गुरुवार, 5 जुलाई 2012

रंग नही स्वभाव बदले- डॉ. विधुत प्रभा


रंग नही स्वभाव बदले- डॉ. विधुत प्रभा 
02.jpg
बाड़मेर 05 बाड़मेर। प्र ृति ने जैसा रूप रंग आकार प्रकार दिया हम उस पर लाख लिपा पोती करे भी उसे बदल नही सकते हम अगर पुरूषार्थ करे तो अवश्य स्वभाव को मोहक एवं पि्रय बना सकते है। ये बात गुरूवार को आयोजित प्रवचन में डॉ. विधुत प्रभा जी ने कही। उन्होने प्रवचन में कहा कि जिस व्यक्ति ने अपने जीवन में प्रतिकूलता अनुकुलता में समभाव से रहना सिख लिया। उसकी यह मिठास उसे स्वयं को तो शान्ति और समाधि देती ही है। उसे जुडे लोगो को भी आनन्द देती है। एक घन्टा सदैव स्वभाव को मुधर बनाने में लगावे फिर देख्ो कि सुन्दर न होते हुए भी आप कितने सुन्दर लगते है। 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें