या में कमी का अनुमान है। इस साल जैसलमेर में पर्यटकों की की संख्या बढऩे के आसार कम ही हैं।
जैसलमेर लोकेशन के प्रदीप गौड़  का कहना है कि पर्यटकों की संख्या बढऩे से जैसलमेर के लोगों को नया रोजगार क्षेत्र मिल गया था। मेंहदीरत्ता का कहना है कि वैश्विक मंदी जैसलमेर में पर्यटकों की संख्या और घटाएगी।
राजस्थान का रेगिस्तानी जिला जैसलमेर हेरिटेज थार पर्यटन के लिए प्रसिद्ध है।

जल सत्याग्रहियों को खदेड़ने की तैयारी

जल सत्याग्रहियों को खदेड़ने की तैयारी

हरदा। हरदा के खरदना गांव में इंदिरा सागर परियोजना के पीडितों द्वारा जारी जल सत्याग्रह में मंगलवार को एकाएक माहौल गरमा गया। सख्त रूख अख्तियार करते हुए प्रशासन ने देर शाम गांव में धारा 144 लागू कर दी और सत्याग्रहियों को पानी से निकलने का अल्टीमेटम दे दिया।

500 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती के बाद देखते ही देखते पूरा खरदना गांव छावनी में तब्दील हो गया। ऎसा माना जा रहा है कि किसी भी समय आंदोलनकारियों की गिरफ्तारी हो सकती है।

उधर, नर्मदा बचाओ आंदोलन की कार्यकर्ता चितरूपा पालित ने देर रात पत्रिका को बताया कि उन्होंने बातचीत को आए कमिश्नर और कलेक्टर को दो टूक कह दिया है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानीं जाती, वे आंदोलन स्थल से नहीं हटेंगी।

चितरूपा के मुताबिक, उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि 24 घंटे में जल स्तर 260 मीटर ला दे। यदि ऎसा नहीं हुआ तो प्रदेशभर में आंदोलन के कार्यकर्ता पानी में उतरकर प्रदर्शन करेंगे और यदि इस दौरान किसी भी आंदोलनकारी की मौत हुई तो इसके लिए सीधे तौर पर प्रदेश सरकार जिम्मेदार होगी।


गांव-गांव से जुटे लोग


मध्य रात्रि तक करीब 50 सत्याग्रही पानी में चितरूपा को घेरे बैठे थे, जबकि पानी के बाहर करीब 100 सत्याग्रही मौजूद थे। आस-पास के गांव से कई टै्रक्टर भरकर ग्रामीण आंदोलन स्थल पहुंचे। वे अपने साथ सत्याग्रहियों के लिए भोजन लेकर आए थे।

गिरफ्तार कर लो


इससे पहले, हरदा रेस्ट हाउस में कमिश्नर अरूण तिवारी, आईजी अजय शर्मा, डीआईजी जेएस संसवाल, कलेक्टर डॉ. सुदाम खाडे आदि की भोजन की टेबल पर बैठक हुई। बैठक के बाद आईजी शर्मा ने डीआईजी-एसपी को आदेश दिया कि उसको (चित्तरूपा पालित) अरेस्ट करके हरदा ले आओ और बाकी लोगों को पानी से बाहर निकलते ही अरेस्ट कर लो।

खरदना में संभावित कार्रवाई के मद्देनजर सोमवार की रात ही भारी संख्या में पुलिस बल भोपाल, होशंगाबाद, खंडवा आदि जिलों से हरदा पहुंच गया। दोपहर बाद ये बल खरदना रवाना हुआ।

भूरिया-अजय आज खरदना में :


मप्र कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह बुधवार को सुबह 10 बजे खरदना पहुंचेंगे।

किसका आदेश मानेंगे?

धरना स्थल पर कलेक्टर डा. सुदाम खाडे और आंदोलन की अगुवाई करने पहुंचीं चितरूपा के बीच लम्बी बहस हुई। कलेक्टर ने बांध का जल स्तर कम करने में असमर्थता जताते हुए कहा कि यह नीतिगत मामला है और एनएचडीसी का आदेश है। इस पर पालित ने आदेश की कापी मांगी और फिर कहा कि हमारे पास सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि जल स्तर 260 मीटर से ज्यादा नहीं किया जा सकता। अब आप ही बताएं किसका आदेश मानेंगे, एनएचडीसी का या सुप्रीम कोर्ट का!

दो मुआवजा व जमीन


इससे पहले, आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए चित्तरूपा पालित ने कहा कि डूब प्रभावित भूमिहीन मजदूरों को ढाई लाख रूपए मुआवजा तथा खातेदार किसानों को 5 एकड़ सिंचित जमीन दी जाए। उन्होंने सरकार पर डूब प्रभावितों के साथ भेदभाव का आरोप लगाया और कहा कि अंतिम सांस तक हक की लड़ाई लड़ेंगे।

दिनभर रही सरगर्मी

सुबह 11 बजे कलेक्टर डॉ. सुदाम खाडे आंदोलनकारियों से मिले
दोपहर 2 बजे चितरूपा पालित खरदना पहुंचीं
2.30 बजे : अफसरों की बैठक हुई
3.00 बजे आईजी ने एसपी से सत्याग्रहियों की गिरफ्तारी को कहा
4.00 बजे 10 वाहनों में पुलिस फोर्स खरदना पहुंचा, मोर्चा संभाला
शाम 6.00 बजे डीएम वापस चले गए
6.35 बजे एसडीएम मंजूषा राय ने धारा 144 लागू कर दी

जोधपुर-जैसलमेर के बीच बसेगी नई पर्यटन नगरी

जोधपुर-जैसलमेर के बीच बसेगी नई पर्यटन नगरी

जोधपुर। केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय ने जोधपुर-जैसलमेर के बीच प्रस्तावित ट्यूरिज्म सिटी के प्रस्ताव को डेजर्ट सर्किट प्रोजेक्ट में शामिल कर लिया है। जन सहभागिता के आधार पर विकसित होने वाली इस सिटी की परिकल्पना को लेकर अब स्थानीय स्तर पर भी काम शुरू हो गया है।

जोधपुर से जैसलमेर के बीच करीब तीन सौ किलोमीटर की दूरी में कोई पर्यटन स्थल नहीं होने से पर्यटकों को काफी समय से परेशानी हो रही है। संभागीय आयुक्त आर के जैन ने जन सहभागिता के आधार पर पर्यटन नगरी विकसित करने का तखमीना तैयार किया।

हाल में प्रशासन ने पोकरण के आसपास 2000 बीघा जमीन चिन्हित करपर्यटन विकास के लिए आरक्षित की । राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष को प्रस्ताव पत्र लिखा। राज्य सरकार ने इसे केन्द्र के पर्यटन मंत्रालय के पास भेज दिया। अब केन्द्र सरकार ने डेजर्ट सर्किट प्रोजेक्ट में इस प्रस्ताव को शामिल कर दिया।



क्या होंगी सुविधाएं
प्रस्तावित टयूरिज्म सिटी में 15 हजार कमरे, हवाई अड्डा, हेलीपैड, बड़ा वार्ता कक्ष, मेडिकल ट्यूरिज्म, कैमल सफारी, सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए बड़े ऑडिटोरियम, स्थाई हैंडीक्राफ्ट प्रदर्शनी तथा फूड स्टॉल होंगे। इसमें पूरे देश की विभिन्न संस्कृतियों को सहेजने की योजना है। इसके अलावा स्वीमिंग पुल, कृत्रिम झील, खेल के मैदान के साथ ही मनोरंजन के सारे साधन यहां उपलब्ध रहेंगे। प्रस्तावित सिटी में बनने वाला हवाई अड्डा जोधपुर संभाग का दूसरा अaा होगा। इसके बाद अन्तरराष्ट्रीय हवाई सेवाओं का भी विस्तार हो सकेगा। टयूरिज्म सिटी बनने से हजारों लोगों को रोजगार भी मिलेगा।

केन्द्र सरकार की ओर से यह प्रस्ताव डेजर्ट सर्किट प्रोजेक्ट में शामिल करने से जोधपुर-जैसलमेर के बीच ट्यूरिज्म सिटी बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। अब इस प्रोजेक्ट को जल्दी ही शुरू करवाने के प्रयास करेंगे।
आर के जैन, संभागीय आयुक्त जोधपुर

"सीबीआई ने गढ़ी झूठी कहानी"

"सीबीआई ने गढ़ी झूठी कहानी"

जोधपुर। एएनएम भंवरी देवी के पति अमरचंद नट के अधिवक्ता ने मंगलवार को अदालत में सीबीआई की चार्जशीट को झुठलाते हुए साफ कहा कि जांच एजेंसी ने अनुचित रूप से उसे इस प्रकरण में आरोपी बनाया है। अमरचंद के वकील ने सीबीआई की कहानी को मनगढ़ंत बताया। साथ ही भंवरी के पति को निर्दोष साबित करने का प्रयास किया।

अनुसूचित जाति-जन जाति मामलों की विशेष अदालत में सुनवाई के दौरान हालांकि अमरचंद खुद अदालत में मौजूद नहीं था, लेकिन उसके अधिवक्ता जावेद मोयल ने चार्जशीट में लगे सभी आरोप सिलसिलेवार नकार दिए। उनका कहना था कि अमरचंद ने अपनी पत्नी के गुमशुदा होने की सूचना सबसे पहले पुलिस को दी थी।

पुलिस के सुराग नहीं लगा पाने पर उसने उच्च न्यायालय में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका भी लगाई। पुलिस एवं प्रशासन के आला अधिकारियों एवं मुख्यमंत्री तक को ज्ञापन सौंपे, लेकिन जब उसने सीबीआई से भंवरी की तलाश के सम्बन्ध में प्रगति रिपोर्ट मांगी, तो जांच एजेंसी ने जानबूझकर उसे फंसा दिया। न्यायिक अधिकारी के समक्ष 164 सीआरपीसी के तहत बयान दर्ज करवाने के लिए भी उसे रिहा करवाने का लालच दिया गया।

इससे स्पष्ट है कि उसे फंसाया जा रहा है। उन्हाेंने विभिन्न गवाहों के बयान पढ़ते हुए उनमें वर्णित तथ्यों का विरोध जताया। इसी तरह लूनी विधायक मलखान सिंह के भाई परसराम के अधिवक्ता सुनील जोशी ने भी सीबीआई की चार्जशीट पर सवाल उठाए। जोशी का कहना था कि इस प्रकरण में अनुसूचित जाति-जन जाति अधिनियम का मामला ही नहीं बनता है। उन्होंने इस लिहाज से मामले की सुनवाई कर रही अदालत के क्षेत्राधिकार पर प्रश्न खड़ा किया। साथ ही पूरे प्रकरण में परसराम की भूमिका को नकारा। हालांकि न्यायालय का समय पूरा हो जाने के कारण परसराम के अधिवक्ता की बहस पूरी नहीं हो सकी। अदालत में बुधवार को भी सुनवाई होगी। सुनवाई के दौरान सीबीआई के अधिकारियों सहित विशिष्ट लोक अभियोजक एस.एस. यादव, अशोक जोशी एवं प्रकरण से जुड़े छह आरोपी अदालत में मौजूद थे। अन्य को सुरक्षा एवं चिकित्सा कारणों से नहीं लाया गया।

जालोर रिश्वत लेते वार्ड ब्वाय धरा, बीसीएमओ भी गिरफ्तार

रिश्वत लेते वार्ड ब्वाय धरा, बीसीएमओ भी गिरफ्तार

रानीवाड़ा (जालोर)। कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जोधपुर की टीम ने बीसीएमओ डॉ. बहादुरलाल मीणा को मध्यस्थ के जरिए रिश्वत लेने के आरोप में मंगलवार को गिरफ्तार किया।

एसीबी जोधपुर के निरीक्षक मोहम्मद हुसैन ने बताया कि राजकीय अस्पताल गांग में कार्यरत जीएनएम सुनीता से उनके वेतन संबंधी बिल पास करने की एवज में पन्द्रह सौ रूपए की रिश्वत मांगी गई थी। शिकायत का सत्यापन होने पर एसीबी टीम ने मध्यस्थ वार्ड ब्वाय उमाचंद वर्गीस को गांग में रिश्वत लेते हुए पकड़ा। इस पर वार्ड ब्वाय ने यह राशि बीसीएमओ के लिए लेने की बात कही।

इस पर एक टीम रानीवाड़ा अस्पताल पहुंची और वहां से बीसीएमओ मीणा को सत्यापन करवाने के लिए सुनीता के गांग स्थित क्वार्टर पर लेकर गए, जहां मध्यस्थ ने यह राशि बीसीएमओ के लिए लेना बताया। इस पर रिश्वत लेने के मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने दोनों को गिरफ्तार किया।

जैसलमेर गफूर भट्टा क्षेत्र मे अतिक्रमणों पर चला बुलडोजर

अतिक्रमणों पर चला बुलडोजर
 
जैसलमेर। जैसलमेर शहर के गफूर भट्टा क्षेत्र मे मंगलवार को सड़क मार्ग पर स्थित अतिक्रमणों पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई हुई। गत दो महीने पहले सड़क मार्ग पर बने अतिक्रमणों व अवैध कब्जों को चिह्नित कर अतिक्रमियों को स्वेच्छा से इन्हें हटाने की हिदायत दी गई थी। इसके साथ ही अतिक्रमणों को जबरन हटाने के लिए भी चेताया गया था। मंगलवार सुबह गफूर भट्ठा क्षेत्र में एकाएक पुलिस जाब्ते के साथ नगरपरिषद के अतिक्रमण हटाओ दस्ता अधिकारियों के साथ मौके पर पहंुचा।

इस दौरान स्वीकृत सड़क मार्ग के बीच में आने वाले विभिन्न ब्लॉकों मे आए अवैध कब्जो व अतिक्रमणों को हटाया गया। एक-एक कर जेसीबी से अतिक्रमणों को ध्वस्त किया गया। हालांकि इस दौरान दस्ते को लोगों का विरोध भी सहन करना पड़ा। कई लोगों ने अभियान में नरमी नहीं देख घरों में रखा सामान बाहर निकालना ही मुनासिब समझा। कई जगह नोक-झोंक के बावजूद अभियान रूका नहीं और अतिक्रमणों को एक-एक कर हटाया गया। लंबे समय बाद अतिक्रमणों को सख्ती से हटाने की कार्रवाई से एकबारगी क्षेत्रवासी अवाक रह गए, वहीं अतिक्रमियों मे हड़कंप मच गया। नगरपरिषद प्रशासन के मुताबिक अतिक्रमण हटाने का अभियान आगामी दिनों मे भी जारी रहेगा। अभियान के दौरान सड़क मार्ग, वाटर वर्कस व विद्युत लाइन की सुविधा को देखते हुए मंगलवार शाम तक कई करीब दो दर्जन अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई हुई।

