जोधपुर-जैसलमेर के बीच बसेगी नई पर्यटन नगरी
जोधपुर। केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय ने जोधपुर-जैसलमेर के बीच प्रस्तावित ट्यूरिज्म सिटी के प्रस्ताव को डेजर्ट सर्किट प्रोजेक्ट में शामिल कर लिया है। जन सहभागिता के आधार पर विकसित होने वाली इस सिटी की परिकल्पना को लेकर अब स्थानीय स्तर पर भी काम शुरू हो गया है।
जोधपुर से जैसलमेर के बीच करीब तीन सौ किलोमीटर की दूरी में कोई पर्यटन स्थल नहीं होने से पर्यटकों को काफी समय से परेशानी हो रही है। संभागीय आयुक्त आर के जैन ने जन सहभागिता के आधार पर पर्यटन नगरी विकसित करने का तखमीना तैयार किया।
हाल में प्रशासन ने पोकरण के आसपास 2000 बीघा जमीन चिन्हित करपर्यटन विकास के लिए आरक्षित की । राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष को प्रस्ताव पत्र लिखा। राज्य सरकार ने इसे केन्द्र के पर्यटन मंत्रालय के पास भेज दिया। अब केन्द्र सरकार ने डेजर्ट सर्किट प्रोजेक्ट में इस प्रस्ताव को शामिल कर दिया।
क्या होंगी सुविधाएं
प्रस्तावित टयूरिज्म सिटी में 15 हजार कमरे, हवाई अड्डा, हेलीपैड, बड़ा वार्ता कक्ष, मेडिकल ट्यूरिज्म, कैमल सफारी, सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए बड़े ऑडिटोरियम, स्थाई हैंडीक्राफ्ट प्रदर्शनी तथा फूड स्टॉल होंगे। इसमें पूरे देश की विभिन्न संस्कृतियों को सहेजने की योजना है। इसके अलावा स्वीमिंग पुल, कृत्रिम झील, खेल के मैदान के साथ ही मनोरंजन के सारे साधन यहां उपलब्ध रहेंगे। प्रस्तावित सिटी में बनने वाला हवाई अड्डा जोधपुर संभाग का दूसरा अaा होगा। इसके बाद अन्तरराष्ट्रीय हवाई सेवाओं का भी विस्तार हो सकेगा। टयूरिज्म सिटी बनने से हजारों लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
केन्द्र सरकार की ओर से यह प्रस्ताव डेजर्ट सर्किट प्रोजेक्ट में शामिल करने से जोधपुर-जैसलमेर के बीच ट्यूरिज्म सिटी बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। अब इस प्रोजेक्ट को जल्दी ही शुरू करवाने के प्रयास करेंगे।
आर के जैन, संभागीय आयुक्त जोधपुर
जोधपुर। केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय ने जोधपुर-जैसलमेर के बीच प्रस्तावित ट्यूरिज्म सिटी के प्रस्ताव को डेजर्ट सर्किट प्रोजेक्ट में शामिल कर लिया है। जन सहभागिता के आधार पर विकसित होने वाली इस सिटी की परिकल्पना को लेकर अब स्थानीय स्तर पर भी काम शुरू हो गया है।
जोधपुर से जैसलमेर के बीच करीब तीन सौ किलोमीटर की दूरी में कोई पर्यटन स्थल नहीं होने से पर्यटकों को काफी समय से परेशानी हो रही है। संभागीय आयुक्त आर के जैन ने जन सहभागिता के आधार पर पर्यटन नगरी विकसित करने का तखमीना तैयार किया।
हाल में प्रशासन ने पोकरण के आसपास 2000 बीघा जमीन चिन्हित करपर्यटन विकास के लिए आरक्षित की । राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष को प्रस्ताव पत्र लिखा। राज्य सरकार ने इसे केन्द्र के पर्यटन मंत्रालय के पास भेज दिया। अब केन्द्र सरकार ने डेजर्ट सर्किट प्रोजेक्ट में इस प्रस्ताव को शामिल कर दिया।
क्या होंगी सुविधाएं
प्रस्तावित टयूरिज्म सिटी में 15 हजार कमरे, हवाई अड्डा, हेलीपैड, बड़ा वार्ता कक्ष, मेडिकल ट्यूरिज्म, कैमल सफारी, सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए बड़े ऑडिटोरियम, स्थाई हैंडीक्राफ्ट प्रदर्शनी तथा फूड स्टॉल होंगे। इसमें पूरे देश की विभिन्न संस्कृतियों को सहेजने की योजना है। इसके अलावा स्वीमिंग पुल, कृत्रिम झील, खेल के मैदान के साथ ही मनोरंजन के सारे साधन यहां उपलब्ध रहेंगे। प्रस्तावित सिटी में बनने वाला हवाई अड्डा जोधपुर संभाग का दूसरा अaा होगा। इसके बाद अन्तरराष्ट्रीय हवाई सेवाओं का भी विस्तार हो सकेगा। टयूरिज्म सिटी बनने से हजारों लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
केन्द्र सरकार की ओर से यह प्रस्ताव डेजर्ट सर्किट प्रोजेक्ट में शामिल करने से जोधपुर-जैसलमेर के बीच ट्यूरिज्म सिटी बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। अब इस प्रोजेक्ट को जल्दी ही शुरू करवाने के प्रयास करेंगे।
आर के जैन, संभागीय आयुक्त जोधपुर
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