हवाओं से पैदा की 20 करोड़ यूनिट बिजली
जैसलमेर स्वर्ण नगरी में चारों दिशा में पवन ऊर्जा संयंत्र लगे हुए हैं। इन्हें लेकर कई विवाद भी हुए , लेकिन इसका सच्चा पहलू यह है कि जून माह में विंड मील से 20 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ है। प्रदेश के विकास में सहायक साबित हो रही जैसलमेर की हवाओं ने जिले में भी विकास की नदी बहा दी । पिछले एक दशक से लग रहे पवन ऊर्जा संयंत्र आज भी निरंतर स्थापित हो रहे हैं और जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में विंड मील कंपनियों के प्रोजेक्ट चल रहे हैं। मई माह में करीब 19 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ था। जून में यह आंकड़ा 20 करोड़ को पार कर गया है। जुलाई में इससे भी ज्यादा उत्पादन होने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि जिले में 1657 मेगावाट के पवन ऊर्जा संयंत्र स्थापित हो चुके हैं। जानकारी के अनुसार आगामी दो साल में यह आंकड़ा 2 हजार पार कर जाएगा। ऐसे में प्रदेश के बिजली संकट को दूर करने में जैसलमेर का बहुत बड़ा योगदान होगा ।
वर्तमान में जहां प्रदेश में रोजाना 12 से 14 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन हो रहा है वहीं जैसलमेर में प्रतिमाह औसतन इतनी ही बिजली उत्पादित की जा रही है। जैसलमेर में सुजलोन, एनरकॉन और वेस्टास जैसी नामी गिरामी कंपनियों के पवन ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए हुए हैं। पिछले कुछ वर्षों में अन्य कंपनियां भी जैसलमेर की ओर रुख कर रही है।
जैसलमेर स्वर्ण नगरी में चारों दिशा में पवन ऊर्जा संयंत्र लगे हुए हैं। इन्हें लेकर कई विवाद भी हुए , लेकिन इसका सच्चा पहलू यह है कि जून माह में विंड मील से 20 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ है। प्रदेश के विकास में सहायक साबित हो रही जैसलमेर की हवाओं ने जिले में भी विकास की नदी बहा दी । पिछले एक दशक से लग रहे पवन ऊर्जा संयंत्र आज भी निरंतर स्थापित हो रहे हैं और जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में विंड मील कंपनियों के प्रोजेक्ट चल रहे हैं। मई माह में करीब 19 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ था। जून में यह आंकड़ा 20 करोड़ को पार कर गया है। जुलाई में इससे भी ज्यादा उत्पादन होने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि जिले में 1657 मेगावाट के पवन ऊर्जा संयंत्र स्थापित हो चुके हैं। जानकारी के अनुसार आगामी दो साल में यह आंकड़ा 2 हजार पार कर जाएगा। ऐसे में प्रदेश के बिजली संकट को दूर करने में जैसलमेर का बहुत बड़ा योगदान होगा ।
वर्तमान में जहां प्रदेश में रोजाना 12 से 14 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन हो रहा है वहीं जैसलमेर में प्रतिमाह औसतन इतनी ही बिजली उत्पादित की जा रही है। जैसलमेर में सुजलोन, एनरकॉन और वेस्टास जैसी नामी गिरामी कंपनियों के पवन ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए हुए हैं। पिछले कुछ वर्षों में अन्य कंपनियां भी जैसलमेर की ओर रुख कर रही है।