इन्हे किया था चिह्नित
नगरपरिषद की ओर से दो महीने पहले गफूर भट्ठा क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्य के अनुसार मार्ग में आने वाले अतिक्रमणों को हटाने की चेतावनी दी गई थी। हालांकि उन मकानों को अभियान से दूर रखा गया, जो पट्टे नहीं होने के बावजूद अवैध तरीके से गफूर भट्ठा क्षेत्र में निवास कर रहे है। केवल उन्हीं लोगों पर गाज गिरी जो सड़क बनाने वाले मार्ग के बीच में बने थे। नगरपरिषद की ओर से जे ब्लॉक में 30, के ब्लॉक में 15 व एल ब्लॉक में 7 अवैध कब्जों को चिह्नित किया गया था। बुधवार को भी गफूर भट्टा क्षेत्र मे अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी रहेगी।

15 दिन से लापता अधेड़ का शव जमीन में गड़ा मिला

15 दिन से लापता अधेड़ का शव जमीन में गड़ा मिला

पोकरण। क्षेत्र की डिडाणिया ग्राम पंचायत की जलंधरी की ढाणी से 15 दिन पूर्व लापता हुए एक अधेड़ का शव मंगलवार को पुलिस ने उसके घर से आधा किमी दूर उसके ही खेत के किनारे जमीन में गड़ा हुआ बरामद किया। जलंधरी निवासी रमजान (45) पुत्र हकीम खां गत 15 दिनों से लापता था। जिसकी एक दिन पूर्व उसके चचेरे भाई ने पुलिस में गुमशुदगी की सूचना भी पेश की थी।

मंगलवार को पुलिस को रमजान का शव उसके घर से कुछ दूरी पर खेत के किनारे गड़ा होने की सूचना मिली। जिस पर पुलिस उपाधीक्षक विपिनकुमार शर्मा, थानाधिकारी रमेशकुमार शर्मा ने मय जाब्ता मौके पर पहुंचकर मंगलवार की शाम ग्रामीणों की उपस्थिति में अधेड़ का शव बाहर निकलवाया। शव को देर शाम यहां लाकर राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया, जिसका बुधवार को सुबह मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।

प्रथम दृष्ट्या हत्या का मामला
मौके पर पहुंचे पुलिस उपाधीक्षक विपिनकुमार शर्मा ने बताया कि दो दिन पूर्व रमजान के गुमशुदगी की रिपोर्ट उसके चचेरे भाई शाले मोहम्मद की ओर से दर्ज करवाई गई थी। मंगलवार को तफ्तीश के दौरान पुलिस को उसकी हत्या कर शव जमीन में गाड़ देने की सूचना मिली। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्ट्या मामला हत्या का लग रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक जैसी जानकारी मिली है, उसके अनुसार मृतक की पत्नी के अवैध संबंधों के चलते रमजान की हत्या कर उसके शव को घर से कुछ दूरी पर ही गाड़ दिया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस की ओर से हत्या को लेकर मामला दर्ज किया जा रहा है। मामले की जांच के बाद ही सच्चाई से पर्दा उठ सकेगा।

राजस्थान मालानी रा गौरव ..रानी रूपांदे

सोलह  सितम्बर  पुण्य तिथि माथे खास रिपोर्ट 


राजस्थान मालानी रा गौरव ..रानी रूपांदे


रूपांदे रावल मल्लिनाथ री जोड़ायत हा। मालाणी रा संस्थापक मल्लिनाथ राव सलखा रा बडा बेटा हा। रूपांदे सूं इणां रौ ब्याव हुवण बाबत अैड़ौ कैयौ जावै कै अेकर मल्लिनाथ नै देवी साख्यात दरसण दिया। तद अै देवी सूं वचन मांग्यौ कै आपनै म्हारै घरां आवणौ पड़सी। देवी केयौ के म्हैं थारै ेदस मांय अवतार लेस्यूं, जे थूं म्हनै पिछाण लेसी तो म्हैं थारै घरै आय जासूं। तद मल्लिनाथ बोल्यौ कै म्हैं थांनै किण तरियां पिछाण सकसूं? तद देवी कैयौ के म्हैं करामात दिखावस्यूं, जे उणसूं पिछाण लेसी तौ म्हैं आ जासूं अर की दिनां बाद देवी वाल्हा राजपूत रै घरां अवतार लियौ। जद वै दस बरस री उमर रा हुया, तद मल्लिनाथ आपरै सैनिकां रै साथै वाल्हां राजपूत रै गाम कानी जाय निकल्या। घोड़ां रै दाणा-पाणी सारू सैनिक संजोग सूं वाल्हा राजपूत रै इज खलिहान मांय जाय पूगा। उण बगत उठै वा कन्या ई बैठी ही। सैनिक जाय'र उणसूं बोल्या के बाई, थोड़ौक दान दिरावौ तो घोड़ां नै देवां। तद वा कैयौ के थारा ठाकर आय'र पाहुरौ मांडै तौ सगलां रा पाहुरा भर दिया जासी। तद सैनिक जाय'र मल्लिनाथ नै कैयौ के अेक कन्या खलिहान में बैठी है, उणसूं म्हैं धान रै वास्तै कैयौ तौ वा बोली के थांरा ठाकर आय'र पाहूरौ मांडै तो सगलां रा पाहुरा भर दिया जासी, सो आप पधारौ। तद मल्लिनाथ पाहूरौ लेय'र गया। वा सगला पाहुरा भर दिया। तद मल्लिनाथ नै मालूम हुयौ के आ वा इज शक्ति है। मल्लिनाथ उणरै पिता कनै जाय'र कैयौ के आप म्हनै आ कन्या परणावौ। सेवट घमौ हठ कर'र उणसूं ब्याव कर्यौ अर आपरै घरां लेय आया।
बात करै परब्रह्म री, पैंड देय इक नाय।
रूपां कहै रे भाइयां, किण विध स्याम मिलाय।।
सुख में ब्रह्मज्ञानी रहै, दुख में रैवै रोय।
बाई रूपां यूं कहै, भलौ कदैई न होय।।
अै दूहा कैयोड़ा है रूपांदे रा। राणी हुवती थकी ई रूपांदे आपरी भगती रै प्राम जिकौ जस कमायौ, वौ आज पण आथूणै राजस्थान मांय फैल्योड़ौ है।
रूपांदे रै परणीज्यां सूं पैला अेकर उणरै गाम जैसलमेर रावल रा पुत्र ऊगमसी भाटी पैदल आय रैय हा। वै तिरसा हा अर उणां रै साथै कांबड़िया ई हा। जद उणां रूपांदे नै देख'र उण कनै आया अर पूछ्यौ के बाई, पाणी है कांई? रूपांदे कैयौ के है। तद ऊगमसी बोल्या के आवौ साधुवां, पाणी पीवौ। उण बगत रूपांदे कनै जित्तौ ई पाणी हौ वौ सब रौ सब वै पीयग्या। उण बगत रूपांदे रौ मूंडौ उतरग्यौ। बाप-भाई आवैला तौ कांई पीवैला? आ चिंता उणनै सतावण लागी। तद रूपांदे री अंतस तणौ भाव जाण'र ऊगमसी पाणी पी लेवण रै बाद घड़ा माथै हाथ मेल'र बोल्या के हे साहिब! इणनै पूरौ भरदौ। तद घड़ौ भरग्यौ। औ चमत्कार देख'र रूपांदे ऊगमसी रै पगां पड़गी। ऊगमसी कैयौ के बाई, थूं कंवारी है के परणी? तद वा बोली के कंवारी। तद ऊगमसी रूपांदे रै हाथ मांय तांबै रौ अेक कड़ौ डाल दियौ अर कैयौ के आई दूज नै सात घरां सूं मांग'र जिकी भिक्षा मिलै, वा आं कांबड़िया साधुवां में बांट दीजौ। इम तरै कैय'र अर उणरै मस्तक हाथ राख'र ऊगमसी तो धकै रवानै हुयग्या। रूपांदे ज्यूं कैयौ, त्यूं ई करती रैयी। जद वा राणी ई हुयगी तद ई वा दूज रै दिन सात घर सूं भिक्षा मांग'र, उणरौ खीच बणाय'र कांबड़िया में बांटती।

केई दिनां बाद ऊगमसी मेहवै आया। कांबड़िया पण अेकठ हुया। इत्तै में ऊगमसी कांबड़िया सूं पूछ्यौ के अठै वाल्है री बेटी रूपांदे है, वा कठै? तद वै जबाब दियौ के वा तौ मल्लिनाथ री राणी हुयगी है, पण फेर ई वा कांबड़ियां नै घणौ मानै। तद ऊगमसी कैयौ के जाय'र उणनै खबर करौ के ऊगमसी आयौ है। तद अेक कांबड़ियौ जाय'र खबर दीवी अर कैयौ के बाई, ऊगमसी आया है। रूपांदे कैयौ के सिंझ्या रा किणी तरियां आवूंला। रूपांदे री सौतां मल्लिनाथ रा कान भर दिया। कैयौ के आ ढेढां रै अठै जावै अर आभड़ोछोत फैलावै। तद मल्लिनाथ कैयौ के म्हैं खुद देखूंला तौ साच मानूंला। रात हुई जद रूपांदे कांबल अर लोवड़ी लेय'र ऊगमसी रै कनै जाय'र पगां लागी। तद सौतां मल्लिनाथ सूं कैयौ के उठै जाय'र देखौ, वा ढेढां रै अठै गई परी है। त मल्लिनाथ तरवार लेय'र लारै गया। उठै जाय'र देख्यौ के ऊगमसी बैठ्या है। सामी रूपांदे बैठी है अर कांबड़िया गाय रैया है। मल्लिनाथ औ देख'र आपरै अेक चाकर सूं रूपांदे री जूतियां चुरवाय लीवी। इत्तै में अेक कांबड़ियौ कैयौ कै बाई नै अबै रवानै कर देवणौ चाइजै। बाई रौ इण जगै ठैरणौ ज्यादा अच्छौ नीं है। तद थन रै आगै जिकौ चढ़ावौ हौ, वौ थाली मांय लेय'र रूपांदे नै दियौ अर कैयौ के जा बाई, थारौ भलौ हुवै। रूपांदे आगै जाय'र देखै तौ जूतियां नीं। तद सगला कांबड़िया उठ्या। अठी-उठी जोवण लागा, पण जूतियां मिली कोनी। त ऊगमसी कैयौ के साधुवां! साहिब सूं प्रार्थना करौ के हे साहिब, इणी तरै री जूतियां आय जावै। तद वैड़ी री वैड़ी जूतियां आकास सूं आयगी। रूपांदे पैर'र आपरै घर कानी रवानै हुई।

बीच मांय मल्लिनाथ उणरौ मारग रोक दियौ अर आडा फिरता बोल्या कै कुण है? वा जबाब दियौ कके जी, म्हैं तौ आपरी दासी हूं। मल्लिनाथ कैयौ के कठै गई ही? तद रूपांदे बोली के फूलां सारू गई ही। मल्लिनाथ कैयौ के म्हारी स्त्री हुय'र फूलां सारू जावै, आ कैड़़ी बात है? तद रूपांदे बोली के म्हारी सौतां रै चौ चाकर है जिका लेय आवै, पण म्हारै सारू लावण वाला कोई है नीं। औ जबाब सुण'र मल्लिनाथ कैयौ के देखूं तौ फूल। रूपांदे बोली के फूलां रौ कांई देखणौ! पण मल्लिनाथ कपड़ौ आगौ कर लियौ अर थाली लेयली। थाली मांय देखै तौ भांत-भांत रा फू. वै देख'र इचरज में पड़ग्या क्यूं के उण मांय फूल-फल देख'र मल्लिनाथ उणरै चमत्कार सूं प्रभावित हुया। वै रूपांदे रै पगां पड़ग लागा, पण उणां रा हाथ पकड़ लिया। मल्लिनाथ कैवण लागा के रूपांदे! थूं जिण पंथ में है, उण मांय म्हनै ई दीक्षित करा। रूपांदे बोली के राज, औ पंथ घणौ कठण है। मल्लिनाथ कैयौ के म्हैं अनुसरण करूंला। तद वै दोनूं ऊगमसी कनै गया। रूपांदे कैयौ के राज नै ई पंथ मांय दीक्षित करावौ। तद मल्लिनाथ रै हाथां मांय वैड़ौ ई तांबै रौ कड़ौ घाल'र अेक छड़ी दीवी। पछै कैयौ के दूज रै दिन सात घरां सूं अन्न री भिक्षा मांग'र कांबड़ियां नै बांटजौ। इण भांत रावल मल्लिनाथ ई कांबड़िया बणाईज्या। दूजै दिन सुबै मल्लिनाथ उणां नै आपरै घरां लेयग्या। भोजन-प्रसाद कर्यौ। ऊगमसी नै वै अेक महीनौ राखिया अर सगली ई विद्यावां प्राप्त कर'र उणां नै विदा कर्यौ। इण भांत रावल मल्लिनाथ आपरी जोड़ायत रूपांदे रै पाण नवौ पंथ अपणायौ। तिलवाड़ै रै मल्लिनाथ रै मिंदर री तरै मालाजाल में रूपांदे रौ मिंदर है।

जैसलमेर किशनगढ़ का किला सरंक्षण की दरकार


जैसलमेर  किशनगढ़ का किला  सरंक्षण की दरकार  


 जैसलमेर  इतिहासकारों के अनुसार सीमावर्ती इलाके में बना यह दुर्ग मुस्लिम शैली में बना हुआ है। इसका पुराना नाम दीनगढ़ था। इसका निर्माण महारावल मूलराज ने 1820 से 1876 ई. के मध्य करवाया था। 1965 के भारत पाक युद्ध में इस किले को खासा नुकसान पहुंचा था। इस किले में देवी की बड़ी बड़ी प्राचीन मूर्तियां भी है।

वर्तमान हालात : ईंटों का बना यह किलो पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। इसके कई हिस्से ध्वस्त हो गए हैं और आगामी कुछ वर्षों बाद यह अपना अस्तित्व भी खो देगा। समय रहते इस किले को सर्वाधिक संरक्षण की दरकार है।

क्या हुआ और क्या हो सकता है : जानकार मानते हैं आज तक इस किले के संरक्षण के लिए एक भी कदम नहीं उठाया गया है। इसे पूरी तरह से संरक्षित कर सीमावर्ती क्षेत्र में भारतीय संस्कृति व सभ्यता के प्रतीक के रूप में हमेशा खड़ा रखा जा सकता है।


मंगलवार, 11 सितंबर 2012

जयपुर में लिंग परीक्षण में पकड़ा डॉक्टर

जयपुर में लिंग परीक्षण में पकड़ा डॉक्टर

जयपुर। कन्या भ्रूण हत्या मामले में देशभर में फजीहत करवा चुके राजस्थान के डॉक्टर्स की मंगलवार को एक और करतूत पर से पर्दाफाश हुआ। जयपुर जिला प्रशासन ने स्टींग ऑपरेशन करते हुए एक डायग्नोस्टिक सेंटर पर डॉक्टर को लिंग परीक्षण करते हुए रंगे हाथों पकड़ा। प्रशासनिक अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर डायग्नोस्टिक सेंटर को सीज कर डॉक्टर का रजिस्ट्रेशन रद्द करने की सिफारिश की है।


जानकारी के अनुसार जिला प्रशासन ने सूचना मिलने पर जेएलएन मार्ग स्थिति जेके लोन हॉस्पिटल के पास "डॉ.महावर डॉयग्नोस्टिक सेटर" पर जाल बिछाकर डॉ.रविमोहन महावर को 6000 रूपए लेकर भ्रूण लिंग परीक्षण करते पकड़ा। जिला प्रशासन की टीम के इस स्टिंग ऑपरेशन में डॉ.महावर के साथ सांगानेर एयरपोर्ट सर्किल स्थित क्योरवेल डायग्नोस्टिक सेंटर और एक दलाल हरी कुमावत भी पकड़ में आए।

इस तरह हुआ स्टिंग ऑपरेशन

मुखबिर की सूचना पर जिला प्रशासन की टीम सांगानेर स्थित क्योरवेल डायग्नोस्टिक सेंटर पहुंची। एसडीएम विभू कौशिक कमान में इस टीम ने बोगस ग्राहक बनकर वहां दलाल हरी कुमावत से सम्पर्क किया। इसी क्रम में गर्भवती महिला के साथ टीम मंगलवार को सांगानेर स्थित क्योरवे डायग्नोस्टिक सेंटर पहुंची। दलाल हरी कुमावत ने 6000 रूपए लिए और उन्हें लेकर जेके हॉस्पिटल के पास स्थित महावर डायग्नोस्टिक सेंटर पहुंचा। यहां पर पहले से ही मौजूद टीम के अन्य सदस्यों ने डॉ.रवि मोहन महावर को रंगे हाथों पकड़ लिया।

बाड़मेर कचहरी परिसर से सरकारी समाचार मंगलवार

बाड़मेर कचहरी परिसर से सरकारी समाचार मंगलवार 

बीस सूत्री कार्यक्रम की समीक्षा

धीमी प्रगति वाले विभागों को मुश्तैदी से कार्य करने के निर्देश


बाडमेर, 11 सितम्बर। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान की अध्यक्षता में मंगलवार को बीस सूत्री कार्यक्रम वर्ष 201213 की मासिक समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में माह अगस्त तक विभिन्न बिन्दुओं में अर्जित उपलब्धियों की विभागवार समीक्षा की गई। बैठक में जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर भी उपस्थित थी।

इस अवसर पर जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने कहा कि बीस सूत्री कार्यक्रम सरकार का अग्रणी वरियता प्राप्त कार्यक्रम हैं तथा इसमें किए गए कार्यो के आधार पर जिले की प्रगति प्रदिर्त होती है तथा इसी आधार पर जिले को रैकिंग प्रदान की जाती है। इसलिए सभी विभाग उन्हें आवंटित लक्ष्यों को माहवार हासिल करें ताकि वितीय वशर की समाप्ति पर निर्धारित लक्ष्य प्राप्त किए जा सकें तथा जिला रैकिंग में राज्य में प्रथम स्थान पर रह सकें।

जिला कलेक्टर ने बीस सूत्री कार्यक्रम के सभी बिन्दुओं की विस्तृत समीक्षा की तथा धीमी प्रगति वाले विभागों को मुतैदी से कार्य करने के निर्दो दिए। उन्होने िक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता जैसे मानकों में बेहतर कार्य के लिए विभागों को हिदायत दी। उन्होने टीकाकरण तथा संस्थागत प्रसव की धीमी प्रगति तथा लक्ष्य से काफी कम उपलब्धि पर असन्तोश जताते हुए इन बिन्दुओं में श्रेश्ठ कार्य के लिए संबंधित विभाग को अधिक मुतैदी तथा ऊर्जा के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होने महिला एवं बाल विकास विभाग को नये आंगनवाडी केन्द्रों की स्वीकृति के लिए सकि्रयता के निर्दो दिए।

उन्होने एसजीएसवाई के अधीन स्वसहायता ग्रुप के तहत युवाओं को जागरूक कर रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कराने तथा योजना का व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए ताकि अधिकाधिक युवाओं को स्वरोजगार के अवसर मिल सकें।

इससे पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर. गुगरवाल ने कार्यकम की प्रगति से अवगत कराया। बैठक में मुख्य आयोजना अधिकारी के.सी. मीणा समेत संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

इसके पश्चात 15 सूत्री कार्यक्रम के तहत माह अगस्त तक अर्जित उपलब्धियों की बिन्दूवार समीक्षा की गई।

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इस्पायर एवार्ड 2012 हेतु आवेदन पत्र आमन्ति्रत

बाडमेर, 11 सितम्बर। राज्य सरकार द्वारा प्रति वर्ष प्रतिभाशाली विद्यार्थी छात्र कक्षा 6 से 8 वर्ग तथा 9 एवं 10 वर्ग के छात्रों द्वारा कक्षा में विज्ञान एवं गणित विषय में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र को इस्पायर एवार्ड दिया जाता है।

जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) गोरधनलाल पंजाबी ने समस्त सरकारी/गैर सरकारी संस्था प्रधानो को हर वर्ष की भांति प्रस्ताव तैयार कर 14 सितम्बर तक उनके कार्यालय में आवश्यक रूप से भेजने के निर्देश दिए है।

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बैठक स्थगित

बाडमेर, 11 सितम्बर। सीमान्त क्षेत्र विकास कार्यक्रम की जिला स्तरीय समिति की 13 सितम्बर को आयोजित होने वाली बैठक अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दी गई है।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर. गुगरवाल ने बताया कि आगामी बैठक की तिथि से पृथक से अवगत कराया जाएगा।


जिला कलेक्टर ने की अवैद्य खनन

गतिविधियों के रोकथाम की समीक्षा


बाडमेर, 11 सितम्बर। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने मंगलवार को खनन गतिविधियो ंकी निगरानी एवं पर्यावरण सुरक्षा हेतु गठित समिति की बैठक में अवैद्य खनन गतिविधियों के रोकथाम की समीक्षा की।

इस अवसर पर जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने अवैध खनन की रोकथाम के लिए अधिकारियों को मुश्तैदी के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि राजकीय भूमि पर अवैध खनन होने पर खनन विभाग के साथ साथ राजस्व प्रशासन भी अपनी कार्यवाही अमल में लाए। उन्होने अवैध खनन की गई सामग्री तथा उपकरणों की जब्तगी के साथ साथ पुलिस में मुकदमा दर्ज कराने को भी कहा। उन्होने सहायक खनिज अभियन्ता को लीज पट्टों में शेष रहे खनन पट्टाधारियों को शीध्र पीलर लगवाने तथा सीमाकंन करवाने के निर्देश दिए।

जिला कलेक्टर ने बताया कि राजस्व, पुलिस, वन, परिवहन एवं खान विभाग द्वारा जिले में अवैध खनन की चैकिंग के दौरान अवैध खनन के 3 व निर्गमन का 1 प्रकरण बनाया जाकर कुल 1,67,692 रूपये की पैनेल्टी राशि वसूली की गई है। इसी प्रकार अगस्त माह में अवैध खनन/निर्गमन में लिप्त पाये गये 2 वाहनों को जब्त किया जाकर 1,41,721 रूपये जुर्माना राशि वसूल की गई हैं। इस प्रकार चालू वितीय वर्ष में अवैध खनन/निर्गमन के कुल 44 प्रकरण बनाये गये जिसमें 14 प्रकरणों में संबंधित पुलिस थानों में एफआईआर दर्ज करवाई गई व अन्य प्रकरणों में जुर्माना राशि 12,12,012 रूपये की वसूली की गई।

बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित, अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक रामसिंह मीणा, उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार, सहायक खनि अभियन्ता एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

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नीम्बला में जिला कलेक्टर

की रात्रि चौपाल 13 को

बाडमेर, 11 सितम्बर। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान द्वारा शिव तहसील के नीम्बला ग्राम पंचायत मुख्यालय पर रात्रि चौपाल का आयोजन 13 सितम्बर को किया जाएगा। चौपाल की समाप्ति के बाद जिला कलेक्टर द्वारा खुली जन सुनवाई भी की जाएगी।

जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने बताया कि प्रत्येक चौपाल मे संबंधिंत ग्राम पंचायत के ग्रामीणों की समस्याओं तथा अभियोगों का मौके पर ही निस्तारण करने हेतु क्षेत्र के संबंधित जन स्वास्थ्य अभियांत्रिक विभाग, जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, सार्वजनिक निर्माण, पाु पालन, कृशि, िक्षा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, रसद विभाग के अधिकारियों के साथ साथ संबंधित उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, विकास अधिकारी एवं पटवार मण्डल के सभी पटवारी तथा ग्राम सेवक आवयक रूप से उपस्थित होंगे।

उन्होने बताया कि चौपाल में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, मौसमी बीमारियां, पाु चिकित्सा व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था, रसद वितरण व्यवस्था, कार्मिकों की उपस्थिति, पोशाहार वितरण, विभिन्न प्रकार के निर्माण कार्यो की गुणवता एवं कार्यरत श्रमिकों की उपस्थिति, समाज कल्याण विभाग की योजनाओं आदि पर प्रत्येक ग्रामवार चर्चा की जाएगी। उन्होने बताया कि 19 सितम्बर को चौहटन तहसील के ग्राम पंचायत उपरला तथा 26 सितम्बर को बाडमेर तहसील के कवास ग्राम पंचायत मुख्यालय पर रात्रि चौपाल का आयोजन किया जाएगा।

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